< עמוס 9 >
ראיתי את אדני נצב על המזבח ויאמר הך הכפתור וירעשו הספים ובצעם בראש כלם ואחריתם בחרב אהרג לא ינוס להם נס ולא ימלט להם פליט | 1 |
१मैंने प्रभु को वेदी के ऊपर खड़ा देखा, और उसने कहा, “खम्भे की कँगनियों पर मार जिससे डेवढ़ियाँ हिलें, और उनको सब लोगों के सिर पर गिराकर टुकड़े-टुकड़े कर; और जो नाश होने से बचें, उन्हें मैं तलवार से घात करूँगा; उनमें से एक भी न भाग निकलेगा, और जो अपने को बचाए, वह बचने न पाएगा।
אם יחתרו בשאול משם ידי תקחם ואם יעלו השמים--משם אורידם (Sheol ) | 2 |
२“क्योंकि चाहे वे खोदकर अधोलोक में उतर जाएँ, तो वहाँ से मैं हाथ बढ़ाकर उन्हें लाऊँगा; चाहे वे आकाश पर चढ़ जाएँ, तो वहाँ से मैं उन्हें उतार लाऊँगा। (Sheol )
ואם יחבאו בראש הכרמל משם אחפש ולקחתים ואם יסתרו מנגד עיני בקרקע הים--משם אצוה את הנחש ונשכם | 3 |
३चाहे वे कर्मेल में छिप जाएँ, परन्तु वहाँ भी मैं उन्हें ढूँढ़ ढूँढ़कर पकड़ लूँगा, और चाहे वे समुद्र की थाह में मेरी दृष्टि से ओट हों, वहाँ भी मैं सर्प को उन्हें डसने की आज्ञा दूँगा।
ואם ילכו בשבי לפני איביהם משם אצוה את החרב והרגתם ושמתי עיני עליהם לרעה ולא לטובה | 4 |
४चाहे शत्रु उन्हें हाँककर बँधुआई में ले जाएँ, वहाँ भी मैं आज्ञा देकर तलवार से उन्हें घात कराऊँगा; और मैं उन पर भलाई करने के लिये नहीं, बुराई ही करने के लिये दृष्टि करूँगा।”
ואדני יהוה הצבאות הנוגע בארץ ותמוג ואבלו כל יושבי בה ועלתה כיאר כלה ושקעה כיאר מצרים | 5 |
५सेनाओं के परमेश्वर यहोवा के स्पर्श करने से पृथ्वी पिघलती है, और उसके सारे रहनेवाले विलाप करते हैं; और वह सब की सब मिस्र की नदी के समान हो जाती हैं, जो बढ़ती है फिर लहरें मारती, और घट जाती है।
הבונה בשמים מעלותו ואגדתו על ארץ יסדה הקרא למי הים וישפכם על פני הארץ--יהוה שמו | 6 |
६जो आकाश में अपनी कोठरियाँ बनाता, और अपने आकाशमण्डल की नींव पृथ्वी पर डालता, और समुद्र का जल धरती पर बहा देता है, उसी का नाम यहोवा है।
הלוא כבני כשיים אתם לי בני ישראל נאם יהוה הלוא את ישראל העליתי מארץ מצרים ופלשתיים מכפתור וארם מקיר | 7 |
७“हे इस्राएलियों,” यहोवा की यह वाणी है, “क्या तुम मेरे लिए कूशियों के समान नहीं हो? क्या मैं इस्राएल को मिस्र देश से और पलिश्तियों को कप्तोर से नहीं निकाल लाया? और अरामियों को कीर से नहीं निकाल लाया?
הנה עיני אדני יהוה בממלכה החטאה והשמדתי אתה מעל פני האדמה אפס כי לא השמיד אשמיד את בית יעקב--נאם יהוה | 8 |
८देखो, परमेश्वर यहोवा की दृष्टि इस पापमय राज्य पर लगी है, और मैं इसको धरती पर से नष्ट करूँगा; तो भी मैं पूरी रीति से याकूब के घराने को नाश न करूँगा,” यहोवा की यही वाणी है।
כי הנה אנכי מצוה והנעותי בכל הגוים את בית ישראל כאשר ינוע בכברה ולא יפול צרור ארץ | 9 |
९“मेरी आज्ञा से इस्राएल का घराना सब जातियों में ऐसा चाला जाएगा जैसा अन्न चलनी में चाला जाता है, परन्तु उसका एक भी पुष्ट दाना भूमि पर न गिरेगा।
בחרב ימותו כל חטאי עמי האמרים לא תגיש ותקדים בעדינו--הרעה | 10 |
१०मेरी प्रजा में के सब पापी जो कहते हैं, ‘वह विपत्ति हम पर न पड़ेगी, और न हमें घेरेगी,’ वे सब तलवार से मारे जाएँगे।
ביום ההוא אקים את סכת דויד הנפלת וגדרתי את פרציהן והרסתיו אקים ובניתיה כימי עולם | 11 |
११“उस समय मैं दाऊद की गिरी हुई झोपड़ी को खड़ा करूँगा, और उसके बाड़े के नाकों को सुधारूँगा, और उसके खण्डहरों को फिर बनाऊँगा, और जैसा वह प्राचीनकाल से था, उसको वैसा ही बना दूँगा;
למען יירשו את שארית אדום וכל הגוים אשר נקרא שמי עליהם נאם יהוה עשה זאת | 12 |
१२जिससे वे बचे हुए एदोमियों को वरन् सब जातियों को जो मेरी कहलाती हैं, अपने अधिकार में लें,” यहोवा जो यह काम पूरा करता है, उसकी यही वाणी है।
הנה ימים באים נאם יהוה ונגש חורש בקצר ודרך ענבים במשך הזרע והטיפו ההרים עסיס וכל הגבעות תתמוגגנה | 13 |
१३यहोवा की यह भी वाणी है, “देखो, ऐसे दिन आते हैं, कि हल जोतनेवाला लवनेवाले को और दाख रौंदनेवाला बीज बोनेवाले को जा लेगा; और पहाड़ों से नया दाखमधु टपकने लगेगा, और सब पहाड़ियों से बह निकलेगा।
ושבתי את שבות עמי ישראל ובנו ערים נשמות וישבו ונטעו כרמים ושתו את יינם ועשו גנות ואכלו את פריהם | 14 |
१४मैं अपनी प्रजा इस्राएल के बन्दियों को लौटा ले आऊँगा, और वे उजड़े हुए नगरों को सुधारकर उनमें बसेंगे; वे दाख की बारियाँ लगाकर दाखमधु पीएँगे, और बगीचे लगाकर उनके फल खाएँगे।
ונטעתים על אדמתם ולא ינתשו עוד מעל אדמתם אשר נתתי להם--אמר יהוה אלהיך | 15 |
१५मैं उन्हें, उन्हीं की भूमि में बोऊँगा, और वे अपनी भूमि में से जो मैंने उन्हें दी है, फिर कभी उखाड़े न जाएँगे,” तुम्हारे परमेश्वर यहोवा का यही वचन है।