< Ψαλμοί 119 >

1 Άλεφ. Μακάριοι οι άμωμοι εν οδώ· οι περιπατούντες εν τω νόμω του Κυρίου·
आलेफ क्या ही धन्य हैं वे जो चाल के खरे हैं, और यहोवा की व्यवस्था पर चलते हैं!
2 Μακάριοι οι φυλάττοντες τα μαρτύρια αυτού, οι εκζητούντες αυτόν εξ όλης καρδίας·
क्या ही धन्य हैं वे जो उसकी चितौनियों को मानते हैं, और पूर्ण मन से उसके पास आते हैं!
3 αυτοί βεβαίως δεν πράττουσιν ανομίαν· εν ταις οδοίς αυτού περιπατούσι.
फिर वे कुटिलता का काम नहीं करते, वे उसके मार्गों में चलते हैं।
4 συ προσέταξας να φυλάττωνται ακριβώς αι εντολαί σου.
तूने अपने उपदेश इसलिए दिए हैं, कि हम उसे यत्न से माने।
5 Είθε να κατευθύνωνται αι οδοί μου, διά να φυλάττω τα διατάγματά σου
भला होता कि तेरी विधियों को मानने के लिये मेरी चाल चलन दृढ़ हो जाए!
6 Τότε δεν θέλω αισχυνθή, όταν επιβλέπω εις πάντα τα προστάγματά σου.
तब मैं तेरी सब आज्ञाओं की ओर चित्त लगाए रहूँगा, और मैं लज्जित न होऊँगा।
7 Θέλω σε δοξολογεί εν ευθύτητι καρδίας, όταν μάθω τας κρίσεις της δικαιοσύνης σου.
जब मैं तेरे धर्ममय नियमों को सीखूँगा, तब तेरा धन्यवाद सीधे मन से करूँगा।
8 Τα διατάγματά σου θέλω φυλάττει· μη με εγκαταλίπης ολοκλήρως.
मैं तेरी विधियों को मानूँगा: मुझे पूरी रीति से न तज! बेथ
9 Βεθ. Τίνι τρόπω θέλει καθαρίζει ο νέος την οδόν αυτού; φυλάττων τους λόγους σου.
जवान अपनी चाल को किस उपाय से शुद्ध रखे? तेरे वचन का पालन करने से।
10 Εξ όλης της καρδίας μου σε εξεζήτησα· με μη αφήσης να αποπλανηθώ από των προσταγμάτων σου.
१०मैं पूरे मन से तेरी खोज में लगा हूँ; मुझे तेरी आज्ञाओं की बाट से भटकने न दे!
11 Εν τη καρδία μου εφύλαξα τα λόγιά σου, διά να μη αμαρτάνω εις σε.
११मैंने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरुद्ध पाप न करूँ।
12 Ευλογητός είσαι, Κύριε· δίδαξόν με τα διατάγματά σου.
१२हे यहोवा, तू धन्य है; मुझे अपनी विधियाँ सिखा!
13 Διά των χειλέων μου διηγήθην πάσας τας κρίσεις του στόματός σου.
१३तेरे सब कहे हुए नियमों का वर्णन, मैंने अपने मुँह से किया है।
14 Εν τη οδώ των μαρτυρίων σου ευφράνθην, ως διά πάντα τα πλούτη.
१४मैं तेरी चितौनियों के मार्ग से, मानो सब प्रकार के धन से हर्षित हुआ हूँ।
15 Εις τας εντολάς σου θέλω μελετά, και εις τας οδούς σου θέλω ενατενίζει.
१५मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूँगा, और तेरे मार्गों की ओर दृष्टि रखूँगा।
16 Εις τα διατάγματά σου θέλω εντρυφά· δεν θέλω λησμονήσει τους λόγους σου.
१६मैं तेरी विधियों से सुख पाऊँगा; और तेरे वचन को न भूलूँगा। गिमेल
17 Γίμελ. Αντάμειψον τον δούλον σου· ούτω θέλω ζήσει, και θέλω φυλάξει τον λόγον σου.
१७अपने दास का उपकार कर कि मैं जीवित रहूँ, और तेरे वचन पर चलता रहूँ।
18 Άνοιξον τους οφθαλμούς μου, και θέλω βλέπει τα θαυμάσια τα εκ του νόμου σου.
१८मेरी आँखें खोल दे, कि मैं तेरी व्यवस्था की अद्भुत बातें देख सकूँ।
19 Πάροικος είμαι εγώ εν τη γή· μη κρύψης απ' εμού τα προστάγματά σου.
१९मैं तो पृथ्वी पर परदेशी हूँ; अपनी आज्ञाओं को मुझसे छिपाए न रख!
20 Η ψυχή μου λιποθυμεί εκ του πόθου τον οποίον έχω εις τας κρίσεις σου πάντοτε.
२०मेरा मन तेरे नियमों की अभिलाषा के कारण हर समय खेदित रहता है।
21 Συ επετίμησας τους επικαταράτους υπερηφάνους, τους εκκλίνοντας από των προσταγμάτων σου.
२१तूने अभिमानियों को, जो श्रापित हैं, घुड़का है, वे तेरी आज्ञाओं से भटके हुए हैं।
22 Σήκωσον απ' εμού το όνειδος και την καταφρόνησιν· διότι εφύλαξα τα μαρτύριά σου.
२२मेरी नामधराई और अपमान दूर कर, क्योंकि मैं तेरी चितौनियों को पकड़े हूँ।
23 Άρχοντες τωόντι εκάθισαν και ελάλουν εναντίον μου· αλλ' ο δούλός σου εμελέτα εις τα διατάγματά σου.
२३हाकिम भी बैठे हुए आपस में मेरे विरुद्ध बातें करते थे, परन्तु तेरा दास तेरी विधियों पर ध्यान करता रहा।
24 Τα μαρτυριά σου βεβαίως είναι η τρυφή μου και οι σύμβουλοί μου.
२४तेरी चितौनियाँ मेरा सुखमूल और मेरे मंत्री हैं। दाल्थ
25 Δάλεθ. Η ψυχή μου εκολλήθη εις το χώμα· ζωοποίησόν με κατά τον λόγον σου.
२५मैं धूल में पड़ा हूँ; तू अपने वचन के अनुसार मुझ को जिला!
26 Εφανέρωσα τας οδούς μου, και μου εισήκουσας· δίδαξόν με τα διατάγματά σου.
२६मैंने अपनी चाल चलन का तुझ से वर्णन किया है और तूने मेरी बात मान ली है; तू मुझ को अपनी विधियाँ सिखा!
27 Κάμε με να εννοώ την οδόν των εντολών σου, και θέλω μελετά εις τα θαυμάσιά σου.
२७अपने उपदेशों का मार्ग मुझे समझा, तब मैं तेरे आश्चर्यकर्मों पर ध्यान करूँगा।
28 Η ψυχή μου τήκεται υπό θλίψεως· στερέωσόν με κατά τον λόγον σου.
२८मेरा जीव उदासी के मारे गल चला है; तू अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भाल!
29 Απομάκρυνον απ' εμού την οδόν του ψεύδους, και χάρισόν μοι τον νόμον σου.
२९मुझ को झूठ के मार्ग से दूर कर; और कृपा करके अपनी व्यवस्था मुझे दे।
30 Την οδόν της αληθείας εξέλεξα· προ οφθαλμών μου έθεσα τας κρίσεις σου.
३०मैंने सच्चाई का मार्ग चुन लिया है, तेरे नियमों की ओर मैं चित्त लगाए रहता हूँ।
31 Προσεκολλήθην εις τα μαρτύριά σου· Κύριε, μη με καταισχύνης.
३१मैं तेरी चितौनियों में लौलीन हूँ, हे यहोवा, मुझे लज्जित न होने दे!
32 Την οδόν των προσταγμάτων σου θέλω τρέχει, όταν πλατύνης την καρδίαν μου.
३२जब तू मेरा हियाव बढ़ाएगा, तब मैं तेरी आज्ञाओं के मार्ग में दौड़ूँगा। हे
33 Ε. Δίδαξόν με, Κύριε, την οδόν των διαταγμάτων σου, και θέλω φυλάττει αυτήν μέχρι τέλους.
३३हे यहोवा, मुझे अपनी विधियों का मार्ग सिखा दे; तब मैं उसे अन्त तक पकड़े रहूँगा।
34 Συνέτισόν με, και θέλω φυλάττει τον νόμον σου· ναι, θέλω φυλάττει αυτόν εν όλη καρδία.
३४मुझे समझ दे, तब मैं तेरी व्यवस्था को पकड़े रहूँगा और पूर्ण मन से उस पर चलूँगा।
35 Οδήγησόν με εις την οδόν των προσταγμάτων σου· διότι ευφραίνομαι εις αυτήν.
३५अपनी आज्ञाओं के पथ में मुझ को चला, क्योंकि मैं उसी से प्रसन्न हूँ।
36 Κλίνον την καρδίαν μου εις τα μαρτύριά σου και μη εις πλεονεξίαν.
३६मेरे मन को लोभ की ओर नहीं, अपनी चितौनियों ही की ओर फेर दे।
37 Απόστρεψον τους οφθαλμούς μου από του να βλέπωσι ματαιότητα· ζωοποίησόν με εν τη οδώ σου.
३७मेरी आँखों को व्यर्थ वस्तुओं की ओर से फेर दे; तू अपने मार्ग में मुझे जिला।
38 Εκτέλεσον τον λόγον σου προς τον δούλον σου, όστις είναι δεδομένος εις τον φόβον σου.
३८तेरा वादा जो तेरे भय माननेवालों के लिये है, उसको अपने दास के निमित्त भी पूरा कर।
39 Αφαίρεσον το όνειδός μου, το οποίον φοβούμαι· διότι αι κρίσεις σου είναι αγαθαί.
३९जिस नामधराई से मैं डरता हूँ, उसे दूर कर; क्योंकि तेरे नियम उत्तम हैं।
40 Ιδού, επεθύμησα τας εντολάς σου· ζωοποίησόν με διά της δικαιοσύνης σου.
४०देख, मैं तेरे उपदेशों का अभिलाषी हूँ; अपने धर्म के कारण मुझ को जिला। वाव
41 Βάου. Και ας έλθη επ εμέ το έλεός σου, Κύριε, και η σωτηρία σου κατά τον λόγον σου.
४१हे यहोवा, तेरी करुणा और तेरा किया हुआ उद्धार, तेरे वादे के अनुसार, मुझ को भी मिले;
42 Τότε θέλω αποκριθή προς τον ονειδίζοντά με· διότι ελπίζω επί τον λόγον σου.
४२तब मैं अपनी नामधराई करनेवालों को कुछ उत्तर दे सकूँगा, क्योंकि मेरा भरोसा, तेरे वचन पर है।
43 Και μη αφαιρέσης ολοτελώς από του στόματός μου τον λόγον της αληθείας· διότι ήλπισα επί τας κρίσεις σου.
४३मुझे अपने सत्य वचन कहने से न रोक क्योंकि मेरी आशा तेरे नियमों पर है।
44 Και θέλω φυλάττει τον νόμον σου διαπαντός, εις τον αιώνα του αιώνος.
४४तब मैं तेरी व्यवस्था पर लगातार, सदा सर्वदा चलता रहूँगा;
45 Και θέλω περιπατεί εν ευρυχωρία· διότι εξεζήτησα τας εντολάς σου.
४५और मैं चौड़े स्थान में चला फिरा करूँगा, क्योंकि मैंने तेरे उपदेशों की सुधि रखी है।
46 Και θέλω ομιλεί περί των μαρτυρίων σου έμπροσθεν βασιλέων, και δεν θέλω αισχυνθή.
४६और मैं तेरी चितौनियों की चर्चा राजाओं के सामने भी करूँगा, और लज्जित न होऊँगा;
47 Και θέλω εντρυφά εις τα προστάγματά σου, τα οποία ηγάπησα.
४७क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं के कारण सुखी हूँ, और मैं उनसे प्रीति रखता हूँ।
48 Και θέλω υψόνει τας χείρας μου προς τα προστάγματά σου, τα οποία ηγάπησα· και θέλω μελετά εις τα διατάγματά σου.
४८मैं तेरी आज्ञाओं की ओर जिनमें मैं प्रीति रखता हूँ, हाथ फैलाऊँगा और तेरी विधियों पर ध्यान करूँगा। ज़ैन
49 Ζάϊν. Ενθυμήθητι τον λόγον τον προς τον δούλον σου, εις τον οποίον με επήλπισας.
४९जो वादा तूने अपने दास को दिया है, उसे स्मरण कर, क्योंकि तूने मुझे आशा दी है।
50 Αύτη είναι η παρηγορία μου εν τη θλίψει μου, ότι ο λόγος σου με εζωοποίησεν.
५०मेरे दुःख में मुझे शान्ति उसी से हुई है, क्योंकि तेरे वचन के द्वारा मैंने जीवन पाया है।
51 Οι υπερήφανοι με εχλεύαζον σφόδρα· αλλ' εγώ από του νόμου σου δεν εξέκλινα.
५१अहंकारियों ने मुझे अत्यन्त ठट्ठे में उड़ाया है, तो भी मैं तेरी व्यवस्था से नहीं हटा।
52 Ενεθυμήθην τας απ' αιώνος κρίσεις σου, Κύριε, και παρηγορήθην.
५२हे यहोवा, मैंने तेरे प्राचीन नियमों को स्मरण करके शान्ति पाई है।
53 Φρίκη με κατέλαβεν εξ αιτίας των ασεβών, των εγκαταλειπόντων τον νόμον σου.
५३जो दुष्ट तेरी व्यवस्था को छोड़े हुए हैं, उनके कारण मैं क्रोध से जलता हूँ।
54 Τα διατάγματά σου υπήρξαν εις εμέ ψαλμωδίαι εν τω οίκω της παροικίας μου.
५४जहाँ मैं परदेशी होकर रहता हूँ, वहाँ तेरी विधियाँ, मेरे गीत गाने का विषय बनी हैं।
55 Ενεθυμήθην εν νυκτί το όνομά σου, Κύριε· και εφύλαξα τον νόμον σου.
५५हे यहोवा, मैंने रात को तेरा नाम स्मरण किया, और तेरी व्यवस्था पर चला हूँ।
56 Τούτο έγεινεν εις εμέ, διότι εφύλαξα τας εντολάς σου.
५६यह मुझसे इस कारण हुआ, कि मैं तेरे उपदेशों को पकड़े हुए था। हेथ
57 Χεθ. Συ, Κύριε, μερίς μου είσαι· είπα να φυλάξω τους λόγους σου.
५७यहोवा मेरा भाग है; मैंने तेरे वचनों के अनुसार चलने का निश्चय किया है।
58 Παρεκάλεσα το πρόσωπόν σου εν όλη καρδία· ελέησόν με κατά τον λόγον σου.
५८मैंने पूरे मन से तुझे मनाया है; इसलिए अपने वादे के अनुसार मुझ पर दया कर।
59 Διελογίσθην τας οδούς μου και έστρεψα τους πόδας μου εις τα μαρτύριά σου.
५९मैंने अपनी चाल चलन को सोचा, और तेरी चितौनियों का मार्ग लिया।
60 Έσπευσα και δεν εβράδυνα να φυλάξω τα προστάγματά σου.
६०मैंने तेरी आज्ञाओं के मानने में विलम्ब नहीं, फुर्ती की है।
61 Στίφη ασεβών με περιεκύκλωσαν· αλλ' εγώ δεν ελησμόνησα τον νόμον σου.
६१मैं दुष्टों की रस्सियों से बन्ध गया हूँ, तो भी मैं तेरी व्यवस्था को नहीं भूला।
62 Το μεσονύκτιον εγείρομαι διά να σε δοξολογώ διά τας κρίσεις της δικαιοσύνης σου.
६२तेरे धर्ममय नियमों के कारण मैं आधी रात को तेरा धन्यवाद करने को उठूँगा।
63 Εγώ είμαι μέτοχος πάντων των φοβουμένων σε και φυλαττόντων τας εντολάς σου.
६३जितने तेरा भय मानते और तेरे उपदेशों पर चलते हैं, उनका मैं संगी हूँ।
64 Η γη, Κύριε, είναι πλήρης του ελέους σου· δίδαξόν με τα διατάγματά σου.
६४हे यहोवा, तेरी करुणा पृथ्वी में भरी हुई है; तू मुझे अपनी विधियाँ सिखा! टेथ
65 Τεθ. Συ, Κύριε, ευηργέτησας τον δούλον σου κατά τον λόγον σου.
६५हे यहोवा, तूने अपने वचन के अनुसार अपने दास के संग भलाई की है।
66 Δίδαξόν με φρόνησιν και γνώσιν· διότι επίστευσα εις τα προστάγματά σου.
६६मुझे भली विवेक-शक्ति और समझ दे, क्योंकि मैंने तेरी आज्ञाओं का विश्वास किया है।
67 Πριν ταλαιπωρηθώ, εγώ επλανώμην· αλλά τώρα εφύλαξα τον λόγον σου.
६७उससे पहले कि मैं दुःखित हुआ, मैं भटकता था; परन्तु अब मैं तेरे वचन को मानता हूँ।
68 Συ είσαι αγαθός και αγαθοποιός· δίδαξόν με τα διατάγματά σου.
६८तू भला है, और भला करता भी है; मुझे अपनी विधियाँ सिखा।
69 Οι υπερήφανοι έπλεξαν κατ' εμού ψεύδος· αλλ' εγώ εν όλη καρδία θέλω φυλάττει τας εντολάς σου.
६९अभिमानियों ने तो मेरे विरुद्ध झूठ बात गढ़ी है, परन्तु मैं तेरे उपदेशों को पूरे मन से पकड़े रहूँगा।
70 Η καρδία αυτών έπηξεν ως πάχος· αλλ' εγώ εντρυφώ εις τον νόμον σου.
७०उनका मन मोटा हो गया है, परन्तु मैं तेरी व्यवस्था के कारण सुखी हूँ।
71 Καλόν έγεινεν εις εμέ ότι εταλαιπωρήθην, διά να μάθω τα διατάγματά σου.
७१मुझे जो दुःख हुआ वह मेरे लिये भला ही हुआ है, जिससे मैं तेरी विधियों को सीख सकूँ।
72 Ο νόμος του στόματός σου είναι καλήτερος εις εμέ, υπέρ χιλιάδας χρυσίου και αργυρίου.
७२तेरी दी हुई व्यवस्था मेरे लिये हजारों रुपयों और मुहरों से भी उत्तम है। योध
73 Ιώδ. Αι χείρές σου με έκαμαν και με έπλασαν· συνέτισόν με, και θέλω μάθει τα προστάγματά σου.
७३तेरे हाथों से मैं बनाया और रचा गया हूँ; मुझे समझ दे कि मैं तेरी आज्ञाओं को सीखूँ।
74 Οι φοβούμενοί σε θέλουσι με ιδεί και ευφρανθή, διότι ήλπισα επί τον λόγον σου.
७४तेरे डरवैये मुझे देखकर आनन्दित होंगे, क्योंकि मैंने तेरे वचन पर आशा लगाई है।
75 Γνωρίζω, Κύριε, ότι αι κρίσεις σου είναι δικαιοσύνη, και ότι πιστώς με εταλαιπώρησας.
७५हे यहोवा, मैं जान गया कि तेरे नियम धर्ममय हैं, और तूने अपने सच्चाई के अनुसार मुझे दुःख दिया है।
76 Ας με παρηγορήση, δέομαι, το έλεός σου, κατά τον λόγον σου τον προς τον δούλον σου.
७६मुझे अपनी करुणा से शान्ति दे, क्योंकि तूने अपने दास को ऐसा ही वादा दिया है।
77 Ας έλθωσιν επ' εμέ οι οικτιρμοί σου, διά να ζώ· διότι ο νόμος σου είναι η τρυφή μου.
७७तेरी दया मुझ पर हो, तब मैं जीवित रहूँगा; क्योंकि मैं तेरी व्यवस्था से सुखी हूँ।
78 Ας αισχυνθώσιν οι υπερήφανοι, διότι ζητούσιν αδίκως να με ανατρέψωσιν· αλλ' εγώ θέλω μελετά εις τας εντολάς σου.
७८अहंकारी लज्जित किए जाए, क्योंकि उन्होंने मुझे झूठ के द्वारा गिरा दिया है; परन्तु मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूँगा।
79 Ας επιστρέψωσιν εις εμέ οι φοβούμενοί σε, και οι γνωρίζοντες τα μαρτύριά σου·
७९जो तेरा भय मानते हैं, वह मेरी ओर फिरें, तब वे तेरी चितौनियों को समझ लेंगे।
80 Ας ήναι η καρδία μου άμωμος εις τα διατάγματά σου, διά να μη αισχυνθώ.
८०मेरा मन तेरी विधियों के मानने में सिद्ध हो, ऐसा न हो कि मुझे लज्जित होना पड़े। क़ाफ
81 Καφ. Λιποθυμεί η ψυχή μου διά την σωτηρίαν σου· επί τον λόγον σου ελπίζω.
८१मेरा प्राण तेरे उद्धार के लिये बैचेन है; परन्तु मुझे तेरे वचन पर आशा रहती है।
82 Οι οφθαλμοί μου απέκαμον διά τον λόγον σου, λέγοντες, Πότε θέλεις με παρηγορήσει;
८२मेरी आँखें तेरे वादे के पूरे होने की बाट जोहते-जोहते धुंधली पड़ गईं है; और मैं कहता हूँ कि तू मुझे कब शान्ति देगा?
83 Διότι έγεινα ως ασκός εν τω καπνώ· αλλά τα διατάγματά σου δεν ελησμόνησα.
८३क्योंकि मैं धुएँ में की कुप्पी के समान हो गया हूँ, तो भी तेरी विधियों को नहीं भूला।
84 Πόσαι είναι αι ημέραι του δούλου σου; πότε θέλεις κάμει κρίσιν εναντίον των καταδιωκόντων με;
८४तेरे दास के कितने दिन रह गए हैं? तू मेरे पीछे पड़े हुओं को दण्ड कब देगा?
85 Οι υπερήφανοι, οι εναντίοι του νόμου σου, έσκαψαν εις εμέ λάκκους.
८५अहंकारी जो तेरी व्यवस्था के अनुसार नहीं चलते, उन्होंने मेरे लिये गड्ढे खोदे हैं।
86 Πάντα τα προστάγματά σου είναι αλήθεια· αδίκως με κατατρέχουσι· βοήθησόν μοι.
८६तेरी सब आज्ञाएँ विश्वासयोग्य हैं; वे लोग झूठ बोलते हुए मेरे पीछे पड़े हैं; तू मेरी सहायता कर!
87 Παρ' ολίγον με κατέστρεψαν εις την γήν· αλλ' εγώ δεν εγκατέλιπον τας εντολάς σου.
८७वे मुझ को पृथ्वी पर से मिटा डालने ही पर थे, परन्तु मैंने तेरे उपदेशों को नहीं छोड़ा।
88 Ζωοποίησόν με κατά το έλεός σου· και θέλω φυλάξει τα μαρτύρια του στόματός σου.
८८अपनी करुणा के अनुसार मुझ को जिला, तब मैं तेरी दी हुई चितौनी को मानूँगा। लामेध
89 Λάμεδ. Εις τον αιώνα, Κύριε, διαμένει ο λόγος σου εν τω ουρανώ·
८९हे यहोवा, तेरा वचन, आकाश में सदा तक स्थिर रहता है।
90 η αλήθειά σου εις γενεάν και γενεάν· εθεμελίωσας την γην, και διαμένει.
९०तेरी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है; तूने पृथ्वी को स्थिर किया, इसलिए वह बनी है।
91 Κατά τας διατάξεις σου διαμένουσιν έως της σήμερον, διότι τα σύμπαντα είναι δούλοι σου.
९१वे आज के दिन तक तेरे नियमों के अनुसार ठहरे हैं; क्योंकि सारी सृष्टि तेरे अधीन है।
92 Εάν ο νόμος σου δεν ήτο η τρυφή μου, τότε ήθελον χαθή εν τη θλίψει μου.
९२यदि मैं तेरी व्यवस्था से सुखी न होता, तो मैं दुःख के समय नाश हो जाता।
93 Εις τον αιώνα δεν θέλω λησμονήσει τας εντολάς σου, διότι εν αυταίς με εζωοποίησας.
९३मैं तेरे उपदेशों को कभी न भूलूँगा; क्योंकि उन्हीं के द्वारा तूने मुझे जिलाया है।
94 Σος είμαι εγώ· σώσον με· διότι τας εντολάς σου εξεζήτησα.
९४मैं तेरा ही हूँ, तू मेरा उद्धार कर; क्योंकि मैं तेरे उपदेशों की सुधि रखता हूँ।
95 Οι ασεβείς με περιέμενον διά να με αφανίσωσιν· αλλ' εγώ θέλω προσέχει εις τα μαρτύριά σου.
९५दुष्ट मेरा नाश करने के लिये मेरी घात में लगे हैं; परन्तु मैं तेरी चितौनियों पर ध्यान करता हूँ।
96 Εις πάσαν τελειότητα είδον όριον· αλλ' ο νόμος σου είναι πλατύς σφόδρα.
९६मैंने देखा है कि प्रत्येक पूर्णता की सीमा होती है, परन्तु तेरी आज्ञा का विस्तार बड़ा और सीमा से परे है। मीम
97 Μεμ. Πόσον αγαπώ τον νόμον σου· όλην την ημέραν είναι μελέτη μου.
९७आहा! मैं तेरी व्यवस्था में कैसी प्रीति रखता हूँ! दिन भर मेरा ध्यान उसी पर लगा रहता है।
98 Διά των προσταγμάτων σου με έκαμες σοφώτερον των εχθρών μου, διότι είναι πάντοτε μετ' εμού.
९८तू अपनी आज्ञाओं के द्वारा मुझे अपने शत्रुओं से अधिक बुद्धिमान करता है, क्योंकि वे सदा मेरे मन में रहती हैं।
99 Είμαι συνετώτερος πάντων των διδασκόντων με· διότι τα μαρτύριά σου είναι μελέτη μου.
९९मैं अपने सब शिक्षकों से भी अधिक समझ रखता हूँ, क्योंकि मेरा ध्यान तेरी चितौनियों पर लगा है।
100 Είμαι συνετώτερος των γερόντων· διότι εφύλαξα τας εντολάς σου.
१००मैं पुरनियों से भी समझदार हूँ, क्योंकि मैं तेरे उपदेशों को पकड़े हुए हूँ।
101 Από πάσης οδού πονηράς εκώλυσα τους πόδας μου, διά να φυλάξω τον λόγον σου.
१०१मैंने अपने पाँवों को हर एक बुरे रास्ते से रोक रखा है, जिससे मैं तेरे वचन के अनुसार चलूँ।
102 Από των κρίσεών σου δεν εξέκλινα· διότι συ με εδίδαξας.
१०२मैं तेरे नियमों से नहीं हटा, क्योंकि तू ही ने मुझे शिक्षा दी है।
103 Πόσον γλυκείς είναι οι λόγοι σου εις τον ουρανίσκον μου· είναι υπέρ μέλι εις το στόμα μου.
१०३तेरे वचन मुझ को कैसे मीठे लगते हैं, वे मेरे मुँह में मधु से भी मीठे हैं!
104 Εκ των εντολών σου έγεινα συνετός· διά τούτο εμίσησα πάσαν οδόν ψεύδους.
१०४तेरे उपदेशों के कारण मैं समझदार हो जाता हूँ, इसलिए मैं सब मिथ्या मार्गों से बैर रखता हूँ। नून
105 Νούν. Λύχνος εις τους πόδας μου είναι ο λόγος σου και φως εις τας τρίβους μου.
१०५तेरा वचन मेरे पाँव के लिये दीपक, और मेरे मार्ग के लिये उजियाला है।
106 Ώμοσα και θέλω εμμένει να φυλάττω τας κρίσεις της δικαιοσύνης σου.
१०६मैंने शपथ खाई, और ठान लिया है कि मैं तेरे धर्ममय नियमों के अनुसार चलूँगा।
107 Εταλαιπωρήθην σφόδρα· Κύριε, ζωοποίησόν με κατά τον λόγον σου.
१०७मैं अत्यन्त दुःख में पड़ा हूँ; हे यहोवा, अपने वादे के अनुसार मुझे जिला।
108 Πρόσδεξαι, δέομαι, τας προαιρετικάς προσφοράς του στόματός μου, Κύριε· και δίδαξόν με τας κρίσεις σου.
१०८हे यहोवा, मेरे वचनों को स्वेच्छाबलि जानकर ग्रहण कर, और अपने नियमों को मुझे सिखा।
109 Η ψυχή μου είναι πάντοτε εν κινδύνω· τον νόμον σου όμως δεν ελησμόνησα.
१०९मेरा प्राण निरन्तर मेरी हथेली पर रहता है, तो भी मैं तेरी व्यवस्था को भूल नहीं गया।
110 Οι ασεβείς έστησαν εις εμέ παγίδα· αλλ' εγώ από των εντολών σου δεν εξέκλινα.
११०दुष्टों ने मेरे लिये फंदा लगाया है, परन्तु मैं तेरे उपदेशों के मार्ग से नहीं भटका।
111 Τα μαρτύριά σου εκληρονόμησα εις τον αιώνα· διότι ταύτα είναι η αγαλλίασις της καρδίας μου.
१११मैंने तेरी चितौनियों को सदा के लिये अपना निज भागकर लिया है, क्योंकि वे मेरे हृदय के हर्ष का कारण है।
112 Έκλινα την καρδίαν μου εις το να κάμνω τα διατάγματά σου πάντοτε μέχρι τέλους.
११२मैंने अपने मन को इस बात पर लगाया है, कि अन्त तक तेरी विधियों पर सदा चलता रहूँ। सामेख
113 Σάμεχ. Εμίσησα τους διεστραμμένους στοχασμούς· τον δε νόμον σου ηγάπησα.
११३मैं दुचित्तों से तो बैर रखता हूँ, परन्तु तेरी व्यवस्था से प्रीति रखता हूँ।
114 Συ είσαι η σκέπη μου και η ασπίς μου· επί τον λόγον σου ελπίζω.
११४तू मेरी आड़ और ढाल है; मेरी आशा तेरे वचन पर है।
115 Απομακρύνθητε απ' εμού οι πονηρευόμενοι· διότι θέλω φυλάττει τα προστάγματα του Θεού μου.
११५हे कुकर्मियों, मुझसे दूर हो जाओ, कि मैं अपने परमेश्वर की आज्ञाओं को पकड़े रहूँ!
116 Υποστήριζέ με κατά τον λόγον σου και θέλω ζή· και μη με καταισχύνης εις την ελπίδα μου.
११६हे यहोवा, अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भाल, कि मैं जीवित रहूँ, और मेरी आशा को न तोड़!
117 Υποστήριζέ με και θέλω σωθή· και θέλω προσέχει διαπαντός εις τα διατάγματά σου.
११७मुझे थामे रख, तब मैं बचा रहूँगा, और निरन्तर तेरी विधियों की ओर चित्त लगाए रहूँगा!
118 Συ κατεπάτησας πάντας τους εκκλίνοντας από των διαταγμάτων σου· διότι ματαία είναι η δολιότης αυτών.
११८जितने तेरी विधियों के मार्ग से भटक जाते हैं, उन सब को तू तुच्छ जानता है, क्योंकि उनकी चतुराई झूठ है।
119 Αποσκυβαλίζεις πάντας τους πονηρούς της γής· διά τούτο ηγάπησα τα μαρτύριά σου.
११९तूने पृथ्वी के सब दुष्टों को धातु के मैल के समान दूर किया है; इस कारण मैं तेरी चितौनियों से प्रीति रखता हूँ।
120 Έφριξεν η σαρξ μου από του φόβου σου, και από των κρίσεών σου εφοβήθην.
१२०तेरे भय से मेरा शरीर काँप उठता है, और मैं तेरे नियमों से डरता हूँ। ऐन
121 Νγάϊν. Έκαμα κρίσιν και δικαιοσύνην· μη με παραδώσης εις τους αδικούντάς με.
१२१मैंने तो न्याय और धर्म का काम किया है; तू मुझे अत्याचार करनेवालों के हाथ में न छोड़।
122 Γενού εγγυητής του δούλου σου εις καλόν· ας μη με καταθλίψωσιν οι υπερήφανοι.
१२२अपने दास की भलाई के लिये जामिन हो, ताकि अहंकारी मुझ पर अत्याचार न करने पाएँ।
123 Οι οφθαλμοί μου απέκαμον διά την σωτηρίαν σου και διά τον λόγον της δικαιοσύνης σου.
१२३मेरी आँखें तुझ से उद्धार पाने, और तेरे धर्ममय वचन के पूरे होने की बाट जोहते-जोहते धुँधली पड़ गई हैं।
124 Κάμε μετά του δούλου σου κατά το έλεός σου και δίδαξόν με τα διατάγματά σου.
१२४अपने दास के संग अपनी करुणा के अनुसार बर्ताव कर, और अपनी विधियाँ मुझे सिखा।
125 Δούλος σου είμαι εγώ· συνέτισόν με, και θέλω γνωρίσει τα μαρτύριά σου.
१२५मैं तेरा दास हूँ, तू मुझे समझ दे कि मैं तेरी चितौनियों को समझूँ।
126 Καιρός είναι διά να ενεργήση ο Κύριος· ηκύρωσαν τον νόμον σου.
१२६वह समय आया है, कि यहोवा काम करे, क्योंकि लोगों ने तेरी व्यवस्था को तोड़ दिया है।
127 Διά τούτο ηγάπησα τα προστάγματά σου υπέρ χρυσίον, και υπέρ χρυσίον καθαρόν.
१२७इस कारण मैं तेरी आज्ञाओं को सोने से वरन् कुन्दन से भी अधिक प्रिय मानता हूँ।
128 Διά τούτο εγνώρισα ορθάς πάσας τας εντολάς σου περί παντός πράγματος· και εμίσησα πάσαν οδόν ψεύδους.
१२८इसी कारण मैं तेरे सब उपदेशों को सब विषयों में ठीक जानता हूँ; और सब मिथ्या मार्गों से बैर रखता हूँ। पे
129 Πε. Θαυμαστά είναι τα μαρτύριά σου· διά τούτο εφύλαξεν αυτά η ψυχή μου.
१२९तेरी चितौनियाँ अद्भुत हैं, इस कारण मैं उन्हें अपने जी से पकड़े हुए हूँ।
130 Η φανέρωσις των λόγων σου φωτίζει· συνετίζει τους απλούς.
१३०तेरी बातों के खुलने से प्रकाश होता है; उससे निर्बुद्धि लोग समझ प्राप्त करते हैं।
131 Ήνοιξε το στόμα μου και ανεστέναξα· διότι επεθύμησα τα προστάγματά σου.
१३१मैं मुँह खोलकर हाँफने लगा, क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं का प्यासा था।
132 Επίβλεψον επ' εμέ και ελέησόν με, καθώς συνειθίζεις προς τους αγαπώντας το όνομά σου.
१३२जैसी तेरी रीति अपने नाम के प्रीति रखनेवालों से है, वैसे ही मेरी ओर भी फिरकर मुझ पर दया कर।
133 Στερέωσον τα βήματά μου εις τον λόγον σου· και ας μη με κατακυριεύση μηδεμία ανομία.
१३३मेरे पैरों को अपने वचन के मार्ग पर स्थिर कर, और किसी अनर्थ बात को मुझ पर प्रभुता न करने दे।
134 Λύτρωσόν με από καταδυναστείας ανθρώπων, και θέλω φυλάττει τας εντολάς σου.
१३४मुझे मनुष्यों के अत्याचार से छुड़ा ले, तब मैं तेरे उपदेशों को मानूँगा।
135 Επίφανον το πρόσωπόν σου επί τον δούλον σου, και δίδαξόν με τα διατάγματά σου.
१३५अपने दास पर अपने मुख का प्रकाश चमका दे, और अपनी विधियाँ मुझे सिखा।
136 Ρύακας υδάτων κατεβίβασαν οι οφθαλμοί μου, επειδή δεν φυλάττουσι τον νόμον σου.
१३६मेरी आँखों से आँसुओं की धारा बहती रहती है, क्योंकि लोग तेरी व्यवस्था को नहीं मानते। सांदे
137 Τσάδε. Δίκαιος είσαι, Κύριε, και ευθείαι αι κρίσεις σου.
१३७हे यहोवा तू धर्मी है, और तेरे नियम सीधे हैं।
138 Τα μαρτύριά σου, τα οποία διέταξας, είναι δικαιοσύνη και υπερτάτη αλήθεια.
१३८तूने अपनी चितौनियों को धर्म और पूरी सत्यता से कहा है।
139 Ο ζήλος μου με κατέφαγε, διότι ελησμόνησαν τους λόγους σου οι εχθροί μου.
१३९मैं तेरी धुन में भस्म हो रहा हूँ, क्योंकि मेरे सतानेवाले तेरे वचनों को भूल गए हैं।
140 Ο λόγος σου είναι κεκαθαρισμένος σφόδρα· διά τούτο ο δούλός σου αγαπά αυτόν.
१४०तेरा वचन पूरी रीति से ताया हुआ है, इसलिए तेरा दास उसमें प्रीति रखता है।
141 Μικρός είμαι και εξουδενωμένος· δεν ελησμόνησα όμως τας εντολάς σου.
१४१मैं छोटा और तुच्छ हूँ, तो भी मैं तेरे उपदेशों को नहीं भूलता।
142 Η δικαιοσύνη σου είναι δικαιοσύνη εις τον αιώνα, και ο νόμος σου αλήθεια.
१४२तेरा धर्म सदा का धर्म है, और तेरी व्यवस्था सत्य है।
143 Θλίψεις και στενοχωρίαι με εύρηκαν· τα προστάγματά σου όμως είναι η χαρά μου.
१४३मैं संकट और सकेती में फँसा हूँ, परन्तु मैं तेरी आज्ञाओं से सुखी हूँ।
144 Τα μαρτύριά σου είναι δικαιοσύνη εις τον αιώνα· Συνέτισόν με και θέλω ζήσει.
१४४तेरी चितौनियाँ सदा धर्ममय हैं; तू मुझ को समझ दे कि मैं जीवित रहूँ। क़ाफ़
145 Κοφ. Έκραξα εν όλη καρδία· άκουσόν μου, Κύριε, και θέλω φυλάξει τα διατάγματά σου.
१४५मैंने सारे मन से प्रार्थना की है, हे यहोवा मेरी सुन! मैं तेरी विधियों को पकड़े रहूँगा।
146 Έκραξα προς σέ· σώσον με, και θέλω φυλάξει τα μαρτύριά σου.
१४६मैंने तुझ से प्रार्थना की है, तू मेरा उद्धार कर, और मैं तेरी चितौनियों को माना करूँगा।
147 Προέλαβον την αυγήν και έκραξα· ήλπισα επί τον λόγον σου.
१४७मैंने पौ फटने से पहले दुहाई दी; मेरी आशा तेरे वचनों पर थी।
148 Οι οφθαλμοί μου προλαμβάνουσι τας νυκτοφυλακάς, διά να μελετώ εις τον λόγον σου.
१४८मेरी आँखें रात के एक-एक पहर से पहले खुल गईं, कि मैं तेरे वचन पर ध्यान करूँ।
149 Άκουσον της φωνής μου κατά το έλεός σου· ζωοποίησόν με, Κύριε, κατά την κρίσιν σου.
१४९अपनी करुणा के अनुसार मेरी सुन ले; हे यहोवा, अपनी नियमों के रीति अनुसार मुझे जीवित कर।
150 Επλησίασαν οι ακολουθούντες την πονηρίαν· εξέκλιναν από του νόμου σου.
१५०जो दुष्टता की धुन में हैं, वे निकट आ गए हैं; वे तेरी व्यवस्था से दूर हैं।
151 Συ, Κύριε, είσαι πλησίον, και πάντα τα προστάγματά σου είναι αλήθεια.
१५१हे यहोवा, तू निकट है, और तेरी सब आज्ञाएँ सत्य हैं।
152 Προ πολλού εγνώρισα εκ των μαρτυρίων σου, ότι εις τον αιώνα εθεμελίωσας αυτά.
१५२बहुत काल से मैं तेरी चितौनियों को जानता हूँ, कि तूने उनकी नींव सदा के लिये डाली है। रेश
153 Ρες. Ιδέ την θλίψιν μου και ελευθέρωσόν με· διότι δεν ελησμόνησα τον νόμον σου.
१५३मेरे दुःख को देखकर मुझे छुड़ा ले, क्योंकि मैं तेरी व्यवस्था को भूल नहीं गया।
154 Δίκασον την δίκην μου και λύτρωσόν με· ζωοποίησόν με κατά τον λόγον σου.
१५४मेरा मुकद्दमा लड़, और मुझे छुड़ा ले; अपने वादे के अनुसार मुझ को जिला।
155 Μακράν από ασεβών η σωτηρία· διότι δεν εκζητούσι τα διατάγματά σου.
१५५दुष्टों को उद्धार मिलना कठिन है, क्योंकि वे तेरी विधियों की सुधि नहीं रखते।
156 Μεγάλοι οι οικτιρμοί σου, Κύριε· ζωοποίησόν με κατά τας κρίσεις σου.
१५६हे यहोवा, तेरी दया तो बड़ी है; इसलिए अपने नियमों के अनुसार मुझे जिला।
157 Πολλοί είναι οι καταδιώκοντές με και οι θλίβοντές με· αλλ' από των μαρτυρίων σου δεν εξέκλινα.
१५७मेरा पीछा करनेवाले और मेरे सतानेवाले बहुत हैं, परन्तु मैं तेरी चितौनियों से नहीं हटता।
158 Είδον τους παραβάτας και εταράχθην· διότι δεν εφύλαξαν τον λόγον σου.
१५८मैं विश्वासघातियों को देखकर घृणा करता हूँ; क्योंकि वे तेरे वचन को नहीं मानते।
159 Ιδέ πόσον αγαπώ τας εντολάς σου· Κύριε, ζωοποίησόν με κατά το έλεός σου.
१५९देख, मैं तेरे उपदेशों से कैसी प्रीति रखता हूँ! हे यहोवा, अपनी करुणा के अनुसार मुझ को जिला।
160 Το κεφάλαιον του λόγου σου είναι η αλήθεια· και εις τον αιώνα μένουσι πάσαι αι κρίσεις της δικαιοσύνης σου.
१६०तेरा सारा वचन सत्य ही है; और तेरा एक-एक धर्ममय नियम सदाकाल तक अटल है। शीन
161 Σχίν. Άρχοντες με κατεδίωξαν αναιτίως· αλλ' η καρδία μου τρέμει από του λόγου σου.
१६१हाकिम व्यर्थ मेरे पीछे पड़े हैं, परन्तु मेरा हृदय तेरे वचनों का भय मानता है।
162 Αγάλλομαι εις τον λόγον σου, ως ο ευρίσκων λάφυρα πολλά.
१६२जैसे कोई बड़ी लूट पाकर हर्षित होता है, वैसे ही मैं तेरे वचन के कारण हर्षित हूँ।
163 Μισώ και βδελύττομαι το ψεύδος· τον νόμον σου αγαπώ.
१६३झूठ से तो मैं बैर और घृणा रखता हूँ, परन्तु तेरी व्यवस्था से प्रीति रखता हूँ।
164 Επτάκις της ημέρας σε αινώ, διά τας κρίσεις της δικαιοσύνης σου.
१६४तेरे धर्ममय नियमों के कारण मैं प्रतिदिन सात बार तेरी स्तुति करता हूँ।
165 Ειρήνην πολλήν έχουσιν οι αγαπώντες τον νόμον σου· και εις αυτούς δεν υπάρχει πρόσκομμα.
१६५तेरी व्यवस्था से प्रीति रखनेवालों को बड़ी शान्ति होती है; और उनको कुछ ठोकर नहीं लगती।
166 Ήλπισα επί την σωτηρίαν σου, Κύριε· και έπραξα τα προστάγματά σου.
१६६हे यहोवा, मैं तुझ से उद्धार पाने की आशा रखता हूँ; और तेरी आज्ञाओं पर चलता आया हूँ।
167 Εφύλαξεν η ψυχή μου τα μαρτύριά σου· και ηγάπησα αυτά σφόδρα.
१६७मैं तेरी चितौनियों को जी से मानता हूँ, और उनसे बहुत प्रीति रखता आया हूँ।
168 Εφύλαξα τας εντολάς σου και τα μαρτύριά σου· διότι πάσαι αι οδοί μου είναι ενώπιόν σου.
१६८मैं तेरे उपदेशों और चितौनियों को मानता आया हूँ, क्योंकि मेरी सारी चाल चलन तेरे सम्मुख प्रगट है। ताव
169 Ταυ. Ας πλησιάση η κραυγή μου ενώπιόν σου, Κύριε· συνέτισόν με κατά τον λόγον σου.
१६९हे यहोवा, मेरी दुहाई तुझ तक पहुँचे; तू अपने वचन के अनुसार मुझे समझ दे!
170 Ας έλθη η δέησίς μου ενώπιόν σου· λύτρωσόν με κατά τον λόγον σου.
१७०मेरा गिड़गिड़ाना तुझ तक पहुँचे; तू अपने वचन के अनुसार मुझे छुड़ा ले।
171 Τα χείλη μου θέλουσι προφέρει ύμνον, όταν με διδάξης τα διατάγματά σου.
१७१मेरे मुँह से स्तुति निकला करे, क्योंकि तू मुझे अपनी विधियाँ सिखाता है।
172 Η γλώσσα μου θέλει λαλεί τον λόγον σου· διότι πάντα τα προστάγματά σου είναι δικαιοσύνη.
१७२मैं तेरे वचन का गीत गाऊँगा, क्योंकि तेरी सब आज्ञाएँ धर्ममय हैं।
173 Ας ήναι η χειρ σου εις βοήθειάν μου· διότι εξέλεξα τας εντολάς σου.
१७३तेरा हाथ मेरी सहायता करने को तैयार रहता है, क्योंकि मैंने तेरे उपदेशों को अपनाया है।
174 Επεθύμησα την σωτηρίαν σου, Κύριε· και ο νόμος σου είναι τρυφή μου.
१७४हे यहोवा, मैं तुझ से उद्धार पाने की अभिलाषा करता हूँ, मैं तेरी व्यवस्था से सुखी हूँ।
175 Ας ζήση η ψυχή μου και θέλει σε αινεί· και αι κρίσεις σου ας με βοηθώσι.
१७५मुझे जिला, और मैं तेरी स्तुति करूँगा, तेरे नियमों से मेरी सहायता हो।
176 Περιεπλανήθην ως πρόβατον απολωλός· ζήτησον τον δούλον σου· διότι δεν ελησμόνησα τα προστάγματά σου.
१७६मैं खोई हुई भेड़ के समान भटका हूँ; तू अपने दास को ढूँढ़ ले, क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं को भूल नहीं गया।

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