< Néhémie 11 >
1 Or les princes du peuple habitèrent dans Jérusalem; mais le reste du peuple jeta le sort, afin que l’on prît une partie sur dix, laquelle devait habiter dans Jérusalem, la ville sainte, mais les neuf autres parties dans les autres villes.
१प्रजा के हाकिम तो यरूशलेम में रहते थे, और शेष लोगों ने यह ठहराने के लिये चिट्ठियाँ डालीं, कि दस में से एक मनुष्य यरूशलेम में, जो पवित्र नगर है, बस जाएँ; और नौ मनुष्य अन्य नगरों में बसें।
2 Et le peuple bénit tous les hommes qui s’étaient spontanément offerts pour habiter dans Jérusalem.
२जिन्होंने अपनी ही इच्छा से यरूशलेम में वास करना चाहा उन सभी को लोगों ने आशीर्वाद दिया।
3 Voici donc les princes de la province qui habitèrent dans Jérusalem et dans les villes de Juda. Or chacun habita dans sa possession, dans ses villes, Israël, les prêtres, les Lévites, les Nathinéens, et les fils des serviteurs de Salomon.
३उस प्रान्त के मुख्य-मुख्य पुरुष जो यरूशलेम में रहते थे, वे ये हैं; परन्तु यहूदा के नगरों में एक-एक मनुष्य अपनी निज भूमि में रहता था; अर्थात् इस्राएली, याजक, लेवीय, नतीन और सुलैमान के दासों की सन्तान।
4 Ainsi habitèrent dans Jérusalem des fils de Juda et des fils de Benjamin. D’entre les fils de Juda, Athaïas, fils d’Aziam, fils de Zacharie, fils d’Amarias, fils de Saphatias, fils de Malaléel. D’entre les fils de Pharès,
४यरूशलेम में तो कुछ यहूदी और बिन्यामीनी रहते थे। यहूदियों में से तो येरेस के वंश का अतायाह जो उज्जियाह का पुत्र था, यह जकर्याह का पुत्र, यह अमर्याह का पुत्र, यह शपत्याह का पुत्र, यह महललेल का पुत्र था।
5 Maasia, fils de Baruch, fils de Cholhoza, fils d’Hazia, fils d’Adaïa, fils de Joïarib, fils de Zacharie, fils du Silonite.
५मासेयाह जो बारूक का पुत्र था, यह कोल्होजे का पुत्र, यह हजायाह का पुत्र, यह अदायाह का पुत्र, यह योयारीब का पुत्र, यह जकर्याह का पुत्र, और यह शीलोई का पुत्र था।
6 Tous ces fils de Pharès, qui habitèrent dans Jérusalem, étaient quatre cent soixante-huit hommes vaillants.
६पेरेस के वंश के जो यरूशलेम में रहते थे, वह सब मिलाकर चार सौ अड़सठ शूरवीर थे।
7 Or voici les fils de Benjamin: Sellum, fils de Mosollam, fils de Joëd, fils de Phadaïa, fils de Colaïa, fils de Masia, fils d’Éthéel, le fils d’Isaïe.
७बिन्यामीनियों में से सल्लू जो मशुल्लाम का पुत्र था, यह योएद का पुत्र, यह पदायाह का पुत्र था, यह कोलायाह का पुत्र यह मासेयाह का पुत्र, यह इतीएह का पुत्र, यह यशायाह का पुत्र था।
8 Et après lui Gebbaï, Sellaï: neuf cent vingt-huit.
८उसके बाद गब्बै सल्लै जिनके साथ नौ सौ अट्ठाईस पुरुष थे।
9 Et Joël, fils de Zéchri, leur préposé, et Juda, fils de Sénua, le second sur la ville.
९इनका प्रधान जिक्री का पुत्र योएल था, और हस्सनूआ का पुत्र यहूदा नगर के प्रधान का नायब था।
10 Et d’entre les prêtres, Idaïa, fils de Joïarib, Jachin,
१०फिर याजकों में से योयारीब का पुत्र यदायाह और याकीन।
11 Saraïa, fils d’Helcias, fils de Mosollam, fils de Sadoc, fils de Méraïoth, fils d’Achitob, prince de la maison de Dieu,
११और सरायाह जो परमेश्वर के भवन का प्रधान और हिल्किय्याह का पुत्र था, यह मशुल्लाम का पुत्र, यह सादोक का पुत्र, यह मरायोत का पुत्र, यह अहीतूब का पुत्र था।
12 Et leurs frères, faisant les ouvrages du temple: huit cent vingt-deux. Et Adaïa, fils de Jéroham, fils de Phélélia, fils d’Amsi, fils de Zacharie, fils de Pheshur, fils de Melchias,
१२और इनके आठ सौ बाईस भाई जो उस भवन का काम करते थे; और अदायाह, जो यरोहाम का पुत्र था, यह पलल्याह का पुत्र, यह अमसी का पुत्र, यह जकर्याह का पुत्र, यह पशहूर का पुत्र, यह मल्किय्याह का पुत्र था।
13 Et ses frères, les princes des pères: deux cent quarante-deux. Et Amassai, fils d’Azréel, fils d’Ahazi, fils de Mosollamoth, fils d’Emmer,
१३इसके दो सौ बयालीस भाई जो पितरों के घरानों के प्रधान थे; और अमशै जो अजरेल का पुत्र था, यह अहजै का पुत्र, यह मशिल्लेमोत का पुत्र, यह इम्मेर का पुत्र था।
14 Et leurs frères, très puissants: cent vingt-huit, et leur préposé, Zabdée, fils des puissants.
१४इनके एक सौ अट्ठाईस शूरवीर भाई थे और इनका प्रधान हग्गदोलीम का पुत्र जब्दीएल था।
15 Et d’entre les Lévites, Séméia, fils d’Hasub, fils d’Azaricam, fils d’Hasabia, fils de Boni,
१५फिर लेवियों में से शमायाह जो हश्शूब का पुत्र था, यह अज्रीकाम का पुत्र, यह हशब्याह का पुत्र, यह बुन्नी का पुत्र था।
16 Et Sabathaï et Jozabed établis sur tous les ouvrages qui se faisaient au dehors à la maison de Dieu, étant d’entre les princes des Lévites,
१६शब्बतै और योजाबाद मुख्य लेवियों में से परमेश्वर के भवन के बाहरी काम पर ठहरे थे।
17 Et Mathania, fils de Micha, fils de Zébédéi, fils d’Asaph, prince pour louer et glorifier le Seigneur dans la prière; et Becbécia, le second d’entre ses frères, et Abda, fils de Samua, fils de Galal, fils d’Idithun.
१७मत्तन्याह जो मीका का पुत्र और जब्दी का पोता, और आसाप का परपोता था; वह प्रार्थना में धन्यवाद करनेवालों का मुखिया था, और बकबुक्याह अपने भाइयों में दूसरा पद रखता था; और अब्दा जो शम्मू का पुत्र, और गालाल का पोता, और यदूतून का परपोता था।
18 Tous les Lévites, dans la ville sainte, furent deux cent quatre-vingt-quatre.
१८जो लेवीय पवित्र नगर में रहते थे, वह सब मिलाकर दो सौ चौरासी थे।
19 Et les portiers, Accub, Telmon, et leurs frères, qui gardaient les portes, cent soixante-douze.
१९अक्कूब और तल्मोन नामक द्वारपाल और उनके भाई जो फाटकों के रखवाले थे, एक सौ बहत्तर थे।
20 Et les autres d’Israël, les prêtres et les Lévites, étaient dans toutes les villes de Juda, chacun dans sa possession.
२०शेष इस्राएली याजक और लेवीय, यहूदा के सब नगरों में अपने-अपने भाग पर रहते थे।
21 Et les Nathinéens, qui habitaient dans Ophel; et Siaha et Gaspha étaient d’entre les Nathinéens.
२१नतीन लोग ओपेल में रहते; और नतिनों के ऊपर सीहा, और गिश्पा ठहराए गए थे।
22 Et le chef des Lévites à Jérusalem était Azzi, fils de Bani, fils de Hasabia, fils de Mathanias, fils de Micha. D’entre les fils d’Asaph étaient les chantres, dans le ministère de la maison de Dieu.
२२जो लेवीय यरूशलेम में रहकर परमेश्वर के भवन के काम में लगे रहते थे, उनका मुखिया आसाप के वंश के गवैयों में का उज्जी था, जो बानी का पुत्र था, यह हशब्याह का पुत्र, यह मत्तन्याह का पुत्र और यह हशब्याह का पुत्र था।
23 Car il y avait le commandement du roi à leur sujet, et un ordre observé parmi les chantres tous les jours.
२३क्योंकि उनके विषय राजा की आज्ञा थी, और गवैयों के प्रतिदिन के प्रयोजन के अनुसार ठीक प्रबन्ध था।
24 Mais Phathahia, fils de Mésézebel, d’entre les fils de Zara, le fils de Juda, étaient sous la main du roi, pour toutes les affaires du peuple,
२४प्रजा के सब काम के लिये मशेजबेल का पुत्र पतह्याह जो यहूदा के पुत्र जेरह के वंश में था, वह राजा के पास रहता था।
25 Et pour les maisons dans toutes leurs contrées. Des fils de Juda habitèrent à Cariatharbé et en ses filles, à Dibon et en ses filles, à Cabséel et en ses bourgades,
२५बच गए गाँव और उनके खेत, सो कुछ यहूदी किर्यतअर्बा, और उनके गाँव में, कुछ दीबोन, और उसके गाँवों में, कुछ यकब्सेल और उसके गाँवों में रहते थे।
26 À Jésué, à Molada, à Bethphaleth,
२६फिर येशुअ, मोलादा, बेत्पेलेत;
27 À Hasersual, à Bersabée et en ses filles,
२७हसर्शूआल, और बेर्शेबा और उसके गाँवों में;
28 À Sicéleg, à Mochona et en ses filles,
२८और सिकलग और मकोना और उनके गाँवों में;
29 À Remmon, à Saraa, à Jérimuth,
२९एन्निम्मोन, सोरा, यर्मूत,
30 À Zanoa, à Odollam et dans leurs villages, à Lachis et en ses contrées, à Azéca et en ses filles. Et ils demeurèrent à Bersabée jusqu’à la vallée d’Ennom;
३०जानोह और अदुल्लाम और उनके गाँवों में, लाकीश, और उसके खेतों में, अजेका और उसके गाँवों में वे बेर्शेबा से ले हिन्नोम की तराई तक डेरे डाले हुए रहते थे।
31 Mais les fils de Benjamin, depuis Géba, Mechmas, Haï, Béthel et ses filles,
३१बिन्यामीनी गेबा से लेकर मिकमाश, अय्या और बेतेल और उसके गाँवों में;
34 Hadid, Séboïm, Neballat, Lod,
३४हादीद, सबोईम, नबल्लत,
35 Et Ono, la vallée des Ouvriers.
३५लोद, ओनो और कारीगरों की तराई तक रहते थे।
36 Et les Lévites avaient des portions de Juda et de Benjamin.
३६यहूदा के कुछ लेवियों के दल बिन्यामीन के प्रान्तों में बस गए।