< ירמיה 51 >
כה אמר יהוה הנני מעיר על בבל ואל ישבי לב קמי--רוח משחית | 1 |
१यहोवा यह कहता है, मैं बाबेल के और लेबकामै के रहनेवालों के विरुद्ध एक नाश करनेवाली वायु चलाऊँगा;
ושלחתי לבבל זרים וזרוה ויבקקו את ארצה כי היו עליה מסביב ביום רעה | 2 |
२और मैं बाबेल के पास ऐसे लोगों को भेजूँगा जो उसको फटक-फटककर उड़ा देंगे, और इस रीति से उसके देश को सुनसान करेंगे; और विपत्ति के दिन चारों ओर से उसके विरुद्ध होंगे।
אל ידרך ידרך הדרך קשתו ואל יתעל בסרינו ואל תחמלו אל בחריה--החרימו כל צבאה | 3 |
३धनुर्धारी के विरुद्ध और जो अपना झिलम पहने हैं धनुर्धारी धनुष चढ़ाए हुए उठे; उसके जवानों से कुछ कोमलता न करना; उसकी सारी सेना को सत्यानाश करो।
ונפלו חללים בארץ כשדים ומדקרים בחוצותיה | 4 |
४कसदियों के देश में मरे हुए और उसकी सड़कों में छिदे हुए लोग गिरेंगे।
כי לא אלמן ישראל ויהודה מאלהיו--מיהוה צבאות כי ארצם מלאה אשם מקדוש ישראל | 5 |
५क्योंकि, यद्यपि इस्राएल और यहूदा के देश, इस्राएल के पवित्र के विरुद्ध किए हुए पापों से भरपूर हो गए हैं, तो भी उनके परमेश्वर, सेनाओं के यहोवा ने उनको त्याग नहीं दिया।
נסו מתוך בבל ומלטו איש נפשו--אל תדמו בעונה כי עת נקמה היא ליהוה--גמול הוא משלם לה | 6 |
६“बाबेल में से भागो, अपना-अपना प्राण बचाओ! उसके अधर्म में भागी होकर तुम भी न मिट जाओ; क्योंकि यह यहोवा के बदला लेने का समय है, वह उसको बदला देने पर है।
כוס זהב בבל ביד יהוה--משכרת כל הארץ מיינה שתו גוים על כן יתהללו גוים | 7 |
७बाबेल यहोवा के हाथ में सोने का कटोरा था, जिससे सारी पृथ्वी के लोग मतवाले होते थे; जाति-जाति के लोगों ने उसके दाखमधु में से पिया, इस कारण वे भी बावले हो गए।
פתאם נפלה בבל ותשבר הילילו עליה קחו צרי למכאובה--אולי תרפא | 8 |
८बाबेल अचानक ले ली गई और नाश की गई है। उसके लिये हाय-हाय करो! उसके घावों के लिये बलसान औषधि लाओ; सम्भव है वह चंगी हो सके।
רפאנו את בבל ולא נרפתה--עזבוה ונלך איש לארצו כי נגע אל השמים משפטה ונשא עד שחקים | 9 |
९हम बाबेल का इलाज करते तो थे, परन्तु वह चंगी नहीं हुई। इसलिए आओ, हम उसको तजकर अपने-अपने देश को चले जाएँ; क्योंकि उस पर किए हुए न्याय का निर्णय आकाश वरन् स्वर्ग तक भी पहुँच गया है।
הוציא יהוה את צדקתינו באו ונספרה בציון את מעשה יהוה אלהינו | 10 |
१०यहोवा ने हमारे धार्मिकता के काम प्रगट किए हैं; अतः आओ, हम सिय्योन में अपने परमेश्वर यहोवा के काम का वर्णन करें।
הברו החצים מלאו השלטים--העיר יהוה את רוח מלכי מדי כי על בבל מזמתו להשחיתה כי נקמת יהוה היא נקמת היכלו | 11 |
११“तीरों को पैना करो! ढालें थामे रहो! क्योंकि यहोवा ने मादी राजाओं के मन को उभारा है, उसने बाबेल को नाश करने की कल्पना की है, क्योंकि यहोवा अर्थात् उसके मन्दिर का यही बदला है
אל חומת בבל שאו נס החזיקו המשמר--הקימו שמרים הכינו הארבים כי גם זמם יהוה--גם עשה את אשר דבר אל ישבי בבל | 12 |
१२बाबेल की शहरपनाह के विरुद्ध झण्डा खड़ा करो; बहुत पहरुए बैठाओ; घात लगाने वालों को बैठाओ; क्योंकि यहोवा ने बाबेल के रहनेवालों के विरुद्ध जो कुछ कहा था, वह अब करने पर है वरन् किया भी है।
שכנתי (שכנת) על מים רבים רבת אוצרת בא קצך אמת בצעך | 13 |
१३हे बहुत जलाशयों के बीच बसी हुई और बहुत भण्डार रखनेवाली, तेरा अन्त आ गया, तेरे लोभ की सीमा पहुँच गई है।
נשבע יהוה צבאות בנפשו כי אם מלאתיך אדם כילק וענו עליך הידד | 14 |
१४सेनाओं के यहोवा ने अपनी ही शपथ खाई है, कि निश्चय मैं तुझको टिड्डियों के समान अनगिनत मनुष्यों से भर दूँगा, और वे तेरे विरुद्ध ललकारेंगे।
עשה ארץ בכחו מכין תבל בחכמתו ובתבונתו נטה שמים | 15 |
१५“उसी ने पृथ्वी को अपने सामर्थ्य से बनाया, और जगत को अपनी बुद्धि से स्थिर किया; और आकाश को अपनी प्रवीणता से तान दिया है।
לקול תתו המון מים בשמים ויעל נשאים מקצה ארץ ברקים למטר עשה ויוצא רוח מאצרתיו | 16 |
१६जब वह बोलता है तब आकाश में जल का बड़ा शब्द होता है, वह पृथ्वी की छोर से कुहरा उठाता है। वह वर्षा के लिये बिजली बनाता, और अपने भण्डार में से पवन निकाल ले आता है।
נבער כל אדם מדעת הביש כל צרף מפסל כי שקר נסכו ולא רוח בם | 17 |
१७सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित है; सब सुनारों को अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण लज्जित होना पड़ेगा; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें धोखा देनेवाली हैं, और उनके कुछ भी साँस नहीं चलती।
הבל המה מעשה תעתעים בעת פקדתם יאבדו | 18 |
१८वे तो व्यर्थ और ठट्ठे ही के योग्य है; जब उनके नाश किए जाने का समय आएगा, तब वे नाश ही होंगी।
לא כאלה חלק יעקוב כי יוצר הכל הוא--ושבט נחלתו יהוה צבאות שמו | 19 |
१९परन्तु जो याकूब का निज भाग है, वह उनके समान नहीं, वह तो सब का बनानेवाला है, और इस्राएल उसका निज भाग है; उसका नाम सेनाओं का यहोवा है।
מפץ אתה לי כלי מלחמה ונפצתי בך גוים והשחתי בך ממלכות | 20 |
२०“तू मेरा फरसा और युद्ध के लिये हथियार ठहराया गया है; तेरे द्वारा मैं जाति-जाति को तितर-बितर करूँगा; और तेरे ही द्वारा राज्य-राज्य को नाश करूँगा।
ונפצתי בך סוס ורכבו ונפצתי בך רכב ורכבו | 21 |
२१तेरे ही द्वारा मैं सवार समेत घोड़ों को टुकड़े-टुकड़े करूँगा;
ונפצתי בך איש ואשה ונפצתי בך זקן ונער ונפצתי בך בחור ובתולה | 22 |
२२तेरे ही द्वारा रथी समेत रथ को भी टुकड़े-टुकड़े करूँगा; तेरे ही द्वारा मैं स्त्री पुरुष दोनों को टुकड़े-टुकड़े करूँगा; तेरे ही द्वारा मैं बूढ़े और लड़के दोनों को टुकड़े-टुकड़े करूँगा, और जवान पुरुष और जवान स्त्री दोनों को मैं तेरे ही द्वारा टुकड़े-टुकड़े करूँगा;
ונפצתי בך רעה ועדרו ונפצתי בך אכר וצמדו ונפצתי בך פחות וסגנים | 23 |
२३तेरे ही द्वारा मैं भेड़-बकरियों समेत चरवाहे को टुकड़े-टुकड़े करूँगा; तेरे ही द्वारा मैं किसान और उसके जोड़े बैलों को भी टुकड़े-टुकड़े करूँगा; अधिपतियों और हाकिमों को भी मैं तेरे ही द्वारा टुकड़े-टुकड़े करूँगा।
ושלמתי לבבל ולכל יושבי כשדים את כל רעתם אשר עשו בציון--לעיניכם נאם יהוה | 24 |
२४“मैं बाबेल को और सारे कसदियों को भी उन सब बुराइयों का बदला दूँगा, जो उन्होंने तुम लोगों के सामने सिय्योन में की है; यहोवा की यही वाणी है।
הנני אליך הר המשחית נאם יהוה המשחית את כל הארץ ונטיתי את ידי עליך וגלגלתיך מן הסלעים ונתתיך להר שרפה | 25 |
२५“हे नाश करनेवाले पहाड़ जिसके द्वारा सारी पृथ्वी नाश हुई है, यहोवा की यह वाणी है कि मैं तेरे विरुद्ध हूँ और हाथ बढ़ाकर तुझे ढाँगों पर से लुढ़का दूँगा और जला हुआ पहाड़ बनाऊँगा।
ולא יקחו ממך אבן לפנה ואבן למוסדות כי שממות עולם תהיה נאם יהוה | 26 |
२६लोग तुझ से न तो घर के कोने के लिये पत्थर लेंगे, और न नींव के लिये, क्योंकि तू सदा उजाड़ रहेगा, यहोवा की यही वाणी है।
שאו נס בארץ תקעו שופר בגוים קדשו עליה גוים--השמיעו עליה ממלכות אררט מני ואשכנז פקדו עליה טפסר העלו סוס כילק סמר | 27 |
२७“देश में झण्डा खड़ा करो, जाति-जाति में नरसिंगा फूँको; उसके विरुद्ध जाति-जाति को तैयार करो; अरारात, मिन्नी और अश्कनज नामक राज्यों को उसके विरुद्ध बुलाओ, उसके विरुद्ध सेनापति भी ठहराओ; घोड़ों को शिखरवाली टिड्डियों के समान अनगिनत चढ़ा ले आओ।
קדשו עליה גוים את מלכי מדי את פחותיה ואת כל סגניה ואת כל ארץ ממשלתו | 28 |
२८उसके विरुद्ध जातियों को तैयार करो; मादी राजाओं को उनके अधिपतियों सब हाकिमों सहित और उस राज्य के सारे देश को तैयार करो।
ותרעש הארץ ותחל כי קמה על בבל מחשבות יהוה לשום את ארץ בבל לשמה מאין יושב | 29 |
२९यहोवा ने विचारा है कि वह बाबेल के देश को ऐसा उजाड़ करे कि उसमें कोई भी न रहे; इसलिए पृथ्वी काँपती है और दुःखित होती है
חדלו גבורי בבל להלחם ישבו במצדות--נשתה גבורתם היו לנשים הציתו משכנתיה נשברו בריחיה | 30 |
३०बाबेल के शूरवीर गढ़ों में रहकर लड़ने से इन्कार करते हैं, उनकी वीरता जाती रही है; और यह देखकर कि उनके वासस्थानों में आग लग गई वे स्त्री बन गए हैं; उसके फाटकों के बेंड़े तोड़े गए हैं।
רץ לקראת רץ ירוץ ומגיד לקראת מגיד--להגיד למלך בבל כי נלכדה עירו מקצה | 31 |
३१एक हरकारा दूसरे हरकारे से और एक समाचार देनेवाला दूसरे समाचार देनेवाले से मिलने और बाबेल के राजा को यह समाचार देने के लिये दौड़ेगा कि तेरा नगर चारों ओर से ले लिया गया है;
והמעברות נתפשו ואת האגמים שרפו באש ואנשי המלחמה נבהלו | 32 |
३२और घाट शत्रुओं के वश में हो गए हैं, ताल भी सुखाए गए, और योद्धा घबरा उठे हैं।
כי כה אמר יהוה צבאות אלהי ישראל בת בבל כגרן עת הדריכה עוד מעט ובאה עת הקציר לה | 33 |
३३क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर, सेनाओं का यहोवा यह कहता है: बाबेल की बेटी दाँवते समय के खलिहान के समान है, थोड़े ही दिनों में उसकी कटनी का समय आएगा।”
אכלנו (אכלני) הממנו (הממני) נבוכדראצר מלך בבל הציגנו (הציגני) כלי ריק בלענו (בלעני) כתנין מלא כרשו מעדני הדיחנו (הדיחני) | 34 |
३४“बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने मुझ को खा लिया, मुझ को पीस डाला; उसने मुझे खाली बर्तन के समान कर दिया, उसने मगरमच्छ के समान मुझ को निगल लिया है; और मुझ को स्वादिष्ट भोजन जानकर अपना पेट मुझसे भर लिया है, उसने मुझ को जबरन निकाल दिया है।”
חמסי ושארי על בבל תאמר ישבת ציון ודמי אל ישבי כשדים תאמר ירושלם | 35 |
३५सिय्योन की रहनेवाली कहेगी, “जो उपद्रव मुझ पर और मेरे शरीर पर हुआ है, वह बाबेल पर पलट जाए।” और यरूशलेम कहेगी, “मुझ में की हुई हत्याओं का दोष कसदियों के देश के रहनेवालों पर लगे।”
לכן כה אמר יהוה הנני רב את ריבך ונקמתי את נקמתך והחרבתי את ימה והבשתי את מקורה | 36 |
३६इसलिए यहोवा कहता है, “मैं तेरा मुकद्दमा लड़ूँगा और तेरा बदला लूँगा। मैं उसके ताल को और उसके सोतों को सूखा दूँगा;
והיתה בבל לגלים מעון תנים שמה ושרקה מאין יושב | 37 |
३७और बाबेल खण्डहर, और गीदड़ों का वासस्थान होगा; और लोग उसे देखकर चकित होंगे और ताली बजाएँगे, और उसमें कोई न रहेगा।
יחדו ככפרים ישאגו נערו כגורי אריות | 38 |
३८“लोग एक संग ऐसे गरजेंगे और गुर्राएँगे, जैसे युवा सिंह व सिंह के बच्चे आहेर पर करते हैं।
בחמם אשית את משתיהם והשכרתים למען יעלזו וישנו שנת עולם ולא יקיצו--נאם יהוה | 39 |
३९परन्तु जब जब वे उत्तेजित हों, तब मैं भोज तैयार करके उन्हें ऐसा मतवाला करूँगा, कि वे हुलसकर सदा की नींद में पड़ेंगे और कभी न जागेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
אורידם ככרים לטבוח--כאילים עם עתודים | 40 |
४०मैं उनको, भेड़ों के बच्चों, और मेढ़ों और बकरों के समान घात करा दूँगा।
איך נלכדה ששך ותתפש תהלת כל הארץ איך היתה לשמה בבל בגוים | 41 |
४१“शेशक, जिसकी प्रशंसा सारे पृथ्वी पर होती थी कैसे ले लिया गया? वह कैसे पकड़ा गया? बाबेल जातियों के बीच कैसे सुनसान हो गया है?
עלה על בבל הים בהמון גליו נכסתה | 42 |
४२बाबेल के ऊपर समुद्र चढ़ आया है, वह उसकी बहुत सी लहरों में डूब गया है।
היו עריה לשמה ארץ ציה וערבה ארץ לא ישב בהן כל איש ולא יעבר בהן בן אדם | 43 |
४३उसके नगर उजड़ गए, उसका देश निर्जन और निर्जल हो गया है, उसमें कोई मनुष्य नहीं रहता, और उससे होकर कोई आदमी नहीं चलता।
ופקדתי על בל בבבל והצאתי את בלעו מפיו ולא ינהרו אליו עוד גוים גם חומת בבל נפלה | 44 |
४४मैं बाबेल में बेल को दण्ड दूँगा, और उसने जो कुछ निगल लिया है, वह उसके मुँह से उगलवाऊँगा। जातियों के लोग फिर उसकी ओर ताँता बाँधे हुए न चलेंगे; बाबेल की शहरपनाह गिराई जाएगी।
צאו מתוכה עמי ומלטו איש את נפשו--מחרון אף יהוה | 45 |
४५हे मेरी प्रजा, उसमें से निकल आओ! अपने-अपने प्राण को यहोवा के भड़के हुए कोप से बचाओ!
ופן ירך לבבכם ותיראו בשמועה הנשמעת בארץ ובא בשנה השמועה ואחריו בשנה השמועה וחמס בארץ ומשל על משל | 46 |
४६जब उड़ती हुई बात उस देश में सुनी जाए, तब तुम्हारा मन न घबराए; और जो उड़ती हुई चर्चा पृथ्वी पर सुनी जाएगी तुम उससे न डरना: उसके एक वर्ष बाद एक और बात उड़ती हुई आएगी, तब उसके बाद दूसरे वर्ष में एक और बात उड़ती हुई आएगी, और उस देश में उपद्रव होगा, और एक हाकिम दूसरे के विरुद्ध होगा।
לכן הנה ימים באים ופקדתי על פסילי בבל וכל ארצה תבוש וכל חלליה יפלו בתוכה | 47 |
४७“इसलिए देख, वे दिन आते हैं जब मैं बाबेल की खुदी हुई मूरतों पर दण्ड की आज्ञा करूँगा; उस सारे देश के लोगों का मुँह काला हो जाएगा, और उसके सब मारे हुए लोग उसी में पड़े रहेंगे।
ורננו על בבל שמים וארץ וכל אשר בהם כי מצפון יבוא לה השודדים נאם יהוה | 48 |
४८तब स्वर्ग और पृथ्वी के सारे निवासी बाबेल पर जयजयकार करेंगे; क्योंकि उत्तर दिशा से नाश करनेवाले उस पर चढ़ाई करेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
גם בבל לנפל חללי ישראל גם לבבל נפלו חללי כל הארץ | 49 |
४९जैसे बाबेल ने इस्राएल के लोगों को मारा, वैसे ही सारे देश के लोग उसी में मार डाले जाएँगे।
פלטים מחרב הלכו אל תעמדו זכרו מרחוק את יהוה וירושלם תעלה על לבבכם | 50 |
५०“हे तलवार से बचे हुओं, भागो, खड़े मत रहो! यहोवा को दूर से स्मरण करो, और यरूशलेम की भी सुधि लो:
בשנו כי שמענו חרפה כסתה כלמה פנינו כי באו זרים על מקדשי בית יהוה | 51 |
५१‘हम व्याकुल हैं, क्योंकि हमने अपनी नामधराई सुनी है; यहोवा के पवित्र भवन में विधर्मी घुस आए हैं, इस कारण हम लज्जित हैं।’
לכן הנה ימים באים נאם יהוה ופקדתי על פסיליה ובכל ארצה יאנק חלל | 52 |
५२“इसलिए देखो, यहोवा की यह वाणी है, ऐसे दिन आनेवाले हैं कि मैं उसकी खुदी हुई मूरतों पर दण्ड भेजूँगा, और उसके सारे देश में लोग घायल होकर कराहते रहेंगे।
כי תעלה בבל השמים וכי תבצר מרום עזה מאתי יבאו שדדים לה--נאם יהוה | 53 |
५३चाहे बाबेल ऐसा ऊँचा बन जाए कि आकाश से बातें करे और उसके ऊँचे गढ़ और भी दृढ़ किए जाएँ, तो भी मैं उसे नाश करने के लिये, लोगों को भेजूँगा, यहोवा की यह वाणी है।
קול זעקה מבבל ושבר גדול מארץ כשדים | 54 |
५४“बाबेल से चिल्लाहट का शब्द सुनाई पड़ता है! कसदियों के देश से सत्यानाश का बड़ा कोलाहल सुनाई देता है।
כי שדד יהוה את בבל ואבד ממנה קול גדול והמו גליהם כמים רבים נתן שאון קולם | 55 |
५५क्योंकि यहोवा बाबेल को नाश कर रहा है और उसके बड़े कोलाहल को बन्द कर रहा है। इससे उनका कोलाहल महासागर का सा सुनाई देता है।
כי בא עליה על בבל שודד ונלכדו גבוריה חתתה קשתותם כי אל גמלות יהוה שלם ישלם | 56 |
५६बाबेल पर भी नाश करनेवाले चढ़ आए हैं, और उसके शूरवीर पकड़े गए हैं और उनके धनुष तोड़ डाले गए; क्योंकि यहोवा बदला देनेवाला परमेश्वर है, वह अवश्य ही बदला लेगा।
והשכרתי שריה וחכמיה פחותיה וסגניה וגבוריה וישנו שנת עולם ולא יקיצו נאם המלך--יהוה צבאות שמו | 57 |
५७मैं उसके हाकिमों, पंडितों, अधिपतियों, रईसों, और शूरवीरों को ऐसा मतवाला करूँगा कि वे सदा की नींद में पड़ेंगे और फिर न जागेंगे, सेनाओं के यहोवा, जिसका नाम राजाधिराज है, उसकी यही वाणी है।
כה אמר יהוה צבאות חמות בבל הרחבה ערער תתערער ושעריה הגבהים באש יצתו ויגעו עמים בדי ריק ולאמים בדי אש ויעפו | 58 |
५८“सेनाओं का यहोवा यह भी कहता है, बाबेल की चौड़ी शहरपनाह नींव से ढाई जाएगी, और उसके ऊँचे फाटक आग लगाकर जलाए जाएँगे। और उसमें राज्य-राज्य के लोगों का परिश्रम व्यर्थ ठहरेगा, और जातियों का परिश्रम आग का कौर हो जाएगा और वे थक जाएँगे।”
הדבר אשר צוה ירמיהו הנביא את שריה בן נריה בן מחסיה בלכתו את צדקיהו מלך יהודה בבל בשנת הרבעית למלכו ושריה שר מנוחה | 59 |
५९यहूदा के राजा सिदकिय्याह के राज्य के चौथे वर्ष में जब उसके साथ सरायाह भी बाबेल को गया था, जो नेरिय्याह का पुत्र और महसेयाह का पोता और राजभवन का अधिकारी भी था,
ויכתב ירמיהו את כל הרעה אשר תבוא אל בבל--אל ספר אחד את כל הדברים האלה הכתבים אל בבל | 60 |
६०तब यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता ने उसको ये बातें बताई अर्थात् वे सब बातें जो बाबेल पर पड़नेवाली विपत्ति के विषय लिखी हुई हैं, उन्हें यिर्मयाह ने पुस्तक में लिख दिया।
ויאמר ירמיהו אל שריה כבאך בבל--וראית וקראת את כל הדברים האלה | 61 |
६१यिर्मयाह ने सरायाह से कहा, “जब तू बाबेल में पहुँचे, तब अवश्य ही ये सब वचन पढ़ना,
ואמרת יהוה אתה דברת אל המקום הזה להכריתו לבלתי היות בו יושב למאדם ועד בהמה כי שממות עולם תהיה | 62 |
६२और यह कहना, ‘हे यहोवा तूने तो इस स्थान के विषय में यह कहा है कि मैं इसे ऐसा मिटा दूँगा कि इसमें क्या मनुष्य, क्या पशु, कोई भी न रहेगा, वरन् यह सदा उजाड़ पड़ा रहेगा।’
והיה ככלתך לקרא את הספר הזה תקשר עליו אבן והשלכתו אל תוך פרת | 63 |
६३और जब तू इस पुस्तक को पढ़ चुके, तब इसे एक पत्थर के संग बाँधकर फरात महानद के बीच में फेंक देना,
ואמרת ככה תשקע בבל ולא תקום מפני הרעה אשר אנכי מביא עליה--ויעפו עד הנה דברי ירמיהו | 64 |
६४और यह कहना, ‘इस प्रकार बाबेल डूब जाएगा और मैं उस पर ऐसी विपत्ति डालूँगा कि वह फिर कभी न उठेगा और वे थके रहेंगे।’” यहाँ तक यिर्मयाह के वचन हैं।