< שמות 35 >
ויקהל משה את כל עדת בני ישראל--ויאמר אלהם אלה הדברים אשר צוה יהוה לעשת אתם | 1 |
और मूसा ने बनी — इस्राईल की सारी जमा'अत को जमा' करके कहा, जिन बातों पर 'अमल करने का हुक्म ख़ुदावन्द ने तुम को दिया है वह यह हैं।
ששת ימים תעשה מלאכה וביום השביעי יהיה לכם קדש שבת שבתון ליהוה כל העשה בו מלאכה יומת | 2 |
छ: दिन काम लिए रोज़ — ए — मुक़द्दस या'नी ख़ुदावन्द के आराम का सबत हो; जो कोई उसमें कुछ काम करे वह मार डाला जाए।
לא תבערו אש בכל משבתיכם ביום השבת | 3 |
तुम सबत के दिन अपने घरों में कहीं भी आग न जलाना।”
ויאמר משה אל כל עדת בני ישראל לאמר זה הדבר אשר צוה יהוה לאמר | 4 |
और मूसा ने बनी — इस्राईल की सारी जमा'अत से कहा, जिस बात का हुक्म ख़ुदावन्द ने दिया है वह यह है, कि
קחו מאתכם תרומה ליהוה כל נדיב לבו יביאה את תרומת יהוה זהב וכסף ונחשת | 5 |
तुम अपने पास से ख़ुदावन्द के लिए हदिया लाया करो। जिस किसी के दिल की खु़शी हो वह ख़ुदावन्द का हदिया लाये सोना और चाँदी और पीतल,
ותכלת וארגמן ותולעת שני ושש ועזים | 6 |
और आसमानी रंग और अर्ग़वानी रंगऔर सुर्ख़ रंग के कपड़े, और महीन कतान, और बकरियों की पश्म,
וערת אילם מאדמים וערת תחשים ועצי שטים | 7 |
और मेंढों की सुर्ख़ रंगी हुई खालें और तुख़्स की खालें और कीकर की लकड़ी,
ושמן למאור ובשמים לשמן המשחה ולקטרת הסמים | 8 |
और जलाने का तेल, और मसह करने के तेल के लिए और ख़ुशबूदार ख़ुशबू के लिए मसाल्हे,
ואבני שהם--ואבני מלאים לאפוד ולחשן | 9 |
और अफ़ोद और सीनाबन्द के लिए सुलेमानी पत्थर और और जड़ाऊ पत्थर।
וכל חכם לב בכם יבאו ויעשו את כל אשר צוה יהוה | 10 |
“और तुम्हारे बीच जो रौशन ज़मीर हैं, वह आकर वह चीजें बनाएँ जिनका हुक्म ख़ुदावन्द ने दिया है।
את המשכן--את אהלו ואת מכסהו את קרסיו ואת קרשיו את בריחו את עמדיו ואת אדניו | 11 |
या'नी घर और उसका ख़ेमा और ग़िलाफ़ और उसकी घुन्डियाँ और तख़्तें और बेंडे और उसके सुतून, और ख़ाने,
את הארן ואת בדיו את הכפרת ואת פרכת המסך | 12 |
सन्दूक और उसकी चोबें, सरपोश और बीच का पर्दा,
את השלחן ואת בדיו ואת כל כליו ואת לחם הפנים | 13 |
मेज़ और उसकी चोबें और उसके सब बर्तन, और नज़्र की रोटियाँ,
ואת מנרת המאור ואת כליה ואת נרתיה ואת שמן המאור | 14 |
और रोशनी के लिए शमा 'दान और उसके बर्तन और चराग़ और जलाने का तेल;
ואת מזבח הקטרת ואת בדיו ואת שמן המשחה ואת קטרת הסמים ואת מסך הפתח לפתח המשכן | 15 |
और ख़ुशबू जलाने की क़ुर्बान गाह और उसकी चोबें और मसह करने का तेल, और ख़ुशबूदार ख़ुशबू; और घर के दरवाज़े के लिए दरवाज़े का पर्दा,
את מזבח העלה ואת מכבר הנחשת אשר לו את בדיו ואת כל כליו את הכיר ואת כנו | 16 |
और सोख़्तनी क़ुर्बानी का मज़बह, और उसके लिए पीतल की झंजरी और उसकी चोबें और उसके सब बर्तन, और हौज़ और उसकी कुर्सी;
את קלעי החצר את עמדיו ואת אדניה ואת מסך שער החצר | 17 |
और सहन के पर्दे सुतूनों के साथ और उनके ख़ाने, और सहन के दरवाज़े का पर्दा,
את יתדת המשכן ואת יתדת החצר ואת מיתריהם | 18 |
और घर की मेंख़े, और सहन की मेखें, और उन दोनों की रस्सियाँ,
את בגדי השרד לשרת בקדש את בגדי הקדש לאהרן הכהן ואת בגדי בניו לכהן | 19 |
और मकदिस की खिदमत के लिए बेल बूटे कढ़े हुए लिबास, और हारून काहिन के लिए पाक लिबास और उसके बेटों के लिबास, ताकि वह काहिन की ख़िदमत को अन्जाम दें।”
ויצאו כל עדת בני ישראל מלפני משה | 20 |
तब बनी — इस्राईल की सारी जमा'अत मूसा के पास से रुख़्सत हुई।
ויבאו כל איש אשר נשאו לבו וכל אשר נדבה רוחו אתו הביאו את תרומת יהוה למלאכת אהל מועד ולכל עבדתו ולבגדי הקדש | 21 |
और जिस जिस का जी चाहा और जिस — जिस के दिल में रग़बत। हुई, वह ख़ेमा-ए-इजितमा'अ के काम और वहाँ की इबादत और पाक लिबास के लिए ख़ुदावन्द का हदिया लाया।
ויבאו האנשים על הנשים כל נדיב לב הביאו חח ונזם וטבעת וכומז כל כלי זהב וכל איש אשר הניף תנופת זהב ליהוה | 22 |
और क्या मर्द, क्या 'औरत, जितनों का दिल चाहा वह सब जुगनू बालियाँ, अँगूठियाँ और बाजूबन्द, जो सब सोने के ज़ेवर थे लाने लगे। इस तरीके से लोगों ने ख़ुदावन्द को सोने का हदिया दिया।
וכל איש אשר נמצא אתו תכלת וארגמן ותולעת שני--ושש ועזים וערת אילם מאדמים וערת תחשים הביאו | 23 |
और जिस — जिस के पास आसमानी रंग और अर्ग़वानी रंग और सुर्ख़ रंग के कपड़े, और महीन कतान और बकरियों की पश्म और मेंढों की सुर्ख रंगी हुई खाले और तुख़स की खालें थीं, वह उनको ले आए।
כל מרים תרומת כסף ונחשת הביאו את תרומת יהוה וכל אשר נמצא אתו עצי שטים לכל מלאכת העבדה--הביאו | 24 |
जिसने चाँदी या पीतल का हदिया देना चाहा वह वैसा ही हदिया ख़ुदावन्द के लिए लाया, और जिस किसी के पास कीकर की लकड़ी थी वह उसी को ले आया।
וכל אשה חכמת לב בידיה טוו ויביאו מטוה את התכלת ואת הארגמן את תולעת השני ואת השש | 25 |
और जितनी 'औरतें होशियार थीं उन्होंने अपने हाथों से कात — कात कर आसमानी और अर्ग़वानी और सुर्ख़ रंग के और महीन कतान के तार लाकर दिए।
וכל הנשים--אשר נשא לבן אתנה בחכמה טוו את העזים | 26 |
और जितनी 'औरतों के दिल हिकमत की तरफ़ मायल थे उन्होंने बकरियों की पश्म काती।
והנשאם הביאו--את אבני השהם ואת אבני המלאים לאפוד ולחשן | 27 |
और जो सरदार थे वह अफ़ोद और सीना बन्द के लिए सुलेमानी पत्थर और जड़ाऊ पत्थर,
ואת הבשם ואת השמן למאור--ולשמן המשחה ולקטרת הסמים | 28 |
और रोशनी और मसह करने के तेल, और ख़ुशबूदार ख़ुशबू के लिए मसाल्हे और तेल लाए।
כל איש ואשה אשר נדב לבם אתם להביא לכל המלאכה אשר צוה יהוה לעשות ביד משה--הביאו בני ישראל נדבה ליהוה | 29 |
यूँ बनी — इस्राईल अपनी ही ख़ुशी से ख़ुदावन्द के लिए हदिये लाए, या'नी जिस — जिस मर्द या 'औरत का जी चाहा कि इन कामों के लिए जिनके बनने का हुक्म ख़ुदावन्द ने मूसा के ज़रिए' दिया था, कुछ दे वह उन्होंने दिया
ויאמר משה אל בני ישראל ראו קרא יהוה בשם בצלאל בן אורי בן חור למטה יהודה | 30 |
और मूसा ने बनी — इस्राईल से कहा, देखो, ख़ुदावन्द ने बज़लीएल बिन ऊरी बिन हूर को जो यहूदाह के क़बीले में से है नाम लेकर बुलाया है।
וימלא אתו רוח אלהים בחכמה בתבונה ובדעת ובכל מלאכה | 31 |
और उसने उसे हिकमत और समझ और अक़्ल और हर तरह की कारीगरी के लिए रूह उल्लाह से मा'मूर किया है।
ולחשב מחשבת--לעשת בזהב ובכסף ובנחשת | 32 |
और कारीगरी में और सोना, चाँदी और पीतल के काम में,
ובחרשת אבן למלאת ובחרשת עץ לעשות בכל מלאכת מחשבת | 33 |
और जड़ाऊ पत्थर और लकड़ी के तराशने में गरज़ हर एक नादिर काम के बनाने में माहिर किया है।
ולהורת נתן בלבו הוא ואהליאב בן אחיסמך למטה דן | 34 |
और उसने उसे और अख़ीसमक के बेटे अहलियाब को भी जो दान के क़बीले का है, हुनर सिखाने की क़ाबिलियत बख़्शी है।
מלא אתם חכמת לב לעשות כל מלאכת חרש וחשב ורקם בתכלת ובארגמן בתולעת השני ובשש וארג עשי כל מלאכה וחשבי מחשבת | 35 |
और उनके दिलों में ऐसी हिकमत भर दी है जिससे वह हर तरह की कारीगरी में माहिर हों, और कन्दाकार का और माहिर उस्ताद का और ज़रदोज़ का जो आसमानी, अर्ग़वानी और सु़र्ख रंग के कपड़ों और महीन कतान पर गुलकारी करता है, और जूलाहे का और हर तरह के दस्तकार का काम कर सके और 'अजीब और नादिर चीजें ईजाद करें।