< اَلْعَدَد 7 >
وَيَوْمَ فَرَغَ مُوسَى مِنْ إِقَامَةِ ٱلْمَسْكَنِ، وَمَسَحَهُ وَقَدَّسَهُ وَجَمِيعَ أَمْتِعَتِهِ، وَٱلْمَذْبَحَ وَجَمِيعَ أَمْتِعَتِهِ وَمَسَحَهَا وَقَدَّسَهَا، | ١ 1 |
१फिर जब मूसा ने निवास को खड़ा किया, और सारे सामान समेत उसका अभिषेक करके उसको पवित्र किया, और सारे सामान समेत वेदी का भी अभिषेक करके उसे पवित्र किया,
قَرَّبَ رُؤَسَاءُ إِسْرَائِيلَ، رُؤُوسُ بُيُوتِ آبَائِهِمْ، هُمْ رُؤَسَاءُ ٱلْأَسْبَاطِ ٱلَّذِينَ وَقَفُوا عَلَى ٱلْمَعْدُودِينَ. | ٢ 2 |
२तब इस्राएल के प्रधान जो अपने-अपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष, और गोत्रों के भी प्रधान होकर गिनती लेने के काम पर नियुक्त थे,
أَتَوْا بِقَرَابِينِهِمْ أَمَامَ ٱلرَّبِّ: سِتَّ عَجَلَاتٍ مُغَطَّاةً، وَٱثْنَيْ عَشَرَ ثَوْرًا. لِكُلِّ رَئِيسَيْنِ عَجَلَةٌ، وَلِكُلِّ وَاحِدٍ ثَوْرٌ، وَقَدَّمُوهَا أَمَامَ ٱلْمَسْكَنِ. | ٣ 3 |
३वे यहोवा के सामने भेंट ले आए, और उनकी भेंट छः भरी हुई गाड़ियाँ और बारह बैल थे, अर्थात् दो-दो प्रधान की ओर से एक-एक गाड़ी, और एक-एक प्रधान की ओर से एक-एक बैल; इन्हें वे निवास के सामने यहोवा के समीप ले गए।
فَكَلَّمَ ٱلرَّبُّ مُوسَى قَائِلًا: | ٤ 4 |
४तब यहोवा ने मूसा से कहा,
«خُذْهَا مِنْهُمْ فَتَكُونَ لِعَمَلِ خِدْمَةِ خَيْمَةِ ٱلِٱجْتِمَاعِ، وَأَعْطِهَا لِلَّاوِيِّينَ، لِكُلِّ وَاحِدٍ حَسَبَ خِدْمَتِهِ». | ٥ 5 |
५“उन वस्तुओं को तू उनसे ले ले, कि मिलापवाले तम्बू की सेवकाई में काम आएँ, तू उन्हें लेवियों के एक-एक कुल की विशेष सेवकाई के अनुसार उनको बाँट दे।”
فَأَخَذَ مُوسَى ٱلْعَجَلَاتِ وَٱلثِّيرَانَ وَأَعْطَاهَا لِلَّاوِيِّينَ: | ٦ 6 |
६अतः मूसा ने वे सब गाड़ियाँ और बैल लेकर लेवियों को दे दिये।
ٱثْنَتَانِ مِنَ ٱلْعَجَلَاتِ وَأَرْبَعَةٌ مِنَ ٱلثِّيرَانِ أَعْطَاهَا لِبَنِي جَرْشُونَ حَسَبَ خِدْمَتِهِمْ، | ٧ 7 |
७गेर्शोनियों को उनकी सेवकाई के अनुसार उसने दो गाड़ियाँ और चार बैल दिए;
وَأَرْبَعٌ مِنَ ٱلْعَجَلَاتِ وَثَمَانِيَةٌ مِنَ ٱلثِّيرَانِ أَعْطَاهَا لِبَنِي مَرَارِي حَسَبَ خِدْمَتِهِمْ بِيَدِ إِيثَامَارَ بْنِ هَارُونَ ٱلْكَاهِنِ. | ٨ 8 |
८और मरारियों को उनकी सेवकाई के अनुसार उसने चार गाड़ियाँ और आठ बैल दिए; ये सब हारून याजक के पुत्र ईतामार के अधिकार में किए गए।
وَأَمَّا بَنُو قَهَاتَ فَلَمْ يُعْطِهِمْ، لِأَنَّ خِدْمَةَ ٱلْقُدْسِ كَانَتْ عَلَيْهِمْ، عَلَى ٱلْأَكْتَافِ كَانُوا يَحْمِلُونَ. | ٩ 9 |
९परन्तु कहातियों को उसने कुछ न दिया, क्योंकि उनके लिये पवित्र वस्तुओं की यह सेवकाई थी कि वह उसे अपने कंधों पर उठा लिया करें।
وَقَرَّبَ ٱلرُّؤَسَاءُ لِتَدْشِينِ ٱلْمَذْبَحِ يَوْمَ مَسْحِهِ. وَقَدَّمَ ٱلرُّؤَسَاءُ قَرَابِينَهُمْ أَمَامَ ٱلْمَذْبَحِ. | ١٠ 10 |
१०फिर जब वेदी का अभिषेक हुआ तब प्रधान उसके संस्कार की भेंट वेदी के समीप ले जाने लगे।
فَقَالَ ٱلرَّبُّ لِمُوسَى: «رَئِيسًا رَئِيسًا فِي كُلِّ يَوْمٍ يُقَرِّبُونَ قَرَابِينَهُمْ لِتَدْشِينِ ٱلْمَذْبَحِ». | ١١ 11 |
११तब यहोवा ने मूसा से कहा, “वेदी के संस्कार के लिये प्रधान लोग अपनी-अपनी भेंट अपने-अपने नियत दिन पर चढ़ाएँ।”
وَٱلَّذِي قَرَّبَ قُرْبَانَهُ فِي ٱلْيَوْمِ ٱلْأَوَّلِ نَحْشُونُ بْنُ عَمِّينَادَابَ، مِنْ سِبْطِ يَهُوذَا. | ١٢ 12 |
१२इसलिए जो पुरुष पहले दिन अपनी भेंट ले गया वह यहूदा गोत्रवाले अम्मीनादाब का पुत्र नहशोन था;
وَقُرْبَانُهُ طَبَقٌ وَاحِدٌ مِنْ فِضَّةٍ وَزْنُهُ مِئَةٌ وَثَلَاثُونَ شَاقِلًا، وَمِنْضَحَةٌ وَاحِدَةٌ مِنْ فِضَّةٍ سَبْعُونَ شَاقِلًا عَلَى شَاقِلِ ٱلْقُدْسِ، كِلْتَاهُمَا مَمْلُوءَتَانِ دَقِيقًا مَلْتُوتًا بِزَيْتٍ لِتَقْدِمَةٍ، | ١٣ 13 |
१३उसकी भेंट यह थी, अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
وَصَحْنٌ وَاحِدٌ عَشَرَةُ شَوَاقِلَ مِنْ ذَهَبٍ مَمْلُوءٌ بَخُورًا، | ١٤ 14 |
१४फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
وَثَوْرٌ وَاحِدٌ ٱبْنُ بَقَرٍ وَكَبْشٌ وَاحِدٌ وَخَرُوفٌ وَاحِدٌ حَوْلِيٌّ لِمُحْرَقَةٍ، | ١٥ 15 |
१५होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
وَتَيْسٌ وَاحِدٌ مِنَ ٱلْمَعَزِ لِذَبِيحَةِ خَطِيَّةٍ، | ١٦ 16 |
१६पापबलि के लिये एक बकरा;
وَلِذَبِيحَةِ ٱلسَّلَامَةِ ثَوْرَانِ وَخَمْسَةُ كِبَاشٍ وَخَمْسَةُ تُيُوسٍ وَخَمْسَةُ خِرَافٍ حَوْلِيَّةٍ. هَذَا قُرْبَانُ نَحْشُونَ بْنِ عَمِّينَادَابَ. | ١٧ 17 |
१७और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। अम्मीनादाब के पुत्र नहशोन की यही भेंट थी।
وَفِي ٱلْيَوْمِ ٱلثَّانِي قَرَّبَ نَثَنَائِيلُ بْنُ صُوغَرَ رَئِيسُ يَسَّاكَرَ. | ١٨ 18 |
१८दूसरे दिन इस्साकार का प्रधान सूआर का पुत्र नतनेल भेंट ले आया;
قَرَّبَ قُرْبَانَهُ طَبَقًا وَاحِدًا مِنْ فِضَّةٍ وَزْنُهُ مِئَةٌ وَثَلَاثُونَ شَاقِلًا، وَمِنْضَحَةً وَاحِدَةً مِنْ فِضَّةٍ سَبْعِينَ شَاقِلًا عَلَى شَاقِلِ ٱلْقُدْسِ، كِلْتَاهُمَا مَمْلُوءَتَانِ دَقِيقًا مَلْتُوتًا بِزَيْتٍ لِتَقْدِمَةٍ، | ١٩ 19 |
१९वह यह थी, अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
وَصَحْنًا وَاحِدًا عَشَرَةَ شَوَاقِلَ مِنْ ذَهَبٍ مَمْلُوًّا بَخُورًا، | ٢٠ 20 |
२०फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
وَثَوْرًا وَاحِدًا ٱبْنَ بَقَرٍ وَكَبْشًا وَاحِدًا وَخَرُوفًا وَاحِدًا حَوْلِيًّا لِمُحْرَقَةٍ، | ٢١ 21 |
२१होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
وَتَيْسًا وَاحِدًا مِنَ ٱلْمَعْزِ لِذَبِيحَةِ خَطِيَّةٍ، | ٢٢ 22 |
२२पापबलि के लिये एक बकरा;
وَلِذَبِيحَةِ ٱلسَّلَامَةِ ثَوْرَانِ وَخَمْسَةَ كِبَاشٍ وَخَمْسَةُ تُيُوسٍ وَخَمْسَةُ خِرَافٍ حَوْلِيَّةٍ. هَذَا قُرْبَانُ نَثَنَائِيلَ بْنِ صُوغَرَ. | ٢٣ 23 |
२३और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। सूआर के पुत्र नतनेल की यही भेंट थी।
وَفِي ٱلْيَوْمِ ٱلثَّالِثِ رَئِيسُ بَنِي زَبُولُونَ أَلِيآبُ بْنُ حِيلُونَ. | ٢٤ 24 |
२४और तीसरे दिन जबूलूनियों का प्रधान हेलोन का पुत्र एलीआब यह भेंट ले आया,
قُرْبَانُهُ طَبَقٌ وَاحِدٌ مِنْ فِضَّةٍ وَزْنُهُ مِئَةٌ وَثَلَاثُونَ شَاقِلًا وَمِنْضَحَةٌ وَاحِدَةٌ مِنْ فِضَّةٍ سَبْعُونَ شَاقِلًا عَلَى شَاقِلِ ٱلْقُدْسِ، كِلْتَاهُمَا مَمْلُوءَتَانِ دَقِيقًا مَلْتُوتًا بِزَيْتٍ لِتَقْدِمَةٍ، | ٢٥ 25 |
२५अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
وَصَحْنٌ وَاحِدٌ عَشَرَةُ شَوَاقِلَ مِنْ ذَهَبٍ مَمْلُوءٌ بَخُورًا، | ٢٦ 26 |
२६फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
وَثَوْرٌ وَاحِدٌ ٱبْنُ بَقَرٍ وَكَبْشٌ وَاحِدٌ وَخَرُوفٌ وَاحِدٌ حَوْلِيٌّ لِمُحْرَقَةٍ، | ٢٧ 27 |
२७होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
وَتَيْسٌ وَاحِدٌ مِنَ ٱلْمَعْزِ لِذَبِيحَةِ خَطِيَّةٍ، | ٢٨ 28 |
२८पापबलि के लिये एक बकरा;
وَلِذَبِيحَةِ ٱلسَّلَامَةِ ثَوْرَانِ وَخَمْسَةُ كِبَاشٍ وَخَمْسَةُ تُيُوسٍ وَخَمْسَةُ خِرَافٍ حَوْلِيَّةٍ. هَذَا قُرْبَانُ أَلِيآبَ بْنِ حِيلُونَ. | ٢٩ 29 |
२९और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। हेलोन के पुत्र एलीआब की यही भेंट थी।
وَفِي ٱلْيَوْمِ ٱلرَّابِعِ رَئِيسُ بَنِي رَأُوبَيْنَ أَلِيصُورُ بْنُ شَدَيْئُورَ. | ٣٠ 30 |
३०और चौथे दिन रूबेनियों का प्रधान शदेऊर का पुत्र एलीसूर यह भेंट ले आया,
قُرْبَانُهُ طَبَقٌ وَاحِدٌ مِنْ فِضَّةٍ وَزْنُهُ مِئَةٌ وَثَلَاثُونَ شَاقِلًا، وَمِنْضَحَةٌ وَاحِدَةٌ مِنْ فِضَّةٍ سَبْعُونَ شَاقِلًا عَلَى شَاقِلِ ٱلْقُدْسِ، كِلْتَاهُمَا مَمْلُوءَتَانِ دَقِيقًا مَلْتُوتًا بِزَيْتٍ لِتَقْدِمَةٍ، | ٣١ 31 |
३१अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
وَصَحْنٌ وَاحِدٌ عَشَرَةُ شَوَاقِلَ مِنْ ذَهَبٍ مَمْلُوءٌ بَخُورًا، | ٣٢ 32 |
३२फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
وَثَوْرٌ وَاحِدٌ ٱبْنُ بَقَرٍ وَكَبْشٌ وَاحِدٌ وَخَرُوفٌ وَاحِدٌ حَوْلِيٌّ لِمُحْرَقَةٍ، | ٣٣ 33 |
३३होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
وَتَيْسٌ وَاحِدٌ مِنَ ٱلْمَعْزِ لِذَبِيحَةِ خَطِيَّةٍ، | ٣٤ 34 |
३४पापबलि के लिये एक बकरा;
وَلِذَبِيحَةِ ٱلسَّلَامَةِ ثَوْرَانِ وَخَمْسَةُ كِبَاشٍ وَخَمْسَةُ تُيُوسٍ وَخَمْسَةُ خِرَافٍ حَوْلِيَّةٍ. هَذَا قُرْبَانُ أَلِيصُورَ بْنِ شَدَيْئُورَ. | ٣٥ 35 |
३५और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। शदेऊर के पुत्र एलीसूर की यही भेंट थी।
وَفِي ٱلْيَوْمِ ٱلْخَامِسِ رَئِيسُ بَنِي شِمْعُونَ شَلُومِيئِيلُ بْنُ صُورِيشَدَّاي. | ٣٦ 36 |
३६पाँचवें दिन शिमोनियों का प्रधान सूरीशद्दै का पुत्र शलूमीएल यह भेंट ले आया,
قُرْبَانُهُ طَبَقٌ وَاحِدٌ مِنْ فِضَّةٍ وَزْنُهُ مِئَةٌ وَثَلَاثُونَ شَاقِلًا، وَمِنْضَحَةٌ وَاحِدَةٌ مِنْ فِضَّةٍ سَبْعُونَ شَاقِلًا عَلَى شَاقِلِ ٱلْقُدْسِ، كِلْتَاهُمَا مَمْلُوءَتَانِ دَقِيقًا مَلْتُوتًا بِزَيْتٍ لِتَقْدِمَةٍ، | ٣٧ 37 |
३७अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
وَصَحْنٌ وَاحِدٌ عَشَرَةُ شَوَاقِلَ مِنْ ذَهَبٍ مَمْلُوءٌ بَخُورًا، | ٣٨ 38 |
३८फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
وَثَوْرٌ وَاحِدٌ ٱبْنُ بَقَرٍ وَكَبْشٌ وَاحِدٌ وَخَرُوفٌ وَاحِدٌ حَوْلِيٌّ لِمُحْرَقَةٍ، | ٣٩ 39 |
३९होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
وَتَيْسٌ وَاحِدٌ مِنَ ٱلْمَعْزِ لِذَبِيحَةِ خَطِيَّةٍ، | ٤٠ 40 |
४०पापबलि के लिये एक बकरा;
وَلِذَبِيحَةِ ٱلسَّلَامَةِ ثَوْرَانِ وَخَمْسَةُ كِبَاشٍ وَخَمْسَةُ تُيُوسٍ وَخَمْسَةُ خِرَافٍ حَوْلِيَّةٍ. هَذَا قُرْبَانُ شَلُومِيئِيلَ بْنِ صُورِيشَدَّاي. | ٤١ 41 |
४१और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। सूरीशद्दै के पुत्र शलूमीएल की यही भेंट थी।
وَفِي ٱلْيَوْمِ ٱلسَّادِسِ رَئِيسُ بَنِي جَادَ أَلِيَاسَافُ بْنُ دَعُوئِيلَ. | ٤٢ 42 |
४२और छठवें दिन गादियों का प्रधान दूएल का पुत्र एल्यासाप यह भेंट ले आया,
قُرْبَانُهُ طَبَقٌ وَاحِدٌ مِنْ فِضَّةٍ وَزْنُهُ مِئَةٌ وَثَلَاثُونَ شَاقِلًا، وَمِنْضَحَةٌ وَاحِدَةٌ مِنْ فِضَّةٍ سَبْعُونَ شَاقِلًا عَلَى شَاقِلِ ٱلْقُدْسِ، كِلْتَاهُمَا مَمْلُوءَتَانِ دَقِيقًا مَلْتُوتًا بِزَيْتٍ لِتَقْدِمَةٍ، | ٤٣ 43 |
४३अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
وَصَحْنٌ وَاحِدٌ عَشَرَةُ شَوَاقِلَ مِنْ ذَهَبٍ مَمْلُوءٌ بَخُورًا، | ٤٤ 44 |
४४फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
وَثَوْرٌ وَاحِدٌ ٱبْنُ بَقَرٍ وَكَبْشٌ وَاحِدٌ وَخَرُوفٌ وَاحِدٌ حَوْلِيٌّ لِمُحْرَقَةٍ، | ٤٥ 45 |
४५होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
وَتَيْسٌ وَاحِدٌ مِنَ ٱلْمَعْزِ لِذَبِيحَةِ خَطِيَّةٍ، | ٤٦ 46 |
४६पापबलि के लिये एक बकरा;
وَلِذَبِيحَةِ ٱلسَّلَامَةِ ثَوْرَانِ وَخَمْسَةُ كِبَاشٍ وَخَمْسَةُ تُيُوسٍ وَخَمْسَةُ خِرَافٍ حَوْلِيَّةٍ. هَذَا قُرْبَانُ أَلِيَاسَافَ بْنِ دَعُوئِيلَ. | ٤٧ 47 |
४७और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। दूएल के पुत्र एल्यासाप की यही भेंट थी।
وَفِي ٱلْيَوْمِ ٱلسَّابِعِ رَئِيسُ بَنِي أَفْرَايِمَ أَلِيشَمَعُ بْنُ عَمِّيهُودَ. | ٤٨ 48 |
४८सातवें दिन एप्रैमियों का प्रधान अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा यह भेंट ले आया,
قُرْبَانُهُ طَبَقٌ وَاحِدٌ مِنْ فِضَّةٍ وَزْنُهُ مِئَةٌ وَثَلَاثُونَ شَاقِلًا، وَمِنْضَحَةٌ وَاحِدَةٌ مِنْ فِضَّةٍ سَبْعُونَ شَاقِلًا عَلَى شَاقِلِ ٱلْقُدْسِ، كِلْتَاهُمَا مَمْلُوءَتَانِ دَقِيقًا مَلْتُوتًا بِزَيْتٍ لِتَقْدِمَةٍ، | ٤٩ 49 |
४९अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
وَصَحْنٌ وَاحِدٌ عَشَرَةُ شَوَاقِلَ مِنْ ذَهَبٍ مَمْلُوءٌ بَخُورًا، | ٥٠ 50 |
५०फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
وَثَوْرٌ وَاحِدٌ ٱبْنُ بَقَرٍ وَكَبْشٌ وَاحِدٌ وَخَرُوفٌ وَاحِدٌ حَوْلِيٌّ لِمُحْرَقَةٍ، | ٥١ 51 |
५१होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
وَتَيْسٌ وَاحِدٌ مِنَ ٱلْمَعْزِ لِذَبِيحَةِ خَطِيَّةٍ، | ٥٢ 52 |
५२पापबलि के लिये एक बकरा;
وَلِذَبِيحَةِ ٱلسَّلَامَةِ ثَوْرَانِ وَخَمْسَةُ كِبَاشٍ وَخَمْسَةُ تُيُوسٍ وَخَمْسَةُ خِرَافٍ حَوْلِيَّةٍ. هَذَا قُرْبَانُ أَلِيشَمَعَ بْنِ عَمِّيهُودَ. | ٥٣ 53 |
५३और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। अम्मीहूद के पुत्र एलीशामा की यही भेंट थी।
وَفِي ٱلْيَوْمِ ٱلثَّامِنِ رَئِيسُ بَنِي مَنَسَّى جَمْلِيئِيلُ بْنُ فَدَهْصُورَ. | ٥٤ 54 |
५४आठवें दिन मनश्शेइयों का प्रधान पदासूर का पुत्र गम्लीएल यह भेंट ले आया,
قُرْبَانُهُ طَبَقٌ وَاحِدٌ مِنْ فِضَّةٍ وَزْنُهُ مِئَةٌ وَثَلَاثُونَ شَاقِلًا، وَمِنْضَحَةٌ وَاحِدَةٌ مِنْ فِضَّةٍ سَبْعُونَ شَاقِلًا عَلَى شَاقِلِ ٱلْقُدْسِ، كِلْتَاهُمَا مَمْلُوءَتَانِ دَقِيقًا مَلْتُوتًا بِزَيْتٍ لِتَقْدِمَةٍ، | ٥٥ 55 |
५५अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
وَصَحْنٌ وَاحِدٌ عَشَرَةُ شَوَاقِلَ مِنْ ذَهَبٍ مَمْلُوءٌ بَخُورًا، | ٥٦ 56 |
५६फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
وَثَوْرٌ وَاحِدٌ ٱبْنُ بَقَرٍ وَكَبْشٌ وَاحِدٌ وَخَرُوفٌ وَاحِدٌ حَوْلِيٌّ لِمُحْرَقَةٍ، | ٥٧ 57 |
५७होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
وَتَيْسٌ وَاحِدٌ مِنَ ٱلْمَعْزِ لِذَبِيحَةِ خَطِيَّةٍ، | ٥٨ 58 |
५८पापबलि के लिये एक बकरा;
وَلِذَبِيحَةِ ٱلسَّلَامَةِ ثَوْرَانِ وَخَمْسَةُ كِبَاشٍ وَخَمْسَةُ تُيُوسٍ وَخَمْسَةُ خِرَافٍ حَوْلِيَّةٍ. هَذَا قُرْبَانُ جَمْلِيئِيلَ بْنِ فَدَهْصُورَ. | ٥٩ 59 |
५९और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। पदासूर के पुत्र गम्लीएल की यही भेंट थी।
وَفِي ٱلْيَوْمِ ٱلتَّاسِعِ رَئِيسُ بَنِي بَنْيَامِينَ أَبِيدَنُ بْنُ جِدْعُونِي. | ٦٠ 60 |
६०नवें दिन बिन्यामीनियों का प्रधान गिदोनी का पुत्र अबीदान यह भेंट ले आया,
قُرْبَانُهُ طَبَقٌ وَاحِدٌ مِنْ فِضَّةٍ وَزْنُهُ مِئَةٌ وَثَلَاثُونَ شَاقِلًا، وَمِنْضَحَةٌ وَاحِدَةٌ مِنْ فِضَّةٍ سَبْعُونَ شَاقِلًا عَلَى شَاقِلِ ٱلْقُدْسِ، كِلْتَاهُمَا مَمْلُوءَتَانِ دَقِيقًا مَلْتُوتًا بِزَيْتٍ لِتَقْدِمَةٍ، | ٦١ 61 |
६१अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
وَصَحْنٌ وَاحِدٌ عَشَرَةُ شَوَاقِلَ مِنْ ذَهَبٍ مَمْلُوءٌ بَخُورًا، | ٦٢ 62 |
६२फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
وَثَوْرٌ وَاحِدٌ ٱبْنُ بَقَرٍ وَكَبْشٌ وَاحِدٌ وَخَرُوفٌ وَاحِدٌ حَوْلِيٌّ لِمُحْرَقَةٍ، | ٦٣ 63 |
६३होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
وَتَيْسٌ وَاحِدٌ مِنَ ٱلْمَعْزِ لِذَبِيحَةِ خَطِيَّةٍ، | ٦٤ 64 |
६४पापबलि के लिये एक बकरा;
وَلِذَبِيحَةِ ٱلسَّلَامَةِ ثَوْرَانِ وَخَمْسَةُ كِبَاشٍ وَخَمْسَةُ تُيُوسٍ وَخَمْسَةُ خِرَافٍ حَوْلِيَّةٍ. هَذَا قُرْبَانُ أَبِيدَنَ بْنِ جِدْعُونِي. | ٦٥ 65 |
६५और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। गिदोनी के पुत्र अबीदान की यही भेंट थी।
وَفِي ٱلْيَوْمِ ٱلْعَاشِرِ رَئِيسُ بَنِي دَانَ أَخِيعَزَرُ بْنُ عَمِّيشَدَّاي. | ٦٦ 66 |
६६दसवें दिन दानियों का प्रधान अम्मीशद्दै का पुत्र अहीएजेर यह भेंट ले आया,
قُرْبَانُهُ طَبَقٌ وَاحِدٌ مِنْ فِضَّةٍ وَزْنُهُ مِئَةٌ وَثَلَاثُونَ شَاقِلًا، وَمِنْضَحَةٌ وَاحِدَةٌ مِنْ فِضَّةٍ سَبْعُونَ شَاقِلًا عَلَى شَاقِلِ ٱلْقُدْسِ، كِلْتَاهُمَا مَمْلُوءَتَانِ دَقِيقًا مَلْتُوتًا بِزَيْتٍ لِتَقْدِمَةٍ، | ٦٧ 67 |
६७अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
وَصَحْنٌ وَاحِدٌ عَشَرَةُ شَوَاقِلَ مِنْ ذَهَبٍ مَمْلُوءٌ بَخُورًا، | ٦٨ 68 |
६८फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
وَثَوْرٌ وَاحِدٌ ٱبْنُ بَقَرٍ وَكَبْشٌ وَاحِدٌ وَخَرُوفٌ وَاحِدٌ حَوْلِيٌّ لِمُحْرَقَةٍ، | ٦٩ 69 |
६९होमबलि के लिये बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
وَتَيْسٌ وَاحِدٌ مِنَ ٱلْمَعْزِ لِذَبِيحَةِ خَطِيَّةٍ، | ٧٠ 70 |
७०पापबलि के लिये एक बकरा;
وَلِذَبِيحَةِ ٱلسَّلَامَةِ ثَوْرَانِ وَخَمْسَةُ كِبَاشٍ وَخَمْسَةُ تُيُوسٍ وَخَمْسَةُ خِرَافٍ حَوْلِيَّةٍ. هَذَا قُرْبَانُ أَخِيعَزَرَ بْنِ عَمِّيشَدَّاي. | ٧١ 71 |
७१और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। अम्मीशद्दै के पुत्र अहीएजेर की यही भेंट थी।
وَفِي ٱلْيَوْمِ ٱلحَادِي عَشَرَ رَئِيسُ بَنِي أَشِيرَ فَجْعِيئِيلُ بْنُ عُكْرَنَ. | ٧٢ 72 |
७२ग्यारहवें दिन आशेरियों का प्रधान ओक्रान का पुत्र पगीएल यह भेंट ले आया।
قُرْبَانُهُ طَبَقٌ وَاحِدٌ مِنْ فِضَّةٍ وَزْنُهُ مِئَةٌ وَثَلَاثُونَ شَاقِلًا، وَمِنْضَحَةٌ وَاحِدَةٌ مِنْ فِضَّةٍ سَبْعُونَ شَاقِلًا عَلَى شَاقِلِ ٱلْقُدْسِ، كِلْتَاهُمَا مَمْلُوءَتَانِ دَقِيقًا مَلْتُوتًا بِزَيْتٍ لِتَقْدِمَةٍ، | ٧٣ 73 |
७३अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
وَصَحْنٌ وَاحِدٌ عَشَرَةُ شَوَاقِلَ مِنْ ذَهَبٍ مَمْلُوءٌ بَخُورًا، | ٧٤ 74 |
७४फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;
وَثَوْرٌ وَاحِدٌ ٱبْنُ بَقَرٍ وَكَبْشٌ وَاحِدٌ وَخَرُوفٌ وَاحِدٌ حَوْلِيٌّ لِمُحْرَقَةٍ، | ٧٥ 75 |
७५होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
وَتَيْسٌ وَاحِدٌ مِنَ ٱلْمَعْزِ لِذَبِيحَةِ خَطِيَّةٍ، | ٧٦ 76 |
७६पापबलि के लिये एक बकरा;
وَلِذَبِيحَةِ ٱلسَّلَامَةِ ثَوْرَانِ وَخَمْسَةُ كِبَاشٍ وَخَمْسَةُ تُيُوسٍ وَخَمْسَةُ خِرَافٍ حَوْلِيَّةٍ. هَذَا قُرْبَانُ فَجْعِيئِيلَ بْنِ عُكْرَنَ. | ٧٧ 77 |
७७और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। ओक्रान के पुत्र पगीएल की यही भेंट थी।
وَفِي ٱلْيَوْمِ الثَّانِي عَشَرَ رَئِيسُ بَنِي نَفْتَالِي أَخِيرَعُ بْنُ عِينَنَ. | ٧٨ 78 |
७८बारहवें दिन नप्तालियों का प्रधान एनान का पुत्र अहीरा यह भेंट ले आया,
قُرْبَانُهُ طَبَقٌ وَاحِدٌ مِنْ فِضَّةٍ وَزْنُهُ مِئَةٌ وَثَلَاثُونَ شَاقِلًا، وَمِنْضَحَةٌ وَاحِدَةٌ مِنْ فِضَّةٍ سَبْعُونَ شَاقِلًا عَلَى شَاقِلِ ٱلْقُدْسِ، كِلْتَاهُمَا مَمْلُوءَتَانِ دَقِيقًا مَلْتُوتًا بِزَيْتٍ لِتَقْدِمَةٍ | ٧٩ 79 |
७९अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
وَصَحْنٌ وَاحِدٌ عَشَرَةُ شَوَاقِلَ مِنْ ذَهَبٍ مَمْلُوءٌ بَخُورًا، | ٨٠ 80 |
८०फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
وَثَوْرٌ وَاحِدٌ ٱبْنُ بَقَرٍ وَكَبْشٌ وَاحِدٌ وَخَرُوفٌ وَاحِدٌ حَوْلِيٌّ لِمُحْرَقَةٍ، | ٨١ 81 |
८१होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
وَتَيْسٌ وَاحِدٌ مِنَ ٱلْمَعْزِ لِذَبِيحَةِ خَطِيَّةٍ. | ٨٢ 82 |
८२पापबलि के लिये एक बकरा;
وَلِذَبِيحَةِ ٱلسَّلَامَةِ ثَوْرَانِ وَخَمْسَةُ كِبَاشٍ وَخَمْسَةُ تُيُوسٍ وَخَمْسَةُ خِرَافٍ حَوْلِيَّةٍ. هَذَا قُرْبَانُ أَخِيرَعَ بْنِ عِينَنَ. | ٨٣ 83 |
८३और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। एनान के पुत्र अहीरा की यही भेंट थी।
هَذَا تَدْشِينُ ٱلْمَذْبَحِ يَوْمَ مَسْحِهِ مِنْ رُؤَسَاءِ إِسْرَائِيلَ. أَطْبَاقُ فِضَّةٍ ٱثْنَا عَشَرَ، وَمَنَاضِحُ فِضَّةٍ ٱثْنَتَا عَشرَةَ، وَصُحُونُ ذَهَبٍ ٱثْنَا عَشَرَ، | ٨٤ 84 |
८४वेदी के अभिषेक के समय इस्राएल के प्रधानों की ओर से उसके संस्कार की भेंट यही हुई, अर्थात् चाँदी के बारह परात, चाँदी के बारह कटोरे, और सोने के बारह धूपदान।
كُلُّ طَبَقٍ مِئَةٌ وَثَلَاثُونَ شَاقِلَ فِضَّةٍ، وَكُلُّ مِنْضَحَةٍ سَبْعُونَ. جَمِيعُ فِضَّةِ ٱلْآنِيَةِ أَلْفَانِ وَأَرْبَعُ مِئَةٍ عَلَى شَاقِلِ ٱلْقُدْسِ. | ٨٥ 85 |
८५एक-एक चाँदी का परात एक सौ तीस शेकेल का, और एक-एक चाँदी का कटोरा सत्तर शेकेल का था; और पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से ये सब चाँदी के पात्र दो हजार चार सौ शेकेल के थे।
وَصُحُونُ ٱلذَّهَبِ ٱثْنَا عَشَرَ مَمْلُوءَةٌ بَخُورًا، كُلُّ صَحْنٍ عَشَرَةٌ عَلَى شَاقِلِ ٱلْقُدْسِ. جَمِيعُ ذَهَبِ ٱلصُّحُونِ مِئَةٌ وَعِشْرُونَ شَاقِلًا. | ٨٦ 86 |
८६फिर धूप से भरे हुए सोने के बारह धूपदान जो पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से दस-दस शेकेल के थे, वे सब धूपदान एक सौ बीस शेकेल सोने के थे।
كُلُّ ٱلثِّيرَانِ لِلْمُحْرَقَةِ ٱثْنَا عَشَرَ ثَوْرًا، وَٱلْكِبَاشُ ٱثْنَا عَشَرَ، وَٱلْخِرَافُ ٱلْحَوْلِيَّةُ ٱثْنَا عَشَرَ مَعَ تَقْدِمَتِهَا، وَتُيُوسُ ٱلْمَعْزِ ٱثْنَا عَشَرَ لِذَبِيحَةِ ٱلْخَطِيَّةِ. | ٨٧ 87 |
८७फिर होमबलि के लिये सब मिलाकर बारह बछड़े, बारह मेढ़े, और एक-एक वर्ष के बारह भेड़ी के बच्चे, अपने-अपने अन्नबलि सहित थे; फिर पापबलि के सब बकरे बारह थे;
وَكُلُّ ٱلثِّيرَانِ لِذَبِيحَةِ ٱلسَّلَامَةِ أَرْبَعَةٌ وَعِشْرُونَ ثَوْرًا، وَٱلْكِبَاشُ سِتُّونَ، وَٱلتُّيُوسُ سِتُّونَ، وَٱلْخِرَافُ ٱلْحَوْلِيَّةُ سِتُّونَ. هَذَا تَدْشِينُ ٱلْمَذْبَحِ بَعْدَ مَسْحِهِ. | ٨٨ 88 |
८८और मेलबलि के लिये सब मिलाकर चौबीस बैल, और साठ मेढ़े, और साठ बकरे, और एक-एक वर्ष के साठ भेड़ी के बच्चे थे। वेदी के अभिषेक होने के बाद उसके संस्कार की भेंट यही हुई।
فَلَمَّا دَخَلَ مُوسَى إِلَى خَيْمَةِ ٱلِٱجْتِمَاعِ لِيَتَكَلَّمَ مَعَهُ، كَانَ يَسْمَعُ ٱلصَّوْتَ يُكَلِّمُهُ مِنْ عَلَى ٱلْغِطَاءِ ٱلَّذِي عَلَى تَابُوتِ ٱلشَّهَادَةِ مِنْ بَيْنِ ٱلْكَرُوبَيْنِ، فَكَلَّمَهُ. | ٨٩ 89 |
८९और जब मूसा यहोवा से बातें करने को मिलापवाले तम्बू में गया, तब उसने प्रायश्चित के ढकने पर से, जो साक्षीपत्र के सन्दूक के ऊपर था, दोनों करूबों के मध्य में से उसकी आवाज सुनी जो उससे बातें कर रहा था; और उसने (यहोवा) उससे बातें की।