< תהילים 128 >
שיר המעלות אשרי כל-ירא יהוה-- ההלך בדרכיו | 1 |
मुबारक है हर एक जो ख़ुदावन्द से डरता, और उसकी राहों पर चलता है।
יגיע כפיך כי תאכל אשריך וטוב לך | 2 |
तू अपने हाथों की कमाई खाएगा; तू मुबारक और फ़र्माबरदार होगा।
אשתך כגפן פריה-- בירכתי ביתך בניך כשתלי זיתים-- סביב לשלחנך | 3 |
तेरी बीवी तेरे घर के अन्दर मेवादार ताक की तरह होगी, और तेरी औलाद तेरे दस्तरख़्वान पर ज़ैतून के पौदों की तरह।
הנה כי-כן יברך גבר-- ירא יהוה | 4 |
देखो! ऐसी बरकत उसी आदमी को मिलेगी, जो ख़ुदावन्द से डरता है।
יברכך יהוה מציון וראה בטוב ירושלם--כל ימי חייך | 5 |
ख़ुदावन्द सिय्यून में से तुझ को बरकत दे, और तू उम्र भर येरूशलेम की भलाई देखे।
וראה-בנים לבניך שלום על-ישראל | 6 |
बल्कि तू अपने बच्चों के बच्चे देखे। इस्राईल की सलामती हो!