< Psalms 20 >
1 YHWH hear thee in the day of trouble; the name of the Elohim of Jacob defend thee;
मुसीबत के दिन ख़ुदावन्द तेरी सुने। या'क़ूब के ख़ुदा का नाम तुझे बुलन्दी पर क़ाईम करे!
2 Send thee help from the sanctuary, and strengthen thee out of Zion;
वह मक़दिस से तेरे लिए मदद भेजे, और सिय्यून से तुझे क़ुव्वत बख़्शे!
3 Remember all thy offerings, and accept thy burnt sacrifice; (Selah)
वह तेरे सब हदियों को याद रख्खे, और तेरी सोख़्तनी क़ुर्बानी को क़ुबूल करे! (सिलाह)
4 Grant thee according to thine own heart, and fulfil all thy counsel.
वह तेरे दिल की आरज़ू पूरी करे, और तेरी सब मश्वरत पूरी करे!
5 We will rejoice in thy salvation, and in the name of our Elohim we will set up our banners: YHWH fulfil all thy petitions.
हम तेरी नजात पर ख़ुशी मनाएंगे, और अपने ख़ुदा के नाम पर झंडे खड़े करेंगे। ख़ुदावन्द तेरी तमाम दरख़्वास्तें पूरी करे!
6 Now know I that YHWH saveth his anointed; he will hear him from his holy heaven with the saving strength of his right hand.
अब मैं जान गया कि ख़ुदावन्द अपने मम्सूह को बचा लेता है; वह अपने दहने हाथ की नजात बख़्श ताक़त से अपने पाक आसमान पर से उसे जवाब देगा।
7 Some trust in chariots, and some in horses: but we will remember the name of YHWH our Elohim.
किसी को रथों का और किसी को घोड़ों का भरोसा है, लेकिन हम तो ख़ुदावन्द अपने ख़ुदा ही का नाम लेंगे।
8 They are brought down and fallen: but we are risen, and stand upright.
वह तो झुके और गिर पड़े; लेकिन हम उठे और सीधे खड़े हैं।
9 Save, YHWH: let the king hear us when we call.
ऐ ख़ुदावन्द! बचा ले; जिस दिन हम पुकारें, तो बादशाह हमें जवाब दे।