< لُوقا 1 >
إِذْ كَانَ كَثِيرُونَ قَدْ أَخَذُوا بِتَأْلِيفِ قِصَّةٍ فِي ٱلْأُمُورِ ٱلْمُتَيَقَّنَةِ عِنْدَنَا، | ١ 1 |
प्रिय थियुफिलुस: बहुत सो न उन बातों ख जो हमरो बीच म बीती हंय, इतिहास लिखन म हाथ लगायो हय।
كَمَا سَلَّمَهَا إِلَيْنَا ٱلَّذِينَ كَانُوا مُنْذُ ٱلْبَدْءِ مُعَايِنِينَ وَخُدَّامًا لِلْكَلِمَةِ، | ٢ 2 |
जसो कि उन्न जो पहले सीच इन बातों ख देखन वालो अऊर सुसमाचार को प्रचार करन वालो न, हम तक पहुंचायो।
رَأَيْتُ أَنَا أَيْضًا إِذْ قَدْ تَتَبَّعْتُ كُلَّ شَيْءٍ مِنَ ٱلْأَوَّلِ بِتَدْقِيقٍ، أَنْ أَكْتُبَ عَلَى ٱلتَّوَالِي إِلَيْكَ أَيُّهَا ٱلْعَزِيزُ ثَاوُفِيلُسُ، | ٣ 3 |
अऊर येकोलायी, मान्यवर थियुफिलुस मोख भी यो ठीक मालूम भयो कि उन सब बातों को पूरो हाल सुरूवात सी ठीक-ठीक जांच कर क्, उन्ख तोरो लायी एक को बाद एक लिखूं।
لِتَعْرِفَ صِحَّةَ ٱلْكَلَامِ ٱلَّذِي عُلِّمْتَ بِهِ. | ٤ 4 |
मय असो येकोलायी कहू हय कि तोख हर वा चिज को बारे म पूरी सच्चायी मालूम होय जाये जो तोख सिखायी गयी हय।
كَانَ فِي أَيَّامِ هِيرُودُسَ مَلِكِ ٱلْيَهُودِيَّةِ كَاهِنٌ ٱسْمُهُ زَكَرِيَّا مِنْ فِرْقَةِ أَبِيَّا، وَٱمْرَأَتُهُ مِنْ بَنَاتِ هارُونَ وَٱسْمُهَا أَلِيصَابَاتُ. | ٥ 5 |
यहूदिया को राजा हेरोदेस को समय अबिय्याह को दल म जकर्याह नाम को एक याजक होतो। अऊर ओकी पत्नी हारून को वंश की होती; जेको नाम इलीशिबा होतो।
وَكَانَا كِلَاهُمَا بَارَّيْنِ أَمَامَ ٱللهِ، سَالِكَيْنِ فِي جَمِيعِ وَصَايَا ٱلرَّبِّ وَأَحْكَامِهِ بِلَا لَوْمٍ. | ٦ 6 |
हि दोयी परमेश्वर को आगु सच्चो होतो, अऊर प्रभु की पूरी आज्ञावों अऊर पूरी विधियों पर निर्दोष चलन वालो होतो।
وَلَمْ يَكُنْ لَهُمَا وَلَدٌ، إِذْ كَانَتْ أَلِيصَابَاتُ عَاقِرًا. وَكَانَا كِلَاهُمَا مُتَقَدِّمَيْنِ فِي أَيَّامِهِمَا. | ٧ 7 |
उन्की कोयी भी सन्तान नहीं होती, कहालीकि इलीशिबा बांझ होती, अऊर हि दोयी बूढ्ढा होतो।
فَبَيْنَمَا هُوَ يَكْهَنُ فِي نَوْبَةِ فِرْقَتِهِ أَمَامَ ٱللهِ، | ٨ 8 |
जब ऊ मन्दिर म अपनो दल की पारी पर परमेश्वर को आगु याजक को काम करत होतो,
حَسَبَ عَادَةِ ٱلْكَهَنُوتِ، أَصَابَتْهُ ٱلْقُرْعَةُ أَنْ يَدْخُلَ إِلَى هَيْكَلِ ٱلرَّبِّ وَيُبَخِّرَ. | ٩ 9 |
त याजकों की रीति को अनुसार ओको नाम की चिट्ठी निकली कि प्रभु को मन्दिर म जाय क धूप जलायेंन।
وَكَانَ كُلُّ جُمْهُورِ ٱلشَّعْبِ يُصَلُّونَ خَارِجًا وَقْتَ ٱلْبَخُورِ. | ١٠ 10 |
धूप जलावन को समय लोगों की पूरी मण्डली बाहेर प्रार्थना कर रही होती।
فَظَهَرَ لَهُ مَلَاكُ ٱلرَّبِّ وَاقِفًا عَنْ يَمِينِ مَذْبَحِ ٱلْبَخُورِ. | ١١ 11 |
ऊ समय प्रभु को एक स्वर्गदूत धूप की वेदी को दायो तरफ जकर्याह ख प्रगट भयो दिखायी दियो।
فَلَمَّا رَآهُ زَكَرِيَّا ٱضْطَرَبَ وَوَقَعَ عَلَيْهِ خَوْفٌ. | ١٢ 12 |
जकर्याह देख क घबरायो अऊर ओको पर बड़ो डर छाय गयो।
فَقَالَ لَهُ ٱلْمَلَاكُ: «لَا تَخَفْ يَا زَكَرِيَّا، لِأَنَّ طِلْبَتَكَ قَدْ سُمِعَتْ، وَٱمْرَأَتُكَ أَلِيصَابَاتُ سَتَلِدُ لَكَ ٱبْنًا وَتُسَمِّيهِ يُوحَنَّا. | ١٣ 13 |
पर स्वर्गदूत न ओको सी कह्यो, “हे जकर्याह, डरू मत! कहालीकि तोरी प्रार्थना सुन लियो हय, अऊर तोरी पत्नी इलीशिबा सी तोरो लायी एक बेटा पैदा होयेंन। अऊर तय ओको नाम यूहन्ना रखजो।
وَيَكُونُ لَكَ فَرَحٌ وَٱبْتِهَاجٌ، وَكَثِيرُونَ سَيَفْرَحُونَ بِوِلَادَتِهِ، | ١٤ 14 |
अऊर तोख बहुत खुशी होयेंन, अऊर बहुत लोग ओको जनम को वजह खुश होयेंन!
لِأَنَّهُ يَكُونُ عَظِيمًا أَمَامَ ٱلرَّبِّ، وَخَمْرًا وَمُسْكِرًا لَا يَشْرَبُ، وَمِنْ بَطْنِ أُمِّهِ يَمْتَلِئُ مِنَ ٱلرُّوحِ ٱلْقُدُسِ. | ١٥ 15 |
कहालीकि ऊ प्रभु को आगु महान होयेंन; अऊर नशा वालो अंगूररस अऊर मदिरा कभी नहीं पीयेंन; अऊर अपनी माय को गर्भ सीच पवित्र आत्मा सी परिपूर्ण होय जायेंन;
وَيَرُدُّ كَثِيرِينَ مِنْ بَنِي إِسْرَائِيلَ إِلَى ٱلرَّبِّ إِلَهِهِمْ. | ١٦ 16 |
अऊर इस्राएलियों म सी बहुत सो ख उन्को प्रभु परमेश्वर को तरफ वापस लायेंन।
وَيَتَقَدَّمُ أَمَامَهُ بِرُوحِ إِيلِيَّا وَقُوَّتِهِ، لِيَرُدَّ قُلُوبَ ٱلْآبَاءِ إِلَى ٱلْأَبْنَاءِ، وَٱلْعُصَاةَ إِلَى فِكْرِ ٱلْأَبْرَارِ، لِكَيْ يُهَيِّئَ لِلرَّبِّ شَعْبًا مُسْتَعِدًّا». | ١٧ 17 |
ऊ नबी एलिय्याह को जसो आत्मा अऊर सामर्थ म होय क प्रभु सी आगु निकल जायेंन। कि बाप को मन बाल-बच्चां को तरफ घुमाय देयेंन; अऊर आज्ञा नहीं मानन वालो ख धर्मियों की समझ पर लाये; अऊर प्रभु लायी एक लायक प्रजा तैयार करेंन।”
فَقَالَ زَكَرِيَّا لِلْمَلَاكِ: «كَيْفَ أَعْلَمُ هَذَا، لِأَنِّي أَنَا شَيْخٌ وَٱمْرَأَتِي مُتَقَدِّمَةٌ فِي أَيَّامِهَا؟». | ١٨ 18 |
जकर्याह न स्वर्गदूत सी पुच्छ्यो, “यो मय कसो जानु? कहालीकि मय त बूढ्ढा हय; अऊर मोरी पत्नी भी बूढ्ढी होय गयी हय।”
فَأَجَابَ ٱلْمَلَاكُ وَقَالَ لَهُ: «أَنَا جِبْرَائِيلُ ٱلْوَاقِفُ قُدَّامَ ٱللهِ، وَأُرْسِلْتُ لِأُكَلِّمَكَ وَأُبَشِّرَكَ بِهَذَا. | ١٩ 19 |
स्वर्गदूत न ओख उत्तर दियो, “मय जिब्राईल आय, जो परमेश्वर को आगु खड़ो रहू हय; अऊर मय तोरो सी बाते करन अऊर तोख यो सुसमाचार सुनावन लायी भेज्यो गयो हय।
وَهَا أَنْتَ تَكُونُ صَامِتًا وَلَا تَقْدِرُ أَنْ تَتَكَلَّمَ، إِلَى ٱلْيَوْمِ ٱلَّذِي يَكُونُ فِيهِ هَذَا، لِأَنَّكَ لَمْ تُصَدِّقْ كَلَامِي ٱلَّذِي سَيَتِمُّ فِي وَقْتِهِ». | ٢٠ 20 |
देख, जब तक या बाते पूरी नहीं होय, तब तक तय मुक्का रहजो अऊर बोल नहीं सकजो, कहालीकि तय न मोरी बातों ख जो अपनो समय पर पूरी होन वाली होती, ओको पर विश्वास नहीं करयो।”
وَكَانَ ٱلشَّعْبُ مُنْتَظِرِينَ زَكَرِيَّا وَمُتَعّجِّبِينَ مِنْ إِبْطَائِهِ فِي ٱلْهَيْكَلِ. | ٢١ 21 |
लोग जकर्याह की रस्ता देखतच रह्यो अऊर अचम्भा करन लग्यो कि ओख मन्दिर म इतनी देर कहाली लगी।
فَلَمَّا خَرَجَ لَمْ يَسْتَطِعْ أَنْ يُكَلِّمَهُمْ، فَفَهِمُوا أَنَّهُ قَدْ رَأَى رُؤْيَا فِي ٱلْهَيْكَلِ. فَكَانَ يُومِئُ إِلَيْهِمْ وَبَقِيَ صَامِتًا. | ٢٢ 22 |
जब ऊ बाहेर आयो, त ओन उन्को सी बात नहीं कर सक्यो: येकोलायी हि जान गयो कि ओन मन्दिर म कोयी दर्शन पायो हय; अऊर ऊ अपनो हाथों सी उन्ख इशारा करतो रह्यो, अऊर मुक्का बन गयो।
وَلَمَّا كَمِلَتْ أَيَّامُ خِدْمَتِهِ مَضَى إِلَى بَيْتِهِ. | ٢٣ 23 |
जब जकर्याह को मन्दिर म को सेवा को दिन पूरो भयो, त ऊ अपनो घर चली गयो।
وَبَعْدَ تِلْكَ ٱلْأَيَّامِ حَبِلَتْ أَلِيصَابَاتُ ٱمْرَأَتُهُ، وَأَخْفَتْ نَفْسَهَا خَمْسَةَ أَشْهُرٍ قَائِلَةً: | ٢٤ 24 |
ऊ दिन को बाद सी ओकी पत्नी इलीशिबा गर्भवती भयी; अऊर पाच महीना तक अपनो आप ख यो कह्य क लूकाय क रख्यो,
«هَكَذَا قَدْ فَعَلَ بِيَ ٱلرَّبُّ فِي ٱلْأَيَّامِ ٱلَّتِي فِيهَا نَظَرَ إِلَيَّ، لِيَنْزِعَ عَارِي بَيْنَ ٱلنَّاسِ». | ٢٥ 25 |
“आदमियों म मोरो अपमान को दूर करन लायी, प्रभु न इन दिनो म दयादृष्टि कर क् मोरो लायी असो करयो हय।”
وَفِي ٱلشَّهْرِ ٱلسَّادِسِ أُرْسِلَ جِبْرَائِيلُ ٱلْمَلَاكُ مِنَ ٱللهِ إِلَى مَدِينَةٍ مِنَ ٱلْجَلِيلِ ٱسْمُهَا نَاصِرَةُ، | ٢٦ 26 |
इलीशिबा को गर्भ धारन को छठवो महीना म परमेश्वर को तरफ सी जिब्राईल स्वर्गदूत, गलील को नासरत नगर म,
إِلَى عَذْرَاءَ مَخْطُوبَةٍ لِرَجُلٍ مِنْ بَيْتِ دَاوُدَ ٱسْمُهُ يُوسُفُ. وَٱسْمُ ٱلْعَذْرَاءِ مَرْيَمُ. | ٢٧ 27 |
एक कुंवारी को जवर भेज्यो गयो जेकी मंगनी यूसुफ नाम को दाऊद को घराना को एक पुरुष सी भयी होती: वा कुंवारी को नाम मरियम होतो।
فَدَخَلَ إِلَيْهَا ٱلْمَلَاكُ وَقَالَ: «سَلَامٌ لَكِ أَيَّتُهَا ٱلْمُنْعَمُ عَلَيْهَا! اَلرَّبُّ مَعَكِ. مُبَارَكَةٌ أَنْتِ فِي ٱلنِّسَاءِ». | ٢٨ 28 |
स्वर्गदूत न ओको जवर अन्दर आय क कह्यो, “खुशी अऊर आशीर्वाद तोरो संग हय, जेक पर ईश्वर को अनुग्रह भयो हय! प्रभु तोरो संग हय!”
فَلَمَّا رَأَتْهُ ٱضْطَرَبَتْ مِنْ كَلَامِهِ، وَفَكَّرَتْ: «مَا عَسَى أَنْ تَكُونَ هَذِهِ ٱلتَّحِيَّةُ!». | ٢٩ 29 |
मरियम ऊ वचन सी बहुत परेशान भय गयी, अऊर सोचन लगी कि यो कसो तरह को अभिवादन आय?
فَقَالَ لَهَا ٱلْمَلَاكُ: «لَا تَخَافِي يَا مَرْيَمُ، لِأَنَّكِ قَدْ وَجَدْتِ نِعْمَةً عِنْدَ ٱللهِ. | ٣٠ 30 |
स्वर्गदूत न ओको सी कह्यो, “हे मरियम, डरो मत, कहालीकि परमेश्वर को अनुग्रह तोरो पर भयो हय।
وَهَا أَنْتِ سَتَحْبَلِينَ وَتَلِدِينَ ٱبْنًا وَتُسَمِّينَهُ يَسُوعَ. | ٣١ 31 |
देख, तय गर्भवती होजो, अऊर तोख एक बेटा पैदा होयेंन; तय ओको नाम यीशु रखजो।
هَذَا يَكُونُ عَظِيمًا، وَٱبْنَ ٱلْعَلِيِّ يُدْعَى، وَيُعْطِيهِ ٱلرَّبُّ ٱلْإِلَهُ كُرْسِيَّ دَاوُدَ أَبِيهِ، | ٣٢ 32 |
ऊ महान होयेंन अऊर परमप्रधान परमेश्वर को बेटा कह्यो जायेंन, अऊर प्रभु परमेश्वर ओको बाप दाऊद को सिंहासन ओख देयेंन,
وَيَمْلِكُ عَلَى بَيْتِ يَعْقُوبَ إِلَى ٱلْأَبَدِ، وَلَا يَكُونُ لِمُلْكِهِ نِهَايَةٌ». (aiōn ) | ٣٣ 33 |
अऊर ऊ याकूब को घरानों पर हमेशा राज करेंन; अऊर ओको राज्य कभी खतम नहीं होयेंन।” (aiōn )
فَقَالَتْ مَرْيَمُ لِلْمَلَاكِ: «كَيْفَ يَكُونُ هَذَا وَأَنَا لَسْتُ أَعْرِفُ رَجُلًا؟». | ٣٤ 34 |
मरियम न स्वर्गदूत सी कह्यो, “यो कसो होयेंन। मय त कोयी भी पुरुष ख जानु नहाय।”
فَأَجَابَ ٱلْمَلَاكُ وَقَالَ لَها: «اَلرُّوحُ ٱلْقُدُسُ يَحِلُّ عَلَيْكِ، وَقُوَّةُ ٱلْعَلِيِّ تُظَلِّلُكِ، فَلِذَلِكَ أَيْضًا ٱلْقُدُّوسُ ٱلْمَوْلُودُ مِنْكِ يُدْعَى ٱبْنَ ٱللهِ. | ٣٥ 35 |
स्वर्गदूत न ओख उत्तर दियो, “पवित्र आत्मा तोरो पर उतरेंन, अऊर परमेश्वर जो सब सी ऊचो हय ओकी सामर्थ तोरो पर छायेंन; येकोलायी ऊ पवित्र जो पैदा होन वालो हय, परमेश्वर को बेटा कहलायेंन।
وَهُوَذَا أَلِيصَابَاتُ نَسِيبَتُكِ هِيَ أَيْضًا حُبْلَى بِٱبْنٍ فِي شَيْخُوخَتِهَا، وَهَذَا هُوَ ٱلشَّهْرُ ٱلسَّادِسُ لِتِلْكَ ٱلْمَدْعُوَّةِ عَاقِرًا، | ٣٦ 36 |
अऊर देख, तोरी कुटुम्बिनी इलीशिबा ख भी बुढ़्ढापा म बेटा होन वालो हय, यो ओको, जो बांझ कहलावत होती ओको गर्भ धारन को छठवो महीना हय।
لِأَنَّهُ لَيْسَ شَيْءٌ غَيْرَ مُمْكِنٍ لَدَى ٱللهِ». | ٣٧ 37 |
कहालीकि जो वचन परमेश्वर को तरफ सी होवय हय ऊ असम्भव नहीं होवय।”
فَقَالَتْ مَرْيَمُ: «هُوَذَا أَنَا أَمَةُ ٱلرَّبِّ. لِيَكُنْ لِي كَقَوْلِكَ». فَمَضَى مِنْ عِنْدِهَا ٱلْمَلَاكُ. | ٣٨ 38 |
मरियम न कह्यो, “देख मय प्रभु की दासी आय, मोख तोरो वचन को अनुसार हो।” तब स्वर्गदूत ओको जवर सी चली गयो।
فَقَامَتْ مَرْيَمُ فِي تِلْكَ ٱلْأَيَّامِ وَذَهَبَتْ بِسُرْعَةٍ إِلَى ٱلْجِبَالِ إِلَى مَدِينَةِ يَهُوذَا، | ٣٩ 39 |
उन दिनो म मरियम उठ क जल्दीच पहाड़ी देश म यहूदा को एक नगर ख गयी,
وَدَخَلَتْ بَيْتَ زَكَرِيَّا وَسَلَّمَتْ عَلَى أَلِيصَابَاتَ. | ٤٠ 40 |
ओन जकर्याह को घर म जाय क इलीशिबा ख नमस्कार करी।
فَلَمَّا سَمِعَتْ أَلِيصَابَاتُ سَلَامَ مَرْيَمَ ٱرْتَكَضَ ٱلْجَنِينُ فِي بَطْنِهَا، وَٱمْتَلَأَتْ أَلِيصَابَاتُ مِنَ ٱلرُّوحِ ٱلْقُدُسِ، | ٤١ 41 |
जसोच इलीशिबा न मरियम को नमस्कार सुन्यो, वसोच बच्चा ओको पेट म उछल्यो, अऊर इलीशिबा पवित्र आत्मा सी परिपूर्ण भय गयी।
وَصَرَخَتْ بِصَوْتٍ عَظِيمٍ وَقَالَتْ: «مُبَارَكَةٌ أَنْتِ فِي ٱلنِّسَاءِ وَمُبَارَكَةٌ هِيَ ثَمَرَةُ بَطْنِكِ! | ٤٢ 42 |
अऊर ओन बड़ो आवाज सी पुकार क कह्यो, “तय पूरी बाईयों म सब सी जादा आशीर्वाद हय, अऊर तोरो पेट को बच्चा आशीर्वाद हय!
فَمِنْ أَيْنَ لِي هَذَا أَنْ تَأْتِيَ أُمُّ رَبِّي إِلَيَّ؟ | ٤٣ 43 |
यो अनुग्रह मोख कित सी भयो कि मोरो प्रभु की माय मोरो जवर आयी?
فَهُوَذَا حِينَ صَارَ صَوْتُ سَلَامِكِ فِي أُذُنَيَّ ٱرْتَكَضَ ٱلْجَنِينُ بِٱبْتِهَاجٍ فِي بَطْنِي. | ٤٤ 44 |
जसोच तोरो नमस्कार को आवाज मोरो कानो म पड़्यो, वसोच बच्चा मोरो पेट म खुशी सी उछल पड़्यो।
فَطُوبَى لِلَّتِي آمَنَتْ أَنْ يَتِمَّ مَا قِيلَ لَهَا مِنْ قِبَلِ ٱلرَّبِّ». | ٤٥ 45 |
धन्य हय ऊ जेन विश्वास करयो कि जो बाते प्रभु को तरफ सी ओको सी कहीं गयी, हि पूरी होयेंन!”
فَقَالَتْ مَرْيَمُ: «تُعَظِّمُ نَفْسِي ٱلرَّبَّ، | ٤٦ 46 |
तब मरियम न कह्यो, “मोरो जीव प्रभु की बड़ायी करय हय
وَتَبْتَهِجُ رُوحِي بِٱللهِ مُخَلِّصِي، | ٤٧ 47 |
अऊर मोरी आत्मा मोरो उद्धार करन वालो परमेश्वर सी खुश भयी,
لِأَنَّهُ نَظَرَ إِلَى ٱتِّضَاعِ أَمَتِهِ. فَهُوَذَا مُنْذُ ٱلْآنَ جَمِيعُ ٱلْأَجْيَالِ تُطَوِّبُنِي، | ٤٨ 48 |
कहालीकि ओन अपनी दासी पर नजर करी हय; येकोलायी देखो, अब सी पूरो युग-युग को लोग मोख धन्य कहेंन,
لِأَنَّ ٱلْقَدِيرَ صَنَعَ بِي عَظَائِمَ، وَٱسْمُهُ قُدُّوسٌ، | ٤٩ 49 |
कहालीकि ऊ सर्वशक्तिमान परमेश्वर न मोरो लायी बड़ो बड़ो काम करयो हय। ओको नाम पवित्र हय,
وَرَحْمَتُهُ إِلَى جِيلِ ٱلْأَجْيَالِ لِلَّذِينَ يَتَّقُونَهُ. | ٥٠ 50 |
एक पीढ़ी सी दूसरी पीढ़ी म, ऊ उन लोगों पर दया करय हय, जो ओको आदर करय हंय।
صَنَعَ قُوَّةً بِذِرَاعِهِ. شَتَّتَ ٱلْمُسْتَكْبِرِينَ بِفِكْرِ قُلُوبِهِمْ. | ٥١ 51 |
ओन अपनो ताकतवर भुजा दिखायो, अऊर जो अपनो आप ख बड़ो समझत होतो, उन्ख तितर-बितर कर दियो।
أَنْزَلَ ٱلْأَعِزَّاءَ عَنِ ٱلْكَرَاسِيِّ وَرَفَعَ ٱلْمُتَّضِعِينَ. | ٥٢ 52 |
ओन राजावों ख उन्को सिंहासनों सी गिराय दियो; अऊर नम्र लोगों ख ऊंचो करयो।
أَشْبَعَ ٱلْجِيَاعَ خَيْرَاتٍ وَصَرَفَ ٱلْأَغْنِيَاءَ فَارِغِينَ. | ٥٣ 53 |
ओन भूखो ख अच्छी चिजों सी सन्तुष्ट करयो, अऊर धनवानों ख खाली हाथ निकाल दियो।
عَضَدَ إِسْرَائِيلَ فَتَاهُ لِيَذْكُرَ رَحْمَةً، | ٥٤ 54 |
ओन अपनो सेवक इस्राएल ख सम्भाल लियो कि अपनो ऊ दया ख याद करेंन,
كَمَا كَلَّمَ آبَاءَنَا. لِإِبْراهِيمَ وَنَسْلِهِ إِلَى ٱلْأَبَدِ». (aiōn ) | ٥٥ 55 |
जो अब्राहम अऊर ओको वंश पर हमेशा रहेंन, जसो ओन हमरो बापदादों सी कह्यो होतो।” (aiōn )
فَمَكَثَتْ مَرْيَمُ عِنْدَهَا نَحْوَ ثَلَاثَةِ أَشْهُرٍ، ثُمَّ رَجَعَتْ إِلَى بَيْتِهَا. | ٥٦ 56 |
मरियम लगभग तीन महीना इलीशिबा को संग रह्य क अपनो घर लौट गयी।
وَأَمَّا أَلِيصَابَاتُ فَتَمَّ زَمَانُهَا لِتَلِدَ، فَوَلَدَتِ ٱبْنًا. | ٥٧ 57 |
तब इलीशिबा को प्रसव को समय पूरो भयो, अऊर ओन बेटा ख जनम दियो।
وَسَمِعَ جِيرَانُهَا وَأَقْرِبَاؤُهَا أَنَّ ٱلرَّبَّ عَظَّمَ رَحْمَتَهُ لَهَا، فَفَرِحُوا مَعَهَا. | ٥٨ 58 |
ओको पड़ोसियों अऊर कुटुम्बियों न यो सुन क कि प्रभु न ओको पर बड़ी दया करी हय, ओको संग खुशी मनायो।
وَفِي ٱلْيَوْمِ ٱلثَّامِنِ جَاءُوا لِيَخْتِنُوا ٱلصَّبِيَّ، وَسَمَّوْهُ بِٱسْمِ أَبِيهِ زَكَرِيَّا. | ٥٩ 59 |
अऊर असो भयो कि आठवो दिन हि बच्चा को खतना करन आयो अऊर ओको नाम ओको बाप को नाम पर जकर्याह रखन लग्यो।
فَأَجَابَتْ أمُّهُ وَقَالَتْ: «لَا! بَلْ يُسَمَّى يُوحَنَّا». | ٦٠ 60 |
येको पर ओकी माय न उत्तर दियो, “नहीं; बल्की ओको नाम यूहन्ना रख्यो जाय।”
فَقَالُوا لَهَا: «لَيْسَ أَحَدٌ فِي عَشِيرَتِكِ تَسَمَّى بِهَذَا ٱلِٱسْمِ». | ٦١ 61 |
उन्न ओको सी कह्यो, “तोरो कुटुम्ब म कोयी को यो नाम नहाय!”
ثُمَّ أَوْمَأُوا إِلَى أَبِيهِ، مَاذَا يُرِيدُ أَنْ يُسَمَّى. | ٦٢ 62 |
तब उन्न ओको बाप सी इशारा कर क् पुच्छ्यो कि तय ओको नाम का रखनो चाहवय हय?
فَطَلَبَ لَوْحًا وَكَتَبَ قَائِلًا: «ٱسْمُهُ يُوحَنَّا». فَتَعَجَّبَ ٱلْجَمِيعُ. | ٦٣ 63 |
जकर्याह न एक लिखन की पाटी मांगी अऊर लिख दियो, “ओको नाम यूहन्ना आय,” अऊर सब अचम्भित भयो।
وَفِي ٱلْحَالِ ٱنْفَتَحَ فَمُهُ وَلِسَانُهُ وَتَكَلَّمَ وَبَارَكَ ٱللهَ. | ٦٤ 64 |
तब ओको मुंह अऊर जीबली तुरतच खुल गयी; अऊर ऊ बोलन अऊर परमेश्वर को महिमा करन लग्यो।
فَوَقَعَ خَوْفٌ عَلَى كُلِّ جِيرَانِهِمْ. وَتُحُدِّثَ بِهَذِهِ ٱلْأُمُورِ جَمِيعِهَا فِي كُلِّ جِبَالِ ٱلْيَهُودِيَّةِ، | ٦٥ 65 |
ओको आजु बाजू को सब रहन वालो पर डर छाय गयो; अऊर उन सब बातों की चर्चा यहूदिया को पूरो पहाड़ी प्रदेश म फैल गयी,
فَأَوْدَعَهَا جَمِيعُ ٱلسَّامِعِينَ فِي قُلُوبِهِمْ قَائِلِينَ: «أَتَرَى مَاذَا يَكُونُ هَذَا ٱلصَّبِيُّ؟». وَكَانَتْ يَدُ ٱلرَّبِّ مَعَهُ. | ٦٦ 66 |
अऊर सब सुनन वालो न अपनो-अपनो मन म बिचार कर क् कह्यो, “यो बच्चा कसो होयेंन?” कहालीकि प्रभु को हाथ ओको पर होतो।
وَٱمْتَلَأَ زَكَرِيَّا أَبُوهُ مِنَ ٱلرُّوحِ ٱلْقُدُسِ، وَتَنَبَّأَ قَائِلًا: | ٦٧ 67 |
ओको बाप जकर्याह पवित्र आत्मा सी परिपूर्ण भय गयो, अऊर परमेश्वर को खबर देन लग्यो:
«مُبَارَكٌ ٱلرَّبُّ إِلَهُ إِسْرَائِيلَ لِأَنَّهُ ٱفْتَقَدَ وَصَنَعَ فِدَاءً لِشَعْبِهِ، | ٦٨ 68 |
“प्रभु इस्राएल को परमेश्वर की महिमा हो, कहालीकि ओन अपनो लोगों पर नजर करी अऊर उन्को छुटकारा करयो हय,
وَأَقَامَ لَنَا قَرْنَ خَلَاصٍ فِي بَيْتِ دَاوُدَ فَتَاهُ. | ٦٩ 69 |
अऊर अपनो सेवक दाऊद को घराना म ओन हमरो लायी एक शक्तिशाली उद्धारकर्ता दियो हय,
كَمَا تَكَلَّمَ بِفَمِ أَنْبِيَائِهِ ٱلْقِدِّيسِينَ ٱلَّذِينَ هُمْ مُنْذُ ٱلدَّهْرِ، (aiōn ) | ٧٠ 70 |
ओन अपनो पवित्र भविष्यवक्तावों को द्वारा जो जगत को सुरूवात सी होत आयो हंय, कह्यो होतो, (aiōn )
خَلَاصٍ مِنْ أَعْدَائِنَا وَمِنْ أَيْدِي جَمِيعِ مُبْغِضِينَا. | ٧١ 71 |
यानेकि हमरो दुश्मनों सी, अऊर हमरो सब दुश्मनों को हाथ सी हमरो उद्धार करयो हय,
لِيَصْنَعَ رَحْمَةً مَعَ آبَائِنَا وَيَذْكُرَ عَهْدَهُ ٱلْمُقَدَّسَ، | ٧٢ 72 |
ओन कह्यो होतो कि अपनो पूर्वजों पर दया कर क् अपनी पवित्र वाचा ख याद करेंन,
ٱلْقَسَمَ ٱلَّذِي حَلَفَ لِإِبْرَاهِيمَ أَبِينَا: | ٧٣ 73 |
वा कसम ओन हमरो बाप अब्राहम सी खायी होती,
أَنْ يُعْطِيَنَا إِنَّنَا بِلَا خَوْفٍ، مُنْقَذِينَ مِنْ أَيْدِي أَعْدَائِنَا، نَعْبُدُهُ | ٧٤ 74 |
कि हमरो दुश्मनों को हाथों सी हमरो छुटकारा हो अऊर बिना कोयी डर को प्रभु की सेवा करन की अनुमति मिले।
بِقَدَاسَةٍ وَبِرٍّ قُدَّامَهُ جَمِيعَ أَيَّامِ حَيَاتِنَا. | ٧٥ 75 |
ओको आगु पवित्रता अऊर सच्चायी सी जीवन भर निडर रह्य क ओकी सेवा करतो रहबो।
وَأَنْتَ أَيُّهَا ٱلصَّبِيُّ نَبِيَّ ٱلْعَلِيِّ تُدْعَى، لِأَنَّكَ تَتَقَدَّمُ أَمَامَ وَجْهِ ٱلرَّبِّ لِتُعِدَّ طُرُقَهُ. | ٧٦ 76 |
अऊर तय मोरो बच्चा, परमप्रधान परमेश्वर जो सब सी ऊचो हय। भविष्यवक्ता कहलायेंन, कहालीकि तय प्रभु को रस्ता तैयार करन लायी ओको आगु-आगु चलेंन,
لِتُعْطِيَ شَعْبَهُ مَعْرِفَةَ ٱلْخَلَاصِ بِمَغْفِرَةِ خَطَايَاهُمْ، | ٧٧ 77 |
कि ओको लोगों ख उद्धार को ज्ञान देयेंन, कि उन्को पापों की माफी सी होवय हय।
بِأَحْشَاءِ رَحْمَةِ إِلَهِنَا ٱلَّتِي بِهَا ٱفْتَقَدَنَا ٱلْمُشْرَقُ مِنَ ٱلْعَلَاءِ. | ٧٨ 78 |
यो हमरो परमेश्वर की बड़ी दया सी होयेंन; जेको वजह ऊपर सी हम पर उद्धार को प्रकाश उदय होयेंन,
لِيُضِيءَ عَلَى ٱلْجَالِسِينَ فِي ٱلظُّلْمَةِ وَظِلَالِ ٱلْمَوْتِ، لِكَيْ يَهْدِيَ أَقْدَامَنَا فِي طَرِيقِ ٱلسَّلَامِ». | ٧٩ 79 |
कि अन्धकार अऊर मरन की छाया म बैठन वालो ख उद्धार को प्रकाश देयेंन, अऊर हमरो पाय ख शान्ति को रस्ता म सीधो चलाये।”
أَمَّا ٱلصَّبِيُّ فَكَانَ يَنْمُو وَيَتَقَوَّى بِٱلرُّوحِ، وَكَانَ فِي ٱلْبَرَارِي إِلَى يَوْمِ ظُهُورِهِ لِإِسْرَائِيلَ. | ٨٠ 80 |
अऊर ऊ बच्चा बढ़तो अऊर आत्मा म बलवन्त होत गयो, अऊर इस्राएल पर प्रगट होन को दिन तक जंगल म रह्यो।