< गिनती 7 >
1 १ फिर जब मूसा ने निवास को खड़ा किया, और सारे सामान समेत उसका अभिषेक करके उसको पवित्र किया, और सारे सामान समेत वेदी का भी अभिषेक करके उसे पवित्र किया,
Nachdem Moses die Wohnung erstellt hatte, salbte er sie und weihte sie, ebenso alle ihre Geräte sowie den Altar und seine Geräte. Er salbte sie und weihte sie.
2 २ तब इस्राएल के प्रधान जो अपने-अपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष, और गोत्रों के भी प्रधान होकर गिनती लेने के काम पर नियुक्त थे,
Da brachten Israels Fürsten, ihre Familienhäupter, das sind die Stammesfürsten, Vorstände der Gemusterten, Opfer dar.
3 ३ वे यहोवा के सामने भेंट ले आए, और उनकी भेंट छः भरी हुई गाड़ियाँ और बारह बैल थे, अर्थात् दो-दो प्रधान की ओर से एक-एक गाड़ी, और एक-एक प्रधान की ओर से एक-एक बैल; इन्हें वे निवास के सामने यहोवा के समीप ले गए।
Sie brachten vor den Herrn als ihre Opfergaben sechs Dachwagen und zwölf Rinder, je einen Wagen von zwei Fürsten und je ein Rind von jedem. Sie brachten sie vor die Wohnung.
4 ४ तब यहोवा ने मूसा से कहा,
Da sprach der Herr zu Moses:
5 ५ “उन वस्तुओं को तू उनसे ले ले, कि मिलापवाले तम्बू की सेवकाई में काम आएँ, तू उन्हें लेवियों के एक-एक कुल की विशेष सेवकाई के अनुसार उनको बाँट दे।”
"Nimm sie von ihnen an! Sie sollen dem Dienst am Festgezelt dienen! Übergib sie den Leviten, jedem für seinen Dienst!"
6 ६ अतः मूसा ने वे सब गाड़ियाँ और बैल लेकर लेवियों को दे दिये।
Da nahm Moses die Wagen und die Rinder und gab sie den Leviten.
7 ७ गेर्शोनियों को उनकी सेवकाई के अनुसार उसने दो गाड़ियाँ और चार बैल दिए;
Zwei der Wagen und vier Rinder gab er den Söhnen Gersons für ihren Dienst.
8 ८ और मरारियों को उनकी सेवकाई के अनुसार उसने चार गाड़ियाँ और आठ बैल दिए; ये सब हारून याजक के पुत्र ईतामार के अधिकार में किए गए।
Vier der Wagen und acht Rinder gab er den Söhnen Meraris für ihren Dienst unter Leitung des Priesters Itamar, des Aaronssohnes.
9 ९ परन्तु कहातियों को उसने कुछ न दिया, क्योंकि उनके लिये पवित्र वस्तुओं की यह सेवकाई थी कि वह उसे अपने कंधों पर उठा लिया करें।
Den Söhnen Kehats gab er nichts. Denn ihnen lag die Besorgung des Heiligtums ob, das sie auf der Schulter tragen mußten.
10 १० फिर जब वेदी का अभिषेक हुआ तब प्रधान उसके संस्कार की भेंट वेदी के समीप ले जाने लगे।
Die Fürsten brachten ferner die Einweihungsgabe für den Altar an dem Tage, an dem er gesalbt ward. Die Fürsten brachten ihre Opfergabe vor den Altar.
11 ११ तब यहोवा ने मूसा से कहा, “वेदी के संस्कार के लिये प्रधान लोग अपनी-अपनी भेंट अपने-अपने नियत दिन पर चढ़ाएँ।”
Und der Herr sprach zu Moses: "Je ein Fürst soll je an einem Tag seine Opfergabe zur Altarweihe bringen!"
12 १२ इसलिए जो पुरुष पहले दिन अपनी भेंट ले गया वह यहूदा गोत्रवाले अम्मीनादाब का पुत्र नहशोन था;
Der am ersten Tage seine Gabe brachte, war Amminadabs Sohn Nachson vom Stamm Juda.
13 १३ उसकी भेंट यह थी, अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
Seine Opfergabe war eine Silberschüssel, 130 Ringe schwer, ein Silberbecken, 70 Ringe schwer, nach heiligem Gewicht, beide mit Feinmehl gefüllt, das mit Öl zum Speiseopfer angemacht war,
14 १४ फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
eine Schale, 10 Goldringe schwer, mit Räucherwerk gefüllt,
15 १५ होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
ein junger Stier, ein Widder, ein noch nicht jähriges Lamm für das Brandopfer,
16 १६ पापबलि के लिये एक बकरा;
ein Ziegenbock für das Sündopfer
17 १७ और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। अम्मीनादाब के पुत्र नहशोन की यही भेंट थी।
und zum Dankopfer zwei Rinder, fünf Widder, fünf Böcke und fünf noch nicht jährige Lämmer. Das war die Opfergabe Nachsons, des Amminadabsohnes.
18 १८ दूसरे दिन इस्साकार का प्रधान सूआर का पुत्र नतनेल भेंट ले आया;
Am zweiten Tage hatte Suars Sohn Netanel geopfert, der Fürst von Issakar.
19 १९ वह यह थी, अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
Er hatte als seine Opfergabe eine Silberschüssel gebracht, 130 Ringe schwer, ein Silberbecken, 70 Ringe schwer, nach heiligem Gewicht, beide mit Feinmehl gefüllt, das mit Öl zum Speiseopfer angemacht war,
20 २० फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
eine Schale, 10 Goldringe schwer, mit Räucherwerk gefüllt,
21 २१ होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
einen jungen Stier, einen Widder, ein noch nicht jähriges Lamm für das Brandopfer,
22 २२ पापबलि के लिये एक बकरा;
einen Ziegenbock für das Sündopfer
23 २३ और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। सूआर के पुत्र नतनेल की यही भेंट थी।
und zum Dankopfer zwei Rinder, fünf Widder, fünf Böcke und fünf noch nichtjährige Lämmer. Das war die Opfergabe Netanels, des Suarsohnes.
24 २४ और तीसरे दिन जबूलूनियों का प्रधान हेलोन का पुत्र एलीआब यह भेंट ले आया,
Am dritten Tage der Fürst der Zabulonsöhne Eliab, Chelons Sohn.
25 २५ अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
Seine Opfergabe war eine Silberschüssel, 130 Ringe schwer, ein Silberbecken, 70 Ringe schwer, nach heiligem Gewicht, beide mit Feinmehl gefüllt, das mit Öl zum Speiseopfer angemacht war,
26 २६ फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
eine Schale, 10 Goldringe schwer, mit Räucherwerk gefüllt,
27 २७ होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
einen jungen Stier, einen Widder, ein noch nicht jähriges Lamm für das Brandopfer,
28 २८ पापबलि के लिये एक बकरा;
einen Ziegenbock für das Sündopfer
29 २९ और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। हेलोन के पुत्र एलीआब की यही भेंट थी।
und zum Dankopfer zwei Rinder, fünf Widder, fünf Böcke und fünf noch nichtjährige Lämmer. Das war die Gabe Eliabs, des Chelonsohnes.
30 ३० और चौथे दिन रूबेनियों का प्रधान शदेऊर का पुत्र एलीसूर यह भेंट ले आया,
Am vierten Tage der Fürst der Rubensöhne, Elisur, Sedeurs Sohn.
31 ३१ अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
Seine Opfergabe war eine Silberschüssel, 130 Ringe schwer, ein Silberbecken, 70 Ringe schwer, nach heiligem Gewicht, beide mit Feinmehl gefüllt, das mit Öl zum Speiseopfer angemacht war,
32 ३२ फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
eine Schale, 10 Goldringe schwer, mit Räucherwerk gefüllt,
33 ३३ होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
einen jungen Stier, einen Widder, ein noch nicht jähriges Lamm für das Brandopfer,
34 ३४ पापबलि के लिये एक बकरा;
einen Ziegenbock für das Sündopfer
35 ३५ और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। शदेऊर के पुत्र एलीसूर की यही भेंट थी।
und zum Dankopfer zwei Rinder, fünf Widder, fünf Böcke und fünf noch nichtjährige Lämmer. Das war die Opfergabe Elisurs, des Sedeursohnes.
36 ३६ पाँचवें दिन शिमोनियों का प्रधान सूरीशद्दै का पुत्र शलूमीएल यह भेंट ले आया,
Am fünften Tage der Fürst der Simeonsöhne, Selumiel, der Sohn Surisaddais.
37 ३७ अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
Seine Opfergabe war eine Silberschüssel, 130 Ringe schwer, ein Silberbecken, 70 Ringe schwer, nach heiligem Gewicht, beide mit Feinmehl gefüllt, das mit Öl zum Speiseopfer angemacht war,
38 ३८ फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
eine Schale, 10 Goldringe schwer, mit Räucherwerk gefüllt,
39 ३९ होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
einen jungen Stier, einen Widder, ein noch nicht jähriges Lamm für das Brandopfer,
40 ४० पापबलि के लिये एक बकरा;
einen Ziegenbock für das Sündopfer
41 ४१ और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। सूरीशद्दै के पुत्र शलूमीएल की यही भेंट थी।
und zum Dankopfer zwei Rinder, fünf Widder, fünf Böcke und fünf noch nichtjährige Lämmer. Das war die Opfergabe Selumiels, des Sohnes des Surisaddai.
42 ४२ और छठवें दिन गादियों का प्रधान दूएल का पुत्र एल्यासाप यह भेंट ले आया,
Am sechsten Tage der Fürst der Gadsöhne, Eljasaph, Deuels Sohn.
43 ४३ अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
Seine Opfergabe war eine Silberschüssel, 130 Ringe schwer, ein Silberbecken, 70 Ringe schwer, nach heiligem Gewicht, beide mit Feinmehl gefüllt, das mit Öl zum Speiseopfer angemacht war,
44 ४४ फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
eine Schale, 10 Goldringe schwer, mit Räucherwerk gefüllt,
45 ४५ होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
einen jungen Stier, einen Widder, ein noch nicht jähriges Lamm für das Brandopfer,
46 ४६ पापबलि के लिये एक बकरा;
einen Ziegenbock für das Sündopfer
47 ४७ और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। दूएल के पुत्र एल्यासाप की यही भेंट थी।
und zum Dankopfer zwei Rinder, fünf Widder, fünf Böcke und fünf noch nichtjährige Lämmer. Das war die Opfergabe Eljasaphs, des Sohnes Deuels.
48 ४८ सातवें दिन एप्रैमियों का प्रधान अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा यह भेंट ले आया,
Am siebenten Tage der Fürst der Ephraimsöhne, Elisama, Ammihuds Sohn.
49 ४९ अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
Seine Opfergabe war eine Silberschüssel, 130 Ringe schwer, ein Silberbecken, 70 Ringe schwer, nach heiligem Gewicht, beide mit Feinmehl gefüllt, das mit Öl zum Speiseopfer angemacht war,
50 ५० फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
eine Schale, 10 Goldringe schwer, mit Räucherwerk gefüllt,
51 ५१ होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
einen jungen Stier, einen Widder, ein noch nicht jähriges Lamm für das Brandopfer,
52 ५२ पापबलि के लिये एक बकरा;
einen Ziegenbock für das Sündopfer
53 ५३ और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। अम्मीहूद के पुत्र एलीशामा की यही भेंट थी।
und zum Dankopfer zwei Rinder, fünf Widder, fünf Böcke und fünf noch nichtjährige Lämmer. Das war die Opfergabe Elisamas, des Sohnes Ammihuds.
54 ५४ आठवें दिन मनश्शेइयों का प्रधान पदासूर का पुत्र गम्लीएल यह भेंट ले आया,
Am achten Tage der Fürst der Manassesöhne Gamliel, Pedahsurs Sohn.
55 ५५ अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
Seine Opfergabe war eine Silberschüssel, 130 Ringe schwer, ein Silberbecken, 70 Ringe schwer, nach heiligem Gewicht, beide mit Feinmehl gefüllt, das mit Öl zum Speiseopfer angemacht war,
56 ५६ फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
eine Schale, 10 Goldringe schwer, mit Räucherwerk gefüllt,
57 ५७ होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
einen jungen Stier, einen Widder, ein noch nicht jähriges Lamm für das Brandopfer,
58 ५८ पापबलि के लिये एक बकरा;
einen Ziegenbock für das Sündopfer
59 ५९ और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। पदासूर के पुत्र गम्लीएल की यही भेंट थी।
und zum Dankopfer zwei Rinder, fünf Widder, fünf Böcke und fünf noch nichtjährige Lämmer. Das war die Gabe Gamliels, des Sohnes Pedahsurs.
60 ६० नवें दिन बिन्यामीनियों का प्रधान गिदोनी का पुत्र अबीदान यह भेंट ले आया,
Am neunten Tage der Fürst der Benjaminsöhne, Abidan, Gideonis Sohn.
61 ६१ अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
Seine Opfergabe war eine Silberschüssel, 130 Ringe schwer, ein Silberbecken, 70 Ringe schwer, nach heiligem Gewicht, beide mit Feinmehl gefüllt, das mit Öl zum Speiseopfer angemacht war,
62 ६२ फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
eine Schale, 10 Goldringe schwer, mit Räucherwerk gefüllt,
63 ६३ होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
einen jungen Stier, einen Widder, ein noch nicht jähriges Lamm für das Brandopfer,
64 ६४ पापबलि के लिये एक बकरा;
einen Ziegenbock für das Sündopfer
65 ६५ और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। गिदोनी के पुत्र अबीदान की यही भेंट थी।
und zum Dankopfer zwei Rinder, fünf Widder, fünf Böcke und fünf noch nichtjährige Lämmer. Das war die Opfergabe Abidans, des Gideonisohnes.
66 ६६ दसवें दिन दानियों का प्रधान अम्मीशद्दै का पुत्र अहीएजेर यह भेंट ले आया,
Am zehnten Tage der Fürst der Dansöhne, Achiezer, der Sohn Ammisaddais.
67 ६७ अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
Seine Opfergabe war eine Silberschüssel, 130 Ringe schwer, ein Silberbecken, 70 Ringe schwer, nach heiligem Gewicht, beide mit Feinmehl gefüllt, das mit Öl zum Speiseopfer angemacht war,
68 ६८ फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
eine Schale, 10 Goldringe schwer, mit Räucherwerk gefüllt,
69 ६९ होमबलि के लिये बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
einen jungen Stier, einen Widder, ein noch nicht jähriges Lamm für das Brandopfer,
70 ७० पापबलि के लिये एक बकरा;
einen Ziegenbock für das Sündopfer
71 ७१ और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। अम्मीशद्दै के पुत्र अहीएजेर की यही भेंट थी।
und zum Dankopfer zwei Rinder, fünf Widder, fünf Böcke und fünf noch nichtjährige Lämmer. Das war die Opfergabe Achiezers, des Sohnes des Ammisaddai.
72 ७२ ग्यारहवें दिन आशेरियों का प्रधान ओक्रान का पुत्र पगीएल यह भेंट ले आया।
Am elften Tage der Fürst der Assersöhne, Pagiel, Okrans Sohn.
73 ७३ अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
Seine Opfergabe war eine Silberschüssel, 130 Ringe schwer, ein Silberbecken, 70 Ringe schwer, nach heiligem Gewicht, beide mit Feinmehl gefüllt, das mit Öl zum Speiseopfer angemacht war,
74 ७४ फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;
eine Schale, 10 Goldringe schwer, mit Räucherwerk gefüllt,
75 ७५ होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
einen jungen Stier, einen Widder, ein noch nicht jähriges Lamm für das Brandopfer,
76 ७६ पापबलि के लिये एक बकरा;
einen Ziegenbock für das Sündopfer
77 ७७ और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। ओक्रान के पुत्र पगीएल की यही भेंट थी।
und zum Dankopfer zwei Rinder, fünf Widder, fünf Böcke und fünf noch nichtjährige Lämmer. Das war die Opfergabe Pagiels, des Okransohnes.
78 ७८ बारहवें दिन नप्तालियों का प्रधान एनान का पुत्र अहीरा यह भेंट ले आया,
Am zwölften Tage der Fürst der Naphtalisöhne, Achira, Enans Sohn.
79 ७९ अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;
Seine Opfergabe war eine Silberschüssel, 130 Ringe schwer, ein Silberbecken, 70 Ringe schwer, nach heiligem Gewicht, beide mit Feinmehl gefüllt, das mit Öl zum Speiseopfer angemacht war,
80 ८० फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;
eine Schale, 10 Goldringe schwer, mit Räucherwerk gefüllt,
81 ८१ होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;
einen jungen Stier, einen Widder, ein noch nicht jähriges Lamm für das Brandopfer,
82 ८२ पापबलि के लिये एक बकरा;
einen Ziegenbock für das Sündopfer
83 ८३ और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे। एनान के पुत्र अहीरा की यही भेंट थी।
und zum Dankopfer zwei Rinder, fünf Widder, fünf Böcke und fünf noch nichtjährige Lämmer. Das war die Opfergabe Achiras, des Enansohnes.
84 ८४ वेदी के अभिषेक के समय इस्राएल के प्रधानों की ओर से उसके संस्कार की भेंट यही हुई, अर्थात् चाँदी के बारह परात, चाँदी के बारह कटोरे, और सोने के बारह धूपदान।
Dies war von seiten der Fürsten der Israeliten die Altarweihegabe an dem Tage seiner Salbung, zwölf Silberschüsseln, zwölf Silberbecken und zwölf Goldschalen,
85 ८५ एक-एक चाँदी का परात एक सौ तीस शेकेल का, और एक-एक चाँदी का कटोरा सत्तर शेकेल का था; और पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से ये सब चाँदी के पात्र दो हजार चार सौ शेकेल के थे।
jede Schüssel 130 Silberringe, jedes Becken 70 Ringe schwer; das gesamte Silber der Gefäße betrug 2.400 Ringe nach heiligem Gewicht.
86 ८६ फिर धूप से भरे हुए सोने के बारह धूपदान जो पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से दस-दस शेकेल के थे, वे सब धूपदान एक सौ बीस शेकेल सोने के थे।
Zwölf Goldschalen, mit Räucherwerk gefüllt, jede Schale 10 Ringe schwer nach heiligem Gewicht; das gesamte Gold der Schalen betrug 120 Ringe.
87 ८७ फिर होमबलि के लिये सब मिलाकर बारह बछड़े, बारह मेढ़े, और एक-एक वर्ष के बारह भेड़ी के बच्चे, अपने-अपने अन्नबलि सहित थे; फिर पापबलि के सब बकरे बारह थे;
Rinder zum Brandopfer waren es zusammen zwölf Farren, zwölf Widder, zwölf noch nicht jährige Lämmer nebst ihrem Speiseopfer und zwölf Ziegenböcke zum Sündopfer.
88 ८८ और मेलबलि के लिये सब मिलाकर चौबीस बैल, और साठ मेढ़े, और साठ बकरे, और एक-एक वर्ष के साठ भेड़ी के बच्चे थे। वेदी के अभिषेक होने के बाद उसके संस्कार की भेंट यही हुई।
Rinder zum Dankopfer waren es zusammen 24 Farren, 60 Widder, 60 Böcke und 60 noch nicht jährige Lämmer. Das war die Altarweihegabe nach seiner Salbung.
89 ८९ और जब मूसा यहोवा से बातें करने को मिलापवाले तम्बू में गया, तब उसने प्रायश्चित के ढकने पर से, जो साक्षीपत्र के सन्दूक के ऊपर था, दोनों करूबों के मध्य में से उसकी आवाज सुनी जो उससे बातें कर रहा था; और उसने (यहोवा) उससे बातें की।
Als Moses zum Festgezelt kam, mit ihm zu reden, hörte er die Stimme zu sich reden von der Deckplatte aus, die auf der Zeugnislade war, vom Orte zwischen den beiden Cheruben. So redete er zu ihm.