< ପେରିତ୍‌ 4 >

1 ପିତର୍‌ ଆର୍‌ ଜହନ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ କଃତା କଃଉତାବଃଳ୍‌ ଜାଜକ୍‌ମଃନ୍ ମନ୍ଦିରାର୍‌ ହାଁଞ୍ଚ୍‌କଳି ସଃଇନ୍ ଉହ୍ରେ ବଃଡ୍ ସଃୟ୍‌ନ୍‌ ଆର୍‌ ସାଦୁକିମଃନ୍ ସେମଃନାର୍‌ ଚଃମେ ହଚ୍‌ଲାୟ୍‌,
जब पतरस और यूहन्ना लोगों से यह कह रहे थे, तो याजक और मन्दिर के सरदार और सदूकी उन पर चढ़ आए।
2 ସେମଃନ୍ ରିସା ଅୟ୍‌ରିଲାୟ୍‌, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ପେରିତ୍‌ମଃନ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍‌କେ ସିକ୍ୟା ଦେତି ରିଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ ଜିସୁର୍‌ କଃତାକ୍‌ ଦଃରି ମଃଲା ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଉଟ୍‌ତି ବଃଲି ପର୍ଚାର୍‌ କଃର୍ତି ରିଲାୟ୍‌ ।
वे बहुत क्रोधित हुए कि पतरस और यूहन्ना यीशु के विषय में सिखाते थे और उसके मरे हुओं में से जी उठने का प्रचार करते थे।
3 ଆର୍‌ ସେମଃନ୍ ପିତର୍‌ ଆର୍‌ ଜହନ୍‌କେ ଦଃରି ଆରେକ୍‌ ଗଟ୍‌ ଦିନ୍ ହଃତେକ୍‌ ଜଃଇଲେ ହୁରାୟ୍‌ଲାୟ୍‌, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ସଃଡେବଃଳ୍‌ ସଃଞ୍ଜ୍ ଅୟ୍‌ରିଲି ।
और उन्होंने उन्हें पकड़कर दूसरे दिन तक हवालात में रखा क्योंकि संध्या हो गई थी।
4 ମଃତର୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ସିକ୍ୟା ସୁଣିରିଲା ଗାଦେକ୍‌ ଲକ୍‌ ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ ଅଃଣ୍ଡ୍ରାଲକ୍‌ ହାଁଚ୍ ଅଃଜାର୍‌ ରିଲାୟ୍‌ ।
परन्तु वचन के सुननेवालों में से बहुतों ने विश्वास किया, और उनकी गिनती पाँच हजार पुरुषों के लगभग हो गई।
5 ତାର୍‌ ହଃଚାର୍‌ ଦିନ୍ ଜିଉଦିମଃନାର୍‌ ମୁଳିକା, ପାରାଚିନ୍ ଆର୍‌ ଦଃର୍ମ୍‌ ଗୁରୁମଃନ୍ ଜିରୁସାଲମେ ରୁଣ୍ଡ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
दूसरे दिन ऐसा हुआ कि उनके सरदार और पुरनिए और शास्त्री।
6 ସେତି ମୁଳ୍‌ ଜାଜକ୍‌ ହାନାନ୍, କୟାପା, ଜହନ୍‌, ଆଲେକ୍‌ଜେଣ୍ଡାର୍‌, ଆରେକ୍‌ ମୁଳ୍‌ ଜାଜକ୍‌ ବଃଉଁସାର୍‌ ସଃବୁ ଲକ୍‌କେ ବେଟ୍‌ ଅୟ୍‌ଲା ।
और महायाजक हन्ना और कैफा और यूहन्ना और सिकन्दर और जितने महायाजक के घराने के थे, सब यरूशलेम में इकट्ठे हुए।
7 ସେମଃନ୍ ପେରିତ୍‌ମଃନ୍‌କ୍‌ ମଃଜାୟ୍‌ ଟିଆ କଃରାୟ୍‌ ହଃଚାରୁକ୍‌ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌, “ତୁମି ଇରି କଃନ୍‌କଃରି କଃରୁଲାସ୍‌? କାର୍‌ ସଃକ୍ତିୟେ ଆର୍‌ କାର୍‌ ନାଉଁଏ ତୁମିମଃନ୍ ଇରି କଃରିଆଚାସ୍‌?”
और पतरस और यूहन्ना को बीच में खड़ा करके पूछने लगे, “तुम ने यह काम किस सामर्थ्य से और किस नाम से किया है?”
8 ସେତାକ୍‌ ପିତର୍‌ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମାୟ୍‌ ହୁର୍ନ୍‌ ଅୟ୍‌ ସେମଃନ୍‌କେ କୟ୍‌ଲା, “ଏ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ମୁଳିକା ଆର୍‌ ପାରାଚିନ୍‌ମଃନ୍ ।”
तब पतरस ने पवित्र आत्मा से परिपूर्ण होकर उनसे कहा,
9 ଜଦି ଆଜି ଅଃମିକ୍‌ ଇ ଚଟାକେ କଃରିରିଲା ନିକ କାମାର୍‌ ଗିନେ ହଃଚାର୍‌ଲାସ୍‌, ଆର୍‌ ସେ ଲକ୍‌ କଃନ୍‌କଃରି ଉଜ୍‌ ଅୟ୍‌ଆଚେ ବଃଲି ଜାଣୁକେ ମଃନ୍‌କଃରୁଲାସ୍‌ ।
“हे लोगों के सरदारों और प्राचीनों, इस दुर्बल मनुष्य के साथ जो भलाई की गई है, यदि आज हम से उसके विषय में पूछताछ की जाती है, कि वह कैसे अच्छा हुआ।
10 ତଃନ୍‌ଅଲେ ତୁମିମଃନ୍ ଆର୍‌ ସଃର୍ନେ ଇସ୍ରାଏଲ୍‌ ଲକ୍‌ ଜାଣତ୍‌ ଜୁୟ୍‌ ନାଜରିତାର୍‌ ଜିସୁ କ୍ରିସ୍ଟକେ ତୁମିମଃନ୍ କ୍ରୁସେ ମାରି ରିଲାସ୍‌, ତାକେ ଇସ୍ୱର୍‌ ମଃଲା ଲକାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଉଟାୟ୍‌ ଆଚେ, ତାର୍‌ ନାଉଁଏ ହେଁ ତାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଇ ଲକ୍‌ ଉଜ୍‌ ଅୟ୍‌ ତୁମିମଃନାର୍‌ ମୁଏଁ ଟିଆ ଅୟ୍‌ଆଚେ ।
१०तो तुम सब और सारे इस्राएली लोग जान लें कि यीशु मसीह नासरी के नाम से जिसे तुम ने क्रूस पर चढ़ाया, और परमेश्वर ने मरे हुओं में से जिलाया, यह मनुष्य तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है।
11 ଇ ଜିସୁର୍‌ ବିସୟେ ସାସ୍ତରେ ଲେକା ଆଚେ, ଗଃର୍‌ ବାନ୍ଦୁମଃନ୍‌ ଜୁୟ୍‌ ଟେଳାକେ ମଃନ୍ ନଃକେଲାୟ୍‌, ମଃତର୍‌ ସେରି କନାର୍‌ ମୁଳ୍‌ ଟେଳା ଅୟ୍‌ଲି, ଇରି ସେ ଟେଳା ।
११यह वही पत्थर है जिसे तुम राजमिस्त्रियों ने तुच्छ जाना और वह कोने के सिरे का पत्थर हो गया।
12 ତାକେ ଚାଡି କାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ମୁକ୍ତି ନାୟ୍‌, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ଜାର୍‌ତଃୟ୍‌ ଆମିମଃନ୍‌କେ ମୁକ୍‌ଳୁକ୍‌ ଅୟ୍‌ଦ୍‌, ଅଃଗାସ୍‌ ତଃଳେ, ମାନାୟ୍‌ମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ କାୟ୍‌ ନାଉଁ ଦିଆ ନୟେ ।
१२और किसी दूसरे के द्वारा उद्धार नहीं; क्योंकि स्वर्ग के नीचे मनुष्यों में और कोई दूसरा नाम नहीं दिया गया, जिसके द्वारा हम उद्धार पा सके।”
13 ସେମଃନ୍ ପିତର୍‌ ଆର୍‌ ଜହନାର୍‌ ସାସ୍‌ ଦଃକି ଆର୍‌ ସେମଃନ୍ ଜେ ସିକିତ୍‌ ନୟ୍‌ଲା ଲକ୍‌ ଆର୍‌ ଗ୍ୟାନ୍ ନୟ୍‌ଲା ଲକ୍‌, ଇରି ଜାଣି କାବା ଅୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ଆରେକ୍‌ ସେମଃନ୍ ଜିସୁର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ରିଲାୟ୍‌ ବଃଲି ସେମଃନ୍‌କେ ଚିନ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
१३जब उन्होंने पतरस और यूहन्ना का साहस देखा, और यह जाना कि ये अनपढ़ और साधारण मनुष्य हैं, तो अचम्भा किया; फिर उनको पहचाना, कि ये यीशु के साथ रहे हैं।
14 ଆର୍‌ ସେ ଉଜ୍‌ ଅୟ୍‌ଲା ଲକ୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ଟିଆ ଅୟ୍‌ରିଲାର୍‌ ଦଃକି ତାକାର୍‌ ବିରଦେ କାୟ୍‌ରି କଃଉଁକେ ନଃହାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
१४परन्तु उस मनुष्य को जो अच्छा हुआ था, उनके साथ खड़े देखकर, यहूदी उनके विरोध में कुछ न कह सके।
15 ତାର୍‌ହଃଚେ ସେମଃନ୍‌କେ ବେରାଣ୍ ମଃଣ୍ଡାୟ୍‌ ହୁଣି ବାରାୟ୍‌ ଜଃଉଁକେ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆର୍‌ ସେମଃନ୍ ତାକାର୍‌ ବିତ୍ରେ କଃତା ଅଃଉଁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌,
१५परन्तु उन्हें महासभा के बाहर जाने की आज्ञा देकर, वे आपस में विचार करने लगे,
16 “ଇ ଲକ୍‌ମଃନ୍‌କେ କାୟ୍‌କଃରୁଆଁ?” କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ବଃଲେକ୍‌ ଇମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଗଟେକ୍‌ ବଃଡ୍ କାବା ଅଃଉତା ଚିନ୍‌ମଃନ୍‌ ଅୟ୍‌ଆଚେ, “ଇରି ଜିରୁସାଲମାର୍‌ ସଃବୁ ଲକ୍‌ ଜାଣି ଆଚ୍‌ତି, ଅଃମିମଃନ୍‌ ସେରି ନାୟ୍‌ ବଃଲୁନାହାରୁ ।
१६“हम इन मनुष्यों के साथ क्या करें? क्योंकि यरूशलेम के सब रहनेवालों पर प्रगट है, कि इनके द्वारा एक प्रसिद्ध चिन्ह दिखाया गया है; और हम उसका इन्कार नहीं कर सकते।
17 ମଃତର୍‌ ଇ କଃତାକ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ଟାଣେ ଅଃଦିକ୍‌ ଉର୍ଜି ନଃଉଅ, ଇତାର୍‌ ଗିନେ ଜିସୁର୍‌ ନାଉଁଏ କାକେ ହେଁ ନଃକଉଁକେ ସେମଃନ୍‌କେ ଜଃଗ୍ରାତ୍‌ କଃରାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।”
१७परन्तु इसलिए कि यह बात लोगों में और अधिक फैल न जाए, हम उन्हें धमकाएँ, कि वे इस नाम से फिर किसी मनुष्य से बातें न करें।”
18 ହଃଚେ ପିତର୍‌ ଆର୍‌ ଜହନ୍‌କେ ଆରେକ୍‌ ବିତ୍ରେ କୁଦି ଜିସୁର୍‌ ନାଉଁଏ ମୁଳ୍‌କେ କଃତା ନଃକଉଁକେ ଆର୍‌ ସିକ୍ୟା ନଃଦେଉଁକେ ନିକକଃରି ଆଦେସ୍‌ ଦିଲାୟ୍‌ ।
१८तब पतरस और यूहन्ना को बुलाया और चेतावनी देकर यह कहा, “यीशु के नाम से कुछ भी न बोलना और न सिखाना।”
19 ମଃତର୍‌ ପିତର୍‌ ଆର୍‌ ଜହନ୍‌ ସେମଃନ୍‌କେ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଇସ୍ୱରାର୍‌ କଃତା ସୁଣ୍‌ତା ବାଦୁଲେ ତୁମିମଃନାର୍‌ କଃତା ସୁଣ୍‌ତାର୍‌ ମାପ୍ରୁର୍‌ ଆକାୟ୍‌ ଟିକ୍‌ କି ନାୟ୍‌, ସେରି ତୁମିମଃନ୍ ବିଚାର୍‌ କଃରି ଦଃକା ।
१९परन्तु पतरस और यूहन्ना ने उनको उत्तर दिया, “तुम ही न्याय करो, कि क्या यह परमेश्वर के निकट भला है, कि हम परमेश्वर की बात से बढ़कर तुम्हारी बात मानें?
20 କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ବଃଲେକ୍‌ ଅଃମିମଃନ୍‌ ଜାୟ୍‌ଜାୟ୍‌ରି ଦଃକିଆଚୁ ଆର୍‌ ସୁଣି ଆଚୁ, ସେରି ସଃବୁ ନଃକୟ୍‌କଃରି ରେଉଁନାହାରୁ ।”
२०क्योंकि यह तो हम से हो नहीं सकता, कि जो हमने देखा और सुना है, वह न कहें।”
21 ସେତାକ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ଗିନେ ସେମଃନ୍‌କେ ଡଃଣ୍ଡ୍‌ ଦେଉଁକ୍‌ କାୟ୍‌ ଉପାୟ୍‌ ନଃହାୟ୍‌ ସେମଃନ୍‌କେ ଚାଡି ଦିଲାୟ୍‌, ବଃଲେକ୍‌ ଜାୟ୍‌ରି ଗଃଟ୍‌ଲି ସେତାର୍‌ ଗିନେ ଲକ୍‌ ସଃବୁ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ଜଃଜ୍‌ମାନ୍ କଃରୁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌ ।
२१तब उन्होंने उनको और धमकाकर छोड़ दिया, क्योंकि लोगों के कारण उन्हें दण्ड देने का कोई कारण नहीं मिला, इसलिए कि जो घटना हुई थी उसके कारण सब लोग परमेश्वर की बड़ाई करते थे।
22 ଜୁୟ୍‌ ଲକାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ସେ ଉଜ୍‌ ଅୟ୍‌ଲା କାବା ଅଃଉତା ଚିନ୍‌ମଃନ୍‌ କଃରାଜାୟ୍‌ ରିଲି, ତାକେ ଚାଳିସ୍‌ ବଃର୍ସ୍‌ ହୁଣି ଅଃଦିକ୍‌ ଅୟ୍‌ରିଲି ।
२२क्योंकि वह मनुष्य, जिस पर यह चंगा करने का चिन्ह दिखाया गया था, चालीस वर्ष से अधिक आयु का था।
23 ପିତର୍‌ ଆର୍‌ ଜହନ୍‌ ଜଃଇଲେ ହୁଣି ମୁକୁଳ୍‌ଲା ହଃଚେ, ତାକାର୍‌ ଦଃଳେ ଗଃଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ ବଃଡ୍ ଜାଜକ୍‌ ଆର୍‌ ପାରାଚିନ୍‌ମଃନ୍ ସେମଃନ୍‌କେ ଜାୟ୍‌ ଜାୟ୍‌ରି କୟ୍‌ରିଲାୟ୍‌, ସେରି ସଃବୁ ଜାଣାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
२३पतरस और यूहन्ना छूटकर अपने साथियों के पास आए, और जो कुछ प्रधान याजकों और प्राचीनों ने उनसे कहा था, उनको सुना दिया।
24 ବିସ୍ୱାସି ମଃନ୍ ସେରି ସୁଣି ଏକ୍‌ମଃନେ ଇସ୍ୱର୍‌କେ ଆଉଲି ଅୟ୍‌ ପାର୍ତ୍‌ନା କଃରି କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଏ ମାପ୍ରୁ ତୁୟ୍‌ ଅଃଗାସ୍‌, ହୁର୍ତିବି, ସଃମ୍‌ନ୍ଦ୍ ଆର୍‌ ସେ ବିତ୍ରେ ଆଚ୍‌ତା ସଃବୁ ବିସୟ୍‌କେ ଉବ୍‌ଜାୟ୍‌ ଆଚ୍‌ସି ।
२४यह सुनकर, उन्होंने एक चित्त होकर ऊँचे शब्द से परमेश्वर से कहा, “हे प्रभु, तू वही है जिसने स्वर्ग और पृथ्वी और समुद्र और जो कुछ उनमें है बनाया।
25 ତୁୟ୍‌ ଅଃହ୍‌ଣାର୍‌ ଦଃଙ୍ଗ୍‌ଳା ଅଃମାର୍‌ ଉବା ଦାଉଦାର୍‌ ମୁଏଁ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମାୟ୍‌ ଇ କଃତା କୟ୍‌ଆଚ୍‌ସି ।” “ଅଜିଉଦିମଃନ୍‌ କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ରିସା ଅୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ସୁନେ ସୁନେ କୁଟ୍‌କଃଲାୟ୍‌ ।”
२५तूने पवित्र आत्मा के द्वारा अपने सेवक हमारे पिता दाऊद के मुख से कहा, ‘अन्यजातियों ने हुल्लड़ क्यों मचाया? और देश-देश के लोगों ने क्यों व्यर्थ बातें सोची?
26 ମାପ୍ରୁର୍‌ ବିରଦେ ଆର୍‌ ତାର୍‌ ବାଚ୍‌ଲା ଲକାର୍‌ ଆର୍‌ ମଃସିଆ ବିରଦେ ହୁର୍ତିବିର୍‌ ରଃଜାମଃନ୍ ଟିଆ ଅୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ଆରେକ୍‌ ସାସନ୍‌ କଃରୁମଃନ୍‌ ରୁଣ୍ଡ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
२६प्रभु और उसके अभिषिक्त के विरोध में पृथ्वी के राजा खड़े हुए, और हाकिम एक साथ इकट्ठे हो गए।’
27 “କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ତୁମାର୍‌ ଜୁୟ୍‌ ପବିତ୍ର ଦଃଙ୍ଗ୍‌ଳା ଜିସୁକେ ଅବିସେକ୍‌ କଃଲିସ୍‌ ସଃତ୍‌କଃରି ତାର୍‌ ବିରଦେ ହେରଦ୍‌ ରଃଜା ଆର୍‌ ପନ୍ତିଅପିଲାତ୍‌ ଜୁଳେକ୍‌ ଅଜିଉଦିମଃନ୍‌ ଆର୍‌ ଇସ୍ରାଏଲ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ଇ ଗଃଳେ,
२७“क्योंकि सचमुच तेरे पवित्र सेवक यीशु के विरोध में, जिसे तूने अभिषेक किया, हेरोदेस और पुन्तियुस पिलातुस भी अन्यजातियों और इस्राएलियों के साथ इस नगर में इकट्ठे हुए,
28 ତୁମାର୍‌ ସଃକ୍ତି ଆର୍‌ ତୁମାର୍‌ ଇଚା ହଃର୍କାରେ ଜୁଣ୍ ସଃବୁକଃତା ଗଃଟେଦ୍‌ ବଃଲି ହୁର୍ବେ ତିରକ୍‌ରା ଅୟ୍‌ରିଲି ସେରି କଃରୁକେ ଗଟେକ୍‌ତଃୟ୍‌ ରୁଣ୍ଡ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
२८कि जो कुछ पहले से तेरी सामर्थ्य और मति से ठहरा था वही करें।
29 ଆର୍‌ ଅଃବେ ଏ ମାପ୍ରୁ ସେମଃନାର୍‌ ଉଳ୍‌ତାର୍‌ ଆର୍‌ ଗଃର୍ଞ୍ଜାଣ୍‌କେ ଦଃକ୍‌ ଆରେକ୍‌ ତର୍‌ ଗତିଦଃଙ୍ଗ୍‌ଳାମଃନ୍‌ ହୁରା ହୁସ୍ଟିସଃଙ୍ଗ୍ ତର୍‌ କଃତା କଃଉଁକେ ସାସ୍‌ ଦେ ।
२९अब हे प्रभु, उनकी धमकियों को देख; और अपने दासों को यह वरदान दे कि तेरा वचन बड़े साहस से सुनाएँ।
30 ଆର୍‌ ତାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ତର୍‌ ପବିତ୍ର ଦଃଙ୍ଗ୍‌ଳା ଜିସୁର୍‌ ନାଉଁଏ ଉଜ୍‌ କଃରୁକେ ଆର୍‌ ଚିନ୍ ଆର୍‌ କାବା ଅଃଉତା କାମ୍‌ମଃନ୍‌ କଃରୁକେ ତର୍‌ ଆତ୍‌ ମେଲାକଃର୍‌ ।”
३०और चंगा करने के लिये तू अपना हाथ बढ़ा कि चिन्ह और अद्भुत काम तेरे पवित्र सेवक यीशु के नाम से किए जाएँ।”
31 ସେମଃନ୍ ପାର୍ତ୍‌ନା କଃଲା ହଃଚେ ଜୁୟ୍‌ତି ରୁଣ୍ଡି ରିଲାୟ୍‌ ସେଟାଣ୍ ଲଃଦ୍‌ବଃଦି ଗଃଲି, ଆରେକ୍‌ ସଃବୁଲକ୍‌ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମାୟ୍‌ ହୁର୍ନ୍‌ଅୟ୍‌ ବଃଡେ ସାସେ ଇସ୍ୱରାର୍‌ କଃତା କଃଉଁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌ ।
३१जब वे प्रार्थना कर चुके, तो वह स्थान जहाँ वे इकट्ठे थे हिल गया, और वे सब पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो गए, और परमेश्वर का वचन साहस से सुनाते रहे।
32 ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃର୍ତା ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଗଟେକ୍‌ ମଃନ୍ ଆର୍‌ ଗଟେକ୍‌ ହଃରାଣ୍ ଅୟ୍‌ ରେତିରିଲାୟ୍‌, ସେମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ କେ ହେଁ ଅଃହ୍‌ଣାର୍‌ ଦଃନ୍‌କେ ନିଜାର୍‌ ବଃଲି କୟ୍‌ ନଃକେର୍ତି ରିଲାୟ୍‌, ମଃତର୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ସଃବୁ ଦଃନାର୍‌ ସଃମାନ୍ ବାଗ୍ ହାଉତିରିଲାୟ୍‌ ।
३२और विश्वास करनेवालों की मण्डली एक चित्त और एक मन की थी, यहाँ तक कि कोई भी अपनी सम्पत्ति अपनी नहीं कहता था, परन्तु सब कुछ साझे का था।
33 ପେରିତ୍‌ମଃନ୍‌ ବଃଡେ ସଃକ୍ତିର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ଜିସୁର୍‌ ଉଟ୍‌ଲା ବିସୟେ ସାକି ଦେଉଁକ୍‌ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌, ଆର୍‌ ସଃବ୍‌କାର୍‌ ଉହ୍ରେ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ବଃଡେ ଦଃୟା ରିଲି ।
३३और प्रेरित बड़ी सामर्थ्य से प्रभु यीशु के जी उठने की गवाही देते रहे और उन सब पर बड़ा अनुग्रह था।
34 ବଃଲେକ୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ କାର୍‌ କାୟ୍‌ରି ଅକେଟ୍‌ ନଃରିଲି, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ଜଃତେକ୍‌ ଲକାର୍‌ ବୁୟ୍‌ଁ ଆର୍‌ ଗଃର୍‌ ରିଲି ସେମଃନ୍ ସେରି ବିକି ସଃର୍ନେ ଟଃକା ଆଣ୍‌ତି ରିଲାୟ୍‌,
३४और उनमें कोई भी दरिद्र न था, क्योंकि जिनके पास भूमि या घर थे, वे उनको बेच-बेचकर, बिकी हुई वस्तुओं का दाम लाते, और उसे प्रेरितों के पाँवों पर रखते थे।
35 ଆର୍‌ ପେରିତ୍‌ମଃନ୍‌କ୍‌ ଦେତି ରିଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ ହଃତି ଲକ୍‌କେ ତାର୍‌ ଲଳା ହଃର୍କାରେ ବାଟା କଃରାଅଉତିରିଲି ।
३५और जैसी जिसे आवश्यकता होती थी, उसके अनुसार हर एक को बाँट दिया करते थे।
36 ଆରେକ୍‌ ଜସେପ୍ ଲେବି ବଃଉଁସେ ଜଃଲମ୍‌ ଗଟେକ୍‌ ସାଇପ୍ରସ୍‌ ନାଉଁଆର୍‌ ଟାଣ୍ ଲକ୍‌ ଜାକେ ପେରିତ୍‌ମଃନ୍‌ ବର୍ନବା ବଃଲି ଆରେକ୍‌ ଗଟ୍‌ ନାଉଁ ସଃଙ୍ଗାୟ୍‌ ରିଲାୟ୍‌, ବଃଲେକ୍‌ “ଗଟ୍‌ଲକ୍‌ ଜେକି ସାସ୍‌ ଦଃୟ୍‌ଦ୍‌ ।”
३६और यूसुफ नामक, साइप्रस का एक लेवी था जिसका नाम प्रेरितों ने बरनबास अर्थात् (शान्ति का पुत्र) रखा था।
37 ତାର୍‌ କଃଣ୍ଡେକ୍‌ ବୁୟ୍‌ଁ ରିଲି ସେ ବୁଇଁକେ ବିକିକଃରି ସଃବୁ ଟଃକା ପେରିତ୍‌ମଃନ୍‌କ୍‌ ଆଣି ଦିଲା ।
३७उसकी कुछ भूमि थी, जिसे उसने बेचा, और दाम के रुपये लाकर प्रेरितों के पाँवों पर रख दिए।

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