< ଜହନ୍‌ 7 >

1 ଇତାର୍‌ ହଃଚେ ଜିସୁ ଗାଲିଲି ତଃୟ୍‌ ବୁଲୁକ୍‌ ଦଃର୍ଲା; ସେ ଆର୍‌ ଜିଉଦା ଦେସେ ବୁଲୁକ୍‌ ମଃନ୍ ନଃକେଲା, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ସେତିର୍‌ ଜିଉଦି ବଃଡ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ତାକ୍‌ ମଃର୍ନେ ମାରୁକ୍‌ ମଃନ୍ କଃର୍ତି ରିଲାୟ୍‌ ।
इन बातों के बाद मसीह येशु गलील प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में यात्रा करने लगे. वह यहूदिया प्रदेश में जाना नहीं चाहते थे क्योंकि यहूदी अगुए उनकी हत्या की ताक में थे.
2 ଜିଉଦିମଃନାର୍‌ “କୁଳ୍ୟାୟ୍‌ ବାସା ଅଃଉତା” ହଃର୍ବ୍‌ ଦିନ୍ ଚଃମେ ଆୟ୍‌ଲି ।
यहूदियों का एक पर्व—झोपड़ियों का उत्सव—पास था.
3 ସେତାକ୍‌ ଜିସୁର୍‌ ବାୟ୍‌ମଃନ୍‌ ତାକ୍‌ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଇ ଜଃଗା ଚାଡି ଜିଉଦା ଦେସେ ଜାଆ, ତୁୟ୍‌ କଃର୍ତା କାମ୍‌ ସଃବୁ ସେତି ତର୍‌ ଲଃଗେ ଆସ୍ତା ଚେଲାମଃନ୍‌ ଦଃକତ୍‌ ।
मसीह येशु के भाइयों ने उनसे कहा, “यहूदिया चले जाओ जिससे तुम्हारे चेले तुम्हारे इन कामों को देख सकें;
4 ବଃଲେକ୍‌ କେ ନିଜ୍‌କେ ଜାଣାୟ୍‌ ଅଃଉଁକେ ମଃନ୍ କଃଲେକ୍‌, ସେ ଅଃହ୍‌ଣାର୍‌ କାମ୍‌ ଲୁକାୟ୍‌କଃରି ନଃକେରେ, ତୁୟ୍‌ ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ଇ ସଃବୁ କାମ୍‌ କଃରୁଲିସ୍‌, ତଃବେ ଜଃଗତାର୍‌ ସଃବୁ ତକେ ଜାଣତ୍‌ ।”
ख्याति चाहनेवाला व्यक्ति अपने काम गुप्‍त में नहीं करता. जब तुम ये काम करते ही हो तो स्वयं को संसार पर प्रकट कर दो.”
5 ବଃଲେକ୍‌ ତାର୍‌ ବାୟ୍‌ମଃନ୍ ହେଁ ତାକେ ବିସ୍ୱାସ୍‌ ନଃକେର୍ତିରିଲାୟ୍‌ ।
मसीह येशु के भाइयों तक को उनमें विश्वास नहीं था.
6 ସେତାକ୍‌ ଜିସୁ ସେମଃନ୍‌କେ କୟ୍‌ଲା, “ମର୍‌ ବେଳା ଅଃବେ ହଃତେକ୍‌ ଆସି ନଃକେରେତା, ମଃତର୍‌ ତୁମିମଃନାର୍‌ ଗିନେ ସଃବୁ ବେଳା ଟିକ୍‌ ।
इस पर मसीह येशु ने उनसे कहा, “तुम्हारा सही समय तो कभी भी आ सकता है किंतु मेरा सही समय अभी नहीं आया.
7 କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ଜଃଗତ୍‌ ତୁମିକେ ଗିଣ୍ ନଃକେରେ । ମଃତର୍‌ ଜଃଗତ୍‌ ମକ୍‌ ଗିଣ୍ କଃରେଦ୍‌, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ତାର୍‌ କାମ୍‌ ସଃବୁ କଃରାବ୍‌ ବଃଲି ମୁୟ୍‌ ସାକି ଦଃୟ୍‌ ଆସୁଲେ ।
संसार तुमसे घृणा नहीं कर सकता—वह मुझसे घृणा करता है क्योंकि मैं यह प्रकट करता हूं कि उसके काम बुरे हैं.
8 ତୁମିମଃନ୍ ଇ ହଃର୍ବ୍‌କେ ଜାହା, ମୁୟ୍‌ ଜଃଉଁ ନାହାରି, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ମର୍‌ ବେଳା ଅଃବେ ହଃତେକ୍‌ ଆସି ନଃକେରେ ।”
तुम पर्व में जाओ. मैं अभी नहीं जाऊंगा क्योंकि मेरा समय अभी तक पूरा नहीं हुआ है.”
9 ଇ ସଃବୁ କଃତା କୟ୍‌ ଜିସୁ ଗାଲିଲିୟେ ରଃୟ୍‌ଗଃଲା ।
यह कहकर मसीह येशु गलील प्रदेश में ही ठहरे रहे.
10 ମଃତର୍‌ ଜିସୁର୍‌ ବାୟ୍‌ସିମଃନ୍ ହଃର୍ବ୍‌କେ ଗଃଲା ହଃଚେ, ଜିସୁ ହେଁ ଗଃଲା । ଜାଣ୍‌ତେ ନାୟ୍‌ ମଃତର୍‌ ଗଟ୍‌ ରଃକମ୍‌ ଲୁକ୍‌ଣେ ।
अपने भाइयों के झोपड़ियों के उत्सव में चले जाने के बाद वे भी गुप्‍त रूप से वहां गए.
11 ଇତାକ୍‌ ଜିଉଦିମଃନ୍ ହଃର୍ବ୍‌ ବଃଳ୍‌ ଜିସୁକେ ଲଳୁ ଲଳୁ ହଃଚାର୍ଲାୟ୍‌, “ସେ କଃୟ୍‌?”
उत्सव में कुछ यहूदी अगुए मसीह येशु को खोजते हुए पूछताछ कर रहे थे, “कहां है वह?”
12 ଆର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଜିସୁର୍‌ ବିସୟେ କୁସୁର୍‌କାସାର୍‌ ଅୟ୍‌ କଃତାବାର୍ତା ଅଃଉତି ରିଲାୟ୍‌ । କେ କେ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ସେ ଗଟେକ୍‌ ସଃତ୍‌ ଲକ୍‌,” ଆର୍‌ କେ କେ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ନାୟ୍‌, ସେ ଲକ୍‌ମଃନ୍‌କେ ବୁଲ୍‌ ବାଟ୍‌କେ ନେଉଁଲା ।”
यद्यपि मसीह येशु के विषय में लोगों में बड़ा विवाद हो रहा था—कुछ कह रहे थे, “वह भला व्यक्ति है.” और कुछ का कहना था, “नहीं, वह भरमानेवाला है—सबके साथ छल करता है.”
13 ମଃତର୍‌ ଜିଉଦି ବଃଡ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍‌କେ ଡିରିକଃରି କେ ହେଁ ଜିସୁର୍‌ ବିସୟେ ଆକେଡାକେ କଃତାବାର୍ତା ନଃକେର୍ତି ରିଲାୟ୍‌ ।
तौभी कोई भी व्यक्ति यहूदियों के भय के कारण मसीह येशु के विषय में खुलकर बात नहीं करता था.
14 ମଃତର୍‌ ହଃର୍ବ୍‌ ଆଦ୍‌ବାଗ୍ ସଃର୍ଲା ହଃଚେ ଜିସୁ ମନ୍ଦିରେ ଜାୟ୍‌ ସିକ୍ୟା ଦେଉଁକ୍‌ ଆରୁମ୍‌ କଃଲା ।
जब उत्सव के मध्य मसीह येशु मंदिर में जाकर शिक्षा देने लगे,
15 ଇତାକ୍‌ ଜିଉଦି ବଃଡ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ କାବା ଅୟ୍‌ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଏ କୁୟ୍‌ତି ହେଁ ସିକ୍ୟା ନାହାୟ୍‌, ଅଃତେକ୍‌ କଃତା ଜାଣ୍‌ଲା କଃନ୍‌କଃରି?”
यहूदी अगुए चकित होकर कहने लगे, “यह व्यक्ति बिना पढ़े ज्ञानी कैसे बन गया?”
16 ଜିସୁ ସେମଃନ୍‌କେ କୟ୍‌ଲା, “ମର୍‌ ସିକ୍ୟା ମର୍‌ ନିଜାର୍‌ ନାୟ୍‌, ମଃତର୍‌ ମକ୍‌ ହଃଟାୟ୍‌ଲା ଇସ୍ୱରାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଆୟ୍‌ଲା ସିକ୍ୟା ଦେଉଁଲେ ।
मसीह येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “यह शिक्षा मेरी नहीं परंतु उनकी है, जिन्होंने मुझे भेजा है.
17 ଜେ ଜଦି ଇସ୍ୱରାର୍‌ ଇଚା ହୁରୁଣ୍ କଃରୁକେ ମଃନ୍ କଃରେଦ୍‌, ତଃବେ ମର୍‌ ସିକ୍ୟା ଇସ୍ୱର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଆସିଆଚେ, କି ମୁୟ୍‌ ମର୍‌ ନିଜାର୍‌ ଅଃଦିକାରେ କଃଉଁଲେ, ସେରି ସେ ଜାଣୁ ହାରେ ।
यदि कोई व्यक्ति उनकी इच्छा पूरी करने के लिए प्रण करे तो उसे यह मालूम हो जाएगा कि यह शिक्षा परमेश्वर की ओर से है या मेरी ओर से.
18 ଜେ ନିଜାର୍‌ ଅଃଦିକାରେ କଃତା କୟ୍‌ଦ୍‌, ସେ ନିଜାର୍‌ ଜଃଜ୍‌ମାନ୍ କଃରୁକେ ମଃନ୍ କଃରେଦ୍‌, ମଃତର୍‌ ଜେ ଅଃହ୍‌ଣାକ୍‌ ହଃଟାୟ୍‌ଲା ଇସ୍ୱରାର୍‌ ଜଃଜ୍‌ମାନ୍ କଃରୁକେ ମଃନ୍ କଃରେଦ୍‌, ସେ ସଃତ୍‌ ଆର୍‌ ତାର୍‌ ତଃୟ୍‌ କାୟ୍‌ ଦୁସ୍ଟ୍‌ ନାୟ୍‌ ।
वह, जो अपने ही विचार प्रस्तुत करता है, अपना ही आदर चाहता है, परंतु वह, जो अपने भेजनेवाले का आदर चाहता है, वह बिलकुल सच्चा है और उसमें कोई छल नहीं.
19 ମସା କାୟ୍‌ ତୁମିମଃନ୍‌କେ ବିଦି ନଃଦେୟ୍‌? ମଃତର୍‌ ତୁମିମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ କେ ହେଁ ସେ ବିଦି ନଃମାନାସ୍‌ । ତୁମିମଃନ୍ ମକେ ମାରୁକ୍‌ କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ମଃନ୍ ହାଚୁଲାସ୍‌?”
क्या मोशेह ने तुम्हें व्यवस्था नहीं दी? फिर भी तुममें से कोई उसका पालन नहीं करता. मेरी हत्या की ताक में क्यों हो तुम?”
20 ଲକ୍‌ମଃନ୍ ତାକ୍‌ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ତକ୍‌ ବୁତ୍‌ ଦଃରି ଆଚେ, ତକ୍‌ କେ ମାରୁକ୍‌ ମଃନ୍ କଃରୁଲାୟ୍‌?”
भीड़ ने उत्तर दिया, “कौन तुम्हारी हत्या करना चाहता है? तुम दुष्टात्मा से पीड़ित हो.”
21 ଜିସୁ ସେମଃନ୍‌କେ କୟ୍‌ଲା, “ମୁୟ୍‌ ଗଟେକ୍‌ ବଃଡ୍ କାମ୍‌ କଃଲେ, ଆର୍‌ ତୁମିମଃନ୍ ସଃବୁ ସେରି ଦଃକି କାବା ଅୟ୍‌ ଆଚାସ୍‌ ।
मसीह येशु ने कहा, “मैंने शब्बाथ पर एक चमत्कार किया और तुम सब क्रोधित हो गए.
22 ତୁମାର୍‌ ହୟ୍‌ଦିମଃନ୍‌କ୍‌ ସୁନତ୍‌ କଃରୁକେ ମସା ଆଦେସ୍‌ ଦିଲା ଆଚେ; ଇରି ମସାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଆସି ଆଚେ ସେରି ନାୟ୍‌, ମଃତର୍‌ ତୁମାର୍‌ ଦାଦିବାବୁ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଆସି ଆଚେ ଆର୍‌ ବିସାଉଁଣିବାର୍‌ ଦିନ୍ ହେଁ ହିଲାମଃନ୍‌କେ ସୁନତ୍‌ କଃରୁଲାସ୍‌ । ଆର୍‌ ସେତାକ୍‌ ବିସାଉଁଣିବାର୍‌ ବିଦି ନଃମାନୁଲାସ୍‌, ଇରି ମଃନେ ନଃହେକାଉଁଲାସ୍‌ ।
मोशेह ने तुम्हें ख़तना विधि दी—परंतु इसको आरंभ करनेवाले मोशेह नहीं, हमारे गोत्रपिता हैं—जिसके अनुसार तुम शब्बाथ पर भी ख़तना करते हो.
23 ଜଦି ବିସାଉଁଣିବାର୍‌ ଦିନ୍ ଗଟେକ୍‌ ହିଲାକ୍‌ ସୁନତ୍‌ କଃଲେକ୍‌ ମସାର୍‌ ବିଦି ଅମାନ୍ୟା କଃରା ନଃଉଁଲି, ତଃବେ ବିସାଉଁଣିବାର୍‌ ଦିନ୍ ମୁୟ୍‌ ଗଟେକ୍‌ ଲକାର୍‌ ସଃବୁ ଗଃଗାଳ୍‌କେ ଉଜ୍‌ କଃଲେକ୍‌ ତୁମିମଃନ୍ କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ମକ୍‌ ରିସା ଅଃଉଁଲାସ୍‌?
तुम शब्बाथ पर भी ख़तना करते हो कि मोशेह की व्यवस्था भंग न हो, तो तुम लोग इससे गुस्से में क्यों हो कि मैंने शब्बाथ पर किसी को पूरी तरह स्वस्थ किया?
24 ହଃଦାର୍‌ କଃତାକ୍‌ ଦଃକି ବିଚାର୍‌ କଃରା ନାୟ୍‌, ମଃତର୍‌ ଜୁୟ୍‌ରି ଟିକ୍‌ ସେରି ବିଚାର୍‌ କଃରା ।”
तुम्हारा न्याय बाहरी रूप पर नहीं परंतु सच्चाई पर आधारित हो.”
25 ଇତାକ୍‌ ଜିରୁସାଲମ୍‌ ତୟ୍‌ଁ କଃତେକ୍‌ ଲକ୍‌ କଃଉଁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌, “ଜୁୟ୍‌ ମାନାୟ୍‌କେ ମାରୁକ୍‌ ଜିଉଦି ବଃଡ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ମଃନ୍ କଃରୁଲାୟ୍‌, ଏ କାୟ୍‌ ସେ ନାୟ୍‌?
येरूशलेम निवासियों में से कुछ ने यह प्रश्न किया, “क्या यह वही नहीं, वे जिसकी हत्या की ताक में हैं?
26 ଆର୍‌ ଦଃକା ସେ ସଃବୁ ଲକାର୍‌ ଆଗେ ଅଃତେକ୍‌ କଃତା କଃଉଁଲା, ମଃତର୍‌ ତାକେ ହଃଦେକ୍‌ କେ ହେଁ କାୟ୍‌ରି ନଃକଉଁଲାୟ୍‌ । ଏ କ୍ରିସ୍ଟ ବଃଲି ଜିଉଦି ମୁଳିକା ଲକ୍‌ମଃନ୍ କାୟ୍‌ ନିଜ୍‌କଃରି ଜାଣ୍‌ଲାୟ୍‌ନି?
परंतु देखो, वह भीड़ से खुलकर, बिना डर के बातें करता है और अधिकारी कुछ भी नहीं कहते! कहीं ऐसा तो नहीं कि अधिकारियों को मालूम हो गया है कि यही वास्तव में मसीह हैं?
27 ଜଃଡେବଃଳ୍‌ କ୍ରିସ୍ଟ ଆସେଦ୍‌, ସେ କୁୟ୍‌ତି ହୁଣି ଆୟ୍‌ଲା କେ ଜାଣୁ ନଃହାର୍‌ତି, ମଃତର୍‌ ଇ ମାନାୟ୍‌ କୁୟ୍‌ତି ହୁଣି ଆୟ୍‌ଲା ଅଃମିମଃନ୍‌ ଜାଣୁ ।”
इस व्यक्ति की पृष्ठभूमि हमें मालूम है, किंतु जब मसीह प्रकट होंगे तो किसी को यह मालूम नहीं होगा कि वह कहां के हैं.”
28 ସେତାକ୍‌ ଜିସୁ ମନ୍ଦିରେ ସିକ୍ୟା ଦେତା ବଃଳ୍‌ ଉଲ୍‌ଗାଟ୍‌ ଅୟ୍‌କଃରି କୟ୍‌ଲା, “ମୁୟ୍‌ କେ ଆର୍‌ କୁୟ୍‌ତି ହୁଣି ଆସି ଆଚି, ତୁମିମଃନ୍ କାୟ୍‌ ଜାଣିଆଚାସ୍‌? ମୁୟ୍‌ ନିଜ୍‌ ନିଜ୍‌କେ ନାସି । ମକେ ଜେ ହଃଟାୟ୍‌ ଆଚେ, ସେ ସଃତ୍ୟା, ତୁମିମଃନ୍ ତାକ୍‌ ନଃଜାଣାସ୍‌ ।
मंदिर में शिक्षा देते हुए मसीह येशु ने ऊंचे शब्द में कहा, “तुम मुझे जानते हो और यह भी जानते हो कि मैं कहां से आया हूं. सच यह है कि मैं स्वयं नहीं आया. जिन्होंने मुझे भेजा है, वह सच्चा है किंतु तुम उन्हें नहीं जानते,
29 ମଃତର୍‌ ମୁୟ୍‌ ତାକ୍‌ ଜାଣି, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ମକ୍‌ ସେ ହଃଟାୟ୍‌ ଆଚେ, ମୁୟ୍‌ ତାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଆସି ଆଚି ।”
मैं उन्हें जानता हूं क्योंकि उन्हीं में से मैं हूं और मुझे उन्हीं ने भेजा है.”
30 ସେତାକ୍‌ ସେମଃନ୍ ଇରି ସୁଣି ତାକେ ଦଃରୁକ୍‌ ମଃନ୍ କଃଲାୟ୍‌, ମଃତର୍‌ ତାର୍‌ ଟିକ୍‌ ବେଳା ଆସି ନଃରିଲାକ୍‌, କେ ତାର୍‌ ଉହ୍ରେ ଆତ୍‌ ଦେଉଁକ୍‌ ନଃହାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
यह सुनकर उन्होंने मसीह येशु को बंदी बनाना चाहा किंतु किसी ने उन पर हाथ न डाला क्योंकि उनका समय अब तक नहीं आया था.
31 ମଃତର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ ଗାଦେକ୍‌ ଲକ୍‌ ତାକ୍‌ ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃରି କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଏ ଜୁୟ୍‌ ସଃବୁ କାବା ଅଃଉତା ଚିନ୍ କଃରି ଆଚେ, କ୍ରିସ୍ଟ ଆୟ୍‌ଲେକ୍‌ ଇମାନାୟ୍‌ର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି କାୟ୍‌ରି ଅଃଦିକ୍‌ କାବା ଅଃଉତା କାମ୍‌ କଃରେଦ୍‌?”
फिर भी भीड़ में से अनेकों ने मसीह येशु में विश्वास रखा तथा विचार-विमर्श करने लगे, “क्या प्रकट होने पर मसीह इस व्यक्ति से अधिक अद्भुत चिह्न प्रदर्शित करेंगे?”
32 ଜିସୁର୍‌ ବିସୟେ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଇରଃକମ୍‌ କଃତା ବାର୍ତା ଅଃଉତାର୍‌ ପାରୁସିମଃନ୍ ସୁଣ୍‌ଲାୟ୍‌, ସେତାକ୍‌ ପାରୁସିମଃନ୍ ଆର୍‌ ବଃଡ୍ ଜାଜକ୍‌ମଃନ୍ ଜିସୁକେ ବାନ୍ଦୁକେ ଜାଗୁଆଳିମଃନ୍‌କେ ହଃଟାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
फ़रीसियों ने भीड़ को इस विषय में आपस में विचार-विमर्श करते हुए सुन लिया. इसलिये मसीह येशु को बंदी बनाने के लिए प्रधान पुरोहितों व फ़रीसियों ने मंदिर के पहरेदारों को भेजा.
33 ସେତାକ୍‌ ଜିସୁ କୟ୍‌ଲା, “ମୁୟ୍‌ ତୁମିମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ଆର୍‌ ଅଃଳକ୍‌ ବେଳା ରଃୟ୍‌ନ୍ଦ୍, ତାର୍‌ହଃଚେ ମକ୍‌ ହଃଟାୟ୍‌ଲା ଇସ୍ୱରାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ବାଉଳି ଜାୟ୍‌ନ୍ଦ୍ ।
मसीह येशु ने उनसे कहा, “थोड़े समय के लिए मैं तुम्हारे साथ हूं, उसके बाद मैं अपने भेजनेवाले के पास लौट जाऊंगा.
34 ତୁମିମଃନ୍ ମକେ ଲଳାସ୍‌, ମଃତର୍‌ ନଃହାଉଆସ୍‌, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ମୁୟ୍‌ ଜୁୟ୍‌ତି ରଃୟ୍‌ନ୍ଦ୍ ତୁମିମଃନ୍ ସେତି ଜଃଉଁ ନାହାରାସ୍‌ ।”
तुम मुझे खोजोगे किंतु पाओगे नहीं क्योंकि जहां मैं होऊंगा, तुम वहां नहीं आ सकते.”
35 ଇତାକ୍‌ ଜିଉଦି ମୁଳିକାମଃନ୍ ତାକାର୍‌ ତାକାର୍‌ ବିତ୍ରେ କଃଉଆକଇ ଅୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଏ କୁୟ୍‌ତି ଜାୟ୍‌ଦ୍‌ ଜେ ଅଃମି ତାକେ ଲଳୁ ନଃହାରୁ? ଜୁୟ୍‌ ଗ୍ରିକ୍‌ ଗଃଳେ ଚିନ୍‌ବିନ୍ ଅୟ୍‌ରିଲା ଜିଉଦି ମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ଜାୟ୍‌କଃରି କାୟ୍‌ ଗ୍ରିକ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍‌କେ ସିକ୍ୟା ଦଃୟ୍‌ଦ୍‌?
इस पर यहूदी अगुए विचार-विमर्श करने लगे, “यह व्यक्ति कहां जाने पर है कि हम उसे खोज नहीं पाएंगे? क्या यह यूनानियों के मध्य प्रवासी यहूदियों में बसना चाहता है कि यूनानियों को भी शिक्षा दे?
36 ତୁମିମଃନ୍ ମକେ ଲଳାସ୍‌, ମଃତର୍‌ ହାଉଁ ନାହାରାସ୍‌ ଆର୍‌ ମୁୟ୍‌ ଜୁୟ୍‌ତି ରଃୟ୍‌ନ୍ଦ୍ ତୁମିମଃନ୍ ସେତି ଜଃଉଁ ନାହାରାସ୍‌ । ସେ ଇ ଜୁୟ୍‌ କଃତା କୟ୍‌ଲା, ସେତାର୍‌ ବାବ୍‌ କାୟ୍‌ରି?”
यह क्या कह रहा है कि तुम मुझे खोजोगे और नहीं पाओगे क्योंकि जहां मैं होऊंगा तुम वहां नहीं आ सकते?”
37 ହଃର୍ବାର୍‌ ସେସ୍‌ ଦିନ୍, ବଃଲେକ୍‌ ବଃଡ୍ ଦିନ୍ ଜିସୁ ଟିଆ ଅୟ୍‌ ଉଲ୍‌ଗାଟ୍‌ ଅୟ୍‌କଃରି କୟ୍‌ଲା, “ଜେ ସସେ ଆଚେ ସେ ମର୍‌ ଲଃଗେ ଆସ ଆର୍‌ ସୁର ।
उत्सव के अंतिम दिन, जब उत्सव चरम सीमा पर होता है, मसीह येशु ने खड़े होकर ऊंचे शब्द में कहा, “यदि कोई प्यासा है तो मेरे पास आए और पिए.
38 ଆର୍‌ ଜେ ମର୍‌ ତଃୟ୍‌ ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃରେଦ୍‌, ଦଃର୍ମ୍‌ ସାସ୍ତର୍‌ ତଃୟ୍‌ର୍‌ ଲେକା ହଃର୍କାରେ, ଜେ ମର୍‌ ତଃୟ୍‌ ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃରେଦ୍‌ ତାର୍‌ ଗଃର୍ବେ ହୁଣି ଜିବନ୍ ଦେତା ହାଜ୍ରା ହାଣି ଉଚ୍‌ଳି ଜାତିରଃୟ୍‌ଦ୍‌ ।”
जो मुझमें विश्वास करता है, जैसा कि पवित्र शास्त्र का लेख है: उसके अंदर से जीवन के जल की नदियां बह निकलेंगीं.”
39 ଜିସୁ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମାର୍‌ କଃତାକ୍‌ ଦଃରି ଇରି କୟ୍‌ଲା, ଜୁୟ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଜିସୁର୍‌ ତଃୟ୍‌ ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃର୍ତି, ସେମଃନ୍ ହଃଚେ ଇ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମା ହାଉତି, ସଃଡେବଃଳ୍‌ ହଃତେକ୍‌ ଜିସୁ ଜଃଜ୍‌ମାନ୍ ଅୟ୍‌ନଃରିଲା, ସେତାକ୍‌ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମା ହାୟ୍‌ ନଃରିଲାୟ୍‌ ।
यह उन्होंने पवित्र आत्मा के विषय में कहा था, जिन्हें उन पर विश्वास करनेवाले प्राप्‍त करने पर थे. पवित्र आत्मा अब तक उतरे नहीं थे क्योंकि मसीह येशु अब तक महिमा को न पहुंचे थे.
40 ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଜିସୁର୍‌ ଇ କାତା ସୁଣ୍‌ଲାୟ୍‌, ସେମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ କଃତେକ୍‌ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଏ ବାୟ୍‌ଦ୍‌ରେ ସେ ବାବ୍‌ବାଦି ।”
यह सब सुनकर भीड़ में से कुछ ने कहा, “सचमुच यह व्यक्ति ही वह भविष्यवक्ता है.”
41 ବିନ୍ ଲକ୍‌ମଃନ୍ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଏ କ୍ରିସ୍ଟ ।” ମଃତର୍‌ କେକେ କଃଉଁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌, “କ୍ରିସ୍ଟ କାୟ୍‌ ଗାଲିଲି ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଆସେଦ୍‌?
कुछ अन्य ने कहा, “यह मसीह हैं.” परंतु कुछ ने कहा, “मसीह का आना गलील से तो नहीं होगा न?
42 ସାସ୍ତର୍‌ ତଃୟ୍‌ଁ ଲେକା ଆଚେ, ‘କ୍ରିସ୍ଟ ଜେ ଦାଉଦ୍‌ ବଃଉଁସେହୁଣି ଆର୍‌ ଦାଉଦ୍‌ ଜୁୟ୍‌ତି ରିଲା, ସେ ବେତ୍‌ଲିହିମ୍‌ ଗାଉଁଏ ହୁଣି ଆସେଦ୍‌ ।’”
क्या पवित्र शास्त्र के अनुसार मसीह का आना दावीद के वंश और उनके नगर बेथलेहेम से न होगा?”
43 ସେତାକ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ ଜିସୁର୍‌ ଗିନେ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ କଃତା ବିନ୍‌ବିନ୍‌ ଅୟ୍‌ଲି ।
इस प्रकार मसीह येशु के कारण भीड़ में मतभेद हो गया.
44 ଆର୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ କଃତେକ୍‌ ଜିସୁକେ ଦଃରି ନେଉଁକ୍‌ ମଃନ୍ କଃର୍ତି ରିଲାୟ୍‌, ମଃତର୍‌ କେ ହେଁ ଜିସୁର୍‌ ଉହ୍ରେ ଆତ୍‌ ଦେଉଁ ନାହାର୍ଲାୟ୍‌ ।
कुछ उन्हें बंदी बनाना चाहते थे फिर भी किसी ने भी उन पर हाथ न डाला.
45 ଇ ବିତ୍ରେ ଜାଗୁଆଳି ବଃଡ୍ ଜାଜକ୍‌ ଆର୍‌ ପାରୁସିମଃନାର୍‌ ଲଃଗେ ବାଉଳି ଆୟ୍‌ଲାକ୍‌, ସେମଃନ୍‌କେ ବଃଡ୍ ଜାଜକ୍‌ ଆର୍‌ ପାରୁସିମଃନ୍ ହଃଚାର୍ଲାୟ୍‌, “ଜିସୁକେ କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ଦଃରି ନାଣ୍‌ଲାସ୍‌?”
संतरियों के लौटने पर प्रधान पुरोहितों और फ़रीसियों ने उनसे पूछा, “तुम उसे लेकर क्यों नहीं आए?”
46 ଜାଗୁଆଳିମଃନ୍‌ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଇମାନାୟ୍‌ ଜଃନ୍‌କା କଃତା କଃଉଁଲା, ତାର୍‌ ହର୍‌ କୁୟ୍‌ ମାନାୟ୍‌ କଃବେ ସେନ୍‌କାର୍‌ କଃତା ନଃକୟ୍‌ ।”
संतरियों ने उत्तर दिया, “ऐसा बतानेवाला हमने आज तक नहीं सुना.”
47 ସେତାକ୍‌ ପାରୁସିମଃନ୍ ସେମଃନ୍‌କେ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ତୁମିମଃନ୍ ହେଁ କାୟ୍‌ ବୁଲ୍‌କି ଆଚାସ୍‌?
तब फ़रीसियों ने कटाक्ष किया, “कहीं तुम भी तो उसके बहकावे में नहीं आ गए?
48 ପାରୁସି କି ଅଃମାର୍‌ ମୁଳିକାମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ କେ କାୟ୍‌ ଗଟ୍‌ ଲକ୍‌ ହେଁ ଜିସୁକେ ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃରି ଆଚ୍‌ତି?
क्या प्रधानों या फ़रीसियों में से किसी ने भी उसमें विश्वास किया है?
49 ମଃତର୍‌ ଇ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ମସାର୍‌ ବିଦି ନଃଜାଣ୍‌ତି, ସେତାର୍‌ ଗିନେ ଇମଃନ୍‌ ସଃବୁ ସାୟ୍‌ପ୍‌ ହାୟ୍‌ଲା ଲକ୍‌ ।”
व्यवस्था से अज्ञान भीड़ तो वैसे ही शापित है.”
50 ସଃଡେବଃଳ୍‌ ନିକଦିମ ନାଉଁଆର୍‌ ଗଟେକ୍‌ ପାରୁସି ସେତି ରିଲା, ସେ ଆଗ୍‌ତୁ ଗଟ୍‌ତର୍‌ ଜିସୁକେ ଦଃକୁକ୍‌ ହାୟ୍‌ରିଲା । ସେ ସେମଃନ୍‌କେ କୟ୍‌ଲା,
तब निकोदेमॉस ने, जो प्रधानों में से एक थे तथा मसीह येशु से पहले मिल चुके थे, उनसे कहा,
51 “ଅଃମି ମସାର୍‌ ବିଦି ହଃର୍କାରେ ଗଟ୍‌ ଲକ୍‌କେ ଦସି କଃର୍ତା ଆଗ୍‌ତୁ ତାର୍‌ କଃତା ବିଚାର୍‌ କଃରୁକେ ଅୟ୍‌ଦ୍‌ ଆର୍‌ ସେ କାୟ୍‌ରି କଃରି ଆଚେ ସେରି ଦଃକୁକ୍‌ ହଃଳେଦ୍‌ ।”
“क्या हमारी व्यवस्था किसी व्यक्ति की सुने बिना और उसकी गतिविधि जाने बिना उसे अपराधी घोषित करती है?”
52 ଜିଉଦିମଃନ୍ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ତୁୟ୍‌ ହେଁ କାୟ୍‌ ଗଟେକ୍‌ ଗାଲିଲିର୍‌ ଲକ୍‌? ବଃଲ୍‌କଃରି ସାସ୍ତର୍‌ ହଳ୍‌, ତଃବେ ଗାଲିଲି ତଃୟ୍‌ହୁଣି କୁୟ୍‌ ବାବ୍‌ବାଦି ହେଁ ଜଃଲମ୍‌ ଅଃଉଁ ନାହାରେ, ଇ କଃତା ତୁୟ୍‌ ଜାଣୁ ହାର୍ସି ।”
इस पर उन्होंने निकोदेमॉस से पूछा, “कहीं तुम भी तो गलीली नहीं हो? शास्त्रों का मनन करो और देखो कि किसी भी भविष्यवक्ता का आना गलील प्रदेश से नहीं होता.”
53 ଆର୍‌ ସେମଃନ୍ ସଃବୁଲକ୍‌ ଅଃହ୍‌ଣା ଅଃହ୍‌ଣାର୍‌ ଗଃରେ ଗଃଲାୟ୍‌ ।
[वे सभी अपने-अपने घर लौट गएं].

< ଜହନ୍‌ 7 >