< هُوشَع 7 >
حِينَ كُنْتُ أَشْفِي إِسْرَائِيلَ، تَكَشَّفَتْ خَطِيئَةُ أَفْرَايِمَ، وَاسْتُعْلِنَتْ آثَامُ السَّامِرَةِ، فَقَدْ مَارَسُوا النِّفَاقَ وَاقْتَحَمَ اللُّصُوصُ الْبُيُوتَ، وَسَلَبَ قُطَّاعُ الطُّرُقِ فِي الْخَارِجِ. | ١ 1 |
जब मैं इस्राएल को चंगा करूंगा, एफ्राईम के पाप और शमरिया के अपराध प्रगट किए जाएंगे. वे धोखा देते हैं, चोर घरों में चोरी करते हैं, लुटेरे गलियों में लूटमार करते हैं;
وَلَكِنَّهُمْ لَا يُدْرِكُونَ أَنِّي أَتَذَكَّرُ سُوءَ أَعْمَالِهِمْ. هَا هِيَ أَعْمَالُهُمْ تُحِيطُ بِهِمْ، وَهِيَ دَائِماً مَاثِلَةٌ أَمَامِي. | ٢ 2 |
पर वे यह नहीं समझते कि मैं उनके सब बुरे कामों को याद रखता हूं. उनके पाप उन्हें पूरी तरह खा जाते हैं; उनके काम हमेशा मेरी दृष्टि में बने रहते हैं.
بِشَرِّهِمْ يُبْهِجُونَ الْمَلِكَ، وَبِخِيَانَتِهِمِ الرُّؤَسَاءَ. | ٣ 3 |
“वे राजा को अपनी दुष्टता, और राजकुमारों को अपने झूठी बातों से खुश रखते हैं.
كُلُّهُمْ فَاسِقُونَ مُلْتَهِبُونَ مِثْلَ فُرْنٍ مُتَّقِدٍ يَكُفُّ الْخَبَّازُ عَنْ إِشْعَالِهِ مَا بَيْنَ عَجْنِ الدَّقِيقِ إِلَى أَوَانِ اخْتِمَارِهِ. | ٤ 4 |
वे सबके सब व्यभिचारी हैं, एक जलते हुए चूल्हे के समान जिसकी आग को रोटी बनानेवाला तब तक तेज नहीं करता जब तक वह आटा गूंधकर पकाने के लिए तैयार नहीं कर लेता.
فِي يَوْمِ احْتِفَالِ مَلِكِنَا انْتَشَى الرُّؤَسَاءُ مِنْ سَوْرَةِ الْخَمْرِ، وَانْضَمَّ هُوَ إِلَى الْمُتَبَذِّلِينَ. | ٥ 5 |
हमारे राजा के त्योहार के दिन राजकुमार दाखमधु पीकर उत्तेजित होते हैं, और वह हंसी उड़ानेवालों के साथ शामिल होता है.
فَقُلُوبُهُمْ تَشْتَعِلُ بِالْمَكَائِدِ كَالأَتُونِ. يَخْمُدُ غَضَبُهُمْ فِي اللَّيْلِ، وَيَتَوَهَّجُ كَنَارٍ مُلْتَهِبَةٍ عِنْدَ الصَّبَاحِ. | ٦ 6 |
उनके ह्रदय एक चूल्हे के समान हैं; वे उसके पास षड़्यंत्र रचकर जाते हैं. उनकी लालसा रात भर सुलगती रहती है; और सुबह यह आग की ज्वाला की तरह भभक उठती है.
كُلُّهُمْ مُتَأَجِّجُونَ كَأَتُونٍ مُشْتَعِلٍ. يَفْتَرِسُونَ حُكَّامَهُمْ. هَلَكَ جَميِعُ مُلُوكِهِمْ، وَلَمْ يُوْجَدْ بَيْنَهُمْ مَنْ يَطْلُبُنِي. | ٧ 7 |
वे सबके सब चूल्हे के समान गर्म हैं; वे अपने शासकों को भस्म कर देते हैं. उनके सब राजा मारे जाते हैं, पर उनमें से कोई भी मुझे नहीं पुकारता.
قَدِ اخْتَلَطَ أَفْرَايِمُ بِالشُّعُوبِ، صَارَ كَرَغِيفٍ لَمْ يَنْضُجْ لأَنَّهُ لَمْ يُقْلَبْ. | ٨ 8 |
“एफ्राईम अन्य राष्ट्रों के लोगों के साथ घुल-मिल जाता है; एफ्राईम उस रोटी के समान है, जिसे पकाते समय पलटा नहीं गया है.
اسْتَنْزَفَ الْغُرَبَاءُ قُوَّتَهُ وَهُوَ لَا يَدْرِي، وَخَطَّ الشَّيْبُ شَعْرَ رَأْسِهِ وَهُوَ لَا يَعْلَمُ. | ٩ 9 |
परदेशी उसकी शक्ति का शोषण करते हैं, पर वह इसे समझ नहीं पाता है. उसके बाल पकते जा रहे हैं, पर वह ध्यान नहीं देता है.
يَشْهَدُ غُرُورُ إِسْرَائِيلَ عَلَيْهِ وَلَمْ يَرْجِعْ إِلَى الرَّبِّ إِلَهِهِ، وَلا الْتَمَسَهُ. | ١٠ 10 |
इस्राएल का अहंकार उसके विरुद्ध गवाही देता है, पर इन सबके बावजूद वह याहवेह अपने परमेश्वर के पास लौटकर नहीं आता या उसकी खोज नहीं करता.
إِنَّ أَفْرَايِمَ مِثْلُ حَمَامَةٍ غَبِيَّةٍ حَمْقَاءَ، تَسْتَنْجِدُ بِمِصْرَ تَارَةً وَتَسْتَغِيثُ بِأَشُّورَ تَارَةً أُخْرَى. | ١١ 11 |
“एफ्राईम एक पेंडुकी की तरह है, जो आसानी से धोखा खाता है और निर्बुद्धि है— उन्होंने सहायता के लिए मिस्र को पुकारा, अब अश्शूर की ओर जाते हैं.
إِذَا ذَهَبُوا أَبْسُطُ عَلَيْهِمْ شَبَكَتِي وَأَطْرَحُهُمْ كَطُيُورِ السَّمَاءِ، وَأُعَاقِبُهُمْ بِمُقْتَضَى شُرُورِهِمْ. | ١٢ 12 |
जब वे जाते हैं, तब मैं उन पर अपना जाल डालूंगा; मैं उन्हें आकाश के पक्षियों के समान नीचे गिरा दूंगा. जब मैं सुनूंगा कि वे एक साथ झुंड में इकट्ठा हो रहे हैं, तो मैं उन्हें पकड़ लूंगा.
وَيْلٌ لَهُمْ لأَنَّهُمْ شَرَدُوا عَنِّي! تَبّاً لَهُمْ لأَنَّهُمْ تَمَرَّدُوا عَلَيَّ! لَشَدَّ مَا أَتُوقُ لاِفْتِدَائِهِمْ، وَلَكِنَّهُمْ نَطَقُوا عَلَيَّ كَذِباً. | ١٣ 13 |
उन पर हाय, क्योंकि वे मुझसे अलग हो गये हैं! सर्वनाश हो उनका, क्योंकि उन्होंने मेरे विरुद्ध विद्रोह किया है! मैं उन्हें छुड़ाने की इच्छा रखता हूं पर वे मेरे बारे में झूठ बोलते हैं.
لَمْ يَسْتَغِيثُوا بِي مِنْ كُلِّ قُلُوبِهِمْ، بَلْ وَلْوَلُوا فِي مَضَاجِعِهِمْ، وَتَجَمَّعُوا حَوْلَ أَصْنَامِهِمْ يَطْلُبُونَ قَمْحاً وَخَمْراً، وَارْتَدُّوا عَنِّي. | ١٤ 14 |
वे मुझे अपने हृदय से नहीं पुकारते पर अपने बिछौने पर पड़े विलाप करते हैं. अनाज और नई दाखमधु के लिये वे अपने देवताओं से याचना करते हुए अपने आपको घायल करते हैं, पर वे मुझसे दूर रहते हैं.
دَرَّبْتُهُمْ عَلَى الْقِتَالِ وشَدَّدْتُهُمْ، وَمَعَ ذَلِكَ ارْتَكَبُوا الشَّرَّ ضِدِّي. | ١٥ 15 |
मैंने उन्हें प्रशिक्षित किया और उनकी सेना को सशक्त किया, पर वे मेरे ही विरुद्ध षड़्यंत्र रचते हैं.
لَا يَرْجِعُونَ إِلَيَّ، فَهُمْ كَقَوْسٍ مُلْتَوِيَةٍ مُخْطِئَةٍ. يَهْلِكُ رُؤَسَاؤُهُمْ بِالسَّيْفِ لِفَرْطِ سَلاطَةِ أَلْسِنَتِهِمْ، وَيُصْبِحُ مَصِيرُهُمْ مَثَارَ سُخْرِيَةِ الْمِصْرِيِّينَ. | ١٦ 16 |
वे सर्वोच्च परमेश्वर की ओर नहीं फिर रहे हैं; वे त्रुटिपूर्ण धनुष के समान हैं. उनके अगुएं घमंड से भरी बातों के कारण तलवार से मारे जाएंगे. इसी कारण से उन्हें मिस्र देश में ठट्ठों में उड़ाया जाएगा.