< Numbers 7 >

1 It happened on the day that Moses had finished setting up the tabernacle, and had anointed it and sanctified it, with all its furniture, and the altar with all its vessels, and had anointed and sanctified them;
जिस दिन मोशेह ने पवित्र स्थान से संबंधित सारा काम पूरा किया, उन्होंने इसका अभिषेक किया, इसे उसकी सारी वस्तुओं सहित पवित्र किया; वेदी एवं उस पर के सारे बर्तन. मोशेह ने इनका अभिषेक किया तथा इसके बाद इनको पवित्र किया.
2 that the leaders of Israel, the heads of their ancestral houses, offered. These were the leaders of the tribes. These are they who were over those who were numbered:
फिर इस्राएल के प्रधानों ने, जो उनके पितरों के प्रधान थे, भेंटें चढ़ाईं. ये सभी गोत्रों के प्रधान थे, वे ही जो गिने गए व्यक्तियों के नेता ठहराए गए थे.
3 and they brought their offering before the LORD, six covered wagons, and twelve oxen; a wagon for every two of the leaders, and for each one an ox: and they presented them before the tabernacle.
जब उन्होंने याहवेह के सामने अपनी भेंटें प्रस्तुत की, तब वे ये चारों ओर से बंद छः गाड़ियां, बारह बैल, दो नेताओं के बीच एक गाड़ी तथा प्रधान के लिए एक बैल. ये सभी उन्होंने पवित्र स्थान के सामने भेंट कर दी.
4 The LORD spoke to Moses, saying,
फिर याहवेह ने मोशेह को यह आज्ञा दी,
5 "Accept these from them, that they may be used in doing the service of the Tent of Meeting; and you shall give them to the Levites, to every man according to his service."
“उन लोगों से ये भेंटें स्वीकार कर लो कि इनका प्रयोग मिलनवाले तंबू के कार्यों के लिए किया जा सके. ये तुम लेवियों को दे दोगे, हर एक व्यक्ति को उसके लिए ठहराए गए कार्य के अनुसार.”
6 Moses took the wagons and the oxen, and gave them to the Levites.
फिर मोशेह ने वे गाड़ियां तथा वे बैल लेवियों को सौंप दिए.
7 He gave two wagons and four oxen to the sons of Gershon, according to their service:
दो गाड़ियां एवं चार बैल गेरशोन के घराने को, जो उनकी सेवाओं के अनुसार थे,
8 and he gave four wagons and eight oxen to the sons of Merari, according to their service, under the direction of Ithamar the son of Aaron the cohen.
चार गाड़ियां तथा आठ बैल मेरारी के घराने को, उनके कार्य के अनुसार सौंप दिए. वे ये सेवा पुरोहित अहरोन के पुत्र इथामार की देखभाल में करते थे.
9 But to the sons of Kohath he gave none, because the service of the sanctuary belonged to them; they carried it on their shoulders.
मोशेह ने कोहाथ के घराने को कुछ भी नहीं दिया, क्योंकि उनकी जवाबदारी थी, पवित्र वस्तुओं से संबंधित कार्य, जिनका भार वे अपने कंधों पर उठाया करते थे.
10 And the leaders gave offerings for the dedication of the altar in the day that it was anointed, even the leaders gave their offerings before the altar.
प्रधानों ने वेदी का अभिषेक किया और वेदी के लिए चढ़ाई भेंट अर्पित की तथा प्रधानों ने अपनी-अपनी भेंटें वेदी के सामने चढ़ा दी.
11 The LORD said to Moses, "They shall offer their offering, each prince on his day, for the dedication of the altar."
फिर याहवेह ने मोशेह को आज्ञा दी, “वेदी के समर्पण के लिए प्रतिदिन एक ही प्रधान अपनी भेंट चढ़ाए.”
12 He who offered his offering the first day was Nahshon the son of Amminadab, of the tribe of Judah,
जिस व्यक्ति ने पहले दिन भेंट चढ़ाई, वह यहूदाह गोत्र से अम्मीनादाब का पुत्र नाहशोन था.
13 and his offering was: one silver platter, the weight of which was one hundred thirty shekels, one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mixed with oil for a meal offering;
भेंट में उसने अन्‍नबलि के लिए चांदी की एक परात एवं एक चांदी की कटोरी भेंट की, जिनमें तेल मिला हुआ मैदा भरा गया था. पात्र पवित्र स्थान की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल तथा कटोरी सत्तर शेकेल की थी;
14 one golden ladle of ten shekels, full of incense;
सुगंधित धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;
15 one young bull, one ram, one male lamb a year old, for a burnt offering;
होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक, एक वर्ष का नर मेमना;
16 one male goat for a sin offering;
पापबलि के लिए एक बकरा;
17 and for the sacrifice of peace offerings, two head of cattle, five rams, five male goats, and five male lambs a year old. This was the offering of Nahshon the son of Amminadab.
मेल बलि के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे तथा पांच एक वर्ष के नर मेमने. यही अम्मीनादाब के पुत्र नाहशोन द्वारा चढ़ाई गई भेंट थी.
18 On the second day Nethanel the son of Zuar, prince of Issachar, gave his offering.
दूसरे दिन इस्साखार गोत्र के प्रधान ज़ुअर के पुत्र नेथानेल ने भेंट चढ़ाई.
19 He offered for his offering: one silver platter, the weight of which was one hundred thirty shekels, one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mixed with oil for a meal offering;
उसकी भेंट यह थी: एक सौ तीस शेकेल की एक चांदी की परात, सत्तर शेकेल की एक चांदी की कटोरी; ये दोनों ही पवित्र स्थान की तौल के शेकेल के अनुसार थे. इन दोनों ही में अन्‍नबलि के लिए तेल मिला हुआ मैदा भरा था;
20 one golden ladle of ten shekels, full of incense;
सुगंधित धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;
21 one young bull, one ram, one male lamb a year old, for a burnt offering;
होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;
22 one male goat for a sin offering;
पापबलि के लिए एक बकरा;
23 and for the sacrifice of peace offerings, two head of cattle, five rams, five male goats, five male lambs a year old. This was the offering of Nethanel the son of Zuar.
मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, एक वर्ष के पांच नर मेमने. यह थी ज़ुअर के पुत्र नेथानेल द्वारा चढ़ाई गई भेंटें.
24 On the third day Eliab the son of Helon, prince of the people of Zebulun
तीसरे दिन ज़ेबुलून के गोत्र से हेलोन के पुत्र एलियाब ने भेंटें चढ़ाईं.
25 gave his offering: one silver platter, the weight of which was a hundred and thirty shekels, one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mixed with oil for a meal offering;
उसने पवित्र स्थान की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल की चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल की चांदी की कटोरी में अन्‍नबलि के लिए तेल मिला हुआ मैदा;
26 one golden ladle of ten shekels, full of incense;
सुगंधित धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;
27 one young bull, one ram, one male lamb a year old, for a burnt offering;
होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;
28 one male goat for a sin offering;
पापबलि के लिए एक बकरा;
29 and for the sacrifice of peace offerings, two head of cattle, five rams, five male goats, and five male lambs a year old. This was the offering of Eliab the son of Helon.
मेल बलि के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, और एक वर्ष के पांच नर मेमने भेंट किए. यह सब हेलोन के पुत्र एलियाब ने भेंट किए.
30 On the fourth day Elizur the son of Shedeur, prince of the people of Reuben
चौथे दिन शेदेउर के पुत्र एलिज़ुर ने जो रियूबेन गोत्र का प्रधान था, अपनी भेंटे चढ़ाई.
31 gave his offering: one silver platter, the weight of which was one hundred thirty shekels, one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mixed with oil for a meal offering;
उसने पवित्र स्थान की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल की चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल का चांदी का कटोरा और इन दोनों ही में ज़ैतून के तेल मिला हुआ महीन आटा,
32 one golden ladle of ten shekels, full of incense;
सुगंधित धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;
33 one young bull, one ram, one male lamb a year old, for a burnt offering;
होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक, एक वर्ष का नर मेमना;
34 one male goat for a sin offering;
पापबलि के लिए एक बकरा;
35 and for the sacrifice of peace offerings, two head of cattle, five rams, five male goats, and five male lambs a year old. This was the offering of Elizur the son of Shedeur.
मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, और एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए. शेदेउर के पुत्र एलिज़ुर द्वारा यह भेंट चढ़ाई गई.
36 On the fifth day Shelumiel the son of Zurishaddai, prince of the people of Simeon
पांचवें दिन ज़ुरीशद्दाय के पुत्र शेलुमिएल ने जो शिमओन गोत्र का प्रधान था, उसने भेंट चढ़ाई.
37 gave his offering: one silver platter, the weight of which was one hundred thirty shekels, one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mixed with oil for a meal offering;
उसने पवित्र स्थान की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल की चांदी की कटोरी में अन्‍नबलि के रूप में तेल मिला हुआ मैदा,
38 one golden ladle of ten shekels, full of incense;
सुगंधित धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;
39 one young bull, one ram, one male lamb a year old, for a burnt offering;
होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक, एक वर्ष का नर मेमना;
40 one male goat for a sin offering;
पापबलि के लिए एक बकरा;
41 and for the sacrifice of peace offerings, two head of cattle, five rams, five male goats, and five male lambs a year old: this was the offering of Shelumiel the son of Zurishaddai.
मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, और एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए. यह ज़ुरीशद्दाय के पुत्र शेलुमिएल द्वारा चढ़ाई गई थी.
42 On the sixth day, Eliasaph the son of Reuel, prince of the people of Gad
छठवें दिन देउएल के पुत्र एलियासाफ़ ने, जो गाद के गोत्र का प्रधान था, भेंट चढ़ाई.
43 gave his offering: one silver platter, the weight of which was one hundred thirty shekels, one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mixed with oil for a meal offering;
उसने पवित्र स्थान की नाप के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल चांदी का कटोरा तथा सत्तर शेकेल चांदी की कटोरी में तेल मिला हुआ मैदा
44 one golden ladle of ten shekels, full of incense;
दस शेकेल सोने के धूपदान में सुगंधित धूप;
45 one young bull, one ram, one male lamb a year old, for a burnt offering;
होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;
46 one male goat for a sin offering;
पापबलि के लिए एक बकरा;
47 and for the sacrifice of peace offerings, two head of cattle, five rams, five male goats, and five male lambs a year old. This was the offering of Eliasaph the son of Reuel.
मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए. यह भेंट देउएल के पुत्र एलियासाफ़ द्वारा चढ़ाई गई थी.
48 On the seventh day Elishama the son of Ammihud, prince of the people of Ephraim
सातवें दिन अम्मीहूद के पुत्र एलीशामा ने जो एफ्राईम गोत्र का प्रधान था, भेंट चढ़ाई.
49 gave his offering: one silver platter, the weight of which was one hundred thirty shekels, one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mixed with oil for a meal offering;
उसने पवित्र स्थान की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल चांदी का कटोरा तथा सत्तर शेकेल चांदी की कटोरी में तेल मिला हुआ मैदा
50 one golden ladle of ten shekels, full of incense;
दस शेकेल सोने के धूपदान में सुगंधित धूप;
51 one young bull, one ram, one male lamb a year old, for a burnt offering;
होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;
52 one male goat for a sin offering;
पापबलि के लिए एक बकरा;
53 and for the sacrifice of peace offerings, two head of cattle, five rams, five male goats, and five male lambs a year old. This was the offering of Elishama the son of Ammihud.
मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए. यह अम्मीहूद के पुत्र एलीशामा द्वारा चढ़ाई गई थी.
54 On the eighth day Gamaliel the son of Pedahzur, prince of the people of Manasseh
आठवें दिन पेदाहज़ुर के पुत्र गमालिएल ने जो मनश्शेह के गोत्र का प्रधान था, भेंट चढ़ाई:
55 gave his offering: one silver platter, the weight of which was one hundred thirty shekels, one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mixed with oil for a meal offering;
उसने पवित्र स्थान की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल चांदी का कटोरा तथा दोनों ही जैतून के तेल मिले महीन आटे से भरे हुए;
56 one golden ladle of ten shekels, full of incense;
दस शेकेल सोने के धूपदान में सुगंधित धूप;
57 one young bull, one ram, one male lamb a year old, for a burnt offering;
होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;
58 one male goat for a sin offering;
पापबलि के लिए एक बकरा;
59 and for the sacrifice of peace offerings, two head of cattle, five rams, five male goats, and five male lambs a year old. This was the offering of Gamaliel the son of Pedahzur.
मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, तथा एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए. यह पेदाहज़ुर के पुत्र गमालिएल द्वारा चढ़ाई गई भेंट थी.
60 On the ninth day Abidan the son of Gideoni, prince of the people of Benjamin
नौवें दिन गिदयोनी का पुत्र अबीदान जो बिन्यामिन के गोत्र का प्रधान था अपनी भेंट लाया:
61 gave his offering: one silver platter, the weight of which was one hundred thirty shekels, one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mixed with oil for a meal offering;
उसने पवित्र स्थान की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल चांदी का कटोरा तथा सत्तर शेकेल चांदी की कटोरी में तेल मिला हुआ मैदा तथा
62 one golden ladle of ten shekels, full of incense;
दस शेकेल सोने के धूपदान में सुगंधित धूप;
63 one young bull, one ram, one male lamb a year old, for a burnt offering;
होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;
64 one male goat for a sin offering;
पापबलि के लिए एक बकरा;
65 and for the sacrifice of peace offerings, two head of cattle, five rams, five male goats, and five male lambs a year old. This was the offering of Abidan the son of Gideoni.
मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए. यह गिदयोनी के पुत्र अबीदान द्वारा चढ़ाई गई भेंट थी.
66 On the tenth day Ahiezer the son of Ammishaddai, prince of the people of Dan
दसवें दिन अम्मीशद्दाय के पुत्र अहीएज़र ने, जो दान के गोत्र का प्रधान था, भेंट चढ़ाई.
67 gave his offering: one silver platter, the weight of which was one hundred thirty shekels, one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mixed with oil for a meal offering;
उसने पवित्र स्थान की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल चांदी का कटोरा और दोनों ही में बेहतरीन आटे में जैतून का तेल मिला हुआ;
68 one golden ladle of ten shekels, full of incense;
दस शेकेल सोने के धूपदान में सुगंधित धूप;
69 one young bull, one ram, one male lamb a year old, for a burnt offering;
होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;
70 one male goat for a sin offering;
पापबलि के लिए एक बकरा;
71 and for the sacrifice of peace offerings, two head of cattle, five rams, five male goats, and five male lambs a year old. This was the offering of Ahiezer the son of Ammishaddai.
मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए. यह अम्मीशद्दाय के पुत्र अहीएज़र द्वारा चढ़ाई गई थी.
72 On the eleventh day Pagiel the son of Ochran, prince of the people of Asher
ग्यारहवें दिन ओखरन का पुत्र पागिएल ने जो आशेर के गोत्र का प्रधान था अपनी भेंट चढ़ाई.
73 gave his offering: one silver platter, the weight of which was one hundred thirty shekels, one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mixed with oil for a meal offering;
उसने पवित्र स्थान की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल चांदी का कटोरा और दोनों ही में बेहतरीन आटे में ज़ैतून का तेल मिला हुआ;
74 one golden ladle of ten shekels, full of incense;
दस शेकेल सोने के धूपदान में सुगंधित धूप;
75 one young bull, one ram, one male lamb a year old, for a burnt offering;
होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;
76 one male goat for a sin offering;
पापबलि के लिए एक बकरा;
77 and for the sacrifice of peace offerings, two head of cattle, five rams, five male goats, and five male lambs a year old. This was the offering of Pagiel the son of Ochran.
मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए. यह ओखरन के पुत्र पागिएल द्वारा चढ़ाई गई थी.
78 On the twelfth day Ahira the son of Enan, prince of the people of Naphtali
बारहवें दिन, नफताली गोत्र से एनन का पुत्र अहीरा जो प्रधान था,
79 gave his offering: one silver platter, the weight of which was one hundred thirty shekels, one silver bowl of seventy shekels, after the shekel of the sanctuary; both of them full of fine flour mixed with oil for a meal offering;
उसने पवित्र स्थान की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल चांदी का कटोरा तथा सत्तर शेकेल चांदी की कटोरी में तेल मिला हुआ मैदा;
80 one golden spoon of ten shekels, full of incense;
दस शेकेल सोने के धूपदान में सुगंधित धूप;
81 one young bull, one ram, one male lamb a year old, for a burnt offering;
होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;
82 one male goat for a sin offering;
पापबलि के लिए एक बकरा;
83 and for the sacrifice of peace offerings, two head of cattle, five rams, five male goats, and five male lambs a year old. This was the offering of Ahira the son of Enan.
मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए. यह एनन के पुत्र अहीरा द्वारा चढ़ाई गई थी.
84 This was the dedication of the altar, on the day when it was anointed, by the leaders of Israel: twelve silver platters, twelve silver bowls, twelve golden ladles;
इस्राएल के प्रधानों द्वारा वेदी का अभिषेक किए जाने के समय चढ़ाई गई संस्कार भेंट यह थी: बारह चांदी की परात, बारह चांदी की कटोरियां, बारह सोने के धूपदान;
85 each silver platter weighing one hundred thirty shekels, and each bowl seventy; all the silver of the vessels two thousand four hundred shekels, after the shekel of the sanctuary;
हर एक चांदी की परात पवित्र स्थान की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल, हर एक चांदी की कटोरी सत्तर शेकेल! तब पवित्र स्थान की तौल के अनुसार सारे बर्तन कुल 2,400 शेकेल हुए.
86 the twelve golden ladles, full of incense, weighing ten shekels apiece, after the shekel of the sanctuary; all the gold of the ladles weighed one hundred twenty shekels;
सुगंधित धूप के साथ बारह सोने के हर एक धूपदान, पवित्र स्थान की नाप के अनुसार दस शेकेल; तब कुल एक सौ बीस शेकेल.
87 all the cattle for the burnt offering twelve bulls, the rams twelve, the male lambs a year old twelve, and their meal offering; and the male goats for a sin offering twelve;
होमबलि के लिए कुल बारह बछड़े, बारह मेढ़े, अन्‍नबलि के लिए बारह एक वर्ष के नर मेमने तथा पापबलि के लिए बारह बकरे.
88 and all the cattle for the sacrifice of peace offerings twenty-four bulls, the rams sixty, the male goats sixty, the male lambs a year old sixty. This was the dedication of the altar, after it was anointed.
मेल बलि के लिए कुल चौबीस बछड़े, कुल साठ मेढ़े, कुल साठ बकरे तथा एक वर्ष के साठ नर मेमने. यह अभिषेक के बाद वेदी के लिए चढ़ाई गई भेंट थी.
89 When Moses went into the Tent of Meeting to speak with the LORD, he heard his voice speaking to him from above the mercy seat that was on the ark of the Testimony, from between the two cherubim: and he spoke to him.
जब मोशेह मिलनवाले तंबू में याहवेह से बातचीत करने गए, तब उन्होंने वाचा के संदूक के ऊपर करुणासन से, दोनों करूबों के बीच से, एक आवाज सुनी, जो उन्हें संबोधित कर रही थी; इस प्रकार याहवेह ने उनसे यह बातें की थी.

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