< ᎨᏥᏅᏏᏛ ᏄᎾᏛᏁᎵᏙᎸᎢ 10 >

1 ᎩᎶᏃ ᎢᏳᏍᏗ ᎠᏍᎦᏯ ᎡᎮ ᏏᏌᎵᏱ, ᎧᏂᎵᏯ ᏧᏙᎢᏛ, ᎠᏍᎪᎯᏧᏈ ᏗᏘᏂᏙᎯ, ᎨᎳ ᎢᏓᎵ ᏧᎾᏙᎢᏛ ᎤᎾᏓᏡᎬ.
कैसरिया में कुरनेलियुस नामक एक मनुष्य था, जो इतालियानी नाम सैन्य-दल का सूबेदार था।
2 ᎤᏓᏅᏘ ᎠᎴ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎦᎾᏰᏍᎩ, ᎠᎴ ᎾᏍᏉ ᏂᎦᏛ ᎦᏁᎸ ᎠᏂᎮ, ᎤᏣᏘ ᏗᏁᎸᎥᏍᎩ ᏴᏫ, ᎠᎴ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏂᎪᎯᎸ ᎠᏓᏙᎵᏍᏓᏁᎯ.
वह भक्त था, और अपने सारे घराने समेत परमेश्वर से डरता था, और यहूदी लोगों को बहुत दान देता, और बराबर परमेश्वर से प्रार्थना करता था।
3 ᎾᏍᎩ ᏦᎢᎭ ᎢᏳᏟᎶᏛ ᎧᎳᏩᏗᏒ ᎬᏂᎨᏒᎢᏳ ᎤᎪᎮ ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏤᎵ ᎤᎷᏤᎴᎢ, ᎠᎴ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴᎢ; ᎧᏂᎵᏯ.
उसने दिन के तीसरे पहर के निकट दर्शन में स्पष्ट रूप से देखा कि परमेश्वर के एक स्वर्गदूत ने उसके पास भीतर आकर कहा, “हे कुरनेलियुस।”
4 ᏚᎧᎿᎭᏅᏃ ᎠᎴ ᎤᏍᎦᎸ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᎦᏙᎢ, ᏣᎬᏫᏳᎯ. ᎯᎠᏃ ᏄᏪᏎᎴᎢ; ᎭᏓᏙᎵᏍᏗᏍᎬ ᎠᎴ ᎭᏓᏁᎸᎥᏍᎬ ᏚᎵᏌᎳᏓᏅ ᎠᏅᏓᏗᏍᏙᏗ ᎢᏳᎵᏍᏙᏗᏱ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎠᎦᏔᎲᎢ.
उसने उसे ध्यान से देखा और डरकर कहा, “हे स्वामी क्या है?” उसने उससे कहा, “तेरी प्रार्थनाएँ और तेरे दान स्मरण के लिये परमेश्वर के सामने पहुँचे हैं।
5 Ꭷ, ᏦᏈ ᏘᏅᎵ ᎠᏂᏫᏅ, ᏫᏯᏅ ᏌᏩᏂ ᏈᏓ ᏧᏙᎢᏛ,
और अब याफा में मनुष्य भेजकर शमौन को, जो पतरस कहलाता है, बुलवा ले।
6 ᎾᏍᎩ ᎤᏬᎳ ᎩᎶ ᎢᏳᏍᏗ ᎦᏁᎸ ᏌᏩᏂ ᏧᏙᎢᏛ, ᏗᏑᏫᏍᎩ, ᎾᏍᎩ ᎠᎹᏳᎶᏗ ᏥᎦᏁᎸ, ᎾᏍᎩ ᏓᏣᏃᏁᎵ ᎢᏣᏛᏁᏗᏱ.
वह शमौन, चमड़े का धन्धा करनेवाले के यहाँ अतिथि है, जिसका घर समुद्र के किनारे है।”
7 ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯᏃ ᎤᏓᏅᏒ ᎾᏍᎩ ᎧᏂᎵᏯ ᎤᏬᏁᏔᏅᎯ, ᎠᏂᏔᎵ ᏫᏚᏯᏅᎮ ᎠᏓᏁᎸ ᏧᏅᏏᏓᏍᏗ ᎠᎴ ᏌᏉ ᎠᏯᏫᏍᎩ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎠᏓᏙᎵᏍᏓᏁᎯ ᏂᎪᎯᎸ ᎬᏩᎦᏘᏗᏍᎩ ᎨᏒ ᎨᎳ.
जब वह स्वर्गदूत जिसने उससे बातें की थी चला गया, तो उसने दो सेवक, और जो उसके पास उपस्थित रहा करते थे उनमें से एक भक्त सिपाही को बुलाया,
8 ᎾᏍᎩᏃ ᏂᎦᏛ ᏚᏃᎮᎮᎸ, ᏦᏈ ᏚᏅᏎᎢ.
और उन्हें सब बातें बताकर याफा को भेजा।
9 ᎤᎩᏨᏛᏃ ᎠᎾᎢᏎ ᎠᎴ ᎿᎭᏉ ᎾᎥᏂᎨ ᎤᏂᎷᎴ ᏗᎦᏚᎲᎢ, ᏈᏓ ᎤᎩᎳᏫᏎ ᎦᏌᎾᎵ ᎤᏓᏙᎵᏍᏔᏅᏎ ᏔᎳᏚ ᎢᏳᏟᎶᏛ ᎢᏴᏛ ᎧᎳᏩᏗᏒᎢ.
दूसरे दिन जब वे चलते-चलते नगर के पास पहुँचे, तो दोपहर के निकट पतरस छत पर प्रार्थना करने चढ़ा।
10 ᎤᏣᏘᏃ ᎤᏲᏏᏌᏁᎢ, ᎠᎴ ᎤᏚᎵᏍᎨ ᎤᎵᏍᏓᏴᏗᏱ, ᎠᏎᏃ ᎠᏏᏉ ᎠᎾᏛᏅᎢᏍᏗᏍᎨ ᏣᎦᎵᎰ ᎾᏍᎩᏯ ᏄᎵᏍᏓᏁᎴᎢ.
१०उसे भूख लगी और कुछ खाना चाहता था, परन्तु जब वे तैयार कर रहे थे तो वह बेसुध हो गया।
11 ᎤᎪᎮᏃ ᎦᎸᎳᏗ ᎤᎵᏍᏚᎢᏛ ᎨᏎᎢ, ᎠᎴ ᎪᎱᏍᏗ ᎢᏳᏍᏗ ᎠᏖᎵᏙ ᎡᎳᏗ ᏅᏧᏍᏗᏗᏎ, ᎾᏍᎩᏯ ᎡᏆ ᎠᏄᏬ, ᏅᎩ ᏚᏅᏏᏴ ᏥᏕᎦᎸᎣᎢ, ᎾᏍᎩᏃ ᎡᎳᏗ ᎢᎬᏁᎸᎯ ᏥᎨᏐ ᎡᎶᎯ ᎢᏴᏛ.
११और उसने देखा, कि आकाश खुल गया; और एक बड़ी चादर, पात्र के समान चारों कोनों से लटकाया हुआ, पृथ्वी की ओर उतर रहा है।
12 ᎾᎿᎭᏃ ᎠᏂᏯᎡ ᏂᎦᏛ ᏧᎾᏓᎴᏅᏛ ᏅᎩ ᏗᏂᏅᏌᏗ ᎡᎶᎯ ᎠᏁᎯ, ᎠᎴ ᎢᎾᎨ ᎠᏁᎯ, ᎠᎴ ᎠᎾᏓᎾᏏᏂᏙᎯ, ᎠᎴ ᎦᎸᎶ ᎠᏂᏃᎯᎵᏙᎯ.
१२जिसमें पृथ्वी के सब प्रकार के चौपाए और रेंगनेवाले जन्तु और आकाश के पक्षी थे।
13 ᎠᏥᏁᏤᎴᏃ ᎯᎠ ᏅᏗᎠᏥᏪᏎᎴᎢ; ᏈᏓ, ᏔᎴᎲᎦ, ᎯᎷᎦ ᎠᎴ ᎭᎵᏍᏓᏴᎲᎦ, ᎠᎪᏎᎴᎢ.
१३और उसे एक ऐसी वाणी सुनाई दी, “हे पतरस उठ, मार और खा।”
14 ᏈᏓᏃ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᏞᏍᏗ, ᏣᎬᏫᏳᎯ, ᏞᏰᏃ ᎢᎸᎯᏳ ᏯᎩᎪ ᎪᎱᏍᏗ ᎦᏓᎭ ᎠᎴ ᏂᎦᏅᎦᎸᎲᎾ.
१४परन्तु पतरस ने कहा, “नहीं प्रभु, कदापि नहीं; क्योंकि मैंने कभी कोई अपवित्र या अशुद्ध वस्तु नहीं खाई है।”
15 ᏔᎵᏁᏃ ᎯᎠ ᏅᏗᎠᏥᏪᏎᎵᎢ; ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏅᎦᎸᏛ ᎾᏍᎩ ᏞᏍᏗ ᎦᏓᎭ ᏲᏎᎮᏍᏗ.
१५फिर दूसरी बार उसे वाणी सुनाई दी, “जो कुछ परमेश्वर ने शुद्ध ठहराया है, उसे तू अशुद्ध मत कह।”
16 ᎾᏍᎩ ᎯᎠ ᏦᎢ ᏄᎵᏍᏔᏁᎢ, ᎿᎭᏉᏃ ᎠᏖᎵᏙ ᏔᎵᏁ ᎦᎸᎳᏗ ᏫᎤᎵᏌᎳᏓᏁᎢ.
१६तीन बार ऐसा ही हुआ; तब तुरन्त वह चादर आकाश पर उठा लिया गया।
17 ᎠᏏᏉᏃ ᏈᏓ ᎠᏓᏅᏖᏍᎨ ᏄᏍᏛ ᎦᏛᎬ ᎾᏍᎩ ᎤᏁᎳᏫᏎᎸᎢ, ᎬᏂᏳᏉ ᎠᏂᏫᏅ ᎾᏍᎩ ᎧᏂᎵᏯ ᏂᏙᏓᏳᏅᏒᎯ ᎤᎾᏓᏛᏛᏅᎯ ᎨᏎ ᏌᏩᏂ ᎦᏁᎸᎢ, ᎠᎴ ᎠᏂᏙᎾᎡ ᎦᎶᎯᏍᏗᏳᎶᏗ;
१७जब पतरस अपने मन में दुविधा में था, कि यह दर्शन जो मैंने देखा क्या है, तब वे मनुष्य जिन्हें कुरनेलियुस ने भेजा था, शमौन के घर का पता लगाकर द्वार पर आ खड़े हुए।
18 ᏭᎾᎵᏍᏔᏅᏃ ᎤᎾᏓᏛᏛᏁᎢ; ᎠᏂᏍᎪ ᎤᏬᎳ ᏌᏩᏂ ᏈᏓ ᏧᏙᎢᏛ, ᎤᎾᏛᏁᎢ.
१८और पुकारकर पूछने लगे, “क्या शमौन जो पतरस कहलाता है, यहाँ पर अतिथि है?”
19 ᎠᏏᏉᏃ ᏈᏓ ᎠᏓᏅᏖᏍᎨ ᎤᏁᎳᏫᏎᎸᎢ, ᎠᏓᏅᏙ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴᎢ, ᎬᏂᏳᏉ ᎠᏂᏦᎢ ᎠᏂᏫᏅ ᎨᏣᏲᎭ.
१९पतरस जो उस दर्शन पर सोच ही रहा था, कि आत्मा ने उससे कहा, “देख, तीन मनुष्य तुझे खोज रहे हैं।
20 Ꭷ, ᏔᎴᎲᎦ, ᎭᏠᎠᎯ, ᎠᎴ ᏘᏍᏓᏩᏚᎦ ᎪᎱᏍᏗ ᏂᏗᏣᏢᏫᏎᎲᎾ, ᎠᏴᏰᏃ ᏗᏥᏅᏏᏛ.
२०अतः उठकर नीचे जा, और निःसंकोच उनके साथ हो ले; क्योंकि मैंने ही उन्हें भेजा है।”
21 ᎿᎭᏉᏃ ᏈᏓ ᎤᏠᎠᏒ ᏫᏚᎷᏤᎸ ᎠᏂᏫᏅ ᎧᏂᎵᏯ ᏧᏅᏏᏛ ᎬᏩᏯᏅᎯᎸᎯ, ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᎬᏂᏳᏉ ᎠᏴ ᎾᏍᎩ ᏤᏥᏲᎭ. ᎦᏙ ᏧᎵᏰᎢᎸᏍᏔᏅ ᎯᎠ ᏥᏥᎷᎩ?
२१तब पतरस ने नीचे उतरकर उन मनुष्यों से कहा, “देखो, जिसको तुम खोज रहे हो, वह मैं ही हूँ; तुम्हारे आने का क्या कारण है?”
22 ᎯᎠᏃ ᏄᏂᏪᏎᎢ; ᎧᏂᎵᏯ ᎠᏍᎪᎯᏧᏈ ᏗᏘᏂᏙᎯ, ᏚᏳᎯᏛ ᎢᏯᏛᏁᎯ ᎠᏍᎦᏯ ᎠᎴ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎦᎾᏰᏍᎩ, ᎠᎴ ᎣᏍᏛ ᎬᏩᏃᎮᏍᎩ ᎾᏂᎥ ᏑᎾᏓᎴᎩ ᎨᏒ ᎠᏂᏧᏏ, ᎤᏁᏤᎸᎩ ᎦᎸᏉᏗ ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯ, ᎤᏓᏅᏍᏗᏱ ᏧᏪᏅᏒ ᏫᏣᎷᎯᏍᏗᏱ ᎠᎴ ᎯᏬᏂᏍᎬ ᎤᏛᎪᏗᏱ.
२२उन्होंने कहा, “कुरनेलियुस सूबेदार जो धर्मी और परमेश्वर से डरनेवाला और सारी यहूदी जाति में सुनाम मनुष्य है, उसने एक पवित्र स्वर्गदूत से यह निर्देश पाया है, कि तुझे अपने घर बुलाकर तुझ से उपदेश सुने।”
23 ᏚᏔᏲᏎᎸᏃ ᎤᏂᏴᏍᏗᏱ, ᎠᎴ ᏚᏍᏆᏂᎪᏔᏁᎢ. ᎤᎩᏨᏛᏃ ᏈᏓ ᏕᎤᏍᏓᏩᏛᏎᎢ, ᎠᎴ ᎩᎶ ᎢᏳᎾᏍᏗ ᎠᎾᎵᏅᏟ ᏦᏈ ᎠᏁᎯ ᎬᏩᎵᎪᏁᎴᎢ.
२३तब उसने उन्हें भीतर बुलाकर उनको रहने की जगह दी। और दूसरे दिन, वह उनके साथ गया; और याफा के भाइयों में से कुछ उसके साथ हो लिए।
24 ᏫᎤᎩᏨᏅᏃ ᏏᏌᎵᏱ ᏭᏂᏴᎴᎢ. ᎧᏂᎵᏯᏃ ᎤᏂᎦᏘᏰᎢ, ᎠᎴ ᏧᏪᏟᏌᏅᎯ ᎨᏎ ᎪᎱᏍᏗ ᏧᏩᏂ ᎠᎴ ᏧᎵᎢ.
२४दूसरे दिन वे कैसरिया में पहुँचे, और कुरनेलियुस अपने कुटुम्बियों और प्रिय मित्रों को इकट्ठे करके उनकी प्रतीक्षा कर रहा था।
25 ᎿᎭᏉᏃ ᏈᏓ ᏗᏴᎵᏎ ᎧᏂᎵᏯ ᏕᎤᏠᏎᎢ, ᎡᎳᏗᏃ ᎤᏅᏨ ᏈᏓ ᏚᎳᏍᎬ ᎤᏓᏙᎵᏍᏓᏁᎴᎢ.
२५जब पतरस भीतर आ रहा था, तो कुरनेलियुस ने उससे भेंट की, और उसके पाँवों पर गिरकर उसे प्रणाम किया।
26 ᎠᏎᏃ ᏈᏓ ᏕᎤᎴᏔᏁ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᏔᎴᎲᎦ, ᎠᏴ ᎾᏍᏉ ᏴᏫᏉ.
२६परन्तु पतरस ने उसे उठाकर कहा, “खड़ा हो, मैं भी तो मनुष्य ही हूँ।”
27 ᎠᏎᏉᏃ ᎠᎵᏃᎮᏗᏍᎨ, ᏭᏴᎴᎢ; ᎠᎴ ᏚᏩᏛᎮ ᎤᏂᏣᏖ ᏓᏂᎳᏫᎡᎢ.
२७और उसके साथ बातचीत करता हुआ भीतर गया, और बहुत से लोगों को इकट्ठे देखकर
28 ᎾᏍᎩᏃ ᎯᎠ ᏂᏚᏪᏎᎴᎢ; ᎢᏥᎦᏔᎭᏉ ᎤᏓᏅᏍᏙᏒᎯ ᎨᏒ ᎩᎶ ᎠᏧᏏ ᎤᏁᏓᏍᏗᏱ ᎠᎴ ᎤᏩᏛᏗᏱ ᎩᎶ ᏅᏩᏓᎴ ᏴᏫ; ᎠᏎᏃ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎬᏂᎨᏒ ᎾᏋᏁᎸ ᎠᏴ ᎩᎶ ᏴᏫ ᎦᏓᎭ ᎠᎴ ᎾᏥᏅᎦᎸᎥᎾ ᏥᏲᏎᏗ ᏂᎨᏒᎾ ᎨᏒᎢ.
२८उनसे कहा, “तुम जानते हो, कि अन्यजाति की संगति करना या उसके यहाँ जाना यहूदी के लिये अधर्म है, परन्तु परमेश्वर ने मुझे बताया है कि किसी मनुष्य को अपवित्र या अशुद्ध न कहूँ।
29 ᎾᏍᎩᏃ ᎢᏳᏍᏗ ᎪᎱᏍᏗ ᎾᏍᎪᏁᎶᏍᎬᎾ ᏛᏇᏅᏒᎩ ᏮᎩᏯᏅᎰᎸᏉ. ᎾᏍᎩᏃ ᎢᏳᏍᏗ ᎢᏨᏯᏛᏛᎲᎦ ᏅᏧᎵᏍᏙᏔᏅ ᏫᏍᎩᏯᏅᎲᎢ.
२९इसलिए मैं जब बुलाया गया तो बिना कुछ कहे चला आया। अब मैं पूछता हूँ कि मुझे किस काम के लिये बुलाया गया है?”
30 ᎧᏂᎵᏯᏃ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᏅᎩ ᏄᏒᎭ ᎠᎹᏟ ᎬᏍᎬᎩ ᎯᎠ ᎢᏳ ᎧᎳᏩᏗᏒ ᎢᏯᏍᏗ, ᏦᎢᏃ ᎢᏳᏟᎶᏛ ᎧᎳᏩᏗᏒ ᎦᏓᏙᎵᏍᏗᏍᎬ ᏥᏁᎸᎢ, ᎬᏂᏳᏉᏃ ᎠᏍᎦᏯ ᏗᎬᏩᎸᏌᏓ ᏧᏄᏫ ᎢᎬᏱᏢ ᎠᏆᎴᏁᎸᎩ.
३०कुरनेलियुस ने कहा, “चार दिन पहले, इसी समय, मैं अपने घर में तीसरे पहर को प्रार्थना कर रहा था; कि एक पुरुष चमकीला वस्त्र पहने हुए, मेरे सामने आ खड़ा हुआ।
31 ᎯᎠᏃ ᏄᏪᏒᎩ; ᎧᏂᎵᏯ, ᎭᏓᏙᎵᏍᏗᏍᎬ ᎡᏣᏛᎦᏁᎸ ᎠᎴ ᎭᏓᏁᎸᎢᏍᎬ ᎠᏅᏔ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎠᎦᏔᎲᎢ.
३१और कहने लगा, ‘हे कुरनेलियुस, तेरी प्रार्थना सुन ली गई है और तेरे दान परमेश्वर के सामने स्मरण किए गए हैं।
32 Ꭷ, ᏦᏈ ᎭᏓᏅᎵ, ᎠᎴ ᏫᏯᏅ ᏌᏩᏂ ᏈᏓ ᏧᏙᎢᏛ; ᎾᏍᎩ ᎤᏬᎳ ᏌᏩᏂ ᏗᏑᏫᏍᎩ ᎦᏁᎸᎢ ᎠᎹᏳᎶᏗ, ᎾᏍᎩ ᎦᎷᏨᎭ ᏓᏣᏬᏁᏔᏂ.
३२इसलिए किसी को याफा भेजकर शमौन को जो पतरस कहलाता है, बुला। वह समुद्र के किनारे शमौन जो, चमड़े का धन्धा करनेवाले के घर में अतिथि है।’
33 ᎰᏩᏃ ᎩᎳᏉ ᎢᏴᏛ ᎠᏆᏓᏅᏒᎩ ᏪᏣᏯᏅᏗᏱ; ᎣᏏᏳᏃ ᏂᏣᏛᏁᎸ ᏥᎷᎩ. ᎿᎭᏉᏃ ᏂᎦᏛ ᎠᏂ ᎣᏤᏙᎭ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎠᎦᏔᎲᎢ, ᎣᎦᏛᏅᎢᏍᏗ ᎣᎦᏛᎪᏗᏱ ᏂᎦᎥ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏣᏁᏤᎸᎯ ᎨᏒᎢ.
३३तब मैंने तुरन्त तेरे पास लोग भेजे, और तूने भला किया जो आ गया। अब हम सब यहाँ परमेश्वर के सामने हैं, ताकि जो कुछ परमेश्वर ने तुझ से कहा है उसे सुनें।”
34 ᏈᏓᏃ ᎤᏍᏚᎢᏒ ᎠᎰᎵ, ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᎤᏙᎯᏳᎯᏯ ᎦᏙᎴᎣᏍᎦ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎩᎶ ᏧᎸᏉᏙᏗ ᏂᎨᏒᎾ ᎨᏒᎢ;
३४तब पतरस ने मुँह खोलकर कहा, अब मुझे निश्चय हुआ, कि परमेश्वर किसी का पक्ष नहीं करता,
35 ᎾᏂᎥᏉᏍᎩᏂ ᏧᎾᏓᎴᏅᏛ ᏴᏫ ᎠᏁᎲᎢ ᎩᎶ ᎾᏍᎩ ᏳᎾᏰᏍᎦ ᎠᎴ ᏚᏳᎪᏛ ᏱᏚᎸᏫᏍᏓᏁᎭ ᎾᏍᎩ ᏓᎦᏓᏂᎸᎪᎢ.
३५वरन् हर जाति में जो उससे डरता और धार्मिक काम करता है, वह उसे भाता है।
36 ᎧᏃᎮᏛ ᏧᏓᏅᏎ ᎢᏏᎵ ᏧᏪᏥ ᎤᎾᏛᎪᏗ ᏥᎧᏃᎮᏍᎨ ᎣᏍᏛ ᎧᏃᎮᏛ ᏅᏩᏙᎯᏯᏛ ᎤᎬᏩᎵ ᏥᏌ ᎦᎶᏁᏛ ᎢᏳᏩᏂᏌᏛ ᎾᏍᎩ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎾᏂᎥ ᎤᎾᏤᎵᎦ,
३६जो वचन उसने इस्राएलियों के पास भेजा, जबकि उसने यीशु मसीह के द्वारा जो सब का प्रभु है, शान्ति का सुसमाचार सुनाया।
37 ᎾᏍᎩ ᎧᏃᎮᏛ ᎢᏥᎦᏔᎭ, ᎬᏂᎨᏒ ᏥᏄᎵᏍᏔᏅ ᏂᎬᎾᏛ ᏧᏗᏱ, ᎨᎵᎵ ᏨᏓᏳᏓᎴᏅᎲ ᏗᏓᏬᏍᏗ ᎨᏒ ᎤᎬᏩᎵ ᏄᎵᏥᏙᏃ ᏣᏂ —
३७वह वचन तुम जानते हो, जो यूहन्ना के बपतिस्मा के प्रचार के बाद गलील से आरम्भ होकर सारे यहूदिया में फैल गया:
38 ᎾᏍᎩ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ ᎠᎴ ᎤᎵᏂᎩᏛ ᎨᏒ ᏥᏚᎶᏁᏔᏁ ᏥᏌ ᎾᏎᎵᏗ ᎡᎯ, ᎾᏍᎩ ᏤᏙᎲ ᎣᏍᏛ ᏚᎸᏫᏍᏓᏁᎲᎢ, ᎠᎴ ᏕᎧᏅᏫᏍᎬ ᏂᎦᏛ ᎤᏲ ᎢᏳᏅᎿᎭᏕᎩ ᎠᏍᎩᎾ; ᎤᏁᎳᏅᎯᏰᏃ ᏚᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎲᎩ.
३८परमेश्वर ने किस रीति से यीशु नासरी को पवित्र आत्मा और सामर्थ्य से अभिषेक किया; वह भलाई करता, और सब को जो शैतान के सताए हुए थे, अच्छा करता फिरा, क्योंकि परमेश्वर उसके साथ था।
39 ᎠᏴᏃ ᎣᏥᏃᎮᏍᎩ ᎾᏍᎩ ᏂᎦᏛ ᏄᏛᏁᎵᏙᎸ ᎠᏂᏧᏏ ᎤᎾᏤᎵᎪᎯ ᎠᎴ ᏥᎷᏏᎵᎻ; ᎾᏍᎩ ᏧᏂᎸᎩ ᎨᏛ ᏧᎾᏛᏅᎩ.
३९और हम उन सब कामों के गवाह हैं; जो उसने यहूदिया के देश और यरूशलेम में भी किए, और उन्होंने उसे काठ पर लटकाकर मार डाला।
40 ᎾᏍᎩ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏦᎢᏁ ᎢᎦ ᏕᎤᎴᏔᏅᎩ ᎠᎴ ᎬᏂᎨᏒ ᏂᏚᏩᏁᎸᎩ,
४०उसको परमेश्वर ने तीसरे दिन जिलाया, और प्रगट भी कर दिया है।
41 ᎥᏝ ᏂᎦᏛ ᏴᏫ, ᎠᏂᏃᎮᏍᎩᏉᏍᎩᏂ ᎤᏅᏒ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎦᏳᎳ ᏗᎬᏩᏑᏰᏛ ᏥᎨᏒᎩ, ᎾᏍᎩ ᎠᏴ ᎢᏧᎳᎭ ᎣᎦᎵᏍᏓᏴᏅᎯ ᎠᎴ ᏦᎦᏗᏔᎲᎯ ᎾᏍᎩ ᎤᏲᎱᏒ ᏧᎴᎯᏌᏅᎯ ᏥᏂᎨᏎᎢ.
४१सब लोगों को नहीं वरन् उन गवाहों को जिन्हें परमेश्वर ने पहले से चुन लिया था, अर्थात् हमको जिन्होंने उसके मरे हुओं में से जी उठने के बाद उसके साथ खाया पीया;
42 ᎠᎴ ᎣᎩᏁᏤᎸᎩ ᏴᏫ ᏦᏣᎵᏥᏙᏁᏗᏱ, ᎠᎴ ᎣᎩᏃᎮᏗᏱ ᎾᏍᎩ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏪᎧᏅ ᏗᎫᎪᏓᏁᎯ ᏄᏩᏁᎸ ᏗᏅᏃᏛ ᎠᎴ ᏧᏂᏲᎱᏒᎯ.
४२और उसने हमें आज्ञा दी कि लोगों में प्रचार करो और गवाही दो, कि यह वही है जिसे परमेश्वर ने जीवितों और मरे हुओं का न्यायी ठहराया है।
43 ᎾᏍᎩ ᏂᎦᏛ ᎠᎾᏙᎴᎰᏍᎩ ᎬᏩᏃᎮᎭ, ᎯᎠ ᎾᏂᏪᎭ; ᎾᏍᎩ ᎩᎶ ᎪᎯᏳᎲᏍᎨᏍᏗ ᎾᏍᎩ ᏕᎤᏙᎥᎢ, ᎠᏥᏙᎵᏍᏗ ᎨᏎᏍᏗ ᎤᏍᎦᏅᏨᎢ.
४३उसकी सब भविष्यद्वक्ता गवाही देते है कि जो कोई उस पर विश्वास करेगा, उसको उसके नाम के द्वारा पापों की क्षमा मिलेगी।
44 ᎠᏏᏉᏃ ᏈᏓ ᎯᎠ ᎾᏍᎩ ᏂᎦᏪᏍᎨᎢ, ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ ᎡᎳᏗ ᏄᏛᏁᎴ ᎤᏂᎷᏤᎴ ᏂᎦᏛ ᎠᎾᏛᎩᏍᎩ ᎧᏃᎮᏛ.
४४पतरस ये बातें कह ही रहा था कि पवित्र आत्मा वचन के सब सुननेवालों पर उतर आया।
45 ᏗᎨᏥᎤᏍᏕᏎᎸᎯᏃ ᎠᏃᎯᏳᎲᏍᎩ ᏂᎦᏛ ᏈᏓ ᏅᏓᎬᏩᏍᏓᏩᏛᏛ ᎤᏣᏘ ᎤᏂᏍᏆᏂᎪᏎᎢ, ᏅᏗᎦᎵᏍᏙᏗᏍᎨ ᏧᎾᏓᎴᏅᏛ ᏴᏫ ᎾᏍᏉ ᎨᏥᏐᏅᏰᎸ ᎨᏥᏁᎸ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ.
४५और जितने खतना किए हुए विश्वासी पतरस के साथ आए थे, वे सब चकित हुए कि अन्यजातियों पर भी पवित्र आत्मा का दान उण्डेला गया है।
46 ᏚᎾᏛᎦᏁᎴᏰᏃ ᏧᏓᎴᏅᏛ ᏓᏂᏬᏂᏍᎬ ᎠᎴ ᎠᏂᎸᏉᏗᏍᎬ ᎤᏁᎳᏅᎯ. ᎿᎭᏉᏃ ᏈᏓ ᎤᏁᏤ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ;
४६क्योंकि उन्होंने उन्हें भाँति-भाँति की भाषा बोलते और परमेश्वर की बड़ाई करते सुना। इस पर पतरस ने कहा,
47 ᏥᎪ ᎩᎶ ᏳᏅᏍᏙᎯ ᎠᎹ ᎯᎠ ᎾᏍᎩ ᏗᎨᎦᏬᏍᏗᏱ ᎾᏍᎩ ᎾᏍᏉ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ ᏥᎨᏥᏁᎸ ᎾᏍᎩᏯ ᎠᏴ ᎡᎩᏁᎸᎢ?
४७“क्या अब कोई इन्हें जल से रोक सकता है कि ये बपतिस्मा न पाएँ, जिन्होंने हमारे समान पवित्र आत्मा पाया है?”
48 ᏕᎤᏁᏤᎴᏃ ᏗᎨᎦᏬᏍᏗᏱ ᏕᎤᏙᏍᏛ ᎤᎬᏫᏳᎯ. ᎿᎭᏉᏃ ᎬᏩᏔᏲᏎᎴ ᎢᎸᏍᎩ ᏧᏒᎯᏛ ᎤᏪᏗᏱ.
४८और उसने आज्ञा दी कि उन्हें यीशु मसीह के नाम में बपतिस्मा दिया जाए। तब उन्होंने उससे विनती की, कि कुछ दिन और हमारे साथ रह।

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