< मरकुस 7 >

1 फिर फ़रीसी और कुछ आलिम उसके पास जमा हुए, वो येरूशलेम से आए थे।
ପାଚେ ପାରୁସିର୍‌ ଆରି ଜିରୁସାଲମ୍‌ ତାଙ୍ଗ୍‌ ୱାଜ଼ି ମାଚି କେତେକ୍‌ ଦରମ୍‌ ଗୁରୁର୍‌ ତା ତାକେ ରୁଣ୍ଡା ଆତାର୍‌ ।
2 और उन्होंने देखा कि उसके कुछ शागिर्द नापाक या'नी बिना धोए हाथों से खाना खाते हैं
ହେୱାର୍‌ ହେୱାନ୍ତି ଚେଲାର୍‌ ବିତ୍ରେ କେତେଜାଣ୍‌ ରାଡ଼ା, ଇଚିସ୍‌ କେଇ ନୁସ୍‌ୱାଦାଂ ତିନାକା ହୁଡ଼୍‌ତାର୍ ।
3 क्यूँकि फ़रीसी और सब यहूदी बुज़ुर्गों की रिवायत के मुताबिक़ जब तक अपने हाथ ख़ूब न धोलें नहीं खाते।
ପାରୁସିର୍‌ ଆରେ ୱିଜ଼ାର୍‌ ଜିହୁଦି ଲକ୍‌ ପ୍ରାଚିନାର୍‌ ରିତି ନିତି ନିୟମ୍‌ କିଜ଼ି ହାର୍‌ କିଜ଼ି କେଇ ନୁଜ଼୍‌ୱାତାର୍‌ଚି ତିନୁର୍,
4 और बाज़ार से आकर जब तक ग़ुस्ल न कर लें नहीं खाते, और बहुत सी और बातों के जो उनको पहुँची हैं पाबन्द हैं, जैसे प्यालों और लोटों और ताँबे के बरतनों को धोना।
ପାଚେ ଆଟ୍‌ ବାଜାର୍ ତାଙ୍ଗ୍‌ ୱାଜ଼ି ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ଜପି ଏଜ଼ୁଂ ଡ଼ଞ୍ଜ୍‌ୟା ଆୱିତିସ୍‌ କୁଲେର୍‌ ଉଣୁର୍; ଆରି ଗିିନା, ମତା ଆରେ ପିତାଡ଼୍‌ ତାଡ଼ିଆ ତ ଏଜ଼ୁଂ କ୍ଡୁପ୍‌କିସ୍‌ ନୁଜ଼୍‌ନାକା, କାଟେଲ୍‌ ଜପି ଏଜ଼ୁଂ ତିର୍‌ନାକା ଇୱାଙ୍ଗ୍‌ ବିନ୍‌ ବିନ୍‌ ବେସି ରିତି ନିତି ମାନି କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜି ହେୱାର୍‌ ବଲ୍‌ ପାୟା ଆତାର୍ଣ୍ଣା ।
5 पस फ़रीसियों और आलिमों ने उस से पूछा, क्या वजह है कि “तेरे शागिर्द बुज़ुर्गों की रिवायत पर नहीं चलते बल्कि नापाक हाथों से खाना खाते हैं?”
ଲାଗିଂ ପାରୁସିର୍‌ ଆରେ ଦରମ୍‌ ଗୁରୁର୍‌ ହେୱାନିଂ ୱେନ୍‌ବାତାର୍, ମି ଚେଲାର୍‌ ପ୍ରାଚିନାର୍‌ ରିତି ନିତି ନିୟମ୍‌ ତାଙ୍ଗ୍‌ “ଇନାକିଦେଂ ବେବାର୍‌ କିୱାଦାଂ ରାଡ଼ା କେଇଦ ତିନାରା?”
6 उसने उनसे कहा, “यसा'याह ने तुम रियाकारों के हक़ में क्या ख़ूब नबुव्वत की; जैसे लिखा है कि: ये लोग होंटों से तो मेरी ता'ज़ीम करते हैं लेकिन इनके दिल मुझ से दूर है।
ହେୱାନ୍‌ ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍‌, ଆଡ଼େ କାପ୍‌ଟିୟାର୍‌, ଜିସାୟ୍‌ ମି ବିସ୍ରେ ସମାନ୍‌ ବାବ୍ରେ ବେରଣ୍‌ ୱେଚ୍‌ଚାତାନ୍‌ନା, ଇନେସ୍‌ ଲେକାମାନାତ୍‌, ଇ ଜାତି ମୁମ୍‌ଦ ମାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ୱାରି କିଦ୍‌ନାର୍‌, ମାତର୍‌ ହେୱାର୍‌ ମାନ୍‌ ମା ତାଙ୍ଗ୍‌ ଦେହା ମାନାତ୍‌ ।
7 ये बे फ़ाइदा मेरी इबादत करते हैं, क्यूँकि इनसानी अहकाम की ता'लीम देते हैं।’
“ହେୱାର୍‌ ମାନାୟାର୍‌ତି ବିଦିଙ୍ଗ୍‌ ଦରମ୍‌ ବେରଣ୍‌ ଇଞ୍ଜି ହିକ୍ୟା ହିନାନ୍‌ ପଲ୍ୟା ମା ପାର୍ତାନା କିନାର୍‌ ।”
8 तुम ख़ुदा के हुक्म को छोड़ करके आदमियों की रिवायत को क़ाईम रखते हो।”
“ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ତି ବଲ୍‌ ପିସ୍ତି ମାନାୟାର୍‌ତି ରିତି ନିତି ଆସ୍ତି କୁଚ୍‌ଚା ଦେର୍‌ନା ।”
9 उसने उनसे कहा, “तुम अपनी रिवायत को मानने के लिए ख़ुदा के हुक्म को बिल्कुल रद्द कर देते हो।
ଆରେ, ଜିସୁ ହେୱାରିଂ “ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ରିତି ନିତି ମାନି କିନି କାଜିଂ ଇସ୍ୱର୍‌ତି ବଲ୍‌ ମାନି କିଉ ଦେରା ।”
10 क्यूँकि मूसा ने फ़रमाया है, अपने बाप की अपनी माँ की इज़्ज़त कर, और जो कोई बाप या माँ को बुरा कहे, वो ज़रूर जान से मारा जाए।’
ଇନାକିଦେଂକି ମସା ରିତି ନିୟମ୍‌ ହିତ୍‌ତାନ୍ନା, “ଜାର୍‌ ଆବା ଆୟାକାଂ ୱାରି କିୟାଟ୍‌, ଆରେ ଇନେର୍‌ ତା ଆବା କି ଆୟାଂ ସାଇପ୍‌ ହିନାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ହାକି ଡାଣ୍ଡ୍‌ ପାୟା ଆନାନ୍‌ ।
11 लेकिन तुम कहते हो, 'अगर कोई बाप या माँ से कहे' कि जिसका तुझे मुझ से फ़ाइदा पहुँच सकता था, 'वो क़ुर्बान या'नी ख़ुदा की नज़्र हो चुकी।
ମାତର୍‌ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଇନାଟ୍‌, ଇନେର୍‌ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ଆବା କି ଆୟାଂ ଇନାର୍‌, ନା ତାଙ୍ଗ୍‌ ଇନାକାପା ମି ଉପ୍‌କାର୍‍ ଆତାତ୍ମା, ହେଦାଂ କର୍ବାନ୍‍, ଇଚିସ୍‌ ଅଡ଼୍‌ଗା ଆତାତ୍‌ନ୍ନା,
12 तो तुम उसे फिर बाप या माँ की कुछ मदद करने नहीं देते।
ଲାଗିଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ତାଞ୍ଜି ଆବା କି ଆୟାଂ ଅଲପ୍‌ପା ଉପ୍‌କାର୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ହିୱାଦାଂ ମାଚିସ୍‌;
13 यूँ तुम ख़ुदा के कलाम को अपनी रिवायत से, जो तुम ने जारी की है बेकार कर देते हो, और ऐसे बहुतेरे काम करते हो।”
ଇ ଲାକେ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଚାଲାଆତି ବେରଣ୍‌ ରିତି ନିତି କାଜିଂ ଇସ୍ୱର୍‌ତି ବଚନ୍‌ ପଲ୍ୟା କିନାଦେରା ଆରି ହେ ଲାକେ ବେସି ବିସ୍ରେ କିନାଦେରା ।”
14 और वो लोगों को फिर पास बुला कर उनसे कहने लगा, “तुम सब मेरी सुनो और समझो।
ଜିସୁ ଆରେ ରଗ ମାନାୟ୍‌ଗଲି କଚଣ୍‌ତ କୁକ୍‌ଚି ହେୱାରିଂ ଇଚ୍‌ଚି, “ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ୱିଜ଼ାକାଦେର୍‌ ନା କାତା ୱେନାଟ୍‌ ଆରି ବୁଜାଆଡୁ ।
15 कोई चीज़ बाहर से आदमी में दाख़िल होकर उसे नापाक नहीं कर सकती मगर जो चीज़ें आदमी में से निकलती हैं वही उसको नापाक करती हैं।
ମାନାୟାର୍‌ତି ବାର୍ତ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଇମ୍‌ଣି ବିସ୍ରେ ହିଲୁତ୍‌, ଇନାକା କି ତା ବିତ୍ରେ ହଣ୍‌ଜି ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ବିଟାଡ଼୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଆଡ଼୍‌ଦାତାତ୍‌, ମାତର୍‌ ଇନା ଇନାକା ମାନାୟ୍‌ ତାଙ୍ଗ୍‌ ବାର୍ତ ହନାତ୍‌, ହେ ସବୁ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ବିଟାଡ଼୍‌ କିିନାତ୍ ।”
16 [अगर किसी के सुनने के कान हों तो सुन लें]।”
“ଜଦି ଇନେରିଂ ୱେଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ କିତୁଲିଂ ମାନିଙ୍ଗ୍, ହେୱାନ୍‌ ୱେନେନ୍!”
17 जब वो भीड़ के पास से घर में आया “तो उसके शागिर्दों ने उससे इस मिसाल का मतलब पूछा?”
ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ ମାନାୟ୍‌ ତାକେଣ୍ଡାଂ ଇଲ୍‌ ବିତ୍ରେ ୱାତି ପାଚେ ତା ଚେଲାହିର୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଉତର୍‌ମୁଡ଼୍‌ନି ଅରତ୍‌ ୱେନେବେଦେଂ ଲାଗାତାର୍‌ ।
18 उस ने उनसे कहा, “क्या तुम भी ऐसे ना समझ हो? क्या तुम नहीं समझते कि कोई चीज़ जो बाहर से आदमी के अन्दर जाती है उसे नापाक नहीं कर सकती?
ହେବେ ଜିସୁ ହେୱାରିଂ ଉତର୍‌ ହିତାନ୍‌, “ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ପା ଇନାକା ହେ ଲାକେ ବୁଜାଆଉଦେରା?” ଇନାକା ଆୟେତ୍‌ ହୱେତ୍‌ ମାନାୟ୍‌ ବାର୍‌ତାଂ ବିତ୍ରେ ହଟିସ୍, ହେଦାଂ ତାଙ୍ଗ୍‌ ବିଟାଡ଼୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଆଡୁତ୍‌,
19 इसलिए कि वो उसके दिल में नहीं बल्कि पेट में जाती है और गंदगी में निकल जाती है। ये कह कर उसने तमाम खाने की चीज़ों को पाक ठहराया।
“ଇନାକିଦେଂକି ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ହେ ମାନ୍ତ ହଣ୍ଡେଙ୍ଗ୍‍ ଆଡୁତ୍‌, ମାତର୍‌ ପଟତ ହାଲ୍‌ଜି ବାର୍ତ ହନାତ୍‌ ଆରେ ଏଲେଙ୍ଗ୍‌ ଆଜ଼ି ୱିଜ଼ୁ ତିନି କାଦି ସକଟ୍‌ ଆନାକା, ଇଦାଂ ଜିସୁ ଇଚାନ୍‌ ।”
20 फिर उसने कहा, जो कुछ आदमी में से निकलता है वही उसको नापाक करता है।
ଆରି, ଜିସୁ ଇଚାନ୍‌, “ଇନାକା ମାନାୟ୍‌ ତାକେଣ୍ଡାଂ ବାର୍ତ ହନାତ୍‌, ହେଦାଂ ନେ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ବିଟାଡ଼୍‌ କିନାତ୍‌ ।
21 क्यूँकि अन्दर से, या'नी आदमी के दिल से बुरे ख्याल निकलते हैं हरामकारियाँ
ଇନାକିଦେଂକି ବିତ୍ରେତାଂ, ମାନାୟ୍‌ ମାନ୍‌ତାଂ, ବାନ୍ୟା ଚିନ୍ତା ବାର୍ତ ହତ୍‍ନାତ୍‌ ।
22 चोरियाँ. ख़ून रेज़ियाँ, ज़िनाकारियाँ। लालच, बदियाँ, मक्कारी, शहवत परस्ती, बदनज़री, बदगोई, शेख़ी, बेवक़ूफ़ी।
ଦାରି, ଚରି, ନାର୍‌ ଅହ୍‌ନାକା, ଦାରିହାନାକା, ଲାବ୍‍ଡ଼ି, ଚୁଲ୍‍ଚୁଲା ବଡ଼୍‍ପାଣିୟା, ନାଙ୍ଗ୍‌ରା, ବେରୁହୁଡ଼୍‍ନାକା, ନିନ୍ଦା, ଆକର୍‌, ଟେପର୍‌,
23 ये सब बुरी बातें अन्दर से निकल कर आदमी को नापाक करती हैं”
ଇଦାଂ ୱିଜ଼ୁ ବାନ୍ୟା ବିସ୍ରେ ବିତ୍ରେତାଂ ହସି ମାନାୟ୍‌ତିଂ ବିଟାଡ଼୍‌ କିନାତ୍‌ ।”
24 फिर वहाँ से उठ कर सूर और सैदा की सरहदों में गया और एक घर में दाख़िल हुआ और नहीं चाहता था कि कोई जाने मगर छुपा न रह सका।
ଇଦାଂ ପାଚେ ହେୱେନ୍‌ ହେବେଣ୍ଡାଂ ନିଙ୍ଗ୍‌ଜି ସର୍‌ ଗାଡ଼୍‌ଦ ନାସ୍‌କୁକାଂ ହାଚାନ୍‌, ଆରି ର ଇଞ୍ଜ ହଟାନ୍‌, ଇନେର୍‌ ଇନେସ୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ପୁନୁର୍‌, ଇଦାଂ ମାନ୍‌ କିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ମାତର୍‌ ହେୱାନ୍‌ ଡ଼ୁଗ୍‌ଜି ମାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଆଡ୍‌ୱାତାନ୍‌ ।
25 बल्कि फ़ौरन एक औरत जिसकी छोटी बेटी में बदरूह थी, उसकी ख़बर सुनकर आई और उसके क़दमों पर गिरी।
ହେ ଦାପ୍ରେ ର କଗ୍‌ଲେ, ଇନେର୍‌ ଗାଡ଼୍‌ହିଙ୍ଗ୍‍ ବାନ୍ୟା ପୁଦା ଡୁଜ଼ି ମାଚାତ୍‌, ହେଦେଲ୍‌ ହେୱେନ୍‌ ବିସ୍ରେ ନି ବେରଣ୍‌ ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ତା କାଲ୍‌କୁ ତାରେନ୍‌ ୱାଜ଼ି ଡାଣ୍ଡାହାଡ଼୍‌ ମାଗ୍‌ତାତ୍ ।
26 ये 'औरत यूनानी थी और क़ौम की सूरूफ़ेनेकी। उसने उससे दरख़्वास्त की कि बदरूह को उसकी बेटी में से निकाले।
ହେଦେଲ୍‌ ସୁରପୈନିକିୟା ନିପ ରଞ୍ଜେଲ୍‌ ଗ୍ରିକ୍‌ ଗାଡ଼୍‌ଚେ ମାଚାତ୍‌ । ତା ଗାଡ଼୍‌ହି ତାକେଣ୍ଡାଂ ପୁଦାଂ ପିିହି କିନି କାଜିଂ ହେଦେଲ୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଗୱାରି କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାତ୍‌ ।
27 उसने उससे कहा, “पहले लड़कों को सेर होने दे क्यूँकि लड़कों की रोटी लेकर कुत्तों को डाल देना अच्छा नहीं।”
ହେବେଣ୍ଡାଂ ଜିସୁ ହେଦେଲିଂ ଇଚାନ୍‌, “ପର୍ତୁମ୍‌ ହିମ୍‌ଣାକାଂ ପଟ ପାଞ୍ଜି କିୟାଟ୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ହିମ୍‍ଣାଙ୍ଗ୍‍ତି ଆରାଣ୍‌ ଅଜ଼ି ନିକୁଡ଼ିଙ୍ଗ୍‌ କଚଣ୍‌ତ ତୁହିନାକା ହାର୍‌ ଆକାୟ୍‌ ।”
28 उस ने जवाब में कहा “हाँ ख़ुदावन्द, कुत्ते भी मेज़ के तले लड़कों की रोटी के टुकड़ों में से खाते हैं।”
ମାତର୍‌ ହେଦେଲ୍‌ ହେୱେନିଂ ଉତର୍‌ ହିତାତ୍‌, ଆଁ, “ମାପ୍ରୁ, ନିକୁଡ଼ିଙ୍ଗ୍‌ ପା ପାଟା ତାରେନ୍‌ ଆର୍ତାକା ହିମ୍‌ଣାଂତି ଆରାଣ୍‌ ଲିତାଂ ତିନିିକ୍‌!”
29 उसने उससे कहा “इस कलाम की ख़ातिर जा बदरूह तेरी बेटी से निकल गई है।”
“ହେବେ ଜିସୁ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାନ୍‌, ଇ କାତା ଇଚିଲେ ଏନ୍‌ ହାଲା, ନି ଗାଡ଼୍‌ ତାଙ୍ଗ୍‌ ପୁଦା ହସି ହାଚାତେ!”
30 और उसने अपने घर में जाकर देखा कि लड़की पलंग पर पड़ी है और बदरूह निकल गई है।
ଆରେ, ହେଦେଲ୍‌ ଇଞ୍ଜ ହାଲ୍‌ଜି କଇ ହିମ୍‌ଣା କାଟେଲ୍‌ତ ମାଗ୍‌ଜି ମାନାକା ଆରି ପୁଦା ହସି ହାଲ୍‌ଜି ମାନାକା ହୁଡ଼୍‌ତାତ୍ ।
31 और वो फिर सूर शहर की सरहदों से निकल कर सैदा शहर की राह से दिकपुलिस की सरहदों से होता हुआ गलील की झील पर पहुँचा।
ଆରେ ରଗ ହେୱାନ୍‌ ସର ହାନ୍ଦିତାଂ ହାଲ୍‌ଜି ସିଦନ୍‌ ଆରେ ଦେକାପଲି ନି ହାନ୍ଦିମାଦିତିଂ ହାଲ୍‌ଜି ଗାଲିଲି ହାମ୍‌ଦୁର୍‌ ଲାଗେ ୱାତାନ୍‌ ।
32 और लोगों ने एक बहरे को जो हकला भी था, उसके पास लाकर उसकी मिन्नत की कि अपना हाथ उस पर रख।
ଆରେ, ମାନାୟାର୍‌ ରୱାନ୍‌ ବୈରା ଆରି ଗୁଲାଂ ତା ଲାଗେ ତାଇୱାତାର୍‌ ତା ଜପି କେଇ ଇଡ୍‌ଦେଂ ଇଞ୍ଜି ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଗୱାରି କିତାର୍‌ ।
33 वो उसको भीड़ में से अलग ले गया, और अपनी उंगलियाँ उसके कानों में डालीं और थूक कर उसकी ज़बान छूई।
ଜିସୁ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ମାନାୟ୍‌ ତାକେଣ୍ଡାଂ ବିନେ କିଜ଼ି ରୱାନିଂ ଅଜ଼ି ହାଲ୍‌ଜି ହେୱାନିଂ ରି କିତୁଲିକାଂ ତା ୱାଚ୍‌କାଙ୍ଗ୍ ଇଟ୍‌ତାନ୍‌ ଆରି ଏୱିଡ଼ିଂ ଚୁପ୍‌ଜି ତା ୱେନ୍ଦୁଲ୍‌ତ ଡୁତାନ୍‌,
34 और आसमान की तरफ़ नज़र करके एक आह भरी और उससे कहा “इफ़्फ़त्तह!” या'नी “खुल जा!”
ଆରି ସାର୍ଗେ ହୁଡ଼୍‌ଜି ରାଗ୍‌ଦାଙ୍ଗ୍ ନେନ୍‌ଞ୍ଜି ହେୱାନିଂ ଇଚାନ୍‌, “ଇପ୍‌ପତ, ଇଚିସ୍‌ ଜେୟା ଆୟେତ୍‌!”
35 और उसके कान खुल गए, और उसकी ज़बान की गिरह खुल गई और वो साफ़ बोलने लगा।
ହେବେଣ୍ଡାଂ ହେୱାନ୍‌ତି କିତୁଲିଂ ଜେୟା ଆତିକ୍‌ ଆରି ୱେନ୍ଦୁଲ୍ ଗାଚ୍‌ୟାତାକା ହେ ଦାପ୍ରେ ଜେୟା ଆତାତ୍‌, ଆରେ ହେୱାନ୍‌ ହାର୍‌ କିଜ଼ି ବେରଣ୍‌ ଇଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାନ୍‌ ।
36 उसने उसको हुक्म दिया कि किसी से न कहना, लेकिन जितना वो उनको हुक्म देता रहा उतना ही ज़्यादा वो चर्चा करते रहे।
ଆରେ, ଇ ବିସ୍ରେ ଇନେରିଂ ୱେଚ୍‌ମାଟ୍‌ ଇଞ୍ଜି ହେୱାନ୍‌ ହେୱାରିଂ ଆଟ୍‌ୱା କିିଜ଼ି ବଲ୍‌ ହିତାନ୍‌; ମାତର୍‌ ହେୱାନ୍‌ ହେୱାରିଂ ଏଚେକ୍‌ ମୁନାକିତାନ୍‌, ହେୱାର୍‌ ବେସି ହେଦାଂ ସୁଣାୟ୍‌ କିଦେଂ ଲାଗାତାର୍‌ ।
37 और उन्हों ने निहायत ही हैरान होकर कहा “जो कुछ उसने किया सब अच्छा किया वो बहरों को सुनने की और गूँगों को बोलने की ताक़त देता है।”
ଆରେ, ମାନାୟାର୍‌ ବେସି କାବା ଆଜ଼ି ଇଚାର୍‌, “ହେୱାନ୍‌ ୱିଜ଼ୁ କାମାୟ୍‌ ହାର୍‌ କିଜ଼ି କିତାନ୍‌ନ୍ନା! ହେୱାନ୍‌ ବଇରାରିଂ ୱେନି ସାକ୍ତି ଆରି ଗୁଲାରିଂ ବେଣ୍‌ କିନି ସାକ୍ତି ହିନାନା!”

< मरकुस 7 >