< 詩篇 132 >
1 上行之詩。 耶和華啊,求你記念大衛所受的一切苦難!
आराधना के लिए यात्रियों का गीत. याहवेह, दावीद को और उनके द्वारा झेली गई समस्त विषमताओं को स्मरण कीजिए.
उन्होंने याहवेह की शपथ खाई, तथा याकोब के सर्वशक्तिमान से शपथ की थी:
“मैं न तो तब तक घर में प्रवेश करूंगा और न मैं अपने बिछौने पर जाऊंगा,
न तो मैं अपनी आंखों में नींद आने दूंगा और न पलकों में झपकी,
5 直等我為耶和華尋得所在, 為雅各的大能者尋得居所。
जब तक मुझे याहवेह के लिए एक स्थान उपलब्ध न हो जाए, याकोब के सर्वशक्तिमान के आवास के लिए.”
6 我們聽說約櫃在以法他, 我們在基列‧耶琳就尋見了。
इसके विषय में हमने एफ़राथा में सुना, याअर के मैदान में भी यही पाया गया:
“आओ, हम उनके आवास को चलें; हम उनके चरणों में जाकर आराधना करें.
8 耶和華啊,求你興起, 和你有能力的約櫃同入安息之所!
‘याहवेह, अब उठकर अपने विश्राम स्थल पर आ जाइए, आप और आपकी सामर्थ्य का संदूक भी.
आपके पुरोहित धर्म के वस्त्र पहिने हुए हों; और आपके सात्विक हर्ष गीत गाएं.’”
10 求你因你僕人大衛的緣故, 不要厭棄你的受膏者!
अपने सेवक दावीद के निमित्त, अपने अभिषिक्त को न ठुकराईए.
11 耶和華向大衛、憑誠實起了誓, 必不反覆,說: 我要使你所生的 坐在你的寶座上。
याहवेह ने दावीद से शपथ खाई थी, एक ऐसी शपथ, जिसे वह तोड़ेंगे नहीं: “तुम्हारे ही अपने वंशजों में से एक को मैं तुम्हारे सिंहासन पर विराजमान करूंगा.
12 你的眾子若守我的約 和我所教訓他們的法度, 他們的子孫必永遠坐在你的寶座上。
यदि तुम्हारे वंशज मेरी वाचा का पालन करेंगे तथा मेरे द्वारा सिखाए गए उपदेशों का पालन करेंगे, तब उनकी संतान भी तुम्हारे सिंहासन पर सदा-सर्वदा के लिए विराजमान होगी.”
13 因為耶和華揀選了錫安, 願意當作自己的居所,
क्योंकि ज़ियोन याहवेह द्वारा ही निर्धारित किया गया है, अपने आवास के लिए याहवेह की यही अभिलाषा है.
14 說:這是我永遠安息之所; 我要住在這裏, 因為是我所願意的。
“यह सदा-सर्वदा के लिए मेरा विश्रान्ति स्थल है; मैं यहीं सिंहासन पर विराजमान रहूंगा, क्योंकि यही मेरी अभिलाषा है.
उसके लिए मेरी आशीष बड़ी योजना होगी; मैं इसके दरिद्रों को भोजन से तृप्त करूंगा.
उसके पुरोहितों को मैं उद्धार के परिधानों से सुसज्जित करूंगा, और उसके निवासी सात्विक सदैव हर्षगान गाते रहेंगे.
17 我要叫大衛的角在那裏發生; 我為我的受膏者預備明燈。
“यहां मैं दावीद के वंश को बढाऊंगा, मैं अपने अभिषिक्त के लिए एक दीप स्थापित करूंगा.
18 我要使他的仇敵披上羞恥; 但他的冠冕要在頭上發光。
मैं उसके शत्रुओं को लज्जा के वस्त्र पहनाऊंगा, किंतु उसके अपने सिर का मुकुट उज्जवल रहेगा.”