< 1 كورنثوس 5 >

قَدْ شَاعَ فِعْلاً أَنَّ بَيْنَكُمْ زِنىً. وَمِثْلُ هَذَا الزِّنَى لَا يُوجَدُ حَتَّى بَيْنَ الْوَثَنِيِّينَ. ذَلِكَ بِأَنَّ رَجُلاً مِنْكُمْ يُعَاشِرُ زَوْجَةَ أَبِيهِ. ١ 1
तुम्हारे बीच में हो रहा वेश्यागामी हर जगह चर्चा का विषय बन गया है, वह भी ऐसा यौनाचार, जो गैर-यहूदियों तक में नहीं पाया जाता: किसी ने तो अपने पिता की स्त्री को ही रख लिया है.
وَمَعَ ذَلِكَ، فَأَنْتُمْ مُنْتَفِخُونَ تَكَبُّراً، بَدَلاً مِنْ أَنْ تَنُوحُوا حَتَّى يُسْتَأْصَلَ مِنْ بَيْنِكُمْ مُرْتَكِبُ هَذَا الْفِعْلِ! ٢ 2
इसके अलावा इस पर लज्जित होने के बजाय तुम्हें इसका गर्व है! ऐसे व्यक्ति को तो तुम्हारे बीच से निकाल देना चाहिए था?
فَإِنِّي، وَأَنَا غَائِبٌ عَنْكُمْ بِالْجَسَدِ وَلكِنْ حَاضِرٌ بَيْنَكُمْ بِالرُّوحِ، قَدْ حَكَمْتُ عَلَى الْفَاعِلِ كَأَنِّي حَاضِرٌ: ٣ 3
शारीरिक रूप से अनुपस्थित होने पर भी मैं तुम्हारे बीच आत्मा में उपस्थित हूं और मैं उस बुरा काम करनेवाले के विरुद्ध अपना निर्णय ऐसे दे चुका हूं मानो मैं स्वयं वहां उपस्थित हूं.
بِاسْمِ رَبِّنَا يَسُوعَ الْمَسِيحِ، إِذْ تَجْتَمِعُونَ مَعاً، وَرُوحِي مَعَكُمْ، فَبِسُلْطَةِ رَبِّنَا يَسُوعَ الْمَسِيحِ، ٤ 4
जब तुम प्रभु येशु मसीह के नाम में इकट्ठा होते हो, और मसीह येशु की सामर्थ्य के साथ आत्मा में मैं तुम्हारे बीच,
يُسَلَّمُ مُرْتَكِبُ هَذَا الْفِعْلِ إِلَى الشَّيْطَانِ، لِيَهْلِكَ جَسَدُهُ؛ أَمَّا رُوحُهُ فَتَخْلُصُ فِي يَوْمِ الرَّبِّ يَسُوعَ. ٥ 5
तब उस बुरा काम करनेवाले को शैतान के हाथों सौंप दिया जाए कि उसका शरीर तो नाश हो जाए, किंतु प्रभु के दिन उसकी आत्मा का उद्धार हो.
لَيْسَ افْتِخَارُكُمْ فِي مَحَلِّهِ! أَلَسْتُمْ تَعْلَمُونَ أَنَّ خَمِيرَةً صَغِيرَةً تُخَمِّرُ الْعَجِينَ كُلَّهُ؟ ٦ 6
तुम्हारा घमंड करना बिलकुल भी अच्छा नहीं है. क्या तुम नहीं जानते कि थोड़े से खमीर से ही पूरा गूंथा हुआ आटा खमीर हो जाता है?
فَاعْزِلُوا الْخَمِيرَةَ الْعَتِيقَةَ مِنْ بَيْنِكُمْ لِتَكُونُوا عَجِيناً جَدِيداً، لأَنَّكُمْ فَطِيرٌ! فَإِنَّ حَمَلَ فِصْحِنَا، أَيِ الْمَسِيحَ، قَدْ ذُبِحَ. ٧ 7
निकाल फेंको इस खमीर को कि तुम एक नया गूंथा हुआ आटा बन जाओ, जैसे कि तुम अखमीरी ही हो, क्योंकि हमारा फ़सह वास्तव में मसीह की बलि द्वारा पूरा हुआ है.
فَلْنُعَيِّدْ إِذَنْ، لَا بِخَمِيرَةٍ عَتِيقَةٍ، وَلا بِخَمِيرَةِ الْخُبْثِ وَالشَّرِّ، بَلْ بِفَطِيرِ الْخَلاصِ وَالْحَقِّ. ٨ 8
हम बुराई व दुष्टता के पुराने खमीर से नहीं परंतु सीधाई व सच्चाई की अखमीरी रोटी से उत्सव मनाएं.
كَتَبْتُ إِلَيْكُمْ فِي رِسَالَتِي أَنْ لَا تُعَاشِرُوا الزُّنَاةَ. ٩ 9
अपने पत्र में मैंने तुम्हें लिखा था कि बुरा काम करनेवालों से कोई संबंध न रखना.
فَلا أَعْنِي زُنَاةَ هَذَا الْعَالَمِ أَوِ الطَّمَّاعِينَ أَوِ السَّرَّاقِينَ أَوْ عَابِدِي الأَصْنَامِ عَلَى وَجْهِ الإِطْلاقِ، وَإلَّا كُنْتُمْ مُضْطَرِّينَ إِلَى الْخُرُوجِ مِنَ الْمُجْتَمَعِ الْبَشَرِيِّ! ١٠ 10
मेरा मतलब यह बिलकुल न था कि तुम संसार के उन सभी व्यक्तियों से, जो बुरा काम करनेवाले, लोभी, ठग या मूर्तिपूजक हैं, कोई संबंध न रखना, अन्यथा तुम्हें तो संसार से ही बाहर हो जाना पड़ेगा.
أَمَّا الآنَ فَقَدْ كَتَبْتُ إِلَيْكُمْ بِأَنْ لَا تُعَاشِرُوا مَنْ يُسَمَّى أَخاً إِنْ كَانَ زَانِياً أَوْ طَمَّاعاً أَوْ عَابِدَ أَصْنَامٍ أَوْ شَتَّاماً أَوْ سِكِّيراً أَوْ سَرَّاقاً. فَمِثْلُ هَذَا لَا تُعَاشِرُوهُ وَلا تَجْلِسُوا مَعَهُ لِتَنَاوُلِ الطَّعَامِ. ١١ 11
वास्तव में मेरा मतलब यह था कि तुम्हारा ऐसे किसी साथी विश्वासी के साथ, जो बुरा काम करनेवाले, लोभी, मूर्तिपूजक, बकवादी, पियक्कड़ या ठग हो, संबंध रखना तो दूर, भोजन करना तक ठीक न होगा.
فَمَالِي وَلِلَّذِينَ خَارِجَ (الْكَنِيسَةِ) حَتَّى أَدِينَهُمْ؟ أَلَسْتُمْ أَنْتُمْ تَدِينُونَ الَّذِينَ دَاخِلَهَا؟ ١٢ 12
कलीसिया से बाहर के व्यक्तियों का न्याय भला मैं क्यों करूं? किंतु क्या, यह तुम्हारा काम नहीं है कि उनकी जांच करना, जो कलीसिया में हैं?
أَمَّا الَّذِينَ فِي الْخَارِجِ، فَاللهُ يَدِينُهُمْ. «فَاعْزِلُوا مَنْ هُوَ شِرِّيرٌ مِنْ بَيْنِكُمْ». ١٣ 13
बाहरी व्यक्तियों का न्याय परमेश्वर करेंगे. “बाहर निकाल दो अपने बीच से कुकर्मी को.”

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