< Proverbs 27 >
1 Do not boast about [what you will do] tomorrow, because you do not know what will happen [PRS] on any day.
भावी कल तुम्हारे गर्व का विषय न हो, क्योंकि तुम यह नहीं जानते कि दिन में क्या घटनेवाला है.
2 Do not praise yourself [MTY, PRS]; allow others to praise you. If someone else praises you, that is okay.
कोई अन्य तुम्हारी प्रशंसा करे तो करे, तुम स्वयं न करना; कोई अन्य कोई अपरिचित तुम्हारी प्रशंसा करे तो करे, तुम स्वयं न करना, स्वयं अपने मुख से नहीं.
3 [It causes pain to our bodies to carry heavy] stones or [a pail full of] sand, but doing something stupid/foolish [can cause] great [pain to other people’s spirits.]
पत्थर भारी होता है और रेत का भी बोझ होता है, किंतु इन दोनों की अपेक्षा अधिक भारी होता है मूर्ख का क्रोध.
4 It is cruel to be angry [with others], and our being angry sometimes destroys [others], but being jealous of someone is [RHQ] often more cruel than that.
कोप में क्रूरता निहित होती है तथा रोष में बाढ़ के समान उग्रता, किंतु ईर्ष्या के समक्ष कौन ठहर सकता है?
5 It is better to correct someone openly than to show that you l don’t love that person [by not correcting him].
छिपे प्रेम से कहीं अधिक प्रभावशाली है प्रत्यक्ष रूप से दी गई फटकार.
6 If a friend criticizes you, [he is a good friend and] you can trust him; but if one of your enemies kisses you, he is [probably wanting to] deceive you.
मित्र द्वारा किए गए घाव भी विश्वासयोग्य है, किंतु विरोधी चुम्बनों की वर्षा करता है!
7 When someone’s stomach is full, he does not want to eat honey; but when someone is [very] hungry, he thinks that [even] bitter things taste sweet.
जब भूख अच्छी रीति से तृप्त की जा चुकी है, तब मधु भी अप्रिय लगने लगता है, किंतु अत्यंत भूखे व्यक्ति के लिए कड़वा भोजन भी मीठा हो जाता है.
8 Anyone who wanders [far] from his home/family is like [SIM] a bird that is far from its nest.
अपने घर से दूर चला गया व्यक्ति वैसा ही होता है जैसे अपने घोंसले से भटक चुका पक्षी.
9 [Putting olive] oil and perfume on a person’s skin causes him to feel good, but having a friend [who gives] good advice [is even better].
तेल और सुगंध द्रव्य हृदय को मनोहर कर देते हैं, उसी प्रकार सुखद होता है खरे मित्र का परामर्श.
10 Do not neglect your friends or your parents’ friends; and at a time when you are experiencing a disaster, do not go to a relative [who lives far away to request his help]; someone who lives near you can help you more than relatives who live far away.
अपने मित्र तथा अपने माता-पिता के मित्र की उपेक्षा न करना. अपनी विपत्ति की स्थिति में अपने भाई के घर भेंट करने न जाना. दूर देश में जा बसे तुम्हारे भाई से उत्तम है तुम्हारे निकट निवास कर रहा पड़ोसी.
11 My child/son, cause me to be happy by becoming wise, in order that I will [know how to] reply to those who would criticize me [about your behavior].
मेरे पुत्र, कैसा मनोहर होगा मेरा हृदय, जब तुम स्वयं को बुद्धिमान प्रमाणित करोगे; तब मैं अपने निंदकों को मुंह तोड़ प्रत्युत्तर दे सकूंगा.
12 Those who have good sense will realize that there is something dangerous ahead, and they will hide; those who do not have good sense [just] keep going, and later they will suffer because of [doing] that.
चतुर व्यक्ति जोखिम को देखकर छिप जाता है, किंतु अज्ञानी आगे ही बढ़ता जाता है, और यातना सहता है.
13 [You deserve to] have your property taken from you if you [foolishly] promise to a stranger (OR, a strange woman) that you will pay what she owes if she is unable to pay it [DOU].
जो किसी अनजान के ऋण की ज़मानत देता है, वह अपने वस्त्र तक गंवा बैठता है; जब कोई अनजान व्यक्तियों की ज़मानत लेने लगे, तब प्रतिभूति सुरक्षा में उसका वस्त्र भी रख ले.
14 If you rise early in the morning and call out a greeting to your neighbor [while he is still sleeping], he will consider it to be a curse, [not a blessing].
यदि किसी व्यक्ति को प्रातःकाल में अपने पड़ोसी को उच्च स्वर में आशीर्वाद देता हुआ सुनो, तो उसे शाप समझना.
15 [Having] a wife that is [constantly] nagging is as [bad as listening] to rain continually dripping on a rainy day.
विवादी पत्नी तथा वर्षा ऋतु में लगातार वृष्टि, दोनों ही समान हैं,
16 [Trying] to restrain/stop her [from doing that] is as [difficult] [SIM] [as trying] to stop the wind or [trying] to hold oil in your hand.
उसे नियंत्रित करने का प्रयास पवन वेग को नियंत्रित करने का प्रयास जैसा, अथवा अपने दायें हाथ से तेल को पकड़ने का प्रयास जैसा.
17 [We can use one] iron tool to sharpen [another] iron [tool]; similarly [SIM], [when one person shares] what he is thinking, it can help other people [to think more clearly].
जिस प्रकार लोहे से ही लोहे पर धार बनाया जाता है, वैसे ही एक व्यक्ति दूसरे के सुधार के लिए होते है.
18 Those who take care of fig trees will have figs to eat; [similarly], servants who protect their master will be honored [by him].
अंजीर का फल वही खाता है, जो उस वृक्ष की देखभाल करता है, वह, जो अपने स्वामी का ध्यान रखता है, सम्मानित किया जाएगा.
19 [When a person looks] in the water, he sees his own face; similarly [SIM], [when we look at] a person’s behavior, we know what he is thinking.
जिस प्रकार जल में मुखमंडल की छाया देख सकते हैं, वैसे ही व्यक्ति का जीवन भी हृदय को प्रतिबिंबित करता है.
20 [It is as though] the place where the dead people are is always wanting more people to [die and] come there; and humans [SYN] are always wanting to acquire more things, [too]. (Sheol )
मृत्यु और विनाश अब तक संतुष्ट नहीं हुए हैं, मनुष्य की आंखों की अभिलाषा भी कभी संतुष्ट नहीं होती. (Sheol )
21 [Workers put] silver and gold in a very hot furnace [to burn out what is impure], and [SIM] people learn [what we are really like when they see how we react when people] praise us.
चांदी की परख कुठाली से तथा स्वर्ण की भट्टी से होती है, वैसे ही मनुष्य की परख उसकी प्रशंसा से की जाती है.
22 Even if you beat/crush a fool severely [like] [MET] you pulverize grain with a pestle, you [probably] will not be able to cause him to stop (being foolish/doing foolish things).
यदि तुम मूर्ख को ओखली में डालकर मूसल से अनाज के समान भी कूटो, तुम उससे उसकी मूर्खता को अलग न कर सकोगे.
23 Take good care of your flocks of sheep and herds of cattle,
अनिवार्य है कि तुम्हें अपने पशुओं की स्थिति का यथोचित ज्ञान हो, अपने पशुओं का ध्यान रखो;
24 because the money [that you acquired from selling animals previously] will not (last/stay with you) forever; similarly [SIM], governments [MTY] certainly do not [RHQ] last forever.
क्योंकि, न तो धन-संपत्ति चिरकालीन होती है, और न यह कहा जा सकता है कि राजपाट आगामी सभी पीढ़ियों के लिए सुनिश्चित हो गया.
25 After you cut the hay [DOU] and [store it to feed the animals in the winter while] a new crop of hay is growing,
जब सूखी घास एकत्र की जा चुकी हो और नई घास अंकुरित हो रही हो, जब पर्वतों से जड़ी-बूटी एकत्र की जाती है,
26 you will be able to [shear the sheep and] make clothes from the wool, and you will get money from selling [some of] the goats to buy [more] land,
तब मेमनों से तुम्हारे वस्त्रों की आवश्यकता की पूर्ति होगी, और तुम बकरियों के मूल्य से खेत मोल ले सकोगे,
27 and you will get enough milk from the [other] goats for you and your family and your female servants.
बकरियों के दूध इतना भरपूर होगा कि वह तुम्हारे संपूर्ण परिवार के लिए पर्याप्त भोजन रहेगा; तुम्हारी सेविकाओं की ज़रूरत भी पूर्ण होती रहेगी.