< 出埃及記 14 >
2 你吩咐以色列子民轉回,在米革多耳及海之間的丕哈希洛特前,面對巴耳責豐安營,即在巴耳責豐之前,靠近海邊安營。
२“इस्राएलियों को आज्ञा दे, कि वे लौटकर मिग्दोल और समुद्र के बीच पीहहीरोत के सम्मुख, बाल-सपोन के सामने अपने डेरे खड़े करें, उसी के सामने समुद्र के तट पर डेरे खड़े करें।
3 如此,法朗必然以為以色列子民在國境內迷了路,曠野困住了他們。
३तब फ़िरौन इस्राएलियों के विषय में सोचेगा, ‘वे देश के उलझनों में फँसे हैं और जंगल में घिर गए हैं।’
4 我要使法郎心硬,在後面追趕他們,這樣我將在法郎和他全軍身上,大顯神能,使埃及人知道我是上主。」以色列子民就照樣作了。法郎追趕以列
४तब मैं फ़िरौन के मन को कठोर कर दूँगा, और वह उनका पीछा करेगा, तब फ़िरौन और उसकी सारी सेना के द्वारा मेरी महिमा होगी; और मिस्री जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ।” और उन्होंने वैसा ही किया।
5 有人報告埃及王說:那百姓逃走了。法郎和他的臣僕對那百姓變了心,說:「我們放走以色列人,不再給我們服役,這是作的什麼事﹖」
५जब मिस्र के राजा को यह समाचार मिला कि वे लोग भाग गए, तब फ़िरौन और उसके कर्मचारियों का मन उनके विरुद्ध पलट गया, और वे कहने लगे, “हमने यह क्या किया, कि इस्राएलियों को अपनी सेवकाई से छुटकारा देकर जाने दिया?”
६तब उसने अपना रथ तैयार करवाया और अपनी सेना को संग लिया।
7 還帶了六百輛精良戰車和埃及所有的戰車,每輛車上都有戰士駕駛。
७उसने छः सौ अच्छे से अच्छे रथ वरन् मिस्र के सब रथ लिए और उन सभी पर सरदार बैठाए।
8 上主使埃及王法郎心硬,在後面追趕以色列子民;當以色列子民大膽前行的時候,
८और यहोवा ने मिस्र के राजा फ़िरौन के मन को कठोर कर दिया। इसलिए उसने इस्राएलियों का पीछा किया; परन्तु इस्राएली तो बेखटके निकले चले जाते थे।
9 埃及人在後面追趕他們,法郎所有的車馬、騎士和步兵就在靠近丕哈希洛特,巴耳責豐對面,以色列子民安營的地方趕上了。
९पर फ़िरौन के सब घोड़ों, और रथों, और सवारों समेत मिस्री सेना ने उनका पीछा करके उनके पास, जो पीहहीरोत के पास, बाल-सपोन के सामने, समुद्र के किनारे पर डेरे डालें पड़े थे, जा पहुँची।
10 當法郎來近的時候,以色列子民舉目,看見埃及人趕來,都十分恐怖,向上主哀號,
१०जब फ़िरौन निकट आया, तब इस्राएलियों ने आँखें उठाकर क्या देखा, कि मिस्री हमारा पीछा किए चले आ रहे हैं; और इस्राएली अत्यन्त डर गए, और चिल्लाकर यहोवा की दुहाई दी।
11 也向梅瑟說:「你帶我們死在曠野裏,難道埃及沒有墳墓嗎﹖你為什麼這樣待我們,將我們從埃及出來﹖
११और वे मूसा से कहने लगे, “क्या मिस्र में कब्रें न थीं जो तू हमको वहाँ से मरने के लिये जंगल में ले आया है? तूने हम से यह क्या किया कि हमको मिस्र से निकाल लाया?
12 我們在埃及不是對你說過這話:不要擾亂我們,我們甘願服侍埃及人,服侍埃及人總比死在曠野裏還好啊! 」
१२क्या हम तुझ से मिस्र में यही बात न कहते रहे, कि हमें रहने दे कि हम मिस्रियों की सेवा करें? हमारे लिये जंगल में मरने से मिस्रियों कि सेवा करनी अच्छी थी।”
13 梅瑟向百姓說:「你們不要害怕,站著別動,觀看上主今天給你們施的救恩,因為你們所見的埃及人,永遠再見不到了。
१३मूसा ने लोगों से कहा, “डरो मत, खड़े-खड़े वह उद्धार का काम देखो, जो यहोवा आज तुम्हारे लिये करेगा; क्योंकि जिन मिस्रियों को तुम आज देखते हो, उनको फिर कभी न देखोगे।
१४यहोवा आप ही तुम्हारे लिये लड़ेगा, इसलिए तुम चुपचाप रहो।”
15 上主向梅瑟說:「你為什麼向我哀號,吩咐以色列子民起營前行。
१५तब यहोवा ने मूसा से कहा, “तू क्यों मेरी दुहाई दे रहा है? इस्राएलियों को आज्ञा दे कि यहाँ से कूच करें।
16 你舉起棍杖,把你的手伸到海上,分開海水,叫以色列子民在海中乾地上走過。
१६और तू अपनी लाठी उठाकर अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ा, और वह दो भाग हो जाएगा; तब इस्राएली समुद्र के बीच होकर स्थल ही स्थल पर चले जाएँगे।
17 你看,我要使埃及人的心硬,在後面趕以色列子民;這樣我好叫法郎和他全軍,戰車和騎兵身上,大顯神能。
१७और सुन, मैं आप मिस्रियों के मन को कठोर करता हूँ, और वे उनका पीछा करके समुद्र में घुस पड़ेंगे, तब फ़िरौन और उसकी सेना, और रथों, और सवारों के द्वारा मेरी महिमा होगी।
18 我向法郎,向他的戰車和騎兵大顯神能的時候,埃及人將會知道我是上主。」
१८और जब फ़िरौन, और उसके रथों, और सवारों के द्वारा मेरी महिमा होगी, तब मिस्री जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ।”
19 在以色列大隊前面走的天主使者,就轉到他們的後面走,雲柱也從他們前面轉到他們後面停下,
१९तब परमेश्वर का दूत जो इस्राएली सेना के आगे-आगे चला करता था जाकर उनके पीछे हो गया; और बादल का खम्भा उनके आगे से हटकर उनके पीछे जा ठहरा।
20 即來到埃及軍營和以色列軍營中間;那一夜雲柱一面發黑,一面發光,這樣整夜軍隊彼此不能接近。
२०इस प्रकार वह मिस्रियों की सेना और इस्राएलियों की सेना के बीच में आ गया; और बादल और अंधकार तो हुआ, तो भी उससे रात को उन्हें प्रकाश मिलता रहा; और वे रात भर एक दूसरे के पास न आए।
21 梅瑟向海伸手,上主就用極強的東風,一夜之間把海颳退,使海底成為乾地。水分開以後,
२१तब मूसा ने अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ाया; और यहोवा ने रात भर प्रचण्ड पुरवाई चलाई, और समुद्र को दो भाग करके जल ऐसा हटा दिया, जिससे कि उसके बीच सूखी भूमि हो गई।
22 以色列子民便在海中乾地上走過,水在他們左右好像牆壁。埃及人沉沒海中
२२तब इस्राएली समुद्र के बीच स्थल ही स्थल पर होकर चले, और जल उनकी दाहिनी और बाईं ओर दीवार का काम देता था।
23 隨後埃及人也趕來,法郎所有的馬、戰車和騎兵,都跟著他們來到海中。
२३तब मिस्री, अर्थात् फ़िरौन के सब घोड़े, रथ, और सवार उनका पीछा किए हुए समुद्र के बीच में चले गए।
24 到了晨時末更,上主在火柱和雲柱上,窺探埃及軍隊,使埃及的軍隊混亂。
२४और रात के अन्तिम पहर में यहोवा ने बादल और आग के खम्भे में से मिस्रियों की सेना पर दृष्टि करके उन्हें घबरा दिया।
25 又使他們的車輪脫落,難以行走,以致埃及人說:「我們由以色列逃走罷! 因為上主替他們作戰,攻擊埃及人。」
२५और उसने उनके रथों के पहियों को निकाल डाला, जिससे उनका चलना कठिन हो गया; तब मिस्री आपस में कहने लगे, “आओ, हम इस्राएलियों के सामने से भागें; क्योंकि यहोवा उनकी ओर से मिस्रियों के विरुद्ध युद्ध कर रहा है।”
26 上主對梅瑟說:「向海伸出你的手,使水回流到埃及人、他們的戰車和騎兵身上。」
२६फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ा, कि जल मिस्रियों, और उनके रथों, और सवारों पर फिर बहने लगे।”
27 到了天亮,梅瑟向海伸手,海水流回原處;埃及人迎著水逃跑的時候,上主將他們投入海中。
२७तब मूसा ने अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ाया, और भोर होते-होते क्या हुआ कि समुद्र फिर ज्यों का त्यों अपने बल पर आ गया; और मिस्री उलटे भागने लगे, परन्तु यहोवा ने उनको समुद्र के बीच ही में झटक दिया।
28 回流的水淹末了法郎的戰車、騎兵和跟著以色列子民來到海中的法郎軍隊,一個人也沒有留下。
२८और जल के पलटने से, जितने रथ और सवार इस्राएलियों के पीछे समुद्र में आए थे, वे सब वरन् फ़िरौन की सारी सेना उसमें डूब गई, और उसमें से एक भी न बचा।
29 但是以色列子民在海中乾地上走過去,水在他們左右好像牆壁。
२९परन्तु इस्राएली समुद्र के बीच स्थल ही स्थल पर होकर चले गए, और जल उनकी दाहिनी और बाईं दोनों ओर दीवार का काम देता था।
30 這樣上主在那一天從埃及人手中整救了以色列人。以色列人看見了埃及人的屍首浮在海邊上。
३०इस प्रकार यहोवा ने उस दिन इस्राएलियों को मिस्रियों के वश से इस प्रकार छुड़ाया; और इस्राएलियों ने मिस्रियों को समुद्र के तट पर मरे पड़े हुए देखा।
31 以色列人見上主向埃及人顯示的大能,百姓都敬畏上主,信了上主和他的僕人梅瑟。
३१और यहोवा ने मिस्रियों पर जो अपना पराक्रम दिखलाता था, उसको देखकर इस्राएलियों ने यहोवा का भय माना और यहोवा की और उसके दास मूसा की भी प्रतीति की।