< عِبرانِيّين 4 >

وَمَادَامَ الْوَعْدُ بِالدُّخُولِ إِلَى الرَّاحَةِ الإِلَهِيَّةِ قَائِماً حَتَّى الآنَ، فَلْنَخَفْ: فَرُبَّمَا تَبَيَّنَ أَنَّ بَعْضاً مِنْكُمْ قَدْ فَشَلُوا فِي الدُّخُولِ. ١ 1
इस करकै परमेसवर नै म्हारे ताहीं वादा करया सै, के हम आराम की जगहां पै जावैंगे, क्यूँके आराम की जगहां म्ह बड़ण का वादा इब भी सै, तो हमनै भोत सावधान रहणा चाहिए, इसा ना हो के थारे म्ह तै कोए माणस आराम की जगहां जाण म्ह नाकामयाब हो जा, जिस ताहीं देण का वादा परमेसवर नै म्हारे ताहीं करया सै।
ذَلِكَ أَنَّ الْبِشَارَةَ بِالْوَعْدِ قَدْ وَصَلَتْ إِلَيْنَا، نَحْنُ أَيْضاً، كَمَا كَانَتْ قَدْ وَصَلَتْ إِلَى ذَلِكَ الشَّعْبِ. وَلَكِنَّ الْبِشَارَةَ لَمْ تَنْفَعْ سَامِعِيهَا شَيْئاً، لأَنَّهُمْ قَابَلُوهَا بِالرَّفْضِ فَلَمْ يُؤْمِنُوا بِها. ٢ 2
जिस तरियां हमनै यीशु मसीह के बारें म्ह सुसमाचार सुण्या, अर उन इस्राएल के माणसां नै भी जिन नै आराम की जगहां म्ह बड़ण के बारें म्ह सुसमाचार सुण्या पर उननै उस सुसमाचार पै बिश्वास न्ही करया, इस कारण उनकै खात्तर संदेश बेकार ठैहराया।
أَمَّا نَحْنُ، الَّذِينَ آمَنَّا بِالْبِشَارَةِ، فَسَوْفَ نَدْخُلُ الرَّاحَةَ الإِلَهِيَّةَ. إِذْ قَالَ عَنِ الَّذِينَ لَمْ يُؤْمِنُوا: «وَهَكَذَا، فِي غَضَبِي، أَقْسَمْتُ قَائِلاً: إِنَّهُمْ لَنْ يَدْخُلُوا مَكَانَ رَاحَتِي!» هَذِهِ الرَّاحَةُ، كَانَتْ جَاهِزَةً مُنْذُ أَنْ أَتَمَّ اللهُ تَأْسِيسَ الْعَالَمِ. ٣ 3
पर म्हारे ताहीं जो परमेसवर नै कह्या सै, हम उसपै भरोस्सा करां सां, अर हम आराम की जगहां म्ह बडांगे। जिसा औरां खात्तर परमेसवर नै कह्या सै, “मन्नै अपणे छो म्ह कसम खाई के वे मेरी आराम की जगहां म्ह बड़ण न्ही पावैंगें।” फेर भी उसके काम दुनिया के बणाण तै पैहल्याए पूरे हो लिए थे।
فَقَدْ قَالَ فِي مَوْضِعٍ مِنَ الْكِتَابِ مُشِيراً إِلَى الْيَوْمِ السَّابِعِ: «ثُمَّ اسْتَرَاحَ اللهُ مِنْ جَمِيعِ أَعْمَالِهِ فِي الْيَوْمِ السَّابِعِ». ٤ 4
क्यूँके सातमै दिन कै बारै म्ह परमेसवर नै पवित्र ग्रन्थ म्ह न्यू कह्या सै, “परमेसवर नै सातमै दिन अपणे सारे काम्मां ताहीं निपटा कै बिश्राम करया।”
ثُمَّ عَادَ فَقَالَ: «لَنْ يَدْخُلُوا مَكَانَ رَاحَتِي!» ٥ 5
हमनै यो भी पढ़्या के उसनै बाद म्ह कह्या, के “वे मेरै आराम की जगहां म्ह बड़ण न्ही पावैंगें।”
وَهَكَذَا، يَتَبَيَّنُ أَنَّ الرَّاحَةَ الإِلَهِيَّةَ هِيَ فِي انْتِظَارِ مَنْ سَيَدْخُلُونَ إِلَيْهَا. وَبِمَا أَنَّ الَّذِينَ تَلَقَّوْا الْبِشَارَةَ بِها أَوَّلاً لَمْ يَدْخُلُوا إِلَيْهَا بِسَبَبِ تَمَرُّدِهِمْ، ٦ 6
इस्राएल के वे माणस जिन ताहीं सुसमाचार सुणाया गया था, वो आराम की जगहां म्ह बड़ण म्ह नाकामयाब रहे, क्यूँके उननै परमेसवर के हुकम ताहीं कोनी मान्या था, पर उस आराम की जगहां म्ह जाण का इब भी मौक्का सै।
أَعْلَنَ اللهُ عَنْ فُرْصَةٍ جَدِيدَةٍ، إِذْ قَالَ: «الْيَوْمَ» بِلِسَانِ دَاوُدَ، بَعْدَمَا مَضَى زَمَانٌ طَوِيلٌ عَلَى مَا كَانَ قَدْ قَالَهُ قَدِيماً: «الْيَوْمَ، إِنْ سَمِعْتُمْ صَوْتَهُ، فَلا تُقَسُّوا قُلُوبَكُمْ». ٧ 7
ज्यांतै उसनै आराम की जगहां म्ह बड़ण का एक और मौक्का तय करया, अर वो मौक्का आज सै। म्हारे पूर्वजां के बिद्रोह के कई साल्लां बाद, दाऊद के मुँह तै यो कह्या था, “जै आज थम उसकी आवाज सुणो, तो उस ताहीं सुणकै इन्कार ना करो।”
فَلَوْ كَانَ يَشُوعُ قَدْ أَدْخَلَ الشَّعْبَ إِلَى الرَّاحَةِ، لَمَا تَكَلَّمَ اللهُ بَعْدَ ذَلِكَ عَنْ مَوْعِدٍ جَدِيدٍ لِلدُّخُولِ بِقَوْلِهِ: «الْيَومَ». ٨ 8
हम यो भी जाणा सां के परमेसवर नै जो आराम की जगहां का वादा करया सै, वो कनान देश कोनी, जिसपै यहोशू नै म्हारे पूर्वजां की अगुवाई करी थी, जै यो कनान देश होन्दा, तो परमेसवर नै बाद म्ह यो न्ही कह्या होगा, के एक और मौक्का सै।
إِذَنْ، مَازَالَتِ الرَّاحَةُ الْحَقِيقِيَّةُ مَحْفُوظَةً لِشَعْبِ اللهِ. ٩ 9
यो भी हो सकै सै, के परमेसवर के माणसां नै इस तरियां के तरिक्कें तै आराम करणा पड़ै, जिस तरियां तै परमेसवर नै दुनिया बणाण के सातवे दिन आराम करया था।
فَالَّذِي يَدْخُلُ تِلْكَ الرَّاحَةَ، يَسْتَرِيحُ هُوَ أَيْضاً مِنْ أَعْمَالِهِ، كَمَا اسْتَرَاحَ اللهُ مِنْ أَعْمَالِهِ. ١٠ 10
क्यूँके जो उसकै आराम की जगहां म्ह बड़या सै, उसनै भी परमेसवर की ढाळ अपणे काम पूरे करकै बिश्राम करया सै।
لِذَلِكَ، لِنَجْتَهِدْ جَمِيعاً لِلدُّخُولِ إِلَى تِلْكَ الرَّاحَةِ، لِكَيْ لَا يَسْقُطَ أَحَدٌ مِنَّا كَمَا سَقَطَ أُولَئِكَ الَّذِينَ عَصَوْا أَمْرَ اللهِ. ١١ 11
इस करकै हम उस आराम की जगहां म्ह बड़ण की कोशिश बड़ी मेहनत कै साथ करा, ताके कोए भी उन माणसां की तरियां ना बणे जिननै परमेसवर के हुकम ताहीं मानण तै इन्कार कर दिया, फेर हम उसकी आराम की जगहां म्ह बड़ण पावांगे।
ذَلِكَ لأَنَّ كَلِمَةَ اللهِ حَيَّةٌ، وَفَعَّالَهٌ، وَأَمْضَى مِنْ كُلِّ سَيْفٍ لَهُ حَدَّانِ، وَخَارِقَةٌ إِلَى مُفْتَرَقِ النَّفْسِ وَالرُّوحِ وَالْمَفَاصِلِ وَنُخَاعِ الْعِظَامِ، وَقَادِرَةٌ أَنْ تُمَيِّزَ أَفْكَارَ الْقَلْبِ وَنِيَّاتِهِ. ١٢ 12
क्यूँके परमेसवर का वचन जिन्दा, अर प्रभावशाली सै, अर वो एक दोधारी तलवार तै भी घणा पैना सै। वो प्राण अर आत्मा ताहीं, अर गाँठ-गाँठ अर गुद्दे-गुद्दे ताहीं न्यारा करकै आरम-पार पाड़ दे सै अर मन की भावनायां अर विचारां ताहीं परख ले सै।
وَلَيْسَ هُنَالِكَ مَخْلُوقٌ وَاحِدٌ مَحْجُوبٌ عَنْ نَظَرِ اللهِ، بَلْ كُلُّ شَيْءٍ عُرْيَانٌ وَمَكْشُوفٌ أَمَامَ عَيْنَيْهِ، هُوَ الَّذِي سَنُؤَدِّي لَهُ حِسَاباً. ١٣ 13
जिस ताहीं लेखा देणा सै, उसकी नजर तै कोए भी प्राणी छुप्या कोनी। सारी चीज उसके स्याम्ही साफ अर खुली होड़ सै।
فَمَادَامَ لَنَا رَئِيسَ كَهَنَتِنَا الْعَظِيمُ الَّذِي ارْتَفَعَ مُجْتَازاً السَّمَاوَاتِ، وَهُوَ يَسُوعُ ابْنُ اللهِ، فَلْنَتَمَسَّكْ دَائِماً بِالاعْتِرَافِ بِهِ. ١٤ 14
ज्यांतै जिब म्हारा इसा बड्ड़ा महायाजक सै, जो सुर्ग म्ह चल्या गया सै, यानिके परमेसवर का बेट्टा यीशु, तो आओ, हम बिश्वास म्ह पक्के बणे रहवां जो हमनै सारे माणसां के आग्गै स्वीकार करया सै।
ذَلِكَ لأَنَّ رَئِيسَ الْكَهَنَةِ الَّذِي لَنَا، لَيْسَ عَاجِزاً عَنْ تَفَهُّمِ ضَعَفَاتِنَا، بَلْ إِنَّهُ قَدْ تَعَرَّضَ لِلتَّجَارِبِ الَّتِي نَتَعَرَّضُ نَحْنُ لَهَا، إِلّا أَنَّهُ بِلا خَطِيئةٍ. ١٥ 15
क्यूँके म्हारा यो महायाजक जो यीशु मसीह सै, म्हारी हरेक कमजोरियाँ नै जाणे सै, बल्के वो सारी बात्तां म्ह म्हारै तरियां परख्या तो गया, फेर भी निष्पाप लिकड़या।
فَلْنَتَقَدَّمْ بِثِقَةٍ إِلَى عَرْشِ النِّعْمَةِ، لِنَنَالَ الرَّحْمَةَ وَنَجِدَ نِعْمَةً تُعِينُنَا عِنْدَ الْحَاجَةِ. ١٦ 16
इस करकै आओ, हम परमेसवर के स्याम्ही बिना डर के जावां जो करुणा तै भरा होया सै, फेर परमेसवर म्हारै पै दया करैगा, अर जिब हमनै मदद की जरूरत होगी तो वो म्हारी मदद करैगा।

< عِبرانِيّين 4 >