< المَزامِير 87 >
مَزْمُورٌ لِبَنِي قُورَحَ. تَسْبِيحَةٌ أَسَّسَ اللهُ الْمَدِينَةَ عَلَى الْجِبَالِ الْمُقَدَّسَةِ. | ١ 1 |
कोराह के पुत्रों की रचना. एक स्तोत्र. एक गीत. पवित्र पर्वत पर उन्होंने अपनी नींव डाली है;
أَحَبَّ الرَّبُّ أَبْوَابَ صِهْيَوْنَ أَكْثَرَ مِنْ جَمِيعِ مَسَاكِنِ بَنِي يَعْقُوبَ. | ٢ 2 |
याकोब के समस्त आवासों की अपेक्षा, याहवेह को ज़ियोन के द्वार कहीं अधिक प्रिय हैं.
يَتَحَدَّثُونَ عَنْكِ بِأُمُورٍ مَجِيدَةٍ يَا مَدِينَةَ اللهِ. | ٣ 3 |
परमेश्वर के नगर, तुम्हारे विषय में यशस्वी बातें लिखी गई हैं,
أَذْكُرُ مِصْرَ وَبَابِلَ بَيْنَ الَّذِينَ يَعْرِفُونَنِي، وَكَذَلِكَ فَلَسْطِينَ وَصُورَ مَعَ الْحَبَشَةِ، فَيَقُولُونَ: هَذَا وُلِدَ فِي صِهْيَوْنَ. | ٤ 4 |
“अपने परिचितों के मध्य मैं राहाब और बाबेल का लेखा करूंगा, साथ ही फिलिस्तिया, सोर और कूश का भी, और फिर मैं कहूंगा, ‘यही है वह, जिसकी उत्पत्ति ज़ियोन में हुई है.’”
حَقّاً عَنْ صِهْيَوْنَ يَقُولُونَ: «هَذَا الإِنْسَانُ وَهَذَا الإِنْسَانُ وُلِدَ فِيهَا، وَالْعَلِيُّ يُثَبِّتُهَا». | ٥ 5 |
ज़ियोन के विषय में यही घोषणा की जाएगी, “इसका भी जन्म ज़ियोन में हुआ और उसका भी, सर्वोच्च परमेश्वर ही ने ज़ियोन को बसाया है.”
يُدَوِّنُ الرَّبُّ فِي سِجِلِّ إِحْصَاءِ الشُّعُوبِ أَنَّ هَذَا وُلِدَ هُنَاكَ. | ٦ 6 |
याहवेह अपनी प्रजा की गणना करते समय लिखेगा: “इसका जन्म ज़ियोन में हुआ था.”
الْمُرَنِّمُونَ وَالْعَازِفُونَ عَلَى السَّوَاءِ يَقُولُونَ: «فِيكِ كُلُّ يَنَابِيعِ سُرُورِي». | ٧ 7 |
संगीत की संगत पर वे गाएंगे, “तुम्हीं में मेरे आनंद का समस्त उगम हैं.”