< Ézéchiel 16 >

1 La parole de l'Eternel me fut aussi [adressée], en disant:
याहवेह का यह वचन मेरे पास आया:
2 Fils d'homme, fais connaître à Jérusalem ses abominations.
“हे मनुष्य के पुत्र, येरूशलेम का उसके घृणित कार्यों के लिये विरोध करो
3 Et dis: ainsi a dit le Seigneur l'Eternel à Jérusalem: tu as tiré ton extraction et ta naissance du pays des Cananéens; ton père était Amorrhéen, et ta mère, Héthienne.
और कहो, ‘परम प्रधान याहवेह का येरूशलेम से यह कहना है: तुम्हारे पुरखे और तुम्हारा जन्म कनानियों के देश में हुआ; तुम्हारा पिता एक अमोरी और तुम्हारी मां एक हित्ती थी.
4 Et quant à ta naissance, le jour que tu naquis ton nombril ne fut point coupé, tu ne fus point lavée dans l'eau, pour être nettoyée; tu ne fus point salée de sel, ni emmaillotée.
तुम्हारे जन्म के समय न तो तुम्हारी नाभिनाड़ी काटी गई, और न ही तुम्हें पानी से नहलाकर साफ किया गया, न तो तुम्हें नमक से रगड़ा गया था, और न ही तुम्हें कपड़ों में लपेटा गया था.
5 Il n'y a point eu d'œil qui ait eu pitié de toi, pour te faire aucune de ces choses, en ayant compassion de toi; mais tu fus jetée sur le dessus d'un champ, parce qu'on avait horreur de toi le jour que tu naquis.
तुम्हारे लिये इनमें से कोई भी काम करने हेतु किसी ने भी तुम पर दया दृष्टि नहीं की, या सहानुभूति नहीं दिखाई. बल्कि तुम्हें बाहर खुले मैदान में फेंक दिया गया, क्योंकि जन्म के दिन से ही तुम्हें तुच्छ समझा गया.
6 Et passant auprès de toi je te vis gisante par terre dans ton sang, et je te dis: vis dans ton sang; et je te redis [encore]: vis dans ton sang.
“‘तब मैं वहां से होकर गुजरा और तुम्हें अपने खून में लोटते हुए देखा, और जैसे कि तुम अपने खून में लेटी थी, मैंने तुमसे कहा, “जीवित रहो!”
7 Je t'ai fait croître par millions, comme croît l'herbe d'un champ; et tu crûs et tu devins grande, tu parvins à une parfaite beauté; ton corps se forma et tu devins nubile, mais tu étais abandonnée et sans habits.
मैंने तुम्हें खेत के एक पौधे की तरह बढ़ाया. तुम बढ़ती गई और विकसित हुई और यौवन अवस्था में आई. तुम्हारे स्तन विकसित हुए और तुम्हारे बाल लंबे हो गए, फिर भी तुम बिलकुल निवस्त्र थी.
8 Et je passai auprès de toi, et je te regardai, et voici ton âge était l'âge d'être mariée: et j'étendis sur toi le pan de ma robe, et je couvris ta nudité; et je te jurai, et j'entrai en alliance avec toi, dit le Seigneur l'Eternel, et tu devins mienne.
“‘बाद में, मैं वहां से होकर गुजरा, और मैंने देखा कि तुम प्रेम करने लायक बड़ी हो चुकी थी, अतः मैंने अपने कपड़े का कोना तुम्हारे ऊपर फैला दिया और तुम्हारे नंगे शरीर को ढांप दिया. तब मैंने तुमसे सत्यनिष्ठा से शपथ खाई और तुम्हारे साथ एक वाचा बांधी, और तुम मेरी हो गई, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है.
9 Et je te lavai dans l'eau, et en t'y plongeant j'ôtai le sang de dessus toi, et je t'oignis d'huile.
“‘तब मैंने तुम्हें पानी से नहलाया और तुम पर लगे खून को धोया तथा तुम्हारे शरीर पर तेल लगाया.
10 Je te vêtis de broderie, je te chaussai [de peaux de couleur] d'hyacinthe, je te ceignis de fin lin, et je te couvris de soie.
मैंने तुम्हें कसीदा काढ़े वस्त्र पहनाया और तुम्हारे पांवों पर उच्च दर्जे के चमड़े की जूतियां पहनाई. मैंने तुम्हें सुंदर मलमल के कपड़े पहनाए और तुम्हें कीमती कपड़े ओढ़ाए.
11 Je te parai d'ornements, je mis des bracelets en tes mains, et un collier à ton cou.
मैंने गहनों से तुम्हारा श्रृंगार किया: मैंने तुम्हारे हाथों में कंगन डाला और तुम्हारे गले में हार पहनाया,
12 Je mis une bague sur ton front, des pendants à tes oreilles, et une couronne de gloire sur ta tête.
और मैंने तुम्हारी नाक में नथनी, कानों में बालियां और तुम्हारे सिर पर एक सुंदर मुकुट पहनाया.
13 Tu fus donc parée d'or et d'argent, et ton vêtement était de fin lin, de soie, et de broderie; tu mangeas la fleur du froment, et le miel, et l'huile; et tu devins extrêmement belle, et tu prospéras jusques à régner.
इस प्रकार सोने और चांदी से तुम्हारा श्रृंगार किया गया; तुम्हारे कपड़े सुंदर मलमल, मंहगे बुनावट और कसीदा किए हुए थे. तुम्हारे भोजन में शहद, जैतून तेल और सबसे अच्छा आटा था. तुम बहुत सुंदर हो गई और रानी बनने के योग्य हो गई.
14 Et ta renommée se répandit parmi les nations à cause de ta beauté, car elle était parfaite, à cause de ma magnificence que j'avais mise sur toi, dit le Seigneur l'Eternel.
और तुम्हारी सुंदरता के कारण तुम्हारी प्रसिद्धि जाति-जाति के लोगों में फैल गई, क्योंकि मैंने तुम्हें जो शोभा दी, उसने तुम्हारी सुंदरता को परिपूर्ण कर दिया, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है.
15 Mais tu t'es confiée en ta beauté, et tu t'es prostituée à cause de ta renommée, et tu t'es abandonnée à tout passant pour être à lui.
“‘परंतु तुमने अपनी सुंदरता पर भरोसा किया और अपनी प्रसिद्धि का उपयोग एक वेश्या बनने में किया. जो भी तुम्हारे पास से होकर गुजरा, तुमने उस पर बहुत कृपा दिखाई, और तुम्हारी सुंदरता ने उसे मोह लिया.
16 Et tu as pris de tes vêtements, et t'en es fait des hauts lieux de diverses couleurs, tels qu'il n'y en a point, ni n'y en aura [de semblables], et tu t'y es prostituée.
तुमने अपने कुछ कपड़ों को लेकर भड़कीले ऊंचे स्थान बनाए, और वहां तुम वेश्यावृत्ति करती रही. तुम उसके पास गई, और उसने तुम्हारी सुंदरता पर अधिकार कर लिया है.
17 Et tu as pris tes bagues magnifiques, faites de mon or et de mon argent, que je t'avais donné, et tu t'en es fait des images d'un mâle, et tu as commis fornication avec elles.
तुमने मेरे दिये हुए उन सुंदर गहनों को भी लिया, जो सोने और चांदी से बने थे, और तुमने अपने लिए पुरुष-मूर्तियां बना लीं और उन मूर्तियों के साथ व्यभिचार करने लगीं.
18 Et tu as pris tes vêtements de broderie, et les en as couvertes: et tu as mis mon huile de senteurs et mon parfum devant elles.
और तुमने अपने कसीदा किए हुए कपड़े लेकर उनको पहनाए, और तुमने मेरा तेल और धूप उनको चढ़ाए.
19 Et mon pain que je t'avais donné, la fleur du froment, et l'huile, et le miel que je t'avais donné à manger, tu as mis cela devant elle en sacrifice de bonne odeur; il a été fait ainsi, dit le Seigneur l'Eternel.
और वह भोजन भी जो मैंने तुमको तुम्हारे खाने के लिये दिया था—आटा, जैतून तेल और शहद—तुमने इसे उनके सामने एक सुगंधित धूप के रूप में चढ़ाया. ऐसा ही हुआ है, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है.
20 Tu as aussi pris tes fils et tes filles que tu m'avais enfantés, et tu les leur as sacrifiés pour être consumés. Est-ce peu de chose, ce qui est procédé de tes adultères;
“‘और तुमने अपने उन बेटे और बेटियों को लिया, जिन्हें तुमने मेरे लिए पैदा किए थे, और उन्हें उन मूर्तियों के लिये भोजन के रूप में चढ़ा दिया. क्या तुम्हारी वेश्यावृत्ति पर्याप्‍त नहीं थी?
21 Que tu aies égorgé mes fils, et que tu les aies livrés pour les faire passer [par le feu], à l'honneur de ces [idoles]?
तुमने मेरे बच्चों का वध किया और उन्हें इन मूर्तियों को चढ़ा दिया.
22 Et parmi toutes tes abominations et tes adultères, tu ne t'es point ressouvenue du temps de ta jeunesse, quand tu étais sans habits et toute découverte, et gisante par terre dans ton sang.
अपने इन सब घृणित कार्यों और वेश्यावृत्ति के बीच, तुमने अपने बचपन के उन दिनों को भूला दिया, जब तुम नंगी और खुली अपने खून में लेट रही थी.
23 Et il est arrivé après toute ta malice, (Malheur, Malheur à toi! dit le Seigneur l'Eternel.)
“‘धिक्कार! धिक्कार है तुम पर, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है. अपनी सब दुष्टताओं के अलावा,
24 Que tu t'es bâti un lieu éminent, et t'es fait des hauts lieux par toutes les places.
तुमने अपने लिये एक टीला बना लिया है और हर एक चौक पर अपने लिए एक ऊंचा पूजा-स्थल बनाया है.
25 A chaque bout de chemin tu as bâti un haut lieu, et tu as rendu ta beauté abominable, et tu t'es prostituée à tout passant, et tu as multiplié tes adultères.
हर एक गली के कोने पर तुमने ऊंचे पूजा-स्थल बना लिए हैं और वहां से गुज़रने वाले लोगों के सामने बढ़ती दुराचार प्रवृत्ति के साथ अपने पैरों को फैलाकर अपनी सुंदरता का अपमान किया है.
26 Tu t'es abandonnée aux enfants d'Egypte, tes voisins qui ont une taille avantageuse; et tu as multiplié tes adultères pour m'irriter.
तुमने बड़े जननांगों वाले मिस्री और अपने पड़ोसियों से व्यभिचार किया है, और अपनी बढ़ती दुराचार प्रवृत्ति से तुमने मेरे क्रोध को भड़काया है.
27 Et voici, j'ai étendu ma main sur toi, et j'ai diminué ton état, et je t'ai abandonnée à la volonté de celles qui te haïssaient, [savoir] des filles des Philistins, lesquelles ont honte de ton train qui n'est que méchanceté.
इसलिये मैंने अपना हाथ तुम्हारे विरुद्ध उठाया है और तुम्हारे क्षेत्र को घटा दिया है, मैंने तुम्हें तुम्हारे शत्रुओं की कृपा पर छोड़ दिया है, अर्थात् फिलिस्तीनियों की पुत्रियों की कृपा पर, जिन्हें तुम्हारे व्यभिचारी आचरण के कारण धक्का लगा है.
28 Tu t'es aussi abandonnée aux enfants des Assyriens, parce que tu n'étais pas encore assouvie; et après avoir commis adultère avec eux, tu n'as point encore été assouvie.
तुमने अश्शूरियों के साथ भी व्यभिचार किया है, क्योंकि तुम्हें संतोष ही नहीं होता था; और उसके बाद भी तुम संतुष्ट न हुई
29 Mais tu as multiplié tes adultères dans le pays de Canaan jusques en Caldée, et tu n'as point encore pour cela été assouvie.
तब तुमने अपने दुराचार प्रवृत्ति को बढ़ाकर उसमें बाबेल देश को भी शामिल कर लिया, जो व्यापारियों का एक देश है, पर इससे भी तुम्हें संतोष न हुआ.
30 O! que ton cœur [est] lâche, dit le Seigneur l'Eternel, d'avoir fait toutes ces choses-là, qui sont les actions d'une insigne prostituée.
“‘जब तुम इस प्रकार एक निर्लज्ज वेश्या की तरह काम करती हो, तो मैं क्रोध से भर जाता हूं, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है!
31 De t'être bâti un lieu éminent à chaque bout de chemin, et d'avoir fait ton haut lieu dans toutes les places. Et encore n'as-tu pas fait comme les femmes débauchées, en ce que tu n'as point tenu compte du salaire.
जब तुमने हर गली के कोने पर अपना टीला बनाया है और हर चौक में अपना ऊंचा पूजा-स्थल बनाया है, तो तुम एक वेश्या की तरह ठहरी, क्योंकि तुमने दिये गये रकम का असम्मान किया है.
32 Femme adultère, tu prends des étrangers au lieu de ton mari.
“‘तुम व्यभिचारी पत्नी हो! तुम अपने स्वयं के पति के बदले अजनबियों को ज्यादा पसंद करती हो!
33 On donne un salaire à toutes les prostituées, mais toi tu as donné à tous tes adultères les présents, que ton mari t'avait fait et tu leur as fait des présents, afin que de toutes parts ils vinssent vers toi, pour se plonger avec toi dans le crime.
सब वेश्याएं उपहार लेती हैं, परंतु तुम अपने सब प्रेमियों को उपहार देती हो, कि वे हर जगह से तुम्हारे अवैध चाहत के लिये आएं.
34 Et il t'est arrivé dans tes fornications tout le contraire de ce qui arrive aux [autres] femmes, car personne ne te recherchant pour commettre adultère tu as donné des présents, et aucun présent ne t'a été donné; tu as donc agi tout au contraire [des autres femmes de mauvaise vie].
इस प्रकार तुम्हारी वेश्यावृत्ति दूसरों की वेश्यावृत्ति का उलटा है; तुम्हारी चाहत के लिये तुम्हारे पीछे कोई नहीं भागता. तुम बिलकुल उलटा हो, क्योंकि तुम दाम (पैसा) देती हो और तुम्हें कुछ नहीं दिया जाता.
35 C'est pourquoi, ô adultère, écoute la parole de l'Eternel:
“‘इसलिये, हे वेश्या, याहवेह की बात सुनो!
36 Ainsi a dit le Seigneur l'Eternel: parce que ton venin s'est répandu, et que dans tes excès tu t'es abandonnée à ceux que tu aimais, et à tes abominables idoles, et que tu as mis à mort tes enfants, lesquels tu leur as donnés;
परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: क्योंकि तुमने अपनी वासना को उंडेला है और अपने कामुक प्रवृत्ति में अपने प्रेमियों को अपने नंगे देह को दिखाया है, और तुम्हारे सब घृणित मूर्तियों के कारण, और क्योंकि तुमने उन मूर्तियों को अपने बच्चों का खून दिया है,
37 A cause de cela voici, je vais assembler tous tes adultères, avec lesquels tu as pris tes plaisirs, et tous ceux que tu as aimés, avec tous ceux que tu as haïs; même je les assemblerai de toutes parts contre toi, et je découvrirai ta honte à leurs yeux et ils verront ton infamie.
इसलिये मैं तुम्हारे उन सब प्रेमियों को इकट्ठा करनेवाला हूं, जिनके साथ तुम्हें खुशी मिली है, जिनसे तुमने प्रेम किया है, साथ ही साथ जिनसे तुमने घृणा किया है. मैं उन्हें चारों तरफ से तुम्हारे विरुद्ध इकट्ठा करूंगा और उनके सामने तुम्हारे कपड़े उतारूंगा और वे तुम्हें पूरी तरह नंगी देखेंगे.
38 Et je te jugerai comme on juge les femmes adultères, et celles qui répandent le sang; et je te livrerai pour être mise à mort selon ma fureur et ma jalousie.
मैं तुम्हें उन स्त्रियों का दंड दूंगा जो व्यभिचार करती हैं और जो खून बहाती हैं; मैं अपने कोप और ईर्ष्या के क्रोध से तुमसे खून का बदला लूंगा.
39 Je te livrerai, dis-je, entre leurs mains; et ils détruiront tes lieux éminents, et démoliront tes hauts lieux; ils te dépouilleront de tes vêtements, et emporteront tes bagues dont tu te parais, et te laisseront sans habits et toute découverte.
तब मैं तुम्हें तुम्हारे प्रेमियों के हाथों में सौंप दूंगा, और वे तुम्हारे पूजा के टीलों को तोड़कर गिरा देंगे और तुम्हारे ऊंचे पूजा स्थलों को नष्ट कर देंगे. वे तुम्हारे कपड़े उतार लेंगे और तुम्हारे अच्छे गहने आभूषण लूट लेंगे और तुम्हें बिलकुल नंगी छोड़ देंगे.
40 Et on fera monter contre toi un amas de gens qui t'assommeront de pierres, et qui te perceront avec leurs épées.
वे तुम्हारे विरुद्ध एक उपद्रवी भीड़ ले आएंगे, जो तुम पर पत्थरवाह करेंगे और तुम्हें अपनी तलवारों से टुकड़े-टुकड़े कर डालेंगे.
41 Puis ils mettront le feu à tes maisons, et feront ces exécutions sur toi en la présence de plusieurs femmes, et je te garderai bien de t'abandonner, et même tu ne donneras plus de salaires.
वे तुम्हारे घरों को जला देंगे और बहुत सी स्त्रियों के देखते में तुम्हें दंड देंगे. मैं तुम्हारे वेश्यावृत्ति को बंद कर दूंगा, और तुम अपने प्रेमियों को दाम नहीं दोगी.
42 Et je satisferai ma fureur sur toi, tellement que ma jalousie se retirera de toi; et je serai en repos, et ne me courroucerai plus.
तब तुम्हारे विरुद्ध मेरा कोप ठंडा पड़ जाएगा और तुम्हारे ऊपर से मेरी ईर्ष्या का क्रोध जाता रहेगा; मैं शांत हो जाऊंगा और फिर गुस्सा नहीं करूंगा.
43 Parce que tu ne t'es point souvenue du temps de ta jeunesse, et que tu m'as provoqué par toutes ces choses-là; à cause de cela voici, j'ai fait tomber la peine de tes crimes sur ta tête, dit le Seigneur l'Eternel; et tu n'as pas fait cette réflexion dans toutes tes abominations.
“‘क्योंकि तुमने अपनी जवानी के दिनों को याद नहीं रखा, पर इन सब कामों के द्वारा मुझे नाराज किया; इसलिये जो कुछ तुमने किया है, निश्चित रूप से उन बातों को मैं तुम्हारे ही सिर पर ले आऊंगा, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है. अपने सब दूसरे घृणित कामों के अलावा क्या तुमने अश्लीलता भी नहीं की?
44 Voici, tous ceux qui usent de proverbe feront un proverbe de toi, en disant: telle qu'[est] la mère, telle [est] sa fille.
“‘हर एक व्यक्ति, जो कहावतों का प्रयोग करता है, वह तुम्हारे बारे में इस कहावत का प्रयोग करेगा: “जैसी मां, वैसी बेटी.”
45 Tu [es] la fille de ta mère, qui a dédaigné son mari et ses enfants; et tu [es] la sœur de chacune de tes sœurs, qui ont dédaigné leurs maris et leurs enfants; votre mère était Héthienne, et votre père était Amorrhéen.
तुम अपनी मां की सही बेटी हो, जिसने अपने पति और अपने बच्चों को तुच्छ जाना; और तुम अपनी बहनों की सही बहन हो, जिन्होंने अपने पतियों और बच्चों को तुच्छ जाना. तुम्हारी माता एक हित्ती और तुम्हारे पिता एक अमोरी थे.
46 Et ta grande sœur c'est Samarie, avec les villes de son ressort, laquelle se tient à ta gauche; et ta petite sœur qui se tient à ta droite, c'est Sodome avec les villes de son ressort.
शमरिया तुम्हारी बड़ी बहन थी, जो अपनी बेटियों के साथ तुम्हारे उत्तर की ओर रहती थी; और तुम्हारी छोटी बहन सोदोम है, जो अपनी बेटियों के साथ तुम्हारे दक्षिण की ओर रहती थी.
47 Et tu n'as pas [seulement] marché dans leurs voies, et fait selon leurs abominations, comme si c'eût été fort peu de chose, mais tu t'es corrompue plus qu'elles dans toutes tes voies.
तुमने न सिर्फ उनके पद-चिन्हों पर चलकर उनके घृणित कामों की नकल की, पर जल्दी ही तुम अपने सब कामों में उनसे भी ज्यादा भ्रष्‍ट हो गई.
48 Je suis vivant dit le Seigneur l'Eternel, que Sodome ta sœur, elle ni les villes de son ressort, n'ont point fait comme tu as fait, toi et les villes de ton ressort.
परम प्रधान याहवेह की घोषणा है, मैं अपने जीवन की शपथ खाकर कहता हूं, तुम्हारी बहन सोदोम तथा उसकी बेटियों ने ऐसा घृणित काम कभी नहीं किया, जैसा कि तुमने और तुम्हारी बेटियों ने किया है.
49 Voici, ç'a été ici l'iniquité de Sodome ta sœur, l'orgueil, l'abondance de pain, et une molle oisiveté; elle a eu de quoi, elle et les villes de son ressort, mais elle n'a point assisté l'affligé, et le pauvre.
“‘तुम्हारी बहन सोदोम का पाप यह था: वह और उसकी बेटियां घमंडी, ज्यादा खानेवाली और निश्चिंत जीवन जीनेवाली थी; वे गरीबों और ज़रूरतमंदों की सहायता नहीं करती थी.
50 Elles se sont élevées, et ont commis abomination devant moi, et je les ai exterminées, comme j'ai vu [qu'il était à propos de faire].
वे घमंड से भरी थी और उन्होंने मेरे सामने घृणित कार्य किया. इसलिये मैंने उन्हें दूर कर दिया जैसे कि तुमने देखा है.
51 Et quant à Samarie, elle n'a pas péché la moitié autant que toi; car tu as multiplié tes abominations plus qu'elles, et tu as justifié tes sœurs par toutes les abominations que tu as commises.
शमरिया ने तुमसे आधे भी पाप नहीं किए हैं. तुमने उनसे ज्यादा घृणित काम किए हैं, और तुम्हारे द्वारा किए गये इन सब कामों के द्वारा तुम्हारी बहनें धार्मिक दिखाई दे रही हैं.
52 C'est pourquoi aussi porte ta confusion, toi qui as jugé chacune de tes sœurs, à cause de tes péchés, par lesquels tu as été rendue plus abominable qu'elles; elles sont plus justes que toi; c'est pourquoi aussi sois honteuse, et porte ta confusion, vu que tu as justifié tes sœurs.
अपने कलंक का बोझ उठाती रहो, क्योंकि तुमने ही अपनी बहनों के कुछ न्याय-प्रक्रिया को साफ किया है. क्योंकि तुम्हारे पाप उनके पापों से ज्यादा नीच प्रकृति के थे, वे तुमसे ज्यादा धर्मी जान पड़ती हैं. इसलिये लज्जित हो और अपने कलंक का भार उठाओ, क्योंकि तुलना में तुम्हारी बहनें धर्मी जान पड़ती हैं.
53 Quand je ramènerai leurs captifs, les captifs, [dis-je], de Sodome, et des villes de son ressort, et les captifs de Samarie, et des villes de son ressort, [je ramènerai] aussi les captifs de ta captivité parmi elles;
“‘फिर भी, मैं सोदोम और उसकी बेटियों के जीवन, शमरिया और उसकी बेटियों के जीवन, और साथ में तुम्हारे जीवन को भी बदलूंगा,
54 Afin que tu portes ta confusion, et que tu sois confuse à cause de tout ce que tu as fait, et que tu les consoles.
ताकि तुम अपने कलंक का बोझ उठा सको और उनको सांत्वना देकर जो काम तुमने किया है, उससे लज्जित हो.
55 Quand ta sœur Sodome, et les villes de son ressort, retourneront à leur état précédent; [et] quand Samarie, et les villes de son ressort, retourneront à leur état précédent, aussi toi, et les villes de ton ressort, retournerez à votre état précédent.
और तुम्हारी बहनें, सोदोम और उसकी बेटियां, और शमरिया और उसकी बेटियां अपने पहले की स्थिति में लौट जाएंगी; और तुम और तुम्हारी बेटियां भी अपने पहले की स्थिति में लौट आएंगी.
56 Or ta bouche n'a point fait mention de ta sœur Sodome au jour de tes fiertés.
अपने अहंकार के दिनों में, जब तुम्हारी दुष्टता प्रगट नहीं हुई थी, तब तुम अपनी बहन सोदोम का नाम तक लेना नहीं चाहती थी.
57 Avant que ta méchanceté fût découverte; comme elle le fut au temps de l'opprobre des filles de Syrie, et de toutes celles d'alentour, [savoir] les filles des Philistins, qui te pillèrent de tous côtés.
उसी तरह, अब तुम एदोम की बेटियों और उसके सब पड़ोसियों और फिलिस्तीनियों की बेटियों—अपने चारों तरफ के लोगों के द्वारा तुच्छ समझी जाती हो.
58 Tu portes sur toi ton énormité et tes abominations, dit l'Eternel.
तुम्हें अपनी नीचता और घृणित कार्यों का प्रतिफल मिलेगा, याहवेह की घोषणा है.
59 Car ainsi a dit le Seigneur l'Eternel: je te ferai comme tu as fait, quand tu as méprisé l'exécration du serment, en violant l'alliance.
“‘परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: मैं तुम्हारे साथ वैसा ही व्यवहार करूंगा, जैसा तुमने किया है, क्योंकि तुमने वाचा को तोड़ने के द्वारा मेरी सौगंध को तुच्छ समझा है.
60 Mais pourtant je me souviendrai de l'alliance que j'ai traitée avec toi dans les jours de ta jeunesse, et j'établirai avec toi une alliance éternelle.
तौभी, मैं उस वाचा को याद रखूंगा, जिसे मैंने तुम्हारे साथ तुम्हारे जवानी के दिनों में बांधी थी, और मैं तुम्हारे साथ सदाकाल तक बने रहनेवाली एक वाचा बांधूंगा.
61 Et tu te souviendras de tes voies, et en seras confuse, lorsque tu recevras tes sœurs, tant tes plus grandes, que tes plus petites, et je te les donnerai pour filles; mais non pas selon ton alliance.
तब तुम अपने चालचलन को याद करके लज्जित होगी, जब तुम अपनी बड़ी और छोटी बहनों से मिलोगी. मैं उन्हें तुमको तुम्हारी बेटियों के रूप में दूंगा, परंतु यह तुम्हारे साथ बांधी गई वाचा के आधार पर नहीं होगा.
62 Car j'établirai mon alliance avec toi, et tu sauras que je suis l'Eternel.
इस प्रकार मैं तुम्हारे साथ अपनी वाचा बांधूंगा, और तुम जानोगे कि मैं याहवेह हूं.
63 Afin que tu te souviennes [de ta vie passée], que tu en sois honteuse, et que tu n'ouvres plus la bouche, à cause de ta confusion, après que j'aurai été apaisé envers toi, pour tout ce que tu auras fait, dit le Seigneur l'Eternel.
तब, जब मैं तुम्हारे किए गये सब गलत कार्यों को क्षमा करूंगा, तब तुम याद करोगी और लज्जित होंगी और अपमानित होने के कारण फिर कभी अपना मुंह नहीं खोलोगी, यह परम प्रधान याहवेह की घोषणा है.’”

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