< Κατα Μαρκον 10 >

1 Κἀκεῖθεν ἀναστὰς ἔρχεται εἰς τὰ ὅρια τῆς Ἰουδαίας διὰ τοῦ πέραν τοῦ Ἰορδάνου· καὶ συμπορεύονται πάλιν ὄχλοι πρὸς αὐτόν· καί, ὡς εἰώθει, πάλιν ἐδίδασκεν αὐτούς.
तब यीशु न उत सी उठ क यहूदिया प्रदेश को सीमा म अऊर यरदन नदी को पार आयो। अऊर भीड़ ओको जवर फिर सी जमा भय गयी, अऊर ऊ अपनो रीति को अनुसार उन्ख फिर सी सिखावन लग्यो।
2 Καὶ προσελθόντες Φαρισαῖοι ἐπηρώτησαν αὐτόν, Εἰ ἔξεστιν ἀνδρὶ γυναῖκα ἀπολῦσαι, πειράζοντες αὐτόν.
तब फरीसियों न ओको जवर आय क ओकी बातों म फसावन लायी ओको सी पुच्छ्यो, “का हमरो नियम को अनुसार यो ठीक हय कि आदमी ख अपनी पत्नी ख छोड़चिट्ठी देन कि अनुमति देवय हय?”
3 Ὁ δὲ ἀποκριθεὶς εἶπεν αὐτοῖς, Τί ὑμῖν ἐνετείλατο Μωσῆς;
यीशु न उन्ख उत्तर दियो, “कि मूसा न तुम्ख का आज्ञा दियो हय?”
4 Οἱ δὲ εἶπον, Μωσῆς ἐπέτρεψε βιβλίον ἀποστασίου γράψαι, καὶ ἀπολῦσαι.
मूसा न अनुमति दियो हय कि, “छोड़चिट्ठी लिख क देन अऊर छोड़न की आज्ञा दियो हय।”
5 Καὶ ἀποκριθεὶς ὁ Ἰησοῦς εἶπεν αὐτοῖς, Πρὸς τὴν σκληροκαρδίαν ὑμῶν ἔγραψεν ὑμῖν τὴν ἐντολὴν ταύτην·
यीशु न उन्को सी कह्यो, “तुम्हरो मन की कठोरता को वजह मूसा न तुम्हरो लायी यो आज्ञा लिख्यो।”
6 ἀπὸ δὲ ἀρχῆς κτίσεως, ἄρσεν καὶ θῆλυ ἐποίησεν αὐτοὺς ὁ Θεός.
पर शास्त्र म लिख्यो हय सुरूवात सी परमेश्वर न नर अऊर नारी कर क् उन्ख बनायो हय।
7 Ἕνεκεν τούτου καταλείψει ἄνθρωπος τὸν πατέρα αὐτοῦ καὶ τὴν μητέρα, καὶ προσκολληθήσεται πρὸς τὴν γυναῖκα αὐτοῦ,
येकोलायी आदमी अपनो माय-बाप सी अलग होय क अपनी पत्नी को संग रहेंन,
8 καὶ ἔσονται οἱ δύο εἰς σάρκα μίαν. Ὥστε οὐκέτι εἰσὶ δύο, ἀλλὰ μία σάρξ.
अऊर हि दोयी एक शरीर होयेंन; येकोलायी हि अब दोय नहीं पर एक शरीर हंय।
9 Ὃ οὖν ὁ Θεὸς συνέζευξεν, ἄνθρωπος μὴ χωριζέτω.
येकोलायी “जेक परमेश्वर न जोड़्यो हय ओख आदमी अलग नहीं करे।”
10 Καὶ ἐν τῇ οἰκίᾳ πάλιν οἱ μαθηταὶ αὐτοῦ περὶ τοῦ αὐτοῦ ἐπηρώτησαν αὐτόν.
हि जब घर गयो त चेलावों न येको बारे म यीशु सी पुच्छ्यो।
11 Καὶ λέγει αὐτοῖς, Ὃς ἐὰν ἀπολύσῃ τὴν γυναῖκα αὐτοῦ καὶ γαμήσῃ ἄλλην, μοιχᾶται ἐπ᾽ αὐτήν·
ओन उन्को सी कह्यो, “जो कोयी अपनी पत्नी ख छोड़ क दूसरी सी बिहाव करय हय त ऊ अपनी पहिली पत्नी को विरोध म व्यभिचार करय हय।
12 καὶ ἐὰν γυνὴ ἀπολύσῃ τὸν ἄνδρα αὐτῆς καὶ γαμηθῇ ἄλλῳ, μοιχᾶται.
अऊर एक पत्नी जो अपनो पति ख छोड़ क दूसरों सी बिहाव करय त वा भी व्यभिचार करय हय।”
13 Καὶ προσέφερον αὐτῷ παιδία, ἵνα ἅψηται αὐτῶν· οἱ δὲ μαθηταὶ ἐπετίμων τοῖς προσφέρουσιν.
तब लोग बच्चां ख यीशु को जवर लान लग्यो कि ऊ ओख छूवय, पर चेलावों न लोगों ख डाट्यो।
14 Ἰδὼν δὲ ὁ Ἰησοῦς ἠγανάκτησε, καὶ εἶπεν αὐτοῖς, Ἄφετε τὰ παιδία ἔρχεσθαι πρός με· μὴ κωλύετε αὐτά· τῶν γὰρ τοιούτων ἐστὶν ἡ βασιλεία τοῦ Θεοῦ.
यीशु न यो देख गुस्सा म होय क उन्को सी कह्यो, “बच्चा ख मोरो जवर आवन देवो अऊर उन्ख मना मत करो, कहालीकि परमेश्वर को राज्य असोच को हय।
15 Ἀμὴν λέγω ὑμῖν, ὃς ἐὰν μὴ δέξηται τὴν βασιλείαν τοῦ Θεοῦ ὡς παιδίον, οὐ μὴ εἰσέλθῃ εἰς αὐτήν.
मय तुम सी सच कहू हय कि जो कोयी परमेश्वर को राज्य ख बच्चा को जसो स्वीकार नहीं करय, ऊ उन्म कभी नहीं सिर पायेंन।”
16 Καὶ ἐναγκαλισάμενος αὐτά, τιθεὶς τὰς χεῖρας ἐπ᾽ αὐτά, εὐλόγει αὐτά.
तब ओन बच्चां ख गोदी म लियो, अऊर उन पर हाथ रख क आशीर्वाद दियो।
17 Καὶ ἐκπορευομένου αὐτοῦ εἰς ὁδόν, προσδραμὼν εἷς καὶ γονυπετήσας αὐτὸν ἐπηρώτα αὐτόν, Διδάσκαλε ἀγαθέ, τί ποιήσω ἵνα ζωὴν αἰώνιον κληρονομήσω; (aiōnios g166)
जब यीशु उत सी निकल क रस्ता म जाय रह्यो होतो, त एक आदमी ओको जवर दौड़ क आयो, अऊर ओको आगु घुटना पर होय क ओको सी पुच्छ्यो, “हे उत्तम गुरु, अनन्त जीवन पावन लायी मय का करू?” (aiōnios g166)
18 Ὁ δὲ Ἰησοῦς εἶπεν αὐτῷ, Τί με λέγεις ἀγαθόν; Οὐδεὶς ἀγαθός, εἰ μὴ εἷς, ὁ Θεός.
यीशु न ओको सी कह्यो, “तय मोख उत्तम कहालीकि कह्य हय?” केवल परमेश्वर ख छोड़ क। “कोयी भी उत्तम नहाय।
19 Τὰς ἐντολὰς οἶδας, Μὴ μοιχεύσῃς, μὴ φονεύσῃς, μὴ κλέψῃς, μὴ ψευδομαρτυρήσῃς, μὴ ἀποστερήσῃς, τίμα τὸν πατέρα σου καὶ τὴν μητέρα.
तय परमेश्वर कि आज्ञा ख त जानय हय: ‘हत्या नहीं करनो, व्यभिचार नहीं करनो, चोरी नहीं करनो, झूठी गवाही नहीं देनो, छल नहीं करनो, अपनो बाप अऊर अपनी माय को आदर करनो।’”
20 Ὁ δὲ ἀποκριθεὶς εἶπεν αὐτῷ, Διδάσκαλε, ταῦτα πάντα ἐφυλαξάμην ἐκ νεότητός μου.
ओन यीशु सी कह्यो, “हे गुरु, इन सब ख मय छोटो होतो तब सी मानतो आयो हय।”
21 Ὁ δὲ Ἰησοῦς ἐμβλέψας αὐτῷ ἠγάπησεν αὐτόν, καὶ εἶπεν αὐτῷ, Ἕν σοι ὑστερεῖ· ὕπαγε, ὅσα ἔχεις πώλησον, καὶ δὸς πτωχοῖς, καὶ ἕξεις θησαυρὸν ἐν οὐρανῷ· καὶ δεῦρο, ἀκολούθει μοι, ἄρας τὸν σταυρόν.
यीशु न प्रेम सी ओको तरफ देख क कह्यो, “तोरो म एक बात की कमी हय। जा, जो कुछ तोरो हय ओख बेच क गरीबों ख दे, तब तोख स्वर्ग म धन मिलेंन, तब आय क मोरो पीछू चल।”
22 Ὁ δὲ στυγνάσας ἐπὶ τῷ λόγῳ ἀπῆλθε λυπούμενος· ἦν γὰρ ἔχων κτήματα πολλά.
ऊ आदमी या बात ख सुन क ओको चेहरा पर उदासी छाय गयी, अऊर ऊ दु: खी होय क चली गयो, कहालीकि ऊ बहुत धनी होतो।
23 Καὶ περιβλεψάμενος ὁ Ἰησοῦς λέγει τοῖς μαθηταῖς αὐτοῦ, Πῶς δυσκόλως οἱ τὰ χρήματα ἔχοντες εἰς τὴν βασιλείαν τοῦ Θεοῦ εἰσελεύσονται.
यीशु न चारयी तरफ देख क अपनो चेलावों सी कह्यो, “धनवानों ख परमेश्वर को राज्य म सिरनो कितनो कठिन हय!”
24 Οἱ δὲ μαθηταὶ ἐθαμβοῦντο ἐπὶ τοῖς λόγοις αὐτοῦ. Ὁ δὲ Ἰησοῦς πάλιν ἀποκριθεὶς λέγει αὐτοῖς, Τέκνα, πῶς δύσκολόν ἐστι τοὺς πεποιθότας ἐπὶ χρήμασιν εἰς τὴν βασιλείαν τοῦ Θεοῦ εἰσελθεῖν.
हि चेला ओको बातों सी अचम्भित भयो। येको पर यीशु न फिर सी उन्को सी कह्यो; “हे बच्चा, जो धन पर भरोसा रखय हय, उन्को लायी परमेश्वर को राज्य म सिरनो कितनो कठिन हय?
25 Εὐκοπώτερόν ἐστι κάμηλον διὰ τῆς τρυμαλιᾶς τῆς ῥαφίδος εἰσελθεῖν, ἢ πλούσιον εἰς τὴν βασιλείαν τοῦ Θεοῦ εἰσελθεῖν.
परमेश्वर को राज्य म अमीर आदमी को सिरनो सी ऊंट को लायी सूई को नाक म सी होय क निकल जानो सहज हय!”
26 Οἱ δὲ περισσῶς ἐξεπλήσσοντο, λέγοντες πρὸς ἑαυτούς, Καὶ τίς δύναται σωθῆναι;
चेला बहुतच अचम्भित होय क आपस म कहन लग्यो, “त फिर कौन को उद्धार होय सकय हय?”
27 Ἐμβλέψας δὲ αὐτοῖς ὁ Ἰησοῦς λέγει, Παρὰ ἀνθρώποις ἀδύνατον, ἀλλ᾽ οὐ παρὰ Θεῷ· πάντα γὰρ δυνατά ἐστι παρὰ τῷ Θεῷ.
यीशु न उन्को तरफ देख क कह्यो, “यो आदमी लायी असम्भव हय, परमेश्वर लायी नहाय, पर परमेश्वर लायी सब कुछ सम्भव हय।”
28 Ἤρξατο ὁ Πέτρος λέγειν αὐτῷ, Ἰδού, ἡμεῖς ἀφήκαμεν πάντα καὶ ἠκολουθήσαμέν σοι.
पतरस ओको सी कहन लग्यो, “देखो, हम त सब कुछ छोड़ क तोरो पीछू भय गयो हय।”
29 Ἀποκριθεὶς ὁ Ἰησοῦς εἶπεν, Ἀμὴν λέγω ὑμῖν, οὐδείς ἐστιν ὃς ἀφῆκεν οἰκίαν, ἢ ἀδελφούς, ἢ ἀδελφάς, ἢ πατέρα, ἢ μητέρα, ἢ γυναῖκα, ἢ τέκνα, ἢ ἀγρούς, ἕνεκεν ἐμοῦ καὶ ἕνεκεν τοῦ εὐαγγελίου,
यीशु न कह्यो, “मय तुम सी सच कहू हय कि असो कोयी नहाय, जेन मोरो अऊर मोरो सुसमाचार को लायी घर यां भाऊ-बहिनों यां माय-बाप यां बालबच्चा यां खेतो ख छोड़ दियो हय,
30 ἐὰν μὴ λάβῃ ἑκατονταπλασίονα νῦν ἐν τῷ καιρῷ τούτῳ, οἰκίας καὶ ἀδελφοὺς καὶ ἀδελφὰς καὶ μητέρας καὶ τέκνα καὶ ἀγρούς, μετὰ διωγμῶν, καὶ ἐν τῷ αἰῶνι τῷ ἐρχομένῳ ζωὴν αἰώνιον. (aiōn g165, aiōnios g166)
अऊर अब यो समय को जीवन म सौ गुना मिलेंन, घर अऊर भाऊ-बहिन अऊर माय अऊर बालबच्चा अऊर खेतो म, पर सताव को संग अऊर आवन वालो युग म अनन्त जीवन मिलेंन। (aiōn g165, aiōnios g166)
31 Πολλοὶ δὲ ἔσονται πρῶτοι ἔσχατοι, καὶ ἔσχατοι πρῶτοι.
पर बहुत सो जो आगु हंय, हि पीछू होयेंन, अऊर जो पीछू हंय, हि आगु होयेंन।”
32 Ἦσαν δὲ ἐν τῇ ὁδῷ ἀναβαίνοντες εἰς Ἱεροσόλυμα· καὶ ἦν προάγων αὐτοὺς ὁ Ἰησοῦς, καὶ ἐθαμβοῦντο, καὶ ἀκολουθοῦντες ἐφοβοῦντο. Καὶ παραλαβὼν πάλιν τοὺς δώδεκα, ἤρξατο αὐτοῖς λέγειν τὰ μέλλοντα αὐτῷ συμβαίνειν·
हि यरूशलेम ख जातो हुयो रस्ता म होतो, अऊर यीशु उन्को आगु-आगु चल रह्यो होतो: चेला घबरायो हुयो होतो अऊर जो लोग ओको पीछू-पीछू चल रह्यो होतो हि डरयो हुयो होतो। तब ऊ फिर उन बारयी चेलावों ख अलग लिजाय क उन्को सी जो बात ओको पर घटन वाली होती ओख बतावन लग्यो।
33 ὅτι Ἰδού, ἀναβαίνομεν εἰς Ἱεροσόλυμα, καὶ ὁ υἱὸς τοῦ ἀνθρώπου παραδοθήσεται τοῖς ἀρχιερεῦσι καὶ γραμματεῦσι, καὶ κατακρινοῦσιν αὐτὸν θανάτῳ, καὶ παραδώσουσιν αὐτὸν τοῖς ἔθνεσι,
“सुनो, हम यरूशलेम जाय रह्यो हंय, जित आदमी को बेटा मुख्य याजकों अऊर धर्मशास्त्रियों को हाथ सौंप दियो जायेंन। अऊर हि ओख मारन लायी दोष लगायेंन। अऊर फिर गैरयहूदियों को हाथ म सौंप दियो जायेंन।
34 καὶ ἐμπαίξουσιν αὐτῷ, καὶ μαστιγώσουσιν αὐτόν, καὶ ἐμπτύσουσιν αὐτῷ, καὶ ἀποκτενοῦσιν αὐτόν· καὶ τῇ τρίτῃ ἡμέρᾳ ἀναστήσεται.
हि ओकी मजाक उड़ायेंन, ओको पर थूकेंन, ओख कोड़ा सी मार क ओख मार डालेंन, अऊर तीन दिन बाद ऊ फिर सी जीन्दो होयेंन।”
35 Καὶ προσπορεύονται αὐτῷ Ἰάκωβος καὶ Ἰωάννης οἱ υἱοὶ Ζεβεδαίου, λέγοντες, Διδάσκαλε, θέλομεν ἵνα ὃ ἐὰν αἰτήσωμεν, ποιήσῃς ἡμῖν.
तब जब्दी को दोय टुरा याकूब अऊर यूहन्ना यीशु को जवर आय क कह्यो, “हे गुरु, हम चाहजे हंय कि जो कुछ हम तोरो सी मांगबो, ऊ तय हमरो लायी करे।”
36 Ὁ δὲ εἶπεν αὐτοῖς, Τί θέλετε ποιῆσαί με ὑμῖν;
अऊर यीशु न कह्यो, “तुम का चाहवय हय कि मय तुम्हरो लायी करू?”
37 Οἱ δὲ εἶπον αὐτῷ, Δὸς ἡμῖν, ἵνα εἷς ἐκ δεξιῶν σου καὶ εἷς ἐξ εὐωνύμων σου καθίσωμεν ἐν τῇ δόξῃ σου.
उन्न यीशु सी कह्यो, “जब तुम अपनो महिमामय राज्य को सिंहासन पर बैठ्यो, तब हम असो चाहवय हय कि हम म सी एक तोरो दायो तरफ अऊर दूसरों तोरो बायो तरफ बैठे।”
38 Ὁ δὲ Ἰησοῦς εἶπεν αὐτοῖς, Οὐκ οἴδατε τί αἰτεῖσθε. Δύνασθε πιεῖν τὸ ποτήριον ὃ ἐγὼ πίνω, καὶ τὸ βάπτισμα ὃ ἐγὼ βαπτίζομαι βαπτισθῆναι;
यीशु न उन्को सी कह्यो, “तुम नहीं जानय कि का मांग रह्यो हय? जो दु: ख को कटोरा मय पीवन पर हय, का तुम पी सकय हय? अऊर जो मरन को बपतिस्मा मय लेन पर हय, का तुम ले सकय हय?”
39 Οἱ δὲ εἶπον αὐτῷ, Δυνάμεθα. Ὁ δὲ Ἰησοῦς εἶπεν αὐτοῖς, Τὸ μὲν ποτήριον ὃ ἐγὼ πίνω πίεσθε, καὶ τὸ βάπτισμα ὃ ἐγὼ βαπτίζομαι βαπτισθήσεσθε·
उन्न ओको सी कह्यो, “हम सी होय सकय हय।” यीशु न उन्को सी कह्यो, “जो दु: ख को प्याला मय पीवन पर हय, तुम भी पीवो; अऊर जो मरन को बपतिस्मा मय लेन पर हय, ओख तुम भी लेवो।
40 τὸ δὲ καθίσαι ἐκ δεξιῶν μου καὶ ἐξ εὐωνύμων οὐκ ἔστιν ἐμὸν δοῦναι, ἀλλ᾽ οἷς ἡτοίμασται.
पर मोरो अधिकार नहाय कि मय कौन ख चुनू कि कौन कित बैठेंन, केवल परमेश्वरच ओको लायी जागा तैयार करेंन कि कौन मोरो दायो अऊर बायो बैठेंन।”
41 Καὶ ἀκούσαντες οἱ δέκα ἤρξαντο ἀγανακτεῖν περὶ Ἰακώβου καὶ Ἰωάννου.
यो सुन क दसो चेलावों याकूब अऊर यूहन्ना की बातों पर नाराज भय गयो।
42 Ὁ δὲ Ἰησοῦς προσκαλεσάμενος αὐτοὺς λέγει αὐτοῖς, Οἴδατε ὅτι οἱ δοκοῦντες ἄρχειν τῶν ἐθνῶν κατακυριεύουσιν αὐτῶν, καὶ οἱ μεγάλοι αὐτῶν κατεξουσιάζουσιν αὐτῶν.
तब यीशु न उन्ख जवर बुलाय क उन्को सी कह्यो, “तुम जानय भी हय कि जो हेथेंन को शासक समझ्यो जावय हंय, हि उन पर शासन करय हंय; अऊर उन्म जो बड़ो हंय, उन पर अधिकार जतावय हंय,
43 Οὐχ οὕτω δὲ ἔσται ἐν ὑμῖν· ἀλλ᾽ ὃς ἐὰν θέλῃ γενέσθαι μέγας ἐν ὑμῖν ἔσται ὑμῶν διάκονος·
पर तुम म सी असो नहाय, जो कोयी तुम म सी बड़ो होनो चाहवय हय, ऊ सब को सेवक बने;
44 καὶ ὃς ἐὰν θέλῃ ὑμῶν γενέσθαι πρῶτος, ἔσται πάντων δοῦλος.
अऊर जो कोयी तुम म मुख्य बननो चाहवय हय, ऊ सब को सेवक बने।
45 Καὶ γὰρ ὁ υἱὸς τοῦ ἀνθρώπου οὐκ ἦλθε διακονηθῆναι, ἀλλὰ διακονῆσαι, καὶ δοῦναι τὴν ψυχὴν αὐτοῦ λύτρον ἀντὶ πολλῶν.
कहालीकि मय आदमी को बेटा येकोलायी नहीं आयो कि अपनी सेवा करावन, बल्की दूसरों कि सेवा करन, अऊर लोगों को पापों की कीमत चुकावन लायी अपनो जीवन देन आयो होतो।”
46 Καὶ ἔρχονται εἰς Ἰεριχώ· καὶ ἐκπορευομένου αὐτοῦ ἀπὸ Ἰεριχώ, καὶ τῶν μαθητῶν αὐτοῦ, καὶ ὄχλου ἱκανοῦ, υἱὸς Τιμαίου Βαρτίμαιος ὁ τυφλὸς ἐκάθητο παρὰ τὴν ὁδὸν προσαιτῶν.
हि यरीहो नगर म पहुंच्यो, अऊर जब ऊ अऊर ओको चेलावों, अऊर एक बड़ी भीड़ यरीहो सी निकलत होती, त बरतिमाई नाम को एक अन्धा भिखारी, जो तिमाई को बेटा होतो, सड़क को किनार बैठ्यो होतो।
47 Καὶ ἀκούσας ὅτι Ἰησοῦς ὁ Ναζωραῖός ἐστιν, ἤρξατο κράζειν καὶ λέγειν, Ὁ υἱὸς Δαυίδ, Ἰησοῦ, ἐλέησόν με.
जब ऊ सुन्यो कि यो नासरत निवासी यीशु हय, त पुकार पुकार क कहन लग्यो, “हे यीशु! दाऊद को बेटा! मोरो पर दया करो!”
48 Καὶ ἐπετίμων αὐτῷ πολλοί, ἵνα σιωπήσῃ· ὁ δὲ πολλῷ μᾶλλον ἔκραζεν, Υἱὲ Δαυίδ, ἐλέησόν με.
बहुत सो न डाट क कह्यो कि ऊ चुप रहे। पर ऊ अऊर भी पुकारन लग्यो, “हे दाऊद की सन्तान, मोरो पर दया कर!”
49 Καὶ στὰς ὁ Ἰησοῦς εἶπεν αὐτὸν φωνηθῆναι· καὶ φωνοῦσι τὸν τυφλόν, λέγοντες αὐτῷ, Θάρσει· ἔγειραι, φωνεῖ σε.
तब यीशु न रुक क कह्यो, “ओख बुलाव।” अऊर लोगों न ऊ अन्धा ख बुलाय क ओको सी कह्यो, “हिम्मत रख! उठ! ऊ तोख बुलावय हय।”
50 Ὁ δὲ ἀποβαλὼν τὸ ἱμάτιον αὐτοῦ ἀναστὰς ἦλθε πρὸς τὸν Ἰησοῦν.
ऊ अपनो कपड़ा फेक क उछल पड़यो, अऊर यीशु को जवर आयो।
51 Καὶ ἀποκριθεὶς λέγει αὐτῷ ὁ Ἰησοῦς, Τί θέλεις ποιήσω σοί; Ὁ δὲ τυφλὸς εἶπεν αὐτῷ, Ῥαββουνί, ἵνα ἀναβλέψω.
येको पर यीशु न ओको सी कह्यो, “तय का चाहवय हय कि मय तोरो लायी करू?” अन्धा न ओको सी कह्यो, “हे गुरु, यो कि मय देखन लगू।”
52 Ὁ δὲ Ἰησοῦς εἶπεν αὐτῷ, Ὕπαγε· ἡ πίστις σου σέσωκέ σε. Καὶ εὐθέως ἀνέβλεψε, καὶ ἠκολούθει τῷ Ἰησοῦ ἐν τῇ ὁδῷ.
यीशु न ओको सी कह्यो, “चली जा, तोरो विश्वास न तोख चंगो करयो हय।” अऊर ऊ तुरतच देखन लग्यो, अऊर रस्ता म ओको पीछू चली गयो।

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