< मत्ती 18 >
1 तीहयी टेमे चेला ईसुन्तां आवीन पुछ्या, ह़रग राज मे आखा सी मोटु कोय से?
2 ईसु एक नान्लु सोरु ने बोलायो अने तीने तीमनी वच मे उबो कर्यो,
3 अने केदो, मे तमने ह़ाचलीन केम, कदी तमु नी फीरो अने सोरान तेम नी बणो, तां तक ह़रग राज मे नी भराय सके।
4 एतरे जे कोय बी आह़फा ने आहयु नान्लु सोरुन तेम नीचळो बणावहे, तीहयो ह़रग राज मे आखा करते मोटो रेहे।
5 अने जे कोय बी मारा नामे आवु नान्लु सोरु नो आव-भाव करे तीहयो मारोत आव-भाव करे।
6 जे कोय मारी पोर भरहो करवा वाळा आहया नान्ला मेना एक जुगु बी पाप नो जपाप बणे, तीनी जुगु आहयुत वारु से के तीना गळा मे घट्टी नो मोट्लो पोड़ बांदीन दर्या मे नाख देवा जोवे।
7 आहयी कळी ना माणहु जुगु घणी दुख नी वात से, जे भगवान ना माणहु ने पाप मे पाड़वा नो जपाप बणे। पाप मे पड़वा नी पारख ते आया करहे, पण तीहया माणेह जुगु बी घणी दुख नी वात से, जे बीजा जुगु पाप नो जपाप बणे।
8 कदीम तमारो हात नीता तमारो पोग तमारी जुगु पाप नो जपाप बणे! ता तीने तोड़ीन नाख देवो। वारु आहयुत से के तमु लुल्ला नीता लंगड़ा हय्न बी अमरकाय अने जलमकी जीवाय हात कर लेवो, नीता कंखर माय्न आसम नी हय जाय के बेम हात अने बेम पोग रीन बी, तमु नी ओलायवा वाळी आक्ठी मे नखाय जावो। (aiōnios )
9 अने कदीम तमारो डोळो तमारी जुगु पाप नो ठोकर बणे, ता तीने काडीन नाख देवो। वारु ते आहयुत से के तमु काण्या हय्न बी, अमरकाय जीवाय हात कर लेवो, नीता कंखर माय्न आसम नी हय जाय के तमारा बेम डोळा हय्न बी, तमु नरक-आक्ठी मे नखाय जावो। (Geenna )
10 चेतीन रेवो! जे मारी पोर भरहो करे, तीमनी मे जे नान्ला से, तीमने बी तमु हेटा नी ह़मज्जो। काहाके मे तमने देखाड़ु के ह़रग मे आमना ह़रगदुत आमनी जुगु मारा बाह नी अगळ वीन्ती करवा नी लेदे हमेसा हजुर रेय।
11 मनख्या नो सोरो खोवाय जेला से, तीमने ह़ोदवा करीन आवलो से।
12 तमारो ह़ु वीच्यार से? मान लेवो कदीम कोयना एक ह़ोव गाडरा हय, अने तीमनी मेनु एक खोवाय जाय, ता तीहयो एक कम ह़ोव गाडरा ने बड़ी पोर रेवा दीन, तीहयु खोवायलु गाडरु ने ह़ोदवा नी जाय ह़ु?
13 अने कदीम तीहयु जड़ जाय ता मे ह़ाचलीन केम, के तीहयो तीहया एक कम ह़ोव गाडरान करते एतरो खुस नी हये, जेतरो खुस आहया जड़लु गाडरुन करता हयहे।
14 आसमेत तमारा ह़रग वाळा बाह नी आहयी मरजी से के तीनी पोर भरहो करे तीमनी नान्ला मे गेथो एक बी भगवान गेथो सेटो हयवा नी जोवे।
15 कदीम तारो भाय तारा वीरोद मे पाप करे, ता तीने एखलो ली जाय्न ईसम पाप नी करवा जोवे, करीन ह़मजाड़ देवो, अने कदीम तीहयो तमारी वात मानीन भगवान वगे वळ जाय, ता तमु तमारा भाय ने बचाड़ लेदा केवाये।
16 कदीम तीहयो तमारी वात नी माने, ता अळी एक नीता बे जणा ने ह़ाते ली जावो, काहाके बे नीता तीन गवा नी लारे तीहयी आखी वात पुरी हय जाय।
17 कदीम तीहयो तीमनी बी नी ह़मळे, ता मंडळी ने की देवो, अने कदीम तीहयो मंडळी नी बी नी ह़मळे, ता तीने आड़जात्या नी अने फाळो लेवा वाळान तेम ह़मजो।
18 मे तमने ह़ाचलीन केम, तमु जे धरती पोर बांदहु तीहयी ह़रग मे बी बंदायहे, अने जे कंय धरती पोर छोड़हु तीहयु ह़रग मे बी छुटहे।
19 अळी मे तमने ह़ाचलीन केम, कदीम धरती पोर तमारी मे बे जणा एक-मन्या हय्न कंय बी मांगहे, ता तीहयु तीमने मारा ह़रग वाळा बाह वगे गेथु जड़हे;
20 काहाके जां बी बे जणा नीता तीन जणा मारा नाम सी भेळा हये, तां ह़ारीक मे तीमनी वच मे हजुर रेम।
21 ता पतरस ह़ाते आवीन ईसु ने केदो, मालीक! कदीम मारो भाय मारा वीरोद मे गुनो करतोत जाय, ता तीने मे केतरी कावा माफी आपु? ह़ात कावा लग माफी आपु ह़ु?
22 ईसु तीने केदो, “मे तने आहयु नी केतो, के ह़ात काव पण ह़ात कावा ना सत्तर गुणा तक।”
23 एतरे ह़रगे नु राज तीहया राजा ह़रकु से, जे आह़फा ना पावर्या नो लेखो लेवा हींड्यो।
24 जत्यार तीहयो लेखो लेवा बाज ज्यो, ता एक जणा ने तीनी अगळ लायो जे करोड़ो रुप्या नो करजा वाळो हतो।
25 जत्यार तीनी पांह करजो छुटवा जुगु कंय नी हतु, ता तीनो मालीक केदो, “आने अने आनी लाडी अने सोरा ने अने जे कंय आनु से आखु वेच देवो, अने तीहयो करजो छुटे।”
26 आहयु देखीन तीहयो पावर्यो पड़ीन तीने वांद्यो, अने केदो, “ए मालीक, दम धर, मे आखु कंय छुट देही।
27 तत्यार तीहया पावर्या नो मालीक तीनी पोर गीण करीन तीने सोड़ देदो, अने तीनो करजो माफ कर देदो।”
28 पण जत्यार तीहयो पावर्यो बारो नीकळ्यो, ता तीना ह़ाती पावर्या मेनो एक तीने भेट्यो, जे तीनी पांह ह़ोव दीनार करजो लेदलो हतो; तीहयो तीने धर लेदो अने गळु चमदीन केदो, “जे कंय तु मारी पांह गेथो करजो लेदलो से तीहयो आप दे।”
29 ता तीहयो पावर्यो तीना ह़ाती पावर्या ना पोगु पड़ीन वीन्ती करवा बाज ज्यो; दम धर मे आखु भर देही।
30 पण तीहयो पावर्यो नी मान्यो, अने तीने ली जाय्न जेल मे कुंड देदो; के तीहयो जत्यार तक करजो नी छुट जाय तांह तक तीहयो तांत रेय।
31 तीना ह़ाते वाळा बीजा पावर्या आहयु देखीन घणा नराज हय ज्या अने जाय्न ह़ु-ह़ु हयु तीहयु आखु तीमना मालीक ने देखाड़ देदा।
32 तत्यार तीनो मालीक तीने बोलावीन केदो, “ए वेरी चाकर्या, तु जे मारी पांह वीन्ती कर्यो, ता मे ते तारो पुरो करजो माफ कर्यो।”
33 एतरे जेम मे तारी पोर दया कर्यो, तेमेत ह़ु तने तारा ह़ाते वाळा पावर्या पोर दया नी करवा जोवे ह़ु?
34 अने तीनो मालीक खीजवाय्न तीने डंड आपवा वाळा ना हात मे ह़ोप देदो, के जत्यार तक तीहयो आखो करजो छुटी नी जाय, तांह तक तीना हात मे रेय।
35 “आहयीत रीते कदीम तमारी माय्न आखा आह़फा ना भाय ने मन सी माफ नी करे, ता मारो बाह जे ह़रग मे से, तमारी ह़ाते बी आसमेत करहे।”