< رُوما 16 >

وَأُوْصِيكُمْ بِفِيبِي أُخْتِنَا الْخَادِمَةِ فِي كَنِيسَةِ كَنْخِرِيَا. ١ 1
मैं तुम से फीबे के लिए, जो हमारी बहन और किंख्रिया की कलीसिया की सेविका है, विनती करता हूँ।
اقْبَلُوهَا فِي الرَّبِّ قُبُولاً يَلِيقُ بِالْقِدِّيسِينَ وَقَدِّمُوا لَهَا أَيَّ عَوْنٍ تَحْتَاجُ إِلَيْهِ مِنْكُمْ، لأَنَّهَا كَانَتْ مُعِينَةً لِكَثِيرِينَ وَلِي أَنَا أَيْضاً. ٢ 2
कि तुम जैसा कि पवित्र लोगों को चाहिए, उसे प्रभु में ग्रहण करो; और जिस किसी बात में उसको तुम से प्रयोजन हो, उसकी सहायता करो; क्योंकि वह भी बहुतों की वरन् मेरी भी उपकारिणी हुई है।
سَلِّمُوا عَلَى بِرِيسْكِلّا وَأَكِيلا، مُعَاوِنَيَّ فِي خِدْمَةِ الْمَسِيحِ يَسُوعَ، ٣ 3
प्रिस्का और अक्विला को जो यीशु में मेरे सहकर्मी हैं, नमस्कार।
اللَّذَيْنِ عَرَّضَا عُنُقَيْهِمَا لِلذَّبْحِ إِنْقَاذاً لِحَيَاتِي، وَلَسْتُ أَنَا وَحْدِي شَاكِراً لَهُمَا بَلْ جَمِيعُ كَنَائِسِ الأُمَمِ أَيْضاً. ٤ 4
उन्होंने मेरे प्राण के लिये अपना ही सिर दे रखा था और केवल मैं ही नहीं, वरन् अन्यजातियों की सारी कलीसियाएँ भी उनका धन्यवाद करती हैं।
وَسَلِّمُوا عَلَى الْكَنِيسَةِ الَّتِي فِي بَيْتِهِمَا. سَلِّمُوا عَلَى أَبَيْنِتُوسَ، حَبِيبِي الَّذِي هُوَ بَاكُورَةٌ لِلْمَسِيحِ مِنْ مُقَاطَعَةِ أَسِيَّا. ٥ 5
और उस कलीसिया को भी नमस्कार जो उनके घर में है। मेरे प्रिय इपैनितुस को जो मसीह के लिये आसिया का पहला फल है, नमस्कार।
سَلِّمُوا عَلَى مَرْيَمَ الَّتِي أَجْهَدَتْ نَفْسَهَا كَثِيراً فِي خِدْمَتِنَا مِنْ قِبَلِكُمْ. ٦ 6
मरियम को जिसने तुम्हारे लिये बहुत परिश्रम किया, नमस्कार।
سَلِّمُوا عَلَى أَنْدَرُونِيكُوسَ وَيُونِيَاسَ، قَرِيبَيَّ اللَّذَيْنِ سُجِنَا مَعِي، وَهُمَا مَشْهُورَانِ بَيْنَ الرُّسُلِ، وَقَدْ كَانَا فِي الْمَسِيحِ قَبْلِي. ٧ 7
अन्द्रुनीकुस और यूनियास को जो मेरे कुटुम्बी हैं, और मेरे साथ कैद हुए थे, और प्रेरितों में नामी हैं, और मुझसे पहले मसीही हुए थे, नमस्कार।
سَلِّمُوا عَلَى أَمْبِلْيَاسَ، حَبِيبِي فِي الرَّبِّ. ٨ 8
अम्पलियातुस को, जो प्रभु में मेरा प्रिय है, नमस्कार।
سَلِّمُوا عَلَى أُورْبَانُوسَ، مُعَاوِنِنَا فِي خِدْمَةِ الْمَسِيحِ، وَعَلَى إِسْتَاخِيسَ، حَبِيبِي. ٩ 9
उरबानुस को, जो मसीह में हमारा सहकर्मी है, और मेरे प्रिय इस्तखुस को नमस्कार।
سَلِّمُوا عَلَى أَبُلِّسَ، الَّذِي بَرْهَنَ عَنْ ثَبَاتِهِ فِي الْمَسِيحِ. سَلِّمُوا عَلَى ذَوِي أَرِسْتُوبُولُوسَ. ١٠ 10
१०अपिल्लेस को जो मसीह में खरा निकला, नमस्कार। अरिस्तुबुलुस के घराने को नमस्कार।
سَلِّمُوا عَلَى هِيرُودِيُونَ، قَرِيبِي. سَلِّمُوا عَلَى ذَوِي نَرْكِيسُوسَ الَّذِينَ فِي الرَّبِّ. ١١ 11
११मेरे कुटुम्बी हेरोदियोन को नमस्कार। नरकिस्सुस के घराने के जो लोग प्रभु में हैं, उनको नमस्कार।
سَلِّمُوا عَلَى تَرِيفَيْنَا وَتَرِيفُوسَا اللَّتَيْنِ تُجْهِدَانِ نَفْسَيْهِمَا فِي خِدْمَةِ الرَّبِّ. سَلِّمُوا عَلَى بَرْسِيسَ الْمَحْبُوبَةِ، الَّتِي أَجْهَدَتْ نَفْسَهَا كَثِيراً فِي خِدْمَةِ الرَّبِّ. ١٢ 12
१२त्रूफैना और त्रूफोसा को जो प्रभु में परिश्रम करती हैं, नमस्कार। प्रिय पिरसिस को जिसने प्रभु में बहुत परिश्रम किया, नमस्कार।
سَلِّمُوا عَلَى رُوفُسَ الْمُخْتَارِ فِي الرَّبِّ، وَعَلَى أُمِّهِ الَّتِي هِيَ أُمٌّ لِي. ١٣ 13
१३रूफुस को जो प्रभु में चुना हुआ है, और उसकी माता को जो मेरी भी है, दोनों को नमस्कार।
سَلِّمُوا عَلَى أَسِينْكِرِيتُسَ، وَفِلِيغُونَ، وَهَرْمِسَ، وَبَتْرُوبَاسَ، وَهَرْمَاسَ، وَعَلى الإِخْوَةِ الَّذِينَ مَعَهُمْ. ١٤ 14
१४असुंक्रितुस और फिलगोन और हिर्मेस, पत्रुबास, हर्मास और उनके साथ के भाइयों को नमस्कार।
سَلِّمُوا عَلَى فِيلُولُوغُوسَ، وَجُولِيَا، وَنِيرِيُوسَ، وَأُخْتِهِ، وَأُولُمْبَاسَ، وَعَلَى جَمِيعِ الْقِدِّيسِينَ الَّذِينَ مَعَهُمْ. ١٥ 15
१५फिलुलुगुस और यूलिया और नेर्युस और उसकी बहन, और उलुम्पास और उनके साथ के सब पवित्र लोगों को नमस्कार।
سَلِّمُوا بَعْضُكُمْ عَلَى بَعْضٍ بِقُبْلَةٍ مُقَدَّسَةٍ. تُسَلِّمُ عَلَيْكُمْ جَمِيعُ كَنَائِسِ الْمَسِيحِ. ١٦ 16
१६आपस में पवित्र चुम्बन से नमस्कार करो: तुम को मसीह की सारी कलीसियाओं की ओर से नमस्कार।
وَلكِنْ، أُنَاشِدُكُمْ، أَيُّهَا الإِخْوَةُ، أَنْ تَنْتَبِهُوا إِلَى مُثِيرِي الانْقِسَامَاتِ وَالْعَثَرَاتِ، خِلافاً لِلتَّعْلِيمِ الَّذِي تَعَلَّمْتُمْ، وَأَنْ تَبْتَعِدُوا عَنْهُمْ. ١٧ 17
१७अब हे भाइयों, मैं तुम से विनती करता हूँ, कि जो लोग उस शिक्षा के विपरीत जो तुम ने पाई है, फूट डालने, और ठोकर खिलाने का कारण होते हैं, उनसे सावधान रहो; और उनसे दूर रहो।
فَإِنَّ أَمْثَالَ هَؤُلاءِ لَا يَخْدِمُونَ رَبَّنَا يَسُوعَ الْمَسِيحَ بَلْ بُطُونَهُمْ، وَبِكَلِمَاتِهِمِ الطَّيِّبَةِ وَأَقْوَالِهِمِ الْمَعْسُولَةِ يُضَلِّلُونَ قُلُوبَ الْبُسَطَاءِ. ١٨ 18
१८क्योंकि ऐसे लोग हमारे प्रभु मसीह की नहीं, परन्तु अपने पेट की सेवा करते है; और चिकनी चुपड़ी बातों से सीधे सादे मन के लोगों को बहका देते हैं।
إِنَّ خَبَرَ طَاعَتِكُمْ قَدْ بَلَغَ الْجَمِيعَ. وَلِذلِكَ أَفْرَحُ بِكُمْ، وَلكِنْ أُرِيدُ لَكُمْ أَنْ تَكُونُوا حُكَمَاءَ فِي مَا هُوَ خَيْرٌ، وَبُسَطَاءَ فِي مَا هُوَ شَرٌّ. ١٩ 19
१९तुम्हारे आज्ञा मानने की चर्चा सब लोगों में फैल गई है; इसलिए मैं तुम्हारे विषय में आनन्द करता हूँ; परन्तु मैं यह चाहता हूँ, कि तुम भलाई के लिये बुद्धिमान, परन्तु बुराई के लिये भोले बने रहो।
وَإِلَهُ السَّلامِ سَيَسْحَقُ الشَّيْطَانَ تَحْتَ أَقْدَامِكُمْ سَرِيعاً. لِتَكُنْ نِعْمَةُ رَبِّنَا يَسُوعَ الْمَسِيحِ مَعَكُمْ. ٢٠ 20
२०शान्ति का परमेश्वर शैतान को तुम्हारे पाँवों के नीचे शीघ्र कुचल देगा। हमारे प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह तुम पर होता रहे।
يُسَلِّمُ عَلَيْكُمْ تِيمُوثَاوُسُ مُعَاوِنِي، وَلُوكِيُوسُ وَيَاسُونُ وسُوسِيبَاتْرُسُ أَقْرِبَائِي. ٢١ 21
२१तीमुथियुस मेरे सहकर्मी का, और लूकियुस और यासोन और सोसिपत्रुस मेरे कुटुम्बियों का, तुम को नमस्कार।
وَأَنَا، تَرْتِيُوسَ الَّذِي أَخُطُّ هذِهِ الرِّسَالَةَ، أُسَلِّمُ عَلَيْكُمْ فِي الرَّبِّ. ٢٢ 22
२२मुझ पत्री के लिखनेवाले तिरतियुस का प्रभु में तुम को नमस्कार।
يُسَلِّمُ عَلَيْكُمْ غَايُوسُ، الْمُضِيفُ لِي وَلِلْكَنِيسَةِ كُلِّهَا. يُسَلِّمُ عَلَيْكُمْ أَرَاسْتُسُ، أَمِينُ صُنْدُوقِ الْمَدِينَةِ، وَالأَخُ كُوَارْتُسُ. ٢٣ 23
२३गयुस का जो मेरी और कलीसिया का पहुनाई करनेवाला है उसका तुम्हें नमस्कार: इरास्तुस जो नगर का भण्डारी है, और भाई क्वारतुस का, तुम को नमस्कार।
«لِتَكُنْ نِعْمَةُ رَبِّنَا يَسُوعَ الْمَسِيحِ مَعَكُمْ. آمِينَ!» ٢٤ 24
२४हमारे प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह तुम पर होता रहे। आमीन।
وَالْمَجْدُ لِلْقَادِرِ أَنْ يُثَبِّتَكُمْ، وَفْقاً لإِنْجِيلِي وَلِلْبِشَارَةِ بِيَسُوعَ الْمَسِيحِ، وَوَفْقاً لإِعْلانِ مَا كَانَ سِرّاً مَكْتُوماً مَدَى الأَزْمِنَةِ الأَزَلِيَّةِ، (aiōnios g166) ٢٥ 25
२५अब जो तुम को मेरे सुसमाचार अर्थात् यीशु मसीह के विषय के प्रचार के अनुसार स्थिर कर सकता है, उस भेद के प्रकाश के अनुसार जो सनातन से छिपा रहा। (aiōnios g166)
وَلكِنْ أُذِيعَ الآنَ، بِأَمْرِ اللهِ الأَزَلِيِّ فِي الْكِتَابَاتِ النَّبَوِيَّةِ، عَلَى جَمِيعِ الأُمَمِ لأَجْلِ إِطَاعَةِ الإِيمَانِ؛ (aiōnios g166) ٢٦ 26
२६परन्तु अब प्रगट होकर सनातन परमेश्वर की आज्ञा से भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकों के द्वारा सब जातियों को बताया गया है, कि वे विश्वास से आज्ञा माननेवाले हो जाएँ। (aiōnios g166)
الْمَجْدُ لِلهِ إِلَى الأَبَدِ، الْحَكِيمِ وَحْدَهُ، بِيَسُوعَ الْمَسِيحِ. آمِين! (aiōn g165) ٢٧ 27
२७उसी एकमात्र अद्वैत बुद्धिमान परमेश्वर की यीशु मसीह के द्वारा युगानुयुग महिमा होती रहे। आमीन। (aiōn g165)

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