< 诗篇 113 >
1 你们要赞美耶和华! 耶和华的仆人哪,你们要赞美, 赞美耶和华的名!
ख़ुदावन्द की हम्द करो! ऐ ख़ुदावन्द के बन्दों, हम्द करो! ख़ुदावन्द के नाम की हम्द करो!
अब से हमेशा तक, ख़ुदावन्द का नाम मुबारक हो!
3 从日出之地到日落之处, 耶和华的名是应当赞美的!
आफ़ताब के निकलने' से डूबने तक, ख़ुदावन्द के नाम की हम्द हो!
ख़ुदावन्द सब क़ौमों पर बुलन्द — ओ — बाला है; उसका जलाल आसमान से बरतर है।
ख़ुदावन्द हमारे ख़ुदा की तरह कौन है? जो 'आलम — ए — बाला पर तख़्तनशीन है,
जो फ़रोतनी से, आसमान — ओ — ज़मीन पर नज़र करता है।
वह ग़रीब को खाक से, और मोहताज को मज़बले पर से उठा लेता है,
ताकि उसे उमरा के साथ, या'नी अपनी कौम के उमरा के साथ बिठाए।
9 他使不能生育的妇人安居家中, 为多子的乐母。 你们要赞美耶和华!
वह बाँझ का घर बसाता है, और उसे बच्चों वाली बनाकर दिलखुश करता है। ख़ुदावन्द की हम्द करो!