< يُوئِيل 3 >
«لِأَنَّهُ هُوَذَا فِي تِلْكَ ٱلْأَيَّامِ وَفِي ذَلِكَ ٱلْوَقْتِ، عِنْدَمَا أَرُدُّ سَبْيَ يَهُوذَا وَأُورُشَلِيمَ، | ١ 1 |
“उन दिनों में और उस समय पर, जब मैं यहूदिया और येरूशलेम के लोगों को बंधुआई से लौटा लाऊंगा,
أَجْمَعُ كُلَّ ٱلْأُمَمِ وَأُنَزِّلُهُمْ إِلَى وَادِي يَهُوشَافَاطَ، وَأُحَاكِمُهُمْ هُنَاكَ عَلَى شَعْبِي وَمِيرَاثِي إِسْرَائِيلَ ٱلَّذِينَ بَدَّدُوهُمْ بَيْنَ ٱلْأُمَمِ وَقَسَمُوا أَرْضِي، | ٢ 2 |
तब मैं सब जाति के लोगों को इकट्ठा करूंगा और उन्हें नीचे यहोशाफ़ात की घाटी में ले आऊंगा. वहां मैं उनकी परीक्षा करूंगा उन्होंने मेरे निज भाग अर्थात् मेरे लोग इस्राएलियों के साथ जो कुछ किया, उसके लिये. क्योंकि उन्होंने मेरे लोगों को जाति-जाति के लोगों के बीच तितर-बितर कर दिया है और उन्होंने मेरे देश को बांट दिया है.
وَأَلْقَوْا قُرْعَةً عَلَى شَعْبِي، وَأَعْطَوْا ٱلصَّبِيَّ بِزَانِيَةٍ، وَبَاعُوا ٱلْبِنْتَ بِخَمْرٍ لِيَشْرَبُوا. | ٣ 3 |
वे मेरे लोगों के लिये पांसा फेंकते हैं और उन्होंने वेश्याओं के बदले में लड़कों को दे दिया है; उन्होंने दाखमधु पीने के लिये लड़कियों को बेच दिया है.
«وَمَاذَا أَنْتُنَّ لِي يَا صُورُ وَصَيْدُونُ وَجَمِيعَ دَائِرَةِ فِلِسْطِينَ؟ هَلْ تُكَافِئُونَنِي عَنِ ٱلْعَمَلِ، أَمْ هَلْ تَصْنَعُونَ بِي شَيْئًا؟ سَرِيعًا بِٱلْعَجَلِ أَرُدُّ عَمَلَكُمْ عَلَى رُؤُوسِكُمْ. | ٤ 4 |
“हे सोर और सीदोन और फिलिस्तिया के सारे क्षेत्र के लोगों, अब तुम्हारे पास मेरे विरुद्ध में क्या है? क्या तुम उस बात का बदला चुका रहे हो, जो मैंने किया है? यदि तुम मुझे वापस बदला चुका रहे हो, तो मैं शीघ्र ही, तेजी से, तुम्हारे द्वारा किए गए कामों को वापस तुम्हारे ही सिर पर डाल दूंगा.
لِأَنَّكُمْ أَخَذْتُمْ فِضَّتِي وَذَهَبِي، وَأَدْخَلْتُمْ نَفَائِسِي ٱلْجَيِّدَةَ إِلَى هَيَاكِلِكُمْ. | ٥ 5 |
क्योंकि तुमने मेरी चांदी और मेरा सोना ले लिया है और मेरे बहुमूल्य खजानों को अपने मंदिरों में रख लिया है.
وَبِعْتُمْ بَنِي يَهُوذَا وَبَنِي أُورُشَلِيمَ لِبَنِي ٱلْيَاوَانِيِّينَ لِكَيْ تُبْعِدُوهُمْ عَنْ تُخُومِهِمْ. | ٦ 6 |
तुमने यहूदिया और येरूशलेम के लोगों को यूनानियों के हाथ बेच दिया, ताकि तुम उन्हें उनके देश से दूर कर सको.
هَأَنَذَا أُنْهِضُهُمْ مِنَ ٱلْمَوْضِعِ ٱلَّذِي بِعْتُمُوهُمْ إِلَيْهِ، وَأَرُدُّ عَمَلَكُمْ عَلَى رُؤُوسِكُمْ. | ٧ 7 |
“देखो, मैं उन्हें उन स्थानों से लौटाकर लानेवाला हूं, जहां तुमने उन्हें बेच दिया था, और तुम्हारे किए गये कामों को वापस तुम्हारे ही सिर पर डाल दूंगा.
وَأَبِيعُ بَنِيكُمْ وَبَنَاتِكُمْ بِيَدِ بَنِي يَهُوذَا لِيَبِيعُوهُمْ لِلسَّبَائِيِّينَ، لِأُمَّةٍ بَعِيدَةٍ، لِأَنَّ ٱلرَّبَّ قَدْ تَكَلَّمَ». | ٨ 8 |
मैं तुम्हारे बेटे और बेटियों को यहूदिया के लोगों के हाथ बेच दूंगा, और वे उन्हें बहुत दूर रहनेवाली एक जाति शबाईयों के हाथ बेच देंगे.” याहवेह ने कहा है.
نَادُوا بِهَذَا بَيْنَ ٱلْأُمَمِ. قَدِّسُوا حَرْبًا. أَنْهِضُوا ٱلْأَبْطَالَ. لِيَتَقَدَّمْ وَيَصْعَدْ كُلُّ رِجَالِ ٱلْحَرْبِ. | ٩ 9 |
जाति-जाति के लोगों के बीच यह घोषणा करो: युद्ध की तैयारी करो! योद्धाओं को आव्हान करो! लड़ने वाले सब लोग निकट आये और आक्रमण करें.
اِطْبَعُوا سِكَّاتِكُمْ سُيُوفًا، وَمَنَاجِلَكُمْ رِمَاحًا. لِيَقُلِ ٱلضَّعِيفُ: «بَطَلٌ أَنَا!» | ١٠ 10 |
अपने हल की फालों को पीटकर उनकी तलवारें बना लो और अपने हंसियों को पीटकर उनकी बर्छियां बना लो. जो दुर्बल है वह कहे, “मैं बलवान हूं!”
أَسْرِعُوا وَهَلُمُّوا يَا جَمِيعَ ٱلْأُمَمِ مِنْ كُلِّ نَاحِيَةٍ وَٱجْتَمِعُوا. إِلَى هُنَاكَ أَنْزِلْ يَارَبُّ أَبْطَالَكَ. | ١١ 11 |
चारों तरफ के जाति-जाति के सब लोगों, जल्दी करके आओ, और वहां तुम इकट्ठे हो जाओ. हे याहवेह, अपने योद्धाओं को नीचे ले आइए!
«تَنْهَضُ وَتَصْعَدُ ٱلْأُمَمُ إِلَى وَادِي يَهُوشَافَاطَ، لِأَنِّي هُنَاكَ أَجْلِسُ لِأُحَاكِمَ جَمِيعَ ٱلْأُمَمِ مِنْ كُلِّ نَاحِيَةٍ. | ١٢ 12 |
“जाति-जाति के लोग उत्तेजित हों; और वे यहोशाफ़ात की घाटी में जाएं, क्योंकि वहां मैं चारों तरफ के जाति-जाति के सब लोगों का न्याय करने बैठूंगा.
أَرْسِلُوا ٱلْمِنْجَلَ لِأَنَّ ٱلْحَصِيدَ قَدْ نَضَجَ. هَلُمُّوا دُوسُوا لِأَنَّهُ قَدِ ٱمْتَلَأَتِ ٱلْمِعْصَرَةُ. فَاضَتِ ٱلْحِيَاضُ لِأَنَّ شَرَّهُمْ كَثِيرٌ». | ١٣ 13 |
हंसिया चलाना शुरू करो, क्योंकि फसल पक गयी है. आओ, अंगूर को रौंदो, क्योंकि अंगूर-रस का कुंड भर गया है और हौज छलक रहे हैं— उनकी दुष्टता बहुत ज्यादा है!”
جَمَاهِيرُ جَمَاهِيرُ فِي وَادِي ٱلْقَضَاءِ، لِأَنَّ يَوْمَ ٱلرَّبِّ قَرِيبٌ فِي وَادِي ٱلْقَضَاءِ. | ١٤ 14 |
निर्णय की घाटी में लोगों की भीड़ ही भीड़ है! क्योंकि निर्णय की घाटी में याहवेह का दिन निकट है.
اَلشَّمْسُ وَٱلْقَمَرُ يَظْلُمَانِ، وَٱلنُّجُومُ تَحْجُزُ لَمَعَانَهَا. | ١٥ 15 |
सूर्य और चंद्रमा पर अंधकार छा गया है, और तारे चमकना बंद कर देंगे.
وَٱلرَّبُّ مِنْ صِهْيَوْنَ يُزَمْجِرُ، وَمِنْ أُورُشَلِيمَ يُعْطِي صَوْتَهُ، فَتَرْجُفُ ٱلسَّمَاءُ وَٱلْأَرْضُ. وَلَكِنَّ ٱلرَّبَّ مَلْجَأٌ لِشَعْبِهِ، وَحِصْنٌ لِبَنِي إِسْرَائِيلَ. | ١٦ 16 |
याहवेह ज़ियोन से गरजेंगे और येरूशलेम से गर्जन सुनाई देगा; आकाश और पृथ्वी कांप उठेंगे. पर याहवेह अपने लोगों के लिए एक शरणस्थान, और इस्राएल के लोगों के लिए एक सुरक्षा गढ़ होंगे.
«فَتَعْرِفُونَ أَنِّي أَنَا ٱلرَّبُّ إِلَهُكُمْ، سَاكِنًا فِي صِهْيَوْنَ جَبَلِ قُدْسِي. وَتَكُونُ أُورُشَلِيمُ مُقَدَّسَةً وَلَا يَجْتَازُ فِيهَا ٱلْأَعَاجِمُ فِي مَا بَعْدُ. | ١٧ 17 |
“तब तुम जानोगे कि मैं, याहवेह ही तुम्हारा परमेश्वर हूं, जो अपने पवित्र पर्वत, ज़ियोन पर निवास करता हूं. येरूशलेम एक पवित्र स्थान होगा; परदेशी फिर कभी उस पर आक्रमण न कर पाएंगे.
«وَيَكُونُ فِي ذَلِكَ ٱلْيَوْمِ أَنَّ ٱلْجِبَالَ تَقْطُرُ عَصِيرًا، وَٱلتِّلَالَ تَفِيضُ لَبَنًا، وَجَمِيعَ يَنَابِيعِ يَهُوذَا تَفِيضُ مَاءً، وَمِنْ بَيْتِ ٱلرَّبِّ يَخْرُجُ يَنْبُوعٌ وَيَسْقِي وَادِي ٱلسَّنْطِ. | ١٨ 18 |
“उस दिन पहाड़ों से नई अंगूर की दाखमधु टपकेगी, और पहाड़ियों से दूध बहेगा; यहूदिया के सब दर्रों में पानी बहेगा. याहवेह के भवन से पानी का एक सोता फूट निकलेगा और शित्तीम घाटी की सिंचाई करेगा.
مِصْرُ تَصِيرُ خَرَابًا، وَأَدُومُ تَصِيرُ قَفْرًا خَرِبًا، مِنْ أَجْلِ ظُلْمِهِمْ لِبَنِي يَهُوذَا ٱلَّذِينَ سَفَكُوا دَمًا بَرِيئًا فِي أَرْضِهِمْ. | ١٩ 19 |
पर मिस्र देश उजाड़ हो जाएगा, और एदोम एक बेकार निर्जन देश, क्योंकि इन्होंने यहूदिया के लोगों पर अत्याचार किया था, और इन्होंने उनके देश में निर्दोष लोगों का खून बहाया था.
وَلَكِنَّ يَهُوذَا تُسْكَنُ إِلَى ٱلْأَبَدِ، وَأُورُشَلِيمَ إِلَى دَوْرٍ فَدَوْرٍ. | ٢٠ 20 |
यहूदिया में लोग सदा-सर्वदा निवास करते रहेंगे और येरूशलेम में लोग पीढ़ी-पीढ़ी तक रहेंगे.
وَأُبَرِّئُ دَمَهُمُ ٱلَّذِي لَمْ أُبَرِّئْهُ، وَٱلرَّبُّ يَسْكُنُ فِي صِهْيَوْنَ». | ٢١ 21 |
क्या मैं उन निर्दोष लोगों के खून का बदला लिये बिना छोड़ दूंगा? नहीं, बिलकुल नहीं.”