< المَزامِير 149 >

هَلِّلُويَا! رَنِّمُوا لِلرَّبِّ تَرْنِيمَةً جَدِيدَةً. تَغَنَّوْا بِتَسْبِيحِهِ فِي مَحْفَلِ الأَتْقِيَاءِ. ١ 1
यहोवा की स्तुति करो! यहोवा के लिये नया गीत गाओ, भक्तों की सभा में उसकी स्तुति गाओ!
لِيَفْرَحْ شَعْبُ إِسْرَائِيلَ بِصَانِعِهِ، وَلْيَبْتَهِجْ بَنُو صِهْيَوْنَ بِمَلِكِهِمْ. ٢ 2
इस्राएल अपने कर्ता के कारण आनन्दित हो, सिय्योन के निवासी अपने राजा के कारण मगन हों!
لِيُسَبِّحُوا اسْمَهُ بِالرَّقْصِ، لِيُرَنِّمُوا لَهُ عَلَى عَزْفِ الدُّفِّ وَالْعُودِ. ٣ 3
वे नाचते हुए उसके नाम की स्तुति करें, और डफ और वीणा बजाते हुए उसका भजन गाएँ!
لأَنَّ الرَّبَّ يُسَرُّ بِشَعْبِهِ، يُجَمِّلُ الْوُدَعَاءَ بِالْخَلاصِ. ٤ 4
क्योंकि यहोवा अपनी प्रजा से प्रसन्न रहता है; वह नम्र लोगों का उद्धार करके उन्हें शोभायमान करेगा।
لِيَبْتَهِجِ الأَتْقِيَاءُ بِهَذَا الْمَجْدِ. لِيَهْتِفُوا فَرَحاً فِي أَسِرَّتِهِمْ. ٥ 5
भक्त लोग महिमा के कारण प्रफुल्लित हों; और अपने बिछौनों पर भी पड़े-पड़े जयजयकार करें।
لِيَهْتِفُوا مُسَبِّحِينَ الرَّبَّ مِلْءَ أَفْوَاهِهِمْ وَلْيَتَقَلَّدُوا بِسَيْفٍ ذِي حَدَّيْنِ فِي أَيْدِيهِمْ، ٦ 6
उनके कण्ठ से परमेश्वर की प्रशंसा हो, और उनके हाथों में दोधारी तलवारें रहें,
لِتَنْفِيذِ الانْتِقَامِ فِي الأُمَمِ، وَمُعَاقَبَةِ الشُّعُوبِ. ٧ 7
कि वे जाति-जाति से पलटा ले सके; और राज्य-राज्य के लोगों को ताड़ना दें,
لِيُقَيِّدُوا مُلُوكَهُمْ بِالسَّلاسِلِ وَشُرَفَاءَهُمْ بِأَغْلالٍ مِنْ حَدِيدٍ. ٨ 8
और उनके राजाओं को जंजीरों से, और उनके प्रतिष्ठित पुरुषों को लोहे की बेड़ियों से जकड़ रखें,
لِيَتِمَّ فِيهِمْ حُكْمُ اللهِ الْمَكْتُوبُ، فَيَكُونَ هَذَا تَكْرِيماً لِجَمِيعِ قِدِّيسِيهِ. هَلِّلُويَا. ٩ 9
और उनको ठहराया हुआ दण्ड देंगे! उसके सब भक्तों की ऐसी ही प्रतिष्ठा होगी। यहोवा की स्तुति करो।

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