< نَحَمْيَا 7 >
وَلَمَّا بُنِيَ ٱلسُّورُ، وَأَقَمْتُ ٱلْمَصَارِيعَ، وَتَرَتَّبَ ٱلْبَوَّابُونَ وَٱلْمُغَنُّونَ وَٱللَّاوِيُّونَ، | ١ 1 |
१जब शहरपनाह बन गई, और मैंने उसके फाटक खड़े किए, और द्वारपाल, और गवैये, और लेवीय लोग ठहराये गए,
أَقَمْتُ حَنَانِيَ أَخِي وَحَنَنْيَا رَئِيسَ ٱلْقَصْرِ عَلَى أُورُشَلِيمَ، لِأَنَّهُ كَانَ رَجُلًا أَمِينًا يَخَافُ ٱللهَ أَكْثَرَ مِنْ كَثِيرِينَ. | ٢ 2 |
२तब मैंने अपने भाई हनानी और राजगढ़ के हाकिम हनन्याह को यरूशलेम का अधिकारी ठहराया, क्योंकि यह सच्चा पुरुष और बहुतेरों से अधिक परमेश्वर का भय माननेवाला था।
وَقُلْتُ لَهُمَا: «لَا تُفْتَحْ أَبْوَابُ أُورُشَلِيمَ حَتَّى تَحْمَى ٱلشَّمْسُ. وَمَا دَامُوا وُقُوفًا فَلْيُغْلِقُوا ٱلْمَصَارِيعَ وَيُقْفِلُوهَا. وَأُقِيمَ حِرَاسَاتٌ مِنْ سُكَّانِ أُورُشَلِيمَ، كُلُّ وَاحِدٍ عَلَى حِرَاسَتِهِ، وَكُلُّ وَاحِدٍ مُقَابِلَ بَيْتِهِ». | ٣ 3 |
३और मैंने उनसे कहा, “जब तक धूप कड़ी न हो, तब तक यरूशलेम के फाटक न खोले जाएँ और जब पहरुए पहरा देते रहें, तब ही फाटक बन्द किए जाएँ और बेड़े लगाए जाएँ। फिर यरूशलेम के निवासियों में से तू रखवाले ठहरा जो अपना-अपना पहरा अपने-अपने घर के सामने दिया करें।”
وَكَانَتِ ٱلْمَدِينَةُ وَاسِعَةَ ٱلْجَنَابِ وَعَظِيمَةً، وَٱلشَّعْبُ قَلِيلًا فِي وَسَطِهَا، وَلَمْ تَكُنِ ٱلْبُيُوتُ قَدْ بُنِيَتْ. | ٤ 4 |
४नगर तो लम्बा चौड़ा था, परन्तु उसमें लोग थोड़े थे, और घर नहीं बने थे।
فَأَلْهَمَنِي إِلَهِي أَنْ أَجْمَعَ ٱلْعُظَمَاءَ وَٱلْوُلَاةَ وَٱلشَّعْبَ لِأَجْلِ ٱلِٱنْتِسَابِ. فَوَجَدْتُ سِفْرَ ٱنْتِسَابِ ٱلَّذِينَ صَعِدُوا أَوَّلًا وَوَجَدْتُ مَكْتُوبًا فِيهِ: | ٥ 5 |
५तब मेरे परमेश्वर ने मेरे मन में यह उपजाया कि रईसों, हाकिमों और प्रजा के लोगों को इसलिए इकट्ठे करूँ, कि वे अपनी-अपनी वंशावली के अनुसार गिने जाएँ। और मुझे पहले-पहल यरूशलेम को आए हुओं का वंशावली पत्र मिला, और उसमें मैंने यह लिखा हुआ पाया।
هَؤُلَاءِ هُمْ بَنُو ٱلْكُورَةِ ٱلصَّاعِدُونَ مِنْ سَبْيِ ٱلْمَسْبِيِّينَ ٱلَّذِينَ سَبَاهُمْ نَبُوخَذْنَصَّرُ مَلِكُ بَابِلَ وَرَجَعُوا إِلَى أُورُشَلِيمَ وَيَهُوذَا، كُلُّ وَاحِدٍ إِلَى مَدِينَتِهِ. | ٦ 6 |
६जिनको बाबेल का राजा, नबूकदनेस्सर बन्दी बना करके ले गया था, उनमें से प्रान्त के जो लोग बँधुआई से छूटकर, यरूशलेम और यहूदा के अपने-अपने नगर को आए।
ٱلَّذِينَ جَاءُوا مَعَ زَرُبَّابِلَ، يَشُوعُ، نَحَمْيَا، عَزَرْيَا، رَعَمْيَا، نَحَمَانِي، مُرْدَخَايُ، بِلْشَانُ، مِسْفَارَثُ بِغْوَايُ، نَحُومُ، وَبَعْنَةُ. عَدَدُ رِجَالِ شَعْبِ إِسْرَائِيلَ: | ٧ 7 |
७वे जरुब्बाबेल, येशुअ, नहेम्याह, अजर्याह, राम्याह, नहमानी, मोर्दकै, बिलशान, मिस्पेरेत, बिगवै, नहूम और बानाह के संग आए। इस्राएली प्रजा के लोगों की गिनती यह है:
بَنُو فَرْعُوشَ أَلْفَانِ وَمِئَةٌ وَٱثْنَانِ وَسَبْعُونَ. | ٨ 8 |
८परोश की सन्तान दो हजार एक सौ बहत्तर,
بَنُو شَفَطْيَا ثَلَاثُ مِئَةٍ وَٱثْنَانِ وَسَبْعُونَ. | ٩ 9 |
९शपत्याह की सन्तान तीन सौ बहत्तर,
بَنُو آرَحَ سِتُّ مِئَةٍ وَٱثْنَانِ وَخَمْسُونَ. | ١٠ 10 |
१०आरह की सन्तान छः सौ बावन।
بَنُو فَحَثَ مُوآبَ مِنْ بَنِي يَشُوعَ وَيُوآبَ أَلْفَانِ وَثَمَانُ مِئَةٍ وَثَمَانِيَةَ عَشَرَ. | ١١ 11 |
११पहत्मोआब की सन्तान याने येशुअ और योआब की सन्तान, दो हजार आठ सौ अठारह।
بَنُو عِيلَامَ أَلْفٌ وَمِئَتَانِ وَأَرْبَعَةٌ وَخَمْسُونَ. | ١٢ 12 |
१२एलाम की सन्तान बारह सौ चौवन,
بَنُو زَتُّو ثَمَانُ مِئَةٍ وَخَمْسَةٌ وَأَرْبَعُونَ. | ١٣ 13 |
१३जत्तू की सन्तान आठ सौ पैंतालीस।
بَنُو زَكَّايَ سَبْعُ مِئَةٍ وَسِتُّونَ. | ١٤ 14 |
१४जक्कई की सन्तान सात सौ साठ।
بَنُو بِنُّويَ سِتُّ مِئَةٍ وَثَمَانِيَةٌ وَأَرْبَعُونَ. | ١٥ 15 |
१५बिन्नूई की सन्तान छः सौ अड़तालीस।
بَنُو بَابَايَ سِتُّ مِئَةٍ وَثَمَانِيَةٌ وَعِشْرُونَ. | ١٦ 16 |
१६बेबै की सन्तान छः सौ अट्ठाईस।
بَنُو عَزْجَدَ أَلْفَانِ وَثَلَاثُ مِئَةٍ وَٱثْنَانِ وَعِشْرُونَ. | ١٧ 17 |
१७अजगाद की सन्तान दो हजार तीन सौ बाईस।
بَنُو أَدُونِيقَامَ سِتُّ مِئَةٍ وَسَبْعَةٌ وَسِتُّونَ. | ١٨ 18 |
१८अदोनीकाम की सन्तान छः सौ सड़सठ।
بَنُو بِغْوَايَ أَلْفَانِ وَسَبْعَةٌ وَسِتُّونَ. | ١٩ 19 |
१९बिगवै की सन्तान दो हजार सड़सठ।
بَنُو عَادِينَ سِتُّ مِئَةٍ وَخَمْسَةٌ وَخَمْسُونَ. | ٢٠ 20 |
२०आदीन की सन्तान छः सौ पचपन।
بَنُو أَطِّيرَ لِحَزَقِيَّا ثَمَانِيَةٌ وَتِسْعُونَ. | ٢١ 21 |
२१हिजकिय्याह की सन्तान आतेर के वंश में से अट्ठानवे।
بَنُو حَشُومَ ثَلَاثُ مِئَةٍ وَثَمَانِيَةٌ وَعِشْرُونَ. | ٢٢ 22 |
२२हाशूम, की सन्तान तीन सौ अट्ठाईस।
بَنُو بِيصَايَ ثَلَاثُ مِئَةٍ وَأَرْبَعَةٌ وَعِشْرُونَ. | ٢٣ 23 |
२३बेसै की सन्तान तीन सौ चौबीस।
بَنُو حَارِيفَ مِئَةٌ وَٱثْنَا عَشَرَ. | ٢٤ 24 |
२४हारीफ की सन्तान एक सौ बारह।
بَنُو جِبْعُونَ خَمْسَةٌ وَتِسْعُونَ. | ٢٥ 25 |
२५गिबोन के लोग पंचानबे।
رِجَالُ بَيْتِ لَحْمَ وَنَطُوفَةَ مِئَةٌ وَثَمَانِيَةٌ وَثَمَانُونَ. | ٢٦ 26 |
२६बैतलहम और नतोपा के मनुष्य एक सौ अट्ठासी।
رِجَالُ عَنَاثُوثَ مِئَةٌ وَثَمَانِيَةٌ وَعِشْرُونَ. | ٢٧ 27 |
२७अनातोत के मनुष्य एक सौ अट्ठाईस।
رِجَالُ بَيْتِ عَزْمُوتَ ٱثْنَانِ وَأَرْبَعُونَ. | ٢٨ 28 |
२८बेतजमावत के मनुष्य बयालीस।
رِجَالُ قَرْيَةِ يَعَارِيمَ كَفِيرَةَ وَبَئِيرُوتَ سَبْعُ مِئَةٍ وَثَلَاثةٌ وَأَرْبَعُونَ. | ٢٩ 29 |
२९किर्यत्यारीम, कपीरा, और बेरोत के मनुष्य सात सौ तैंतालीस।
رِجَالُ ٱلرَّامَةِ وَجَبَعَ سِتُّ مِئَةٍ وَوَاحِدٌ وَعِشْرُونَ. | ٣٠ 30 |
३०रामाह और गेबा के मनुष्य छः सौ इक्कीस।
رِجَالُ مِخْمَاسَ مِئَةٌ وَٱثْنَانِ وَعِشْرُونَ. | ٣١ 31 |
३१मिकमाश के मनुष्य एक सौ बाईस।
رِجَالُ بَيْتِ إِيلَ وعَايَ مِئَةٌ وَثَلَاثةٌ وَعِشْرُونَ. | ٣٢ 32 |
३२बेतेल और आई के मनुष्य एक सौ तेईस।
رِجَالُ نَبُو ٱلْأُخْرَى ٱثْنَانِ وَخَمْسُونَ. | ٣٣ 33 |
३३दूसरे नबो के मनुष्य बावन।
بَنُو عِيلَامَ ٱلْآخَرِ أَلْفٌ وَمِئَتَانِ وَأَرْبَعَةٌ وَخَمْسُونَ. | ٣٤ 34 |
३४दूसरे एलाम की सन्तान बारह सौ चौवन।
بَنُو حَارِيمَ ثَلَاثُ مِئَةٍ وَعِشْرُونَ. | ٣٥ 35 |
३५हारीम की सन्तान तीन सौ बीस।
بَنُو أَرِيحَا ثَلَاثُ مِئَةٍ وَخَمْسَةٌ وَأَرْبَعُونَ. | ٣٦ 36 |
३६यरीहो के लोग तीन सौ पैंतालीस।
بَنُو لُودَ بَنُو حَادِيدَ وَأُونُو سَبْعُ مِئَةٍ وَوَاحِدٌ وَعِشْرُونَ. | ٣٧ 37 |
३७लोद हादीद और ओनो के लोग सात सौ इक्कीस।
بَنُو سَنَاءَةَ ثَلَاثَةُ آلَافٍ وَتِسْعُ مِئَةٍ وَثَلَاثُونَ. | ٣٨ 38 |
३८सना के लोग तीन हजार नौ सौ तीस।
أَمَّا ٱلْكَهَنَةُ: فَبَنُو يَدْعِيَا مِنْ بَيْتِ يَشُوعَ تِسْعُ مِئَةٍ وَثَلَاثَةٌ وَسَبْعُونَ. | ٣٩ 39 |
३९फिर याजक अर्थात् येशुअ के घराने में से यदायाह की सन्तान नौ सौ तिहत्तर।
بَنُو إِمِّيرَ أَلْفٌ وَٱثْنَانِ وَخَمْسُونَ. | ٤٠ 40 |
४०इम्मेर की सन्तान एक हजार बावन।
بَنُو فَشْحُورَ أَلْفٌ وَمِئَتَانِ وَسَبْعَةٌ وَأَرْبَعُونَ. | ٤١ 41 |
४१पशहूर की सन्तान बारह सौ सैंतालीस।
بَنُو حَارِيمَ أَلْفٌ وَسَبْعَةَ عَشَرَ. | ٤٢ 42 |
४२हारीम की सन्तान एक हजार सत्रह।
أَمَّا ٱللَّاوِيُّونَ: فَبَنُو يَشُوعَ، لِقَدْمِيئِيلَ مِنْ بَنِي هُودُويَا أَرْبَعَةٌ وَسَبْعُونَ. | ٤٣ 43 |
४३फिर लेवीय ये थेः होदवा के वंश में से कदमीएल की सन्तान येशुअ की सन्तान चौहत्तर।
اَلْمُغَنُّونَ: بَنُو آسَافَ مِئَةٌ وَثَمَانِيَةٌ وَأَرْبَعُونَ. | ٤٤ 44 |
४४फिर गवैये ये थेः आसाप की सन्तान एक सौ अड़तालीस।
اَلْبَوَّابُونَ: بَنُو شَلُّومَ، بَنُو أَطِيرَ، بَنُو طَلْمُونَ، بَنُو عَقُّوبَ، بَنُو حَطِيطَا، بَنُو شُوبَايَ مِئَةٌ وَثَمَانِيَةٌ وَثَلَاثُونَ. | ٤٥ 45 |
४५फिर द्वारपाल ये थेः शल्लूम की सन्तान, आतेर की सन्तान, तल्मोन की सन्तान, अक्कूब की सन्तान, हतीता की सन्तान, और शोबै की सन्तान, जो सब मिलकर एक सौ अड़तीस हुए।
اَلنَّثِينِيمُ: بَنُو صِيحَا، بَنُو حَسُوفَا، بَنُو طَبَاعُوتَ، | ٤٦ 46 |
४६फिर नतीन अर्थात् सीहा की सन्तान, हसूपा की सन्तान, तब्बाओत की सन्तान,
بَنُو قِيرُوسَ، بَنُو سِيعَا، بَنُو فَادُونَ | ٤٧ 47 |
४७केरोस की सन्तान, सीआ की सन्तान, पादोन की सन्तान,
وَبَنُو لَبَانَةَ وَبَنُو حَجَابَا، بَنُو سَلْمَايَ، | ٤٨ 48 |
४८लबाना की सन्तान, हगाबा की सन्तान, शल्मै की सन्तान।
بَنُو حَانَانَ، بَنُو جَدِيلَ، بَنُو جَاحَرَ، | ٤٩ 49 |
४९हानान की सन्तान, गिद्देल की सन्तान, गहर की सन्तान,
بَنُو رَآيَا، بَنُو رَصِينَ وَبَنُو نَقُودَا، | ٥٠ 50 |
५०रायाह की सन्तान, रसीन की सन्तान, नकोदा की सन्तान,
بَنُو جَزَامَ، بَنُو عَزَا، بَنُو فَاسِيحَ، | ٥١ 51 |
५१गज्जाम की सन्तान, उज्जा की सन्तान, पासेह की सन्तान,
بَنُو بِيسَايَ، بَنُو مَعُونِيمَ، بَنُو نَفِيشَسِيمَ، | ٥٢ 52 |
५२बेसै की सन्तान, मूनीम की सन्तान, नपूशस की सन्तान,
بَنُو بَقْبُوقَ، بَنُو حَقُوفَا، بَنُو حَرْحُورَ، | ٥٣ 53 |
५३बकबूक की सन्तान, हकूपा की सन्तान, हर्हूर की सन्तान,
بَنُو بَصْلِيتَ، بَنُو مَحِيدَا، بَنُو حَرْشَا، | ٥٤ 54 |
५४बसलीत की सन्तान, महीदा की सन्तान, हर्शा की सन्तान,
بَنُو بَرْقُوسَ، بَنُو سِيسَرَا، بَنُو تَامَحَ، | ٥٥ 55 |
५५बर्कोस की सन्तान, सीसरा की सन्तान, तेमह की सन्तान,
بَنُو نَصِيحَ، بَنُو حَطِيفَا. | ٥٦ 56 |
५६नसीह की सन्तान, और हतीपा की सन्तान।
بَنُو عَبِيدِ سُلَيْمَانَ: بَنُو سُوطَايَ، بَنُو سُوفَرَثَ، بَنُو فَرِيدَا، | ٥٧ 57 |
५७फिर सुलैमान के दासों की सन्तान: सोतै की सन्तान, सोपेरेत की सन्तान, परीदा की सन्तान,
بَنُو يَعْلَا، بَنُو دَرْقُونَ، بَنُو جَدِّيلَ، | ٥٨ 58 |
५८याला की सन्तान, दर्कोन की सन्तान, गिद्देल की सन्तान,
بَنُو شَفَطْيَا، بَنُو حَطِّيلَ، بَنُو فُوخَرَةِ ٱلظِّبَاءِ، بَنُو آمُونَ. | ٥٩ 59 |
५९शपत्याह की सन्तान, हत्तील की सन्तान, पोकरेत-सबायीम की सन्तान, और आमोन की सन्तान।
كُلُّ ٱلنَّثِينِيمِ وَبَنِي عَبِيدِ سُلَيْمَانَ ثَلَاثُ مِئَةٍ وَٱثْنَانِ وَتِسْعُونَ. | ٦٠ 60 |
६०नतीन और सुलैमान के दासों की सन्तान मिलाकर तीन सौ बानवे थे।
وَهَؤُلَاءِ هُمُ ٱلَّذِينَ صَعِدُوا مِنْ تَلِّ مِلْحٍ وَتَلِّ حَرْشَا، كَرُوبُ وَأَدُونُ وَإِمِّيرُ، وَلَمْ يَسْتَطِيعُوا أَنْ يُبَيِّنُوا بُيُوتَ آبَائِهِمْ وَنَسْلَهُمْ هَلْ هُمْ مِنْ إِسْرَائِيلَ: | ٦١ 61 |
६१और ये वे हैं, जो तेल्मेलाह, तेलहर्शा, करूब, अद्दोन, और इम्मेर से यरूशलेम को गए, परन्तु अपने-अपने पितरों के घराने और वंशावली न बता सके, कि इस्राएल के हैं, या नहीं
بَنُو دَلَايَا، بَنُو طُوبِيَّا، بَنُو نَقُودَا سِتُّ مِئَةٍ وَٱثْنَانِ وَأَرْبَعُونَ. | ٦٢ 62 |
६२दलायाह की सन्तान, तोबियाह की सन्तान, और नकोदा की सन्तान, जो सब मिलाकर छः सौ बयालीस थे।
وَمِنَ ٱلْكَهَنَةِ: بَنُو حَبَابَا، بَنُو هَقُّوصَ، بَنُو بَرْزِلَّايَ، ٱلَّذِي أَخَذَ ٱمْرَأَةً مِنْ بَنَاتِ بَرْزِلَايَ ٱلْجِلْعَادِيِّ وَتَسَمَّى بِٱسْمِهِمْ. | ٦٣ 63 |
६३और याजकों में से हबायाह की सन्तान, हक्कोस की सन्तान, और बर्जिल्लै की सन्तान, जिसने गिलादी बर्जिल्लै की बेटियों में से एक से विवाह कर लिया, और उन्हीं का नाम रख लिया था।
هَؤُلَاءِ فَحَصُوا عَنْ كِتَابَةِ أَنْسَابِهِمْ فَلَمْ تُوجَدْ، فَرُذِلُوا مِنَ ٱلْكَهَنُوتِ. | ٦٤ 64 |
६४इन्होंने अपना-अपना वंशावली पत्र और अन्य वंशावली पत्रों में ढूँढ़ा, परन्तु न पाया, इसलिए वे अशुद्ध ठहरकर याजकपद से निकाले गए।
وَقَالَ لَهُمُ ٱلتَّرْشَاثَا أَنْ لَا يَأْكُلُوا مِنْ قُدْسِ ٱلْأَقْدَاسِ حَتَّى يَقُومَ كَاهِنٌ لِلْأُورِيمِ وَٱلتُّمِّيمِ. | ٦٥ 65 |
६५और अधिपति ने उनसे कहा, कि जब तक ऊरीम और तुम्मीम धारण करनेवाला कोई याजक न उठे, तब तक तुम कोई परमपवित्र वस्तु खाने न पाओगे।
كُلُّ ٱلْجُمْهُورِ مَعًا أَرْبَعُ رِبَوَاتٍ وَأَلْفَانِ وَثَلَاثُ مِئَةٍ وَسِتُّونَ، | ٦٦ 66 |
६६पूरी मण्डली के लोग मिलाकर बयालीस हजार तीन सौ साठ ठहरे।
فَضْلًا عَنْ عَبِيدِهِمْ وَإِمَائِهِمِ ٱلَّذِينَ كَانُوا سَبْعَةَ آلَافٍ وَثَلَاثَ مِئَةٍ وَسَبْعَةً وَثَلَاثِينَ. وَلَهُمْ مِنَ ٱلْمُغَنِّينَ وَٱلْمُغَنِّيَاتِ مِئَتَانِ وَخَمْسَةٌ وَأَرْبَعُونَ. | ٦٧ 67 |
६७इनको छोड़ उनके सात हजार तीन सौ सैंतीस दास-दासियाँ, और दो सौ पैंतालीस गानेवाले और गानेवालियाँ थीं।
وَخَيْلُهُمْ سَبْعُ مِئَةٍ وَسِتَّةٌ وَثَلَاثُونَ، وَبِغَالُهُمْ مِئَتَانِ وَخَمْسَةٌ وَأَرْبَعُونَ، | ٦٨ 68 |
६८उनके घोड़े सात सौ छत्तीस, खच्चर दो सौ पैंतालीस,
وَٱلْجِمَالُ أَرْبَعُ مِئَةٍ وَخَمْسَةٌ وَثَلَاثُونَ، وَٱلْحَمِيرُ سِتَّةُ آلَافٍ وَسَبْعُ مِئَةٍ وَعِشْرُونَ. | ٦٩ 69 |
६९ऊँट चार सौ पैंतीस और गदहे छः हजार सात सौ बीस थे।
وَٱلْبَعْضُ مِنْ رُؤُوسِ ٱلْآبَاءِ أَعْطَوْا لِلْعَمَلِ. ٱلتَّرْشَاثَا أَعْطَى لِلْخَزِينَةِ أَلْفَ دِرْهَمٍ مِنَ ٱلذَّهَبِ، وَخَمْسِينَ مِنْضَحَةً، وَخَمْسَ مِئَةٍ وَثَلَاثِينَ قَمِيصًا لِلْكَهَنَةِ. | ٧٠ 70 |
७०और पितरों के घरानों के कई एक मुख्य पुरुषों ने काम के लिये दान दिया। अधिपति ने तो चन्दे में हजार दर्कमोन सोना, पचास कटोरे और पाँच सौ तीस याजकों के अंगरखे दिए।
وَٱلْبَعْضُ مِنْ رُؤُوسِ ٱلْآبَاءِ أَعْطَوْا لِخَزِينَةِ ٱلْعَمَلِ رِبَوَتَيْنِ مِنَ ٱلذَّهَبِ، وَأَلْفَيْنِ وَمِئَتَيْ مَنًا مِنَ ٱلْفِضَّةِ. | ٧١ 71 |
७१और पितरों के घरानों के कई मुख्य-मुख्य पुरुषों ने उस काम के चन्दे में बीस हजार दर्कमोन सोना और दो हजार दो सौ माने चाँदी दी।
وَمَا أَعْطَاهُ بَقِيَّةُ ٱلشَّعْبِ سِتَّ رِبْوَاتٍ مِنَ ٱلذَّهَبِ، وَأَلْفَيْ مَنًا مِنَ ٱلْفِضَّةِ، وَسَبْعَةً وَسِتِّينَ قَمِيصًا لِلْكَهَنَةِ. | ٧٢ 72 |
७२और शेष प्रजा ने जो दिया, वह बीस हजार दर्कमोन सोना, दो हजार माने चाँदी और सड़सठ याजकों के अंगरखे हुए।
وَأَقَامَ ٱلْكَهَنَةُ وَاللَّاوِيُّونَ وَٱلْبَوَّابُونَ وَٱلْمُغَنُّونَ وَبَعْضُ ٱلشَّعْبِ وَٱلنَّثِينِيمُ وَكُلُّ إِسْرَائِيلَ فِي مُدُنِهِمْ. | ٧٣ 73 |
७३इस प्रकार याजक, लेवीय, द्वारपाल, गवैये, प्रजा के कुछ लोग और नतीन और सब इस्राएली अपने-अपने नगर में बस गए।