< Numbers 7 >

1 And it came to pass on the day that Moses had fully set up the tabernacle, and had anointed it, and sanctified it, and all its instruments, both the altar and all its vessels, and had anointed them, and sanctified them;
फिर जब मूसा ने निवास को खड़ा किया, और सारे सामान समेत उसका अभिषेक करके उसको पवित्र किया, और सारे सामान समेत वेदी का भी अभिषेक करके उसे पवित्र किया,
2 That the princes of Israel, heads of the house of their fathers, who [were] the princes of the tribes, and were over them that were numbered, offered:
तब इस्राएल के प्रधान जो अपने-अपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष, और गोत्रों के भी प्रधान होकर गिनती लेने के काम पर नियुक्त थे,
3 And they brought their offering before the LORD, six covered wagons, and twelve oxen; a wagon for two of the princes, and for each one an ox: and they brought them before the tabernacle.
वे यहोवा के सामने भेंट ले आए, और उनकी भेंट छः भरी हुई गाड़ियाँ और बारह बैल थे, अर्थात् दो-दो प्रधान की ओर से एक-एक गाड़ी, और एक-एक प्रधान की ओर से एक-एक बैल; इन्हें वे निवास के सामने यहोवा के समीप ले गए।
4 And the LORD spoke to Moses, saying,
तब यहोवा ने मूसा से कहा,
5 Take [it] of them, that they may be to perform the service of the tabernacle of the congregation; and thou shalt give them to the Levites, to every man according to his service.
“उन वस्तुओं को तू उनसे ले ले, कि मिलापवाले तम्बू की सेवकाई में काम आएँ, तू उन्हें लेवियों के एक-एक कुल की विशेष सेवकाई के अनुसार उनको बाँट दे।”
6 And Moses took the wagons and the oxen, and gave them to the Levites.
अतः मूसा ने वे सब गाड़ियाँ और बैल लेकर लेवियों को दे दिये।
7 Two wagons and four oxen he gave to the sons of Gershon, according to their service:
गेर्शोनियों को उनकी सेवकाई के अनुसार उसने दो गाड़ियाँ और चार बैल दिए;
8 And four wagons and eight oxen he gave to the sons of Merari, according to their service, under the hand of Ithamar the son of Aaron the priest.
और मरारियों को उनकी सेवकाई के अनुसार उसने चार गाड़ियाँ और आठ बैल दिए; ये सब हारून याजक के पुत्र ईतामार के अधिकार में किए गए।
9 But to the sons of Kohath he gave none: because the service of the sanctuary belonging to them [was that] they should bear upon their shoulders.
परन्तु कहातियों को उसने कुछ न दिया, क्योंकि उनके लिये पवित्र वस्तुओं की यह सेवकाई थी कि वह उसे अपने कंधों पर उठा लिया करें।
10 And the princes offered for dedicating the altar in the day that it was anointed, even the princes offered their offering before the altar.
१०फिर जब वेदी का अभिषेक हुआ तब प्रधान उसके संस्कार की भेंट वेदी के समीप ले जाने लगे।
11 And the LORD said to Moses, They shall offer their offering, each prince on his day, for the dedicating of the altar.
११तब यहोवा ने मूसा से कहा, “वेदी के संस्कार के लिये प्रधान लोग अपनी-अपनी भेंट अपने-अपने नियत दिन पर चढ़ाएँ।”
12 And he that offered his offering the first day was Nahshon the son of Amminadab, of the tribe of Judah:
१२इसलिए जो पुरुष पहले दिन अपनी भेंट ले गया वह यहूदा गोत्रवाले अम्मीनादाब का पुत्र नहशोन था;
13 And his offering [was] one silver charger, the weight of which [was] a hundred and thirty [shekels], one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them [were] full of fine flour mingled with oil for a meat-offering:
१३उसकी भेंट यह थी, अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
14 One spoon of ten [shekels] of gold, full of incense:
१४फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
15 One young bullock, one ram, one lamb of the first year, for a burnt-offering:
१५होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
16 One kid of the goats for a sin-offering:
१६पापबलि के लिये एक बकरा;
17 And for a sacrifice of peace-offerings, two oxen, five rams, five he-goats, five lambs of the first year; this [was] the offering of Nahshon the son of Amminadab.
१७और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। अम्मीनादाब के पुत्र नहशोन की यही भेंट थी।
18 On the second day Nethaneel the son of Zuar, prince of Issachar, offered.
१८दूसरे दिन इस्साकार का प्रधान सूआर का पुत्र नतनेल भेंट ले आया;
19 He offered [for] his offering one silver charger, the weight of which [was] a hundred and thirty [shekels], one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mingled with oil for a meat-offering:
१९वह यह थी, अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
20 One spoon of gold of ten [shekels], full of incense:
२०फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
21 One young bullock, one ram, one lamb of the first year, for a burnt-offering:
२१होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
22 One kid of the goats for a sin-offering:
२२पापबलि के लिये एक बकरा;
23 And for a sacrifice of peace-offerings, two oxen, five rams, five he-goats, five lambs of the first year: this [was] the offering of Nethaneel the son of Zuar.
२३और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। सूआर के पुत्र नतनेल की यही भेंट थी।
24 On the third day Eliab the son of Helon, prince of the children of Zebulun, [offered]:
२४और तीसरे दिन जबूलूनियों का प्रधान हेलोन का पुत्र एलीआब यह भेंट ले आया,
25 His offering [was] one silver charger, the weight of which [was] a hundred and thirty [shekels], one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mingled with oil for a meat-offering:
२५अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
26 One golden spoon of ten [shekels], full of incense:
२६फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
27 One young bullock, one ram, one lamb of the first year, for a burnt-offering:
२७होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
28 One kid of the goats for a sin-offering:
२८पापबलि के लिये एक बकरा;
29 And for a sacrifice of peace-offerings, two oxen, five rams, five he-goats, five lambs of the first year: this [was] the offering of Eliab the son of Helon.
२९और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। हेलोन के पुत्र एलीआब की यही भेंट थी।
30 On the fourth day Elizur the son of Shedeur, prince of the children of Reuben, [offered]:
३०और चौथे दिन रूबेनियों का प्रधान शदेऊर का पुत्र एलीसूर यह भेंट ले आया,
31 His offering [was] one silver charger, of the weight of a hundred and thirty [shekels], one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mingled with oil for a meat-offering:
३१अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
32 One golden spoon of ten [shekels], full of incense:
३२फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
33 One young bullock, one ram, one lamb of the first year, for a burnt-offering:
३३होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
34 One kid of the goats for a sin-offering:
३४पापबलि के लिये एक बकरा;
35 And for a sacrifice of peace-offerings, two oxen, five rams, five he-goats, five lambs of the first year: this [was] the offering of Elizur the son of Shedeur.
३५और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। शदेऊर के पुत्र एलीसूर की यही भेंट थी।
36 On the fifth day Shelumiel the son of Zurishaddai, prince of the children of Simeon, [offered]:
३६पाँचवें दिन शिमोनियों का प्रधान सूरीशद्दै का पुत्र शलूमीएल यह भेंट ले आया,
37 His offering [was] one silver charger, the weight of which [was] a hundred and thirty [shekels], one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mingled with oil for a meat-offering:
३७अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
38 One golden spoon of ten [shekels], full of incense:
३८फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
39 One young bullock, one ram, one lamb of the first year, for a burnt-offering:
३९होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
40 One kid of the goats for a sin-offering:
४०पापबलि के लिये एक बकरा;
41 And for a sacrifice of peace-offerings, two oxen, five rams, five he-goats, five lambs of the first year: this [was] the offering of Shelumiel the son of Zurishaddai.
४१और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। सूरीशद्दै के पुत्र शलूमीएल की यही भेंट थी।
42 On the sixth day Eliasaph the son of Deuel, prince of the children of Gad, [offered]:
४२और छठवें दिन गादियों का प्रधान दूएल का पुत्र एल्यासाप यह भेंट ले आया,
43 His offering [was] one silver charger, of the weight of a hundred and thirty [shekels], a silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mingled with oil for a meat-offering:
४३अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
44 One golden spoon of ten [shekels], full of incense:
४४फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
45 One young bullock, one ram, one lamb of the first year, for a burnt-offering:
४५होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
46 One kid of the goats for a sin-offering:
४६पापबलि के लिये एक बकरा;
47 And for a sacrifice of peace-offerings, two oxen, five rams, five he-goats, five lambs of the first year: this [was] the offering of Eliasaph the son of Deuel.
४७और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। दूएल के पुत्र एल्यासाप की यही भेंट थी।
48 On the seventh day Elishama the son of Ammihud, prince of the children of Ephraim, [offered]:
४८सातवें दिन एप्रैमियों का प्रधान अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा यह भेंट ले आया,
49 His offering [was] one silver charger, the weight of which [was] a hundred and thirty [shekels], one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mingled with oil for a meat-offering:
४९अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
50 One golden spoon of ten [shekels], full of incense:
५०फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
51 One young bullock, one ram, one lamb of the first year, for a burnt-offering:
५१होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
52 One kid of the goats for a sin-offering:
५२पापबलि के लिये एक बकरा;
53 And for a sacrifice of peace-offerings, two oxen, five rams, five he-goats, five lambs of the first year: this [was] the offering of Elishama the son of Ammihud.
५३और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। अम्मीहूद के पुत्र एलीशामा की यही भेंट थी।
54 On the eighth day [offered] Gamaliel the son of Pedahzur, prince of the children of Manasseh:
५४आठवें दिन मनश्शेइयों का प्रधान पदासूर का पुत्र गम्लीएल यह भेंट ले आया,
55 His offering [was] one silver charger of the weight of a hundred and thirty [shekels], one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mingled with oil for a meat-offering:
५५अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
56 One golden spoon of ten [shekels], full of incense:
५६फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
57 One young bullock, one ram, one lamb of the first year, for a burnt-offering:
५७होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
58 One kid of the goats for a sin-offering:
५८पापबलि के लिये एक बकरा;
59 And for a sacrifice of peace-offerings, two oxen, five rams, five he-goats, five lambs of the first year: this [was] the offering of Gamaliel the son of Pedahzur.
५९और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। पदासूर के पुत्र गम्लीएल की यही भेंट थी।
60 On the ninth day Abidan the son of Gideoni, prince of the children of Benjamin, [offered]:
६०नवें दिन बिन्यामीनियों का प्रधान गिदोनी का पुत्र अबीदान यह भेंट ले आया,
61 His offering [was] one silver charger, the weight of which [was] a hundred and thirty [shekels], one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mingled with oil for a meat-offering:
६१अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
62 One golden spoon of ten [shekels], full of incense:
६२फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
63 One young bullock, one ram, one lamb of the first year, for a burnt-offering:
६३होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
64 One kid of the goats for a sin-offering:
६४पापबलि के लिये एक बकरा;
65 And for a sacrifice of peace-offerings, two oxen, five rams, five he-goats, five lambs of the first year: this [was] the offering of Abidan the son of Gideoni.
६५और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। गिदोनी के पुत्र अबीदान की यही भेंट थी।
66 On the tenth day Ahiezer the son of Ammishaddai, prince of the children of Dan, [offered]:
६६दसवें दिन दानियों का प्रधान अम्मीशद्दै का पुत्र अहीएजेर यह भेंट ले आया,
67 His offering [was] one silver charger, the weight of which [was] a hundred and thirty [shekels], one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mingled with oil for a meat-offering:
६७अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
68 One golden spoon of ten [shekels], full of incense:
६८फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
69 One young bullock, one ram, one lamb of the first year, for a burnt-offering:
६९होमबलि के लिये बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
70 One kid of the goats for a sin-offering:
७०पापबलि के लिये एक बकरा;
71 And for a sacrifice of peace-offerings, two oxen, five rams, five he-goats, five lambs of the first year: this [was] the offering of Ahiezer the son of Ammishaddai.
७१और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। अम्मीशद्दै के पुत्र अहीएजेर की यही भेंट थी।
72 On the eleventh day Pagiel the son of Ocran, prince of the children of Asher, [offered]:
७२ग्यारहवें दिन आशेरियों का प्रधान ओक्रान का पुत्र पगीएल यह भेंट ले आया।
73 His offering [was] one silver charger, the weight of which [was] a hundred and thirty [shekels], one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mingled with oil for a meat-offering:
७३अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
74 One golden spoon of ten [shekels], full of incense:
७४फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;
75 One young bullock, one ram, one lamb of the first year, for a burnt-offering:
७५होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
76 One kid of the goats for a sin-offering:
७६पापबलि के लिये एक बकरा;
77 And for a sacrifice of peace-offerings, two oxen, five rams, five he-goats, five lambs of the first year: this [was] the offering of Pagiel the son of Ocran.
७७और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। ओक्रान के पुत्र पगीएल की यही भेंट थी।
78 On the twelfth day Ahira the son of Enan, prince of the children of Naphtali, [offered]:
७८बारहवें दिन नप्तालियों का प्रधान एनान का पुत्र अहीरा यह भेंट ले आया,
79 His offering [was] one silver charger, the weight of which [was] a hundred and thirty [shekels], one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mingled with oil for a meat-offering:
७९अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
80 One golden spoon of ten [shekels], full of incense:
८०फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
81 One young bullock, one ram, one lamb of the first year, for a burnt-offering:
८१होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
82 One kid of the goats for a sin-offering:
८२पापबलि के लिये एक बकरा;
83 And for a sacrifice of peace-offerings, two oxen, five rams, five he-goats, five lambs of the first year: this [was] the offering of Ahira the son of Enan.
८३और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। एनान के पुत्र अहीरा की यही भेंट थी।
84 This [was] the dedication of the altar (in the day when it was anointed) by the princes of Israel: twelve chargers of silver, twelve silver bowls, twelve spoons of gold:
८४वेदी के अभिषेक के समय इस्राएल के प्रधानों की ओर से उसके संस्कार की भेंट यही हुई, अर्थात् चाँदी के बारह परात, चाँदी के बारह कटोरे, और सोने के बारह धूपदान।
85 Each charger of silver [weighing] a hundred and thirty [shekels], each bowl seventy: all the silver vessels [weighed] two thousand and four hundred [shekels], after the shekel of the sanctuary:
८५एक-एक चाँदी का परात एक सौ तीस शेकेल का, और एक-एक चाँदी का कटोरा सत्तर शेकेल का था; और पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से ये सब चाँदी के पात्र दो हजार चार सौ शेकेल के थे।
86 The golden spoons [were] twelve, full of incense, [weighing] ten [shekels] apiece, after the shekel of the sanctuary: all the gold of the spoons [was] a hundred and twenty [shekels].
८६फिर धूप से भरे हुए सोने के बारह धूपदान जो पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से दस-दस शेकेल के थे, वे सब धूपदान एक सौ बीस शेकेल सोने के थे।
87 All the oxen for the burnt-offering [were] twelve bullocks, the rams twelve, the lambs of the first year twelve, with their meat-offering: and the kids of the goats for sin-offering, twelve.
८७फिर होमबलि के लिये सब मिलाकर बारह बछड़े, बारह मेढ़े, और एक-एक वर्ष के बारह भेड़ी के बच्चे, अपने-अपने अन्नबलि सहित थे; फिर पापबलि के सब बकरे बारह थे;
88 And all the oxen for the sacrifice of the peace-offerings [were] twenty and four bullocks, the rams sixty, the he-goats sixty, the lambs of the first year sixty. This [was] the dedication of the altar, after it was anointed.
८८और मेलबलि के लिये सब मिलाकर चौबीस बैल, और साठ मेढ़े, और साठ बकरे, और एक-एक वर्ष के साठ भेड़ी के बच्चे थे। वेदी के अभिषेक होने के बाद उसके संस्कार की भेंट यही हुई।
89 And when Moses had entered into the tabernacle of the congregation to speak with him, then he heard the voice of one speaking to him from off the mercy-seat that [was] upon the ark of testimony, from between the two cherubim: and he spoke to him.
८९और जब मूसा यहोवा से बातें करने को मिलापवाले तम्बू में गया, तब उसने प्रायश्चित के ढकने पर से, जो साक्षीपत्र के सन्दूक के ऊपर था, दोनों करूबों के मध्य में से उसकी आवाज सुनी जो उससे बातें कर रहा था; और उसने (यहोवा) उससे बातें की।

< Numbers 7 >