< عَدَد 2 >

وَخَاطَبَ الرَّبُّ مُوسَى وَهَرُونَ: ١ 1
और ख़ुदावन्द ने मूसा और हारून से कहा कि
«لِيُخَيِّمْ بَنُو إِسْرَائِيلَ كُلٌّ عِنْدَ رَايَتِهِ تَحْتَ أَعْلامِ بُيُوتِ آبَائِهِمْ، وَلْيُقِيمُوا مُقَابِلَ خَيْمَةِ الاجْتِمَاعِ وَحَوْلَهَا. ٢ 2
“बनी — इस्राईल अपने — अपने ख़ेमे अपने — अपने झंडे के निशान के पास और अपने — अपने आबाई ख़ान्दान के 'अलम के साथ ख़ेमा — ए — इजितमा'अ के सामने और उसके चारों तरफ़ लगाएँ।
وَلْيُخَيِّمْ سِبْطُ يَهُوذَا بِرَايَتِهِ إِلَى الشَّرْقِ حَسَبَ عَشَائِرِهِ وَيَكُونُ رَئِيسُ سِبْطِ يَهُوذَا نَحْشُونَ بْنَ عَمِّينَادَابَ، ٣ 3
और जो पश्चिम की तरफ़ जिधर से सूरज निकलता है, अपने ख़ेमे अपने दलों के मुताबिक़ लगाएँ वह यहूदाह की छावनी के झंडे के लोग हों, और अम्मीनदाब का बेटा नहसोन बनी यहूदाह का सरदार हो;
وَعَدَدُ جُنُودِهِ الْمُحْصَوْنَ أَرْبَعَةٌ وَسَبْعُونَ أَلْفاً وَسِتُّ مِئَةٍ. ٤ 4
और उसके दल के लोग जो शुमार किए गए थे वह सब चौहत्तर हजार छ: सौ थे।
وَلْيَنْزِلْ مَعَهُ كُلٌّ مِنْ سِبْطِ يَسَّاكَرَ الَّذِي يَرْأَسُهُ نَثَنَائِيلُ بْنُ صُوغَرَ، ٥ 5
और इनके क़रीब इश्कार के क़बीले के लोग ख़ेमे लगायें, और ज़ुग़र का बेटा नतनीएल बनी इश्कार का सरदार हो;
مَعَ جُنْدِهِ الَّذِينَ أَحْصَاهُمُ الْبَالِغِينَ أَرْبَعَةً وَخَمْسِينَ أَلْفاً وَأَرْبَعَ مِئَةٍ. ٦ 6
और उसके दल के लोग जो शुमार किए गए थे चव्वन हज़ार चार सौ थे।
وَسِبْطِ زَبُولُونَ الَّذِي يَرْأَسُهُ أَلِيَآبُ بْنُ حِيلُونَ، ٧ 7
फिर ज़बूलून का क़बीला हो, और हेलोन का बेटा इलियाब बनी ज़बूलून का सरदार हो;
مَعَ جُنْدِهِ الَّذِينَ أَحْصَاهُمُ الْبَالِغِينَ سَبْعَةً وَخَمْسِينَ أَلْفاً وَأَرْبَعَ مِئَةٍ. ٨ 8
और उसके दल के लोग जो शुमार किए गए थे वह सत्तावन हज़ार चार सौ थे।
فَمَجْمُوعُ الْمُحْصَيْنَ الْمُقِيمِينَ فِي مِنْطَقَةِ يَهُوذَا مِئَةُ أَلْفٍ وَسِتَّةٌ وَثَمَانُونَ أَلْفاً وَأَرْبَعُ مِئَةٍ مِنَ الْجُنُودِ. هَؤُلاءِ يَرْتَحِلُونَ أَولاً. ٩ 9
इसलिए जितने यहूदाह की छावनी में अपने — अपने दल के मुताबिक़ गिने गए वह एक लाख छियासी हज़ार चार सौ थे। पहले यही रवाना हुआ करें।
وَلْيُخَيِّمْ رَأُوبَيْنُ بِرَايَتِهِ إِلَى الْجَنُوبِ. وَيَكُونُ رَئِيسُ سِبْطِ رَأُوبَيْنَ أَلِيصُورَ بْنَ شَدَيْئُورَ، ١٠ 10
“और दख्खिन की तरफ़ अपने दलों के मुताबिक़ रूबिन की छावनी के झंडे के लोग हों, और शदियूर का बेटा इलिसूर बनी रूबिन का सरदार हो;
مَعَ جُنْدِهِ الَّذِينَ أَحْصَاهُمُ الْبَالِغِينَ سِتَّةً وَأَرْبَعِينَ أَلْفاً وَخَمْسَ مِئَةٍ. ١١ 11
और उसके दल के लोग जो शुमार किए गए थे वह छियालीस हज़ार पाँच सौ थे।
وَلْيَنْزِلْ مَعَهُ كُلٌّ مِنْ سِبْطِ شِمْعُونَ الَّذِي يَرْأَسُهُ شَلُومِيئِيلُ بْنُ صُورِيشَدَّايْ، ١٢ 12
और इनके क़रीब शमौन के क़बीले के लोग ख़ेमे लगायें, और सूरीशद्दी का बेटा सलूमीएल बनी शमौन का सरदार हो;
مَعَ جُنْدِهِ الَّذِينَ أَحْصَاهُمُ الْبَالِغِينَ تِسْعَةً وَخَمْسِينَ أَلْفاً وَثَلاثَ مِئَةٍ. ١٣ 13
और उसके दल के लोग जो शुमार किए गए थे वह उनसठ हज़ार तीन सौ थे।
وَسِبْطِ جَادٍ الَّذِي يَرْأَسُهُ أَلِيَاسَافُ بْنُ دَعُوئِيلَ، ١٤ 14
फिर जद्द का क़बीला हो, और र'ऊएल का बेटा इलियासफ़ बनी जद्द का सरदार हो;
مَعَ جُنْدِهِ الَّذِينَ أَحْصَاهُمُ الْبَالِغِينَ خَمْسَةً وَأَرْبَعِينَ أَلْفاً وَسِتَّ مِئَةٍ وَخَمْسِينَ. ١٥ 15
और उसके दल के लोग जो शुमार किए गए थे वह पैन्तालीस हज़ार छ: सौ पचास थे।
فَيَكُونُ مَجْمُوعُ الْمُحْصَيْنَ الْمُقِيمِينَ فِي مِنْطَقَةِ رَأُوبَيْنَ مِئَةَ أَلْفٍ وَوَاحِداً وَخَمْسِينَ أَلْفاً وَأَرْبَعَ مِئَةٍ وَخَمْسِينَ مِنَ الْجُنُودِ. هَؤُلاءِ يَرْتَحِلُونَ ثَانِيَةً. ١٦ 16
इसलिए जितने रूबिन की छावनी में अपने — अपने दल के मुताबिक़ गिने गए वह एक लाख इक्कावन हज़ार चार सौ पचास थे। रवानगी के वक़्त दूसरी नौबत इन लोगों की हो।
ثُمَّ تَرْتَحِلُ خَيْمَةُ الاجْتِمَاعِ وَسِبْطُ اللّاوِيِّينَ فِي وَسَطِ الْمُخَيَّمِ. كَمَا يَنْزِلُونَ كَذَلِكَ يَرْتَحِلُونَ. كُلٌّ يَنْزِلُ فِي مَوْضِعِهِ مَعَ رَايَاتِهِ. ١٧ 17
“फिर ख़ेमा — ए — इजितमा'अ लावियों की छावनी के साथ जो और छावनियों के बीच में होगी आगे जाए और जिस तरह से लावी ख़ेमे लगाएँ उसी तरह से वह अपनी — अपनी जगह और अपने — अपने झंडे के पास — पास चलें।
وَلْيُخَيِّمْ أَفْرَايِمُ بِرَايَتِهِ وَفِرَقِ جُنُودِهِ إِلَى الْغَرْبِ. وَيَكُونُ رَئِيسُ سِبْطِ أَفْرَايِمَ أَلِيشَمَعَ بْنَ عَمِّيهُودَ، ١٨ 18
'और पश्चिम की तरफ़ अपने दलों के मुताबिक़ इफ़्राईम की छावनी के झंडे के लोग हों, और 'अम्मीहूद का बेटा इलीसमा' बनी इफ़्राईम का सरदार हो;
وَعَدَدُ جُنْدِهِ الَّذِينَ أَحْصَاهُمْ أَرْبَعُونَ أَلْفاً وَخَمْسُ مِئَةٍ. ١٩ 19
और उसके दल के लोग जो शुमार किए गए थे, वह चालीस हज़ार पाँच सौ थे।
وَلْيَنْزِلْ مَعَهُ كُلٌّ مِنْ سِبْطِ مَنَسَّى الَّذِي يَرْأَسُهُ جَمْلِيئِيلُ بْنُ فَدَهْصُورَ، ٢٠ 20
और इनके क़रीब मनस्सी का क़बीला हो, और फ़दाहसूर का बेटा जमलीएल बनी मनस्सी का सरदार हो;
مَعَ جُنْدِهِ الَّذِينَ أَحْصَاهُمُ الْبَالِغِينَ اثْنَيْنِ وَثَلاثِينَ أَلْفاً وَمِئَتَيْنِ. ٢١ 21
उसके दल के लोग जो शुमार किए गए थे बत्तीस हज़ार दो सौ थे।
وَسِبْطِ بِنْيَامِينَ الَّذِي يَرْأَسُهُ أَبِيدَنُ بْنُ جِدْعُونِي، ٢٢ 22
फिर बिनयमीन का क़बीला हो, और जिद'औनी का बेटा अबिदान बनी बिनयमीन का सरदार हो;
مَعَ جُنْدِهِ الَّذِينَ أَحْصَاهُمُ الْبَالِغِينَ خَمْسَةً وَثَلاثِينَ أَلْفاً وَأَرْبَعَ مِئَةٍ. ٢٣ 23
और उसके दल के लोग जो शुमार किए गए थे वह पैंतीस हज़ार चार सौ थे।
فَيَكُونُ مَجْمُوعُ الْمُحْصَيْنَ الْمُقِيمِينَ فِي مِنْطَقَةِ أَفْرَايِمَ مِئَةَ أَلْفٍ وَثَمَانِيَةَ آلافٍ وَمِئَةً مِنَ الْجُنُودِ. هَؤُلاءِ يَرْتَحِلُونَ ثَالِثَةً. ٢٤ 24
इसलिए जितने इफ़्राईम की छावनी में अपने — अपने दल के मुताबिक़ गिने गए वह एक लाख आठ हज़ार एक सौ थे। रवाना के वक़्त तीसरी नौबत इन लोगों की हो।
وَلْيُخَيِّمْ دَانٌ بِرَايَتِهِ وَفِرَقِ جُنُودِهِ إِلَى الشِّمَالِ. وَيَكُونُ رَئِيسُ سِبْطِ دَانَ أَخِيعَزَرَ بْنَ عَمِّيشَدَّايْ، ٢٥ 25
'और शिमाल की तरफ़ अपने दलों के मुताबिक़ दान की छावनी के झंडे के लोग हों और 'अम्मीशद्दी का बेटा अख़ी'अज़र बनी दान का सरदार हो;
وَعَدَدُ جُنْدِهِ الَّذِينَ أَحْصَاهُمُ اثْنَانِ وَسِتُّونَ أَلْفاً وَسَبْعُ مِئَةٍ. ٢٦ 26
और उसके दल के लोग जो शुमार किए गए थे, वह बासठ हज़ार सात सौ थे।
وَلْيَنْزِلْ مَعَهُ كُلٌّ مِنْ سِبْطِ أَشِيرَ الَّذِي يَرْأَسُهُ فَجْعِيئِيلُ بْنُ عُكْرَنَ، ٢٧ 27
इनके क़रीब आशर के क़बीले के लोग ख़ेमे लगाएँ, और 'अकरान का बेटा फ़ज'ईएल बनी आशर का सरदार हो;
مَعَ جُنْدِهِ الَّذِينَ أَحْصَاهُمُ الْبَالِغِينَ وَاحِداً وَأَرْبَعِينَ أَلْفاً وَخَمْسَ مِئَةٍ. ٢٨ 28
और उसके दल के लोग जो शुमार किए गए थे वह, इकतालीस हज़ार पाँच सौ थे।
وَسِبْطِ نَفْتَالِي الَّذِي يَرْأَسُهُ أَخِيرَعُ بْنُ عِينَنَ، ٢٩ 29
फिर नफ़्ताली का क़बीला हो, और 'एनान का बेटा अख़ीरा' बनी नफ़्ताली का सरदार हो;
مَعَ جُنْدِهِ الَّذِينَ أَحْصَاهُمُ الْبَالِغِينَ ثَلاثَةً وَخَمْسِينَ أَلْفاً وَأَرْبَعَ مِئَةٍ. ٣٠ 30
और उसके दल के लोग जो शुमार किये गए, वह तिरपन हज़ार चार सौ थे।
فَيَكُونُ مَجْمُوعُ الْمُحْصَيْنَ الْمُقِيمِينَ فِي مِنْطَقَةِ دَانٍ مِئَةَ أَلْفٍ وَسَبْعَةً وَخَمْسِينَ أَلْفاً وَسِتَّ مِئَةٍ. هَؤُلاءِ يَرْتَحِلُونَ أَخِيراً بِرَايَاتِهِمْ». ٣١ 31
फिर जितने दान की छावनी में गिने गए वह एक लाख सत्तावन हज़ार छ: सौ थे। यह लोग अपने — अपने झंडे के पास — पास होकर सब से पीछे रवाना हुआ करें।”
فَيَكُونُ عَدَدُ الْمُحْصَيْنَ مِنْ بَنِي إِسْرَائِيلَ حَسَبَ بُيُوتِ آبَائِهِمِ الْمُقِيمِينَ فِي الْمُخَيَّمِ وَفْقاً لِعَشَائِرِهِمْ سِتَّ مِئَةِ أَلْفٍ وَثَلاثَةَ آلافٍ وَخَمْسَ مِئَةٍ وَخَمْسِينَ فَرْداً. ٣٢ 32
बनी — इस्राईल में से जो लोग अपने आबाई ख़ान्दानों के मुताबिक़ गिने गए वह यही हैं; और सब छावनियों के जितने लोग अपने — अपने दल के मुताबिक़ गिने गए वह छः लाख तीन हज़ार पाँच सौ पचास थे।
أَمَّا اللّاوِيُّونَ فَلَمْ يَتِمَّ إِحْصَاؤُهُمْ بَيْنَ بَنِي إِسْرَائِيلَ، كَمَا أَمَرَ الرَّبُّ مُوسَى. ٣٣ 33
लेकिन लावी जैसा ख़ुदावन्द ने मूसा को हुक्म किया था, बनी — इस्राईल के साथ गिने नहीं गए।
فَنَفَّذَ بَنُو إِسْرَائِيلَ تَمَاماً كُلَّ مَا أَمَرَ الرَّبُّ بِهِ مُوسَى فِي حِلِّهِمْ وَتِرْحَالِهِمْ نَازِلِينَ تَحْتَ رَايَاتِهِمْ، كُلٌّ حَسَبَ عَشَائِرِهِ وَسِبْطِهِ. ٣٤ 34
इसलिए बनी — इस्राईल ने ऐसा ही किया और जो — जो हुक्म ख़ुदावन्द ने मूसा को दिया था उसी के मुताबिक़ वह अपने — अपने झंडे के पास और अपने आबाई ख़ान्दानों के मुताबिक़, अपने — अपने घराने के साथ ख़ेमे लगाते और रवाना होते थे।

< عَدَد 2 >