< تَثنِيَة 3 >
ثُمَّ تَحَوَّلْنَا وَاتَّجَهْنَا نَحْوَ طَرِيقِ بَاشَانَ، فَخَرَجَ عُوجُ مَلِكُ بَاشَانَ لِمُحَارَبَتِنَا بِكَامِلِ جَيْشِهِ، فِي إذْرَعِي. | ١ 1 |
फिर हमने मुड़कर बाशान के मार्ग से आगे बढ़ गए. बाशान का राजा ओग अपनी सारी सेना लेकर हमसे युद्ध करने एद्रेइ जा पहुंचा.
فَقَالَ لِي الرَّبُّ: «لا تَخَفْ مِنْهُ. قَدْ نَصَرْتُكَ عَلَيْهِ مَعَ سَائِرِ جَيْشِهِ وَأَرْضِهِ، فَتَفْعَلُ بِهِ كَمَا فَعَلْتَ بِسِيحُونَ مَلِكِ الأَمُورِيِّينَ الَّذِي كَانَ مُقِيماً فِي حَشْبُونَ.» | ٢ 2 |
मगर याहवेह ने मुझे यह आश्वासन दिया, “उससे डरने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैंने उसे, उसकी सारी सेना तथा प्रजा को तुम्हारे अधीन कर दिया है. तुम उसके साथ वही सब करोगे, जो तुमने हेशबोन निवासी अमोरियों के राजा सीहोन के साथ किया था.”
فَحَقَّقَ لَنَا إِلَهُنَا النَّصْرَ أَيْضاً عَلَى عُوجٍ مَلِكِ بَاشَانَ وَعَلَى سَائِرِ جَيْشِهِ، فَهَزَمْنَاهُ حَتَّى لَمْ يَنْجُ مِنْهُمْ حَيٌّ، | ٣ 3 |
इसी प्रकार याहवेह, हमारे परमेश्वर ने बाशान के राजा ओग को भी उसकी सारी सेना सहित हमारे अधीन कर दिया. हम उनका नाश इस सीमा तक करते चले गए कि कोई भी जीवित न रहा.
وَاسْتَوْلَيْنَا عَلَى جَمِيعِ مُدُنِهِ وَكُلِّ قُرَاهُ. فَكَانَتْ فِي جُمْلَتِهَا سِتِّينَ مَدِينَةً مُنْتَشِرَةً فِي كُلِّ مِنْطَقَةِ أَرْجُوبَ الَّتِي تُشَكِّلُ مَمْلَكَةَ عُوجٍ فِي بَاشَانَ. | ٤ 4 |
उस समय हमने उसके सारे नगर अपने अधिकार में कर लिए; एक भी नगर ऐसा न रहा, जो हमने उनसे न छीना हो: साठ नगर, बाशान में ओग का साम्राज्य अर्थात् अरगोब का सारा क्षेत्र.
وَكَانَتْ جَمِيعُ هَذِهِ مُدُناً مُحَصَّنَةً بِالأَسْوَارِ الْعَالِيَةِ وَالأَبْوَابِ وَالْمَزَالِيجِ، فَضْلاً عَنْ قُرَى الصَّحْرَاءِ الْكَثِيرَةِ. | ٥ 5 |
इन सभी नगरों की दीवारें ऊंची-ऊंची थीं, इनमें फाटक और छड़ें थीं. इनके अलावा कुछ नगर ऐसे भी थे, जिनकी दीवारें न थीं.
فَدَمَّرْنَاهَا كَمَا فَعَلْنَا بِمُدُنِ سِيحُونَ مَلِكِ حَشْبُونَ، وَقَضَيْنَا عَلَى الرِّجَالِ وَالنِّسَاءِ وَالأَطْفَالِ. | ٦ 6 |
हमने इन सभी को पूरी तरह गिरा दिया, ठीक जिस प्रकार हमने हेशबोन के राजा सीहोन के साथ किया था-पुरुषों, स्त्रियों और बालकों को हर एक नगर में पूरी तरह नाश कर डाला.
وَلَكِنَّنَا غَنِمْنَا لأَنْفُسِنَا كُلَّ الْبَهَائِمِ وَأَسْلابِ الْمُدُنِ. | ٧ 7 |
मगर हमने सभी पशुओं और नगरों से इकट्ठा की गई सामग्री को अपने लिए रख लिया.
وَأَخَذْنَا حِينَئِذٍ مِنْ أَيْدِي مَلِكَيِ الأَمُورِيِّينَ الأَرْضَ الْوَاقِعَةَ شَرْقِيَّ نَهْرِ الأُرْدُنِّ مِنْ وَادِي أَرْنُونَ حَتَّى جَبَلِ حَرْمُونَ. | ٨ 8 |
इस प्रकार हमने यरदन के पार के दो अमोरी राजाओं की अधीनता से, आरनोन की घाटी से लेकर हरमोन पर्वत तक की भूमि को अपने अधिकार में ले लिया.
وَيَدْعُو الصِّيدُونِيُّونَ جَبَلَ حَرْمُونَ «سِرْيُونَ». أَمَّا الأَمُورِيُّونَ فَيَدْعُونَهُ «سَنِيرَ». | ٩ 9 |
(सीदोनवासी हरमोन को सिरिओन और अमोरी इसे सेनीर कहकर पुकारते हैं.)
وَهَكَذَا اسْتَوْلَيْنَا عَلَى جَمِيعِ مُدُنِ السَّهْلِ وَسَائِرِ جِلْعَادَ وَبَاشَانَ إِلَى سَلْخَةَ وَإِذْرَعِي مَدِينَتَيْ مَمْلَكَةِ عُوجٍ فِي بَاشَانَ. | ١٠ 10 |
इनके अलावा पठार के सारे नगर, सारे गिलआद, सारे बाशान, सलेकाह और एद्रेइ, जो बाशान में ओग के राज्य में थे.
وَكَانَ عُوجٌ آخِرَ الْجَبَابِرَةِ الرَّفَائِيِّينَ. وَكَانَ سَرِيرُهُ مَصْنُوعاً مِنْ حَدِيدٍ، وَلا يَزَالُ مَحْفُوظاً فِي (مُتْحَفِ) رَبَّةِ بَنِي عَمُّونَ. طُولُهُ تِسْعُ أَذْرُعٍ (نَحْوَ أَرْبَعَةِ أَمْتَارٍ وَنِصْفِ الْمِتْرِ) وَعَرْضُهُ أَرْبَعُ أَذْرُعٍ (نَحْوَ مِتْرَيْنِ). | ١١ 11 |
(रेफाइम के बचे हुए भाग में केवल बाशान का राजा ही शेष रह गया था. उल्लेखनीय बात यह है कि उसकी चारपाई लौह की थी; यह अब तक अम्मोनियों के रब्बाह में स्थापित है. यह लगभग चार मीटर लंबी और डेढ़ मीटर चौड़ी है.)
وَقَدِ امْتَلَكْنَا آنَئِذٍ هَذِهِ الأَرْضَ، فَأَعْطَيْتُ لِلرَّأُوبَيْنِيِّينَ وَالْجَادِيِّينَ بِلادَ عَرُوعِيرَ الْوَاقِعَةَ عَلَى وَادِي أَرْنُونَ وَنِصْفَ جَبَلِ جِلْعَادَ. | ١٢ 12 |
फिर हमने उसी समय इस देश को अपने अधिकार में कर लिया. यह आरनोन की घाटी अरोअर से गिलआद के आधे क्षेत्र और इसमें स्थित नगरों का क्षेत्र है, जो मैंने रियूबेन और गाद के घराने को दे दिया.
كَمَا أَعْطَيْتُ لِنِصْفِ سِبْطِ مَنَسَّى بَقِيَّةَ جِلْعَادَ، وَكُلَّ مِنْطَقَةِ أَرْجُوبَ وَبَاشَانَ الَّتِي كَانَتْ تُشَكِّلُ مَمْلَكَةَ عُوجٍ، وَهِيَ تُدْعَى أَيْضاً أَرْضَ الرَّفَائِيِّينَ. | ١٣ 13 |
बचा हुआ गिलआद, सारा बाशान अर्थात् जो ओग का साम्राज्य था, मैंने मनश्शेह के आधे गोत्र को दे दिया. (यह था अरगोब का पूरा क्षेत्र. सारे बाशान के बारे में कहा जाता है, कि यह रेफाइम का देश है.
فَأَخَذَ يَائِيرُ مِنْ ذُرِّيَّةِ مَنَسَّى جَمِيعَ مِنْطَقَةِ أَرْجُوبَ حَتَّى حُدُودِ الْجَشُورِيِّينَ وَالْمَعْكِيِّينَ، وَأَطْلَقَ اسْمَهُ عَلَى أَرْضِ بَاشَانَ، فَدَعَاهَا حَوُّوثَ يَائِيرَ (وَمَعْنَاهَا قُرَى يَائِيرَ) إِلَى هَذَا الْيَوْمِ. | ١٤ 14 |
मनश्शेह के पुत्र याईर ने गेशूरियों और माकाहथियों की सीमाओं तक पूरा क्षेत्र अपने अधिकार में कर लिया, अर्थात् अपने नाम के अनुरूप बाशान और हव्वोथ-याईर, जो उसका आधुनिक नाम है.)
كَذَلِكَ أَعْطَيْتُ مَاكِيرَ جِلْعَادَ. | ١٥ 15 |
माखीर को मैंने गिलआद दे दिया.
أَمَّا الرَّأُوبَيْنِيُّونَ وَالْجَادِيُّونَ فَقَدْ مَلَّكْتُهُمُ الْمِنْطَقَةَ الْمُمْتَدَّةَ مِنْ جِلْعَادَ حَتَّى مُنْتَصَفِ وَادِي أَرْنُونَ، حَيْثُ تَنْتَهِي حُدُودُهُمْ. وَكَذَلِكَ إِلَى وَادِي يَبُّوقَ الْمُتَاخِمِ لِحُدُودِ بَنِي عَمُّونَ. | ١٦ 16 |
रियूबेन और गाद के घराने को मैंने गिलआद का वह क्षेत्र दे दिया, जो आरनोन की घाटी तक फैला है (इसकी सीमा घाटी के बीच तक थी) और यब्बोक नदी तक, जो अम्मोनियों की सीमा भी थी.
كَمَا امْتَدَّتْ حُدُودُهُمْ إِلَى الْغَرْبِ حَتَّى نَهْرِ الأُرْدُنِّ فِي وَادِي الْعَرَبَةِ، مِنْ كِنَّارَةَ إِلَى الْبَحْرِ الْمَيِّتِ تَحْتَ سُفُوحِ جَبَلِ الْفِسْجَةِ شَرْقاً. | ١٧ 17 |
इसके अलावा अराबाह भी, जिसकी सीमा यरदन हो गई, किन्नेरेथ से लेकर अराबाह सागर तक, लवण-सागर, जिसके पूर्व में पिसगाह की ढलान की तलहटी है.
وَأَمَرْتُ سِبْطَيْ رَأُوبَيْنَ وَجَادٍ وَنِصْفَ سِبْطِ مَنَسَّى قَائِلاً: قَدْ أَوْرَثَكُمُ الرَّبُّ إِلَهُكُمْ هَذِهِ الأَرْضَ لِتَمْتَلِكُوهَا. فَلْيَعْبُرْ أَبْطَالُكُمْ مُدَجَّجِينَ بِالسِّلاحِ فِي طَلِيعَةِ إِخْوَتِكُمْ بَنِي إِسْرَائِيلَ. | ١٨ 18 |
इसके बाद मैंने उस समय तुम्हें यह आदेश दिया, “याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर ने तुम्हें यह देश अपने अधिकार में करने के उद्देश्य से दे दिया. तुम्हारे सारे वीर योद्धा शस्त्रों से सुसज्जित हो इस्राएल वंशज तुम्हारे भाइयों के आगे-आगे नदी पार करेंगे.
وَلْتَمْكُثْ نِسَاؤُكُمْ وَأَطْفَالُكُمْ وَمَوَاشِيكُمْ، الَّتِي أَعْلَمُ كَثْرَتَهَا، فِي مُدُنِكُمُ الَّتِي وَهَبْتُهَا لَكُمْ | ١٩ 19 |
मगर तुम्हारी पत्नियां, तुम्हारे बालक और तुम्हारे पशु मुझे मालूम है कि तुम्हारे पास बहुत पशु धन है, तुम्हारे साथ उसी समय तक उन्हीं नगरों में रहेंगे, जो मैंने तुम्हें दे दिए हैं,
إِلَى أَنْ يَمْتَلِكَ إِخْوَتُكُمُ الأَرْضَ الَّتِي يُوَرِّثُهَا الرَّبُّ إِلَهُكُمْ لَهُمْ غَرْبِيَّ الأُرْدُنِّ وَيُرِيحُهُمْ مِثْلَكُمْ. ثُمَّ يَرْجِعُ كُلٌّ مِنْكُمْ إِلَى مُلْكِهِ الَّذِي وَهَبْتُهُ لَهُ. | ٢٠ 20 |
जब तक याहवेह तुम्हारे बंधुओं को तुम्हारे समान शांति और विश्राम न दे दें, और वे भी उस देश को अपने अधिकार में न कर लें, जो याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर तुम्हें यरदन पार देने पर हैं. यह सब होने पर तुममें से हर एक मेरे द्वारा तुम्हें सौंपी गई संपत्ति को लौटाओगे.”
وَقُلْتُ حِينَذَاكَ لِيَشُوعَ: «لَقَدْ شَهِدَتْ عَيْنَاكَ مَا أَنْزَلَ الرَّبُّ إِلَهُكُمْ بِهَذَيْنِ الْمَلِكَيْنِ، فَإِنَّهُ هَكَذَا سَيَصْنَعُ بِجَمِيعِ الْمَمَالِكِ الَّتِي أَنْتَ عَابِرٌ إِلَيْهَا. | ٢١ 21 |
उस समय मैंने यहोशू को यह आदेश दिया, “तुमने तो खुद ही यह देख लिया है, कि याहवेह तुम्हारे परमेश्वर ने इन दो राजाओं के साथ क्या किया है; यही सब याहवेह उन सभी साम्राज्यों के साथ भी करेंगे, जिनसे होकर तुम निकलोगे.
لَا تَجْزَعُوا مِنْهُمْ لأَنَّ الرَّبَّ إِلَهَكُمْ يُحَارِبُ عَنْكُمْ». | ٢٢ 22 |
तुम उनसे कदापि भयभीत न होना; क्योंकि यह युद्ध वह है, जो याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर तुम्हारी ओर से लड़ेंगे.”
وَتَضَرَّعْتُ إِلَى الرَّبِّ فِي ذَلِكَ الْحِينِ قَائِلاً: | ٢٣ 23 |
मैंने उस समय याहवेह से यह विनती की:
«يَا سَيِّدُ هَا أَنْتَ قَدِ ابْتَدَأْتَ تُعْلِنُ لِعَبْدِكَ عَظَمَتَكَ وَقُوَّةَ قُدْرَتِكَ فَأَيُّ إِلَهٍ فِي السَّمَاءِ وَعَلَى الأَرْضِ يُجْرِي مِثْلَ أَعْمَالِكَ وَجَبَرُوتِكَ. | ٢٤ 24 |
“प्रभु याहवेह, आपने अपने सेवक पर अपनी महिमा और सामर्थ्य दिखाना शुरू किया है. क्योंकि स्वर्ग और पृथ्वी पर कौन है ऐसा देवता, जो आपके समान ऐसे काम और सामर्थ्य से भरे काम पूरे कर सके?
دَعْنِي أَعْبُرُ لأَرَى لُبْنَانَ وَالأَرْضَ الْخَصِيبَةَ غَرْبِيَّ الأُرْدُنِّ بِتِلالِهَا الطَّيِّبَةِ». | ٢٥ 25 |
प्रभु, मेरी विनती है, कृपा कर मुझे यरदन के पार जाकर उस श्रेष्ठ देश को सिर्फ देख लेने दीजिए, उस सुहावने पर्वतीय प्रदेश और लबानोन को.”
لَكِنَّ الرَّبَّ غَضِبَ عَلَيَّ مِنْ أَجْلِكُمْ، وَلَمْ يَسْتَجِبْ لِي، بَلْ قَالَ: كَفَاكَ. لَا تَعُدْ تُكَلِّمُنِي فِي هَذَا الأَمْرِ. | ٢٦ 26 |
मगर याहवेह तुम्हारे कारण मुझसे क्रोधित थे. उन्होंने मेरी इस विनती को अनसुनी की. उन्होंने कहा, “बहुत हो चुका, अब मुझसे इस विषय का वर्णन न करना.
اصْعَدْ إِلَى قِمَّةِ جَبَلِ الْفِسْجَةِ وَتَلَفَّتْ إِلَى الْغَرْبِ وَالشِّمَالِ وَالْجَنُوبِ وَالشَّرْقِ وَشَاهِدِ الأَرْضَ بِعَيْنَيْكَ لَكِنْ لَنْ تَعْبُرَ إِلَى غَرْبِيِّ نَهْرِ الأُرْدُنِّ. | ٢٧ 27 |
पिसगाह पर्वत शिखर पर चले जाओ, पश्चिम, उत्तर, पूर्व और दक्षिण दिशा की ओर दृष्टि कर उसको देख लो, क्योंकि यरदन के पार तो तुम जा ही न सकोगे.
إِنَّمَا يَشُوعُ هُوَ الَّذِي يَقُودُ هَذَا الشَّعْبَ، وَهُوَ الَّذِي يَقْسِمُ لَهُمُ الأَرْضَ الَّتِي تُشَاهِدُهَا. كَذَلِكَ أَوْصِهِ وَثَبِّتْهُ وَشَجِّعْهُ. | ٢٨ 28 |
हां, यहोशू को नियुक्त करो, उसे प्रोत्साहित करो, उसे दृढ़ बनाओ, क्योंकि वही इन लोगों का अगुआ होकर यरदन के पार जाएगा और वही उन्हें मीरास में वह देश प्रदान करेगा, जिसे तुम देखने पर हो.”
وَهَكَذَا مَكَثْنَا فِي الْوَادِي مُقَابِلَ بَيْتِ فَغُورَ. | ٢٩ 29 |
तब हम बेथ-पिओर के पास की घाटी में ही ठहरे रहे.