< मरकुस 11 >

1 जब वो येरूशलेम के नज़दीक ज़ैतून के पहाड़ पर बैतफ़िगे और बैत अन्नियाह के पास आए तो उसने अपने शागिर्दों में से दो को भेजा।
ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ସେମଃନ୍ ଜିରୁସାଲମାର୍‌ ଲଃଗେ ଆର୍‌ ଜିତ୍‌ ଡଙ୍ଗୁର୍‌ ହାକାର୍‌ ବେତ୍‌ପାଗି ଆର୍‌ ବେତାନିଆ ଚଃମେ ହଚ୍‌ଲାୟ୍‌, ସଃଡେବଃଳ୍‌ ଜିସୁ ତାର୍‌ ଚେଲାମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ ଜଳେକ୍‌ ଚେଲାକେ ଇ କଃତା କୟ୍‌ ହଃଟାୟ୍‌ଲା,
2 और उनसे कहा, “अपने सामने के गाँव में जाओ और उस में दाख़िल होते ही एक गधी का जवान बच्चा बँधा हुआ तुम्हें मिलेगा, जिस पर कोई आदमी अब तक सवार नहीं हुआ; उसे खोल लाओ।
“ତୁମାର୍‌ ମୁଉଁ ଚଃମେ ରିଲା ଗାଉଁଏ ଜାହା ଆର୍‌ ସେ ଗାଉଁଏ ହୁରୁହୁରୁ ତୁମି ତାର୍‌ ଉହ୍ରେ କେହେଁ କଃବେ ନଃବେସ୍‌ଲା ଅଃନ୍‌କା ଗଟେକ୍‌ ହିଲାଗଃଦକ୍‌ ବାନ୍ଦିରିଲାର୍‌ ଦଃକାସ୍‌, ତୁମି ତାକ୍‌ ମେଲିକଃରି ମର୍‌ ଲଃଗେ ଆଣା ।
3 और अगर कोई तुम से कहे, तुम ये क्यूँ करते हो?’ तो कहना, ख़ुदावन्द को इस की ज़रूरत है।’ वो फ़ौरन उसे यहाँ भेजेगा।”
ଜଃଡେବଃଳ୍‌ କେ ତୁମିମଃନ୍‌କେ କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ଇ ଗଃଦ ହିଲାକ୍‌ ମେଲି ନେଉଁଲାସ୍‌ ବଃଲି ହଃଚାରେଦ୍‌; ତଃବେ ତୁମି ତାକେ କଃଉଆସ୍‌, ଇରି ଅଃମାର୍‌ ମାପ୍ରୁର୍‌ ଗିନେ ଲଳା ଆଚେ ଆର୍‌ ସେମାନାୟ୍‌ ତୁମିମଃନ୍‌କେ ଚାଡି ଦଃୟ୍‌ଦ୍‌ ।”
4 पस वो गए, और बच्चे को दरवाज़े के नज़दीक बाहर चौक में बाँधा हुआ पाया और उसे खोलने लगे।
ସେ ଜଳେକ୍‌ ଚେଲାମଃନ୍ ଗାଉଁଏ ବଃସ୍ତିଏ ଆର୍‌ ସେମଃନ୍ ଗାଉଁଆର୍‌ ଗଟ୍‌ ଗଃରାର୍‌ ଦୁଆର୍‌ ଚଃମେ ହଃଦାର୍‌ ସଃକ୍ଳାୟ୍‌ ଗଟେକ୍‌ ହିଲାଗଃଦକ୍‌ ବାନ୍ଦି ରିଲାର୍‌ ଦଃକ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆର୍‌ ସେମଃନ୍ ତାକ୍‌ ମେଲ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
5 मगर जो लोग वहाँ खड़े थे उन में से कुछ ने उन से कहा “ये क्या करते हो? कि गधी का बच्चा खोलते हो?”
ସଃଡେବଃଳ୍‌ ସେ ଲଃଗେ ଟିଆ ଅୟ୍‌ରିଲା କଃତେକ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ହଃଚାର୍ଲାୟ୍‌, “ଇ ହିଲାଗଃଦକ୍‌ ମେଲି କାୟ୍‌ କଃରୁଲାସ୍‌ ।”
6 उन्हों ने जैसा ईसा ने कहा था, वैसा ही उनसे कह दिया और उन्होंने उनको जाने दिया।
ଜିସୁ ଜଃନ୍‌କଃରି ଚେଲାମଃନ୍‌କେ କୟ୍‌ରିଲା, ସେମଃନ୍ ସେ ଲକ୍‌ମଃନ୍‌କେ ସେନ୍ ବଃଲି କୟ୍‌ଲାୟ୍‌; ତାର୍‌ହଃଚେ ସେ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଚେଲାମଃନ୍‌କେ ଗଃଦ ହିଲାକ୍‌ ମେଲି ନେଉଁକେ ଦିଲାୟ୍‌ ।
7 पस वो गधी के बच्चे को ईसा के पास लाए और अपने कपड़े उस पर डाल दिए और वो उस पर सवार हो गया।
ସେମଃନ୍ ଗଃଦ ହିଲାକ୍‌ ଜିସୁର୍‌ ଲଃଗେ ଆଣି ଅଃହ୍‌ଣା ଅଃହ୍‌ଣାର୍‌ ବଃସ୍ତର୍‌ ହିଲାଗଃଦର୍‌ ହିଟି ଉହ୍ରେ ଅଚାୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆର୍‌ ଜିସୁ ତାର୍‌ ଉହ୍ରେ ବଃସ୍‌ଲା ।
8 और बहुत लोगों ने अपने कपड़े रास्ते में बिछा दिए, औरों ने खेतों में से डालियाँ काट कर फैला दीं।
ଆରେକ୍‌ କଃତେକ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଜିସୁର୍‌ ଜାତା ବାଟେ ଅଃହ୍‌ଣା ଅଃହ୍‌ଣାର୍‌ ବଃସ୍ତର୍‌ ଅଚାୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆର୍‌ କଃତେକ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଗଃଚାର୍‌ ଡାଳ୍‌ କାଟି ଆଣି ବାଟେ ଅଚାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
9 जो उसके आगे आगे जाते और पीछे पीछे चले आते थे ये पुकार पुकार कर कहते जाते थे “होशना मुबारिक़ है वो जो ख़ुदावन्द के नाम से आता है।
ଆର୍‌ ଜୁୟ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଜିସୁର୍‌ ଆଗ୍‌ବାଟ୍ୟା ଆର୍‌ ହଃଚ୍ ବାଟ୍ୟା ଇଣ୍ଡି ଜାତି ରିଲାୟ୍‌, ସେମଃନ୍ ବଃଡ୍ ଟଣ୍ଡ୍ ଅୟ୍‌ କଃଉତି ରିଲାୟ୍‌, “ହସାନ୍ନା, ବଃଲେକ୍‌ ଜୟ୍‌ ଅଃଉଅ, ମାପ୍ରୁର୍‌ ନାଉଁଏ ଜେ ଆସୁଲା, ତାର୍‌ ବାୟ୍‌ଗ୍‌ ।
10 मुबारिक़ है हमारे बाप दाऊद की बादशाही जो आ रही है आलम — ए बाला पर होशना।”
ଅଃମାର୍‌ ଦାଦିବାବୁ ଦାଉଦାର୍‌ ଆସ୍ତା ରାଇଜାର୍‌ ବାୟ୍‌ଗ୍‌, ସଃବ୍‌କେ ଉହ୍ରାର୍‌ ହସାନ୍ନା, ବଃଲେକ୍‌ ଜୟ୍‌ ଅଃଉଅ ।”
11 और वो येरूशलेम में दाख़िल होकर हैकल में आया और चारों तरफ़ सब चीज़ों का मुआइना करके उन बारह के साथ बैत'अन्नियाह को गया क्यूँकि शाम हो गई थी।
ଜିସୁ ଜିରୁସାଲମେ ଆୟ୍‌ଲା ଆର୍‌ ମନ୍ଦିର୍‌ ବିତ୍ରେ ହୁରି ଚାରିହାକ୍‌ ଦଃକି ବୁଲ୍‌ଲା ଆର୍‌ ସଃଞ୍ଜ୍ ଅୟ୍‌ଲାକ୍‌ ତାର୍‌ ବାରଗଟ୍‌ ଚେଲାମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ମିସି ବେତାନିଆ ଗାଉଁଏ ଗଃଳାୟ୍‌ ।
12 दूसरे दिन जब वो बैत'अन्नियाह से निकले तो उसे भूख लगी।
ଆର୍‌ ତାର୍‌ ଆର୍‌କ ଦିନ୍ ଜିସୁ ଆର୍‌ ତାର୍‌ ଚେଲାମଃନ୍ ବେତାନିଆ ଗାଉଁଏ ହୁଣି ଜିରୁସାଲମେ ବାରାୟ୍‌ ଆସ୍ତାବଃଳ୍‌ ଜିସୁକ୍‌ ବୁକ୍‌ ଲାଗ୍‌ଲି ।
13 और वो दूर से अंजीर का एक दरख़्त जिस में पत्ते थे देख कर गया कि शायद उस में कुछ पाए मगर जब उसके पास पहुँचा तो पत्तों के सिवा कुछ न पाया क्यूँकि अंजीर का मोसम न था।
ସଃଡେବଃଳ୍‌ ସେ ଦୁରିକ୍‌ ହୁଣି ଗଟେକ୍‌ ହଃତାର୍‌ ରିଲା ଡୁମ୍ବୁର୍‌ ଗଃଚ୍ ଦଃକ୍‌ଲା । ଜିସୁ ସେ ଗଃଚ୍ ଲଃଗେ ଡୁମ୍ବୁର୍‌ ହଃଳ୍‌ ମିଳେଦ୍‌ ବଃଲି ଆସା ଅୟ୍‌କଃରି ଗଃଲା; ମଃତର୍‌ ସେ ଗଃଚେ ଅଃବ୍‌କା ହଃତାର୍‌ ଚାଡି କାୟ୍‌ରି ହେଁ ନଃହାୟ୍‌ଲା, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ସଃଡେବଃଳ୍‌ ଡୁମ୍ବୁର୍‌ ହଃଳ୍‌ତା ଦିନ୍ ନଃରିଲି ।
14 उसने उस से कहा “आइन्दा कोई तुझ से कभी फल न खाए!” और उसके शागिर्दों ने सुना। (aiōn g165)
ସେତାକ୍‌ ଜିସୁ ସେ ଡୁମ୍ବୁର୍‌ ଗଃଚ୍‌କେ କୟ୍‌ଲା, “ଆର୍‌ କଃବେ ହେଁ କେ ତର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ହଃଳ୍‌ ନଃକାଅ ।” ତାର୍‌ ଚେଲାମଃନ୍ ଇ କଃତା ସୁଣ୍‌ତିରିଲାୟ୍‌ । (aiōn g165)
15 फिर वो येरूशलेम में आए, और ईसा हैकल में दाख़िल होकर उन को जो हैकल में ख़रीदो फ़रोख़्त कर रहे थे बाहर निकालने लगा और सराफ़ों के तख़्त और कबूतर फ़रोशों की चौकियों को उलट दिया।
ତାର୍‌ହଃଚେ ସେମଃନ୍ ଜିରୁସାଲମ୍‌ ମନ୍ଦିରେ ଗଃଳାୟ୍‌ ଆର୍‌ ଜିସୁ ମନ୍ଦିର୍‌ ବିତ୍ରେ ହୁରି ସେତି ଗେନା ବିକା କଃର୍ତା ସେତିର୍‌ ବେବାରିମଃନ୍‌କେ ବାର୍‌କଃରି କଃଦୁକ୍‌ ଦଃର୍ଲା, ଆର୍‌ ଡାବୁ ବେବାରିମଃନାର୍‌ ଟେବୁଲ୍‌ କୁର୍ଚି ଆର୍‌ ହାରୁଆ ବିକ୍‌ତା ଲକାର୍‌ କୁର୍ଚିମଃନ୍ ଉଲ୍‌ଟାୟ୍‌ ହଃକାୟ୍‌ଲା;
16 और उसने किसी को हैकल में से होकर कोई बरतन ले जाने न दिया।
ଆର୍‌ ସେ ମନ୍ଦିର୍‌ ବିତ୍ରାର୍‌ କୁଆଳ୍‌ ବାଟ କାକେ ହେଁ କାୟ୍‌ରି ହେଁ ଦଃରି ନେଉଁକେ ନଃଦିଲା ।
17 और अपनी ता'लीम में उनसे कहा, “क्या ये नहीं लिखा कि मेरा घर सब क़ौमों के लिए दुआ का घर कहलाएगा? मगर तुम ने उसे डाकूओं की खोह बना दिया है।”
ଜିସୁ ଲକ୍‌ମଃନ୍‌କେ ସିକ୍ୟା ଦଃୟ୍‌ କୟ୍‌ଲା, “ଇରି କାୟ୍‌ ଲେକା ନାୟ୍‌, ‘ଅଃମାର୍‌ ଗଃର୍‌ ସଃବୁ ଜାତିର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ଗିନେ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ପାର୍ତ୍‌ନାଗଃର୍‌ ବଃଲି ଡାକେ ହୁଟେଦ୍‌ ।’ ମଃତର୍‌ ତୁମିମଃନ୍ ଇ ଗଃର୍‌କେ କଃଙ୍ଗାର୍‌ମଃନାର୍‌ ଲୁକ୍‌ତା ହାର୍‌ କଃରି ଆଚାସ୍‌ ।”
18 और सरदार काहिन और फ़क़ीह ये सुन कर उसके हलाक करने का मौक़ा ढूँडने लगे क्यूँकि उस से डरते थे इसलिए कि सब लोग उस की ता'लीम से हैरान थे।
ବଃଡ୍ ଜାଜକ୍‌ ଆର୍‌ ଦଃର୍ମ୍‌ ଗୁରୁମଃନ୍ ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ଇ କଃତା ସୁଣ୍‌ଲାୟ୍‌, ସେମଃନ୍ ଜିସୁକେ ମଃର୍ନେ ମାରୁକ୍‌ ଉପାୟ୍‌ କଃରୁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ତାର୍‌ ସିକ୍ୟା ସୁଣି କାବା ଅଃଉତିରିଲାର୍‌ ଗିନେ ସେମଃନ୍ ଜିସୁକେ ଡିରି ଜାୟ୍‌ରିଲାୟ୍‌ ।
19 और हर रोज़ शाम को वो शहर से बाहर जाया करता था,
ସେ ଦିନ୍ ସଃଞ୍ଜ୍ ଅୟ୍‌ଲାକ୍‌ ଜିସୁ ଆର୍‌ ଚେଲାମଃନ୍ ଜିରୁସାଲମେ ହୁଣି ବାରାୟ୍‌ ଗଃଲାୟ୍‌ ।
20 फिर सुबह को जब वो उधर से गुज़रे तो उस अंजीर के दरख़्त को जड़ तक सूखा हुआ देखा।
ତାର୍‌ ଆର୍‌କ ଦିନାର୍‌ ସଃକାଳ୍ୟା ସେମଃନ୍ ଜାତି ରିଲାବଃଳ୍‌, ସେ ବାଟେ ରିଲା ଜୁୟ୍‌ ଡୁମ୍ବୁର୍‌ ଗଃଚ୍‌କେ ଜିସୁ ସାୟ୍‌ପ୍‌ ଦଃୟ୍‌ରିଲା, ସେ ଗଃଚ୍‌କେ ବୁନ୍ଦେହୁଣି ସୁକି ଜାୟ୍‌ରିଲାର୍‌ ଦଃକ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
21 पतरस को वो बात याद आई और उससे कहने लगा “ऐ रब्बी देख ये अंजीर का दरख़्त जिस पर तूने ला'नत की थी सूख गया है।”
ପିତର୍‌ ତାର୍‌ ହଃଚାର୍‌ ଦିନାର୍‌ କଃତା ଏତାୟ୍‌ କଃରି କୟ୍‌ଲା, “ଏ ଗୁରୁ, ଦଃକ୍‌, ଇ ଡୁମ୍ବୁର୍‌ ଗଃଚ୍‌କେ ତୁୟ୍‌ ଜଃନ୍‌କଃରି ସାୟ୍‌ପ୍‌ ଦଃୟରିଲିସ୍‌, ତଃନ୍‌କଃରି ସେ ଗଃଚ୍ ସୁକି ଜଃଉଁଲି ।”
22 ईसा ने जवाब में उनसे कहा, “ख़ुदा पर ईमान रखो।
ଜିସୁ ଚେଲାମଃନ୍‌କେ କୟ୍‌ଲା, “ଇସ୍ୱର୍‌ ଲଃଗେ ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃରା ।
23 मैं तुम से सच कहता हूँ‘कि जो कोई इस पहाड़ से कहे उखड़ जा और समुन्दर में जा पड़’और अपने दिल में शक न करे बल्कि यक़ीन करे कि जो कहता है वो हो जाएगा तो उसके लिए वही होगा।
ମୁଁୟ୍‌ ତୁମିମଃନ୍‌କେ ସଃତ୍‌ କଃଉଁଲେ, ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ଜୁୟ୍‌ ମାନାୟ୍‌ ଗଟେକ୍‌ ଡଙ୍ଗୁର୍‌କେ ଉଟ୍‌କି ଅୟ୍‌ ଜାଆ ଆର୍‌ ସଃମ୍‌ନ୍ଦେ ଅଦୁର୍‌ ବଃଲି କୟ୍‌ଦ୍‌, ଆର୍‌ ସେ ନିଜାର୍‌ ମଃନ୍‌ ବିତ୍ରେ ଅବିସ୍ୱାସ୍‌ ନଃକେରି, ଜୁୟ୍‌ରି ଅୟ୍‌ଦ୍‌ ବଃଲି ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃରେଦ୍‌, ତାର୍‌ ଗିନେ ନିଜ୍‌କଃରି ସେରଃକମ୍‌ ଅୟ୍‌ଦ୍‌ ।
24 इसलिए मैं तुम से कहता हूँ कि जो कुछ तुम दुआ में माँगते हो यक़ीन करो कि तुम को मिल गया और वो तुम को मिल जाएगा।
ଇତାର୍‌ ଗିନେ ମୁଁୟ୍‌ ତୁମିମଃନ୍‌କେ କଃଉଁଲେ, ତୁମି ପାର୍ତ୍‌ନା କଃରି ଜାୟ୍‌ ଜାୟ୍‌ରି ମାଗାସ୍‌, ସେରି ହାୟ୍‌ଆଚୁ ବଃଲି ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃରା, ତଃବେ ତୁମିମଃନ୍‌କେ ସେରି ସଃବୁ ମିଳେଦ୍‌ ।
25 और जब कभी तुम खड़े हुए दुआ करते हो, अगर तुम्हें किसी से कुछ शिकायत हो तो उसे मु'आफ़ करो ताकि तुम्हारा बाप भी जो आसमान पर है तुम्हारे गुनाह मु'आफ़ करे।
ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ତୁମି ପାର୍ତ୍‌ନା କଃରୁକେ ଟିଆ ଅଃଉଆସ୍‌, ତଃବେ ସଃଡେବଃଳ୍‌ ତୁମାର୍‌ ବିରଦେ କାର୍‌ ଦଃସ୍‌ ରଃୟ୍‌ଦ୍‌ ବଃଲେକ୍‌ ତୁମି ତାକ୍‌ କେମା ଦିଆସ୍‌, ତଃବେ ତୁମାର୍‌ ଉବାଦି ଜେ ସଃର୍ଗେ ଆଚେ, ସେ ହେଁ ତୁମିମଃନ୍‌କେ କେମା ଦଃୟ୍‌ଦ୍‌ ।
26 [अगर तुम मु'आफ़ न करोगे तो तुम्हारा बाप जो आसमान पर है तुम्हारे गुनाह भी मु'आफ़ न करेगा]।”
ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ତୁମି କାକେ ହେଁ କେମା ନଃଦିଆସ୍‌, ତଃବେ ତୁମାର୍‌ ସଃର୍ଗେ ରିଲା ଉବାଦି ହେଁ ତୁମାର୍‌ ହାହ୍‌ କେମା ନଃକେରେ ।”
27 वो फिर येरूशलेम में आए और जब वो हैकल में टहेल रहा था तो सरदार काहिन और फ़क़ीह और बुज़ुर्ग उसके पास आए।
ସେମଃନ୍ ଆରେକ୍‌ ଗଟ୍‌ତର୍‌ ଜିରୁସାଲମ୍‌ ଲଃଗେ ଆୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆର୍‌ ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ଜିସୁ ସେ ମନ୍ଦିର୍‌ ଲଃଗେ ବୁଲ୍‌ତି ରିଲା, ସଃଡେବଃଳ୍‌ ବଃଡ୍ ଜାଜକ୍‌ମଃନ୍, ଦଃର୍ମ୍‌ଗୁରୁମଃନ୍‌ ଆର୍‌ ପାରାଚିନ୍‌ମଃନ୍ ତାର୍‌ ଲଃଗେ ଆୟ୍‌ଲାୟ୍‌,
28 और उससे कहने लगे, “तू इन कामों को किस इख़्तियार से करता है? या किसने तुझे इख़्तियार दिया है कि इन कामों को करे?”
ଆର୍‌ ସେମଃନ୍ ଜିସୁକେ ହଃଚାର୍ଲାୟ୍‌, “ଇ ସଃବୁ କାମ୍‌ ତୁୟ୍‌ କୁୟ୍‌ ଅଃଦିକାର୍‌ ବଃଳେ କଃରୁଲିସ୍‌, ଆର୍‌ ଇ କାମ୍‌ କଃର୍ତା ଗିନେ ତକେ କେ ଅଃଦିକାର୍‌ ଦଃୟ୍‌ଆଚେ?”
29 ईसा ने उनसे कहा, “मैं तुम से एक बात पूछता हूँ तुम जवाब दो तो मैं तुमको बताऊँगा कि इन कामों को किस इख़्तियार से करता हूँ।
ଜିସୁ ସେମଃନ୍‌କେ ଉତୁର୍‌ ଦିଲା, “ମୁଁୟ୍‌ ତୁମିମଃନ୍‌କେ ଗଟେକ୍‌ କଃତା ହଃଚାରିନ୍ଦ୍, ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ତୁମି ମର୍‌ କଃତାର୍‌ ଉତୁର୍‌ ଦିଆସ୍‌; ତଃବେ ମୁଁୟ୍‌ କୁୟ୍‌ ଅଃଦିକାରେ ଇ ସଃବୁ କାମ୍‌ କଃରୁଲେ, ସେ କଃତା କୟ୍‌ନ୍ଦ୍ ।
30 यूहन्ना का बपतिस्मा आसमान की तरफ़ से था या इंसान की तरफ़ से? मुझे जवाब दो।”
ଜହନ୍‌ ବାପ୍ତିସମ୍‌ ଦେତା ଅଃଦିକାର୍‌ କୁୟ୍‌ତି ହୁଣି ହାୟ୍‌ରିଲା? ସଃର୍ଗେ ହୁଣି କି ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି? ସେରି ମକ୍‌ କଃଉଆ ।”
31 वो आपस में कहने लगे, अगर हम कहें आस्मान की तरफ़ से’ तो वो कहेगा ‘फिर तुम ने क्यूँ उसका यक़ीन न किया?’
ସେମଃନ୍ ତାକାର୍‌ ତାକାର୍‌ ବିତ୍ରେ କଃତା ଅଃଉଁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌, “ଜଦି ଅଃମି ସଃର୍ଗେହୁଣି ବଃଲି କଃଉନ୍ଦ୍, ତଃବେ ତୁମି କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ଜହନ୍‌ କୟ୍‌ଲା କଃତାକ୍‌ ବିସ୍ୱାସ୍‌ ନଃକେଲାସ୍‌ ବଃଲି କୟ୍‌ଦ୍‌ ।
32 और अगर कहें इंसान की तरफ़ से? तो लोगों का डर था इसलिए कि सब लोग वाक़'ई यूहन्ना को नबी जानते थे
ତଃବେ ଅଃମି ମାନାୟ୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ବଃଲି କଃଉଆ କି?” କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ସେମଃନ୍ ଲକ୍‌ମଃନ୍‌କେ ଡିର୍ତି ରିଲାୟ୍‌, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ସଃବୁ ଲକ୍‌ ଜହନ୍‌କେ ଗଟେକ୍‌ ବାବ୍‌ବାଦି ବଃଲି ମାନ୍‌ତି ରିଲାୟ୍‌ ।
33 पस उन्होंने जवाब में ईसा से कहा, हम नहीं जानते। ईसा ने उनसे कहा “में भी तुम को नहीं बताता, कि इन कामों को किस इख़्तियार से करता हूँ।”
ସେତାର୍‌ଗିନେ ସେମଃନ୍ ଜିସୁକେ ଉତୁର୍‌ ଦଃୟ୍‌ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଅଃମି ନଃଜାଣୁ ।” ତାର୍‌ହଃଚେ ଜିସୁ ସେମଃନ୍‌କେ କୟ୍‌ଲା, “ତଃବେ ମୁଁୟ୍‌ ହେଁ କୁୟ୍‌ ଅଃଦିକାର୍‌ ବଃଳେ ଇ ସଃବୁ କାମ୍‌ କଃରୁଲେ, ସେରି ମୁଁୟ୍‌ ତୁମିମଃନ୍‌କେ ନଃକୟ୍‌ଁ ।”

< मरकुस 11 >