< المَزامِير 29 >

لِدَاوُدَ قَدِّمُوا لِلرَّبِّ يَا أَبْنَاءَ اللهِ، قَدِّمُوا لِلرَّبِّ مَجْداً وَعِزّاً. ١ 1
ऐ फ़रिश्तों की जमा'त ख़ुदावन्द की, ख़ुदावन्द ही की तम्जीद — ओ — ता'ज़ीम करो।
قَدِّمُوا لِلرَّبِّ مَجْداً لاِسْمِهِ. اسْجُدُوا لِلرَّبِّ بِثَوْبِ الإِجْلالِ وَالْقَدَاسَةِ. ٢ 2
ख़ुदावन्द की ऐसी तम्जीद करो, जो उसके नाम के शायाँ है। पाक आराइश के साथ ख़ुदावन्द को सिज्दा करो।
هُوَذَا صَوْتُ الرَّبِّ يُدَوِّي فَوْقَ الْمِيَاهِ. إِلَهُ الْمَجْدِ أَرْعَدَ. مَجْدُ الرَّبِّ فَوْقَ الْمِيَاهِ الْغَزِيرَةِ. ٣ 3
ख़ुदावन्द की आवाज़ बादलों पर है; ख़ुदा — ए — जुलजलाल गरजता है, ख़ुदावन्द पानी से भरे बादलों पर है।
صَوْتُ الرَّبِّ قَوِيٌّ جِدّاً. صَوْتُ الرَّبِّ يَفِيضُ بِالْجَلالِ. ٤ 4
ख़ुदावन्द की आवाज़ में क़ुदरत है; ख़ुदावन्द की आवाज़ में जलाल है।
صَوْتُ الرَّبِّ يُكَسِّرُ شَجَرَ الأَرْزِ. نَعَمْ، إِنَّ الرَّبَّ يُكَسِّرُ أَرْزَ لُبْنَانَ. ٥ 5
ख़ुदावन्द की आवाज़ देवदारों को तोड़ डालती है; बल्कि ख़ुदावन्द लुबनान के देवदारों को टुकड़े टुकड़े कर देता है।
فَيَجْعَلُ لُبْنَانَ يَفِرُّ كَالْعِجْلِ، وَجَبَلَ حَرْمُونَ يَقْفِزُ كَالثَّوْرِ الْوَحْشِيِّ الْفَتِيِّ. ٦ 6
वह उनको बछड़े की तरह, लुबनान और सिरयून को जंगली बछड़े की तरह कुदाता है।
صَوْتُ الرَّبِّ يَقْدَحُ وَمِيضَ بَرْقٍ، ٧ 7
ख़ुदावन्द की आवाज़ आग के शो'लों को चीरती है।
صَوْتُ الرَّبِّ يُزَلْزِلُ الْبَرِّيَّةَ، وَيُزَلْزِلُ الرَّبُّ بَرِّيَّةَ قَادِشَ، ٨ 8
ख़ुदावन्द की आवाज़ वीरान को हिला देती है; ख़ुदावन्द क़ादिस के वीरान को हिला डालता है।
صَوْتُ الرَّبِّ يَجْعَلُ الْوُعُولَ تَلِدُ قَبْلَ الأَوَانِ، وَيُحَوِّلُ الْغَابَاتِ إِلَى عَرَاءٍ، وَفِي هَيْكَلِهِ الْكُلُّ يَهْتِفُ: مَجْداً. ٩ 9
ख़ुदावन्द की आवाज़ से हिरनीयों के हमल गिर जाते हैं; और वह जंगलों को बेबर्ग कर देती है; उसकी हैकल में हर एक जलाल ही जलाल पुकारता है।
جَلَسَ الرَّبُّ مَلِكاً فَوْقَ الطُّوفَانِ، وَيَتَرَبَّعُ عَلَى عَرْشِهِ إِلَى الأَبَدِ. ١٠ 10
ख़ुदावन्द तूफ़ान के वक़्त तख़्तनशीन था; बल्कि ख़ुदावन्द हमेशा तक तख़्तनशीन है।
الرَّبُّ يُعْطِي شَعْبَهُ عِزّاً. الرَّبُّ يُبَارِكُ شَعْبَهُ بِالسَّلامِ. ١١ 11
ख़ुदावन्द अपनी उम्मत को ज़ोर बख़्शेगा; ख़ुदावन्द अपनी उम्मत को सलामती की बरकत देगा।

< المَزامِير 29 >