< اَلْعَدَد 16 >
وَأَخَذَ قُورَحُ بْنُ يِصْهَارَ بْنِ قَهَاتَ بْنِ لَاوِي، وَدَاثَانُ وَأَبِيرَامُ ٱبْنَا أَلِيآبَ، وَأُونُ بْنُ فَالَتَ، بَنُو رَأُوبَيْنَ، | ١ 1 |
इस समय कोराह, जिसका पिता इज़हार था, जिसका पिता कोहाथ था, जो लेवी का पुत्र था; तथा दाथान और अबीराम, जो एलियाब के पुत्र थे, तथा ओन, जो पेलेथ का पुत्र था, आज्ञा न माननेवाले हो गए.
يُقَاوِمُونَ مُوسَى مَعَ أُنَاسٍ مِنْ بَنِي إِسْرَائِيلَ، مِئَتَيْنِ وَخَمْسِينَ رُؤَسَاءِ ٱلْجَمَاعَةِ مَدْعُوِّينَ لِلِٱجْتِمَاعِ ذَوِي ٱسْمٍ. | ٢ 2 |
इन्होंने मोशेह के विरुद्ध अपनी आवाज उठाई. इनके साथ इस्राएल में से 250 व्यक्ति भी शामिल हो गए, जो सभा के चुने हुए तथा नामी प्रधान थे.
فَٱجْتَمَعُوا عَلَى مُوسَى وَهَارُونَ وَقَالُوا لَهُمَا: «كَفَاكُمَا! إِنَّ كُلَّ ٱلْجَمَاعَةِ بِأَسْرِهَا مُقَدَّسَةٌ وَفِي وَسَطِهَا ٱلرَّبُّ. فَمَا بَالُكُمَا تَرْتَفِعَانِ عَلَى جَمَاعَةِ ٱلرَّبِّ؟». | ٣ 3 |
ये सभी मोशेह एवं अहरोन के विरोध में एकजुट होकर उनसे कहने लगे, “आप लोग तो बहुत ऊंचे उड़ने लगे हैं! इस्राएली समाज में हममें से हर एक ही पवित्र व्यक्ति है तथा उन सभी के बीच परमेश्वर का वास है. फिर आप ही स्वयं को याहवेह की प्रजा में सबके ऊपर क्यों दिखाते हैं?”
فَلَمَّا سَمِعَ مُوسَى سَقَطَ عَلَى وَجْهِهِ. | ٤ 4 |
जब यह बातें मोशेह ने सुनी, वह मुंह के बल गिर पड़े.
ثُمَّ كَلَّمَ قُورَحَ وَجَمِيعَ قَوْمِهِ قَائِلًا: «غَدًا يُعْلِنُ ٱلرَّبُّ مَنْ هُوَ لَهُ، وَمَنِ ٱلْمُقَدَّسُ حَتَّى يُقَرِّبَهُ إِلَيْهِ. فَٱلَّذِي يَخْتَارُهُ يُقَرِّبُهُ إِلَيْهِ. | ٥ 5 |
तथा उन्होंने कोराह एवं उसकी सारी मण्डली को संबोधित करते हुए कहा, “कल सुबह याहवेह यह स्पष्ट कर देंगे कि वह किसके पक्ष में हैं, कौन पवित्र है तथा वही उसे अपने निकट बुलाएंगे. याहवेह जिस किसी को चुनेंगे, उसे ही अपने निकट बुला लेंगे.
اِفْعَلُوا هَذَا: خُذُوا لَكُمْ مَجَامِرَ. قُورَحُ وَكُلُّ جَمَاعَتِهِ. | ٦ 6 |
तुम्हें यह करना होगा: तुम सभी कोराह के घराने के लोग धूपदान तैयार रखना,
وَٱجْعَلُوا فِيهَا نَارًا، وَضَعُوا عَلَيْهَا بَخُورًا أَمَامَ ٱلرَّبِّ غَدًا. فَٱلرَّجُلُ ٱلَّذِي يَخْتَارُهُ ٱلرَّبُّ هُوَ ٱلْمُقَدَّسُ. كَفَاكُمْ يَا بَنِي لَاوِي!». | ٧ 7 |
तुम कल याहवेह के सामने उनमें आग रख उस पर धूप डाल देना. जिस किसी को याहवेह चुनेंगे, वही होगा वह पवित्र व्यक्ति. ओ तुम लेवी के घराने, फूले जा रहे हो!”
وَقَالَ مُوسَى لِقُورَحَ: «ٱسْمَعُوا يَا بَنِي لَاوِي. | ٨ 8 |
इसके बाद मोशेह ने यह कहा, “लेवी के घराने, अब यह सुन लो!
أَقَلِيلٌ عَلَيْكُمْ أَنَّ إِلَهَ إِسْرَائِيلَ أَفْرَزَكُمْ مِنْ جَمَاعَةِ إِسْرَائِيلَ لِيُقَرِّبَكُمْ إِلَيْهِ لِكَيْ تَعْمَلُوا خِدْمَةَ مَسْكَنِ ٱلرَّبِّ، وَتَقِفُوا قُدَّامَ ٱلْجَمَاعَةِ لِخِدْمَتِهَا؟ | ٩ 9 |
क्या तुम्हारी समझ से यह कोई छोटा विषय है कि सारे इस्राएल के घराने में से इस्राएल के परमेश्वर ने तुम्हें अलग करना सही समझा है, कि वह तुम्हें अपने पास रखें, ताकि याहवेह के साक्षी तंबू संबंधी सेवा किया करें, तथा इस्राएल की सारी सभा के सामने उपस्थित होकर उनकी सेवा करें,
فَقَرَّبَكَ وَجَمِيعَ إِخْوَتِكَ بَنِي لَاوِي مَعَكَ، وَتَطْلُبُونَ أَيْضًا كَهَنُوتًا! | ١٠ 10 |
तथा याहवेह ने तुम्हें और तुम्हारे सभी भाइयों को, जो लेवी के घराने के हैं, तुम्हारे साथ अपने पास रखा है?
إِذَنْ أَنْتَ وَكُلُّ جَمَاعَتِكَ مُتَّفِقُونَ عَلَى ٱلرَّبِّ. وَأَمَّا هَارُونُ فَمَا هُوَ حَتَّى تَتَذَمَّرُوا عَلَيْهِ؟» | ١١ 11 |
फिर तुम एवं तुम्हारे ये सारे साथी आज वस्तुतः स्वयं याहवेह के विरुद्ध खड़े हो गए हो. अहरोन है ही कौन, जो तुम उसके विरुद्ध बड़बड़ा रहे हो?”
فَأَرْسَلَ مُوسَى لِيَدْعُوَ دَاثَانَ وَأَبِيرَامَ ٱبْنَيْ أَلِيآبَ. فَقَالَا: «لَا نَصْعَدُ! | ١٢ 12 |
मोशेह ने आज्ञा दी कि एलियाब के पुत्र दाथान तथा अबीराम उनके सामने लाए जाएं. उन्होंने उत्तर दिया, “हम नहीं आएंगे!
أَقَلِيلٌ أَنَّكَ أَصْعَدْتَنَا مِنْ أَرْضٍ تَفِيضُ لَبَنًا وَعَسَلًا لِتُمِيتَنَا فِي ٱلْبَرِّيَّةِ حَتَّى تَتَرَأَسَ عَلَيْنَا تَرَؤُّسًا؟ | ١٣ 13 |
क्या यह कोई छोटा विषय है कि आप हमें एक ऐसे देश से, जिसमें दूध और मधु का भण्ड़ार है, निकालकर यहां निर्जन प्रदेश में मरने के लिए ले आए हैं, कि आप स्वयं को हम पर शासक बना बैठें?
كَذَلِكَ لَمْ تَأْتِ بِنَا إِلَى أَرْضٍ تَفِيضُ لَبَنًا وَعَسَلًا، وَلَا أَعْطَيْتَنَا نَصِيبَ حُقُولٍ وَكُرُومٍ. هَلْ تَقْلَعُ أَعْيُنَ هَؤُلَاءِ ٱلْقَوْمِ؟ لَا نَصْعَدُ!». | ١٤ 14 |
इसके अलावा, आप हमें ऐसे किसी देश में नहीं ले आए हैं, जहां दूध और मधु का भण्ड़ार है, और न ही आपने हमें ऐसी मीरास दी है, जहां खेत तथा अंगूरों के बगीचे हैं. क्या मतलब है आपका, आप इनकी आंखें निकालना चाह रहे हैं? हम वहां नहीं आएंगे!”
فَٱغْتَاظَ مُوسَى جِدًّا وَقَالَ لِلرَّبِّ: «لَا تَلْتَفِتْ إِلَى تَقْدِمَتِهِمَا. حِمَارًا وَاحِدًا لَمْ آخُذْ مِنْهُمْ، وَلَا أَسَأْتُ إِلَى أَحَدٍ مِنْهُمْ». | ١٥ 15 |
मोशेह बहुत ही क्रोधित हो गए. उन्होंने याहवेह से कहा, “उनकी भेंट स्वीकार न कीजिए. मैंने न तो उनसे एक गधा भी लिया है, न मैंने उनमें से एक की भी कोई हानि की है.”
وَقَالَ مُوسَى لِقُورَحَ: «كُنْ أَنْتَ وَكُلُّ جَمَاعَتِكَ أَمَامَ ٱلرَّبِّ، أَنْتَ وَهُمْ وَهَارُونُ غَدًا، | ١٦ 16 |
मोशेह ने कोराह को आज्ञा दी, “कल तुम तथा तुम्हारे सभी साथी याहवेह के सामने उपस्थित होंगे—तुम तथा तुम्हारे साथी एवं अहरोन.
وَخُذُوا كُلُّ وَاحِدٍ مِجْمَرَتَهُ، وَٱجْعَلُوا فِيهَا بَخُورًا، وَقَدِّمُوا أَمَامَ ٱلرَّبِّ كُلُّ وَاحِدٍ مِجْمَرَتَهُ. مِئَتَيْنِ وَخَمْسِينَ مِجْمَرَةً. وَأَنْتَ وَهَارُونُ كُلُّ وَاحِدٍ مِجْمَرَتَهُ». | ١٧ 17 |
तुममें से हर एक अपने-अपने धूपदान में धूप रखे और हर एक अपना अपना धूपदान याहवेह के सामने ले आए, ये सब 250 धूपदान होंगे, तुम्हारे और अहरोन के धूपदान भी होंगे.”
فَأَخَذُوا كُلُّ وَاحِدٍ مِجْمَرَتَهُ وَجَعَلُوا فِيهَا نَارًا وَوَضَعُوا عَلَيْهَا بَخُورًا، وَوَقَفُوا لَدَى بَابِ خَيْمَةِ ٱلِٱجْتِمَاعِ مَعَ مُوسَى وَهَارُونَ. | ١٨ 18 |
तब इनमें से हर एक ने अपना अपना धूपदान लिया, उसमें आग रखी तथा आग पर धूप. तब वे सभी मोशेह एवं अहरोन के साथ मिलनवाले तंबू के सामने खड़े हो गए.
وَجَمَعَ عَلَيْهِمَا قُورَحُ كُلَّ ٱلْجَمَاعَةِ إِلَى بَابِ خَيْمَةِ ٱلِٱجْتِمَاعِ، فَتَرَاءَى مَجْدُ ٱلرَّبِّ لِكُلِّ ٱلْجَمَاعَةِ. | ١٩ 19 |
कोराह ने मिलनवाले तंबू के सामने सारे इस्राएल के घराने को इकट्ठा कर लिया. तब याहवेह का प्रताप सारी इस्राएली सभा पर प्रकाशमान हुआ.
وَكَلَّمَ ٱلرَّبُّ مُوسَى وَهَارُونَ قَائِلًا: | ٢٠ 20 |
याहवेह ने मोशेह तथा अहरोन को संबोधित किया,
«ٱفْتَرِزَا مِنْ بَيْنِ هَذِهِ ٱلْجَمَاعَةِ فَإِنِّي أُفْنِيهِمْ فِي لَحْظَةٍ». | ٢١ 21 |
“तुम दोनों स्वयं को इस समूह से अलग कर लो कि मैं इन्हें पलक झपकते ही भस्म कर दूं.”
فَخَرَّا عَلَى وَجْهَيْهِمَا وَقَالَا: «ٱللَّهُمَّ، إِلَهَ أَرْوَاحِ جَمِيعِ ٱلْبَشَرِ، هَلْ يُخْطِئُ رَجُلٌ وَاحِدٌ فَتَسْخَطَ عَلَى كُلِّ ٱلْجَمَاعَةِ؟» | ٢٢ 22 |
यह सुन वे दोनों मुंह के बल गिर पड़े. उन्होंने याहवेह से विनती की, “परमेश्वर, आप, जो सभी मनुष्यों की आत्माओं के परमेश्वर हैं, क्या आप इस व्यक्ति के पाप का दंड पूरे समाज को दे देंगे?”
فَكَلَّمَ ٱلرَّبُّ مُوسَى قَائِلًا: | ٢٣ 23 |
याहवेह ने मोशेह को उत्तर दिया,
«كَلِّمِ ٱلْجَمَاعَةَ قَائِلًا: ٱطْلَعُوا مِنْ حَوَالَيْ مَسْكَنِ قُورَحَ وَدَاثَانَ وَأَبِيرَامَ». | ٢٤ 24 |
“सारी इस्राएली सभा को आज्ञा दो, ‘वे कोराह, दाथान तथा अबीराम के तंबुओं से दूर चले जाएं.’”
فَقَامَ مُوسَى وَذَهَبَ إِلَى دَاثَانَ وَأَبِيرَامَ، وَذَهَبَ وَرَاءَهُ شُيُوخُ إِسْرَائِيلَ. | ٢٥ 25 |
फिर मोशेह दाथान एवं अबीराम की ओर बढ़े और इस्राएल के पुरनिये उनके पीछे-पीछे चलने लगे.
فَكَلَّمَ ٱلْجَمَاعَةَ قَائِلًا: «ٱعْتَزِلُوا عَنْ خِيَامِ هَؤُلَاءِ ٱلْقَوْمِ ٱلْبُغَاةِ، وَلَا تَمَسُّوا شَيْئًا مِمَّا لَهُمْ لِئَلَّا تَهْلَكُوا بِجَمِيعِ خَطَايَاهُمْ». | ٢٦ 26 |
मोशेह ने इस्राएली सभा को आज्ञा दी, “कृपा कर इन दुष्ट व्यक्तियों के शिविरों से दूर हो जाओ तथा उनकी किसी भी वस्तु को नहीं छूना, नहीं तो तुम भी उनके सारे पापों के साथ समेट लिए जाओगे.”
فَطَلَعُوا مِنْ حَوَالَيْ مَسْكَنِ قُورَحَ وَدَاثَانَ وَأَبِيرَامَ، وَخَرَجَ دَاثَانُ وَأَبِيرَامُ وَوَقَفَا فِي بَابِ خَيْمَتَيْهِمَا مَعَ نِسَائِهِمَا وَبَنِيهِمَا وَأَطْفَالِهِمَا. | ٢٧ 27 |
तब वे कोराह, दाथान तथा अबीराम के तंबुओं से दूर हट गए. दाथान तथा अबीराम बाहर आकर अपनी-अपनी पत्नियों तथा बच्चों के साथ शिविर के द्वार पर खड़े हो गए.
فَقَالَ مُوسَى: «بِهَذَا تَعْلَمُونَ أَنَّ ٱلرَّبَّ قَدْ أَرْسَلَنِي لِأَعْمَلَ كُلَّ هَذِهِ ٱلْأَعْمَالِ، وَأَنَّهَا لَيْسَتْ مِنْ نَفْسِي. | ٢٨ 28 |
मोशेह ने घोषणा की, “अब तुम्हें यह अहसास हो जाएगा, कि ये सारे काम करने की जवाबदारी मुझे स्वयं याहवेह द्वारा सौंपी गई है, यह मेरी बनाई योजना नहीं हैं.
إِنْ مَاتَ هَؤُلَاءِ كَمَوْتِ كُلِّ إِنْسَانٍ، وَأَصَابَتْهُمْ مَصِيبَةُ كُلِّ إِنْسَانٍ، فَلَيْسَ ٱلرَّبُّ قَدْ أَرْسَلَنِي. | ٢٩ 29 |
यदि इन व्यक्तियों का निधन अन्य मनुष्यों के समान स्वाभाविक रीति से हो जाए या इनकी नियति सारी मानव जाति के समान हो, तब समझ लेना कि मैं याहवेह का भेजा हुआ नहीं हूं.
وَلَكِنْ إِنِ ٱبْتَدَعَ ٱلرَّبُّ بِدْعَةً وَفَتَحَتِ ٱلْأَرْضُ فَاهَا وَٱبْتَلَعَتْهُمْ وَكُلَّ مَا لَهُمْ، فَهَبَطُوا أَحْيَاءً إِلَى ٱلْهَاوِيَةِ، تَعْلَمُونَ أَنَّ هَؤُلَاءِ ٱلْقَوْمَ قَدِ ٱزْدَرَوْا بِٱلرَّبِّ». (Sheol ) | ٣٠ 30 |
किंतु यदि याहवेह आज कुछ असाधारण काम कर दिखाते हैं, यदि आज भूमि अपना मुख खोल इन्हें, इनकी सारी संपत्ति को निगल लेती है, कि वे जीवित ही भूमि में समा जाएं, तब तुम्हें यह निश्चय हो जाएगा, कि इन लोगों ने याहवेह को तुच्छ समझा है.” (Sheol )
فَلَمَّا فَرَغَ مِنَ ٱلتَّكَلُّمِ بِكُلِّ هَذَا ٱلْكَلَامِ، ٱنْشَقَّتِ ٱلْأَرْضُ ٱلَّتِي تَحْتَهُمْ، | ٣١ 31 |
जैसे ही मोशेह का यह कहना समाप्त हुआ, उनके नीचे भूमि फटकर खुल गई;
وَفَتَحَتِ ٱلْأَرْضُ فَاهَا وَٱبْتَلَعَتْهُمْ وَبُيُوتَهُمْ وَكُلَّ مَنْ كَانَ لِقُورَحَ مَعَ كُلِّ ٱلْأَمْوَالِ، | ٣٢ 32 |
पृथ्वी ने, मानो अपना मुंह खोल, उन्हें निगल लिया; उनके घर-परिवारों को, कोराह के सभी संबंधियों को उन सब की संपत्ति सहित.
فَنَزَلُوا هُمْ وَكُلُّ مَا كَانَ لَهُمْ أَحْيَاءً إِلَى ٱلْهَاوِيَةِ، وَٱنْطَبَقَتْ عَلَيْهِمِ ٱلْأَرْضُ، فَبَادُوا مِنْ بَيْنِ ٱلْجَمَاعَةِ. (Sheol ) | ٣٣ 33 |
तब वे तथा उनकी सारी संपदा जीवित ही भूमि के गर्भ में समा गए और भूमि उनके ऊपर अपनी पहले की सी स्थिति में आ गई, वे इस्राएल की सभा के बीच से मिट गए. (Sheol )
وَكُلُّ إِسْرَائِيلَ ٱلَّذِينَ حَوْلَهُمْ هَرَبُوا مِنْ صَوْتِهِمْ، لِأَنَّهُمْ قَالُوا: «لَعَلَّ ٱلْأَرْضَ تَبْتَلِعُنَا». | ٣٤ 34 |
उनके आस-पास के सारे इस्राएली उनकी चिल्लाहट सुनकर वहां से भाग गए, इस भय से, “कहीं भूमि हमें भी अपना कौर न बना ले!”
وَخَرَجَتْ نَارٌ مِنْ عِنْدِ ٱلرَّبِّ وَأَكَلَتِ ٱلْمِئَتَيْنِ وَٱلْخَمْسِينَ رَجُلًا ٱلَّذِينَ قَرَّبُوا ٱلْبَخُورَ. | ٣٥ 35 |
तब याहवेह की ओर से भेजी गई आग ने उन ढाई सौ व्यक्तियों को भस्म कर दिया, जो धूप भेंट कर रहे थे.
ثُمَّ كَلَّمَ ٱلرَّبُّ مُوسَى قَائِلًا: | ٣٦ 36 |
याहवेह ने मोशेह को आज्ञा दी,
«قُلْ لِأَلِعَازَارَ بْنِ هَارُونَ ٱلْكَاهِنِ أَنْ يَرْفَعَ ٱلْمَجَامِرَ مِنَ ٱلْحَرِيقِ، وَٱذْرِ ٱلنَّارَ هُنَاكَ فَإِنَّهُنَّ قَدْ تَقَدَّسْنَ. | ٣٧ 37 |
“पुरोहित अहरोन के पुत्र एलिएज़र को आज्ञा दो, कि वह इस जलती हुई आग के बीच में से धूपदानों को इकट्ठा कर ले, क्योंकि वे पवित्र वस्तुएं हैं. उनमें के जलते हुए अंगारों को इधर-उधर बिखरा दो.
مَجَامِرَ هَؤُلَاءِ ٱلْمُخْطِئِينَ ضِدَّ نُفُوسِهِمْ، فَلْيَعْمَلُوهَا صَفَائِحَ مَطْرُوقَةً غِشَاءً لِلْمَذْبَحِ، لِأَنَّهُمْ قَدْ قَدَّمُوهَا أَمَامَ ٱلرَّبِّ فَتَقَدَّسَتْ. فَتَكُونُ عَلَامَةً لِبَنِي إِسْرَائِيلَ». | ٣٨ 38 |
उन व्यक्तियों ने अपने प्राणों के मूल्य पर यह पाप किया है, उनके धूपदानों को इकट्ठा कर उन्हें पीट-पीटकर पत्रक बना लो ताकि वे वेदी पर मढ़ने के लिए इस्तेमाल किए जाएं. वे पवित्र वस्तुएं हैं, क्योंकि उन्होंने इन्हें याहवेह को भेंट किया था. यह इस्राएल के घराने के सामने एक चिन्ह हो जाएगा.”
فَأَخَذَ أَلِعَازَارُ ٱلْكَاهِنُ مَجَامِرَ ٱلنُّحَاسِ ٱلَّتِي قَدَّمَهَا ٱلْمُحْتَرِقُونَ، وَطَرَقُوهَا غِشَاءً لِلْمَذْبَحِ، | ٣٩ 39 |
तब उन व्यक्तियों के द्वारा भेंट धूपदानों को, जो इस आग में नाश हो चुके थे, एलिएज़र ने इकट्ठा किया और उन्होंने इन्हें पीट-पीटकर वेदी पर मढ़ने का पत्रक बना डाला.
تَذْكَارًا لِبَنِي إِسْرَائِيلَ، لِكَيْ لَا يَقْتَرِبَ رَجُلٌ أَجْنَبِيٌّ لَيْسَ مِنْ نَسْلِ هَارُونَ لِيُبَخِّرَ بَخُورًا أَمَامَ ٱلرَّبِّ، فَيَكُونَ مِثْلَ قُورَحَ وَجَمَاعَتِهِ، كَمَا كَلَّمَهُ ٱلرَّبُّ عَنْ يَدِ مُوسَى. | ٤٠ 40 |
यह सारे इस्राएल के सामने एक चेतावनी थी, कि कोई भी व्यक्ति, जो अहरोन के वंश का नहीं है, वह याहवेह के सामने आकर धूप न चढ़ाए, कि उसकी दशा वह न हो जो कोराह एवं उसके साथियों की हुई, ठीक जैसी पूर्वघोषणा मोशेह के द्वारा याहवेह ने की थी.
فَتَذَمَّرَ كُلُّ جَمَاعَةِ بَنِي إِسْرَائِيلَ فِي ٱلْغَدِ عَلَى مُوسَى وَهَارُونَ قَائِلِينَ: «أَنْتُمَا قَدْ قَتَلْتُمَا شَعْبَ ٱلرَّبِّ». | ٤١ 41 |
किंतु दूसरे ही दिन सारा इस्राएल का घराना मोशेह एवं अहरोन के विरोध में इस प्रकार बड़बड़ाने लगा. “तुम दोनों ही के कारण याहवेह के इन चुने हुओं की मृत्यु हुई है.”
وَلَمَّا ٱجْتَمَعَتِ ٱلْجَمَاعَةُ عَلَى مُوسَى وَهَارُونَ ٱنْصَرَفَا إِلَى خَيْمَةِ ٱلِٱجْتِمَاعِ وَإِذَا هِيَ قَدْ غَطَّتْهَا ٱلسَّحَابَةُ وَتَرَاءَى مَجْدُ ٱلرَّبِّ. | ٤٢ 42 |
किंतु उसी समय हुआ यह, कि जब सारी सभा मोशेह एवं अहरोन के विरोध में खड़ी हो चुकी थी, वे मिलनवाले तंबू की दिशा में आगे बढ़ रहे थे, यह सामने देखा गया कि मिलनवाले तंबू पर वह बादल छा गया तथा वहां याहवेह का प्रताप प्रकट हो गया.
فَجَاءَ مُوسَى وَهَارُونُ إِلَى قُدَّامِ خَيْمَةِ ٱلِٱجْتِمَاعِ. | ٤٣ 43 |
फिर मोशेह एवं अहरोन मिलनवाले तंबू के सामने जा खड़े हुए.
فَكَلَّمَ ٱلرَّبُّ مُوسَى قَائِلًا: | ٤٤ 44 |
याहवेह ने मोशेह को संबोधित कर कहा,
«اِطْلَعَا مِنْ وَسَطِ هَذِهِ ٱلْجَمَاعَةِ، فَإِنِّي أُفْنِيهِمْ بِلَحْظَةٍ». فَخَرَّا عَلَى وَجْهَيْهِمَا. | ٤٥ 45 |
“इस सभा से दूर चले जाओ कि मैं इन्हें इसी क्षण भस्म कर दूं.” वे यह सुन मुंह के बल गिर पड़े.
ثُمَّ قَالَ مُوسَى لِهَارُونَ: «خُذِ ٱلْمِجْمَرَةَ وَٱجْعَلْ فِيهَا نَارًا مِنْ عَلَى ٱلْمَذْبَحِ، وَضَعْ بَخُورًا، وَٱذْهَبْ بِهَا مُسْرِعًا إِلَى ٱلْجَمَاعَةِ وَكَفِّرْ عَنْهُمْ، لِأَنَّ ٱلسَّخَطَ قَدْ خَرَجَ مِنْ قِبَلِ ٱلرَّبِّ. قَدِ ٱبْتَدَأَ ٱلْوَبَأُ». | ٤٦ 46 |
मोशेह ने अहरोन को आज्ञा दी, “अपने धूपदान में वेदी की आग डालकर उस पर धूप डाल दो और बिना देर किए इसे सभा के निकट लाकर उनके लिए प्रायश्चित करो, क्योंकि याहवेह का क्रोध उन पर भड़क चुका है, महामारी शुरू हो चुकी है.”
فَأَخَذَ هَارُونُ كَمَا قَالَ مُوسَى، وَرَكَضَ إِلَى وَسَطِ ٱلْجَمَاعَةِ، وَإِذَا ٱلْوَبَأُ قَدِ ٱبْتَدَأَ فِي ٱلشَّعْبِ. فَوَضَعَ ٱلْبَخُورَ وَكَفَّرَ عَنِ ٱلشَّعْبِ. | ٤٧ 47 |
अहरोन ने ठीक यही किया. वह दौड़ता हुआ सभा के बीच जा पहुंचा, क्योंकि यह दिख रहा था कि लोगों के बीच में महामारी शुरू हो चुकी थी. फिर अहरोन ने धूप जलाकर लोगों के लिए प्रायश्चित किया.
وَوَقَفَ بَيْنَ ٱلْمَوْتَى وَٱلْأَحْيَاءِ فَٱمْتَنَعَ ٱلْوَبَأُ. | ٤٨ 48 |
वह मरे हुओं और जीवितों के बीच में खड़ा हो गया, जिससे महामारी शांत हो गई.
فَكَانَ ٱلَّذِينَ مَاتُوا بِٱلْوَبَإِ أَرْبَعَةَ عَشَرَ أَلْفًا وَسَبْعَ مِئَةٍ، عَدَا ٱلَّذِينَ مَاتُوا بِسَبَبِ قُورَحَ. | ٤٩ 49 |
किंतु फिर भी, जिनकी मृत्यु इस महामारी से हुई थी उनकी संख्या 14,700 हो चुकी थी. यह उनके अलावा थी, जो कोराह के कारण हो चुकी थी.
ثُمَّ رَجَعَ هَارُونُ إِلَى مُوسَى إِلَى بَابِ خَيْمَةِ ٱلِٱجْتِمَاعِ وَٱلْوَبَأُ قَدِ ٱمْتَنَعَ. | ٥٠ 50 |
फिर अहरोन मोशेह के पास लौट गया, जो इस समय मिलनवाले तंबू के द्वार पर खड़े हुए थे, क्योंकि अब महामारी शांत हो चुकी थी.