< Matthew 1 >

1 The book of the generation of Yahushua the Messiah, the son of David, the son of Abraham.
ये यीशु मसीह के पूर्वजां के नाम सै। वो राजा दाऊद का वंशज था, अर राजा दाऊद अब्राहम का वंशज था।
2 Abraham begat Isaac; and Isaac begat Jacob; and Jacob begat Judas and his brethren;
अब्राहम का बेट्टा इसहाक था, अर इसहाक का बेट्टा याकूब था, फेर याकूब तै यहूदा अर उसके भाईयाँ का जन्म होया।
3 And Judas begat Phares and Zara of Thamar; and Phares begat Esrom; and Esrom begat Aram;
यहूदा के बेट्टे फिरिस अर जोरह थे। (फिरिस अर जोरह की माँ का नाम तामार था।) फिरिस का बेट्टा हिस्रोन था। हिस्रोन का बेट्टा एराम था,
4 And Aram begat Aminadab; and Aminadab begat Naasson; and Naasson begat Salmon;
एराम का बेट्टा अम्मीनादाब था। अम्मीनादाब तै नहशोन, अर नहशोन तै सलमोन का जन्म होया,
5 And Salmon begat Booz of Rachab; and Booz begat Obed of Ruth; and Obed begat Jesse;
सलमोन का बेट्टा बोआज था। (बोआज की माँ का नाम राहाब था।) बोआज अर रुत तै ओबेद का जन्म होया, अर ओबेद का बेट्टा यिशै था।
6 And Jesse begat David the king; and David the king begat Solomon of her that had been the wife of Urias;
अर यिशै का बेट्टा राजा दाऊद था। (राजा सुलैमान दाऊद का बेट्टा था।) जो उस बिरबान्नी तै जन्मा था जो पैहले उरिय्याह की घरआळी थी,
7 And Solomon begat Roboam; and Roboam begat Abia; and Abia begat Asa;
सुलैमान का बेट्टा रहबाम था। अर रहबाम का बेट्टा अबिय्याह था। अर अबिय्याह तै आसा का जन्म होया।
8 And Asa begat Josaphat; and Josaphat begat Joram; and Joram begat Ozias;
आसा का बेट्टा यहोशाफात था। फेर यहोशाफात तै योराम अर योराम तै उज्जियाह का जन्म होया।
9 And Ozias begat Joatham; and Joatham begat Achaz; and Achaz begat Ezekias;
उज्जियाह का बेट्टा योताम था अर योताम, आहाज का। फेर आहाज तै हिजकिय्याह का जन्म होया।
10 And Ezekias begat Manasses; and Manasses begat Amon; and Amon begat Josias;
हिजकिय्याह तै मनश्शिह का जन्म होया। मनश्शिह का बेट्टा आमोन था, अर आमोन तै योशिय्याह का जन्म होया।।
11 And Josias begat Jechonias and his brethren, about the time they were carried away to Babylon:
फेर इस्राएल के माणसां नै कैदी बणाकै बेबीलोन देश ले जाण के बखत योशिय्याह तै यकुन्याह, अर उसके भाईयाँ का जन्म होया।
12 And after they were brought to Babylon, Jechonias begat Salathiel; and Salathiel begat Zorobabel;
बेबीलोन देश म्ह पोहचाये जाये पाच्छै यकुन्याह तै शालतियेल का जन्म होया, फेर शालतियेल तै जरुब्बाबिल का जन्म होया।
13 And Zorobabel begat Abiud; and Abiud begat Eliakim; and Eliakim begat Azor;
जरुब्बाबिल तै अबीहूद का जन्म होया, अबीहूद तै एलयाकीम का अर एलयाकीम तै अजोर का जन्म होया।
14 And Azor begat Sadoc; and Sadoc begat Achim; and Achim begat Eliud;
अजोर का बेट्टा सदोक था। सदोक तै अखीम अर अखीम तै इलीहूद का जन्म होया।
15 And Eliud begat Eleazar; and Eleazar begat Matthan; and Matthan begat Jacob;
इलीहूद का बेट्टा इलियाजार था। अर इलियाजार मत्तान का। मत्तान का बेट्टा याकूब था।
16 And Jacob begat Joseph the husband of Mary, of whom was born Yahushua, who is called the Messiah.
अर याकूब तै यूसुफ का जन्म होया, जो मरियम का धणी था। अर मरियम तै यीशु जो मसीह कुह्वावै सै, पैदा होया।
17 So all the generations from Abraham to David are fourteen generations; and from David until the carrying away into Babylon are fourteen generations; and from the carrying away into Babylon unto the Messiah are fourteen generations.
इस तरियां अब्राहम तै दाऊद तक चौदहा पीढ़ी होई, अर दाऊद तै लेकै इस्राएलियाँ नै कैदी बणाकै बेबीलोन देश भेज्जे जाण तक चौदहा पीढ़ी, अर इस्राएलियाँ कैदी बणाकै बेबीलोन देश म्ह भेज्जे जाण कै बखत तै मसीह तक चौदहा पीढ़ी और होई।
18 Now the birth of Yahushua the Messiah was on this wise: When as his mother Mary was espoused to Joseph, before they came together, she was found with child of the Holy Spirit.
यीशु मसीह का जन्म इस तरियां होया, कै जिब उसकी माँ मरियम की सगाई यूसुफ कै गैल होग्यी, तो उनका ब्याह होण तै पैहल्याए बेरा पाट्या के वा पवित्र आत्मा की शक्ति तै गर्भवती सै।
19 Then Joseph her husband, being a just man, and not willing to make her a publick example, was minded to put her away privily.
पर उसका धणी यूसुफ जो एक धर्मी माणस था, उसनै बदनाम न्ही करणा चाहवै था, इस खात्तर उस ताहीं चुपके तै छोड़ण का विचार करया।
20 But while he thought on these things, behold, the angel of YHWH appeared unto him in a dream, saying, Joseph, thou son of David, fear not to take unto thee Mary thy wife: for that which is conceived in her is of the Holy Spirit.
जिब वो इन बात्तां नै सोच्चै ए था तो परमेसवर का सुर्गदूत उसनै सपनै म्ह आकै कहण लाग्या, “हे यूसुफ! दाऊद के वंशज, तू अपणी घरआळी मरियम नै अपणे उरै ल्याण तै ना डरै, क्यूँके जो उसकी कोख म्ह सै, वो पवित्र आत्मा की ओड़ तै सै।
21 And she shall bring forth a son, and thou shalt call his name Yahushua: for he shall save his people from their sins.
वो बेट्टा जाम्यैगी अर तू उसका नाम यीशु धरिये, क्यूँके वो अपणे माणसां का उनकै पापां तै उद्धार करैगा।”
22 Now all this was done, that it might be fulfilled which was spoken of YHWH by the prophet, saying,
यो सारा इस खात्तर होया के जो वचन प्रभु नै यशायाह नबी कै जरिये कह्या था, वो पूरा हो
23 Behold, a virgin shall be with child, and shall bring forth a son, and they shall call his name Emmanuel, which being interpreted is, Elohim with us.
देक्खो एक कुँवारी गर्भवती होगी अर एक छोरा जण्येगी, अर उसका नाम इम्मानुएल धरया जावैगा, जिसका मतलब सै “परमेसवर म्हारै गैल सै।”
24 Then Joseph being raised from sleep did as the angel of YHWH had bidden him, and took unto him his wife:
फेर यूसुफ नींद तै जाग कै परमेसवर कै सुर्गदूत के हुकम कै मुताबिक मरियम नै अपणी घरआळी बणाकै अपणे याड़ै ले आया।
25 And knew her not till she had brought forth her firstborn son: and he called his name Yahushua.
अर जिब ताहीं उसनै छोरा ना जण्या जिब तक यूसुफ उसकै धोरै न्ही गया अर उसनै बाळक का नाम यीशु धरया।

< Matthew 1 >