< एस्तेर 10 >
1 राजा अहषवेरोष ने समस्त साम्राज्य पर, हां, दूरस्त सागर तट, टापू के क्षेत्रों तक कर लगा दिया.
ସେହି ଅକ୍ଷଶ୍ୱେରଶ ରାଜା ଦେଶ ଓ ସମୁଦ୍ରସ୍ଥ ଉପଦ୍ୱୀପସମୂହରେ କର ବସାଇଲେ।
2 राजा के सभी उल्लेखनीय एवं वैभवशाली उपलब्धियों का विवरण एवं मोरदकय की महानता का पूर्ण वर्णन, जिस उदात्त पद पर राजा ने उसे नियुक्त किया था, उनका उल्लेख मेदिया एवं फारस के राजाओं के इतिहास के ग्रंथ में लिखा है.
ପୁଣି, ତାହାର ପରାକ୍ରମ ଓ ପ୍ରଭାବର ସବୁ କଥା, ଆଉ ରାଜା ମର୍ଦ୍ଦଖୟଙ୍କୁ ଯେଉଁ ମହତ୍ତ୍ୱ ଦେଇ ଉଚ୍ଚପଦରେ ନିଯୁକ୍ତ କଲେ, ତହିଁର ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ବିବରଣ କି ମାଦୀୟା ଓ ପାରସ୍ୟ ଦେଶର ରାଜାମାନଙ୍କ ଇତିହାସ ପୁସ୍ତକରେ ଲିଖିତ ନାହିଁ?
3 मात्र राजा अहषवेरोष ही पद में यहूदी मोरदकय से उच्चतर था. वह यहूदियों में अति आदरमान था तथा वह अपने जातियों में प्रिय था. वह सर्वदा प्रजा के लाभ का ही प्रयास करता, तथा समस्त राष्ट्र की भलाई के पक्ष में ही याचना करता था.
କାରଣ ଯିହୁଦୀୟ ମର୍ଦ୍ଦଖୟ ଅକ୍ଷଶ୍ୱେରଶ ରାଜାଙ୍କ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ହୋଇ ଯିହୁଦୀୟ ଲୋକମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ମହାନ ଓ ଆପଣା ଭ୍ରାତୃସମୂହ ମଧ୍ୟରେ ପ୍ରିୟପାତ୍ର ଓ ଆପଣା ଲୋକଙ୍କର ମଙ୍ଗଳାନ୍ୱେଷୀ, ପୁଣି ଆପଣା ସମସ୍ତ ବଂଶ ପ୍ରତି ଶାନ୍ତିବାଦୀ ଥିଲେ।