< ପେରିତ୍‌ 8 >

1 ସାଉଲ୍‌ ସ୍ତିପାନାର୍‌ ଜିବନ୍‌ ନାସ୍‌ କଃରୁକେ ମଃନ୍‌ରିଲି, ସେଦିନ୍ ହୁଣି ଜିରୁସାଲମାର୍‌ ମଣ୍ଡ୍‌ଳିକେ ବଃଡେ କଃସ୍ଟ୍‌ ଆୟ୍‌ଲି, ସେତାକ୍‌ ପେରିତ୍‌ମଃନ୍‌କ୍‌ ଚାଡି ବିନ ଚେଲାସଃବୁ ଜିଉଦାରାଜି ଆର୍‌ ସମିରଣ୍ ହଲିବାଟ୍‌ ଚାରିହାକ୍‌ ବିଚ୍ରି ଅୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
शाऊल उसकी मृत्यु के साथ सहमत था। उसी दिन यरूशलेम की कलीसिया पर बड़ा उपद्रव होने लगा और प्रेरितों को छोड़ सब के सब यहूदिया और सामरिया देशों में तितर-बितर हो गए।
2 ଅୟ୍‌ଲେକ୍‌ ହେଁ କଃତିଲକ୍‌ ସ୍ତିପାନ୍‌କେ ତହ୍‌ଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ ତାର୍‌ ଗିନେ କାନ୍ଦ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
और भक्तों ने स्तिफनुस को कब्र में रखा; और उसके लिये बड़ा विलाप किया।
3 ମଃତର୍‌ ସାଉଲ୍‌ ଗଃରେ ଗଃରେ ହୁରି ଅଃଣ୍ଡ୍ରା ଆର୍‌ ମାୟ୍‌ଜି ମଃନ୍‌କେ ଜିକି ଆଣି ଜଃଇଲେ ହୁରାୟ୍‌ଲା, ଆର୍‌ ମଣ୍ଡ୍‌ଳିକେ ନଃସ୍ଟ୍‌ କଃରୁକେ ଦଃର୍ଲା ।
पर शाऊल कलीसिया को उजाड़ रहा था; और घर-घर घुसकर पुरुषों और स्त्रियों को घसीट-घसीट कर बन्दीगृह में डालता था।
4 ସେତାକ୍‌ ଜୁୟ୍‌ମଃନ୍‌ ଜଃତ୍‌କଃତ୍‌ ଅୟ୍‌ରିଲାୟ୍‌ ସେମଃନ୍ ଚାରିହାକ୍‌ ବୁଲିବୁଲି ନିକ କବୁର୍‌ ପର୍ଚାର୍‌ କଃଲାୟ୍‌ ।
मगर जो तितर-बितर हुए थे, वे सुसमाचार सुनाते हुए फिरे।
5 ଆରେକ୍‌ ପିଲିପ୍ ସମିରଣକେ ଜାୟ୍‌ ବଃଡ୍ ବଃଡ୍ ଗଃଳାର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍‌କେ କ୍ରିସ୍ଟର୍‌ କଃତା ପର୍ଚାର୍‌ କଃରୁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌ ।
और फिलिप्पुस सामरिया नगर में जाकर लोगों में मसीह का प्रचार करने लगा।
6 ଆର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ପିଲିପାର୍‌ କଃତା ସୁଣି ଆର୍‌ ସେ କଃଲା କାବା ଅଃଉତା କାମ୍‌ ଦଃକି ଗଟେମଃନେ ତାର୍‌ କଃତାକ୍‌ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌ ।
जो बातें फिलिप्पुस ने कहीं उन्हें लोगों ने सुनकर और जो चिन्ह वह दिखाता था उन्हें देख देखकर, एक चित्त होकर मन लगाया।
7 କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ବିଟାଳ୍‌ ଆତ୍ମାମଃନ୍ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି କିର୍‌କିରି କଃରି ବାରାୟ୍‌ ଆସୁକ୍‌ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌ ଆରେକ୍‌ ଗାଦେକ୍‌ ଏକ୍‌ଅଃଙ୍ଗି ଆର୍‌ ଚଟାମଃନ୍ ଉଜ୍‌ ଅଃଉଁକ୍‌ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌ ।
क्योंकि बहुतों में से अशुद्ध आत्माएँ बड़े शब्द से चिल्लाती हुई निकल गईं, और बहुत से लकवे के रोगी और लँगड़े भी अच्छे किए गए।
8 ସେତାକ୍‌ ସେ ଗଃଳେ ବଃଡେ ସଃର୍ଦା ଅୟ୍‌ଲି ।
और उस नगर में बड़ा आनन्द छा गया।
9 ମଃତର୍‌ ସିମନ୍ ନାଉଁଆର୍‌ ଗଟେକ୍‌ ଲକ୍‌ ଇତାର୍‌ ହୁର୍ବେ ଗୁରୁ ଗୁଣିଆକଃରି ନିଜ୍‌କେ ଗଟେକ୍‌ ବଃଡ୍ ଲକ୍‌ବଃଲି କୟ୍‌ ସମିରଣ୍‌ ତଃୟ୍‌ର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍‌କେ କାବା କଃର୍ତିରିଲା ।
इससे पहले उस नगर में शमौन नामक एक मनुष्य था, जो जादू-टोना करके सामरिया के लोगों को चकित करता और अपने आपको एक बड़ा पुरुष बताता था।
10 ଇସ୍ୱରାର୍‌ ସଃକ୍ତିକ୍‌ ଜୁୟ୍‌ ବଃଡ୍ ବଃଲି କଃଉଆ ଅୟ୍‌ଦ୍‌ ସିମନ୍‌କେ ଏ ସେ ବଃଲି ତାକେ ମାନ୍‌ତି କଃର୍ତି ରିଲାୟ୍‌ ।
१०और सब छोटे से लेकर बड़े तक उसका सम्मान कर कहते थे, “यह मनुष्य परमेश्वर की वह शक्ति है, जो महान कहलाती है।”
11 କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ବଃଲେକ୍‌ ସେ ବୁତ୍‌ଦିନ୍ ହୁଣି ତାର୍‌ ଗୁରୁଗୁଣିଆ କାମ୍‌ କଃରି ସେମଃନ୍‌କେ କାବା କଃର୍ତିରିଲା ।
११उसने बहुत दिनों से उन्हें अपने जादू के कामों से चकित कर रखा था, इसलिए वे उसको बहुत मानते थे।
12 ମଃତର୍‌ ପିଲିପ୍ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ରାଇଜାର୍‌ ଆର୍‌ ଜିସୁ କ୍ରିସ୍ଟର୍‌ ନାଉଁଏ ନିକ କବୁର୍‌ ପର୍ଚାର୍‌ କଃଲାକ୍‌ ସେମଃନ୍ ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ସଃତ୍‌ କଃଲାୟ୍‌ ସଃଡେବଃଳ୍‌ ହୁଣି ଅଃଣ୍ଡ୍ରା ଆର୍‌ ମାୟ୍‌ଜିମଃନ୍ ବାପ୍ତିସମ୍‌ ଅଃଉଁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌ ।
१२परन्तु जब उन्होंने फिलिप्पुस का विश्वास किया जो परमेश्वर के राज्य और यीशु मसीह के नाम का सुसमाचार सुनाता था तो लोग, क्या पुरुष, क्या स्त्री बपतिस्मा लेने लगे।
13 ଆର୍‌ ସିମନ୍ ନିଜେ ହେଁ ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃରି ବାପ୍ତିସମ୍‌ ହାୟ୍‌ଲା ଆର୍‌ ପିଲିପାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ରିଲା ଆର୍‌ କଃତେକ୍‌ କଃତେକ୍‌ ଚିନ୍ ଆର୍‌ ବଃଡ୍‌ବଃଡ୍ ସଃକ୍ତିର୍‌ କାମ୍‌ ଦଃକି କାବା ଅଃଉଁକେ ଦଃର୍ଲା ।
१३तब शमौन ने स्वयं भी विश्वास किया और बपतिस्मा लेकर फिलिप्पुस के साथ रहने लगा और चिन्ह और बड़े-बड़े सामर्थ्य के काम होते देखकर चकित होता था।
14 ସମିରଣ୍‌ ତଃୟ୍‌ର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଜେ ଇସ୍ୱରାର୍‌ କଃତା ସୁଣିକଃରି ମାନି ଆଚ୍‌ତି, ଇରି ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ଜିରୁସାଲମେ ରିଲା ପେରିତ୍‌ମଃନ୍‌ ସୁଣ୍‌ଲାୟ୍‌, ସଃଡେବଃଳ୍‌ ସେମଃନ୍ ପିତର୍‌ ଆର୍‌ ଜହନ୍‌କେ ସେମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ହଃଟାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
१४जब प्रेरितों ने जो यरूशलेम में थे सुना कि सामरियों ने परमेश्वर का वचन मान लिया है तो पतरस और यूहन्ना को उनके पास भेजा।
15 ସେମଃନ୍ ଜାୟ୍‌ ଜଃନ୍‌କଃରି ପବିତ୍ର ଆତ୍ମା ହାଉତି ଇତାକ୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ଗିନେ ପାର୍ତ୍‌ନା କଃଲାୟ୍‌;
१५और उन्होंने जाकर उनके लिये प्रार्थना की ताकि पवित्र आत्मा पाएँ।
16 କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ବଃଲେକ୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ କାର୍‌ ଉହ୍ରେ ହେଁ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମା ଉତ୍ରି ନଃରିଲି, ମଃତର୍‌ ସେମଃନ୍ ମାପ୍ରୁ ଜିସୁର୍‌ ନାଉଁଏ ବାପ୍ତିସମ୍‌ ହାୟ୍‌ ରିଲାୟ୍‌ ।
१६क्योंकि पवित्र आत्मा अब तक उनमें से किसी पर न उतरा था, उन्होंने तो केवल प्रभु यीशु के नाम में बपतिस्मा लिया था।
17 ସଃଡେବଃଳ୍‌ ସେମଃନ୍ ପିତର୍‌ ଆର୍‌ ଜହନ୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ଉହ୍ରେ ଆତ୍‌ ସଃଙ୍ଗାୟ୍‌ଲାକ୍‌ ସେମଃନ୍ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମା ହାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
१७तब उन्होंने उन पर हाथ रखे और उन्होंने पवित्र आत्मा पाया।
18 ପେରିତ୍‌ମଃନାର୍‌ ଆତ୍‌ ସଃଙ୍ଗାୟ୍‌ଲାକ୍‌ ଆତ୍ମା ଦିଆ ଅଃଉଁଲି ଇରି ଦଃକି ସିମନ୍ ସେମ୍‌ନଃକେ ଟଃକା ଜାଚି କୟ୍‌ଲା,
१८जब शमौन ने देखा कि प्रेरितों के हाथ रखने से पवित्र आत्मा दिया जाता है, तो उनके पास रुपये लाकर कहा,
19 “ମକ୍‌ ହେଁ ଇ ଅଃଦିକାର୍‌ ଦିଆ, ମୁୟ୍‌ଁ ଜୁୟ୍‌ ଲକାର୍‌ ଉହ୍ରେ ଆତ୍‌ ସଃଙ୍ଗାୟ୍‌ଦ୍‌ ସେ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମା ହାଉଅ ।”
१९“यह शक्ति मुझे भी दो, कि जिस किसी पर हाथ रखूँ, वह पवित्र आत्मा पाए।”
20 ମଃତର୍‌ ପିତର୍‌ ତାକେ କୟ୍‌ଲା, “ତର୍‌ ଟଃକା ତର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ନଃସ୍ଟ୍‌ ଅଃଉଅ, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ବଃଲେକ୍‌ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ଦାନ୍‌କେ ଗେନୁକ୍‌ ବାବଃଲିସ୍‌ ।
२०पतरस ने उससे कहा, “तेरे रुपये तेरे साथ नाश हों, क्योंकि तूने परमेश्वर का दान रुपयों से मोल लेने का विचार किया।
21 ଇ କଃତାୟ୍‌ ତର୍‌ ବାଗ୍ ନାୟ୍‌, କି ଅଃଦିକାର୍‌ ନାୟ୍‌, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ଚଃମେ ତର୍‌ ମଃନାର୍‌ ବାବ୍‌ନା ନିକ ନାୟ୍‌ ।
२१इस बात में न तेरा हिस्सा है, न भाग; क्योंकि तेरा मन परमेश्वर के आगे सीधा नहीं।
22 ତଃବେ ତର୍‌ ଦୁସ୍ଟ୍‌ ଚାଡି ମଃନ୍‌ ବାଦ୍‌ଲାୟ୍‌ ମାପ୍ରୁର୍‌ ତଃୟ୍‌ ପାର୍ତ୍‌ନା କଃର୍‌, କେଜାଣ୍ ତର୍‌ ମଃନାର୍‌ ବାବ୍‌ନା କେମା ଅଃଉଁ ହାରେ ।
२२इसलिए अपनी इस बुराई से मन फिराकर प्रभु से प्रार्थना कर, सम्भव है तेरे मन का विचार क्षमा किया जाए।
23 କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ବଃଲେକ୍‌ ତୁୟ୍‌ ଡାରା କଃତାୟ୍‌ ହୁର୍ନ୍‌ ଅୟ୍‌ ହାହ୍‌ ବାନ୍ଦୁଣେ ବାନ୍ଦାୟ୍‌ ଅୟ୍‌ ଆଚ୍‌ସି ବଃଲି ମୁୟ୍‌ଁ ଜାଣୁଲେ ।”
२३क्योंकि मैं देखता हूँ, कि तू पित्त की कड़वाहट और अधर्म के बन्धन में पड़ा है।”
24 ସେତାକ୍‌ ସିମନ୍ ପିତର୍‌ ଆର୍‌ ଜହନ୍‌କେ କୟ୍‌ଲା, “ତୁମିମଃନ୍ ଜାୟ୍‌ଜାୟ୍‌ରି କଃଉଁଲାସ୍‌ ସେତିର୍‌ କାୟ୍‌ କଃତା ହେଁ ମକ୍‌ ନଃଉଅ, ଇତାକ୍‌ ତୁମିମଃନ୍ ମର୍‌ ଗିନେ ମାପ୍ରୁ ତଃୟ୍‌ ପାର୍ତ୍‌ନା କଃରା ।”
२४शमौन ने उत्तर दिया, “तुम मेरे लिये प्रभु से प्रार्थना करो कि जो बातें तुम ने कहीं, उनमें से कोई मुझ पर न आ पड़े।”
25 ଅଃନ୍‌କଃରି ସେମଃନ୍ ଜିସୁର୍‌ ସାକି ଦେଉଁକେ ଆର୍‌ ମାପ୍ରୁର୍‌ କଃତା କୟ୍‌ ସମିରଣିୟର୍‌ ଗାଉଁମଃନ୍‌କେ ନିକ କବୁର୍‌ ପର୍ଚାର୍‌ କଃରି ପିତର୍‌ ଆର୍‌ ଜହନ୍‌ ଜିରୁସାଲମ୍‌ ବାଉଳ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
२५अतः पतरस और यूहन्ना गवाही देकर और प्रभु का वचन सुनाकर, यरूशलेम को लौट गए, और सामरियों के बहुत से गाँवों में सुसमाचार सुनाते गए।
26 ହଃଚେ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ଗଟେକ୍‌ ଦୁତ୍‌ ପିଲିପକେ କୟ୍‌ଲା, “ଉଟ୍‌, କାତା ଦିଗେ ଜୁୟ୍‌ ବାଟ୍‌ ଜିରୁସାଲମ୍‌ ହୁଣି ଗାଜା ହାକ୍‌ ଜାୟ୍‌ଆଚେ ସେ ବାଟେ ଜାଆ” ଆଜିକାଲି ଲକ୍‌ ସେ ବାଟ୍‌ ଅୟ୍‌ ନଃଜାତି ।
२६फिर प्रभु के एक स्वर्गदूत ने फिलिप्पुस से कहा, “उठकर दक्षिण की ओर उस मार्ग पर जा, जो यरूशलेम से गाज़ा को जाता है। यह रेगिस्तानी मार्ग है।”
27 ସେତାକ୍‌ ପିଲିପ୍ ଉଟିଗଃଲା, ଆର୍‌ ଦଃକ୍‌ଲା, ଇତିଅପିଆର୍‌ ଦେସାର୍‌ କାଣ୍ଡାକି ନାଉଁଆର୍‌ ରାଣିର୍‌ ତଃଳାର୍‌ ବଃଡ୍‌ହଃଦ୍‌ ହାୟ୍‌ଲା ଇତିଅପିଆର୍‌ ବେଜୁ, ଜେ ରାଣିର୍‌ ସଃବୁଦଃନ୍ ବଃଣ୍ଡାରାର୍‌ ଅଃଦିକାରି ରିଲା, ସେ ସେବା କଃରୁକେ ଜିରୁସାଲମ୍‌ ଆସିରିଲା ।
२७वह उठकर चल दिया, और तब, कूश देश का एक मनुष्य आ रहा था, जो खोजा और कूशियों की रानी कन्दाके का मंत्री और खजांची था, और आराधना करने को यरूशलेम आया था।
28 ସେ ବାଉଳି ଜଃଉଁଜଃଉଁ, ଅଃହ୍‌ଣାର୍‌ ରଃତ୍‌ ଉହ୍ରେ ବଃସି ଜିସାୟ୍‌ ବାବ୍‌ବାଦିର୍‌ ସାସ୍ତର୍‌ ଉଲ୍‌ଗାଟ୍‌ ଅୟ୍‌ ହଳ୍‌ତି ରିଲା ।
२८और वह अपने रथ पर बैठा हुआ था, और यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक पढ़ता हुआ लौटा जा रहा था।
29 ସଃଡେବଃଳ୍‌ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମା ପିଲିପକେ କୟ୍‌ଲି, “ଚଃମେ ଜାୟ୍‌ ରଃତ୍‌ ଚାଲାଉ ସଃଙ୍ଗ୍ ଜାଆ”
२९तब पवित्र आत्मा ने फिलिप्पुस से कहा, “निकट जाकर इस रथ के साथ हो ले।”
30 ସେତାକ୍‌ ପିଲିପ୍ ଦଃବ୍‌ଳି ଜାୟ୍‌ ସେ ଜିସାୟ୍‌ ବାବ୍‌ବାଦିର୍‌ ସାସ୍ତର୍‌ ହଃଳ୍‌ତାର୍‌ ସୁଣି ହଃଚାର୍ଲା, “ତୁୟ୍‌ ଜାୟ୍‌ରି ହଳୁଲିସ୍‌, ସେରି କାୟ୍‌ ବୁଜୁଲିସ୍‌ ।”
३०फिलिप्पुस उसकी ओर दौड़ा और उसे यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक पढ़ते हुए सुना, और पूछा, “तू जो पढ़ रहा है क्या उसे समझता भी है?”
31 ବେଜୁ କୟ୍‌ଲା “କେ ମକ୍‌ ବୁଜାୟ୍‌ ନଃଦିଲେକ୍‌ ମୁୟ୍‌ଁ କଃନ୍‌କଃରି ବୁଜୁ ହାରିନ୍ଦ୍?” ଆର୍‌ ସେ ରଃତ୍‌ ଉହ୍ରେ ଚଃଗି ଆସି ଅଃହ୍‌ଣାର୍‌ ଚଃମେ ବଃସୁକ୍‌ ଗଃଉଆରି କୟ୍‌ଲା ।
३१उसने कहा, “जब तक कोई मुझे न समझाए तो मैं कैसे समझूँ?” और उसने फिलिप्पुस से विनती की, कि चढ़कर उसके पास बैठे।
32 ସାସ୍ତରାର୍‌ ଜୁୟ୍‌ରି ସେ ହଳ୍‌ତିରିଲା ସେରି ଇରି- “ସେ ମେଣ୍ଡା ହର୍‌ ହୁଜା କଃରୁକେ ନେତା ମେଣ୍ଡା ହର୍‌ ଚିମ୍‌ରା ଅୟ୍‌ରିଲା, ଆରେକ୍‌ ଗଃଡ୍‌ରା ମେଣ୍ଡାର୍‌ ରମ୍‌ କାଟ୍‌ତା ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ଜଃନ୍‌କଃରି ତୁନ୍‌ହଃଳି ରଃୟ୍‌ଦ୍‌, ସେନ୍‌କାର୍‌ ସେ ଟଣ୍ଡ୍ ହୁଟାୟ୍‌ ନଃକେଲା ।
३२पवित्रशास्त्र का जो अध्याय वह पढ़ रहा था, वह यह था: “वह भेड़ के समान वध होने को पहुँचाया गया, और जैसा मेम्ना अपने ऊन कतरनेवालों के सामने चुपचाप रहता है, वैसे ही उसने भी अपना मुँह न खोला,
33 ସେ ଦୁକ୍‌ ସଃମ୍ବାଳ୍‌ଲାକ୍‌ ତାର୍‌ ଡଃଣ୍ଡ୍‌ ଉଣା ନୟ୍‌ଲି । ତାର୍‌ ବଃଉଁସ୍‌ କେ କଃଉ ହାରେ? କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ବଃଲେକ୍‌ ତାର୍‌ ଜିବନ୍ ହୁର୍ତିବି ତଃୟ୍‌ ହୁଣି ନିଆ ଅୟ୍‌ଲି ।”
३३उसकी दीनता में उसका न्याय होने नहीं पाया, और उसके समय के लोगों का वर्णन कौन करेगा? क्योंकि पृथ्वी से उसका प्राण उठा लिया जाता है।”
34 ଗୁମୁସ୍ତାବେଜୁ ପିଲିପକେ କୟ୍‌ଲା, “ମୁୟ୍‌ଁ ତକ୍‌ ଗଃଉଆରି କଃରୁଲେ, ବାବ୍‌ବାଦି କାର୍‌ କଃତା କଃଉଁଲା, ତାର୍‌ କଃତା କି ଆର୍‌ କାର୍‌ କଃତା?”
३४इस पर खोजे ने फिलिप्पुस से पूछा, “मैं तुझ से विनती करता हूँ, यह बता कि भविष्यद्वक्ता यह किसके विषय में कहता है, अपने या किसी दूसरे के विषय में?”
35 ସେତାକ୍‌ ପିଲିପ୍ ଟଣ୍ଡ୍ ହୁଟାୟ୍‌ ସାସ୍ତରାର୍‌ ଇ କଃତାୟ୍‌ ହୁଣି ମୁଳ୍ୟାୟ୍‌ ତାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ଜିସୁର୍‌ ନିକ କବୁର୍‌ ପର୍ଚାର୍‌ କଃଲା ।
३५तब फिलिप्पुस ने अपना मुँह खोला, और इसी शास्त्र से आरम्भ करके उसे यीशु का सुसमाचार सुनाया।
36 ଆର୍‌ ସେମଃନ୍ ବାଟେ ଜଃଉଁଜଃଉଁ, କୁଣ୍ ଗଟେକ୍‌ ହାଣିନାଳେ ହଚ୍‌ଲାୟ୍‌, ସେତାକ୍‌ ବେଜୁ କୟ୍‌ଲା, “ଇତି ତ ହାଣି ଆଚେ, ମର୍‌ ବାପ୍ତିସମ୍‌ ହାଉଁକ୍‌ କାୟ୍‌ ବାଦା ଆଚେ?”
३६मार्ग में चलते-चलते वे किसी जल की जगह पहुँचे, तब खोजे ने कहा, “देख यहाँ जल है, अब मुझे बपतिस्मा लेने में क्या रोक है?”
37 ପିଲିପ୍ କୟ୍‌ଲା ତୁୟ୍‌ ସଃବୁ ମଃନ୍ ହଃରାଣ୍ ସଃଙ୍ଗ୍ ଜଦି ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃର୍ସି ତଃବେ ଅଃଉଁ ହାରେ । ସେତାକ୍‌ ବେଜୁ କୟ୍‌ଲା ଜିସୁ କ୍ରିସ୍ଟ ଜେ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ହୟ୍‌ସି ଇରି ମୁୟ୍‌ଁ ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃରୁଲେ ।
३७फिलिप्पुस ने कहा, “यदि तू सारे मन से विश्वास करता है तो ले सकता है।” उसने उत्तर दिया, “मैं विश्वास करता हूँ कि यीशु मसीह परमेश्वर का पुत्र है।”
38 ଆରେକ୍‌ ବେଜୁ ରଃତ୍‌ ତେବାଉଁକେ କୟ୍‌ଲା । ତଃବେ ପିଲିପ୍ ଆର୍‌ ବେଜୁ ହାଣି ବିତ୍ରେ ଉତୁର୍ଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ ପିଲିପ୍ ତାକେ ବାପ୍ତିସମ୍‌ ଦିଲା ।
३८तब उसने रथ खड़ा करने की आज्ञा दी, और फिलिप्पुस और खोजा दोनों जल में उतर पड़े, और उसने उसे बपतिस्मा दिया।
39 ସେମଃନ୍ ହାଣି ବିତ୍ରେ ହୁଣି ବାରାୟ୍‌ ଆୟ୍‌ଲାକ୍‌ ମାପ୍ରୁ ଆତ୍ମା ପିଲିପକେ କେଣେ ଦଃରିଗଃଲି ଆରେକ୍‌ ବେଜୁ ଆର୍‌ ପିଲିପକେ ଦଃକୁ ନଃହାର୍‌ଲା, ଅୟ୍‌ଲେକ୍‌ ହେଁ ସେ ସଃର୍ଦା ଅୟ୍‌କଃରି ତାର୍‌ ବାଟେ ଗଃଲା ।
३९जब वे जल में से निकलकर ऊपर आए, तो प्रभु का आत्मा फिलिप्पुस को उठा ले गया, और खोजे ने उसे फिर न देखा, और वह आनन्द करता हुआ अपने मार्ग चला गया।
40 ମଃତର୍‌ ପିଲିପ୍ ଅସ୍‌ଦତ୍‌ ତଃୟ୍‌ ଦଃକାୟ୍‌ ଅୟ୍‌ଲା; ଆର୍‌ ସେ ଜଃଉଁଜଃଉଁ ଗଃଳେମଃନ୍ ଜିସୁର୍‌ ନିକ କବୁର୍‌ ପର୍ଚାର୍‌ କଃରି କାଇସରିଆ ତଃୟ୍‌ ହଚ୍‌ଲା ।
४०पर फिलिप्पुस अश्दोद में आ निकला, और जब तक कैसरिया में न पहुँचा, तब तक नगर-नगर सुसमाचार सुनाता गया।

< ପେରିତ୍‌ 8 >