< Leviticus 9 >
1 On the eighth day after the ordination Moses called Aaron and his sons, and the elders of Israel, to meet with him.
१आठवें दिन मूसा ने हारून और उसके पुत्रों को और इस्राएली पुरनियों को बुलवाकर हारून से कहा,
2 He told Aaron, “You need to bring a young bull as a sin offering and a ram as a burnt offering, both without defects, and present them before the Lord.
२“पापबलि के लिये एक निर्दोष बछड़ा, और होमबलि के लिये एक निर्दोष मेढ़ा लेकर यहोवा के सामने भेंट चढ़ा।
3 Then tell the Israelites, ‘Bring the following offerings: a male goat as a sin offering; a calf and a lamb, (both a year old and without defects), for a burnt offering;
३और इस्राएलियों से यह कह, ‘तुम पापबलि के लिये एक बकरा, और होमबलि के लिये एक बछड़ा और एक भेड़ का बच्चा लो, जो एक वर्ष के हों और निर्दोष हों,
4 a bull and a ram as a peace offering to sacrifice before the Lord; and a grain offering mixed with olive oil. Do this because today the Lord is going to reveal himself to you today.’”
४और मेलबलि के लिये यहोवा के सम्मुख चढ़ाने के लिये एक बैल और एक मेढ़ा, और तेल से सने हुए मैदे का एक अन्नबलि भी ले लो; क्योंकि आज यहोवा तुम को दर्शन देगा।’”
5 Following Moses' orders they brought what he'd said to the front of the Tent of Meeting. Everyone came and stood before the Lord.
५और जिस-जिस वस्तु की आज्ञा मूसा ने दी उन सब को वे मिलापवाले तम्बू के आगे ले आए; और सारी मण्डली समीप जाकर यहोवा के सामने खड़ी हुई।
6 Moses said, “This is what the Lord ordered me to tell you to do, so that you may see his glory.”
६तब मूसा ने कहा, “यह वह काम है जिसके करने के लिये यहोवा ने आज्ञा दी है कि तुम उसे करो; और यहोवा की महिमा का तेज तुम को दिखाई पड़ेगा।”
7 Then Moses told Aaron, “Go to the altar and sacrifice your sin offering and your burnt offering to make you and the people right. Then sacrifice the offerings brought by the people as a means to make them right, as the Lord ordered.”
७तब मूसा ने हारून से कहा, “यहोवा की आज्ञा के अनुसार वेदी के समीप जाकर अपने पापबलि और होमबलि को चढ़ाकर अपने और सब जनता के लिये प्रायश्चित कर और जनता के चढ़ावे को भी चढ़ाकर उनके लिये प्रायश्चित कर।”
8 So Aaron went to the altar and killed the calf as a sin offering for himself.
८इसलिए हारून ने वेदी के समीप जाकर अपने पापबलि के बछड़े को बलिदान किया।
9 His sons brought the blood to him. He dipped his finger in the blood and put it on the horns of the altar. He poured out the rest of the blood at the bottom of the altar.
९और हारून के पुत्र लहू को उसके पास ले गए, तब उसने अपनी उँगली को लहू में डुबाकर वेदी के सींगों पर लहू को लगाया, और शेष लहू को वेदी के पाए पर उण्डेल दिया;
10 He burned the fat, the kidneys, and the best part of the liver from the sin offering on the altar, as the Lord had ordered Moses to do.
१०और पापबलि में की चर्बी और गुर्दों और कलेजे पर की झिल्ली को उसने वेदी पर जलाया, जैसा यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी।
11 However, he burned up the meat and the skin outside the camp.
११और माँस और खाल को उसने छावनी से बाहर आग में जलाया।
12 Aaron killed the burnt offering. His sons brought him the blood, and he sprinkled it on the sides of the altar.
१२तब होमबलि पशु को बलिदान किया; और हारून के पुत्रों ने लहू को उसके हाथ में दिया, और उसने उसको वेदी पर चारों ओर छिड़क दिया।
13 They brought him the head and all the other pieces of the burnt offering, and he burned them on the altar.
१३तब उन्होंने होमबलि पशु को टुकड़े-टुकड़े करके सिर सहित उसके हाथ में दे दिया और उसने उनको वेदी पर जला दिया।
14 He washed the insides and the legs and burned them with the rest of the burnt offering on the altar.
१४और उसने अंतड़ियों और पाँवों को धोकर वेदी पर होमबलि के ऊपर जलाया।
15 Then Aaron presented the offerings of the people. He killed the male goat as the sin offering for the people, and offered it in the same way as his own sin offering.
१५तब उसने लोगों के चढ़ावे को आगे लेकर और उस पापबलि के बकरे को जो उनके लिये था लेकर उसका बलिदान किया, और पहले के समान उसे भी पापबलि करके चढ़ाया।
16 He presented the burnt offering, doing so in accordance with the regulations.
१६और उसने होमबलि को भी समीप ले जाकर विधि के अनुसार चढ़ाया।
17 He presented the grain offering. He took a handful from it and burned it on the altar, in addition to the burnt offering presented earlier that morning.
१७और अन्नबलि को भी समीप ले जाकर उसमें से मुट्ठी भर वेदी पर जलाया, यह भोर के होमबलि के अलावा चढ़ाया गया।
18 Aaron killed the bull and the ram as the peace offering for the people. His sons brought him the blood, and he sprinkled it on the sides of the altar.
१८बैल और मेढ़ा, अर्थात् जो मेलबलि पशु जनता के लिये थे वे भी बलि किए गए; और हारून के पुत्रों ने लहू को उसके हाथ में दिया, और उसने उसको वेदी पर चारों ओर छिड़क दिया;
19 They also brought him the fat portions from the bull, and from the ram—the fat tail, the fat covering the insides, the kidneys, and the best part of the liver—
१९और उन्होंने बैल की चर्बी को, और मेढ़े में से मोटी पूँछ को, और जिस चर्बी से अंतड़ियाँ ढपी रहती हैं उसको, और गुर्दों सहित कलेजे पर की झिल्ली को भी उसके हाथ में दिया;
20 and put them on the breasts. Aaron burned the fat portions on the altar,
२०और उन्होंने चर्बी को छातियों पर रखा; और उसने वह चर्बी वेदी पर जलाई,
21 but he waved the breasts and the right thigh as a wave offering before the Lord, as Moses had ordered him to do.
२१परन्तु छातियों और दाहिनी जाँघ को हारून ने मूसा की आज्ञा के अनुसार हिलाने की भेंट के लिये यहोवा के सामने हिलाया।
22 Then Aaron held up his hands towards the people and blessed them. After that he came down from the altar, having completed the sin offering, the burnt offering, and the peace offering.
२२तब हारून ने लोगों की ओर हाथ बढ़ाकर उन्हें आशीर्वाद दिया; और पापबलि, होमबलि, और मेलबलियों को चढ़ाकर वह नीचे उतर आया।
23 Moses and Aaron went into the Tent of Meeting. When they came out, they blessed the people, and the glory of the Lord was revealed to everyone.
२३तब मूसा और हारून मिलापवाले तम्बू में गए, और निकलकर लोगों को आशीर्वाद दिया; तब यहोवा का तेज सारी जनता को दिखाई दिया।
24 Fire came from the presence of the Lord and burned up the burnt offering and the fat portions on the altar. When everyone saw this, they shouted for joy and fell down with their faces to the ground.
२४और यहोवा के सामने से आग निकली चर्बी सहित होमबलि को वेदी पर भस्म कर दिया; इसे देखकर जनता ने जय जयकार का नारा लगाया, और अपने-अपने मुँह के बल गिरकर दण्डवत् किया।