< תהילים 112 >
הללו-יה אשרי-איש ירא את-יהוה במצותיו חפץ מאד | 1 |
ख़ुदावन्द की हम्द करो! मुबारक है वह आदमी जो ख़ुदावन्द से डरता है, और उसके हुक्मों में खू़ब मसरूर रहता है!
גבור בארץ יהיה זרעו דור ישרים יברך | 2 |
उसकी नसल ज़मीन पर ताक़तवर होगी; रास्तबाज़ों की औलाद मुबारक होगी।
הון-ועשר בביתו וצדקתו עמדת לעד | 3 |
माल — ओ — दौलत उसके घर में है; और उसकी सदाकत हमेशा तक क़ाईम है।
זרח בחשך אור לישרים חנון ורחום וצדיק | 4 |
रास्तबाज़ों के लिए तारीकी में नूर चमकता है; वह रहीम — ओ — करीम और सादिक है।
טוב-איש חונן ומלוה יכלכל דבריו במשפט | 5 |
रहम दिल और क़र्ज़ देने वाला आदमी फ़रमाँबरदार है; वह अपना कारोबार रास्ती से करेगा।
כי-לעולם לא-ימוט לזכר עולם יהיה צדיק | 6 |
उसे कभी जुम्बिश न होगी: सादिक की यादगार हमेशा रहेगी।
משמועה רעה לא יירא נכון לבו בטח ביהוה | 7 |
वह बुरी ख़बर से न डरेगा; ख़ुदावन्द पर भरोसा करने से उसका दिल क़ाईम है।
סמוך לבו לא יירא עד אשר-יראה בצריו | 8 |
उसका दिल बरकरार है, वह डरने का नहीं, यहाँ तक कि वह अपने मुख़ालिफ़ों को देख लेगा।
פזר נתן לאביונים-- צדקתו עמדת לעד קרנו תרום בכבוד | 9 |
उसने बाँटा और मोहताजों को दिया, उसकी सदाक़त हमेशा क़ाईम रहेगी; उसका सींग इज़्ज़त के साथ बलन्द किया जाएगा।
רשע יראה וכעס-- שניו יחרק ונמס תאות רשעים תאבד | 10 |
शरीर यह देखेगा और कुढ़ेगा; वह दाँत पीसेगा और घुलेगा; शरीरों की मुराद बर्बाद होगी।