< قُضاة 20 >

وَخَرَجَ بَنُو إِسْرَائِيلَ جَمِيعُهُمْ كَرَجُلٍ وَاحِدٍ قَادِمِينَ مِنْ دَانٍ فِي الشِّمَالِ إِلَى بِئْرِ سَبْعٍ فِي الْجَنُوبِ، وَمِنْ أَرْضِ جِلْعَادَ أَيْضاً، وَمَثَلُوا أَمَامَ الرَّبِّ فِي الْمِصْفَاةِ. ١ 1
फलस्वरूप दान से बेअरशेबा तक सारे इस्राएली, जिनमें गिलआदवासी भी शामिल थे, बाहर निकल आए. उन्होंने एकजुट होकर मिज़पाह में याहवेह के सामने सभा रखी.
وَاحْتَشَدَ زُعَمَاءُ الشَّعْبِ مَعَ أَرْبَعِ مِئَةِ أَلْفٍ مِنْ مُحَارِبِي أَسْبَاطِ إِسْرَائِيلَ. ٢ 2
लोगों के सभी प्रमुखों और यहां तक के सभी गोत्रों के प्रमुखों ने, जो तलवार चलाने में निपुण चार लाख पैदल सैनिक थे, परमेश्वर के लोगों की इस सभा में एक प्रण लिया.
فَبَلَغَ النَّبَأُ سِبْطَ بِنْيَامِينَ أَنَّ الْمُحَارِبِينَ الإِسْرَائِيلِيِّينَ قَدْ تَجَمَّعُوا فِي الْمِصْفَاةِ. وَقَالَ الإِسْرَائِيلِيُّونَ: «قُصُّوا عَلَيْنَا كَيْفَ حَدَثَتْ هَذِهِ الْقَبَاحَةُ؟» ٣ 3
यहां बिन्यामिन वंशजों ने यह सुन लिया था कि इस्राएल वंशज मिज़पाह में इकट्ठा हुए हैं. इस्राएलियों ने उस लेवी से पूछा, “हमें बताओ, यह कुकर्म हुआ कैसे?”
فَأَجَابَ زَوْجُ الْقَتِيلَةِ: «دَخَلْتُ أَنَا وَمَحْظِيَّتِي إِلَى جِبْعَةَ بِنْيَامِينَ لِنَقْضِيَ لَيْلَتَنَا، ٤ 4
जिस स्त्री की हत्या कर दी गई थी, उसका पति, जो लेवी था, कहने लगा, “यात्रा करते हुए में अपनी उप-पत्नी के साथ गिबियाह पहुंचा, जो बिन्यामिन प्रदेश में है, जहां हमें रात बितानी ज़रूरी हो गई थी.
فَثَارَ عَلَيَّ رِجَالٌ مِنْ جِبْعَةَ وَحَاصَرُونِي بِالْبَيْتِ لَيْلاً، وَهَمُّوا بِقَتْلِي وَاغْتَصَبُوا مَحْظِيَّتِي حَتَّى مَاتَتْ. ٥ 5
मगर गिबियाह के पुरुष मेरे विरुद्ध चढ़ आए और उन्होंने रात में मेरे कारण उस घर को घेर लिया. वे तो मेरी हत्या करना चाह रहे थे, किंतु उन्होंने मेरी उप-पत्नी के साथ बलात्कार किया, फलस्वरूप उसकी मृत्यु हो गई.
فَأَخَذْتُهَا وَقَطَّعْتُهَا وَوَزَّعْتُهَا فِي جَمِيعِ أَرْضِ إِسْرَائِيلَ لأَنَّهُمُ ارْتَكَبُوا قَبَاحَةً وَفُجُوراً فِي إِسْرَائِيلَ. ٦ 6
मैंने अपनी उप-पत्नी के शव को लिया, उसके टुकड़े किए और उसके इन टुकड़ों को इस्राएल के सभी प्रदेशों में भेज दिया, क्योंकि उन्होंने इस्राएल में यह कामुक, शर्मनाक काम किया है.
وَالآنَ تَبَصَّرُوا بِالأَمْرِ يَا أَبْنَاءَ إِسْرَائِيلَ وَاحْكُمُوا». ٧ 7
इस्राएल के सभी वंशजों, इस विषय में अपनी राय और सलाह दीजिए.”
فَهَبَّ الْمُحَارِبُونَ، كَرَجُلٍ وَاحِدٍ، وَهَتَفُوا: «لَنْ يَرْجِعَ أَحَدٌ مِنَّا إِلَى خَيْمَتِهِ أَوْ بَيْتِهِ، ٨ 8
सारी प्रजा एकजुट हो गई. उन्होंने निश्चय किया, “हममें से कोई भी न तो अपने तंबू को और न ही अपने घर को लौटेगा.
قَبْلَ أَنْ نُعَاقِبَ أَهْلَ جِبْعَةَ عَلَى مَا اقْتَرَفُوهُ. سَنُلْقِي قُرْعَةً ٩ 9
गिबियाह के संबंध में हमारा निर्णय है कि पासा फेंकने के द्वारा हम मालूम करेंगे कि गिबियाह पर आक्रमण के लिए कौन जाएगा.
لِنَخْتَارَ عَشَرَةَ رِجَالٍ مِنْ كُلِّ مِئَةٍ مِنْ مُحَارِبِي كُلِّ سِبْطٍ، وَمِئَةً مِنْ كُلِّ أَلْفٍ، وَأَلْفاً مِنْ كُلِّ عَشَرَةِ آلافٍ لِلإِشْرَافِ عَلَى تَمْوِينِ الْمُحَارِبِينَ بِالْمَؤُونَةِ، بَيْنَمَا يَقُومُ بَقِيَّةُ الْجَيْشِ بِمُعَاقَبَةِ جِبْعَةَ بِنْيَامِينَ عَلَى الْقَبَاحَةِ الَّتِي ارْتَكَبَتْهَا فِي إِسْرَائِيلَ». ١٠ 10
हम इस्राएल के हर एक गोत्र से सौ में से दस व्यक्ति अपने साथ ले लेंगे, अर्थात् एक हज़ार में से एक सौ, अर्थात् दस हज़ार में से एक हज़ार, कि वे सेना के खाने-पीने की व्यवस्था करें. जब वे सेना बिन्यामिन प्रदेश के गेबा में पहुंचे, वे उन्हें इस्राएल देश में किए गए सभी शर्मनाक कामों के लिए दंड दें.”
وَهَكَذَا احْتَشَدَ كُلُّ رِجَالِ إِسْرَائِيلَ ضِدَّ الْمَدِينَةِ، وَاتَّحَدُوا كَأَنَّهُمْ رَجُلٌ وَاحِدٌ. ١١ 11
इस प्रकार इस्राएल के सारे योद्धाओं ने एकजुट होकर इस नगर को घेर लिया.
وَبَعَثَ أَسْبَاطُ بَنِي إِسْرَائِيلَ إِلَى جَمِيعِ عَشَائِرِ بِنْيَامِينَ قَائِلِينَ: «مَا هَذَا الشَّرُّ الَّذِي تَفَشَّى بَيْنَكُمْ؟ ١٢ 12
तब इस्राएल के गोत्रों ने सारे बिन्यामिन गोत्र के लिए अपने प्रतिनिधियों द्वारा यह संदेश भेजा, “तुम्हारे बीच यह कैसा दुष्टता भरा काम किया गया है?
لِذَلِكَ، سَلِّمُوا الأَوْغَادَ بَنِي بَلِيَّعَالَ الْمُقِيمِينَ فِي جِبْعَةَ لِكَي نَقْتُلَهُمْ وَنَسْتَأْصِلَ الشَّرَّ مِنْ إِسْرَائِيلَ». فَأَبَى الْبَنْيَامِينِيُّونَ الاسْتِجَابَةَ إِلَى طَلَبِ إِخْوَتِهِمْ بَنِي إِسْرَائِيلَ. ١٣ 13
गिबियाह में रह रहे उन निकम्मे व्यक्तियों को हमें सौंप दो, कि हम उन्हें मृत्यु दंड दें, और इस्राएल में हुई इस दुष्टता को मिटा डाले.” मगर बिन्यामिन वंशजों ने अपने इस्राएली भाइयों की एक न सुनी.
وَتَقَاطَرُوا مِنْ سَائِرِ الْمُدُنِ إِلَى جِبْعَةَ تَأَهُّباً لِمُحَارَبَةِ الإِسْرَائِيلِيِّينَ. ١٤ 14
बिन्यामिन वंशज अपने-अपने नगरों से आकर गिबियाह में इकट्‍ठे हुए कि वे इस्राएल वंशजों से युद्ध करें.
وَبَلَغَ عَدَدُ مُحَارِبِي بَنِي بِنْيَامِينَ الْوَافِدِينَ مِنَ الْمُدُنِ فِي ذَلِكَ الْيَوْمِ سِتَّةً وَعِشْرِينَ أَلْفَ مُحَارِبٍ، فَضْلاً عَنْ أَهْلِ جِبْعَةَ الْبَالِغِينَ سَبْعَ مِئَةِ رَجُلٍ مِنْ خِيرَةِ الْمُحَارِبِينَ. ١٥ 15
उस दिन विभिन्‍न नगरों से बिन्यामिन के तलवार चलाने में निपुण जो योद्धा इकट्‍ठे हुए, उनकी गिनती छब्बीस हज़ार थी. इनके अलावा गिबियाह नगर के ही सात सौ योद्धा इनमें शामिल हो गए.
وَكَانَ مِنْ جُمْلَةِ جَيْشِ بِنْيَامِينَ سَبْعُ مِئَةِ رَجُلٍ أَعْسَرَ مُنْتَخَبُونَ لِرَمْيِ الْحَجَرِ بِالْمِقْلاعِ، لِمَهَارَتِهِمْ فِي إِصَابَةِ الْهَدَفِ مِنْ غَيْرِ أَنْ يُخْطِئُوا وَلَوْ بِمِقْدَارِ شَعْرَةٍ. ١٦ 16
इनमें सात सौ शूर योद्धा ऐसे थे, जो अपने बाएं हाथ के इस्तेमाल के प्रवीण थे. इनमें से हर व्यक्ति एक बाल तक पर भी अचूक निशाना साध सकता था.
أَمَّا جَيْشُ إِسْرَائِيلَ، بِاسْتِثْنَاءِ بِنْيَامِينَ، فَقَدْ بَلَغَ عَدَدُهُ أَرْبَعَ مِئَةِ أَلْفٍ، وَكُلُّهُمْ رِجَالُ حَرْبٍ. ١٧ 17
दूसरी ओर बिन्यामिन वंशजों के अलावा इस्राएली सेना में चार लाख कुशल शूर योद्धा थे.
فَانْطَلَقَ هَؤُلاءِ إِلَى بَيْتِ إِيلَ لِيَسْتَشِيروا اللهَ قَائِلِينَ: «مَنْ يَذْهَبُ أَوَّلاً لِمُحَارَبَةِ بِنْيَامِينَ؟» فَأَجَابَ الرَّبُّ: «يَهُوذَا أَوَّلاً». ١٨ 18
सारी इस्राएली सेना बेथेल गई कि परमेश्वर की इच्छा जान सके. उन्होंने परमेश्वर से पूछा, “बिन्यामिन वंशजों से युद्ध करने सबसे पहले हमारी ओर से कौन जाएगा?” याहवेह ने उत्तर दिया, “सबसे पहले यहूदाह का जाना सही होगा.”
فَبَكَّرَ الإِسْرَائِيلِيُّونَ فِي الصَّبَاحِ وَأَحَاطُوا بِجِبْعَةَ. ١٩ 19
इसलिये इस्राएल वंशजों ने बड़े तड़के जाकर गिबियाह के विरुद्ध पड़ाव डाला.
وَاصْطَفَّ رِجَالُ إِسْرَائِيلَ مُتَأَهِّبِينَ لِمُحَارَبَةِ الْبَنْيَامِينِيِّيِنَ عِنْدَ جِبْعَةَ. ٢٠ 20
इस्राएल वंशज बिन्यामिन के विरुद्ध युद्ध के लिए निकले. उन्होंने गिबियाह के विरुद्ध युद्ध के लिए मोर्चा बांध दिया.
فَانْدَفَعَ بَنُو بِنْيَامِينَ نَحْوَهُمْ، وَأَهْلَكُوا فِي ذَلِكَ الْيَوْمِ اثْنَيْنِ وَعِشْرِينَ أَلَفَ رَجُلٍ. ٢١ 21
बिन्यामिन के सैनिक गिबियाह नगर से बाहर आए और इस्राएल के बाईस हज़ार योद्धाओं को मार गिराया.
وَتَشَجَّعَ جَيْشُ إِسْرَائِيلَ، وَعَادُوا فَاصْطَفُّوا فِي نَفْسِ الْمَوْضِعِ الَّذِي اصْطَفُّوا فِيهِ فِي الْيَوْمِ الأَوَّلِ. ٢٢ 22
किंतु इस्राएल के सैनिकों ने अपना मनोबल बनाए रखते हुए दूसरे दिन भी उसी स्थान पर मोर्चा लिया, जहां पहले दिन लिया था.
وَبَكَوْا أَمَامَ الرَّبِّ إِلَى الْمَسَاءِ طَالِبِينَ مَشُورَتَهُ قَائِلِينَ: «هَلْ نَعُودُ لِمُحَارَبَةِ إِخْوَتِنَا بَنِي بِنْيَامِينَ؟» فَقَالَ الرَّبُّ: «اهْجُمُوا عَلَيْهِمْ». ٢٣ 23
इस्राएल वंशज जाकर शाम तक याहवेह के सामने रोते रहे. उन्होंने याहवेह से पूछा, “क्या हम अपने बंधु बिन्यामिन वंशजों पर दोबारा हमला करें?” याहवेह ने उन्हें उत्तर दिया, “जाकर उन पर हमला करो.”
فَتَقَدَّمَ الإِسْرَائِيلِيُّونَ لِمُحَارَبَةِ الْبَنْيَامِينِيِّينَ فِي الْيَوْمِ التَّالِي. ٢٤ 24
दूसरे दिन इस्राएल वंशजों ने बिन्यामिन वंशजों पर हमला कर दिया.
فَانْدَفَعَ الْبَنْيَامِينِيُّونَ نَحْوَهُمْ وَقَتَلُوا مِنْهُمْ أَيْضاً ثَمَانِيَةَ عَشَرَ أَلْفَ رَجُلٍ، وَكُلُّهُمْ مِنَ الْمُقَاتِلِينَ بِالسَّيْفِ. ٢٥ 25
गिबियाह नगर से बिन्यामिन वंशजों ने बाहर जाकर इस्राएली सेना के अठारह हज़ार सैनिकों को मार गिराया. ये सभी तलवार चलाने में कुशल थे.
فَتَوَجَّهَ جَمِيعُ الشَّعْبِ مِنَ الْمُحَارِبِينَ إِلَى بَيْتِ إِيلَ وَبَكَوْا وَمَثَلُوا أَمَامَ الرَّبِّ صَائِمِينَ فِي ذَلِكَ الْيَوْمِ إِلَى الْمَسَاءِ، ثُمَّ أَصْعَدُوا لِلرَّبِّ مُحْرَقَاتٍ وَذَبَائِحَ سَلامٍ. ٢٦ 26
इसलिये इस्राएल वंशज और सभी प्रजा के लोग बेथेल गए और वहां जाकर रोते रहे. वे सारे दिन शाम तक याहवेह के सामने भूखे रहे. वहां उन्होंने याहवेह को होमबलि और मेल बलि भेंट की.
وَاسْتَشَارَ بَنُو إِسْرَائِيلَ الرَّبَّ. وَكَانَ تَابُوتُ عَهْدِ الرَّبِّ مَازَالَ آنَئِذٍ هُنَاكَ. ٢٧ 27
इस्राएल वंशजों ने याहवेह से प्रश्न किया. (उन दिनों परमेश्वर के वाचा का संदूक बेथेल में ही था.)
وَفِينْحَاسُ بْنُ أَلِعَازَارَ بْنِ هرُونَ هُوَ الْكَاهِنُ الْوَاقِفُ عَلَى خِدْمَتِهِ. وَسَأَلَ بَنُو إِسْرَائِيلَ الرَّبَّ: «هَلْ نَعُودُ لِمُحَارَبَةِ إِخْوَتِنَا بَنِي بِنْيَامِينَ أَمْ نَكُفُّ عَنْ قِتَالِهِمْ؟» فَأَجَابَ الرَّبُّ: «قَاتِلُوهُمْ لأَنِّي غَداً أَنْصُرُكُمْ عَلَيْهِمْ». ٢٨ 28
अहरोन का पोता, एलिएज़र का पुत्र फिनिहास संदूक के सामने सेवा के लिए चुना गया था. इस्राएल वंशजों ने याहवेह से पूछा, “क्या हम अब भी अपने बंधु बिन्यामिन पर हमला करने जाएं या यह विचार त्याग दें?” याहवेह ने उत्तर दिया, “जाओ, कल मैं उन्हें तुम्हारे हाथों में सौंप दूंगा.”
وَنَصَبَ الإِسْرَائِيِليُّونَ كَمِيناً حَوْلَ جِبْعَةَ، ٢٩ 29
फिर इस्राएल ने गिबियाह नगर के आस-पास सैनिकों को घात लगाने के लिए बैठा दिया.
وَتَقَدَّمُوا لِمُحَارَبَةِ بَنِي بِنْيَامِينَ وَاصْطَفُّوا عِنْدَ جِبْعَةَ كَالْمَرَّتَيْنِ الأُوْلَيَيْنِ ٣٠ 30
तीसरे दिन इस्राएल वंशजों ने बिन्यामिन वंशजों पर हमला करने के लिए गिबियाह के विरुद्ध मोर्चा बांधा, जैसा उन्होंने इसके पहले भी किये थे.
فَانْدَفَعَ الْبَنْيَامِينِيُّونَ لِمُهَاجَمَتِهِمْ، وَابْتَعَدُوا عَنِ الْمَدِينَةِ وَرَاءَ الإِسْرَائِيلِيِّينَ فِي الطَّرِيقِ الْمُفْضِيَةِ إِلَى بَيْتِ إِيلَ، وَالطَّرِيقِ الأُخْرَى الْمُؤَدِّيَةِ إِلَى جِبْعَةَ عَبْرَ الْحَقْلِ، وَشَرَعُوا يُهَاجِمُونَ الْجَيْشَ الإِسْرَائِيلِيَّ كَالْمَرَّتَيْنِ السَّابِقَتَيْنِ، فَقَتَلُوا مِنْهُمْ نَحْوَ ثَلاثِينَ رَجُلاً. ٣١ 31
जब बिन्यामिन वंशज उनकी सेना पर हमला करने बाहर आए, पीछे हटती इस्राएली सेना उन्हें नगर से दूर ले जाने लगी. बिन्यामिन वंशज इस्राएली सैनिकों पर पहले जैसे ही वार करने लगे. प्रमुख मार्गों पर, जो बेथेल तथा गिबियाह को जाते थे, तथा खेतों में लगभग तीस इस्राएली सैनिक मार डालें गए.
وَاعْتَقَدَ بَنُو بِنْيَامِينَ أَنَّ الإِسْرَائِيلِيِّينَ مُنْهَزِمُونَ أَمَامَهُمْ كَمَا حَدَثَ سَابِقاً، فِي حِينِ أَنَّ بَنِي إِسْرَائِيلَ تَظَاهَرُوا بِالْهَرَبِ أَمَامَهُمْ قَائِلِينَ: «لِنَجْتَذِبْهُمْ بَعِيداً عَنِ الْمَدِينَةِ إِلَى الطُّرُقِ». ٣٢ 32
बिन्यामिन वंशजों का विचार था, “पहले जैसे ही वे हमारे सामने मार गिराए जा रहे हैं.” मगर इस्राएली सैनिकों ने कहा, “आओ, हम भागना शुरू करें कि उन्हें नगर से दूर मुख्य मार्गों पर ले आएं.”
وَهَبَّ رِجَالُ إِسْرَائِيلَ مِنْ أَمَاكِنِهِمْ وَاصْطَفُّوا فِي بَعْلِ تَامَارَ، وَوَثَبَ كَمِينُ بَنِي إِسْرَائِيلَ مِنْ مَرَاصِدِهِ مِنْ عَرَاءِ جِبْعَةَ. ٣٣ 33
तब सभी इस्राएली सैनिक अपने-अपने स्थानों से निकलकर बाल-तामार नामक स्थान पर युद्ध में शामिल हो गए. वे भी, जो घात लगाए बैठे थे, बाहर निकल आए, वे भी जो मआरोह-गीबा में थे.
وَتَقَدَّمَ عَشْرَةُ آلافِ رَجُلٍ مِنْ خِيرَةِ مُحَارِبِي إِسْرَائِيلَ مِنْ مُقَابِلِ جِبْعَةَ، فَاشْتَدَّتِ الْمَعْرَكَةُ مِنْ غَيْرِ أَنْ يُدْرِكَ الْبَنْيَامِينِيُّونَ أَنَّ الْكَارِثَةَ قَدْ أَحَاقَتْ بِهِمْ. ٣٤ 34
जब सारे इस्राएल से चुने गए दस हज़ार सैनिकों ने गिबियाह पर हमला किया, युद्ध बहुत ही प्रचंड हो गया; मगर बिन्यामिन वंशजों को यह तनिक भी अहसास न था कि महाविनाश उनके पास आ चुका था.
وَهَزَمَ الرَّبُّ بِنْيَامِينَ أَمَامَ إِسْرَائِيلَ فَأَهْلَكُوا مِنْهُمْ فِي ذَلِكَ الْيَوْمِ خَمْسَةً وَعِشْرِينَ أَلْفَ رَجُلٍ وَمِئَةَ رَجُلٍ، وَكُلُّهُمْ مِنْ رِجَالِ السَّيْفِ. ٣٥ 35
याहवेह ने इस्राएल के सामने बिन्यामिन को मार गिराया. उस दिन इस्राएल ने पच्चीस हज़ार एक सौ बिन्यामिनी सैनिकों को मार गिराया. ये सभी तलवार चलाने में निपुण थे.
عِنْدَئِذٍ أَدْرَكَ الْبَنْيَامِينِيُّونَ أَنَّهُمْ قَدْ هُزِمُوا. وَكَانَ الإِسْرَائِيلِيُّونَ قَدْ تَظَاهَرُوا بِالتَّقَهْقُرِ اعْتِمَاداً عَلَى الْكَمِينِ الَّذِي نَصَبُوهُ حَوْلَ جِبْعَةَ. ٣٦ 36
बिन्यामिन वंशजों को अपनी पराजय स्वीकार करनी पड़ी. जब इस्राएली सैनिक बिन्यामिन वंशजों से पीछे हट गये, क्योंकि वे पूरी तरह उन सैनिकों पर निर्भर थे, जो गिबियाह के विरुद्ध घात लगाए बैठे हुए थे,
وَمَا لَبِثَ الْكَمِينُ أَنِ اقْتَحَمَ جِبْعَةَ وَضَرَبَهَا بِحَدِّ السَّيْفِ. ٣٧ 37
तब घात लगाए सैनिक बड़ी ही तेजी से गिबियाह नगर पर टूट पड़े. वे सारे नगर में फैल गए और पूरे नगर को तलवार से मार डाला.
وَكَانَ الاتِّفَاقُ بَيْنَ رِجَالِ إِسْرَائِيلَ وَبَيْنَ الْكَمِينِ أَنْ يُصْعِدَ الْكَمِينُ حَالَ اقْتِحَامِهِ لِلْمَدِينَةِ عَمُوداً مُتَكَاثِفاً مِنَ الدُّخَانِ. ٣٨ 38
इस्राएली सैनिकों और घात लगाए सैनिकों के बीच पहले से तय किया गया संकेत यह था कि वे नगर में आग लगाकर धुएं का बहुत बड़ा बादल उठाएंगे,
فَلَمَّا تَقَهْقَرَ الإِسْرَائِيلِيُّونَ فِي الْحَرْبِ، شَرَعَ الْبَنْيَامِينِيُّونَ فِي مُطَارَدَتِهِمْ فَقَتَلُوا مِنْهُمْ نَحَوَ ثَلاثِينَ رَجُلاً، اعْتِقَاداً مِنْهُمْ أَنَّ الإِسْرَائِيلِيِّينَ مُنْهَزِمُونَ أَمَامَهُمْ كَمَا حَدَثَ فِي الْمَعَارِكِ الأُولَى. ٣٩ 39
तब यह देखते ही इस्राएली सेना का प्रमुख दल को युद्ध-भूमि में लौट आना है. बिन्यामिन सैनिकों ने लगभग तीस इस्राएली सैनिकों को मार गिराया था. उनका विचार था, “निश्चित ही पहले के युद्ध के समान ये लोग हमसे हार चुके हैं.”
وَلَكِنْ عِنْدَمَا ابْتَدَأَ عَمُودُ الدُّخَانِ يَتَصَاعَدُ مِنَ الْمَدِينَةِ الْتَفَتَ بَنُو بِنْيَامِينَ وَرَاءَهُمْ وَإذَا بِالدُّخَانِ يَرْتَفِعُ نَحْوَ عَنَانِ السَّمَاءِ مِنْ كُلِّ أَرْجَاءِ الْمَدِينَةِ. ٤٠ 40
मगर जैसे ही नगर के ऊपर धुएं का खंभा उठने लगा, बिन्यामिन वंशजों ने मुड़कर देखा कि पूरा नगर धुएं में आकाश की ओर उठ रहा है.
فَانْكَفَأَ رِجَالُ إِسْرَائِيلَ عَلَى الْبَنْيَامِينِيِّينَ الَّذِينَ فَرُّوا مَرْعُوبِينَ لأَنَّهُمْ أَدْرَكُوا أَنَّ الْكَارِثَةَ قَدْ أَحَاقَتْ بِهِمْ. ٤١ 41
इस्राएली सैनिक पलट कर वार करने लगे और बिन्यामिन वंशज भयभीत हो गए, क्योंकि उन्हें साफ़ दिख रहा था कि उन पर महाविनाश आ पड़ा है.
وَتَقَهْقَرُوا أَمَامَ بَنِي إِسْرَائِيلَ فِي طَرِيقِ الصَّحْرَاءِ. وَلَكِنَّ الْحَرْبَ أَدْرَكَتْهُمْ، وَخَرَجَ رِجَالُ الْكَمِينِ مِنَ الْمُدُنِ وَقَطَعُوا عَلَيْهِمِ الطَّرِيقَ، فَهَلَكَ الْبَنْيَامِينِيُّونَ بَيْنَ الْفَرِيقَيْنِ. ٤٢ 42
अब वे इस्राएली सेना को पीठ दिखाकर निर्जन प्रदेश की ओर भागने लगे; किंतु वे विनाश से बच न सके. उन्होंने, जो नगरों से निकल आए थे, उन्हें अपने बीच में मारना शुरू कर दिया.
وَهَكَذَا حَاصَرُوا بَنِي بِنْيَامِينَ وَتَعَقَّبُوهُمْ بِسُهُولَةٍ، وَأَدْرَكُوهُمْ مُقَابِلَ جِبْعَةَ شَرْقاً. ٤٣ 43
उनका पीछा करते हुए उन्होंने बिन्यामिन वंशजों को घेर लिया, बिना रुके गिबियाह के पास पूर्व में, खदेड़ कर उन्हें रौंद डाला.
فَقُتِلَ مِنْهُمْ ثَمَانِيَةَ عَشَرَ أَلْفَ رَجُلٍ مِنْ جَبَابِرَةِ الْقِتَالِ. ٤٤ 44
इस युद्ध में बिन्यामिन के अट्ठारह हज़ार सैनिक गिरे. ये सभी वीर योद्धा थे.
وَعِنْدَمَا وَلَّتْ فُلُولُهُمْ هَارِبَةً إِلَى الصَّحْرَاءِ إِلَى صَخْرَةِ رِمُّونَ، تَمَكَّنَ الإِسْرَائِيلِيُّونَ مِنَ الْقَضَاءِ عَلَى خَمْسَةِ آلافٍ مِنْهُمْ فِي الطَّرِيقِ، ثُمَّ جَدُّوا فِي تَعَقُّبِهِمْ إِلَى جِدْعُومَ فَقَتَلُوا مِنْهُمْ أَيْضاً أَلْفَيْ رَجُلٍ. ٤٥ 45
बाकी पीठ दिखाकर निर्जन प्रदेश में रिम्मोन की चट्टान की ओर भागे, मगर इनमें से पांच हज़ार मुख्य मार्गों पर पकड़ लिए गए, और उन्हें गीदोम नामक स्थान पर पकड़कर उनमें से दो हज़ार का वध कर दिया गया.
فَكَانَتْ جُمْلَةُ الْمَقْتُولِينَ مِنَ الْبَنْيَامِينِيِّينَ فِي ذَلِكَ الْيَوْمِ خَمْسَةً وَعِشْرِينَ أَلْفَ رَجُلٍ مِنَ الْمُحَارِبِينَ بِالسَّيْفِ، وَجَمِيعُهُمْ جَبَابِرَةُ قِتَالٍ. ٤٦ 46
इसलिये उस दिन वध किए सैनिकों की सारी गिनती पच्चीस हज़ार हो गई. से सभी कुशल हज़ार सैनिक थे-तलवार चलाने में निपुण.
وَتَمَكَّنَ سِتُّ مِئَةِ رَجُلٍ مِنْهُمْ مِنَ الْهَرَبِ وَاللُّجُوءِ إِلَى صَخْرَةِ رِمُّونَ فَأَقَامُوا هُنَاكَ أَرْبَعَةَ أَشْهُرٍ. ٤٧ 47
मगर छः सौ सैनिक मुड़कर निर्जन प्रदेश में रिम्मोन की चट्टान की दिशा में भागे. वे रिम्मोन की चट्टान के निकट चार महीने तक रहते रहे.
وَارْتَدَّ بَنُو إِسْرَائِيلَ إِلَى مُدُنِ بِنْيَامِينَ وَقَضَوْا عَلَى أَهَالِيهَا قَاطِبَةً بِحَدِّ السَّيْفِ، وَذَبَحُوا الْبَهَائِمَ وَكُلَّ مَا وُجِدَ فِيهَا، وَأَحْرَقُوهَا بِالنَّارِ. ٤٨ 48
तब इस्राएली सेना बिन्यामिन वंशजों के नगरों की ओर बढ़ें और सभी को तलवार से वध कर दिया. सारे नगर नाश कर दिए गए, उन्होंने जो भी मिला, नगरवासी और पशुओं सभी का वध कर दिया. उन्हें जितने नगर मिलते गए, वे उनमें आग लगाते चले गए.

< قُضاة 20 >