< المَزامِير 124 >

تَرْنِيمَةُ الْمَصَاعِدِ. لِدَاوُدَ لَوْ لَمْ يَكُنِ الرَّبُّ مَعَنَا لِيَقُلْ إِسْرَائِيلُ، ١ 1
आराधना के लिए यात्रियों का गीत. दावीद की रचना. यदि हमारे पक्ष में याहवेह न होते— इस्राएली राष्ट्र यही कहे—
لَوْ لَمْ يَكُنِ الرَّبُّ مَعَنَا، عِنْدَمَا قَامَ النَّاسُ عَلَيْنَا. ٢ 2
यदि हमारे पक्ष में याहवेह न होते जब मनुष्यों ने हम पर आक्रमण किया था,
لابْتَلَعُونَا وَنَحْنُ أَحْيَاءُ، عِنْدَمَا احْتَدَمَ غَضَبُهُمْ عَلَيْنَا، ٣ 3
जब उनका क्रोध हम पर भड़क उठा था वे हमें जीवित ही निगल गए होते;
وَلَجَرَفَتْنَا الْمِيَاهُ، وَلَطَمَا السَّيْلُ عَلَيْنَا، ٤ 4
बाढ़ ने हमें जलमग्न कर दिया होता, जल प्रवाह हमें बहा ले गया होता,
وَلَطَغَتِ الْمِيَاهُ العَاتِيَةُ عَلَى أَنْفُسِنَا. ٥ 5
उग्र जल प्रवाह हमें दूर बहा ले गया होता.
مُبَارَكٌ الرَّبُّ الَّذِي لَمْ يَجْعَلْنَا فَرِيسَةً لأَسْنَانِ أَعْدَائِنَا. ٦ 6
स्तवन हो याहवेह का, जिन्होंने हमें उनके दांतों से फाड़े जाने से बचा लिया है.
نَجَتْ نُفُوسُنَا كَالْعُصْفُورِ مِنْ فَخِّ الصَّيَّادِينَ: انْكَسَرَ الْفَخُّ وَنَجَوْنَا. ٧ 7
हम उस पक्षी के समान हैं, जो बहेलिए के जाल से बच निकला है; वह जाल टूट गया, और हम बच निकले.
عَوْنُنَا بِاسْمِ الرَّبِّ صَانِعِ السَّمَاوَاتِ وَالأَرْضِ. ٨ 8
हमारी सहायता याहवेह के नाम से है, जो स्वर्ग और पृथ्वी के कर्ता हैं.

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