< Numbers 7 >

1 And it came to pass, on the day when Moses made an end of rearing up the habitation and anointing it, and hallowing it, and all the furniture thereof, and the altar, and all the utensils thereof, —both of anointing them, and hallowing them,
फिर जब मूसा ने निवास को खड़ा किया, और सारे सामान समेत उसका अभिषेक करके उसको पवित्र किया, और सारे सामान समेत वेदी का भी अभिषेक करके उसे पवित्र किया,
2 that the princes of Israel, the heads of their ancestral houses, made an offering, —they being princes of the tribes, they being the men who stood over them who were numbered:
तब इस्राएल के प्रधान जो अपने-अपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष, और गोत्रों के भी प्रधान होकर गिनती लेने के काम पर नियुक्त थे,
3 yea then brought they in as their offering, before Yahweh—six covered waggons, and twelve oxen, a waggon for every two of the princes and an ox for each one, —yea they brought them near before the habitation.
वे यहोवा के सामने भेंट ले आए, और उनकी भेंट छः भरी हुई गाड़ियाँ और बारह बैल थे, अर्थात् दो-दो प्रधान की ओर से एक-एक गाड़ी, और एक-एक प्रधान की ओर से एक-एक बैल; इन्हें वे निवास के सामने यहोवा के समीप ले गए।
4 Then spake Yahweh unto Moses, saying:
तब यहोवा ने मूसा से कहा,
5 Take [them] of them, so shall they be for doing the laborious work of the tent of meeting, —and thou shalt give them unto the Levites, to every man according to the need of his laborious work.
“उन वस्तुओं को तू उनसे ले ले, कि मिलापवाले तम्बू की सेवकाई में काम आएँ, तू उन्हें लेवियों के एक-एक कुल की विशेष सेवकाई के अनुसार उनको बाँट दे।”
6 So Moses took the waggons, and the oxen, —and gave them unto the Levites:
अतः मूसा ने वे सब गाड़ियाँ और बैल लेकर लेवियों को दे दिये।
7 two of the waggons and four of the oxen, gave he unto the sons of Gershon, —according to the need of their laborious work;
गेर्शोनियों को उनकी सेवकाई के अनुसार उसने दो गाड़ियाँ और चार बैल दिए;
8 and four of the waggons, and eight of the oxen, gave he unto the sons of Merari, —according to the need of their laborious work, in the hand of Ithamar son of Aaron the priest;
और मरारियों को उनकी सेवकाई के अनुसार उसने चार गाड़ियाँ और आठ बैल दिए; ये सब हारून याजक के पुत्र ईतामार के अधिकार में किए गए।
9 but, unto the sons of Kohath, gave he none, —because as to the laborious work of the sanctuary which pertained unto them, upon their shoulders, were they to carry it.
परन्तु कहातियों को उसने कुछ न दिया, क्योंकि उनके लिये पवित्र वस्तुओं की यह सेवकाई थी कि वह उसे अपने कंधों पर उठा लिया करें।
10 So then the princes offered for the dedication of the altar, on the day it was anointed, —yea the princes offered their oblation before the altar,
१०फिर जब वेदी का अभिषेक हुआ तब प्रधान उसके संस्कार की भेंट वेदी के समीप ले जाने लगे।
11 And Yahweh said unto Moses: Each prince on his appointed day, thus shall they offer their oblation, for the dedication of the altar.
११तब यहोवा ने मूसा से कहा, “वेदी के संस्कार के लिये प्रधान लोग अपनी-अपनी भेंट अपने-अपने नियत दिन पर चढ़ाएँ।”
12 And so it was, that, he who on the first day, offered his oblation, —was Nahshon son of Amminadab of the tribe of Judah;
१२इसलिए जो पुरुष पहले दिन अपनी भेंट ले गया वह यहूदा गोत्रवाले अम्मीनादाब का पुत्र नहशोन था;
13 and his offering, was—one charger of silver, a hundred and thirty shekels, the weight thereof, one tossing bowl of silver, seventy shekels by the shekel of the sanctuary, —both of them, full of fine meal overflowed with oil for a meal-offering;
१३उसकी भेंट यह थी, अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
14 one spoon of ten shekels of gold full of incense;
१४फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
15 one choice young bullock one ram one he-lamb of the first year, as an ascending-sacrifice;
१५होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
16 one young he-goat, as a sin-bearer;
१६पापबलि के लिये एक बकरा;
17 and as a peace-offering, two oxen, five rams five he-goats, five he-lambs of the first year, —this, was the offering of Nashon, son of Amminadab.
१७और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। अम्मीनादाब के पुत्र नहशोन की यही भेंट थी।
18 On the second day, Nethanel, son of Zuar, prince of Issachar, brought his offering.
१८दूसरे दिन इस्साकार का प्रधान सूआर का पुत्र नतनेल भेंट ले आया;
19 He offered as his oblation—one charger of silver, a hundred and thirty shekels, the weight thereof, one tossing bowl of silver, seventy shekels by the shekel of the sanctuary, —both of them, full of fine meal overflowed with oil as a meal-offering;
१९वह यह थी, अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
20 one spoon of ten [shekels] of gold full of incense;
२०फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
21 one choice young bullock one ram one he-lamb of the first year, as an ascending-sacrifice;
२१होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
22 one young he-goat, as a sin-bearer;
२२पापबलि के लिये एक बकरा;
23 and, as peace-offering two oxen, five rams, five he-goats, five he-lambs of the first year, —this, was the offering of Nethanel, son of Zuar.
२३और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। सूआर के पुत्र नतनेल की यही भेंट थी।
24 On the third day, the prince of the sons of Zebulun, —Eliab, son of Helon:
२४और तीसरे दिन जबूलूनियों का प्रधान हेलोन का पुत्र एलीआब यह भेंट ले आया,
25 his offering, —one charger of silver a hundred and thirty shekels, the weight thereof, one tossing bowl of silver, seventy shekels by the shekel of the sanctuary, —both of them, full of fine meal overflowed with oil as a meal-offering;
२५अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
26 one spoon, of ten [shekels] of gold full of incense;
२६फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
27 one choice young bullock, one ram, one he-lamb of the first year, as an ascending-sacrifice;
२७होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
28 one young he-goat, as a sin-bearer;
२८पापबलि के लिये एक बकरा;
29 and as a peace-offering, two oxen, five rams five he-goats, five he-lambs of the first year, —this, was the offering of Eliab, son of Helon.
२९और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। हेलोन के पुत्र एलीआब की यही भेंट थी।
30 On the fourth day, the prince of he sons of Reuben, —Elizur, son of Shedeur:
३०और चौथे दिन रूबेनियों का प्रधान शदेऊर का पुत्र एलीसूर यह भेंट ले आया,
31 his offering, one charger of silver, a hundred and thirty [shekels], the weight thereof, one tossing bowl of Silver, seventy shekels by the shekel of the sanctuary, —both of them, full of fine meal overflowed with oil, as a meal-offering;
३१अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
32 one spoon of ten [shekels] of gold full of incense:
३२फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
33 one choice young bullock one ram, one he-lamb of the first year, as an ascending-sacrifice;
३३होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
34 one young he-goat for a sin-bearer;
३४पापबलि के लिये एक बकरा;
35 and as a peace-offering, two oxen, five rams five he-goats, five he-lambs of the first year, —this, was the offering of Elizur, son of Shedeur.
३५और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। शदेऊर के पुत्र एलीसूर की यही भेंट थी।
36 On the fifth day, the prince of the sons of Simeon, —Shelumiel, son of Zurishaddai:
३६पाँचवें दिन शिमोनियों का प्रधान सूरीशद्दै का पुत्र शलूमीएल यह भेंट ले आया,
37 his offering, one charger of silver a hundred and thirty shekels, the weight thereof, one tossing bowl of silver, seventy shekels by the shekel of the sanctuary; both of them, full of fine meal overflowed with oil as a meal-offering;
३७अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
38 one spoon of ten [shekels] of gold, full of incense;
३८फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
39 one choice young bullock one ram one he-lamb of the first year as an ascending-sacrifice;
३९होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
40 one young he-goat as a sin-bearer;
४०पापबलि के लिये एक बकरा;
41 and, as a peace-offering, two oxen, five rams, five he-goats, five he-lambs of the first year, —this, was the offering of Shelumiel, son of Zurishaddai.
४१और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। सूरीशद्दै के पुत्र शलूमीएल की यही भेंट थी।
42 On the sixth day, the prince of the sons of Gad, —Eliasaph, son of Deuel:
४२और छठवें दिन गादियों का प्रधान दूएल का पुत्र एल्यासाप यह भेंट ले आया,
43 his offering, one charger of silver, a hundred and thirty [shekels], the weight thereof, one tossing bowl, of silver, seventy shekels, by the shekel of the sanctuary, —both of them, full of fine meal overflowed with oil, as a meal-offering;
४३अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
44 one spoon of ten [shekels] of gold full of incense;
४४फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
45 one choice young bullock one ram one he-lamb of the first year, as an ascending-sacrifice;
४५होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
46 one young he-goat as a sin-bearer;
४६पापबलि के लिये एक बकरा;
47 and as a peace-offering, two oxen, five rams, five he-goats, five he-lambs of the first year, —this, was the offering of Eliasaph, son of Deuel.
४७और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। दूएल के पुत्र एल्यासाप की यही भेंट थी।
48 On the seventh day, the prince of the sons of Ephraim, —Elishama, son of Ammihud:
४८सातवें दिन एप्रैमियों का प्रधान अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा यह भेंट ले आया,
49 his offering, one charger of silver a hundred and thirty shekels, the weight thereof, one tossing bowl of silver, seventy shekels, by the shekel of the sanctuary, —both of them, full of fine meal overflowed with oil as a meal-offering;
४९अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
50 one spoon of ten [shekels] of gold, full of incense;
५०फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
51 one choice young bullock, one ram, one he-lamb of the first year, as an ascending-sacrifice;
५१होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
52 one young he-goat, as a sin-bearer;
५२पापबलि के लिये एक बकरा;
53 and as a peace-offering, two oxen, five rams five he-goats, five he-lambs of the first year, —this, was the offering of Elishama, son of Ammihud.
५३और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। अम्मीहूद के पुत्र एलीशामा की यही भेंट थी।
54 On the eighth day, the prince of the sons of Manasseh, —Gamaliel, son of Pedahzur:
५४आठवें दिन मनश्शेइयों का प्रधान पदासूर का पुत्र गम्लीएल यह भेंट ले आया,
55 his offering, one charger of silver, a hundred and thirty [shekels], the weight thereof, one tossing bowl, of silver, seventy shekels by the shekel of the sanctuary, —both of them, full of fine meal overflowed with oil as a meal-offering;
५५अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
56 one spoon of ten [shekels] of gold full of incense;
५६फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
57 one choice young bullock one ram one he-lamb of the first year as an ascending-sacrifice:
५७होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
58 one young he-goat, as a sin-bearer;
५८पापबलि के लिये एक बकरा;
59 and as a peace-offering, two oxen, five rams five he-goats, five he-lambs of the first year, —this, was the offering of Gamaliel son of Pedahzur.
५९और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। पदासूर के पुत्र गम्लीएल की यही भेंट थी।
60 On the ninth day, the prince of the sons of Benjamin, —Abidan, son of Gideoni:
६०नवें दिन बिन्यामीनियों का प्रधान गिदोनी का पुत्र अबीदान यह भेंट ले आया,
61 his offering, one charger of silver, a hundred and thirty [shekels], the weight thereof, —one tossing bowl of silver, seventy shekels by the shekel of the sanctuary, —both of them, full of fine meal overflowed with oil, as a meal-offering;
६१अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
62 one spoon, of ten [shekels] of gold full of incense;
६२फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
63 one choice young bullock, one ram, one he-lamb of the first year as an ascending-sacrifice;
६३होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
64 one young he-goat as a sin-bearer;
६४पापबलि के लिये एक बकरा;
65 and as a peace-offering, two oxen, five rams, five he-goats, five he-lambs of the first year, —this, was the offering of Abidan, son of Gideoni.
६५और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। गिदोनी के पुत्र अबीदान की यही भेंट थी।
66 On the tenth day, the prince of the sons of Dan, Ahiezer son of Ammishaddai:
६६दसवें दिन दानियों का प्रधान अम्मीशद्दै का पुत्र अहीएजेर यह भेंट ले आया,
67 his offering, one charger of silver a hundred and thirty [shekels], the weight thereof, —one tossing bowl of silver, seventy shekels by the shekel of the sanctuary, —both of them, full of fine meal overflowed with oil as a meal-offering;
६७अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
68 one spoon, of ten [shekels] of gold, full of incense;
६८फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
69 one choice young bullock one ram one he-lamb of the first year as an ascending-sacrifice;
६९होमबलि के लिये बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
70 one young he-goat, as a sin-bearer;
७०पापबलि के लिये एक बकरा;
71 and as a peace-offering, two oxen, five rams, five he-goats, five he-lambs of the first year, —this, was the offering of Ahiezer, son of Ammishaddai.
७१और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। अम्मीशद्दै के पुत्र अहीएजेर की यही भेंट थी।
72 On the eleventh day, the prince of the sons of Asher, Pagiel son of Ochran;
७२ग्यारहवें दिन आशेरियों का प्रधान ओक्रान का पुत्र पगीएल यह भेंट ले आया।
73 his offering, one charger of silver, a hundred and thirty [shekels], the weight thereof, one tossing bowl, of silver, seventy shekels by the shekel of the sanctuary, —both of them, full of fine meal overflowed with oil as a meal-offering;
७३अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
74 one spoon of ten [shekels] of gold, full of incense;
७४फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;
75 one choice young bullock, one ram one he-lamb of the first year, as an ascending-sacrifice;
७५होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
76 one young he-goat, as a sin-bearer;
७६पापबलि के लिये एक बकरा;
77 and as a peace-offering, two oxen, five rams, five he-goats, five he-lambs of the first year, —this, was the offering of Pagiel, son of Ochran.
७७और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। ओक्रान के पुत्र पगीएल की यही भेंट थी।
78 On the twelfth day, the prince of the sons of Naphtali, Ahira, son of Enan:
७८बारहवें दिन नप्तालियों का प्रधान एनान का पुत्र अहीरा यह भेंट ले आया,
79 his offering, one charger of silver a hundred and thirty [shekels], the weight thereof, one tossing bowl of silver, seventy shekels by the shekel of the sanctuary, both of them, full of fine meal overflowed with oil, as a meal-offering;
७९अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
80 one spoon of ten [shekels] of gold full of incense;
८०फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
81 one choice young bullock one ram one he-lamb of the first year, as an ascending-sacrifice;
८१होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
82 one young he-goat as a sin-bearer;
८२पापबलि के लिये एक बकरा;
83 and, as a peace-offering, two oxen, five rams five he-goats, five he-lambs of the first year, this, was the offering of Ahira, son of Enan.
८३और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। एनान के पुत्र अहीरा की यही भेंट थी।
84 This, was the offering for the dedication of the altar in the day when it was anointed, from the princes of Israel, —twelve chargers of silver twelve tossing bowls of silver, twelve spoons of gold;
८४वेदी के अभिषेक के समय इस्राएल के प्रधानों की ओर से उसके संस्कार की भेंट यही हुई, अर्थात् चाँदी के बारह परात, चाँदी के बारह कटोरे, और सोने के बारह धूपदान।
85 a hundred and thirty [shekels], each charger of silver, and seventy, each tossing bowl, —all the silver of the vessels, two thousand and four hundred [shekels], by the shekel of the sanctuary;
८५एक-एक चाँदी का परात एक सौ तीस शेकेल का, और एक-एक चाँदी का कटोरा सत्तर शेकेल का था; और पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से ये सब चाँदी के पात्र दो हजार चार सौ शेकेल के थे।
86 twelve spoons of gold full of incense, ten shekels each spoon by the shekel of the sanctuary, —all the gold of the spoons, a hundred and twenty [shekels].
८६फिर धूप से भरे हुए सोने के बारह धूपदान जो पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से दस-दस शेकेल के थे, वे सब धूपदान एक सौ बीस शेकेल सोने के थे।
87 All the herd for the ascending-sacrifice, —twelve bullocks twelve rams twelve he-lambs of the first year with their meal-offering, —twelve young he-goats for the bearing of sin;
८७फिर होमबलि के लिये सब मिलाकर बारह बछड़े, बारह मेढ़े, और एक-एक वर्ष के बारह भेड़ी के बच्चे, अपने-अपने अन्नबलि सहित थे; फिर पापबलि के सब बकरे बारह थे;
88 and all the herd for the peace-offering, twenty-four bullocks sixty rams, sixty he-goats sixty he-lambs of the first year, —this, was the offering for the dedication of the altar, after it was anointed.
८८और मेलबलि के लिये सब मिलाकर चौबीस बैल, और साठ मेढ़े, और साठ बकरे, और एक-एक वर्ष के साठ भेड़ी के बच्चे थे। वेदी के अभिषेक होने के बाद उसके संस्कार की भेंट यही हुई।
89 And when Moses entered into the tent of meeting, that He might speak with him, then heard he the Voice speaking unto him from off the propitiatory that was upon the ark of the testimony, from between the two cherubim, —so He spake unto him.
८९और जब मूसा यहोवा से बातें करने को मिलापवाले तम्बू में गया, तब उसने प्रायश्चित के ढकने पर से, जो साक्षीपत्र के सन्दूक के ऊपर था, दोनों करूबों के मध्य में से उसकी आवाज सुनी जो उससे बातें कर रहा था; और उसने (यहोवा) उससे बातें की।

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