< رُؤيا 20 >
وَرَأَيْتُ مَلَاكًا نَازِلًا مِنَ ٱلسَّمَاءِ مَعَهُ مِفْتَاحُ ٱلْهَاوِيَةِ، وَسِلْسِلَةٌ عَظِيمَةٌ عَلَى يَدِهِ. (Abyssos ) | ١ 1 |
फिर मय न एक स्वर्गदूत ख स्वर्ग सी उतरतो देख्यो, जेको हाथ म अधोलोक की कुंजी अऊर एक बड़ी संकली होती। (Abyssos )
فَقَبَضَ عَلَى ٱلتِّنِّينِ، ٱلْحَيَّةِ ٱلْقَدِيمَةِ، ٱلَّذِي هُوَ إِبْلِيسُ وَٱلشَّيْطَانُ، وَقَيَّدَهُ أَلْفَ سَنَةٍ، | ٢ 2 |
ओन ऊ अजगर, मतलब पुरानो सांप ख, जो इब्लीस अऊर शैतान हय, पकड़ क हजार साल को लायी संकली सी बान्ध दियो,
وَطَرَحَهُ فِي ٱلْهَاوِيَةِ وَأَغْلَقَ عَلَيْهِ، وَخَتَمَ عَلَيْهِ لِكَيْ لَا يُضِلَّ ٱلْأُمَمَ فِي مَا بَعْدُ، حَتَّى تَتِمَّ ٱلْأَلْفُ ٱلسَّنَةِ. وَبَعْدَ ذَلِكَ لَابُدَّ أَنْ يُحَلَّ زَمَانًا يَسِيرًا. (Abyssos ) | ٣ 3 |
तब ओन ऊ स्वर्गदूत न ओख अधोलोक म डाल क ताला लगाय दियो अऊर ओको पर मुहर लगाय दी ताकी जब हजार साल पूरो होन तक ऊ लोगों ख फिर नहीं भरमाय सकय। हजार साल पूरो होन को बाद थोड़ो समय को लायी ओख छोड्यो जानो जरूरी हय। (Abyssos )
وَرَأَيْتُ عُرُوشًا فَجَلَسُوا عَلَيْهَا، وَأُعْطُوا حُكْمًا. وَرَأَيْتُ نُفُوسَ ٱلَّذِينَ قُتِلُوا مِنْ أَجْلِ شَهَادَةِ يَسُوعَ وَمِنْ أَجْلِ كَلِمَةِ ٱللهِ، وَٱلَّذِينَ لَمْ يَسْجُدُوا لِلْوَحْشِ وَلَا لِصُورَتِهِ، وَلَمْ يَقْبَلُوا ٱلسِّمَةَ عَلَى جِبَاهِهِمْ وَعَلَى أَيْدِيهِمْ، فَعَاشُوا وَمَلَكُوا مَعَ ٱلْمَسِيحِ أَلْفَ سَنَةٍ. | ٤ 4 |
फिर मय न सिंहासनों ख देख्यो, अऊर जो ओको पर बैठ्यो होतो, अऊर उन्ख न्याय करन को अधिकार दियो गयो होतो। मय न उन्की आत्मावों ख भी देख्यो, जिन्को मुंड यीशु की गवाही देनो अऊर परमेश्वर को वचन को वजह काट्यो गयो होतो, अऊर जिन्न ऊ हिंसक पशु की, अऊर नहीं ओकी मूर्ति की पूजा करी होती, अऊर नहीं ओकी छाप अपनो मस्तक अऊर हाथों पर ली होती। अऊर जीन्दो मसीह को संग राजावों को नायी एक हजार साल तक राज्य करतो रहेंन।
وَأَمَّا بَقِيَّةُ ٱلْأَمْوَاتِ فَلَمْ تَعِشْ حَتَّى تَتِمَّ ٱلْأَلْفُ ٱلسَّنَةِ. هَذِهِ هِيَ ٱلْقِيَامَةُ ٱلْأُولَى. | ٥ 5 |
जब तक यो हजार साल पूरो नहीं भयो तब तक बाकी मरयो हुयो जीन्दो नहीं भयो। यो त पहिलो पुनरुत्थान आय।
مُبَارَكٌ وَمُقَدَّسٌ مَنْ لَهُ نَصِيبٌ فِي ٱلْقِيَامَةِ ٱلْأُولَى. هَؤُلَاءِ لَيْسَ لِلْمَوْتِ ٱلثَّانِي سُلْطَانٌ عَلَيْهِمْ، بَلْ سَيَكُونُونَ كَهَنَةً لِلهِ وَٱلْمَسِيحِ، وَسَيَمْلِكُونَ مَعَهُ أَلْفَ سَنَةٍ. | ٦ 6 |
धन्य अऊर पवित्र ऊ आय, जो यो पहिलो पुनरुत्थान को भागी हय। असो पर दूसरी मृत्यु को कुछ भी अधिकार नहाय, हि मसीह अऊर परमेश्वर को याजक होयेंन अऊर ओको संग एक हजार साल तक राज्य करेंन।
ثُمَّ مَتَى تَمَّتِ ٱلْأَلْفُ ٱلسَّنَةِ يُحَلُّ ٱلشَّيْطَانُ مِنْ سِجْنِهِ، | ٧ 7 |
जब हजार साल पूरो होय जायेंन त शैतान कैद सी छोड़ दियो जायेंन।
وَيَخْرُجُ لِيُضِلَّ ٱلْأُمَمَ ٱلَّذِينَ فِي أَرْبَعِ زَوَايَا ٱلْأَرْضِ: جُوجَ وَمَاجُوجَ، لِيَجْمَعَهُمْ لِلْحَرْبِ، ٱلَّذِينَ عَدَدُهُمْ مِثْلُ رَمْلِ ٱلْبَحْرِ. | ٨ 8 |
अऊर ऊ पूरी धरती पर फैलेंन राष्ट्रों ख बहकान लायी निकल पड़ेंन, ऊ गोग अऊर मागोग ख बहकायेंन। ऊ उन्ख लड़ाई को लायी जमा करेंन। हि उतनोच अनगिनत होयेंन जितनो समुन्दर किनार की रेतु को कन।
فَصَعِدُوا عَلَى عَرْضِ ٱلْأَرْضِ، وَأَحَاطُوا بِمُعَسْكَرِ ٱلْقِدِّيسِينَ وَبِٱلْمَدِينَةِ ٱلْمَحْبُوبَةِ، فَنَزَلَتْ نَارٌ مِنْ عِنْدِ ٱللهِ مِنَ ٱلسَّمَاءِ وَأَكَلَتْهُمْ. | ٩ 9 |
हि पूरी धरती पर फैल जायेंन हि परमेश्वर को लोगों को छावनी अऊर प्रिय नगर ख घेर लेयेंन; पर आगी स्वर्ग सी खल्लो आयेंन अऊर उन्ख भस्म कर देयेंन।
وَإِبْلِيسُ ٱلَّذِي كَانَ يُضِلُّهُمْ طُرِحَ فِي بُحَيْرَةِ ٱلنَّارِ وَٱلْكِبْرِيتِ، حَيْثُ ٱلْوَحْشُ وَٱلنَّبِيُّ ٱلْكَذَّابُ. وَسَيُعَذَّبُونَ نَهَارًا وَلَيْلًا إِلَى أَبَدِ ٱلْآبِدِينَ. (aiōn , Limnē Pyr ) | ١٠ 10 |
उन्को भरमावन वालो शैतान आगी अऊर गन्धक की ऊ झील म, जेको म ऊ हिंसक पशु अऊर झूठो भविष्यवक्ता भी होयेंन, इन दोयी ख डाल दियो जायेंन; अऊर हि रात दिन हमेशा हमेशा तकलीफ म तड़पतो रहेंन। (aiōn , Limnē Pyr )
ثُمَّ رَأَيْتُ عَرْشًا عَظِيمًا أَبْيَضَ، وَٱلْجَالِسَ عَلَيْهِ، ٱلَّذِي مِنْ وَجْهِهِ هَرَبَتِ ٱلْأَرْضُ وَٱلسَّمَاءُ، وَلَمْ يُوجَدْ لَهُمَا مَوْضِعٌ! | ١١ 11 |
तब मय न एक बड़ो सफेद सिंहासन अऊर ओख, जो ओको पर बैठ्यो हुयो हय, देख्यो; ओको सामने सी धरती अऊर आसमान भग खड़ो भयो, अऊर उन्को पता नहीं चल पायो।
وَرَأَيْتُ ٱلْأَمْوَاتَ صِغَارًا وَكِبَارًا وَاقِفِينَ أَمَامَ ٱللهِ، وَٱنْفَتَحَتْ أَسْفَارٌ، وَٱنْفَتَحَ سِفْرٌ آخَرُ هُوَ سِفْرُ ٱلْحَيَاةِ، وَدِينَ ٱلْأَمْوَاتُ مِمَّا هُوَ مَكْتُوبٌ فِي ٱلْأَسْفَارِ بِحَسَبِ أَعْمَالِهِمْ. | ١٢ 12 |
तब मय न छोटो बड़ो सब मरयो हुयो ख सिंहासन को सामने खड़ो हुयो देख्यो, अऊर किताबे खोली गयी; अऊर फिर एक अऊर किताब खोली गयी, मतलब जीवन की किताब; अऊर जसो उन किताबों म लिख्यो हुयो होतो, वसोच उन्को कामों को अनुसार मरयो हुयो को न्याय करयो गयो।
وَسَلَّمَ ٱلْبَحْرُ ٱلْأَمْوَاتَ ٱلَّذِينَ فِيهِ، وَسَلَّمَ ٱلْمَوْتُ وَٱلْهَاوِيَةُ ٱلْأَمْوَاتَ ٱلَّذِينَ فِيهِمَا. وَدِينُوا كُلُّ وَاحِدٍ بِحَسَبِ أَعْمَالِهِ. (Hadēs ) | ١٣ 13 |
जो मृतक लोग समुन्दर म होतो, उन्ख समुन्दर न दे दियो, अऊर मृत्यु अऊर अधोलोक न भी अपनो अपनो मृतक लोगों ख सौंप दियो। अऊर उन म सी हर एक को कामों को अनुसार उन सब को न्याय करयो गयो। (Hadēs )
وَطُرِحَ ٱلْمَوْتُ وَٱلْهَاوِيَةُ فِي بُحَيْرَةِ ٱلنَّارِ. هَذَا هُوَ ٱلْمَوْتُ ٱلثَّانِي. (Hadēs , Limnē Pyr ) | ١٤ 14 |
येको बाद मृत्यु अऊर अधोलोक आगी की झील म डाल्यो गयो। या आगी की झील दूसरी मृत्यु आय; (Hadēs , Limnē Pyr )
وَكُلُّ مَنْ لَمْ يُوجَدْ مَكْتُوبًا فِي سِفْرِ ٱلْحَيَاةِ طُرِحَ فِي بُحَيْرَةِ ٱلنَّارِ. (Limnē Pyr ) | ١٥ 15 |
अऊर जो कोयी को नाम जीवन की किताब म लिख्यो हुयो नहीं मिल्यो, ऊ आगी की झील म डाल्यो गयो। (Limnē Pyr )