< यूहन्ना 8 >
1 यीशु अपणे चेल्यां कै गैल जैतून कै पहाड़ पै गया।
(Ἰησοῦς δὲ ἐπορεύθη εἰς τὸ ὄρος τῶν ἐλαιῶν. *KO*)
2 तड़कैए आगले दिन यीशु फेर मन्दर म्ह आया। भोत सारे माणस उसकै धोरै आए अर वो बैठकै उननै उपदेश देण लाग्या।
(ὄρθρου δὲ πάλιν παρεγένετο εἰς τὸ ἱερὸν, καὶ πᾶς ὁ λαὸς ἤρχετο πρὸς αὐτόν, καὶ καθίσας ἐδίδασκεν αὐτούς. *KO*)
3 जिब वो बोलण लागरया था, तो जिब्बे शास्त्री अर फरीसी एक बिरबान्नी नै ल्याए, जो जारी करते होए रंगे हाथ पकड़ी गयी थी, अर उस ताहीं माणसां के स्याम्ही खड्या कर दिया, अर यीशु ताहीं कह्या,
(ἄγουσιν δὲ οἱ γραμματεῖς καὶ οἱ Φαρισαῖοι *KO*) (πρὸς αὐτὸν *K*) (γυναῖκα *KO*) (ἐν *K(o)*) (μοιχείᾳ *KO*) (κατειλημμένην *K(o)*) (καὶ στήσαντες αὐτὴν ἐν μέσῳ *KO*)
4 “हे गुरु, या बिरबान्नी जारी कर दी रंगे हाथ पकड़ी गयी सै।
(λέγουσιν αὐτῷ, *KO*) (πειράζοντες *O*) (διδάσκαλε, αὕτη ἡ γυνὴ *KO*) (κατείληφθη *K(o)*) (ἐπ᾽ *ko*) (αὐτοφώρῳ μοιχευομένη· *KO*)
5 मूसा नबी के नियम-कायदा म्ह उसनै म्हारै ताहीं हुकम दिया सै, के इसी बिरबान्नी नै पत्थर बरसा कै मार द्यो। पर तू इस बिरबान्नी कै बारै म्ह के कहवै सै?”
(ἐν δὲ τῷ νόμῳ ἡμῖν Μωϋσῆς ἐνετείλατο τὰς τοιαύτας *KO*) (λιθοβολεῖσθαι· *K(o)*) (σὺ οὖν τί λέγεις; *KO*)
6 उननै यीशु ताहीं परखण खात्तर या बात कही, ताके उस म्ह खोट लिकाड़ण का कोए सुराग मिलै जावै। पर यीशु कोड्डा होकै आन्गळी तै धरती पै लिखण लाग्या।
(τοῦτο δὲ ἔλεγον πειράζοντες αὐτόν, ἵνα ἔχωσιν κατηγορεῖν αὐτοῦ. ὁ δὲ Ἰησοῦς κάτω κύψας τῷ δακτύλῳ *KO*) (ἔγραφεν *K(o)*) (εἰς τὴν γῆν. *KO*) (μὴ προσποιούμενος *K*)
7 जिब वे बार-बार उसतै सवाल करते रहे, तो फेर उसनै सीध्धा होकै उन ताहीं कह्या, “थारे म्ह जिसनै भी कोए पाप न्ही करया हो, वोए उसकै सबतै पैहला पत्थर मारै।”
(ὡς δὲ ἐπέμενον ἐρωτῶντες αὐτόν, *KO*) (ἀνακύψας *K(o)*) (καὶ *o*) (εἶπεν *KO*) (πρὸς *K*) (αὐτούς, *K(o)*) (ὁ ἀναμάρτητος ὑμῶν, *KO*) (πρῶτος *K(o)*) (ἐπ᾽ αὐτὴν *KO*) (τὸν *K*) (βαλέτω λίθον· *KO*)
8 फेर यीशु कोड्डा होकै आन्गळी तै धरती पै लिक्खण लाग्या।
(καὶ πάλιν κατακύψας κατακύψας ἔγραφεν εἰς τὴν γῆν. *KO*)
9 जिब माणसां नै यो सुण्या तो सबतै पैहले बूढ़े माणस अर फेर एक-एक करकै ओड़ै तै खिसकण लाग्गे, क्यूँके वे सब जाणै थे, के हम सब पापी सां, अर सिर्फ यीशु अर वा बिरबान्नी ओड़ै रहगे।
(οἱ δὲ ἀκούσαντες *KO*) (καὶ ὑπὸ τῆς συνειδήσεως ἐλεγχόμενοι *K*) (ἐξήρχοντο εἷς καθ εἷς ἀρξάμενοι ἀπὸ τῶν πρεσβυτέρων *KO*) (ἕως τῶν ἐσχάτων, *K*) (καὶ κατελείφθη μόνος, *KO*) (ὁ Ἰησοῦς *K*) (καὶ ἡ γυνὴ ἐν μέσῳ *KO*) (ἑστῶσα. *K(o)*)
10 यीशु खड्या होया अर उस बिरबान्नी ताहीं कह्या, “हे नारी, वे कित्त गए? के किस्से नै तेरे ताहीं दण्ड न्ही दिया?”
(ἀνακύψας δὲ ὁ Ἰησοῦς *KO*) (καὶ μηδένα θεασάμενος πλὴν τὴς γυναικός *K*) (εἶπεν αὐτῇ· *KO*) (ἡ *K*) (γυνή, *K(o)*) (ποῦ εἰσιν *KO*) (ἐκεῖνοι οἱ κατήγοροί σου *K*) (οὐδείς σε κατέκρινεν; *KO*)
11 वा बोल्ली, “हे प्रभु, किसे नै न्ही।” यीशु बोल्या, “मै भी तेरे ताहीं दण्ड न्ही देऊँगा, जा, अर दुबारा कदे पाप ना करिए।”
(ἡ δὲ εἶπεν, οὐδείς, κύριε. εἶπεν δὲ *KO*) (αὐτῇ *K*) (ὁ Ἰησοῦς, οὐδὲ ἐγώ σε *KO*) (κατακρίνω· *K(O)*) (πορεύου καὶ *KO*) (ἀπὸ τοῦ νῦν *O*) (μηκέτι ἁμάρτανε. *KO*)
12 मन्दर म्ह अपणे उपदेश नै दुबारै शरु करदे होए यीशु नै माणसां तै कह्या, “दुनिया का चाँदणा मै सूं, जो कोए मेरै पाच्छै चाल्लैगा, वो अन्धेरै म्ह कदे कोनी चाल्लैगा, पर वो चाँदणा पावैगा जो अनन्त जीवन देवै सै।”
Πάλιν οὖν αὐτοῖς ἐλάλησεν ὁ Ἰησοῦς λέγων· ἐγώ εἰμι τὸ φῶς τοῦ κόσμου. ὁ ἀκολουθῶν ἐμοὶ οὐ μὴ (περιπατήσῃ *N(k)O*) ἐν τῇ σκοτίᾳ ἀλλ᾽ ἕξει τὸ φῶς τῆς ζωῆς.
13 फरीसियाँ नै उस ताहीं कह्या, “तू अपणी गवाही खुद देवै सै, इस खात्तर तेरी गवाही साच्ची कोनी।”
Εἶπον οὖν αὐτῷ οἱ Φαρισαῖοι· σὺ περὶ σεαυτοῦ μαρτυρεῖς· ἡ μαρτυρία σου οὐκ ἔστιν ἀληθής.
14 यीशु नै उन ताहीं जवाब दिया, “भलाए मै अपणी गवाही खुद देऊँ सूं, फेर भी मेरी गवाही मान्नी जावैगी, क्यूँके मै जाणु सूं, के मै कित्त तै आया सूं, अर कितोड़ जाऊँ सूं? पर थम कोनी जाणदे के मै कित्त तै आऊँ सूं, या कितोड़ जाऊँ सूं।
Ἀπεκρίθη Ἰησοῦς καὶ εἶπεν αὐτοῖς· κἂν κἂν ἐγὼ μαρτυρῶ περὶ ἐμαυτοῦ, ἀληθής ἐστιν ἡ μαρτυρία μου, ὅτι οἶδα πόθεν ἦλθον καὶ ποῦ ὑπάγω· ὑμεῖς δὲ οὐκ οἴδατε πόθεν ἔρχομαι (ἢ *N(k)O*) ποῦ ὑπάγω.
15 थम मानवीय सोच तै, न्याय करो सो, मै किसे का न्याय कोनी करदा।
ὑμεῖς κατὰ τὴν σάρκα κρίνετε, ἐγὼ οὐ κρίνω οὐδένα.
16 जै मै न्याय करुँ भी तो वो सही ए होगा, क्यूँके मै एक्ला कोनी, पर परम पिता, जिसनै मेरै ताहीं भेज्या सै, वो अर मै दोन्नु मिलकै न्याय करा सां।
καὶ ἐὰν κρίνω δὲ ἐγώ, ἡ κρίσις ἡ ἐμὴ (ἀληθινή *N(k)O*) ἐστιν, ὅτι μόνος οὐκ εἰμί, ἀλλ᾽ ἐγὼ καὶ ὁ πέμψας με πατήρ.
17 थारे मूसा नबी के नियम-कायदा म्ह भी लिख्या सै, के दो जण्यां की गवाही सच के रूप म्ह मान्नी जा सकै सै।
καὶ ἐν τῷ νόμῳ δὲ τῷ ὑμετέρῳ γέγραπται ὅτι δύο ἀνθρώπων ἡ μαρτυρία ἀληθής ἐστιν.
18 एक तो मै खुद अपणी गवाही दियुँ सूं, अर दुसरा मेरा पिता मेरी गवाही देवै सै, जिसनै मेरैताहीं भेज्या।”
ἐγώ εἰμι ὁ μαρτυρῶν περὶ ἐμαυτοῦ, καὶ μαρτυρεῖ περὶ ἐμοῦ ὁ πέμψας με πατήρ.
19 उननै उस ताहीं कह्या, “तेरा पिता कित्त सै?” यीशु नै जवाब दिया, “ना थम मन्नै जाणो सो, ना मेरै पिता नै, जै मन्नै जाणदे तै मेरै पिता नै भी जाणदे।”
ἔλεγον οὖν αὐτῷ· ποῦ ἐστιν ὁ πατήρ σου; Ἀπεκρίθη (ὁ *k*) Ἰησοῦς· οὔτε ἐμὲ οἴδατε οὔτε τὸν πατέρα μου. εἰ ἐμὲ ᾔδειτε καὶ τὸν πατέρα μου ἂν ᾔδειτε.
20 यीशु नै ये वचन मन्दर म्ह उपदेश देन्दे होए भण्डार घर म्ह बोल्ली, अर किसे नै उस ताहीं कोनी पकड्या, क्यूँके उसके दुख ठाण का अर मरण का बखत इब ताहीं कोनी आया था।
ταῦτα τὰ ῥήματα ἐλάλησεν (ὁ Ἰησοῦς *k*) ἐν τῷ γαζοφυλακίῳ διδάσκων ἐν τῷ ἱερῷ, καὶ οὐδεὶς ἐπίασεν αὐτόν, ὅτι οὔπω ἐληλύθει ἡ ὥρα αὐτοῦ.
21 यीशु नै फेर उन ताहीं कह्या, “मै जाऊँ सूं, अर थम मन्नै टोहओगे, अर अपणे पाप म्ह मरोगे। जड़ै मै जाऊँ सूं, ओड़ै थम न्ही आ सकदे।”
Εἶπεν οὖν πάλιν αὐτοῖς (ὁ Ἰησοῦς· *k*) ἐγὼ ὑπάγω, καὶ ζητήσετέ με καὶ ἐν τῇ ἁμαρτίᾳ ὑμῶν ἀποθανεῖσθε· ὅπου ἐγὼ ὑπάγω ὑμεῖς οὐ δύνασθε ἐλθεῖν.
22 इसपै यहूदी अगुवां नै कह्या, “के वो खुद नै मार देवैगा, जो कहवै सै, ‘जड़ै मै जाऊँ सूं, ओड़ै थम न्ही आ सकदे?’”
ἔλεγον οὖν οἱ Ἰουδαῖοι· μήτι ἀποκτενεῖ ἑαυτόν, ὅτι λέγει· ὅπου ἐγὼ ὑπάγω ὑμεῖς οὐ δύνασθε ἐλθεῖν;
23 यीशु नै उन ताहीं कह्या, “थम इस दुनिया म्ह पैदा होए सों, अर मै सुर्ग तै आया सूं। थम इस दुनिया के सो, मै इस दुनिया का कोनी।
καὶ (ἔλεγεν *N(k)O*) αὐτοῖς· ὑμεῖς ἐκ τῶν κάτω ἐστέ, ἐγὼ ἐκ τῶν ἄνω εἰμί· ὑμεῖς ἐκ τούτου τοῦ κόσμου ἐστέ, ἐγὼ οὐκ εἰμὶ ἐκ τοῦ κόσμου τούτου.
24 ज्यांतै मन्नै थारे ताहीं कह्या के थम अपणे पापां म्ह मरोगे, जै थारा मेरे म्ह बिश्वास कोनी के मै कौण सूं, तो थम मरोगे, अर थारे पाप माफ कोनी होंगे।”
εἶπον οὖν ὑμῖν ὅτι ἀποθανεῖσθε ἐν ταῖς ἁμαρτίαις ὑμῶν· ἐὰν γὰρ μὴ πιστεύσητε ὅτι ἐγώ εἰμι, ἀποθανεῖσθε ἐν ταῖς ἁμαρτίαις ὑμῶν.
25 यहूदी अगुवां नै यीशु ताहीं कह्या, “के तू कौण सै?” वो उनतै बोल्या, जिब तै मन्नै प्रचार करणा शरु करया सै, तब तै मै थमनै कहन्दा आया सूं, “के मै कौण सूं?”
ἔλεγον οὖν αὐτῷ· σὺ τίς εἶ; (καὶ *k*) εἶπεν αὐτοῖς ὁ Ἰησοῦς· τὴν ἀρχὴν (ὅ τι *NK(o)*) καὶ λαλῶ ὑμῖν.
26 “थारे बारै म्ह कहण खात्तर अर फैसला करण खात्तर मेरे धोरै भोत कुछ सै, पर सच्चाई याए सै के जिसनै मेरे ताहीं भेज्या सै, मै वोए कहूँ सूं, जो मन्नै उसतै सुण्या सै, वोए दुनिया के माणसां तै कहूँ सूं।”
πολλὰ ἔχω περὶ ὑμῶν λαλεῖν καὶ κρίνειν· ἀλλ᾽ ὁ πέμψας με ἀληθής ἐστιν, κἀγὼ κἀγὼ ἃ ἤκουσα παρ᾽ αὐτοῦ, ταῦτα (λαλῶ *N(k)O*) εἰς τὸν κόσμον.
27 वे न्यू न्ही समझै के म्हारै तै, पिता कै बारै म्ह कहवै सै।
οὐκ ἔγνωσαν ὅτι τὸν πατέρα αὐτοῖς ἔλεγεν.
28 फेर यीशु बोल्या, “जिब थम मुझ माणस कै बेट्टै नै ऊँच्चे पै चढ़ाओगे, जिब जाणोगे के मै वोए सूं। मै खुद तै किमे कोनी करदा, पर जिस तरियां मेरै पिता नै, मेरै ताहीं सिखाया सै, उस्से ढाळ ये बात कहूँ सूं।
εἶπεν οὖν αὐτοῖς ὁ Ἰησοῦς· ὅταν ὑψώσητε τὸν υἱὸν τοῦ ἀνθρώπου, τότε γνώσεσθε ὅτι ἐγώ εἰμι, καὶ ἀπ᾽ ἐμαυτοῦ ποιῶ οὐδέν, ἀλλὰ καθὼς ἐδίδαξέν με ὁ πατὴρ (μου, *ko*) ταῦτα λαλῶ.
29 मेरा भेजण आळा मेरै गेल्या सै, उसनै मेरैताहीं एक्ला कोनी छोड्या क्यूँके मै सारी हाण वैए काम करुँ सूं, जिसतै वो राज्जी होवै सै।”
καὶ ὁ πέμψας με μετ᾽ ἐμοῦ ἐστιν· οὐκ ἀφῆκέν με μόνον (ὁ πατήρ, *K*) ὅτι ἐγὼ τὰ ἀρεστὰ αὐτῷ ποιῶ πάντοτε.
30 वो ये बात कहणे लागरया था, के घणखरयां नै उसपै बिश्वास करया।
ταῦτα αὐτοῦ λαλοῦντος πολλοὶ ἐπίστευσαν εἰς αὐτόν.
31 फेर यीशु नै उन यहूदियाँ तै जिन नै उसपै बिश्वास करया था, बोल्या, “जै थम मेरै वचन म्ह बणे रहोगे, तो साच-ए मेरे चेल्लें ठहरोगे।”
Ἔλεγεν οὖν ὁ Ἰησοῦς πρὸς τοὺς πεπιστευκότας αὐτῷ Ἰουδαίους· ἐὰν ὑμεῖς μείνητε ἐν τῷ λόγῳ τῷ ἐμῷ, ἀληθῶς μαθηταί μού ἐστε,
32 थम सच नै जाणोगे अर सच थमनै आजाद करैगा।
καὶ γνώσεσθε τὴν ἀλήθειαν, καὶ ἡ ἀλήθεια ἐλευθερώσει ὑμᾶς.
33 उननै उस ताहीं जवाब दिया, “हम तो अब्राहम के वंशज सा, कदे किसे के गुलाम कोनी बणे। फेर तू किस तरियां कहवै सै, के थम आजाद हो जाओगे?”
ἀπεκρίθησαν (πρὸς *no*) (αὐτόν· *N(k)O*) σπέρμα Ἀβραάμ ἐσμεν καὶ οὐδενὶ δεδουλεύκαμεν πώποτε· πῶς σὺ λέγεις ὅτι ἐλεύθεροι γενήσεσθε;
34 यीशु नै उन ताहीं जवाब दिया, “मै थारैतै साच्ची-साच कहूँ सूं, के जो कोए पाप करै सै, वो पाप का गुलाम सै।
ἀπεκρίθη αὐτοῖς ὁ Ἰησοῦς· ἀμὴν ἀμὴν λέγω ὑμῖν ὅτι πᾶς ὁ ποιῶν τὴν ἁμαρτίαν, δοῦλός ἐστιν τῆς ἁμαρτίας.
35 गुलाम सारी हाण घर म्ह कोनी रहन्दा, बेट्टा सारी हाण घरां रहवै सै। (aiōn )
ὁ δὲ δοῦλος οὐ μένει ἐν τῇ οἰκίᾳ εἰς τὸν αἰῶνα· ὁ (δὲ *o*) υἱὸς μένει εἰς τὸν αἰῶνα. (aiōn )
36 ज्यांतै जै बेट्टा थमनै आजाद करैगा, तो साच्ये थम आजाद हो जाओगे।
ἐὰν οὖν ὁ υἱὸς ὑμᾶς ἐλευθερώσῃ, ὄντως ἐλεύθεροι ἔσεσθε.
37 मै जाणु सूं, के थम अब्राहम के वंश के सो, फेर भी थम मेरे वचनां नै कोनी मानते, ज्यांतै थम मन्नै मारणा चाहो सो।
οἶδα ὅτι σπέρμα Ἀβραάμ ἐστε· ἀλλὰ ζητεῖτέ με ἀποκτεῖναι, ὅτι ὁ λόγος ὁ ἐμὸς οὐ χωρεῖ ἐν ὑμῖν.
38 मै वोए कहूँ सूं, जो मेरे पिता नै मेरे ताहीं दिखाया सै, अर थम वोए करो सों, जो थमनै अपणे पिता तै सुण्या सै।”
(ἃ *N(k)O*) ἐγὼ ἑώρακα παρὰ τῷ πατρὶ (μου *K*) λαλῶ· καὶ ὑμεῖς οὖν (ἃ *N(k)O*) (ἠκούσατε *N(K)O*) παρὰ (τοῦ πατρὸς *N(k)O*) (ὑμῶν *K*) ποιεῖτε.
39 उननै उस ताहीं जवाब दिया, “म्हारा पूर्वज तो अब्राहम सै।” यीशु उनतै बोल्या, “जै थम अब्राहम के वंशज होन्दे, तो अब्राहम जिसे काम करदे।
Ἀπεκρίθησαν καὶ εἶπαν αὐτῷ· ὁ πατὴρ ἡμῶν Ἀβραάμ ἐστιν. λέγει αὐτοῖς ὁ Ἰησοῦς· εἰ τέκνα τοῦ Ἀβραάμ (ἐστε, *N(k)O*) τὰ ἔργα τοῦ Ἀβραὰμ (ἐποιεῖτε *NK(o)*) (ἄν. *k*)
40 पर इब थम मेरै ताहीं मारणा चाहो सो, जिसनै थारे ताहीं वो साच्चा वचन बताया जो परमेसवर तै सुण्या, इस तरियां तो अब्राहम नै कोनी करया था।
νῦν δὲ ζητεῖτέ με ἀποκτεῖναι, ἄνθρωπον ὃς τὴν ἀλήθειαν ὑμῖν λελάληκα ἣν ἤκουσα παρὰ τοῦ θεοῦ· τοῦτο Ἀβραὰμ οὐκ ἐποίησεν.
41 थम अपणे पिता कै जिसे काम करो सो।” उननै यीशु ताहीं कह्या, “हम जारी तै कोनी जणे, म्हारा एक ए पिता सै यानिके परमेसवर।”
ὑμεῖς ποιεῖτε τὰ ἔργα τοῦ πατρὸς ὑμῶν. εἶπαν οὖν αὐτῷ· ἡμεῖς ἐκ πορνείας οὐ (γεγεννήμεθα· *NK(o)*) ἕνα πατέρα ἔχομεν τὸν θεόν.
42 यीशु उनतै बोल्या, “जै परमेसवर थारा पिता होन्दा, तो थम मेरै तै प्यार करदे, क्यूँके मै परमेसवर की ओड़ तै आया सूं। मै खुद कोनी आया, पर उस्से नै मेरै ताहीं भेज्या।
Εἶπεν (οὖν *K*) αὐτοῖς ὁ Ἰησοῦς· εἰ ὁ θεὸς πατὴρ ὑμῶν ἦν, ἠγαπᾶτε ἂν ἐμέ· ἐγὼ γὰρ ἐκ τοῦ θεοῦ ἐξῆλθον καὶ ἥκω. οὐδὲ γὰρ ἀπ᾽ ἐμαυτοῦ ἐλήλυθα, ἀλλ᾽ ἐκεῖνός με ἀπέστειλεν.
43 थम मेरी बात क्यांतै न्ही समझदे? ज्यांतै के थम मेरे वचनां नै अपणादे कोनी।
διὰ τί τὴν λαλιὰν τὴν ἐμὴν οὐ γινώσκετε; ὅτι οὐ δύνασθε ἀκούειν τὸν λόγον τὸν ἐμόν.
44 थम अपणे पिता शैतान की ओड़ तै सो, अर अपणे पिता की मर्जी पूरी करणा चाहो सो। वो तो शरु तै ए खून्नी सै, अर सच पै टिक्या ए कोनी रहया, क्यूँके सच उस म्ह सै ए कोनी। जिब वो झूठ बोल्लै सै, तो अपणे सुभाव तै ए बोल्लै सै, क्यूँके वो झूठ्ठा सै बल्के झूठ का बाप सै।
ὑμεῖς ἐκ τοῦ πατρὸς τοῦ διαβόλου ἐστὲ καὶ τὰς ἐπιθυμίας τοῦ πατρὸς ὑμῶν θέλετε ποιεῖν. ἐκεῖνος ἀνθρωποκτόνος ἦν ἀπ᾽ ἀρχῆς καὶ ἐν τῇ ἀληθείᾳ οὐκ ἔστηκεν, ὅτι οὐκ ἔστιν ἀλήθεια ἐν αὐτῷ. ὅταν λαλῇ τὸ ψεῦδος, ἐκ τῶν ἰδίων λαλεῖ, ὅτι ψεύστης ἐστὶν καὶ ὁ πατὴρ αὐτοῦ.
45 पर मै जो सच बोल्लू सूं, इस्से करकै थम मेरा बिश्वास कोनी करदे।
ἐγὼ δὲ ὅτι τὴν ἀλήθειαν λέγω, οὐ πιστεύετέ μοι.
46 थारे म्ह तै कौण मन्नै पापी ठैहरावै सै? जै मै सच बोल्लू सूं, तो थम मेरा बिश्वास क्यांतै न्ही करदे?
τίς ἐξ ὑμῶν ἐλέγχει με περὶ ἁμαρτίας; εἰ (δὲ *k*) ἀλήθειαν λέγω, διὰ τί ὑμεῖς οὐ πιστεύετέ μοι;
47 जो परमेसवर कान्ही तै होवै सै, वो परमेसवर की बात सुणै सै, अर थम ज्यांतै कोनी सुणदे के परमेसवर की ओड़ तै कोनी सो।”
ὁ ὢν ἐκ τοῦ θεοῦ τὰ ῥήματα τοῦ θεοῦ ἀκούει· διὰ τοῦτο ὑμεῖς οὐκ ἀκούετε, ὅτι ἐκ τοῦ θεοῦ οὐκ ἐστέ.
48 न्यू सुण यहूदियाँ नै उस ताहीं कह्या, “के हम ठीक कोनी कहन्दे के तू सामरी सै, अर तेरे म्ह भुन्ड़ी ओपरी आत्मा सै?”
Ἀπεκρίθησαν (οὖν *K*) οἱ Ἰουδαῖοι καὶ εἶπαν αὐτῷ· οὐ καλῶς λέγομεν ἡμεῖς ὅτι Σαμαρίτης εἶ σὺ καὶ δαιμόνιον ἔχεις;
49 यीशु नै जवाब दिया, “मेरै म्ह भुन्ड़ी ओपरी आत्मा कोनी,” पर मै अपणे बाप की इज्जत करुँ सूं, अर थम मेरी बेजती करो सो।
Ἀπεκρίθη Ἰησοῦς· ἐγὼ δαιμόνιον οὐκ ἔχω, ἀλλὰ τιμῶ τὸν πατέρα μου, καὶ ὑμεῖς ἀτιμάζετέ με.
50 पर मै अपणा मान-सम्मान कोनी चाहन्दा, हाँ, एक सै जो चाहवै सै, अर न्याय करण आळा सै।
ἐγὼ δὲ οὐ ζητῶ τὴν δόξαν μου· ἔστιν ὁ ζητῶν καὶ κρίνων.
51 मै थमनै साच्ची-साच कहूँ सूं, “के जै कोए माणस मेरे वचनां नै मान्नैगा, तो वो अनन्त काल ताहीं कोनी मरै।” (aiōn )
Ἀμὴν ἀμὴν λέγω ὑμῖν· ἐάν τις τὸν ἐμὸν λόγον (τὸν *k*) τηρήσῃ, θάνατον οὐ μὴ θεωρήσῃ εἰς τὸν αἰῶνα. (aiōn )
52 यहूदियाँ नै उस ताहीं कह्या, “इब हम जाणगे के तेरे म्ह भुन्ड़ी ओपरी आत्मा सै। अब्राहम मरग्या अर नबी भी मरग्ये सै, अर तू कहवै सै, ‘जै कोए मेरे वचनां नै मान्नैगा, तो वो अनन्त काल ताहीं कोनी मरै।’ (aiōn )
Εἶπον οὖν αὐτῷ οἱ Ἰουδαῖοι· νῦν ἐγνώκαμεν ὅτι δαιμόνιον ἔχεις. Ἀβραὰμ ἀπέθανεν καὶ οἱ προφῆται, καὶ σὺ λέγεις· ἐάν τις τὸν λόγον μου τηρήσῃ, οὐ μὴ (γεύσηται *N(k)O*) θανάτου εἰς τὸν αἰῶνα. (aiōn )
53 म्हारा पूर्वज अब्राहम तो मरग्या। के तू उसतै भी बड्ड़ा सै? अर नबी भी मरग्ये। तू अपणे-आपनै के मान्नै सै?”
μὴ σὺ μείζων εἶ τοῦ πατρὸς ἡμῶν Ἀβραάμ, ὅστις ἀπέθανεν; καὶ οἱ προφῆται ἀπέθανον. τίνα σεαυτὸν (σὺ *k*) ποιεῖς;
54 यीशु नै जवाब दिया, “जै मै खुद अपणी महिमा करुँ, तो मेरी महिमा किमे कोनी। पर मेरी महिमा करण आळा मेरा पिता सै, जिसनै थम कहो सो के वो थारा परमेसवर सै।
Ἀπεκρίθη Ἰησοῦς· ἐὰν ἐγὼ (δοξάσω *N(k)O*) ἐμαυτόν, ἡ δόξα μου οὐδέν ἐστιν· ἔστιν ὁ πατήρ μου ὁ δοξάζων με ὃν ὑμεῖς λέγετε ὅτι θεὸς (ἡμῶν *N(K)O*) ἐστιν,
55 थमनै तो उस ताहीं कोनी जाण्या, पर मै उस ताहीं जाणु सूं। जै मै कहूँ के मै उस ताहीं कोनी जाण्दा, तो मै थारी ढाळ झूठ्ठा ठहरूँगा, पर मै उस ताहीं जाणु अर उसके वचनां नै मान्नु सूं।
καὶ οὐκ ἐγνώκατε αὐτόν, ἐγὼ δὲ οἶδα αὐτόν. κἂν κἂν εἴπω ὅτι οὐκ οἶδα αὐτόν, ἔσομαι ὅμοιος (ὑμῖν *N(k)O*) ψεύστης· ἀλλ᾽ οἶδα αὐτὸν καὶ τὸν λόγον αὐτοῦ τηρῶ.
56 थारा पूर्वज अब्राहम मेरा दिन देक्खण की आस म्ह घणा मगन था, अर उसनै देख्या अर आनन्द करया।”
Ἀβραὰμ ὁ πατὴρ ὑμῶν ἠγαλλιάσατο ἵνα ἴδῃ τὴν ἡμέραν τὴν ἐμὴν καὶ εἶδεν καὶ ἐχάρη.
57 यहूदियाँ नै उस ताहीं कह्या, “इब ताहीं तू पचास साल का कोनी, फेरभी तन्नै अब्राहम ताहीं देख्या सै?”
εἶπον οὖν οἱ Ἰουδαῖοι πρὸς αὐτόν· πεντήκοντα ἔτη οὔπω ἔχεις, καὶ Ἀβραὰμ ἑώρακας;
58 यीशु उनतै बोल्या, “मै थमनै साच्ची-साच कहूँ सूं, के पैहल्या इसकै के अब्राहम पैदा होया, मै सूं।”
Εἶπεν αὐτοῖς (ὁ *ko*) Ἰησοῦς· ἀμὴν ἀμὴν λέγω ὑμῖν· πρὶν Ἀβραὰμ γενέσθαι ἐγὼ εἰμί.
59 या बात सुणकै माणसां नै यीशु ताहीं मारण खात्तर पत्थर ठाए, पर यीशु लुह्ककै मन्दर तै लिकड़ ग्या।
ἦραν οὖν λίθους ἵνα βάλωσιν ἐπ᾽ αὐτόν. Ἰησοῦς δὲ ἐκρύβη καὶ ἐξῆλθεν ἐκ τοῦ ἱεροῦ (διελθὼν διὰ μέσου αὐτῶν καὶ παρῆγεν οὕτως. *K*)