< 詩篇 148 >
1 你們要讚美耶和華! 從天上讚美耶和華, 在高處讚美他!
ख़ुदावन्द की हम्द करो! आसमान पर से ख़ुदावन्द की हम्द करो, बुलंदियों पर उसकी हम्द करो!
ऐ उसके फ़िरिश्तो! सब उसकी हम्द करो। ऐ उसके लश्करो! सब उसकी हम्द करो!
3 日頭月亮,你們要讚美他! 放光的星宿,你們都要讚美他!
ऐ सूरज! ऐ चाँद! उसकी हम्द करो। ऐ नूरानी सितारों! सब उसकी हम्द करो
ऐ फ़लक — उल — फ़लाक! उसकी हम्द करो! और तू भी ऐ फ़ज़ा पर के पानी!
5 願這些都讚美耶和華的名! 因他一吩咐便都造成。
यह सब ख़ुदावन्द के नाम की हम्द करें, क्यूँकि उसने हुक्म दिया और यह पैदा हो गए।
6 他將這些立定,直到永永遠遠; 他定了命,不能廢去。
उसने इनको हमेशा से हमेशा तक के लिए क़ाईम किया है; उसने अटल क़ानून मुक़र्रर कर दिया है।
ज़मीन पर से ख़ुदावन्द की हम्द करो ऐ अज़दहाओं और सब गहरे समन्दरो!
ऐ आग और ओलो! ऐ बर्फ़ और कुहर ऐ तूफ़ानी हवा! जो उसके कलाम की ता'लीम करती है।
ऐ पहाड़ो और सब टीलो! ऐ मेवादार दरख़्तो और सब देवदारो!
ऐ जानवरो और सब चौपायो! ऐ रेंगने वालो और परिन्दो!
ऐ ज़मीन के बादशाहो और सब उम्मतों! ऐ उमरा और ज़मीन के सब हाकिमों!
12 少年人和處女, 老年人和孩童, 都當讚美耶和華!
ऐ नौजवानो और कुंवारियो! ऐ बूढ़ों और बच्चो!
13 願這些都讚美耶和華的名! 因為獨有他的名被尊崇; 他的榮耀在天地之上。
यह सब ख़ुदावन्द के नाम की हम्द करें, क्यूँकि सिर्फ़ उसी का नाम मुम्ताज़ है। उसका जलाल ज़मीन और आसमान से बुलन्द है।
14 他將他百姓的角高舉, 因此他一切聖民以色列人, 就是與他相近的百姓,都讚美他! 你們要讚美耶和華!
और उसने अपने सब पाक लोगों या'नी अपनी मुक़र्रब क़ौम बनी इस्राईल के फ़ख़्र के लिए, अपनी क़ौम का सींग बुलन्द किया। ख़ुदावन्द की हम्द करो!