Aionian Verses
और उसके सब बेटे बेटियाँ उसे तसल्ली देने जाते थे, लेकिन उसे तसल्ली न होती थी। वह यही कहता रहा, कि मैं तो मातम ही करता हुआ क़ब्र में अपने बेटे से जा मिलूँगा। इसलिए उसका बाप उसके लिए रोता रहा। (Sheol )
उसने कहा, मेरा बेटा तुम्हारे साथ नहीं जाएगा; क्यूँकि उसका भाई मर गया और वह अकेला रह गया है। अगर रास्ते में जाते — जाते उस पर कोई आफ़त आ पड़े तो तुम मेरे सफ़ेद बालों को ग़म के साथ क़ब्र में उतारोगे। (Sheol )
अब अगर तुम इसको भी मेरे पास से ले जाओ और इस पर कोई आफ़त आ पड़े, तो तुम मेरे सफ़ेद बालों को ग़म के साथ क़ब्र में उतारोगे।” (Sheol )
वह यह देख कर कि लड़का नहीं आया मर जाएगा, और तेरे ख़ादिम अपने बाप के, जो तेरा ख़ादिम है, सफ़ेद बालों को ग़म के साथ क़ब्र में उतारेंगे। (Sheol )
लेकिन अगर ख़ुदावन्द कोई नया करिश्मा दिखाए, और ज़मीन अपना मुँह खोल दे और इनको इनके घर — बार के साथ निगल जाए और यह जीते जी पाताल में समा जाएँ, तो तुम जानना कि इन लोगों ने ख़ुदावन्द की तहक़ीर की है।” (Sheol )
तब वह और उनका सारा घर — बार जीते जो पाताल में समा गए और ज़मीन उनके ऊपर बराबर हो गई, और वह जमा'अत में से ख़त्म हो गए। (Sheol )
इसलिए कि मेरे ग़ुस्से के मारे आग भड़क उठी है, जो पाताल की तह तक जलती जाएगी, और ज़मीन को उसकी पैदावार समेत भसम कर देगी, और पहाड़ों की बुनियादों में आग लगा देगी। (Sheol )
ख़ुदावन्द मारता है और जिलाता है; वही क़ब्र मैं उतारता और उससे निकालता है। (Sheol )
पाताल की रस्सियाँ मेरे चारो तरफ़ थीं मौत के फंदे मुझ पर आते थे। (Sheol )
इसलिए तू अपनी हिकमत से काम लेना और उसके सफ़ेद सर को क़ब्र में सलामत उतरने न देना। (Sheol )
तब तू उसको बेगुनाह न ठहराना, क्यूँकि तू ''अक़्लमन्द आदमी है और तू जानता है कि तुझे उसके साथ क्या करना चाहिए, इसलिए तू उसका सफ़ेद सर लहू लुहान करके क़ब्र में उतारना।” (Sheol )
जैसे बादल फटकर ग़ायब हो जाता है, वैसे ही वह जो क़ब्र में उतरता है फिर कभी ऊपर नहीं आता; (Sheol )
वह आसमान की तरह ऊँचा है, तू क्या कर सकता है? वह पाताल सा गहरा है, तू क्या जान सकता है? (Sheol )
काश कि तू मुझे पाताल में छिपा दे, और जब तक तेरा क़हर टल न जाए, मुझे पोशीदा रख्खे; और कोई मुक़र्ररा वक़्त मेरे लिए ठहराए और मुझे याद करे। (Sheol )
अगर में उम्मीद करूँ कि पाताल मेरा घर है, अगर मैंने अँधेरे में अपना बिछौना बिछा लिया है। (Sheol )
वह पाताल के फाटकों तक नीचे उतर जाएगी जब हम मिलकर ख़ाक में आराम पाएँगे।” (Sheol )
वह ख़ुशहाली में अपने दिन काटते, और दम के दम में पाताल में उतर जाते हैं। (Sheol )
ख़ुश्की और गर्मी बरफ़ानी पानी के नालों को सुखा देती हैं, ऐसा ही क़ब्र गुनहगारों के साथ करती है। (Sheol )
पाताल उसके सामने खुला है, और जहन्नुम बेपर्दा है। (Sheol )
क्यूँकि मौत के बाद तेरी याद नहीं होती, क़ब्र में कौन तेरी शुक्रगुज़ारी करेगा? (Sheol )
शरीर पाताल में जाएँगे, या'नी वह सब क़ौमें जो ख़ुदा को भूल जाती हैं (Sheol )
क्यूँकि तू न मेरी जान को पाताल में रहने देगा, न अपने मुक़द्दस को सड़ने देगा। (Sheol )
पाताल की रस्सियाँ मेरे चारों तरफ़ थीं, मौत के फंदे मुझ पर आ पड़े थे। (Sheol )
ऐ ख़ुदावन्द, तू मेरी जान को पाताल से निकाल लाया है; तूने मुझे ज़िन्दा रख्खा है कि क़ब्र में न जाऊँ। (Sheol )
ऐ ख़ुदावन्द, मुझे शर्मिन्दा न होने दे क्यूँकि मैंने तुझ से दुआ की है; शरीर शर्मिन्दा हो जाएँ और पाताल में ख़ामोश हों। (Sheol )
वह जैसे पाताल का रेवड़ ठहराए गए हैं; मौत उनकी पासबान होगी; दियानतदार सुबह को उन पर मुसल्लत होगा, और उनका हुस्न पाताल का लुक़्मा होकर बेठिकाना होगा। (Sheol )
लेकिन ख़ुदा मेरी जान को पाताल के इख़्तियार से छुड़ा लेगा, क्यूँकि वही मुझे कु़बूल करेगा। (सिलाह) (Sheol )
उनकी मौत अचानक आ दबाए; वह जीते जी पाताल में उतर जाएँ: क्यूँकि शरारत उनके घरों में और उनके अन्दर है। (Sheol )
क्यूँकि मुझ पर तेरी बड़ी शफ़क़त है; और तूने मेरी जान को पाताल की तह से निकाला है। (Sheol )
क्यूँकि मेरा दिल दुखों से भरा है, और मेरी जान पाताल के नज़दीक पहुँच गई है। (Sheol )
वह कौन सा आदमी है जो ज़िन्दा ही रहेगा और मौत को न देखेगा, और अपनी जान को पाताल के हाथ से बचा लेगा? (सिलाह) (Sheol )
मौत की रस्सियों ने मुझे जकड़ लिया, और पाताल के दर्द मुझ पर आ पड़े; मैं दुख और ग़म में गिरफ़्तार हुआ। (Sheol )
अगर आसमान पर चढ़ जाऊँ, तो तू वहाँ है। अगर मैं पाताल में बिस्तर बिछाऊँ, तो देख तू वहाँ भी है! (Sheol )
जैसे कोई हल चलाकर ज़मीन को तोड़ता है, वैसे ही हमारी हड्डियाँ पाताल के मुँह पर बिखरी पड़ी हैं। (Sheol )
हम उनको इस तरह ज़िन्दा और पूरा निगल जाएँ जिस तरह पाताल मुर्दों को निगल जाता है। (Sheol )
उसके पाँव मौत की तरफ़ जाते हैं, उसके क़दम पाताल तक पहुँचते हैं। (Sheol )
उसका घर पाताल का रास्ता है, और मौत की कोठरियों को जाता है। (Sheol )
लेकिन वह नहीं जानता कि वहाँ मुर्दे पड़े हैं, और उस 'औरत के मेहमान पाताल की तह में हैं। (Sheol )
जब पाताल और जहन्नुम ख़ुदावन्द के सामने खुले हैं, तो बनी आदम के दिल का क्या ज़िक्र? (Sheol )
'अक़्लमंद के लिए ज़िन्दगी की राह ऊपर को जाती है, ताकि वह पाताल में उतरने से बच जाए। (Sheol )
तू उसे छड़ी से मारेगा, और उसकी जान को पाताल से बचाएगा। (Sheol )
जिस तरह पाताल और हलाकत को आसूदगी नहीं, उसी तरह इंसान की आँखे सेर नहीं होतीं। (Sheol )
पाताल और बाँझ का रिहम, और ज़मीन जो सेराब नहीं हुई, और आग जो कभी “बस” नहीं कहती। (Sheol )
जो काम तेरा हाथ करने को पाए उसे मक़दूर भर कर क्यूँकि पाताल में जहाँ तू जाता है न काम है न मन्सूबा, न 'इल्म न हिकमत। (Sheol )
नगीन की तरह मुझे अपने दिल में लगा रख और तावीज़ की तरह अपने बाज़ू पर, क्यूँकि इश्क मौत की तरह ज़बरदस्त है, और गै़रत पाताल सी बेमुरव्वत है उसके शो'ले आग के शोले हैं, और ख़ुदावन्द के शोले की तरह। (Sheol )
फिर पाताल अपनी हवस बढ़ाता है और अपना मुँह बे इन्तहा फाड़ता है और उनके शरीफ़ और 'आम लोग और ग़ौग़ाई और जो कोई उनमें घमण्ड करता है, उसमें उतर जाएँगे। (Sheol )
ख़ुदावन्द अपने ख़ुदा से कोई निशान तलब कर चाहे नीचे पाताल में चाहे ऊपर बुलन्दी पर।” (Sheol )
पाताल नीचे से तेरी वजह से जुम्बिश खाता है कि तेरे आते वक़्त तेरा इस्तक़बाल करे; वह तेरे लिए मुर्दों को या'नी ज़मीन के सब सरदारों को जगाता है; वह क़ौमों के सब बादशाहों को उनके तख़्तों पर से उठा खड़ा करता है। (Sheol )
तेरी शान — ओ — शौकत और तेरे साज़ों की ख़ुश आवाज़ी पाताल में उतारी गई; तेरे नीचे कीड़ों का फ़र्श हुआ, और कीड़े ही तेरा बालापोश बने। (Sheol )
लेकिन तू पाताल में गढ़े की तह में उतारा जाएगा। (Sheol )
चूँकि तुम कहा करते हो, कि “हम ने मौत से 'अहद बाँधा, और पाताल से पैमान कर लिया है; जब सज़ा का सैलाब आएगा तो हम तक नहीं पहुँचेगा, क्यूँकि हम ने झूठ को अपनी पनाहगाह बनाया है और दरोग़गोई की आड़ में छिप गए हैं;” (Sheol )
और तुम्हारा 'अहद जो मौत से हुआ मन्सूख़ हो जाएगा और तुम्हारा पैमान जो पाताल से हुआ क़ाईम न रहेगा; जब सज़ा का सैलाब आएगा, तो तुम को पामाल करेगा। (Sheol )
मैंने कहा मैं अपनी आधी उम्र में पाताल के फाटकों में दाख़िल हूँगा, मेरी ज़िन्दगी के बाक़ी बरस मुझसे छीन लिए गए। (Sheol )
इसलिए कि पाताल तेरी इबादत नहीं कर सकता; और मौत से तेरी हम्द नहीं हो सकती। वह जो क़ब्र में उतरने वाले हैं तेरी सच्चाई के उम्मीदवार नहीं हो सकते। (Sheol )
तू ख़ुशबू लगाकर बादशाह के सामने चली गई और अपने आपको ख़ूब मु'अत्तर किया, और अपने क़ासिद दूर दूर भेजे बल्कि तूने अपने आपको पाताल तक पस्त किया। (Sheol )
ख़ुदावन्द ख़ुदा यूँ फ़रमाता है: कि जिस रोज़ वह पाताल में उतरे मैं मातम कराऊँगा, मैं उसकी वजह से गहराव को छिपा दूँगा और उसकी नहरों को रोक दूँगा और बड़े सैलाब थम जाएँगे; हाँ, मैं लुबनान को उसके लिए सियाह पोश कराऊँगा, और उसके लिए मैदान के सब दरख़्त ग़शी में आएँगे। (Sheol )
जिस वक़्त मैं उसे उन सब के साथ जो गढ़े में गिरते हैं, पाताल में डालूँगा, तो उसके गिरने के शोर से तमाम क़ौम लरज़ाँ होंगी; और अदन के सब दरख़्त, लुबनान के चीदा और नफ़ीस, वह सब जो पानी जज़्ब करते हैं ज़मीन के तह में तसल्ली पाएँगे। (Sheol )
वह भी उसके साथ उन तक, जो तलवार से मारे गए, पाताल में उतर जाएँगे और वह भी जो उसके बाज़ू थे, और क़ौमों के बीच उसके साये में बसते थे वहीं होंगे। (Sheol )
वह जो उहदे दारों में सब से तवाना हैं, पाताल में उस से और उसके मददगारों से मुख़ातिब होंगे:'वह पाताल में उतर गए, वह बे हिस पड़े हैं, या'नी वह नामख़्तून जो तलवार से क़त्ल हुए। (Sheol )
क्या वह उन बहादुरों के साथ जो नामख़्तूनों में से क़त्ल हुए, जो अपने जंग के हथियारों के साथ पाताल में उतर गए पड़े न रहेंगे? उनकी तलवारें उनके सिरों के नीचे रख्खी हैं, और उनकी बदकिरदारी उनकी हड्डियों पर है; क्यूँकि वह ज़िन्दों की ज़मीन में बहादुरों के लिए हैबत का ज़रि'अ थे। (Sheol )
मैं उनको पाताल के क़ाबू से नजात दूँगा; मैं उनकी मौत से छुड़ाऊँगा। ऐ मौत तेरी वबा कहाँ है? ऐ पाताल तेरी हलाकत कहाँ है? मैं हरगिज़ रहम न करूँगा। (Sheol )
अगर वह पाताल में घुस जाएँ, तो मेरा हाथ वहाँ से उनको खींच निकालेगा; और अगर आसमान पर चढ़ जाएँ, तो मैं वहाँ से उनको उतार लाऊँगा (Sheol )
“मैंने अपनी मुसीबत में ख़ुदावन्द से दुआ की, और उसने मेरी सुनी; मैंने पताल की गहराई से दुहाई दी, तूने मेरी फ़रियाद सुनी। (Sheol )
बेशक, घमण्डी आदमी शराब की तरह दग़ाबाज़ है, वह अपने घर में नहीं रहता। वह पाताल की तरह अपनी ख़्वाहिश बढ़ाता है; वह मौत की तरह है, कभी आसूदा नहीं होता; बल्कि सब क़ौमों को अपने पास जमा' करता है, और सब उम्मतों को अपने नज़दीक इकठ्ठा करता है।” (Sheol )
लेकिन मैं तुम से ये कहता हूँ कि, 'जो कोई अपने भाई पर ग़ुस्सा होगा, वो 'अदालत की सज़ा के लायक़ होगा; कोई अपने भाई को पाग़ल कहेगा, वो सद्रे — ऐ अदालत की सज़ा के लायक़ होगा; और जो उसको बेवक़ूफ़ कहेगा, वो जहन्नुम की आग का सज़ावार होगा। (Geenna )
کِنْتْوَہَں یُشْمانْ وَدامِ، یَح کَشْچِتْ کارَنَں وِنا نِجَبھْراتْرے کُپْیَتِ، سَ وِچارَسَبھایاں دَنْڈارْہو بھَوِشْیَتِ؛ یَح کَشْچِچَّ سْوِییَسَہَجَں نِرْبّودھَں وَدَتِ، سَ مَہاسَبھایاں دَنْڈارْہو بھَوِشْیَتِ؛ پُنَشْچَ تْوَں مُوڈھَ اِتِ واکْیَں یَدِ کَشْچِتْ سْوِییَبھْراتَرَں وَکْتِ، تَرْہِ نَرَکاگْنَو سَ دَنْڈارْہو بھَوِشْیَتِ۔ (Geenna ) |
पस अगर तेरी दहनी आँख तुझे ठोकर खिलाए तो उसे निकाल कर अपने पास से फेंक दे; क्यूँकि तेरे लिए यही बेहतर है; कि तेरे आ'ज़ा में से एक जाता रहे और तेरा सारा बदन जहन्नुम में न डाला जाए। (Geenna )
تَسْماتْ تَوَ دَکْشِنَں نیتْرَں یَدِ تْواں بادھَتے، تَرْہِ تَنّیتْرَمْ اُتْپاٹْیَ دُورے نِکْشِپَ، یَسْماتْ تَوَ سَرْوَّوَپُشو نَرَکے نِکْشیپاتْ تَوَیکانْگَسْیَ ناشو وَرَں۔ (Geenna ) |
और अगर तेरा दाहिना हाथ तुझे ठोकर खिलाए तो उस को काट कर अपने पास से फेंक दे। क्यूँकि तेरे लिए यही बेहतर है; कि तेरे आ'ज़ा में से एक जाता रहे और तेरा सारा बदन जहन्नुम में न जाए।” (Geenna )
یَدْوا تَوَ دَکْشِنَح کَرو یَدِ تْواں بادھَتے، تَرْہِ تَں کَرَں چھِتّوا دُورے نِکْشِپَ، یَتَح سَرْوَّوَپُشو نَرَکے نِکْشیپاتْ ایکانْگَسْیَ ناشو وَرَں۔ (Geenna ) |
जो बदन को क़त्ल करते हैं और रूह को क़त्ल नहीं कर सकते उन से न डरो बल्कि उसी से डरो जो रूह और बदन दोनों को जहन्नुम में हलाक कर सकता है। (Geenna )
یے کایَں ہَنْتُں شَکْنُوَنْتِ ناتْمانَں، تیبھْیو ما بھَیشْٹَ؛ یَح کایاتْمانَو نِرَیے ناشَیِتُں، شَکْنوتِ، تَتو بِبھِیتَ۔ (Geenna ) |
और ऐ कफ़रनहूम, क्या तू आस्मान तक बुलन्द किया जाएगा? तू तो आलम — ए अर्वाह में उतरेगा क्यूँकि जो मोजिज़े तुम में ज़ाहिर हुए अगर सदूम में होते तो आज तक क़ाईम रहता। (Hadēs )
اَپَرَنْچَ بَتَ کَپھَرْناہُومْ، تْوَں سْوَرْگَں یاوَدُنَّتوسِ، کِنْتُ نَرَکے نِکْشیپْسْیَسے، یَسْماتْ تْوَیِ یانْیاشْچَرْیّانِ کَرْمَّنْیَکارِشَتَ، یَدِ تانِ سِدومْنَگَرَ اَکارِشْیَنْتَ، تَرْہِ تَدَدْیَ یاوَدَسْتھاسْیَتْ۔ (Hadēs ) |
“और जो कोई इब्न — ए — आदम के ख़िलाफ़ कोई बात कहेगा वो तो उसे मु'आफ़ की जाएगी; मगर जो कोई रूह — उल — क़ुद्दूस के ख़िलाफ़ कोई बात कहेगा; वो उसे मु'आफ़ न की जाएगी न इस आलम में न आने वाले में।” (aiōn )
یو مَنُجَسُتَسْیَ وِرُدّھاں کَتھاں کَتھَیَتِ، تَسْیاپَرادھَسْیَ کْشَما بھَوِتُں شَکْنوتِ، کِنْتُ یَح کَشْچِتْ پَوِتْرَسْیاتْمَنو وِرُدّھاں کَتھاں کَتھَیَتِ نیہَلوکے نَ پْریتْیَ تَسْیاپَرادھَسْیَ کْشَما بھَوِتُں شَکْنوتِ۔ (aiōn ) |
और जो झाड़ियों में बोया गया, ये वो है जो कलाम को सुनता है और दुनिया की फ़िक्र और दौलत का फ़रेब उस कलाम को दबा देता है; और वो बे फल रह जाता है। (aiōn )
اَپَرَں کَنْٹَکاناں مَدھْیے بِیجانْیُپْتانِ تَدَرْتھَ ایشَح؛ کینَچِتْ کَتھایاں شْرُتایاں ساںسارِکَچِنْتابھِ رْبھْرانْتِبھِشْچَ سا گْرَسْیَتے، تینَ سا ما وِپھَلا بھَوَتِ۔ (aiōn ) |
जिस दुश्मन ने उन को बोया वो इब्लीस है। और कटाई दुनिया का आख़िर है और काटने वाले फ़रिश्ते हैं। (aiōn )
وَنْیَیَوَسانِ پاپاتْمَنَح سَنْتاناح۔ یینَ رِپُنا تانْیُپْتانِ سَ شَیَتانَح، کَرْتَّنَسَمَیَشْچَ جَگَتَح شیشَح، کَرْتَّکاح سْوَرْگِییَدُوتاح۔ (aiōn ) |
पस जैसे कड़वे दाने जमा किए जाते और आग में जलाए जाते हैं। (aiōn )
یَتھا وَنْیَیَوَسانِ سَںگرِہْیَ داہْیَنْتے، تَتھا جَگَتَح شیشے بھَوِشْیَتِ؛ (aiōn ) |
दुनिया के आख़िर में ऐसा ही होगा; फ़रिश्ते निकलेंगे और शरीरों को रास्तबाज़ों से जुदा करेंगे; और उनको आग की भट्टी में डाल देंगे। (aiōn )
تَتھَیوَ جَگَتَح شیشے بھَوِشْیَتِ، پھَلَتَح سْوَرْگِییَدُوتا آگَتْیَ پُنْیَوَجَّناناں مَدھْیاتْ پاپِنَح پرِتھَکْ کرِتْوا وَہْنِکُنْڈے نِکْشیپْسْیَنْتِ، (aiōn ) |
और मैं भी तुम से कहता हूँ; कि तू पतरस है; और मैं इस पत्थर पर अपनी कलीसिया बनाऊँगा। और आलम — ए — अरवाह के दरवाज़े उस पर ग़ालिब न आएँगे। (Hadēs )
اَتوہَں تْواں وَدامِ، تْوَں پِتَرَح (پْرَسْتَرَح) اَہَنْچَ تَسْیَ پْرَسْتَرَسْیوپَرِ سْوَمَنْڈَلِیں نِرْمّاسْیامِ، تینَ نِرَیو بَلاتْ تاں پَراجیتُں نَ شَکْشْیَتِ۔ (Hadēs ) |
“पस अगर तेरा हाथ या तेरा पाँव तुझे ठोकर खिलाए तो उसे काट कर अपने पास से फेंक दे; टुंडा या लंगड़ा होकर ज़िन्दगी में दाख़िल होना तेरे लिए इससे बेहतर है; कि दो हाथ या दो पाँव रखता हुआ तू हमेशा की आग में डाला जाए। (aiōnios )
تَسْماتْ تَوَ کَرَشْچَرَنو وا یَدِ تْواں بادھَتے، تَرْہِ تَں چھِتّوا نِکْشِپَ، دْوِکَرَسْیَ دْوِپَدَسْیَ وا تَوانَپْتَوَہْنَو نِکْشیپاتْ، کھَنْجَسْیَ وا چھِنَّہَسْتَسْیَ تَوَ جِیوَنے پْرَویشو وَرَں۔ (aiōnios ) |
और अगर तेरी आँख तुझे ठोकर खिलाए तो उसे निकाल कर अपने से फेंक दे; काना हो कर ज़िन्दगी में दाख़िल होना तेरे लिए इससे बेहतर है कि दो आँखें रखता हुआ तू जहन्नुम कि आग में डाला जाए।” (Geenna )
اَپَرَں تَوَ نیتْرَں یَدِ تْواں بادھَتے، تَرْہِ تَدَپْیُتْپاوْیَ نِکْشِپَ، دْوِنیتْرَسْیَ نَرَکاگْنَو نِکْشیپاتْ کانَسْیَ تَوَ جِیوَنے پْرَویشو وَرَں۔ (Geenna ) |
और देखो; एक शख़्स ने पास आकर उससे कहा “मैं कौन सी नेकी करूँ, ताकि हमेशा की ज़िन्दगी पाऊँ?” (aiōnios )
اَپَرَمْ ایکَ آگَتْیَ تَں پَپْرَچّھَ، ہے پَرَمَگُرو، اَنَنْتایُح پْراپْتُں مَیا کِں کِں سَتْکَرْمَّ کَرْتَّوْیَں؟ (aiōnios ) |
और जिस किसी ने घरों, या भाइयों, या बहनों, या बाप, या माँ, या बच्चों, या खेतों को मेरे नाम की ख़ातिर छोड़ दिया है, उसको सौ गुना मिलेगा और हमेशा की ज़िन्दगी का वारिस होगा। (aiōnios )
اَنْیَچَّ یَح کَشْچِتْ مَمَ نامَکارَناتْ گرِہَں وا بھْراتَرَں وا بھَگِنِیں وا پِتَرَں وا ماتَرَں وا جایاں وا بالَکَں وا بھُومِں پَرِتْیَجَتِ، سَ تیشاں شَتَگُنَں لَپْسْیَتے، اَنَنْتایُمودھِکارِتْوَنْچَ پْراپْسْیَتِ۔ (aiōnios ) |
और रास्ते के किनारे अंजीर का एक दरख़्त देख कर उसके पास गया; और पत्तों के सिवा उस में कुछ न पाकर उससे कहा; “आइन्दा कभी तुझ में फल न लगे!” और अंजीर का दरख़्त उसी दम सूख गया। (aiōn )
تَتو مارْگَپارْشْوَ اُڈُمْبَرَورِکْشَمیکَں وِلوکْیَ تَتْسَمِیپَں گَتْوا پَتْرانِ وِنا کِمَپِ نَ پْراپْیَ تَں پادَپَں پْروواچَ، اَدْیارَبھْیَ کَداپِ تْوَیِ پھَلَں نَ بھَوَتُ؛ تینَ تَتْکْشَناتْ سَ اُڈُمْبَرَماہِیرُہَح شُشْکَتاں گَتَح۔ (aiōn ) |
“ऐ रियाकार; फ़क़ीहो और फ़रीसियो तुम पर अफ़सोस, कि एक मुरीद करने के लिए तरी और ख़ुश्की का दौरा करते हो, और जब वो मुरीद हो चुकता है तो उसे अपने से दूगना जहन्नुम का फ़र्ज़न्द बना देते हो।” (Geenna )
کَنْچَنَ پْراپْیَ سْوَتو دْوِگُنَنَرَکَبھاجَنَں تَں کُرُتھَ۔ (Geenna ) |
ऐ साँपों, ऐ अफ़'ई के बच्चो; तुम जहन्नुम की सज़ा से क्यूँकर बचोगे? (Geenna )
رے بھُجَگاح کرِشْنَبھُجَگَوَںشاح، یُویَں کَتھَں نَرَکَدَنْڈادْ رَکْشِشْیَدھْوے۔ (Geenna ) |
जब वो ज़ैतून के पहाड़ पर बैठा था, उसके शागिर्दों ने अलग उसके पास आकर कहा, “हम को बता ये बातें कब होंगी? और तेरे आने और दुनिया के आख़िर होने का निशान क्या होगा?” (aiōn )
اَنَنْتَرَں تَسْمِنْ جَیتُنَپَرْوَّتوپَرِ سَمُپَوِشْٹے شِشْیاسْتَسْیَ سَمِیپَماگَتْیَ گُپْتَں پَپْرَچّھُح، ایتا گھَٹَناح کَدا بھَوِشْیَنْتِ؟ بھَوَتَ آگَمَنَسْیَ یُگانْتَسْیَ چَ کِں لَکْشْمَ؟ تَدَسْمانْ وَدَتُ۔ (aiōn ) |
फिर वो बाएँ तरफ़ वालों से कहेगा, ‘मला'ऊनो मेरे सामने से उस हमेशा की आग में चले जाओ, जो इब्लीस और उसके फ़रिश्तों के लिए तैयार की गई है। (aiōnios )
پَشْچاتْ سَ وامَسْتھِتانْ جَنانْ وَدِشْیَتِ، رے شاپَگْرَسْتاح سَرْوّے، شَیتانے تَسْیَ دُوتیبھْیَشْچَ یونَنْتَوَہْنِراسادِتَ آسْتے، یُویَں مَدَنْتِکاتْ تَمَگْنِں گَچّھَتَ۔ (aiōnios ) |
और ये हमेशा की सज़ा पाएँगे, मगर रास्तबाज़ हमेशा की ज़िन्दगी।” (aiōnios )
پَشْچادَمْیَنَنْتَشاسْتِں کِنْتُ دھارْمِّکا اَنَنْتایُشَں بھوکْتُں یاسْیَنْتِ۔ (aiōnios ) |
और उन को ये ता'लीम दो, कि उन सब बातों पर अमल करें जिनका मैंने तुम को हुक्म दिया; और देखो, मैं दुनिया के आख़िर तक हमेशा तुम्हारे साथ हूँ।” (aiōn )
پَشْیَتَ، جَگَدَنْتَں یاوَتْ سَداہَں یُشْمابھِح ساکَں تِشْٹھامِ۔ اِتِ۔ (aiōn ) |
लेकिन जो कोई रूह — उल — क़ुददूस के हक़ में कुफ़्र बके वो हसेशा तक मु'आफ़ी न पाएगा; बल्कि वो हमेशा गुनाह का क़ुसूरवार है।” (aiōn , aiōnios )
کِنْتُ یَح کَشْچِتْ پَوِتْرَماتْمانَں نِنْدَتِ تَسْیاپَرادھَسْیَ کْشَما کَداپِ نَ بھَوِشْیَتِ سونَنْتَدَنْڈَسْیارْہو بھَوِشْیَتِ۔ (aiōn , aiōnios ) |
Mark 4:18 (مارْکَح 4:18)
(parallel missing)
یے جَناح کَتھاں شرِنْوَنْتِ کِنْتُ ساںسارِکِی چِنْتا دھَنَبھْرانْتِ رْوِشَیَلوبھَشْچَ ایتے سَرْوّے اُپَسْتھایَ تاں کَتھاں گْرَسَنْتِ تَتَح ما وِپھَلا بھَوَتِ (aiōn ) |
और दुनिया की फ़िक्र और दौलत का धोखा और और चीज़ों का लालच दाख़िल होकर कलाम को दबा देते हैं, और वो बेफल रह जाता है।” (aiōn )
अगर तेरा हाथ तुझे ठोकर खिलाए तो उसे काट डाल टुंडा हो कर ज़िन्दगी में दाख़िल होना तेरे लिए इससे बेहतर है कि दो हाथ होते जहन्नुम के बीच उस आग में जाए जो कभी बुझने की नहीं। (Geenna )
Mark 9:44 (مارْکَح 9:44)
(parallel missing)
یَسْماتْ یَتْرَ کِیٹا نَ مْرِیَنْتے وَہْنِشْچَ نَ نِرْوّاتِ، تَسْمِنْ اَنِرْوّانانَلَنَرَکے کَرَدْوَیَوَسْتَوَ گَمَناتْ کَرَہِینَسْیَ سْوَرْگَپْرَویشَسْتَوَ کْشیمَں۔ (Geenna ) |
और अगर तेरा पाँव तुझे ठोकर खिलाए तो उसे काट डाल लंगड़ा हो कर ज़िन्दगी में दाख़िल होना तेरे लिए इससे बेहतर है कि दो पाँव होते जहन्नुम में डाला जाए। (Geenna )
Mark 9:46 (مارْکَح 9:46)
(parallel missing)
یَتو یَتْرَ کِیٹا نَ مْرِیَنْتے وَہْنِشْچَ نَ نِرْوّاتِ، تَسْمِنْ نِرْوّانَوَہْنَو نَرَکے دْوِپادَوَتَسْتَوَ نِکْشیپاتْ پادَہِینَسْیَ سْوَرْگَپْرَویشَسْتَوَ کْشیمَں۔ (Geenna ) |
और अगर तेरी आँख तुझे ठोकर खिलाए तो उसे निकाल डाल काना हो कर ज़िन्दगी में दाख़िल होना तेरे लिए इससे बेहतर है कि दो आँखें होते जहन्नुम में डाला जाए। (Geenna )
Mark 9:48 (مارْکَح 9:48)
(parallel missing)
تَسْمِنَ نِرْوّانَوَہْنَو نَرَکے دْوِنیتْرَسْیَ تَوَ نِکْشیپادْ ایکَنیتْرَوَتَ اِیشْوَرَراجْیے پْرَویشَسْتَوَ کْشیمَں۔ (Geenna ) |
जब वो बाहर निकल कर रास्ते में जा रहा था तो एक शख़्स दौड़ता हुआ उसके पास आया और उसके आगे घुटने टेक कर उससे पूछने लगा “ऐ नेक उस्ताद; में क्या करूँ कि हमेशा की ज़िन्दगी का वारिस बनूँ?” (aiōnios )
اَتھَ سَ وَرْتْمَنا یاتِ، ایتَرْہِ جَنَ ایکو دھاوَنْ آگَتْیَ تَتْسَمُّکھے جانُنِی پاتَیِتْوا پرِشْٹَوانْ، بھوح پَرَمَگُرو، اَنَنْتایُح پْراپْتَیے مَیا کِں کَرْتَّوْیَں؟ (aiōnios ) |
और अब इस ज़माने में सौ गुना न पाए घर और भाई और बहनें और माँए और बच्चे और खेत मगर ज़ुल्म के साथ और आने वाले आलम में हमेशा की ज़िन्दगी। (aiōn , aiōnios )
گرِہَبھْراترِبھَگِنِیپِترِماترِپَتْنِیسَنْتانَبھُومِینامِہَ شَتَگُنانْ پْریتْیانَنْتایُشْچَ نَ پْراپْنوتِ تادرِشَح کوپِ ناسْتِ۔ (aiōn , aiōnios ) |
उसने उस से कहा “आइन्दा कोई तुझ से कभी फल न खाए!” और उसके शागिर्दों ने सुना। (aiōn )
اَدْیارَبھْیَ کوپِ مانَوَسْتْوَتَّح پھَلَں نَ بھُنْجِیتَ؛ اِماں کَتھاں تَسْیَ شِشْیاح شُشْرُوُح۔ (aiōn ) |
और वह हमेशा तक इस्राईल पर हुकूमत करेगा। उस की सल्तनत कभी ख़त्म न होगी।” (aiōn )
تَتھا سَ یاکُوبو وَںشوپَرِ سَرْوَّدا راجَتْوَں کَرِشْیَتِ، تَسْیَ راجَتْوَسْیانْتو نَ بھَوِشْیَتِ۔ (aiōn ) |
Luke 1:54 (لُوکَح 1:54)
(parallel missing)
اِبْراہِیمِ چَ تَدْوَںشے یا دَیاسْتِ سَدَیوَ تاں۔ سْمرِتْوا پُرا پِترِناں نو یَتھا ساکْشاتْ پْرَتِشْرُتَں۔ (aiōn ) |
जो अब्रहाम और उसकी नस्ल पर हमेशा तक रहेगी, जैसा उसने हमारे बाप — दादा से कहा था।” (aiōn )
(जैसा उसने अपने पाक नबियों की ज़बानी कहा था जो कि दुनिया के शुरू' से होते आए है) (aiōn )
Luke 1:73 (لُوکَح 1:73)
(parallel missing)
سرِشْٹیح پْرَتھَمَتَح سْوِییَیح پَوِتْرَے رْبھاوِوادِبھِح۔ (aiōn ) |
और वो उसकी मिन्नत करने लगीं कि “हमें गहरे गड्ढे में जाने का हुक्म न दे।” (Abyssos )
اَتھَ بھُوتا وِنَیینَ جَگَدُح، گَبھِیرَں گَرْتَّں گَنْتُں ماجْناپَیاسْمانْ۔ (Abyssos ) |
और तू ऐ कफ़रनहूम, क्या तू आसमान तक बुलन्द किया जाएगा? नहीं, बल्कि तू 'आलम — ए — अर्वाह में उतारा जाएगा। (Hadēs )
ہے کَپھَرْناہُومْ، تْوَں سْوَرْگَں یاوَدْ اُنَّتا کِنْتُ نَرَکَں یاوَتْ نْیَگْبھَوِشْیَسِ۔ (Hadēs ) |
और देखो, एक शरा का आलिम उठा, और ये कहकर उसकी आज़माइश करने लगा, “ऐ उस्ताद, मैं क्या करूँ कि हमेशा की ज़िन्दगी का बारिस बनूँ?” (aiōnios )
اَنَنْتَرَمْ ایکو وْیَوَسْتھاپَکَ اُتّھایَ تَں پَرِیکْشِتُں پَپْرَچّھَ، ہے اُپَدیشَکَ اَنَنْتایُشَح پْراپْتَیے مَیا کِں کَرَنِییَں؟ (aiōnios ) |
लेकिन मैं तुम्हें जताता हूँ कि किससे डरना चाहिए, उससे डरो जिसे इख़्तियार है कि क़त्ल करने के बाद जहन्नुम में डाले; हाँ, मैं तुम से कहता हूँ कि उसी से डरो। (Geenna )
تَرْہِ کَسْمادْ بھیتَوْیَمْ اِتْیَہَں وَدامِ، یَح شَرِیرَں ناشَیِتْوا نَرَکَں نِکْشیپْتُں شَکْنوتِ تَسْمادیوَ بھَیَں کُرُتَ، پُنَرَپِ وَدامِ تَسْمادیوَ بھَیَں کُرُتَ۔ (Geenna ) |
“और मालिक ने बेईमान मुख़्तार की ता'रीफ़ की, इसलिए कि उसने होशियारी की थी। क्यूँकि इस जहान के फ़र्ज़न्द अपने हमवक़्तों के साथ मु'आमिलात में नूर के फ़र्ज़न्द से ज़्यादा होशियार हैं। (aiōn )
تینَیوَ پْرَبھُسْتَمَیَتھارْتھَکرِتَمْ اَدھِیشَں تَدْبُدّھِنَیپُنْیاتْ پْرَشَشَںسَ؛ اِتّھَں دِیپْتِرُوپَسَنْتانیبھْیَ ایتَتْسَںسارَسْیَ سَنْتانا وَرْتَّمانَکالےدھِکَبُدّھِمَنْتو بھَوَنْتِ۔ (aiōn ) |
और मैं तुम से कहता हूँ कि नारास्ती की दौलत से अपने लिए दोस्त पैदा करो, ताकि जब वो जाती रहे तो ये तुम को हमेशा के मुक़ामों में जगह दें। (aiōnios )
اَتو وَدامِ یُویَمَپْیَیَتھارْتھینَ دھَنینَ مِتْرانِ لَبھَدھْوَں تَتو یُشْماسُ پَدَبھْرَشْٹیشْوَپِ تانِ چِرَکالَمْ آشْرَیَں داسْیَنْتِ۔ (aiōnios ) |
उसने 'आलम — ए — अर्वाह के दरमियान 'ऐज़ाब में मुब्तिला होकर अपनी आँखें उठाई, और अब्रहाम को दूर से देखा और उसकी गोद में ला'ज़र को। (Hadēs )
پَشْچاتْ سَ دھَنَوانَپِ مَمارَ، تَں شْمَشانے سْتھاپَیاماسُشْچَ؛ کِنْتُ پَرَلوکے سَ ویدَناکُلَح سَنْ اُورْدّھواں نِرِیکْشْیَ بَہُدُورادْ اِبْراہِیمَں تَتْکْروڈَ اِلِیاسَرَنْچَ وِلوکْیَ رُوَنُّواچَ؛ (Hadēs ) |
फिर किसी सरदार ने उससे ये सवाल किया, ऐ उस्ताद! मैं क्या करूँ ताकि हमेशा की ज़िन्दगी का वारिस बनूँ। (aiōnios )
اَپَرَمْ ایکودھِپَتِسْتَں پَپْرَچّھَ، ہے پَرَمَگُرو، اَنَنْتایُشَح پْراپْتَیے مَیا کِں کَرْتَّوْیَں؟ (aiōnios ) |
और इस ज़माने में कई गुना ज़्यादा न पाए, और आने वाले 'आलम में हमेशा की ज़िन्दगी।” (aiōn , aiōnios )
اِہَ کالے تَتودھِکَں پَرَکالے نَنْتایُشْچَ نَ پْراپْسْیَتِ لوکَ اِیدرِشَح کوپِ ناسْتِ۔ (aiōn , aiōnios ) |
ईसा ने जवाब दिया, “इस ज़माने में लोग ब्याह — शादी करते और कराते हैं। (aiōn )
تَدا یِیشُح پْرَتْیُواچَ، ایتَسْیَ جَگَتو لوکا وِوَہَنْتِ واگْدَتّاشْچَ بھَوَنْتِ (aiōn ) |
लेकिन जिन्हें ख़ुदा आने वाले ज़माने में शरीक होने और मुर्दों में से जी उठने के लायक़ समझता है वह उस वक़्त शादी नहीं करेंगे, न उन की शादी किसी से कराई जाएगी। (aiōn )
کِنْتُ یے تَجَّگَتْپْراپْتِیوگْیَتْوینَ گَنِتاں بھَوِشْیَنْتِ شْمَشاناچّوتّھاسْیَنْتِ تے نَ وِوَہَنْتِ واگْدَتّاشْچَ نَ بھَوَنْتِ، (aiōn ) |
ताकि जो कोई ईमान लाए उसमें हमेशा की ज़िन्दगी पाए।” (aiōnios )
تَسْمادْ یَح کَشْچِتْ تَسْمِنْ وِشْوَسِشْیَتِ سووِناشْیَح سَنْ اَنَنْتایُح پْراپْسْیَتِ۔ (aiōnios ) |
“क्यूँकि ख़ुदा ने दुनियाँ से ऐसी मुहब्बत रख्खी कि उसने अपना इकलौता बेटा बख़्श दिया, ताकि जो कोई उस पर ईमान लाए हलाक न हो, बल्कि हमेशा की ज़िन्दगी पाए। (aiōnios )
اِیشْوَرَ اِتّھَں جَگَدَدَیَتَ یَتْ سْوَمَدْوِتِییَں تَنَیَں پْرادَداتْ تَتو یَح کَشْچِتْ تَسْمِنْ وِشْوَسِشْیَتِ سووِناشْیَح سَنْ اَنَنْتایُح پْراپْسْیَتِ۔ (aiōnios ) |
जो बेटे पर ईमान लाता है हमेशा की ज़िन्दगी उसकी है; लेकिन जो बेटे की नहीं मानता 'ज़िन्दगी को न देखगा बल्कि उसपर ख़ुदा का ग़ज़ब रहता है।” (aiōnios )
یَح کَشْچِتْ پُتْرے وِشْوَسِتِ سَ ایوانَنْتَمْ پَرَمایُح پْراپْنوتِ کِنْتُ یَح کَشْچِتْ پُتْرے نَ وِشْوَسِتِ سَ پَرَمایُشو دَرْشَنَں نَ پْراپْنوتِ کِنْتْوِیشْوَرَسْیَ کوپَبھاجَنَں بھُوتْوا تِشْٹھَتِ۔ (aiōnios ) |
मगर जो कोई उस पानी में से पिएगा जो मैं उसे दूँगा, वो अबद तक प्यासा न होगा! बल्कि जो पानी मैं उसे दूँगा, वो उसमें एक चश्मा बन जाएगा जो हमेशा की ज़िन्दगी के लिए जारी रहेगा।” (aiōn , aiōnios )
کِنْتُ مَیا دَتَّں پانِییَں یَح پِوَتِ سَ پُنَح کَداپِ ترِشارْتّو نَ بھَوِشْیَتِ۔ مَیا دَتَّمْ اِدَں تویَں تَسْیانْتَح پْرَسْرَوَنَرُوپَں بھُوتْوا اَنَنْتایُرْیاوَتْ سْروشْیَتِ۔ (aiōn , aiōnios ) |
और काटनेवाला मज़दूरी पाता और हमेशा की ज़िन्दगी के लिए फल जमा करता है, ताकि बोनेवाला और काटनेवाला दोनों मिलकर ख़ुशी करें। (aiōnios )
یَشْچھِنَتِّ سَ ویتَنَں لَبھَتے اَنَنْتایُحسْوَرُوپَں شَسْیَں سَ گرِہْلاتِ چَ، تینَیوَ وَپْتا چھیتّا چَ یُگَپَدْ آنَنْدَتَح۔ (aiōnios ) |
मैं तुम से सच कहता हूँ कि जो मेरा कलाम सुनता और मेरे भेजने वाले का यक़ीन करता है, हमेशा की ज़िन्दगी उसकी है और उस पर सज़ा का हुक्म नहीं होता बल्कि वो मौत से निकलकर ज़िन्दगी में दाख़िल हो गया है।” (aiōnios )
یُشْماناہَں یَتھارْتھَتَرَں وَدامِ یو جَنو مَمَ واکْیَں شْرُتْوا مَتْپْریرَکے وِشْوَسِتِ سونَنْتایُح پْراپْنوتِ کَداپِ دَنْڈَباجَنَں نَ بھَوَتِ نِدھَنادُتّھایَ پَرَمایُح پْراپْنوتِ۔ (aiōnios ) |
तुम किताब — ए — मुक़द्दस में ढूँडते हो, क्यूँकि समझते हो कि उसमें हमेशा की ज़िन्दगी तुम्हें मिलती है, और ये वो है जो मेरी गवाही देती है; (aiōnios )
دھَرْمَّپُسْتَکانِ یُویَمْ آلوچَیَدھْوَں تَے رْواکْیَیرَنَنْتایُح پْراپْسْیامَ اِتِ یُویَں بُدھْیَدھْوے تَدّھَرْمَّپُسْتَکانِ مَدَرْتھے پْرَمانَں دَدَتِ۔ (aiōnios ) |
फ़ानी ख़ुराक के लिए मेहनत न करो, बल्कि उस ख़ुराक के लिए जो हमेशा की ज़िन्दगी तक बाक़ी रहती है जिसे इब्न — ए — आदम तुम्हें देगा; क्यूँकि बाप या'नी ख़ुदा ने उसी पर मुहर की है।” (aiōnios )
کْشَیَنِییَبھَکْشْیارْتھَں ما شْرامِشْٹَ کِنْتْوَنْتایُرْبھَکْشْیارْتھَں شْرامْیَتَ، تَسْماتْ تادرِشَں بھَکْشْیَں مَنُجَپُتْرو یُشْمابھْیَں داسْیَتِ؛ تَسْمِنْ تاتَ اِیشْوَرَح پْرَمانَں پْراداتْ۔ (aiōnios ) |
क्यूँकि मेरे बाप की मर्ज़ी ये है, कि जो कोई बेटे को देखे और उस पर ईमान लाए, और हमेशा की ज़िन्दगी पाए और मैं उसे आख़िरी दिन फिर ज़िन्दा करूँ।” (aiōnios )
یَح کَشْچِنْ مانَوَسُتَں وِلوکْیَ وِشْوَسِتِ سَ شیشَدِنے مَیوتّھاپِتَح سَنْ اَنَنْتایُح پْراپْسْیَتِ اِتِ مَتْپْریرَکَسْیابھِمَتَں۔ (aiōnios ) |
मैं तुम से सच कहता हूँ, कि जो ईमान लाता है हमेशा की ज़िन्दगी उसकी है। (aiōnios )
اَہَں یُشْمانْ یَتھارْتھَتَرَں وَدامِ یو جَنو مَیِ وِشْواسَں کَروتِ سونَنْتایُح پْراپْنوتِ۔ (aiōnios ) |
मैं हूँ वो ज़िन्दगी की रोटी जो आसमान से उतरी। अगर कोई इस रोटी में से खाए तो हमेशा तक ज़िन्दा रहेगा, बल्कि जो रोटी मैं दुनियाँ की ज़िन्दगी के लिए दूँगा वो मेरा गोश्त है।” (aiōn )
یَجِّیوَنَبھَکْشْیَں سْوَرْگاداگَچّھَتْ سوہَمیوَ اِدَں بھَکْشْیَں یو جَنو بھُنْکْتّے سَ نِتْیَجِیوِی بھَوِشْیَتِ۔ پُنَشْچَ جَگَتو جِیوَنارْتھَمَہَں یَتْ سْوَکِییَپِشِتَں داسْیامِ تَدیوَ مَیا وِتَرِتَں بھَکْشْیَمْ۔ (aiōn ) |
जो मेरा गोश्त खाता और मेरा ख़ून पीता है, हमेशा की ज़िन्दगी उसकी है; और मैं उसे आख़िरी दिन फिर ज़िन्दा करूँगा। (aiōnios )
یو مَمامِشَں سْوادَتِ مَمَ سُدھِرَنْچَ پِوَتِ سونَنْتایُح پْراپْنوتِ تَتَح شیشےہْنِ تَمَہَمْ اُتّھاپَیِشْیامِ۔ (aiōnios ) |
जो रोटी आसमान से उतरी यही है, बाप — दादा की तरह नहीं कि खाया और मर गए; जो ये रोटी खाएगा वो हमेशा तक ज़िन्दा रहेगा।” (aiōn )
یَدْبھَکْشْیَں سْوَرْگاداگَچّھَتْ تَدِدَں یَنْمانّاں سْوادِتْوا یُشْماکَں پِتَرومْرِیَنْتَ تادرِشَمْ اِدَں بھَکْشْیَں نَ بھَوَتِ اِدَں بھَکْشْیَں یو بھَکْشَتِ سَ نِتْیَں جِیوِشْیَتِ۔ (aiōn ) |
शमौन पतरस ने उसे जवाब दिया, “ऐ ख़ुदावन्द! हम किसके पास जाएँ? हमेशा की ज़िन्दगी की बातें तो तेरे ही पास हैं? (aiōnios )
تَتَح شِمونْ پِتَرَح پْرَتْیَووچَتْ ہے پْرَبھو کَسْیابھْیَرْنَں گَمِشْیامَح؟ (aiōnios ) |
और ग़ुलाम हमेशा तक घर में नहीं रहता, बेटा हमेशा रहता है। (aiōn )
داسَشْچَ نِرَنْتَرَں نِویشَنے نَ تِشْٹھَتِ کِنْتُ پُتْرو نِرَنْتَرَں تِشْٹھَتِ۔ (aiōn ) |
मैं तुम से सच कहता हूँ कि अगर कोई इंसान मेरे कलाम पर 'अमल करेगा, तो हमेशा तक कभी मौत को न देखेगा।” (aiōn )
اَہَں یُشْمَبھْیَمْ اَتِیوَ یَتھارْتھَں کَتھَیامِ یو نَرو مَدِییَں واچَں مَنْیَتے سَ کَداچَنَ نِدھَنَں نَ دْرَکْشْیَتِ۔ (aiōn ) |
यहूदियों ने उससे कहा, “अब हम ने जान लिया कि तुझ में बदरूह है! अब्रहाम मर गया और नबी मर गए, मगर तू कहता है, 'अगर कोई मेरे कलाम पर 'अमल करेगा, तो हमेशा तक कभी मौत का मज़ा न चखेगा। (aiōn )
یِہُودِییاسْتَمَوَدَنْ تْوَں بھُوتَگْرَسْتَ اِتِیدانِیمْ اَوَیشْمَ۔ اِبْراہِیمْ بھَوِشْیَدْوادِنَنْچَ سَرْوّے مرِتاح کِنْتُ تْوَں بھاشَسے یو نَرو مَمَ بھارَتِیں گرِہْلاتِ سَ جاتُ نِدھاناسْوادَں نَ لَپْسْیَتے۔ (aiōn ) |
शुरू ही से यह बात सुनने में नहीं आई कि किसी ने पैदाइशी अंधे की आँखों को सही कर दिया हो। (aiōn )
کوپِ مَنُشْیو جَنْمانْدھایَ چَکْشُشِی اَدَداتْ جَگَدارَمْبھادْ ایتادرِشِیں کَتھاں کوپِ کَداپِ ناشرِنوتْ۔ (aiōn ) |
मैं उन्हें हमेशा की ज़िन्दगी देता हूँ, इस लिए वह कभी हलाक नहीं होंगी। कोई उन्हें मेरे हाथ से छीन न लेगा, (aiōn , aiōnios )
اَہَں تیبھْیونَنْتایُ رْدَدامِ، تے کَداپِ نَ نَںکْشْیَنْتِ کوپِ مَمَ کَراتْ تانْ ہَرْتُّں نَ شَکْشْیَتِ۔ (aiōn , aiōnios ) |
और जो ज़िन्दा है और मुझ पर ईमान रखता है वह कभी नहीं मरेगा। मर्था, क्या तुझे इस बात का यक़ीन है?” (aiōn )
یَح کَشْچَنَ چَ جِیوَنْ مَیِ وِشْوَسِتِ سَ کَداپِ نَ مَرِشْیَتِ، اَسْیاں کَتھایاں کِں وِشْوَسِشِ؟ (aiōn ) |
जो अपनी जान को प्यार करता है वह उसे खो देगा, और जो इस दुनियाँ में अपनी जान से दुश्मनी रखता है वह उसे हमेशा तक बचाए रखेगा। (aiōnios )
یو جَنے نِجَپْرانانْ پْرِیانْ جاناتِ سَ تانْ ہارَیِشْیَتِ کِنْتُ یے جَنَ اِہَلوکے نِجَپْرانانْ اَپْرِیانْ جاناتِ سےنَنْتایُح پْراپْتُں تانْ رَکْشِشْیَتِ۔ (aiōnios ) |
मजमा बोल उठा, कलाम — ए — मुक़द्दस से हम ने सुना है कि मसीह हमेशा तक क़ाईम रहेगा। तो फिर आप की यह कैसी बात है कि “इब्न — ए — आदम को ऊँचे पर चढ़ाया जाना है?” आख़िर इब्न — ए — आदम है कौन? (aiōn )
تَدا لوکا اَکَتھَیَنْ سوبھِشِکْتَح سَرْوَّدا تِشْٹھَتِیتِ وْیَوَسْتھاگْرَنْتھے شْرُتَمْ اَسْمابھِح، تَرْہِ مَنُشْیَپُتْرَح پْروتّھاپِتو بھَوِشْیَتِیتِ واکْیَں کَتھَں وَدَسِ؟ مَنُشْیَپُتْرویَں کَح؟ (aiōn ) |
और मैं जानता हूँ कि उस का हुक्म हमेशा की ज़िन्दगी तक पहुँचाता है। चुनाँचे जो कुछ मैं सुनाता हूँ वही है जो बाप ने मुझे बताया है।” (aiōnios )
تَسْیَ ساجْنا اَنَنْتایُرِتْیَہَں جانامِ، اَتَایواہَں یَتْ کَتھَیامِ تَتْ پِتا یَتھاجْناپَیَتْ تَتھَیوَ کَتھَیامْیَہَمْ۔ (aiōnios ) |
पतरस ने एतराज़ किया, “मैं कभी भी आप को मेरे पैर धोने नहीं दूँगा!” ईसा ने जवाब दिया “अगर मैं तुझे न धोऊँ तो मेरे साथ तेरी कोई शराकत नहीं।” (aiōn )
تَتَح پِتَرَح کَتھِتَوانْ بھَوانْ کَداپِ مَمَ پادَو نَ پْرَکْشالَیِشْیَتِ۔ یِیشُرَکَتھَیَدْ یَدِ تْواں نَ پْرَکْشالَیے تَرْہِ مَیِ تَوَ کوپْیَںشو ناسْتِ۔ (aiōn ) |
और मैं बाप से गुज़ारिश करूँगा तो वह तुम को एक और मददगार देगा जो हमेशा तक तुम्हारे साथ रहेगा (aiōn )
تَتو مَیا پِتُح سَمِیپے پْرارْتھِتے پِتا نِرَنْتَرَں یُشْمابھِح سارْدّھَں سْتھاتُمْ اِتَرَمیکَں سَہایَمْ اَرْتھاتْ سَتْیَمَیَمْ آتْمانَں یُشْماکَں نِکَٹَں پْریشَیِشْیَتِ۔ (aiōn ) |
क्यूँकि तू ने उसे तमाम इंसान ों पर इख़्तियार दिया है ताकि वह उन सब को हमेशा की ज़िन्दगी दे जो तू ने उसे दिया हैं। (aiōnios )
تْوَں یولّوکانْ تَسْیَ ہَسْتے سَمَرْپِتَوانْ سَ یَتھا تیبھْیونَنْتایُ رْدَداتِ تَدَرْتھَں تْوَں پْرانِماتْرانامْ اَدھِپَتِتْوَبھارَں تَسْمَے دَتَّوانْ۔ (aiōnios ) |
और हमेशा की ज़िन्दगी यह है कि वह तुझे जान लें जो वाहिद और सच्चा ख़ुदा है और ईसा मसीह को भी जान लें जिसे तू ने भेजा है। (aiōnios )
یَسْتْوَمْ اَدْوِتِییَح سَتْیَ اِیشْوَرَسْتْوَیا پْریرِتَشْچَ یِیشُح کھْرِیشْٹَ ایتَیورُبھَیوح پَرِچَیے پْراپْتےنَنْتایُ رْبھَوَتِ۔ (aiōnios ) |
इसलिए कि तू मेरी जान को 'आलम — ए — अर्वाह में ना छोड़ेगा, और ना अपने पाक के सड़ने की नौबत पहुँचने देगा। (Hadēs )
پَرَلوکے یَتو ہیتوسْتْوَں ماں نَیوَ ہِ تْیَکْشْیَسِ۔ سْوَکِییَں پُنْیَوَنْتَں تْوَں کْشَیِتُں نَیوَ داسْیَسِ۔ ایوَں جِیوَنَمارْگَں تْوَں مامیوَ دَرْشَیِشْیَسِ۔ (Hadēs ) |
उसने नबुव्वत के तौर पर मसीह के जी उठने का ज़िक्र किया कि ना वो' आलम' ए' अर्वाह में छोड़ेगा, ना उसके जिस्म के सड़ने की नौबत पहुँचेगी। (Hadēs )
اِتِ جْناتْوا دایُودْ بھَوِشْیَدْوادِی سَنْ بھَوِشْیَتْکالِییَجْنانینَ کھْرِیشْٹوتّھانے کَتھامِماں کَتھَیاماسَ یَتھا تَسْیاتْما پَرَلوکے نَ تْیَکْشْیَتے تَسْیَ شَرِیرَنْچَ نَ کْشیشْیَتِ؛ (Hadēs ) |
ज़रूरी है कि वो असमान में उस वक़्त तक रहे; जब तक कि वो सब चीज़ें बहाल न की जाएँ, जिनका ज़िक्र ख़ुदा ने अपने पाक नबियों की ज़बानी किया है; जो दुनिया के शुरू से होते आए हैं। (aiōn )
کِنْتُ جَگَتَح سرِشْٹِمارَبھْیَ اِیشْوَرو نِجَپَوِتْرَبھَوِشْیَدْوادِگَنونَ یَتھا کَتھِتَوانْ تَدَنُسارینَ سَرْوّیشاں کارْیّاناں سِدّھِپَرْیَّنْتَں تینَ سْوَرْگے واسَح کَرْتَّوْیَح۔ (aiōn ) |
पौलुस और बरनबास दिलेर होकर कहने लगे, ज़रूर था, कि ख़ुदा का कलाम पहले तुम्हें सुनाया जाए; लेकिन चूँकि तुम उसको रद्द करते हो। और अपने आप को हमेशा की ज़िन्दगी के नाक़ाबिल ठहराते हो, तो देखो हम ग़ैर क़ौमों की तरफ़ मुतवज्जह होते हैं। (aiōnios )
تَتَح پَولَبَرْنَبّاوَکْشوبھَو کَتھِتَوَنْتَو پْرَتھَمَں یُشْماکَں سَنِّدھاوِیشْوَرِییَکَتھایاح پْرَچارَنَمْ اُچِتَماسِیتْ کِنْتُں تَدَگْراہْیَتْوَکَرَنینَ یُویَں سْوانْ اَنَنْتایُشویوگْیانْ دَرْشَیَتھَ، ایتَتْکارَنادْ وَیَمْ اَنْیَدیشِییَلوکاناں سَمِیپَں گَچّھامَح۔ (aiōnios ) |
ग़ैर क़ौम वाले ये सुनकर ख़ुश हुए और ख़ुदा के कलाम की बड़ाई करने लगे, और जितने हमेशा की ज़िन्दगी के लिए मुक़र्रर किए गए थे, ईमान ले आए। (aiōnios )
تَدا کَتھامِیدرِشِیں شْرُتْوا بھِنَّدیشِییا آہْلادِتاح سَنْتَح پْرَبھوح کَتھاں دھَنْیاں دھَنْیامْ اَوَدَنْ، یاوَنْتو لوکاشْچَ پَرَمایُح پْراپْتِنِمِتَّں نِرُوپِتا آسَنْ تے وْیَشْوَسَنْ۔ (aiōnios ) |
ये वही ख़ुदावन्द फ़रमाता है जो दुनिया के शुरू से इन बातों की ख़बर देता आया है। (aiōn )
آ پْرَتھَمادْ اِیشْوَرَح سْوِییانِ سَرْوَّکَرْمّانِ جاناتِ۔ (aiōn ) |
क्यूँकि उसकी अनदेखी सिफ़तें या'नी उसकी अज़ली क़ुदरत और ख़ुदाइयत दुनिया की पैदाइश के वक़्त से बनाई हुई चीज़ों के ज़रिए मा'लूम हो कर साफ़ नज़र आती हैं यहाँ तक कि उन को कुछ बहाना बाक़ी नहीं। (aïdios )
پھَلَتَسْتَسْیانَنْتَشَکْتِیشْوَرَتْوادِینْیَدرِشْیانْیَپِ سرِشْٹِکالَمْ آرَبھْیَ کَرْمَّسُ پْرَکاشَمانانِ درِشْیَنْتے تَسْماتْ تیشاں دوشَپْرَکْشالَنَسْیَ پَنْتھا ناسْتِ۔ (aïdios ) |
Romans 1:24 (رومِنَح 1:24)
(parallel missing)
اِتّھَں تَ اِیشْوَرَسْیَ سَتْیَتاں وِہایَ مرِشامَتَمْ آشْرِتَوَنْتَح سَچِّدانَنْدَں سرِشْٹِکَرْتّارَں تْیَکْتْوا سرِشْٹَوَسْتُنَح پُوجاں سیوانْچَ کرِتَوَنْتَح؛ (aiōn ) |
इसलिए कि उन्होंने ख़ुदा की सच्चाई को बदल कर झूठ बना डाला और मख़्लूक़ात की ज़्यादा इबादत की बनिस्बत उस ख़ालिक़ के जो हमेशा तक महमूद है; आमीन। (aiōn )
जो अच्छे काम में साबित क़दम रह कर जलाल और इज़्ज़त और बक़ा के तालिब होते हैं उनको हमेशा की ज़िन्दगी देगा। (aiōnios )
وَسْتُتَسْتُ یے جَنا دھَیرْیَّں دھرِتْوا سَتْکَرْمَّ کُرْوَّنْتو مَہِما سَتْکارومَرَتْوَنْچَیتانِ مرِگَیَنْتے تیبھْیونَنْتایُ رْداسْیَتِ۔ (aiōnios ) |
ताकि जिस तरह गुनाह ने मौत की वजह से बादशाही की उसी तरह फ़ज़ल भी हमारे ख़ुदावन्द ईसा मसीह के वसीले से हमेशा की ज़िन्दगी के लिए रास्तबाज़ी के ज़रिए से बादशाही करे। (aiōnios )
تینَ مرِتْیُنا یَدْوَتْ پاپَسْیَ راجَتْوَمْ اَبھَوَتْ تَدْوَدْ اَسْماکَں پْرَبھُیِیشُکھْرِیشْٹَدْوارانَنْتَجِیوَنَدایِپُنْیینانُگْرَہَسْیَ راجَتْوَں بھَوَتِ۔ (aiōnios ) |
मगर अब गुनाह से आज़ाद और ख़ुदा के ग़ुलाम हो कर तुम को अपना फल मिला जिससे पाकीज़गी हासिल होती है और इस का अंजाम हमेशा की ज़िन्दगी है। (aiōnios )
کِنْتُ سامْپْرَتَں یُویَں پاپَسیواتو مُکْتاح سَنْتَ اِیشْوَرَسْیَ بھرِتْیابھَوَتَ تَسْمادْ یُشْماکَں پَوِتْرَتْوَرُوپَں لَبھْیَمْ اَنَنْتَجِیوَنَرُوپَنْچَ پھَلَمْ آسْتے۔ (aiōnios ) |
क्यूँकि गुनाह की मज़दूरी मौत है मगर ख़ुदा की बख़्शिश हमारे ख़ुदावन्द ईसा मसीह में हमेशा की ज़िन्दगी है। (aiōnios )
یَتَح پاپَسْیَ ویتَنَں مَرَنَں کِنْتْوَسْماکَں پْرَبھُنا یِیشُکھْرِیشْٹینانَنْتَجِیوَنَمْ اِیشْوَرَدَتَّں پارِتوشِکَمْ آسْتے۔ (aiōnios ) |
और क़ौम के बुज़ुर्ग उन ही के हैं और जिस्म के ऐतबार से मसीह भी उन ही में से हुआ, जो सब के ऊपर और हमेशा तक ख़ुदा'ए महमूद है; आमीन। (aiōn )
تَتْ کیوَلَں نَہِ کِنْتُ سَرْوّادھْیَکْشَح سَرْوَّدا سَچِّدانَنْدَ اِیشْوَرو یَح کھْرِیشْٹَح سوپِ شارِیرِکَسَمْبَنْدھینَ تیشاں وَںشَسَمْبھَوَح۔ (aiōn ) |
या “गहराव में कौन उतरेगा?” यानी मसीह को मुर्दों में से जिला कर ऊपर लाने को। (Abyssos )
کو وا پْریتَلوکَمْ اَوَرُہْیَ کھْرِیشْٹَں مرِتَگَنَمَدھْیادْ آنیشْیَتِیتِ واکْ مَنَسِ تْوَیا نَ گَدِتَوْیا۔ (Abyssos ) |
इसलिए कि ख़ुदा ने सब को नाफ़रमानी में गिरफ़्तार होने दिया ताकि सब पर रहम फ़रमाए। (eleēsē )
اِیشْوَرَح سَرْوّانْ پْرَتِ کرِپاں پْرَکاشَیِتُں سَرْوّانْ اَوِشْواسِتْوینَ گَنَیَتِ۔ (eleēsē ) |
क्यूँकि उसी की तरफ़ से, और उसी के वसीले से और उसी के लिए सब चीज़ें हैं; उसकी बड़ाई हमेशा तक होती रहे आमीन। (aiōn )
یَتو وَسْتُماتْرَمیوَ تَسْماتْ تینَ تَسْمَے چابھَوَتْ تَدِییو مَہِما سَرْوَّدا پْرَکاشِتو بھَوَتُ۔ اِتِ۔ (aiōn ) |
और इस जहान के हमशक्ल न बनो बल्कि अक़्ल नई हो जाने से अपनी सूरत बदलते जाओ ताकि ख़ुदा की नेक और पसन्दीदा और कामिल मर्ज़ी को तजुर्बा से मा'लूम करते रहो। (aiōn )
اَپَرَں یُویَں ساںسارِکا اِوَ ماچَرَتَ، کِنْتُ سْوَں سْوَں سْوَبھاوَں پَراوَرْتْیَ نُوتَناچارِنو بھَوَتَ، تَتَ اِیشْوَرَسْیَ نِدیشَح کِیدرِگْ اُتَّمو گْرَہَنِییَح سَمْپُورْنَشْچیتِ یُشْمابھِرَنُبھاوِشْیَتے۔ (aiōn ) |
अब ख़ुदा जो तुम को मेरी ख़ुशख़बरी या'नी ईसा मसीह की मनादी के मुवाफ़िक़ मज़बूत कर सकता है, उस राज़ के मुक़ाशिफ़ा के मुताबिक़ जो अज़ल से पोशीदा रहा। (aiōnios )
پُورْوَّکالِکَیُگیشُ پْرَچّھَنّا یا مَنْتْرَنادھُنا پْرَکاشِتا بھُوتْوا بھَوِشْیَدْوادِلِکھِتَگْرَنْتھَگَنَسْیَ پْرَمانادْ وِشْواسینَ گْرَہَنارْتھَں سَداتَنَسْییشْوَرَسْیاجْنَیا سَرْوَّدیشِییَلوکانْ جْناپْیَتے، (aiōnios ) |
मगर इस वक़्त ज़ाहिर हो कर ख़ुदा'ए अज़ली के हुक्म के मुताबिक़ नबियों की किताबों के ज़रिए से सब क़ौमों को बताया गया ताकि वो ईमान के ताबे हो जाएँ। (aiōnios )
تَسْیا مَنْتْرَنایا جْنانَں لَبْدھْوا مَیا یَح سُسَںوادو یِیشُکھْرِیشْٹَمَدھِ پْرَچارْیَّتے، تَدَنُسارادْ یُشْمانْ دھَرْمّے سُسْتھِرانْ کَرْتُّں سَمَرْتھو یودْوِتِییَح (aiōnios ) |
उसी वाहिद हकीम ख़ुदा की ईसा मसीह के वसीले से हमेशा तक बड़ाई होती रहे। आमीन। (aiōn )
سَرْوَّجْنَ اِیشْوَرَسْتَسْیَ دھَنْیَوادو یِیشُکھْرِیشْٹینَ سَنْتَتَں بھُویاتْ۔ اِتِ۔ (aiōn ) |
कहाँ का हकीम? कहाँ का आलिम? कहाँ का इस जहान का बहस करनेवाला? क्या ख़ुदा ने दुनिया की हिक्मत को बे'वक़ूफ़ी नहीं ठहराया? (aiōn )
جْنانِی کُتْرَ؟ شاسْتْرِی وا کُتْرَ؟ اِہَلوکَسْیَ وِچارَتَتْپَرو وا کُتْرَ؟ اِہَلوکَسْیَ جْنانَں کِمِیشْوَرینَ موہِیکرِتَں نَہِ؟ (aiōn ) |
फिर भी कामिलों में हम हिक्मत की बातें कहते हैं लेकिन इस जहान की और इस जहान के नेस्त होनेवाले हाकिमों की अक़्ल नहीं। (aiōn )
وَیَں جْنانَں بھاشامَہے تَچَّ سِدّھَلوکَے رْجْنانَمِوَ مَنْیَتے، تَدِہَلوکَسْیَ جْنانَں نَہِ، اِہَلوکَسْیَ نَشْوَرانامْ اَدھِپَتِیناں وا جْنانَں نَہِ؛ (aiōn ) |
बल्कि हम ख़ुदा के राज़ की हक़ीक़त बातों के तौर पर बयान करते हैं, जो ख़ुदा ने जहान के शुरू से पहले हमारे जलाल के वास्ते मुक़र्रर की थी। (aiōn )
کِنْتُ کالاوَسْتھایاح پُورْوَّسْمادْ یَتْ جْنانَمْ اَسْماکَں وِبھَوارْتھَمْ اِیشْوَرینَ نِشْچِتْیَ پْرَچّھَنَّں تَنِّگُوڈھَمْ اِیشْوَرِییَجْنانَں پْرَبھاشامَہے۔ (aiōn ) |
जिसे इस दुनिया के सरदारों में से किसी ने न समझा क्यूँकि अगर समझते तो जलाल के ख़ुदावन्द को मस्लूब न करते। (aiōn )
اِہَلوکَسْیادھِپَتِیناں کیناپِ تَتْ جْنانَں نَ لَبْدھَں، لَبْدھے سَتِ تے پْرَبھاوَوِشِشْٹَں پْرَبھُں کْرُشے ناہَنِشْیَنْ۔ (aiōn ) |
कोई अपने आप को धोखा न दे अगर कोई तुम में अपने आप को इस जहान में हकीम समझे, तो बेवक़ूफ़ बने ताकि हकीम हो जाए। (aiōn )
کوپِ سْوَں نَ وَنْچَیَتاں۔ یُشْماکَں کَشْچَنَ چیدِہَلوکَسْیَ جْنانینَ جْنانَوانَہَمِتِ بُدھْیَتے تَرْہِ سَ یَتْ جْنانِی بھَویتْ تَدَرْتھَں مُوڈھو بھَوَتُ۔ (aiōn ) |
इस वजह से अगर खाना मेरे भाई को ठोकर खिलाए तो मैं कभी हरगिज़ गोश्त न खाऊँगा, ताकि अपने भाई के लिए ठोकर की वजह न बनूँ। (aiōn )
اَتو ہیتوح پِشِتاشَنَں یَدِ مَمَ بھْراتُ رْوِگھْنَسْوَرُوپَں بھَویتْ تَرْہْیَہَں یَتْ سْوَبھْراتُ رْوِگھْنَجَنَکو نَ بھَوییَں تَدَرْتھَں یاوَجِّیوَنَں پِشِتَں نَ بھوکْشْیے۔ (aiōn ) |
ये बातें उन पर 'इबरत के लिए वाक़े' हुईं और हम आख़री ज़माने वालों की नसीहत के वास्ते लिखी गईं। (aiōn )
تانْ پْرَتِ یانْییتانِ جَگھَٹِرے تانْیَسْماکَں نِدَرْشَنانِ جَگَتَح شیشَیُگے وَرْتَّمانانامْ اَسْماکَں شِکْشارْتھَں لِکھِتانِ چَ بَبھُووُح۔ (aiōn ) |
ऐ मौत तेरी फ़तह कहाँ रही? ऐ मौत तेरा डंक कहाँ रहा?” (Hadēs )
مرِتْیو تے کَنْٹَکَں کُتْرَ پَرَلوکَ جَیَح کَّ تے۔۔ (Hadēs ) |
या'नी उन बे'ईमानों के वास्ते जिनकी अक़्लों को इस जहान के ख़ुदा ने अंधा कर दिया है ताकि मसीह जो ख़ुदा की सूरत है उसके जलाल की ख़ुशख़बरी की रौशनी उन पर न पड़े। (aiōn )
یَتَ اِیشْوَرَسْیَ پْرَتِمُورْتِّ رْیَح کھْرِیشْٹَسْتَسْیَ تیجَسَح سُسَںوادَسْیَ پْرَبھا یَتْ تانْ نَ دِیپَییتْ تَدَرْتھَمْ اِہَ لوکَسْیَ دیوووِشْواسِناں جْنانَنَیَنَمْ اَنْدھِیکرِتَوانْ ایتَسْیوداہَرَنَں تے بھَوَنْتِ۔ (aiōn ) |
क्यूँकि हमारी दम भर की हल्की सी मुसीबत हमारे लिए अज़, हद भारी और अबदी जलाल पैदा करती है। (aiōnios )
کْشَنَماتْرَسْتھایِ یَدیتَتْ لَگھِشْٹھَں دُحکھَں تَدْ اَتِباہُلْییناسْماکَمْ اَنَنْتَکالَسْتھایِ گَرِشْٹھَسُکھَں سادھَیَتِ، (aiōnios ) |
जिस हाल में हम देखी हुई चीज़ों पर नहीं बल्कि अनदेखी चीज़ों पर नज़र करते हैं; क्यूँकि देखी हुई चीज़ें चन्द रोज़ हैं; मगर अनदेखी चीज़ें अबदी हैं। (aiōnios )
یَتو وَیَں پْرَتْیَکْشانْ وِشَیانْ اَنُدِّشْیاپْرَتْیَکْشانْ اُدِّشامَح۔ یَتو ہیتوح پْرَتْیَکْشَوِشَیاح کْشَنَماتْرَسْتھایِنَح کِنْتْوَپْرَتْیَکْشا اَنَنْتَکالَسْتھایِنَح۔ (aiōnios ) |
क्यूँकि हम जानते हैं कि जब हमारा ख़ेमे का घर जो ज़मीन पर है गिराया जाएगा तो हम को ख़ुदा की तरफ़ से आसमान पर एक ऐसी इमारत मिलेगी जो हाथ का बनाया हुआ घर नहीं बल्कि अबदी है। (aiōnios )
اَپَرَمْ اَسْماکَمْ ایتَسْمِنْ پارْتھِوے دُوشْیَرُوپے ویشْمَنِ جِیرْنے سَتِیشْوَرینَ نِرْمِّتَمْ اَکَرَکرِتَمْ اَسْماکَمْ اَنَنْتَکالَسْتھایِ ویشْمَیکَں سْوَرْگے وِدْیَتَ اِتِ وَیَں جانِیمَح۔ (aiōnios ) |
चुनाँचे कलाम में लिखा है कि उसने बिखेरा है उसने कंगालों को दिया है उसकी रास्तबाज़ी हमेशा तक बाक़ी रहेगी। (aiōn )
ایتَسْمِنْ لِکھِتَماسْتے، یَتھا، وْیَیَتے سَ جَنو رایَں دُرْگَتیبھْیو دَداتِ چَ۔ نِتْیَسْتھایِی چَ تَدّھَرْمَّح (aiōn ) |
ख़ुदावन्द ईसा का ख़ुदा और बाप जिसकी हमेशा तक हम्द हो जानता है कि मैं झूठ नहीं कहता। (aiōn )
مَیا مرِشاواکْیَں نَ کَتھْیَتَ اِتِ نِتْیَں پْرَشَںسَنِییوسْماکَں پْرَبھو رْیِیشُکھْرِیشْٹَسْیَ تاتَ اِیشْوَرو جاناتِ۔ (aiōn ) |
उसी ने हमारे गुनाहों के लिए अपने आप को दे दिया; ताकि हमारे ख़ुदा और बाप की मर्ज़ी के मुवाफ़िक़ हमें इस मौजूदा ख़राब जहान से ख़लासी बख़्शे। (aiōn )
اَسْماکَں تاتیشْوَریسْییچّھانُسارینَ وَرْتَّماناتْ کُتْسِتَسَںسارادْ اَسْمانْ نِسْتارَیِتُں یو (aiōn ) |
उसकी बड़ाई हमेशा से हमेशा तक होती रहे आमीन। (aiōn )
یِیشُرَسْماکَں پاپَہیتوراتْموتْسَرْگَں کرِتَوانْ سَ سَرْوَّدا دھَنْیو بھُویاتْ۔ تَتھاسْتُ۔ (aiōn ) |
जो कोई अपने जिस्म के लिए बोता है, वो जिस्म से हलाकत की फ़स्ल काटेगा; और जो रूह के लिए बोता है, वो पाक रूह से हमेशा की ज़िन्दगी की फ़सल काटेगा। (aiōnios )
سْوَشَرِیرارْتھَں یینَ بِیجَمْ اُپْیَتے تینَ شَرِیرادْ وِناشَرُوپَں شَسْیَں لَپْسْیَتے کِنْتْواتْمَنَح کرِتے یینَ بِیجَمْ اُپْیَتے تیناتْمَتونَنْتَجِیوِتَرُوپَں شَسْیَں لَپْسْیَتے۔ (aiōnios ) |
और हर तरह की हुकूमत और इख़्तियार और क़ुदरत और रियासत और हर एक नाम से बहुत ऊँचा किया, जो न सिर्फ़ इस जहान में बल्कि आनेवाले जहान में भी लिया जाएगा; (aiōn )
اَدھِپَتِتْوَپَدَں شاسَنَپَدَں پَراکْرَمو راجَتْوَنْچیتِنامانِ یاوَنْتِ پَدانِیہَ لوکے پَرَلوکے چَ وِدْیَنْتے تیشاں سَرْوّیشامْ اُورْدّھوے سْوَرْگے نِجَدَکْشِنَپارْشْوے تَمْ اُپَویشِتَوانْ، (aiōn ) |
Ephesians 2:1 (اِپھِشِنَح 2:1)
(parallel missing)
پُرا یُویَمْ اَپَرادھَیح پاپَیشْچَ مرِتاح سَنْتَسْتانْیاچَرَنْتَ اِہَلوکَسْیَ سَںسارانُساریناکاشَراجْیَسْیادھِپَتِمْ (aiōn ) |
जिनमें तुम पहले दुनियाँ की रविश पर चलते थे, और हवा की 'अमलदारी के हाकिम या'नी उस रूह की पैरवी करते थे जो अब नाफ़रमानी के फ़रज़न्दों में तासीर करती है। (aiōn )
ताकि वो अपनी उस महरबानी से जो मसीह ईसा में हम पर है, आनेवाले ज़मानो में अपने फ़ज़ल की अज़ीम दौलत दिखाए। (aiōn )
اِتّھَں سَ کھْرِیشْٹینَ یِیشُناسْمانْ پْرَتِ سْوَہِتَیشِتَیا بھاوِیُگیشُ سْوَکِییانُگْرَہَسْیانُپَمَں نِدھِں پْرَکاشَیِتُمْ اِچّھَتِ۔ (aiōn ) |
और सब पर ये बात रोशन करूँ कि जो राज़ अज़ल से सब चीज़ों के पैदा करनेवाले ख़ुदा में छुपा रहा उसका क्या इन्तज़ाम है। (aiōn )
کالاوَسْتھاتَح پُورْوَّسْماچَّ یو نِگُوڈھَبھاوَ اِیشْوَرے گُپْتَ آسِیتْ تَدِییَنِیَمَں سَرْوّانْ جْناپَیامِ۔ (aiōn ) |
उस अज़ली इरादे के जो उसने हमारे ख़ुदावन्द ईसा मसीह में किया था, (aiōn )
Ephesians 3:12 (اِپھِشِنَح 3:12)
(parallel missing)
پْراپْتَوَنْتَسْتَمَسْماکَں پْرَبھُں یِیشُں کھْرِیشْٹَمَدھِ سَ کالاوَسْتھایاح پُورْوَّں تَں مَنورَتھَں کرِتَوانْ۔ (aiōn ) |
कलीसिया में और ईसा मसीह में पुश्त — दर — पुश्त और हमेशा हमेशा उसकी बड़ाई होती रहे। आमीन। (aiōn )
کھْرِیشْٹَیِیشُنا سَمِتے رْمَدھْیے سَرْوّیشُ یُگیشُ تَسْیَ دھَنْیَوادو بھَوَتُ۔ اِتِ۔ (aiōn ) |
क्यूँकि हमें ख़ून और गोश्त से कुश्ती नहीं करना है, बल्कि हुकूमतवालों और इख़्तियार वालों और इस दुनियाँ की तारीकी के हाकिमों और शरारत की उन रूहानी फ़ौजों से जो आसमानी मुक़ामों में है। (aiōn )
یَتَح کیوَلَں رَکْتَماںسابھْیامْ اِتِ نَہِ کِنْتُ کَرْترِتْوَپَراکْرَمَیُکْتَیسْتِمِرَراجْیَسْییہَلوکَسْیادھِپَتِبھِح سْوَرْگودْبھَوَے رْدُشْٹاتْمَبھِریوَ سارْدّھَمْ اَسْمابھِ رْیُدّھَں کْرِیَتے۔ (aiōn ) |
हमारे ख़ुदा और बाप की हमेशा से हमेशा तक बड़ाई होती रहे आमीन (aiōn )
اَسْماکَں پِتُرِیشْوَرَسْیَ دھَنْیَوادونَنْتَکالَں یاوَدْ بھَوَتُ۔ آمینْ۔ (aiōn ) |
वह बातें जो शुरू से तमाम गुज़री नसलों से छुपा रहा था लेकिन अब मुक़द्दसीन पर ज़ाहिर की गई हैं। (aiōn )
تَتْ نِگُوڈھَں واکْیَں پُورْوَّیُگیشُ پُورْوَّپُرُشیبھْیَح پْرَچّھَنَّمْ آسِیتْ کِنْتْوِدانِیں تَسْیَ پَوِتْرَلوکاناں سَنِّدھَو تینَ پْراکاشْیَتَ۔ (aiōn ) |
वह ख़ुदावन्द का चेहरा और उसकी क़ुदरत के जलाल से दूर हो कर हमेशा हलाकत की सज़ा पाएँगे (aiōnios )
تے چَ پْرَبھو رْوَدَناتْ پَراکْرَمَیُکْتَوِبھَواچَّ سَداتَنَوِناشَرُوپَں دَنْڈَں لَپْسْیَنْتے، (aiōnios ) |
अब हमारा ख़ुदावन्द 'ईसा मसीह ख़ुद और हमारा बाप ख़ुदा जिसने हम से मुहब्बत रखी और फ़ज़ल से हमेशा तसल्ली और अच्छी उम्मीद बख़्शी (aiōnios )
اَسْماکَں پْرَبھُ رْیِیشُکھْرِیشْٹَسْتاتَ اِیشْوَرَشْچارْتھَتو یو یُشْماسُ پْریمَ کرِتَوانْ نِتْیانْچَ سانْتْوَنامْ اَنُگْرَہینوتَّمَپْرَتْیاشانْچَ یُشْمَبھْیَں دَتَّوانْ (aiōnios ) |
लेकिन मुझ पर रहम इसलिए हुआ कि ईसा मसीह मुझ बड़े गुनहगार में अपना सब्र ज़ाहिर करे, ताकि जो लोग हमेशा की ज़िन्दगी के लिए उस पर ईमान लाएँगे उन के लिए मैं नमूना बनूँ। (aiōnios )
تیشاں پاپِناں مَدھْیےہَں پْرَتھَمَ آسَں کِنْتُ یے مانَوا اَنَنْتَجِیوَنَپْراپْتْیَرْتھَں تَسْمِنْ وِشْوَسِشْیَنْتِ تیشاں درِشْٹانْتے مَیِ پْرَتھَمے یِیشُنا کھْرِیشْٹینَ سْوَکِییا کرِتْسْنا چِرَسَہِشْنُتا یَتْ پْرَکاشْیَتے تَدَرْتھَمیواہَمْ اَنُکَمْپاں پْراپْتَوانْ۔ (aiōnios ) |
अब हमेशा कि बादशाही या'नी ना मिटने वाली, नादीदा, एक ख़ुदा की 'इज़्ज़त और बड़ाई हमेशा से हमेशा तक होती रहे। आमीन। (aiōn )
اَنادِرَکْشَیودرِشْیو راجا یودْوِتِییَح سَرْوَّجْنَ اِیشْوَرَسْتَسْیَ گَورَوَں مَہِما چانَنْتَکالَں یاوَدْ بھُویاتْ۔ آمینْ۔ (aiōn ) |
ईमान की अच्छी कुश्ती लड़; उस हमेशा की ज़िन्दगी पर क़ब्ज़ा कर ले जिसके लिए तू बुलाया गया था, और बहुत से गवाहों के सामने अच्छा इक़रार किया था। (aiōnios )
وِشْواسَرُوپَمْ اُتَّمَیُدّھَں کُرُ، اَنَنْتَجِیوَنَمْ آلَمْبَسْوَ یَتَسْتَدَرْتھَں تْوَمْ آہُوتو بھَوَح، بَہُساکْشِناں سَمَکْشَنْچوتَّماں پْرَتِجْناں سْوِیکرِتَوانْ۔ (aiōnios ) |
बक़ा सिर्फ़ उसी की है, और वो उस नूर में रहता है जिस तक किसी की पहुँच नहीं हो सकती, न उसे किसी इंसान ने देखा और न देख सकता है; उसकी 'इज़्ज़त और सल्तनत हमेशा तक रहे। आमीन। (aiōnios )
اَمَرَتایا اَدْوِتِییَ آکَرَح، اَگَمْیَتیجونِواسِی، مَرْتّیاناں کیناپِ نَ درِشْٹَح کیناپِ نَ درِشْیَشْچَ۔ تَسْیَ گَورَوَپَراکْرَمَو سَداتَنَو بھُویاسْتاں۔ آمینْ۔ (aiōnios ) |
इस मौजूदा जहान के दौलतमन्दों को हुक्म दे कि मग़रूर न हों और नापाएदार दौलत पर नहीं, बल्कि ख़ुदा पर उम्मीद रख्खें जो हमें लुत्फ़ उठाने के लिए सब चीज़ें बहुतायत से देता है। (aiōn )
اِہَلوکے یے دھَنِنَسْتے چِتَّسَمُنَّتِں چَپَلے دھَنے وِشْواسَنْچَ نَ کُرْوَّتاں کِنْتُ بھوگارْتھَمْ اَسْمَبھْیَں پْرَچُرَتْوینَ سَرْوَّداتا (aiōn ) |
जिस ने हमें नजात दी और पाक बुलावे से बुलाया हमारे कामों के मुताबिक़ नहीं बल्कि अपने ख़ास इरादा और उस फ़ज़ल के मुताबिक़ जो मसीह 'ईसा में हम पर शुरू से हुआ। (aiōnios )
سوسْمانْ پَرِتْرانَپاتْرانِ کرِتَوانْ پَوِتْریناہْوانیناہُوتَواںشْچَ؛ اَسْمَتْکَرْمَّہیتُنیتِ نَہِ سْوِییَنِرُوپانَسْیَ پْرَسادَسْیَ چَ کرِتے تَتْ کرِتَوانْ۔ سَ پْرَسادَح سرِشْٹیح پُورْوَّکالے کھْرِیشْٹینَ یِیشُناسْمَبھْیَمْ اَدایِ، (aiōnios ) |
इसी वजह से मैं नेक लोगों की ख़ातिर सब कुछ सहता हूँ ताकि वो भी उस नजात को जो मसीह 'ईसा में है अबदी जलाल समेत हासिल करें। (aiōnios )
کھْرِیشْٹینَ یِیشُنا یَدْ اَنَنْتَگَورَوَسَہِتَں پَرِتْرانَں جایَتے تَدَبھِرُچِتَے رْلوکَیرَپِ یَتْ لَبھْییتَ تَدَرْتھَمَہَں تیشاں نِمِتَّں سَرْوّانْییتانِ سَہے۔ (aiōnios ) |
क्यूँकि देमास ने इस मौजूदा जहान को पसन्द करके मुझे छोड़ दिया और थिस्सलुनीकियों के शहर को चला गया और क्रेसकेन्स ग़लतिया सूबे को और तितुस दलमतिया सूबे को। (aiōn )
یَتو دِیما اَیہِکَسَںسارَمْ اِیہَمانو ماں پَرِتْیَجْیَ تھِشَلَنِیکِیں گَتَوانْ تَتھا کْرِیشْکِ رْگالاتِیاں گَتَوانْ تِیتَشْچَ دالْماتِیاں گَتَوانْ۔ (aiōn ) |
ख़ुदावन्द मुझे हर एक बुरे काम से छुड़ाएगा और अपनी आसमानी बादशाही में सही सलामत पहुँचा देगा उसकी बड़ाई हमेशा से हमेशा तक होती रहे आमीन। (aiōn )
اَپَرَں سَرْوَّسْمادْ دُشْکَرْمَّتَح پْرَبھُ رْمامْ اُدّھَرِشْیَتِ نِجَسْوَرْگِییَراجْیَں نیتُں ماں تارَیِشْیَتِ چَ۔ تَسْیَ دھَنْیَوادَح سَداکالَں بھُویاتْ۔ آمینْ۔ (aiōn ) |
Titus 1:1 (تِیتَح 1:1)
(parallel missing)
اَنَنْتَجِیوَنَسْیاشاتو جاتایا اِیشْوَرَبھَکْتے رْیوگْیَسْیَ سَتْیَمَتَسْیَ یَتْ تَتْوَجْنانَں یَشْچَ وِشْواسَ اِیشْوَرَسْیابھِرُچِتَلوکَے رْلَبھْیَتے تَدَرْتھَں (aiōnios ) |
उस हमेशा की ज़िन्दगी की उम्मीद पर जिसका वा'दा शुरू ही से ख़ुदा ने किया है जो झूठ नहीं बोल सकता। (aiōnios )
और हमें तालीम देता है ताकि बेदीनी और दुनियावी ख़्वाहिशों का इन्कार करके इस मौजूदा जहान में परहेज़गारी और रास्तबाज़ी और दीनदारी के साथ ज़िन्दगी गुज़ारें; (aiōn )
سَ چاسْمانْ اِدَں شِکْشْیَتِ یَدْ وَیَمْ اَدھَرْمَّں ساںسارِکابھِلاشاںشْچانَنْگِیکرِتْیَ وِنِیتَتْوینَ نْیایینیشْوَرَبھَکْتْیا چیہَلوکے آیُ رْیاپَیامَح، (aiōn ) |
ताकि हम उसके फ़ज़ल से रास्तबाज़ ठहर कर हमेशा की ज़िन्दगी की उम्मीद के मुताबिक़ वारिस बनें। (aiōnios )
اِتّھَں وَیَں تَسْیانُگْرَہینَ سَپُنْیِیبھُویَ پْرَتْیاشَیانَنْتَجِیوَنَسْیادھِکارِنو جاتاح۔ (aiōnios ) |
क्यूँकि मुम्किन है कि वो तुझ से इसलिए थोड़ी देर के वास्ते जुदा हुआ हो कि हमेशा तेरे पास रहे। (aiōnios )
کو جاناتِ کْشَنَکالارْتھَں تْوَتَّسْتَسْیَ وِچّھیدوبھَوَدْ ایتَسْیایَمْ اَبھِپْرایو یَتْ تْوَمْ اَنَنْتَکالارْتھَں تَں لَپْسْیَسی (aiōnios ) |
इस ज़माने के आख़िर में हम से बेटे के ज़रिए कलाम किया, जिसे उसने सब चीज़ों का वारिस ठहराया और जिसके वसीले से उसने आलम भी पैदा किए। (aiōn )
سَ ایتَسْمِنْ شیشَکالے نِجَپُتْریناسْمَبھْیَں کَتھِتَوانْ۔ سَ تَں پُتْرَں سَرْوّادھِکارِنَں کرِتَوانْ تینَیوَ چَ سَرْوَّجَگَنْتِ سرِشْٹَوانْ۔ (aiōn ) |
मगर बेटे के बारे में कहता है, “ऐ ख़ुदा, तेरा तख़्त हमेशा से हमेशा तक रहेगा, और तेरी बादशाही की 'लाठी रास्तबाज़ी की 'लाठी है। (aiōn )
کِنْتُ پُتْرَمُدِّشْیَ تینوکْتَں، یَتھا، "ہے اِیشْوَرَ سَدا سْتھایِ تَوَ سِںہاسَنَں بھَویتْ۔ یاتھارْتھْیَسْیَ بھَویدَّنْڈو راجَدَنْڈَسْتْوَدِییَکَح۔ (aiōn ) |
कहीं और वह फ़रमाता है, “तू अबद तक इमाम है, ऐसा इमाम जैसा मलिक — ए — सिद्क़ था।” (aiōn )
تَدْوَدْ اَنْیَگِیتےپِیدَمُکْتَں، تْوَں مَلْکِیشیدَکَح شْرینْیاں یاجَکوسِ سَداتَنَح۔ (aiōn ) |
जब वह कामिलियत तक पहुँच गया तो वह उन सब की अबदी नजात का सरचश्मा बन गया जो उस की सुनते हैं। (aiōnios )
اِتّھَں سِدّھِیبھُویَ نِجاجْناگْراہِناں سَرْوّیشامْ اَنَنْتَپَرِتْرانَسْیَ کارَنَسْوَرُوپو بھَوَتْ۔ (aiōnios ) |
बपतिस्मा क्या है, किसी पर हाथ रखने की तालीम, मुर्दों के जी उठने और हमेशा सज़ा पाने की तालीम। (aiōnios )
اَنَنْتَکالَسْتھایِوِچاراجْنا چَیتَیح پُنَرْبھِتِّمُولَں نَ سْتھاپَیَنْتَح کھْرِیشْٹَوِشَیَکَں پْرَتھَموپَدیشَں پَشْچاتْکرِتْیَ سِدّھِں یاوَدْ اَگْرَسَرا بھَوامَ۔ (aiōnios ) |
उन्हों ने ख़ुदा के कलाम की भलाई और आने वाले ज़माने की ताक़तों का तजुर्बा किया था। (aiōn )
اِیشْوَرَسْیَ سُواکْیَں بھاوِکالَسْیَ شَکْتِنْچاسْوَدِتَوَنْتَشْچَ تے بھْرَشْٹْوا یَدِ (aiōn ) |
वहीं ईसा हमारे आगे आगे जा कर हमारी ख़ातिर दाख़िल हुआ है। यूँ वह मलिक — ए — सिद्क़ की तरह हमेशा के लिए इमाम — ए — आज़म बन गया है। (aiōn )
تَتْرَیواسْماکَمْ اَگْرَسَرو یِیشُح پْرَوِشْیَ مَلْکِیشیدَکَح شْرینْیاں نِتْیَسْتھایِی یاجَکوبھَوَتْ۔ (aiōn ) |
क्यूँकि कलाम — ए — मुक़द्दस फ़रमाता है, कि तू मलिक — ए — सिद्क़ के तौर पर अबद तक काहिन है। (aiōn )
یَتَ اِیشْوَرَ اِدَں ساکْشْیَں دَتَّوانْ، یَتھا، "تْوَں مَکْلِیشیدَکَح شْرینْیاں یاجَکوسِ سَداتَنَح۔ " (aiōn ) |
लेकिन ईसा एक क़सम के ज़रिए इमाम बन गया जब ख़ुदा ने फ़रमाया। “ख़ुदा ने क़सम खाई है और वो इससे अपना मन नही बदलेगा: तुम अबद तक के लिये इमाम है।” (aiōn )
Hebrews 7:22 (اِبْرِنَح 7:22)
(parallel missing)
"پَرَمیشَ اِدَں شیپے نَ چَ تَسْمانِّوَرْتْسْیَتے۔ تْوَں مَلْکِیشیدَکَح شْرینْیاں یاجَکوسِ سَداتَنَح۔ " (aiōn ) |
लेकिन चूँकि ईसा हमेशा तक ज़िन्दा है इस लिए उस की कहानित कभी भी ख़त्म नहीं होगी। (aiōn )
کِنْتْوَساوَنَنْتَکالَں یاوَتْ تِشْٹھَتِ تَسْماتْ تَسْیَ یاجَکَتْوَں نَ پَرِوَرْتَّنِییَں۔ (aiōn ) |
मूसा की शरी'अत ऐसे लोगों को इमाम — ए — आज़म मुक़र्रर करती है जो कमज़ोर हैं। लेकिन शरी'अत के बाद ख़ुदा की क़सम फ़र्ज़न्द को इमाम — ए — आज़म मुक़र्रर करती है, और यह ख़ुदा का फ़र्ज़न्द हमेशा तक कामिल है। (aiōn )
یَتو وْیَوَسْتھَیا یے مَہایاجَکا نِرُوپْیَنْتے تے دَورْبَّلْیَیُکْتا مانَواح کِنْتُ وْیَوَسْتھاتَح پَرَں شَپَتھَیُکْتینَ واکْیینَ یو مَہایاجَکو نِرُوپِتَح سو نَنْتَکالارْتھَں سِدّھَح پُتْرَ ایوَ۔ (aiōn ) |
जब मसीह एक बार सदा के लिए ख़ेमे के पाकतरीन कमरे में दाख़िल हुआ तो उस ने क़ुर्बानियाँ पेश करने के लिए बकरों और बछड़ों का ख़ून इस्तेमाल न किया। इस के बजाए उस ने अपना ही ख़ून पेश किया और यूँ हमारे लिए हमेशा की नजात हासिल की। (aiōnios )
چھاگاناں گووَتْساناں وا رُدھِرَمْ اَنادایَ سْوِییَرُدھِرَمْ آدایَیکَکرِتْوَ ایوَ مَہاپَوِتْرَسْتھانَں پْرَوِشْیانَنْتَکالِکاں مُکْتِں پْراپْتَوانْ۔ (aiōnios ) |
अगर इन चीज़ों का यह असर था तो फिर मसीह के ख़ून का क्या ज़बरदस्त असर होगा! अज़ली रूह के ज़रिए उस ने अपने आप को बेदाग़ क़ुर्बानी के तौर पर पेश किया। यूँ उस का ख़ून हमारे ज़मीर को मौत तक पहुँचाने वाले कामों से पाक — साफ़ करता है ताकि हम ज़िन्दा ख़ुदा की ख़िदमत कर सकें। (aiōnios )
تَرْہِ کِں مَنْیَدھْوے یَح سَداتَنیناتْمَنا نِشْکَلَنْکَبَلِمِوَ سْوَمیویشْوَرایَ دَتَّوانْ، تَسْیَ کھْرِیشْٹَسْیَ رُدھِرینَ یُشْماکَں مَناںسْیَمَریشْوَرَسْیَ سیوایَے کِں مرِتْیُجَنَکیبھْیَح کَرْمَّبھْیو نَ پَوِتْرِیکارِشْیَنْتے؟ (aiōnios ) |
यही वजह है कि मसीह एक नए अह्द का दरमियानी है। मक़्सद यह था कि जितने लोगों को ख़ुदा ने बुलाया है उन्हें ख़ुदा की वादा की हुई और हमेशा की मीरास मिले। और यह सिर्फ़ इस लिए मुम्किन हुआ है कि मसीह ने मर कर फ़िदया दिया ताकि लोग उन गुनाहों से छुटकारा पाएँ जो उन से उस वक़्त सरज़द हुए जब वह पहले अह्द के तहत थे। (aiōnios )
سَ نُوتَنَنِیَمَسْیَ مَدھْیَسْتھوبھَوَتْ تَسْیابھِپْرایویَں یَتْ پْرَتھَمَنِیَمَلَنْگھَنَرُوپَپاپیبھْیو مرِتْیُنا مُکْتَو جاتایامْ آہُوتَلوکا اَنَنْتَکالِییَسَمْپَدَح پْرَتِجْناپھَلَں لَبھیرَنْ۔ (aiōnios ) |
अगर ऐसा होता तो उसे दुनिया की पैदाइश से ले कर आज तक बहुत बार दुःख सहना पड़ता। लेकिन ऐसा नहीं है बल्कि अब वह ज़मानो के ख़ातिमें पर एक ही बार सदा के लिए ज़ाहिर हुआ ताकि अपने आप को क़ुर्बान करने से गुनाह को दूर करे। (aiōn )
کَرْتَّوْیے سَتِ جَگَتَح سرِشْٹِکالَمارَبھْیَ بَہُوارَں تَسْیَ مرِتْیُبھوگَ آوَشْیَکوبھَوَتْ؛ کِنْتْوِدانِیں سَ آتْموتْسَرْگینَ پاپَناشارْتھَمْ ایکَکرِتْوو جَگَتَح شیشَکالے پْرَچَکاشے۔ (aiōn ) |
ईमान के ज़रिए हम जान लेते हैं कि कायनात को ख़ुदा के कलाम से पैदा किया गया, कि जो कुछ हम देख सकते हैं नज़र आने वाली चीज़ों से नहीं बना। (aiōn )
اَپَرَمْ اِیشْوَرَسْیَ واکْیینَ جَگَنْتْیَسرِجْیَنْتَ، درِشْٹَوَسْتُونِ چَ پْرَتْیَکْشَوَسْتُبھْیو نودَپَدْیَنْتَیتَدْ وَیَں وِشْواسینَ بُدھْیامَہے۔ (aiōn ) |
ईसा मसीह कल और आज और हमेशा तक यक्साँ है। (aiōn )
یِیشُح کھْرِیشْٹَح شْوودْیَ سَدا چَ سَ ایواسْتے۔ (aiōn ) |
अब सलामती का ख़ुदा जो अबदी 'अह्द के ख़ून से हमारे ख़ुदावन्द और भेड़ों के अज़ीम चरवाहे ईसा को मुर्दों में से वापस लाया (aiōnios )
اَنَنْتَنِیَمَسْیَ رُدھِرینَ وِشِشْٹو مَہانْ میشَپالَکو یینَ مرِتَگَنَمَدھْیاتْ پُنَرانایِ سَ شانْتِدایَکَ اِیشْوَرو (aiōnios ) |
वह आप को हर अच्छी चीज़ से नवाज़े ताकि आप उस की मर्ज़ी पूरी कर सकें। और वह ईसा मसीह के ज़रिए हम में वह कुछ पैदा करे जो उसे पसन्द आए। उस का जलाल शुरू से हमेशा तक होता रहे! आमीन। (aiōn )
نِجابھِمَتَسادھَنایَ سَرْوَّسْمِنْ سَتْکَرْمَّنِ یُشْمانْ سِدّھانْ کَروتُ، تَسْیَ درِشْٹَو چَ یَدْیَتْ تُشْٹِجَنَکَں تَدیوَ یُشْماکَں مَدھْیے یِیشُنا کھْرِیشْٹینَ سادھَیَتُ۔ تَسْمَے مَہِما سَرْوَّدا بھُویاتْ۔ آمینْ۔ (aiōn ) |
ज़बान भी एक आग है ज़बान हमारे आज़ा में शरारत का एक आ'लम है और सारे जिस्म को दाग़ लगाती है और दाइरा दुनिया को आग लगा देती है और जहन्नुम की आग से जलती रहती है। (Geenna )
رَسَناپِ بھَویدْ وَہْنِرَدھَرْمَّرُوپَپِشْٹَپے۔ اَسْمَدَنْگیشُ رَسَنا تادرِشَں سَنْتِشْٹھَتِ سا کرِتْسْنَں دیہَں کَلَنْکَیَتِ سرِشْٹِرَتھَسْیَ چَکْرَں پْرَجْوَلَیَتِ نَرَکانَلینَ جْوَلَتِ چَ۔ (Geenna ) |
क्यूँकि तुम मिटने वाले बीज से नहीं बल्कि ग़ैर फ़ानी से ख़ुदा के कलाम के वसीले से, जो ज़िंदा और क़ाईम है, नए सिरे से पैदा हुए हो। (aiōn )
یَسْمادْ یُویَں کْشَیَنِییَوِیرْیّاتْ نَہِ کِنْتْوَکْشَیَنِییَوِیرْیّادْ اِیشْوَرَسْیَ جِیوَنَدایَکینَ نِتْیَسْتھایِنا واکْیینَ پُنَرْجَنْمَ گرِہِیتَوَنْتَح۔ (aiōn ) |
लेकिन ख़ुदावन्द का कलाम हमेशा तक क़ाईम रहेगा। ये वही ख़ुशख़बरी का कलाम है जो तुम्हें सुनाया गया था। (aiōn )
کِنْتُ واکْیَں پَریشَسْیانَنْتَکالَں وِتِشْٹھَتے۔ تَدیوَ چَ واکْیَں سُسَںوادینَ یُشْماکَمْ اَنْتِکے پْرَکاشِتَں۔ (aiōn ) |
अगर कोई कुछ कहे तो ऐसा कहे कि गोया ख़ुदा का कलाम है, अगर कोई ख़िदमत करे तो उस ताक़त के मुताबिक़ करे जो ख़ुदा दे, ताकि सब बातों में ईसा मसीह के वसीले से ख़ुदा का जलाल ज़ाहिर हो। जलाल और सल्तनत हमेशा से हमेशा उसी की है। आमीन। (aiōn )
یو واکْیَں کَتھَیَتِ سَ اِیشْوَرَسْیَ واکْیَمِوَ کَتھَیَتُ یَشْچَ پَرَمْ اُپَکَروتِ سَ اِیشْوَرَدَتَّسامَرْتھْیادِووپَکَروتُ۔ سَرْوَّوِشَیے یِیشُکھْرِیشْٹینیشْوَرَسْیَ گَورَوَں پْرَکاشْیَتاں تَسْیَیوَ گَورَوَں پَراکْرَمَشْچَ سَرْوَّدا بھُویاتْ۔ آمینَ۔ (aiōn ) |
अब ख़ुदा जो हर तरह के फ़ज़ल का चश्मा है, जिसने तुम को मसीह ईसा में अपने अबदी जलाल के लिए बुलाया, तुम्हारे थोड़ी मुद्दत तक दुःख उठाने के बाद आप ही तुम्हें कामिल और क़ाईम और मज़बूत करेगा। (aiōnios )
کْشَنِکَدُحکھَبھوگاتْ پَرَمْ اَسْمَبھْیَں کھْرِیشْٹینَ یِیشُنا سْوَکِییانَنْتَگَورَوَدانارْتھَں یوسْمانْ آہُوتَوانْ سَ سَرْوّانُگْراہِیشْوَرَح سْوَیَں یُشْمانْ سِدّھانْ سْتھِرانْ سَبَلانْ نِشْچَلاںشْچَ کَروتُ۔ (aiōnios ) |
हमेशा से हमेशा तक उसी की सल्तनत रहे। आमीन। (aiōn )
تَسْیَ گَورَوَں پَراکْرَمَشْچانَنْتَکالَں یاوَدْ بھُویاتْ۔ آمینْ۔ (aiōn ) |
बल्कि इससे तुम हमारे ख़ुदावन्द और मुन्जी ईसा मसीह की हमेशा बादशाही में बड़ी 'इज़्ज़त के साथ दाख़िल किए जाओगे। (aiōnios )
یَتو نینَ پْرَکاریناسْماکَں پْرَبھوسْتْراترِ رْیِیشُکھْرِیشْٹَسْیانَنْتَراجْیَسْیَ پْرَویشینَ یُویَں سُکَلینَ یوجَیِشْیَدھْوے۔ (aiōnios ) |
क्यूँकि जब ख़ुदा ने गुनाह करने वाले फ़रिश्तों को न छोड़ा, बल्कि जहन्नुम भेज कर तारीक ग़ारों में डाल दिया ताकि 'अदालत के दिन तक हिरासत में रहें, (Tartaroō )
اِیشْوَرَح کرِتَپاپانْ دُوتانْ نَ کْشَمِتْوا تِمِرَشرِنْکھَلَیح پاتالے رُدّھوا وِچارارْتھَں سَمَرْپِتَوانْ۔ (Tartaroō ) |
बल्कि हमारे ख़ुदावन्द और मुन्जी ईसा मसीह के फ़ज़ल और 'इरफ़ान में बढ़ते जाओ। उसी की बड़ाई अब भी हो, और हमेशा तक होती रहे। आमीन। (aiōn )
کِنْتْوَسْماکَں پْرَبھوسْتْراتُ رْیِیشُکھْرِیشْٹَسْیانُگْرَہے جْنانے چَ وَرْدّھَدھْوَں۔ تَسْیَ گَورَوَمْ اِدانِیں سَداکالَنْچَ بھُویاتْ۔ آمینْ۔ (aiōn ) |
[ये ज़िन्दगी ज़ाहिर हुई और हम ने देखा और उसकी गवाही देते हैं, और इस हमेशा की ज़िन्दगी की तुम्हें ख़बर देते हैं जो बाप के साथ थी और हम पर ज़ाहिर हुई है]। (aiōnios )
سَ جِیوَنَسْوَرُوپَح پْرَکاشَتَ وَیَنْچَ تَں درِشْٹَوَنْتَسْتَمَدھِ ساکْشْیَں دَدْمَشْچَ، یَشْچَ پِتُح سَنِّدھاوَوَرْتَّتاسْماکَں سَمِیپے پْرَکاشَتَ چَ تَمْ اَنَنْتَجِیوَنَسْوَرُوپَں وَیَں یُشْمانْ جْناپَیامَح۔ (aiōnios ) |
दुनियाँ और उसकी ख़्वाहिश दोनों मिटती जाती है, लेकिन जो ख़ुदा की मर्ज़ी पर चलता है वो हमेशा तक क़ाईम रहेगा। (aiōn )
سَںسارَسْتَدِییابھِلاشَشْچَ وْیَتْییتِ کِنْتُ یَ اِیشْوَرَسْییشْٹَں کَروتِ سو نَنْتَکالَں یاوَتْ تِشْٹھَتِ۔ (aiōn ) |
और जिसका उसने हम से वा'दा किया, वो हमेशा की ज़िन्दगी है। (aiōnios )
سَ چَ پْرَتِجْنَیاسْمَبھْیَں یَتْ پْرَتِجْناتَوانْ تَدْ اَنَنْتَجِیوَنَں۔ (aiōnios ) |
जो कोई अपने भाई से 'दुश्मनी रखता है, वो ख़ूनी है और तुम जानते हो कि किसी ख़ूनी में हमेशा की ज़िन्दगी मौजूद नहीं रहती। (aiōnios )
یَح کَشْچِتْ سْوَبھْراتَرَں دْویشْٹِ سَں نَرَگھاتِی کِنْچانَنْتَجِیوَنَں نَرَگھاتِنَح کَسْیاپْیَنْتَرے ناوَتِشْٹھَتے تَدْ یُویَں جانِیتھَ۔ (aiōnios ) |
और वो गवाही ये है, कि ख़ुदा ने हमे हमेशा की ज़िन्दगी बख़्शी, और ये ज़िन्दगी उसके बेटे में है। (aiōnios )
تَچَّ ساکْشْیَمِدَں یَدْ اِیشْوَرو سْمَبھْیَمْ اَنَنْتَجِیوَنَں دَتَّوانْ تَچَّ جِیوَنَں تَسْیَ پُتْرے وِدْیَتے۔ (aiōnios ) |
मैंने तुम को जो ख़ुदा के बेटे के नाम पर ईमान लाए हो, ये बातें इसलिए लिखी कि तुम्हें मा'लूम हो कि हमेशा की ज़िन्दगी रखते हो।। (aiōnios )
اِیشْوَرَپُتْرَسْیَ نامْنِ یُشْمانْ پْرَتْییتانِ مَیا لِکھِتانِ تَسْیابھِپْرایو یَں یَدْ یُویَمْ اَنَنْتَجِیوَنَپْراپْتا اِتِ جانِییاتَ تَسْییشْوَرَپُتْرَسْیَ نامْنِ وِشْوَسیتَ چَ۔ (aiōnios ) |
और ये भी जानते है कि ख़ुदा का बेटा आ गया है, और उसने हमे समझ बख़्शी है ताकि उसको जो हक़ीक़ी है जानें और हम उसमें जो हक़ीक़ी है, या'नी उसके बेटे ईसा मसीह में हैं। हक़ीक़ी ख़ुदा और हमेशा की ज़िन्दगी यही है। (aiōnios )
اَپَرَمْ اِیشْوَرَسْیَ پُتْرَ آگَتَوانْ وَیَنْچَ یَیا تَسْیَ سَتْیَمَیَسْیَ جْنانَں پْراپْنُیامَسْتادرِشِیں دھِیَمْ اَسْمَبھْیَں دَتَّوانْ اِتِ جانِیمَسْتَسْمِنْ سَتْیَمَیے رْتھَتَسْتَسْیَ پُتْرے یِیشُکھْرِیشْٹے تِشْٹھامَشْچَ؛ سَ ایوَ سَتْیَمَیَ اِیشْوَرو نَنْتَجِیوَنَسْوَرُوپَشْچاسْتِ۔ (aiōnios ) |
और सिर्फ़ मैं ही नहीं बल्कि वो सब भी मुहब्बत रखते हैं, जो हक़ से वाक़िफ़ हैं। (aiōn )
سَتْیَمَتادْ یُشْماسُ مَمَ پْریماسْتِ کیوَلَں مَمَ نَہِ کِنْتُ سَتْیَمَتَجْناناں سَرْوّیشامیوَ۔ یَتَح سَتْیَمَتَمْ اَسْماسُ تِشْٹھَتْیَنَنْتَکالَں یاوَچّاسْماسُ سْتھاسْیَتِ۔ (aiōn ) |
और जिन फ़रिश्तों ने अपनी हुकुमत को क़ाईम न रख्खा बल्कि अपनी ख़ास जगह को छोड़ दिया, उनको उसने हमेशा की क़ैद में अंधेरे के अन्दर रोज़ — ए — 'अज़ीम की 'अदालत तक रख्खा है (aïdios )
یے چَ سْوَرْگَدُوتاح سْوِییَکَرْترِتْوَپَدے نَ سْتھِتْوا سْوَواسَسْتھانَں پَرِتْیَکْتَوَنْتَسْتانْ سَ مَہادِنَسْیَ وِچارارْتھَمْ اَنْدھَکارَمَیے دھَحسْتھانے سَداسْتھایِبھِ رْبَنْدھَنَیرَبَدھْناتْ۔ (aïdios ) |
इसी तरह सदूम और 'अमूरा और उसके आसपास के शहर, जो इनकी तरह ज़िनाकारी में पड़ गए और ग़ैर जिस्म की तरफ़ राग़िब हुए, हमेशा की आग की सज़ा में गिरफ़्तार होकर जा — ए — 'इबरत ठहरे हैं। (aiōnios )
اَپَرَں سِدومَمْ اَمورا تَنِّکَٹَسْتھَنَگَرانِ چَیتیشاں نِواسِنَسْتَتْسَمَرُوپَں وْیَبھِچارَں کرِتَوَنْتو وِشَمَمَیتھُنَسْیَ چیشْٹَیا وِپَتھَں گَتَوَنْتَشْچَ تَسْماتْ تانْیَپِ درِشْٹانْتَسْوَرُوپانِ بھُوتْوا سَداتَنَوَہْنِنا دَنْڈَں بھُنْجَتے۔ (aiōnios ) |
ये समुन्दर की पुर जोश मौजें, जो अपनी बेशर्मी के झाग उछालती हैं। ये वो आवारा गर्द सितारे हैं, जिनके लिए हमेशा तक बेहद तारीकी धरी है। (aiōn )
سْوَکِییَلَجّاپھینودْوَمَکاح پْرَچَنْڈاح سامُدْرَتَرَنْگاح سَداکالَں یاوَتْ گھورَتِمِرَبھاگِینِ بھْرَمَنَکارِینِ نَکْشَتْرانِ چَ بھَوَنْتِ۔ (aiōn ) |
अपने आपको 'ख़ुदा' की मुहब्बत में क़ाईम रख्खो; और हमेशा की ज़िन्दगी के लिए हमारे ख़ुदावन्द 'ईसा मसीह की रहमत के इन्तिज़ार में रहो। (aiōnios )
اِیشْوَرَسْیَ پْریمْنا سْوانْ رَکْشَتَ، اَنَنْتَجِیوَنایَ چاسْماکَں پْرَبھو رْیِیشُکھْرِیشْٹَسْیَ کرِپاں پْرَتِیکْشَدھْوَں۔ (aiōnios ) |
उस ख़ुदा — ए — वाहिद का जो हमारा मुन्जी है, जलाल और 'अज़मत और सल्तनत और इख़्तियार, हमारे ख़ुदावन्द 'ईसा मसीह के वसीले से, जैसा पहले से है, अब भी हो और हमेशा रहे। आमीन। (aiōn )
یو سْماکَمْ اَدْوِتِییَسْتْرانَکَرْتّا سَرْوَّجْنَ اِیشْوَرَسْتَسْیَ گَورَوَں مَہِما پَراکْرَمَح کَرْترِتْوَنْچیدانِیمْ اَنَنْتَکالَں یاوَدْ بھُویاتْ۔ آمینْ۔ (aiōn ) |
और हम को एक बादशाही भी दी और अपने ख़ुदा और बाप के लिए काहिन भी बना दिया। उसका जलाल और बादशाही हमेशा से हमेशा तक रहे। आमीन। (aiōn )
یو سْماسُ پْرِیتَوانْ سْوَرُدھِریناسْمانْ سْوَپاپیبھْیَح پْرَکْشالِتَوانْ تَسْیَ پِتُرِیشْوَرَسْیَ یاجَکانْ کرِتْواسْمانْ راجَوَرْگے نِیُکْتَواںشْچَ تَسْمِنْ مَہِما پَراکْرَمَشْچانَنْتَکالَں یاوَدْ وَرْتَّتاں۔ آمینْ۔ (aiōn ) |
और ज़िन्दा हूँ। मैं मर गया था, और देख हमेशा से हमेशा तक रहूँगा; और मौत और 'आलम — ए — अर्वाह की कुन्जियाँ मेरे पास हैं। (aiōn , Hadēs )
اَہَمْ اَمَرَسْتَتھاپِ مرِتَوانْ کِنْتُ پَشْیاہَمْ اَنَنْتَکالَں یاوَتْ جِیوامِ۔ آمینْ۔ مرِتْیوح پَرَلوکَسْیَ چَ کُنْجِکا مَمَ ہَسْتَگَتاح۔ (aiōn , Hadēs ) |
और जब वो जानदार उसकी बड़ाई — ओ — 'इज़्ज़त और तम्जीद करेंगे, जो तख़्त पर बैठा है और हमेशा से हमेशा ज़िन्दा रहेगा; (aiōn )
اِتّھَں تَیح پْرانِبھِسْتَسْیانَنْتَجِیوِنَح سِںہاسَنوپَوِشْٹَسْیَ جَنَسْیَ پْرَبھاوے گَورَوے دھَنْیَوادے چَ پْرَکِیرْتِّتی (aiōn ) |
तो वो चौबीस बुज़ुर्ग उसके सामने जो तख़्त पर बैठा है गिर पड़ेंगे और उसको सिज्दा करेंगे, जो हमेशा हमेशा ज़िन्दा रहेगा और अपने ताज ये कहते हुए उस तख़्त के सामने डाल देंगे, (aiōn )
تے چَتُرْوِںشَتِپْراچِینا اَپِ تَسْیَ سِںہاسَنوپَوِشْٹَسْیانْتِکے پْرَنِنَتْیَ تَمْ اَنَنْتَجِیوِنَں پْرَنَمَنْتِ سْوِییَکِرِیٹاںشْچَ سِںہاسَنَسْیانْتِکے نِکْشِپْیَ وَدَنْتِ، (aiōn ) |
फिर मैंने आसमान और ज़मीन और ज़मीन के नीचे की, और समुन्दर की सब मख़्लूक़ात को या'नी सब चीज़ों को उनमें हैं ये कहते सुना, “जो तख़्त पर बैठा है उसकी और बर्रे की, तारीफ़ और इज़्ज़त और बड़ाई और बादशाही हमेशा हमेशा रहे!” (aiōn )
اَپَرَں سْوَرْگَمَرْتّیَپاتالَساگَریشُ یانِ وِدْیَنْتے تیشاں سَرْوّیشاں سرِشْٹَوَسْتُوناں واگِیَں مَیا شْرُتا، پْرَشَںساں گَورَوَں شَورْیَّمْ آدھِپَتْیَں سَناتَنَں۔ سِںہَسَنوپَوِشْٹَشْچَ میشَوَتْسَشْچَ گَچّھَتاں۔ (aiōn ) |
मैंने निगाह की तो क्या देखता हूँ कि एक ज़र्द सा घोड़ा है, और उसके सवार का नाम 'मौत' है और 'आलम — ए — अर्वाह उसके पीछे पीछे है; और उनको चौथाई ज़मीन पर ये इख़्तियार दिया गया कि तलवार और काल और वबा और ज़मीन के दरिन्दों से लोगों को हलाक करें। (Hadēs )
تَتَح پانْڈُرَوَرْنَ ایکو شْوو مَیا درِشْٹَح، تَداروہِنو نامَ مرِتْیُرِتِ پَرَلوکَشْچَ تَمْ اَنُچَرَتِ کھَنْگینَ دُرْبھِکْشینَ مَہامارْیّا وَنْیَپَشُبھِشْچَ لوکاناں بَدھایَ پرِتھِوْیاشْچَتُرْتھاںشَسْیادھِپَتْیَں تَسْما اَدایِ۔ (Hadēs ) |
कहा, आमीन! तारीफ़ और बड़ाई और हिक्मत और शुक्र और 'इज़्ज़त और क़ुदरत और ताक़त हमेशा से हमेशा हमारे ख़ुदा की हो! आमीन। (aiōn )
تَتھاسْتُ دھَنْیَوادَشْچَ تیجو جْنانَں پْرَشَںسَنَں۔ شَورْیَّں پَراکْرَمَشْچاپِ شَکْتِشْچَ سَرْوَّمیوَ تَتْ۔ وَرْتَّتامِیشْوَرےسْماکَں نِتْیَں نِتْیَں تَتھاسْتْوِتِ۔ (aiōn ) |
जब पाँचवें फ़रिश्ते ने नरसिंगा फूँका, तो मैंने आसमान से ज़मीन पर एक सितारा गिरा हुआ देखा, और उसे अथाह गड्ढे की कूंजी दी गई। (Abyssos )
تَتَح پَرَں سَپْتَمَدُوتینَ تُورْیّاں وادِتایاں گَگَناتْ پرِتھِوْیاں نِپَتِتَ ایکَسْتارَکو مَیا درِشْٹَح، تَسْمَے رَساتَلَکُوپَسْیَ کُنْجِکادایِ۔ (Abyssos ) |
और जब उसने अथाह गड्ढे को खोला तो गड्ढे में से एक बड़ी भट्टी का सा धुवाँ उठा, और गड्ढे के धुवें के ज़रिए से सूरज और हवा तारीक हो गई। (Abyssos )
تینَ رَساتَلَکُوپے مُکْتے مَہاگْنِکُنْڈَسْیَ دھُومَ اِوَ دھُومَسْتَسْماتْ کُوپادْ اُدْگَتَح۔ تَسْماتْ کُوپَدھُوماتْ سُورْیّاکاشَو تِمِراورِتَو۔ (Abyssos ) |
अथाह गड्ढे का फ़रिश्ता उन पर बादशाह था; उसका नाम 'इब्रानी अबदून और यूनानी में अपुल्ल्योन है। (Abyssos )
تیشاں راجا چَ رَساتَلَسْیَ دُوتَسْتَسْیَ نامَ اِبْرِییَبھاشَیا اَبَدّونْ یُونانِییَبھاشَیا چَ اَپَلُّیونْ اَرْتھَتو وِناشَکَ اِتِ۔ (Abyssos ) |
जो हमेशा से हमेशा ज़िन्दा रहेगा और जिसने आसमान और उसके अन्दर की चीज़ें, और ज़मीन और उसके ऊपर की चीज़ें, और समुन्दर और उसके अन्दर की चीज़ें, पैदा की हैं, उसकी क़सम खाकर कहा कि अब और देर न होगी। (aiōn )
اَپَرَں سْوَرْگادْ یَسْیَ رَوو مَیاشْراوِ سَ پُنَ رْماں سَمْبھاوْیاوَدَتْ تْوَں گَتْوا سَمُدْرَمیدِنْیوسْتِشْٹھَتو دُوتَسْیَ کَراتْ تَں وِسْتِیرْنَ کْشُدْرَگْرَنْتھَں گرِہانَ، تینَ مَیا دُوتَسَمِیپَں گَتْوا کَتھِتَں گْرَنْتھو سَو دِییَتاں۔ (aiōn ) |
जब वो अपनी गवाही दे चुकेंगे, तो वो हैवान जो अथाह गड्ढे से निकलेगा, उनसे लड़कर उन पर ग़ालिब आएगा और उनको मार डालेगा। (Abyssos )
اَپَرَں تَیوح ساکْشْیے سَماپْتے سَتِ رَساتَلادْ یینوتّھِتَوْیَں سَ پَشُسْتابھْیاں سَہَ یُدّھوا تَو جیشْیَتِ ہَنِشْیَتِ چَ۔ (Abyssos ) |
जब सातवें फ़रिश्ते ने नरसिंगा फूँका, तो आसमान पर बड़ी आवाज़ें इस मज़मून की पैदा हुई: “दुनियाँ की बादशाही हमारे ख़ुदावन्द और उसके मसीह की हो गई, और वो हमेशा बादशाही करेगा।” (aiōn )
اَنَنْتَرَں سَپْتَدُوتینَ تُورْیّاں وادِتایاں سْوَرْگَ اُچَّیح سْوَرَیرْواگِیَں کِیرْتِّتا، راجَتْوَں جَگَتو یَدْیَدْ راجْیَں تَدَدھُنابھَوَتْ۔ اَسْمَتْپْرَبھوسْتَدِییابھِشِکْتَسْیَ تارَکَسْیَ چَ۔ تینَ چانَنْتَکالِییَں راجَتْوَں پْرَکَرِشْیَتے۔۔ (aiōn ) |
फिर मैंने एक और फ़रिश्ते को आसमान के बीच में उड़ते हुए देखा, जिसके पास ज़मीन के रहनेवालों की हर क़ौम और क़बीले और अहल — ए — ज़बान और उम्मत के सुनाने के लिए हमेशा की ख़ुशख़बरी थी। (aiōnios )
اَنَنْتَرَمْ آکاشَمَدھْیینوڈِّییَمانو پَرَ ایکو دُوتو مَیا درِشْٹَح سو نَنْتَکالِییَں سُسَںوادَں دھارَیَتِ سَ چَ سُسَںوادَح سَرْوَّجاتِییانْ سَرْوَّوَںشِییانْ سَرْوَّبھاشاوادِنَح سَرْوَّدیشِییاںشْچَ پرِتھِوِینِواسِنَح پْرَتِ تینَ گھوشِتَوْیَح۔ (aiōnios ) |
और उनके 'अज़ाब का धुवाँ हमेशा ही उठता रहेगा, और जो उस हैवान और उसके बुत की इबादत करते हैं, और जो उसके नाम की छाप लेते हैं, उनको रात दिन चैन न मिलेगा।” (aiōn )
تیشاں یاتَنایا دھُومو نَنْتَکالَں یاوَدْ اُدْگَمِشْیَتِ یے چَ پَشُں تَسْیَ پْرَتِمانْچَ پُوجَیَنْتِ تَسْیَ نامْنو نْکَں وا گرِہْلَنْتِ تے دِوانِشَں کَنْچَنَ وِرامَں نَ پْراپْسْیَنْتِ۔ (aiōn ) |
और उन चारों जानदारों में से एक ने सात सोने के प्याले, हमेशा ज़िन्दा रहनेवाले ख़ुदा के क़हर से भरे हुए, उन सातों फ़रिश्तों को दिए; (aiōn )
اَپَرَں چَتُرْناں پْرانِنامْ ایکَسْتیبھْیَح سَپْتَدُوتیبھْیَح سَپْتَسُوَرْنَکَںسانْ اَدَداتْ۔ (aiōn ) |
ये जो तू ने हैवान देखा है, ये पहले तो था मगर अब नहीं है; और आइन्दा अथाह गड्ढे से निकलकर हलाकत में पड़ेगा, और ज़मीन के रहनेवाले जिनके नाम दुनियाँ बनाने से पहले के वक़्त से किताब — ए — हयात में लिखे नहीं गए, इस हैवान का ये हाल देखकर कि पहले था और अब नहीं और फिर मौजूद हो जाएगा, ता'अज्जुब करेंगे। (Abyssos )
تْوَیا درِشْٹو سَو پَشُراسِیتْ نیدانِیں وَرْتَّتے کِنْتُ رَساتَلاتْ تینودیتَوْیَں وِناشَشْچَ گَنْتَوْیَح۔ تَتو ییشاں نامانِ جَگَتَح سرِشْٹِکالَمْ آرَبھْیَ جِیوَنَپُسْتَکے لِکھِتانِ نَ وِدْیَنْتے تے پرِتھِوِینِواسِنو بھُوتَمْ اَوَرْتَّمانَمُپَسْتھاسْیَنْتَنْچَ تَں پَشُں درِشْٹْواشْچَرْیَّں مَںسْیَنْتے۔ (Abyssos ) |
फिर दूसरी बार उन्होंने कहा, “हल्लेलुइया! और उसके जलने का धुवाँ हमेशा उठता रहेगा।” (aiōn )
پُنَرَپِ تَیرِدَمُکْتَں یَتھا، بْرُوتَ پَریشْوَرَں دھَنْیَں یَنِّتْیَں نِتْیَمیوَ چَ۔ تَسْیا داہَسْیَ دھُومو سَو دِشَمُورْدّھوَمُدیشْیَتِ۔۔ (aiōn ) |
और वो हैवान और उसके साथ वो झूठा नबी पकड़ा गया, जिनसे उसने हैवान की छाप लेनेवालों और उसके बुत की इबादत करनेवालों को गुमराह किया था। वो दोनों आग की उस झील में ज़िन्दा डाले गए, जो गंधक से जलती है। (Limnē Pyr )
تَتَح سَ پَشُ رْدھرِتو یَشْچَ مِتھْیابھَوِشْیَدْوَکْتا تَسْیانْتِکے چِتْرَکَرْمّانِ کُرْوَّنْ تَیریوَ پَشْوَنْکَدھارِنَسْتَتْپْرَتِماپُوجَکاںشْچَ بھْرَمِتَوانْ سو پِ تینَ سارْدّھَں دھرِتَح۔ تَو چَ وَہْنِگَنْدھَکَجْوَلِتَہْرَدے جِیوَنْتَو نِکْشِپْتَو۔ (Limnē Pyr ) |
फिर मैंने एक फ़रिश्ते को आसमान से उतरते देखा, जिसके हाथ में अथाह गड्ढे की कुंजी और एक बड़ी ज़ंजीर थी। (Abyssos )
تَتَح پَرَں سْوَرْگادْ اَوَروہَنْ ایکو دُوتو مَیا درِشْٹَسْتَسْیَ کَرے رَماتَلَسْیَ کُنْجِکا مَہاشرِنْکھَلَنْچَیکَں تِشْٹھَتَح۔ (Abyssos ) |
और उसे अथाह गड्ढे में डाल कर बन्द कर दिया और उस पर मुहर कर दी, ताकि वो हज़ार बरस के पूरे होने तक क़ौमों को फिर गुमराह न करे। इसके बाद ज़रूर है कि थोड़े 'अरसे के लिए खोला जाए। (Abyssos )
اَپَرَں رَساتَلے تَں نِکْشِپْیَ تَدُپَرِ دْوارَں رُدّھوا مُدْرانْکِتَوانْ یَسْماتْ تَدْ وَرْشَسَہَسْرَں یاوَتْ سَمْپُورْنَں نَ بھَویتْ تاوَدْ بھِنَّجاتِییاسْتینَ پُنَ رْنَ بھْرَمِتَوْیاح۔ تَتَح پَرَمْ اَلْپَکالارْتھَں تَسْیَ موچَنینَ بھَوِتَوْیَں۔ (Abyssos ) |
और उनका गुमराह करने वाला इब्लीस आग और गंधक की उस झील में डाला जाएगा, जहाँ वो हैवान और झूठा नबी भी होगा; और रात दिन हमेशा से हमेशा तक 'अज़ाब में रहेंगे। (aiōn , Limnē Pyr )
تیشاں بھْرَمَیِتا چَ شَیَتانو وَہْنِگَنْدھَکَیو رْہْرَدے رْتھَتَح پَشُ رْمِتھْیابھَوِشْیَدْوادِی چَ یَتْرَ تِشْٹھَتَسْتَتْرَیوَ نِکْشِپْتَح، تَتْرانَنْتَکالَں یاوَتْ تے دِوانِشَں یاتَناں بھوکْشْیَنْتے۔ (aiōn , Limnē Pyr ) |
और समुन्दर ने अपने अन्दर के मुर्दों को दे दिया, और मौत और 'आलम — ए — अर्वाह ने अपने अन्दर के मुर्दों को दे दिया, और उनमें से हर एक के आ'माल के मुताबिक़ उसका इन्साफ़ किया गया। (Hadēs )
تَدانِیں سَمُدْرینَ سْوانْتَرَسْتھا مرِتَجَناح سَمَرْپِتاح، مرِتْیُپَرَلوکابھْیامَپِ سْوانْتَرَسْتھا مرِتَجَناح سَرْمِپَتاح، تیشانْچَیکَیکَسْیَ سْوَکْرِیانُیایِی وِچارَح کرِتَح۔ (Hadēs ) |
फिर मौत और 'आलम — ए — अर्वाह आग की झील में डाले गए। ये आग की झील आखरी मौत है, (Hadēs , Limnē Pyr )
اَپَرَں مرِتْیُپَرَلوکَو وَہْنِہْرَدے نِکْشِپْتَو، ایشَ ایوَ دْوِتِییو مرِتْیُح۔ (Hadēs , Limnē Pyr ) |
और जिस किसी का नाम किताब — ए — हयात में लिखा हुआ न मिला, वो आग की झील में डाला गया। (Limnē Pyr )
یَسْیَ کَسْیَچِتْ نامَ جِیوَنَپُسْتَکے لِکھِتَں ناوِدْیَتَ سَ ایوَ تَسْمِنْ وَہْنِہْرَدے نْیَکْشِپْیَتَ۔ (Limnē Pyr ) |
मगर बुज़दिलों, और बेईमान लोगों, और घिनौने लोगों, और ख़ूनियों, और हरामकारों, और जादूगरों, और बुत परस्तों, और सब झूठों का हिस्सा आग और गन्धक से जलने वाली झील में होगा; ये दूसरी मौत है। (Limnē Pyr )
کِنْتُ بھِیتانامْ اَوِشْواسِناں گھرِنْیاناں نَرَہَنْترِناں ویشْیاگامِناں موہَکاناں دیوَپُوجَکاناں سَرْوّیشامْ اَنرِتَوادِنانْچاںشو وَہْنِگَنْدھَکَجْوَلِتَہْرَدے بھَوِشْیَتِ، ایشَ ایوَ دْوِتِییو مرِتْیُح۔ (Limnē Pyr ) |
और फिर रात न होगी, और वो चिराग़ और सूरज की रौशनी के मुहताज न होंगे, क्यूँकि ख़ुदावन्द ख़ुदा उनको रौशन करेगा और वो हमेशा से हमेशा तक बादशाही करेंगे। (aiōn )
تَدانِیں راتْرِح پُنَ رْنَ بھَوِشْیَتِ یَتَح پْرَبھُح پَرَمیشْوَرَسْتانْ دِیپَیِشْیَتِ تے چانَنْتَکالَں یاوَدْ راجَتْوَں کَرِشْیَنْتے۔ (aiōn ) |