< حِزْقِيَال 6 >
وَكَانَ إِلَيَّ كَلَامُ ٱلرَّبِّ قَائِلًا: | ١ 1 |
याहवेह का यह वचन मेरे पास आया:
«يَا ٱبْنَ آدَمَ، ٱجْعَلْ وَجْهَكَ نَحْوَ جِبَالِ إِسْرَائِيلَ وَتَنَبَّأْ عَلَيْهَا | ٢ 2 |
“हे मनुष्य के पुत्र, अपना मुंह इस्राएल के पर्वतों की ओर करके उनके विरुद्ध भविष्यवाणी करो
وَقُلْ: يَا جِبَالَ إِسْرَائِيلَ، ٱسْمَعِي كَلِمَةَ ٱلسَّيِّدِ ٱلرَّبِّ. هَكَذَا قَالَ ٱلسَّيِّدُ ٱلرَّبُّ لِلْجِبَالِ وَلِلْآكَامِ، لِلْأَوْدِيَةِ وَلِلْأَوْطِئَةِ: هَأَنَذَا أَنَا جَالِبٌ عَلَيْكُمْ سَيْفًا، وَأُبِيدُ مُرْتَفَعَاتِكُمْ. | ٣ 3 |
और कहो: हे इस्राएल के पर्वतों, परम प्रधान याहवेह की बातों को सुनो. परम प्रधान याहवेह पर्वतों, पहाड़ियों, तराइयों और घाटियों से यह कहते हैं: मैं तुम पर एक तलवार चलवानेवाला हूं, और मैं तुम्हारे पूजा के ऊंचे स्थानों को नष्ट कर दूंगा.
فَتَخْرَبُ مَذَابِحُكُمْ، وَتَتَكَسَّرُ شَمْسَاتُكُمْ، وَأَطْرَحُ قَتْلَاكُمْ قُدَّامَ أَصْنَامِكُمْ. | ٤ 4 |
तुम्हारी वेदियां ढहा दी जाएंगी और तुम्हारी धूप की वेदियां टुकड़े-टुकड़े कर दी जाएंगी; और मैं तुम्हारी मूर्तियों के सामने तुम्हारे लोगों का वध करूंगा.
وَأَضَعُ جُثَثَ بَنِي إِسْرَائِيلَ قُدَّامَ أَصْنَامِهِمْ، وَأُذَرِّي عِظَامَكُمْ حَوْلَ مَذَابِحِكُمْ. | ٥ 5 |
मैं इस्राएलियों के लाशों को उनके मूर्तियों के सामने रख दूंगा, और मैं तुम्हारी हड्डियों को तुम्हारी वेदियों के चारों ओर बिखेर दूंगा.
فِي كُلِّ مَسَاكِنِكُمْ تُقْفِرُ ٱلْمُدُنُ، وَتَخْرَبُ ٱلْمُرْتَفَعَاتُ، لِكَيْ تُقْفِرَ وَتَخْرَبَ مَذَابِحُكُمْ، وَتَنْكَسِرَ وَتَزُولَ أَصْنَامُكُمْ، وَتُقْطَعَ شَمْسَاتُكُمْ، وَتُمْحَى أَعْمَالُكُمْ، | ٦ 6 |
तुम जहां कहीं भी निवास करोगे, वे नगर उजड़ जाएंगे और पूजा के ऊंचे स्थान गिरा दिये जाएंगे, ताकि तुम्हारी वेदियां उजड़ कर बरबाद हो जाएं, तुम्हारी मूर्तियां टुकड़े-टुकड़े होकर नष्ट हो जाएं, तुम्हारी धूप की वेदियां टूटकर नष्ट हो जाएं, और जो तुमने बनाया है उसे मिटा दिया जाए.
وَتَسْقُطُ ٱلْقَتْلَى فِي وَسْطِكُمْ، فَتَعْلَمُونَ أَنِّي أَنَا ٱلرَّبُّ. | ٧ 7 |
तुम्हारे लोगों के वध किए गये शव तुम्हारे ही बीच आ गिरेंगे, और तब तुम जानोगे मैं याहवेह हूं.
«وَأُبْقِي بَقِيَّةً، إِذْ يَكُونُ لَكُمْ نَاجُونَ مِنَ ٱلسَّيْفِ بَيْنَ ٱلْأُمَمِ عِنْدَ تَذَرِّيكُمْ فِي ٱلْأَرَاضِي. | ٨ 8 |
“‘फिर भी, मैं कुछ लोगों को छोड़ दूंगा, क्योंकि जब तुम देश-देश और जाति-जाति के बीच बिखर जाओगे, तो तुममें से कुछ तलवार की मार से बच जाएंगे.
وَٱلنَّاجُونَ مِنْكُمْ يَذْكُرُونَنِي بَيْنَ ٱلْأُمَمِ ٱلَّذِينَ يُسْبَوْنَ إِلَيْهِمْ، إِذَا كَسَرْتُ قَلْبَهُمُ ٱلزَّانِيَ ٱلَّذِي حَادَ عَنِّي، وَعُيُونَهُمُ ٱلزَّانِيَةَ وَرَاءَ أَصْنَامِهِمْ، وَمَقَتُوا أَنْفُسَهُمْ لِأَجْلِ ٱلشُّرُورِ ٱلَّتِي فَعَلُوهَا فِي كُلِّ رَجَاسَاتِهِمْ، | ٩ 9 |
तब उन जातियों के बीच, जहां वे बंधुआ होकर गये होंगे, और बच गये होंगे, वे मुझे याद करेंगे—कैसे मैं उनके व्यभिचारी हृदयों से दुःखी हुआ हूं, जो मुझसे दूर हो गये हैं और कैसे मैं उनकी आंखों से दुःखी हुआ हूं, जो उनकी मूर्तियों की लालसा करते हैं. तब किए गये अपने बुरे कामों और अपने सारे घृणित कार्यों के कारण उन्हें स्वयं से घृणा हो जाएगी.
وَيَعْلَمُونَ أَنِّي أَنَا ٱلرَّبُّ، لَمْ أَقُلْ بَاطِلًا إِنِّي أَفْعَلُ بِهِمْ هَذَا ٱلشَّرَّ. | ١٠ 10 |
और तब वे जान जाएंगे कि मैं याहवेह हूं; मैंने उन पर यह विपत्ति लाने की खोखली धमकी नहीं दी है.
«هَكَذَا قَالَ ٱلسَّيِّدُ ٱلرَّبُّ: ٱضْرِبْ بِيَدِكَ وَٱخْبِطْ بِرِجْلِكَ، وَقُلْ: آهِ عَلَى كُلِّ رَجَاسَاتِ بَيْتِ إِسْرَائِيلَ ٱلشِّرِّيرَةِ، حَتَّى يَسْقُطُوا بِٱلسَّيْفِ وَبِالْجُوعِ وَبِالْوَبَإِ! | ١١ 11 |
“‘परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: अपने हाथों को एक साथ मारकर अपने पैरों को पटको और चिल्लाकर कहो, “हाय!” इस्राएल के लोगों के सब दुष्ट और घृणित कामों के कारण उनका विनाश तलवार, अकाल और महामारी से होगा.
اَلْبَعِيدُ يَمُوتُ بِٱلْوَبَإِ، وَٱلْقَرِيبُ يَسْقُطُ بِٱلسَّيْفِ، وَٱلْبَاقِي وَٱلْمُنْحَصِرُ يَمُوتُ بِٱلْجُوعِ، فَأُتَمِّمُ غَضَبِي عَلَيْهِمْ. | ١٢ 12 |
वह जो दूर है, वह महामारी से मारा जाएगा, और वह जो पास है, वह तलवार से मारा जाएगा, और वह जो जीवित रहेगा और छोड़ दिया गया होगा, वह अकाल से मारा जाएगा. इस प्रकार मैं अपना कोप उन पर प्रगट करूंगा.
فَتَعْلَمُونَ أَنِّي أَنَا ٱلرَّبُّ، إِذَا كَانَتْ قَتْلَاهُمْ وَسْطِ أَصْنَامِهِمْ حَوْلَ مَذَابِحِهِمْ عَلَى كُلِّ أَكَمَةٍ عَالِيَةٍ، وَفِي رُؤُوسِ كُلِّ ٱلْجِبَالِ، وَتَحْتَ كُلِّ شَجَرَةٍ خَضْرَاءَ، وَتَحْتَ كُلِّ بَلُّوطَةٍ غَبْيَاءَ، ٱلْمَوْضِعِ ٱلَّذِي قَرَّبُوا فِيهِ رَائِحَةَ سُرُورٍ لِكُلِّ أَصْنَامِهِمْ. | ١٣ 13 |
और तब वे जान जाएंगे कि मैं याहवेह हूं, जब उनकी वेदियों के चारों ओर उनके मूर्तियों के बीच, हर एक उच्च पहाड़ी पर और पहाड़ों के चोटी पर, हर एक फैले हुए पेड़ और हर एक पत्तीवाले बांज वृक्ष के नीचे और हर वह स्थान, जहां वे अपने सब मूर्तियों को सुगंधित धूप चढ़ाते हैं, वहां अपने लोगों को मरे पड़े हुए देखेंगे.
وَأَمُدُّ يَدِي عَلَيْهِمْ، وَأُصَيِّرُ ٱلْأَرْضَ مُقْفِرَةً وَخَرِبَةً مِنَ ٱلْقَفْرِ إِلَى دَبْلَةَ فِي كُلِّ مَسَاكِنِهِمْ، فَيَعْلَمُونَ أَنِّي أَنَا ٱلرَّبُّ». | ١٤ 14 |
और मैं उनके विरुद्ध अपना हाथ बढ़ाऊंगा और उनके देश को निर्जन स्थान से लेकर दिबलाह तक, जहां कहीं भी वे रहते हैं उन सब जगहों को उजाड़ दूंगा. तब वे जान जाएंगे कि मैं याहवेह हूं.’”