< 撒迦利亞書 6 >
1 [第八個神視:四輛馬車]我再舉目觀望,看,有四輛馬車由兩山間出來;這兩座山都是銅山。
तब फिर मैंने ऑख उठाकर निगाह की तो क्या देखता हूँ कि दो पहाड़ों के बीच से चार रथ निकले, और वह पहाड़ पीतल के थे।
पहले रथ के घोड़े सुरंग, दूसरे के मुशकी,
3 第三輛車套著白色的馬,第四輛車套著雜色的馬,都很雄壯。
तीसरे के नुक़रा और चौथे के अबलक़ थे।
4 我問那我談話的使者說:「我主,這是什麼意思﹖」
तब मैंने उस फ़रिश्ते से जो मुझ से कलाम करता था पूछा, “ऐ मेरे आक़ा, यह क्या हैं?”
5 使者答應我說:「這些是侍立在全地的主宰之前,而今向丌下四出發的:
और फ़रिश्ते ने मुझे जवाब दिया, कि “यह आसमान की चार हवाएँ हैं' जो रब्बुल — 'आलमीन के सामने से निकली हैं।
6 那套著黑馬的,向北方出發,白馬則跟在後面出發,雜色的向南方出發。」
और मुशकी घोड़ों वाला रथ उत्तरी मुल्क को निकला चला जाता है, और नुकरा घोड़ों वाला उसके पीछे और अबलक़ घोड़ों वाला दक्खिनी मुल्क को।
7 這些雄壯的馬出來,切願在地上往來巡邏。他於是說:「你們去,在地上巡邏吧! 」牠們就在地上巡邏。
और सुरंग घोड़ों वाला भी निकला, और उन्होंने चाहा कि दुनिया की सैर करें;” और उसने उनसे कहा, “जाओ, दुनिया की सैर करो।” और उन्होंने दुनिया की सैर की।
8 以後,他呼喚我,對我說:「你看,向北方出發的,己在北方平息了上主的怒氣。」
तब उसने बुलन्द आवाज़ से मुझ से कहा, “देख, जो उत्तरी मुल्क को गए हैं, उन्होंने वहाँ मेरा जी ठंडा किया है।”
फिर ख़ुदावन्द का कलाम मुझ पर नाज़िल हुआ:
10 你該由歸來者的手中取些禮物,就在今天,到巴比倫回來的責法尼雅的兒子約史的家裏去。
कि तू आज ही ख़ल्दी और तूबियाह और यद'अयाह के पास जा, जो बाबुल के ग़ुलामों की तरफ़ से आकर यूसियाह — बिन — सफ़निया के घर में उतरे हैं।
11 你要拿銀子和金子,做一頂冠冕,戴在大司祭約匝達克的兒子耶叔亞的頭上,
और उनसे सोना — चाँदी लेकर ताज बना, और यशू'अ बिन — यहूसदक़ सरदार काहिन को पहना;
12 然後對他說:萬軍上主這樣 看,有一個人名叫「苗芽」,他自動萌芽,他要建築上主的殿宇。
और उससे कह, 'कि रब्ब — उल — अफ़वाज यूँ फ़रमाता है, कि देख, वह शख्स जिसका नाम शाख़ है, उसके ज़ेर — ए — साया ख़ुशहाली होगी और वह ख़ुदावन्द की हैकल को ता'मीर करेगा।
13 是要建築上主的殿,是他要承受尊榮,坐在寶座上執政;並且有一位司祭立在他右邊,他們二人之間必和平相處。
हाँ, वही ख़ुदावन्द की हैकल को बनाएगा और वह साहिब — ए — शौकत होगा, और तख़्त नशीन होकर हुकूमत करेगा और उसके साथ काहिन भी तख़्त नशीन होगा; और दोनों में सुलह — ओ — सलामती की मशवरत होगी।
14 這頂冠冕要存在上主的殿內,作為赫爾待、托彼雅、耶達雅和責法尼雅的兒子約史雅的記念。
और यह ताज हीलम और तूबियाह और यद'अयाह और हेन — बिन — सफ़नियाह के लिए ख़ुदावन्द की हैकल में यादगार होगा।
15 遠方的人必來共同建築上主火殿;如此,你們便知道:是萬軍上主派遺了我到你們這裏來。如果你們真聽從上主你們天主的聲音,這事必要實現。」
“और वह जो दूर हैं आकर ख़ुदावन्द की हैकल को ता'मीर करेंगे, तब तुम जानोगे कि रब्बु — उल — अफ़वाज ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है; और अगर तुम दिल से ख़ुदावन्द अपने ख़ुदा की फ़रमाबरदारी करोगे तो यह बातें पूरी होंगी।”